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कैसे नए शूज को ढ़ीला करें (Stretch New Shoes)

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अब जबकि आपने ऐसा कर ही लिया है! आपने ऐसे शूज देखे, जिन्हें आप काफी वक़्त से लेना चाह रहे थे और बिना कुछ सोचे-समझे, उन्हें खरीद लिया। अब वो आपके हो गए हैं, और इसके बाद आपको महसूस हुआ, कि ये तो काफी टाइट हैं। अगर आप इन्हें जरा सा भी स्ट्रेच कर लेते हैं, तो ये आपके लिए एकदम परफेक्ट बन जाएंगे, है न? अच्छी बात ये है, कि शूज को बड़ी आसानी से स्ट्रेच करने की कुछ तरकीबें मौजूद हैं।

संपादन करेंचरण

संपादन करेंअपने शूज को स्ट्रेच करना (Stretching Your Shoes)

  1. अपने शूज को घर पर पहनें: ये सबसे आसान ऑप्शन है: अगर आपके शूज इतने ज्यादा टाइट नहीं हैं, कि उन्हें पहना ही न जा सके, तो बस उन्हें तब तक अपने घर पर पहनकर घूमें, जब तक कि ये आपके पैरों में एडजस्ट न हो जाएँ। इसमें कुछ दो-चार दिनों तक का वक़्त लग सकता है, लेकिन ये एकदम नेचुरल है, और काफी आसान भी है!

संपादन करेंसॉक (मोजे) से स्ट्रेच करना (Sock stretching)

  1. मोटे सॉक्स पहने लें और हीट एड करें: आपके पास में मौजूद सबसे मोटे सॉक्स पहन लें और फिर अपने पैरों को शूज (सिर्फ लैदर में) में डाल दें। एक हेयरड्रायर के जरिए शूज के टाइट हिस्से को हीट करें और फिर पैरों को 20 से 30 सेकंड तक, आप से जितना हो सके, उतनी बार आगे और पीछे लेकर जाते रहें।

    • हीट सोर्स को हटा दें, लेकिन शूज को ठंडे होने तक पैरों में ही रहने दें। अब अपने नॉर्मल सॉक्स या स्टॉकिंग्स के साथ शूज को पहनकर देखें।
    • इसे तब तक रिपीट करते रहें, जब तक कि आपके शूज अच्छी तरह से स्ट्रेच न हो जाएँ। जैसे ही ये स्ट्रेच हो जाते हैं, फिर हीट की वजह से खोए हुए मॉइस्चर को वापस पाने के लिए लैदर शू कंडीशनर अप्लाई करें।[१]
    • ध्यान दें: शूज को हीट देने की वजह से ग्लू बोंड्स कमजोर हो सकते हैं—विंटेज शूज के साथ बहुत सावधानी बरतें।

संपादन करेंसॉक बॉल स्ट्रेचिंग (Sock ball stretching)

  1. हर एक शूज के लिए कुछ सॉक्स इकट्ठे कर लें।

  2. सॉक्स को एक छोटी बॉल्स में रोल कर लें।

  3. अब हर एक सॉक को काफी आराम से तब तक शूज में अंदर तक डालते रहें, जब तक कि ये पूरा न भर जाए।

    • दूसरे शूज के लिए भी ऐसा ही करें।
  4. रात तक इंतज़ार करें: अगले ही दिन आपको एक डिफरेन्स नजर आएगा।

संपादन करेंफ्रीजर स्ट्रेचिंग (Freezer stretching)

  1. शूज को पानी से भर एक बैग के साथ फ्रीज़ कर दें: हर एक शूज के लिए एक होल-फ्री रिसीलेबल सैंडविच बैग, मोटे बलून या इसी तरह के किसी प्लास्टिक बैग को लगभग एक तिहाई से आधे हिस्से तक पानी से भर लें और टाइट सील कर दें।

    • बैग को हर एक शूज के अंदर डाल दें और इसे ऐसे धकेलें, कि आपका पूरा शूज भर जाए। अपने शूज को फ्रीजर में रख दें और इन्हें पूरी रात भर या तब तक वहीं रहने दें, जब तक कि ये फ्रीज़ न हो जाए। जैसे ही पानी जमेगा, ये आपके शूज में फैलेगा, जो लैदर को आराम से स्ट्रेच कर देगा।
    • फ्रीजर से निकाल लें और बैग निकालने से पहले उन्हें लगभग 20 मिनट के लिए पिघलने दें। शूज की फिटिंग को चेक करने के लिए, उन्हें फिर से पहनकर देखें और जरूरत पड़े, तो इसे दोबारा रिपीट करें।
    • इस मेथड को महंगे शूज के ऊपर न यूज करने की सलाह दी जाती है।

