गूगल एडवर्ड्स बड़ी संख्या में लोगों के बीच अपना एडवरटाइज करने के सबसे आसान और प्रभावी तरीकों में से एक है। एडवर्ड्स के माध्यम से, आप ना सिर्फ गूगल के सर्च पेजों पर एडवरटाइज कर सकते हैं, बल्कि एओएल.कॉम (AOL.com) जैसी साझेदार साइट्स, जीमेल (Gmail) जैसी गूगल साइट्स, और गूगल से सम्बंधित हज़ारों साइट्स पर भी एडवरटाइज कर सकते हैं। एडवर्ड्स की सबसे अच्छी बात है कि आप अपने एड के लिए सिर्फ तभी भुगतान करते हैं जब कोई सचमुच उस पर क्लिक करता है।
एड सेटअप करना मुश्किल और आवश्यक रूप से महंगा नहीं है। आप सिर्फ एक घंटे में अपना एड बना के गूगल पर चला सकते हैं, और आप अपना अधिकतम दैनिक बजट भी निर्धारित कर सकते हैं, ताकि आपको पता रहे कि आप अपने द्वारा चाही गई राशि से अधिक खर्च नहीं कर रहे। शुरुवात करने के लिए यह लेख आपकी सहायता करेगा।
संपादन करेंचरण
संपादन करेंअपना एड सेटअप करें
- गूगल एडवर्ड्स के होम पेज adwords.google.com पर जाएँ।
- ईमेल एड्रेस एंटर करने और पासवर्ड सेलेक्ट करने के लिए निर्देशों का पालन करें:
- अगर आपके पास पहले से ही गूगल आईडी हो जिसका आप जीमेल, यूट्यूब या अन्य गूगल सेवाओं के लिए उपयोग करते हैं, तो आप एडवर्ड्स के लिए उस लोगिन जानकारी का भी उपयोग कर सकते हैं।
- अगर आपके पास गूगल सेवाओं के साथ उपयोग करने योग्य ईमेल एड्रेस नहीं है तो आपको "I do not use these other services" ऑप्शन को सेलेक्ट करना चाहिए। फिर आप नया गूगल अकाउंट बना सकते हैं और जीमेल में लोगिन करके वेरीफाई लिंक पर क्लिक करके अपना ईमेल एड्रेस वेरीफाई कर सकते हैं।
- अगर आप एक वर्क एडवरटाइजमेंट बना रहे हैं, पर गूगल आपको बताये कि आप व्यक्तिगत आइडी का उपयोग कर रहे हैं, तो आप उस आईडी को हटा कर बिज़नेस आइडी का उपयोग करना चाहेंगे। एक बार आपकी आईडी का एडवर्ड्स अकाउंट बनाने के लिए उपयोग होने पर, उस आईडी को किसी और एडवर्ड्स अकाउंट के लिए उपयोग नहीं किया जा सकता।
- "Create your first campaign" बटन को दबाएं: यह आपको अपनी एडवरटाइजिंग सेटअप करने के लिए आपके पहले कैम्पेन पेज पर ले जाएगा।
- अपनी वेबसाइट का एड्रेस एंटर करें। आप अपने होम पेज (उदाहरणार्थ, www.example.com), या वेबसाइट के अन्य हिस्से (उदाहरणार्थ: www.example.com/buynow) का चयन कर सकते हैं। आप अपने विज़िटर्स को जहाँ चाहे वहां भेज सकते हैं, और यह इस पर निर्भर करता है कि आप क्या प्राप्त करना चाहते हैं।
- अपनी टारगेट ऑडियंस एंटर करें। टारगेट ऑडियंस के तीन हिस्से होते हैं:
- लोकेशन। डिफ़ॉल्ट में गूगल सामान्यतः आपके देश को चयनित करता है। अगर आप एक स्थानीय सेवा प्रदान करते हैं, आप सीधे सीधे अपने देश को रिमूव करके अपने शहर का नाम एंटर कर देंगे। या अगर आप अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बिक्री करते हैं, तो आप दूसरे देशों का चुनाव कर सकते है।
- नेटवर्क। डिफ़ॉल्ट में गूगल अपने पूरे नेटवर्क पर आपके एड्स को चलाने का चुनाव करता है, जिसमे दसियों हजार वो साइट्स भी सम्मिलित हैं जिनमे आप देखते हैं। अगर आप अपना एड सिर्फ गूगल और उसकी सीमित 'सर्च पार्टनर' साइट्स पर ही दिखाना चाहते हैं, तो "Display Network" वाले बॉक्स को अनचेक कर दें।
