क्या आप अपने जूतों और पैरों की दुर्गन्ध से परेशान हैं ? इसके कई कारण हो सकते हैं : एक जोड़े जूतों को हद से ज़्यादा इस्तेमाल करना, जीवाणु या फफूँदी की उपज, पर्याप्त हवा न लगना आदि। मान लीजिये आप इस घृणित दुर्गन्ध से छुटकारा पाना चाहते हैं इस चर्चा को पढ़ें।
संपादन करेंचरण
संपादन करेंसही जूते चुनना
- ठीक नाप के जूते पहनें: अपने से बड़ी या छोटी नाप के जूते पहनने से पैरों में ज़्यादा पसीना आ सकता है (बहुत असुविधाजनक होने के अलावा) । जूते खरीदने से पहले जूतों को अपनी नाप का बनवाएं। यदि पैरों में चोट लगे तो पोडिऐट्रिस्ट को दिखाएँ।
- ऐसे कपड़े के जूते इस्तेमाल करें जिनमें हवा का प्रवेश हो सके: ये कोई क्रान्तिकारी विचार नहीं है। हवा के प्रवेश से पैरों में कम पसीना और दुर्गन्ध आयेगी। सिंथेटिक कपड़ों में से ज़्यादा हवा नहीं प्रवेश कर पाती है। [१] जिन कपड़ों या मटीरियल्स में से सबसे ज़्यादा हवा प्रवेश करती है वो हैं :
- सूती
- लिनन
- चमड़ा
- हेम्प
संपादन करेंजूतों को ब्रेक दें
- जूतों को बारी बारी पहने: कोशिश करके एक ही जूते के जोड़े को दो दिन न पहनें। इससे दुबारा पहने जाने से पहले उसमें नमें हवा लग सकेगी।
- जूतों को धूप दिखाएँ: आपके पैरों के समान जूतों को भी हवा लगने की ज़रूरत होती है। जिस दिन अच्छी धूप हो अपने जूतों को बाहर धूप में खेलने दें - अपने बिना। बस हो गया - उन्हें एक अच्छा ब्रेक दें !
- जूतों को छोड़ दें: जाड़ों में दुर्गन्ध वाले जूतों को गाड़ी में छोड़ दें। दो चार बहुत ठंडे दिन व रात उन्हें वहाँ रहने दें। फिर पहनने से पहले उन्हें धीरे धीरे कमरे के तापमान तक गर्म होने दें।
संपादन करेंनिजी सफाई
- प्रतिदिन या हर दूसरे दिन अपने पैर प्रतिजीवाणु (antimicrobial) साबुन से धोएं: यदि फफूँद या जीवाणु की वजह से आपके पैरों व जूतों में दुर्गन्ध आ रही है तो उसे जड़ से रोकना अच्छा है। प्रतिदिन नहाते समय अपने पैरों को अच्छी तरह प्रतिजीवाणु (antimicrobial or antibacterial) साबुन से धोएं।
- यह पता करें कि क्या प्रतिजीवाणु साबुन से धोने से आपके पैर रूखे हो जायेंगे। प्रतिदिन धोने से हो सकता है कि आपके पैर रूखे हों और दरारें पड़ जाएँ। ऐसा होने पर आप कोई मॉइस्चराइज़र इस्तेमाल करें नहीं तो एक दिन छोड़कर पैरों को प्रतिजीवाणु साबुन से धोएं।
- पैरों पर गन्धहारक लगायें: यह सुनने में अजीब लगेगा पर आपके पैरों में भी पसीना आता है। एक गन्धहारक की स्टिक खरीदें (जिसे सिर्फ पैरों पर इस्तेमाल करने के लिए रखें) और रोज़ सुबह लगायें।
संपादन करेंबेबी पाउडर
यदि आपके पैरों की दुर्गन्ध सीलन की वजह से है तो उन्हें नमी से बचाने के लिए (कभी कभी हवा लगाने के अलावा) उनपर बेबी पाउडर लगायें। पाउडर की अच्छी खुशबू आयेगी और पैरों में कम पसीना आएगा।
- अपने पैरों पर बेबी पाउडर या गोल्ड बॉंड लगायें: उसके ऊपर मोज़े पहनें।
- जूतों में भी बेबी पाउडर की एक परत लगायें: फिर जूते पहनें।
संपादन करेंबेकिंग सोडा
- बेकिंग सोडा से गन्धहरण करें: रात को सोने से पहले अपने जूतों में थोड़ा बेकिंग सोडा छिडकें। सुबह पहनने से पहले बाहर ले जाकर उनके तल्ले साथ में थपथपाएं और अनावश्यक पाउडर हटायें।