संपादन करेंन्यूज़पेपर स्ट्रेचिंग (Newspaper stretching)

  1. अपने शूज को गीले न्यूज़पेपर से भर लें: गीले न्यूज़पेपर को स्क्रंच (मोड) कर लें और उसे अपने शूज में भर दें। ये शूज में जितना फिट हो सके, उतना भर दें, लेकिन ध्यान से, इस मेथड का यूज करते वक़्त शूज के शेप के खराब न होने की पुष्टि कर लें; अगर आपको शूज का शेप बिगड़ा हुआ लगे, तो न्यूज़पेपर निकाल लें और फिर शूज के सही शेप में आने तक इसे फिर से भरें।

    • शूज को सूखने दें। न्यूज़पेपर को हटा दें और शूज पहनकर देखें। इसे आपको शायद और भी कुछ बार करना पड़ सकता है।
    • ध्यान रखें, कि और ज्यादा बढ़त पाने के लिए, इस मेथड में आप शूज को फ्रीज़ भी कर सकते हैं। न्यूज़पेपर की जगह पर गीले सॉक्स का यूज भी किया जा सकता है।

संपादन करेंशूज को स्ट्रेच करने के लिए ओट्स का यूज करना

  1. शूज को ओट्स से भर दें: लैदर बूट्स के लिए, इस पुरानी ट्रिक का यूज करें: अपने बूट्स को ओट्स से या फिर किसी भी ऐसे ग्रेन (अनाज) से भर लें, जो गीला होने पर फूलता है।

    • अब ग्रेन को पूरा कवर करने के लिए भरपूर पानी डालें। ग्रेन रातभर में फूल जाएगा।
    • ओटमील को साफ कर दें। बचे हुए ओटमील को ब्रेकफ़ास्ट के लिए यूज करना, एक अच्छा आइडिया नहीं होगा।
    • इनके सूखने तक और आपके पैरों में एडजस्ट होने तक, कुछ दिनों के लिए पहनें।

संपादन करेंस्ट्रेच करने के लिए अल्कोहल को रब करना

  1. एक रबिंग अल्कोहल स्प्रे का यूज करें: एक स्प्रे बॉटल में 50 परसेंट रबिंग अल्कोहल और 50 परसेंट पानी डाल लें। इसे हर एक शूज के अंदर स्प्रे कर लें और फिर 20 मिनट के लिए इन्हें पहन लें।

    • वैकल्पिक रूप से, अल्कोहल को शूज के उन हिस्सों पर सीधे रब कर दें, जिन्हें आप स्ट्रेच करना चाहते हैं।
    • क्योंकि अल्कोहल बहुत जल्दी सूख जाती है, इसलिए शूज या बूट के गीले रहते ही उन्हें फौरन पहन लें।
    • इसे करने का एक और तरीका ये है, कि आप कॉटन सॉक की एक पेयर लें, उन्हें रबिंग अल्कोहल में भिगो लें और अच्छे से निचोड़ कर एक्स्ट्रा अल्कोहल को निकाल दें। सॉक्स पहन लें और उन्हें शूज के साथ तब तक पहनें, जब तक कि ये पूरी तरह से सूख न जाएँ। जरूरत के हिसाब से इसे कई बार रिपीट करें।

संपादन करेंपोटेटो स्ट्रेचिंग (Potato stretching)

  1. "पोटेटो को मैश" कर लें: एक पोटेटो (आमतौर पर एक बड़ा सही रहता है) को लें और उसे रातभर के लिए शू के अंदर रहने दें। इसके द्वारा शू के अंदर एक उभार पैदा करने की पुष्टि कर लें।

    • पोटेटो में गंदी स्मेल नहीं आती है (ये असल में दूसरी स्मेल को पकड़ लेते हैं), और पोटेटो के बचे हुए हिस्से को आसानी से एक गीले कपड़े से साफ किया जा सकता है।

संपादन करेंशू स्ट्रेचर (Shoe stretcher)