- कीवर्ड्स। यह गूगल पर नए एडवरटाइजर के लिए एडवरटाइजिंग का सबसे चुनौतीपूर्ण हिस्सा है। एक कीवर्ड वो शब्द या शब्दों का सेट होता है जो आपको लगता है कि लोग आपके उत्पाद या सेवा को खोजने के लिए गूगल में टाइप करेंगे। उदाहरण के लिए, अगर आप जूते बेच रहें हैं, तो आप "red shoes," "Nike shoes," और "buy new shoes" जैसे कीवर्ड्स का चुनाव कर सकते हैं।
- अपना दैनिक बजट एंटर करें: अगर आप एक दिन में 500 रूपए खर्च करना चाहते हैं, तो सीधे 500 रूपए एंटर कर दें।
- आप ऐसी राशि एंटर करना चाहेंगे जिससे आप को पता लग सके कि आपके एड काम कर रहें हैं, पर इतनी बड़ी भी नहीं कि आप आर्थिक रूप से बर्बाद हो जाएँ।
- रूढ़िवादी रूप में, अपना बजट यह मान के सेट करें कि आपका सारा पैसा बर्बाद हो जायेगा। संभवतः ऐसा होगा नहीं, पर शुरुवात करने के लिए यह सुरक्षित तरीका है।
- यह समझ लें कि आप शुरुवात किये बिना यह नहीं जाना जा सकता हर क्लिक के लिए आप कितना भुगतान करेंगे: कीमतें एक जटिल ऑक्शन प्रक्रिया में सेट होती हैं, जहाँ आप जान सकते है कि आप वास्तव में कितना भुगतान करेंगे। एक उदाहरण के तौर पर, अगर आप भारत में एक लोकप्रिय गाने के कीवर्ड पर एडवरटाइजमेंट कर रहे हैं, तो शायद आप सिर्फ एक रूपए प्रति क्लिक ही भुगतान करेंगे। अगर आप बीमा की या वजन घटाने के पैकेज को मार्केट करने के लिए एडवरटाइजमेंट कर रहें है, तो आपको कई सौ रूपए का भुगतान करना पड़ सकता है।
- अपनी बिड (bid) सेट करें: डिफ़ॉल्ट में "Automatically set my bids to get the most clicks within my budget (मेरे बजट में सबसे अधिक क्लिक पाने के लिए स्वतः बिड सेट करें)" चयनित होता है। आप "I'll set my bids manually" का चयन करके सेटिंग्स बदल सकते हैं।
- कीमतों का स्वतः निर्धारण होने देना थोड़ा जोखिम भरा लग सकता है, पर यह सामान्यतः ठीक काम करता है। गूगल आपको आपके धन का अधिकतम मूल्य देने का प्रयास करता है।
- अगर आप स्वयं हर क्लिक की कीमत (CPC) निर्धारित करना चाहते हैं, तो आपको हर कीवर्ड के लिए एक राशि एंटर करनी होगी।
- अपने एड का टेक्स्ट लिखें: यही वो जगह है जहाँ आप अपना वास्तविक एड लिखेंगे जो लोगों को गूगल पर दिखाई देगा।
- कुछ ऐसा आकर्षक लिखें जिससे पढ़ने वाला आपके एड पर क्लिक करना चाहे। आपका एड आकर्षक, किन्तु फिर भी सच्चा होना चाहिए।
- कुछ निश्चित नीतियों को ना मानने पर गूगल आपका एड अप्रूव नहीं करेगा। उदाहरण के लिए, आपका एड ऐसा कोई वायदा नहीं कर सकता जो सच ना हो (मत कहिये कि फ्री में मोबाइल जीते अगर आपके पास मोबाइल ना हो)। इसी प्रकार वे बहुत ज्यादा केपिटल लेटर्स, अधिक विराम चिन्हों आदि को मान्य नहीं करते।
- एड में, लोगों को अपने व्यवसाय के बारें में बताएं।
- एक कॉल टू एक्शन (call-to-action) जैसे "हमें कॉल करें" या "टिकट्स खरीदें" को अपने एड में सम्मिलित करें।
- एड के टेक्स्ट में सम्बंधित कीवर्ड्स का उपयोग करें। ऐसे कुछ शब्द होते हैं जिन्हे आप चाहते हैं कि लोग गूगल सर्च इंजन में टाइप करे तभी आपका एड दिखे।
- काम पूरा हो जाने पर "Save and Continue" को क्लिक करें।
- आप खुद को "बिलिंग (Billing)" टैब पर पाएंगे।
- अपना मनचाहा भुगतान का तरीका चुने, जो सामान्यतः क्रेडिट कार्ड होता है, और उचित बिलिंग की जानकारी उपलब्ध करवाएं।
- काम पूरा हो जाने पर "Save and Continue" को क्लिक करें।
- आप खुद को "रिव्यु (Review) टैब पर पाएंगे: यहाँ पर धन खर्च करने के पहले आप हर चीज का पुनरीक्षण (review) कर सकते हैं।
- एड्स, कीवर्ड्स, और अपने एड्स की लोकेशन आदि का परिक्षण करें और कन्फर्म करे कि वे सही है। सेव (save) पर क्लिक करें।
- एडवर्ड्स के उपयोग के लिए टर्म्स और कंडीशंस को एक्सेप्ट करें।
- आपका कैम्पेन एक्टिवेट होने, बिलिंग क्लियर होने और एड्स के रिव्यु के पूरा होते ही एडवर्ड्स आपके एड्स को गूगल पर चलाना शुरू कर देगा।
- अगर आप ऐसे किसी उद्योग या देश से हैं जहाँ बहुत घोटाले या बुरे प्रचारक है, तो पुनरीक्षण (review) में कुछ दिनों का समय लग सकता है। गूगल ऐसे एड्स को लेकर बहुत सजग रहता है जिनमे वजन कम करने, कानूनी मुक़दमे, दवाएं बेचने, सेक्स, हथियारों या अन्य ऐसी चीजों के संकेत हों। दूसरे एडवरटाइजिंग जैसे बिंग (Bing) और फेसबुक कुछ ऐसी चीजें करने देते हैं जिन्हे गूगल अलाउ (allow) नहीं करता। आप भले ही वैध हों, उक्त विषयों के नजदीक होने पर आपको अतिरिक्त तहकीकात का सामना करना होगा।
संपादन करेंअपने परिणामों का पुनरीक्षण करें
- अपनी सफलता के मानदंड तय करें: आप कैसे इस निर्णय पर पहुचेंगे कि आपके एड्स काम कर रहें हैं?
- आप बिक्री बढ़ने, पूछताछ बढ़ने, सेल्स मटेरियल डाउनलोड होने, पंजीकरण होने, या सिर्फ वेबसाइट विजिट्स में से किसी भी मानदंड का चुनाव कर सकते हैं।
- कन्फर्म करें कि आप अपने सफलता मानदंड को माप सकते हों: अगर जूते की एक जोड़ी बेचना आपकी सफलता है, तो आप गूगल में (या अन्य किसी जगह पर ) एड्स के द्वारा हुई बिक्री की संख्या जानना चाहेंगे।
- अगर आप सिर्फ अपनी साइट की विजिट्स बढ़ाना चाहते हैं, आप इसे गूगल में देख सकते हैं।
- अगर आप विक्रय, डाउनलोड्स या ऐसा ही कुछ मापना चाहते हैं, तो आपको एक आईटी (IT) वाले व्यक्ति से "कन्वर्शन ट्रैकिंग (conversion tracking)" सेटअप करवाने की जरूरत पड़ेगी।[१] किसी के लिए कन्वर्शन ट्रैकिंग (conversion tracking) सेटअप करना मुश्किल नहीं है, पर ऐसे किसी व्यक्ति को खोजने में कुछ समय लग सकता है।
- अपना सीपीए (CPA) जानें: आप वेब के लोगों द्वारा कॉस्ट पर एक्शन (Cost Per Action) या सीपीए (CPA) कहें जाने वाली संख्या निकालना चाहेंगे। इसका सीधा अर्थ है की आप अपनी हर सफलता के लिए गूगल को कितना भुगतान करते हैं।
- उदाहरण के लिए, अगर आप जूते बेच रहे हैं, और आप हर जूते के विक्रय पर गूगल को 1000 रूपए देते हैं, तो आपका सीटीए (CTA) 1000 रूपए है। ये अच्छा और बुरा कुछ भी हो सकता है; पर आपके पास एक पक्की संख्या होगी।
- पुनरीक्षण करें कि आपका सीपीए (CPA) स्वीकार करने योग्य है: अगर आप खुश हैं तो आप अपनी एडवरटाइजिंग बढ़ाना चाहेंगे, या नाखुश होने पर अपने एड, कीवर्ड्स या बजट पर पुनर्विचार करना चाहेंगे।
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