  1. लैदर शूज पर एक शू-स्ट्रेचर का यूज करें: एक शू स्ट्रेचर का शेप, आपके पैर के शेप के बराबर ही होता है और ये आमतौर पर देवदार या मेपल जैसी लकड़ी का बना होता है, जिसके एडजस्टमेंट और स्क्रू से शू स्ट्रेच हो जाता है।

    • अपने लोकल हार्डवेयर या ओर्गेनाइजेशनल स्टोर के क्लोजेट-ओर्गेनाइज़र सेक्शन में तलाश करें या फिर गैरेज सेल्स और थ्रिप्ट (किफ़ायती) स्टोर्स पर चेक करें।
    • एक शू स्ट्रेचर चौड़ाई और लंबाई (खरीदते वक इसकी एबिलिटी को चेक कर लें) को एडजस्ट कर सकते हैं और ये या तो बाँये या दाँये पैर पर फिट आएंगे।
    • "ड्राइ स्ट्रेचिंग (dry stretching)" के नाम से मशहूर शू-स्ट्रेचर को असर दिखाने में काफी दिन लग सकते हैं; फिटिंग चेक करने के लिए, इसे बार-बार चेक करते रहें।
    • कुछ शू स्ट्रेचर्स में ऐसे छोटे बटन्स शामिल होते हैं, जिन्हें आप किसी एक निश्चित जगह पर स्ट्रेचिंग करने के लिए, होल्स में इंजर्ट कर सकते हैं, उदाहरण के लिए, कॉर्न या बनियन के ऊपर फिट करने के लिए यूज कर सकते हैं।
    • शू-स्ट्रेचर के साथ में एक शू-स्ट्रेचिंग स्प्रे का या ऑइल का यूज करें। आप इस ऑइल या स्प्रे को किसी भी शू स्टोर पर, शू रिपेयर शॉप्स पर, या फिर जहां से आपने शू-स्ट्रेचर खरीदा था, वहीं से खरीद सकते हैं। ये स्प्रे या ऑइल, शू मटेरियल को और ज्यादा लचीला बनाने में मदद करता है, जो इसे एक-समान स्ट्रेच करने में और प्रोसेस को एक स्पीड देने में मदद करता है।

संपादन करेंप्रोफेशनल स्ट्रेचिंग (Professional stretching)

  1. एक प्रोफेशनल हायर कर लें: अपने शूज को स्ट्रेचिंग के लिए एक प्रोफेशनल कॉबलर (मोची) के पास लेकर जाएँ। कुछ मशीन्स, जो बहुत ही आराम से शूज पर हीट और प्रेशर अप्लाई कर सकती हैं, वो उन्हें एकदम सही तरीके से स्ट्रेच कर सकते हैं।

    • खासकर महँगे या डेलीकेट शूज के लिए इस सर्विस को इस्तेमाल करने की सफलता और आसानी, इसकी कीमत और प्रयास के हिसाब से एकदम परफेक्ट हो सकती है।
    • इस सर्विस से लगभग 24 घंटे तक का वक़्त लगने की उम्मीद की जा सकती है।

संपादन करेंध्यान रखने लायक बातें (Preventative Measures)

  1. फिट आने वाले शूज चुनें: जहां तक हो सके, ऐसे शूज ही चुनें, जो आपको पहले से फिट आते हों और जिन्हें स्ट्रेच करने की या बहुत ज्यादा स्ट्रेचिंग की कोई जरूरत न हो। इस तरह से पुष्टि करें:

    • जब भी आप शूज खरीदने जाएँ, तब अपने पैरों का माप जरूर करें। पैर तीन डाइमेन्शन के होते हैं, जिन्हें न सिर्फ लंबाई बस से, बल्कि चौड़ाई और गहराई के हिसाब से भी मापा जाना चाहिए।[२]
    • दोनों पैरों को मापें। बहुत से लोगों के दोनों पैरों के साइज़ एक-जैसे होते है, हालांकि कुछ ऐसे लोग भी होते हैं, जिनके दोनों पैरों का साइज़ अलग होता है और कुछ लोगों को तो उनके दोनों पैरों के बीच में एक पूरे साइज़ तक का अंतर भी नजर आता है।
    • अगर आप एक ऐसा साइज़ ले रहे हैं, जो जरा सा भी टाइट है, फिर भले ही आप हमेशा इसी साइज़ को ही क्यों न पहनते हों, लेकिन फिर भी एक बड़ा साइज़ भी ट्राइ करके देख लिया करें। अलग-अलग मैन्युफेक्चरर के साइज़ में भी थोड़ा-बहुत फर्क मिल जाता है और इन्हें पहनकर देखना ही, इसे समझने का एकमात्र तरीका होता है।
    • अपने शूज के लिए साइजिंग स्टैंडर्ड की जांच कर लें। ये साइज़, क्या European, UK, US या cm में है? क्या ये मेन्स या वोमन्स शूज हैं? फिर भले ही कितने ही तरह के अलग-अलग साइज़ स्टैंडर्ड क्यों न दिए हुए हों, लेकिन किसी भी दो अलग-अलग शू साइज़ (जैसे कि, US और cm) के बीच में किसी भी तरह की समानता नहीं होती है। तो अगर आपने किसी एक को यूज किया है और दूसरे को नहीं, तो उसके आसपास के साइज़ को ट्राइ करके देखें।
    • हाफ साइजेस और मल्टीपल विड्थ के बारे में पूछें। सारे शू स्टोर्स में ये मौजूद नहीं होते हैं, लेकिन कुछ अच्छी स्टोर्स इन्हें जरूर रखते हैं।
    • शूज को दिन के सेकंड हाफ हिस्से में खरीदें, जब आपके पैर दिनभर खड़े रहने और चलते रहने के बाद काफी ज्यादा फूल जाते हैं।[३]
  2. स्ट्रेची (खिंचने वाले) शूज चुनें: एक नियम के जैसे, असली लैदर काफी कंफ़र्ट देता है और ये प्लास्टिक, पीवीसी (PVC) आदि जैसे सिंथेटिक्स से ज्यादा साथ भी निभाते हैं।

    • अगर शूज सिंथेटिक हैं, तो इन्हें एक सही साइज़ का ही खरीदने की पुष्टि जरूर कर लें, क्योंकि इनमें बाद में फैलने की कोई गुंजाइश नहीं होती है; असल बात ये है, कि इस तरह के मटेरियल को इस्तेमाल करने का असली मकसद भी यही होता है, कि इनके तैयार शेप में खिंचने और ढीले होने की कोई गुंजाइश नहीं होती है।
    • फेब्रिक शूज के साथ भी सावधानी बरतें, क्योंकि ज़्यादातर स्ट्रेचिंग शूज के फाइबर को कमजोर कर सकती हैं।
    • इलास्टिक गोर (gore) वाले शूज काफी स्ट्रेची होते हैं। एक इलास्टिक गोर, शू के अंदर डाला हुआ एक इलास्टिक फेब्रिक पैनल होता है।
    • अलग-अलग तरह के लैदर की स्ट्रेच होने की क्षमता भी अलग-अलग होती है। जैसे कि, कंगारू लैदर को काऊ लैदर से ज्यादा स्ट्रेची माना जाता है।
    • शूज के स्ट्रेच होने को काबिलियत की भी एक लिमिट होती है। अगर आप अंगूठे के आसपास के हिस्से में लूज करना चाहते हैं, तो आपको बाकी दूसरी चीजों को बड़ा करने की अपेक्षा, इसमें ज्यादा सफलता मिलेगी।
    • और वॉकिंग शूज जैसे, कुछ शूज शुरुआत से ही एकदम परफेक्ट फिट आते हैं, फिर चाहे कुछ भी हो। अगर शूज को बहुत ज्यादा स्ट्रेचिंग की जरूरत हो, तो या तो उसे न खरीदें, या फिर इसके हाफ या एक साइज़ बड़े शूज को खरीद लें या फिर एक बेहतर फिटिंग स्टाइल या ब्रांड को चुन लें।

संपादन करेंसलाह

  • धीरे-धीरे आगे बढ़ें और धैर्य रखें। शूज को हल्का सा स्ट्रेच करें, फिर उन्हें ट्राइ करें, फिर दोबारा इन्हें और स्ट्रेच करें। असली बात ये है, कि कपड़ों की तरह ही शूज भी एक जनरल साइज़ और शेप के होते हैं। ये पूरी तरह से हर किसी के पैरों के अपने एक अलग साइज़ के ऊपर निर्भर करता है, कि उनके पैर किस तरह के शूज साइज़ और शेप के अंदर फिट आएंगे, और ऐसा भी नहीं है, कि आपके लिए मौजूद साइज़ एकदम बहुत ज्यादा ही टाइट हो, शूज को ज्यादा से ज्यादा रेगुलरली और बार-बार पहनना, इसे स्ट्रेच करने की एक काफी असरदार मेथड है।
  • स्ट्रेचिंग ट्रीटमेंट पूरा होने के बाद, लैदर के सॉफ्ट और मेंटेन होने की पुष्टि करने के लिए, लैदर शूज और बूट्स को पॉलिश कर लें। ये करना खासतौर पर उस वक़्त और भी ज्यादा जरूरी होता है, जब आपने किसी ऐसी मेथड का यूज किया हो, जिसमें पानी या हीट का भी यूज किया गया हो।
  • पहले जरा कम महँगे शूज को स्ट्रेच करके देख लें, ताकि आपको इस प्रोसेस को करने का एक अंदाजा मिल जाए। इस तरह से अगर आप इसे हद से ज्यादा भी कर लेते हैं, तो इससे आपको ज्यादा कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा।
  • शूज के सही तरह से फिट होने की पुष्टि करने के लिए, उन्हें खरीदते वक़्त ट्राइ करके जरूर देखें। आप चाहें तो रिटेलर के पास भी शूज ले जाने का सोच सकते हैं और उनसे ही शूज को स्ट्रेच करके देने का पूछ सकते हैं; ये करना उस वक़्त और भी ज्यादा मददगार होगा, जब आपके रिटेलर ने शूज बेचते वक़्त, आपसे इसके स्ट्रेच होने का वादा किया हो।
  • अगर किसी ब्रांड ने आपको इसके स्ट्रेच नहीं होने की वार्निंग दी है, तो उनकी वार्निंग पर गौर करें और अपने लिए एक सही साइज़ तलाश लें। ये मैन्युफेक्चरर का कोई घमंड नहीं है, बल्कि ये तो एक असलियत है!
  • शूज को हमेशा ही, इन्हें पहनने के वक़्त से पहले ही खरीदा करें, ताकि आपके पास में इन्हें पहनकर देखने का पूरा वक़्त रह सके, खासकर तब, जब आप इन शूज को किसी डांस, प्रोम और शादी बगैरह के लिए खरीद रहे हों।

संपादन करेंचेतावनी

  • विंटेज शूज को फ्रीज़ या हीट न करें; ऐसा करने पर आप उन्हें शायद आखिरी बार सही सलामत देख रहे होंगे!
  • अगर आप शूज को स्ट्रेच करने के लिए हीट का यूज कर रहे हैं, तो इस बात का ध्यान रखें, कि शूज को बनाने के लिए यूज किए जाने बहुत सारे एधेसिव, हीट-बेस्ड होते हैं।
  • प्लास्टिक, पीवीसी आदि शूज को हीट न करें। इनके ऊपर हीट अप्लाई नहीं की जा सकती है और ऐसा करने की स्थिति में, इनसे टॉक्सिक धुआँ निकलने का रिस्क भी बना रहता है।
  • अगर आप आपके पैर के साथ एक शू स्ट्रेचिंग स्प्रे का यूज करते हैं, तो पुराने सॉक्स पहन लें, क्योंकि ये फ्लुइड से शूज के अंदर डाइ करने की वजह से, थोड़ा सा खून भी निकल सकता है।
  • पहले अपने पैरों का ध्यान रखें, बाद में शूज के बारे में सोचें। पैरों में किसी भी तरह का दर्द पहुँचने का सीधा सा मतलब यही निकलता है, कि वो शूज आपके लिए सही नहीं हैं।
  • अगर आप बैग में पानी रखने वाली मेथड का यूज कर रहे हैं, तो पुष्टि कर लें, कि शूज के अंदर पानी गिर जाने की वजह से, शूज को किसी भी तरह का नुकसान नहीं पहुँचने वाला है।

संपादन करेंचीजें जिनकी आपको आवश्यकता होगी

  • स्ट्रेचिंग के बाद, शूज को सॉफ्ट करने और प्रोटेक्ट करने के लिए शू पॉलिश या कंडीशनर
  • आर्टिकल में दर्शाए हुए सारे आइटम्स

संपादन करेंस्रोत और उद्धरण


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