संपादन करेंजूतों को फ्रीज़ करना
- दुर्गन्ध को फ्रीज़ करके निकालें: फ्रीज़र की नाप के सील होने वाले प्लास्टिक बैग्स में जूतों (ज़रूरत हो तो एक बैग में एक जूता रखें) को डालकर रात भर फ्रीज़र में रखें। ठंडक से दुर्गन्ध पैदा करने वाले जीवाणु और फफूँद मर जायेंगे।
संपादन करेंमोज़े इस्तेमाल करें
- जब सम्भव हो तो मोज़े इस्तेमाल करें: सूती मोज़े पैरों की कुछ नमी को सोक लेते हैं और जूते थोड़े साफ रहते हैं।
- फ्लैट्स या ऊँची हील्स पहनते समय न दिखाई देने वाले मोज़े पहन सकते हैं। वे ऐसे कटे होने चाहियें कि सिर्फ आपकी हील के पीछे का हिस्सा, पैरों के किनारे और नीचे का हिस्सा और पादांगुलियों (toes) के सामने का भाग ढंक जाएँ।
- दौड़ लगाने के मोज़े इस्तेमाल करें: ये "मॉइस्चर-विकिंग" तकनीक इस्तेमाल करके पैरों को सूखा रखते हैं।
संपादन करेंभीतरी तल्ला व अस्तर
- देवदार का भीतरी तल्ला या चिप्स इस्तेमाल करें: देवदार में फफूँद विरोधी (anti-fungal) गुण होता है। इससे अक्सर कपड़ों की गन्धहरण करते हैं। भीतरी तल्ले आपके जूतों में लगे रहेंगे पर चिप्स को रात में डालकर सुबह निकालना पड़ेगा।
- दुर्गन्ध नियंत्रित करने वाले भीतरी तल्ले लगायें: गन्ध को नियंत्रित करने वाले भीतरी तल्ले भिन्न रंगों में मिलते हैं और इन्हें अपनी नाप से काट सकते हैं। ये सैंडल्स, ऊँची हील्स या खुली पादांगुलि वाले जूतों के लिए अच्छे रहते हैं।
- भीतरी तल्ले को दोनों तरफ वाले टेप या रबर सीमेंट लगाकर चिपकाएँ। इससे वे सही जगह पर रहेंगे और आप जब चाहें उन्हें निकाल सकते हैं।
- चांदी का अस्तर इस्तेमाल करें: जूते का चांदी वाला अस्तर प्रतिजीवाणु होता है और दुर्गन्ध देने वाले जीवाणुओं की उपज रोक सकता हैं।
- ड्रायर शीट्स इस्तेमाल करें: ड्रायर शीट्स लगाकर अपने जूते पहने। ये तुरंत गन्धहरण करती हैं।
संपादन करेंजूतों को धोना
- धोने लायक जूते हों तो उन्हें धोएं: जूतों को वॉशिंग मशीन में डालें या उन्हें हल्के से साफ करने के लिए डिटर्जेंट के पानी में डुबाकर रखें। अंदर के हिस्से को, खास तौर से भीतरी तल्ले को अच्छी तरह साफ करें। पूरी तरह से सूखने के बाद जूतों को इस्तेमाल करें।
संपादन करेंसलाह
- बाहर यदि गीला हो तो कीचड़ व मट्टी से दूर रहें, इनसे जूतों में सड़ी हुई बदबू आ सकती है।
- जूते पहनने से पहले हमेशा पैरों को धोकर अच्छी तरह से सुखा लें। इससे आपके जूते ज़्यादा दिन चलेंगे।
- जूते में बेबी पाउडर डालना दुर्गन्ध हटाने का एक और तरीका है। जूते में ड्रायर शीट भी अच्छा काम करती है।
- नहाने के बाद भी पैरों में पसीने की दुर्गन्ध रह जाती है। इसलिए अक्सर पैरों को झाँवाँ से साफ करें।
- सफेद मोज़ों को ब्लीच से धोकर जीवाणु व फफूँदी लगने से बचा सकते हैं।
- संतरे के छिलके इस्तेमाल करके देखें। दिन के अंत में, अपने जूतों में ताज़े संतरे के छिलके रखकर देखें। आशा है कि सुबह तक दुर्गन्ध चली जाएगी।
- अधिकतर जूतों को वॉशिंग मशीन में या हाथ से धोया जा सकता है। बस इतना ध्यान रखें कि पहनने से पहले उन्हें अच्छी तरह से सूख जाना चाहिए।
- जूतों में डालने के लिए कई स्प्रे भी मिलते हैं। इस्तेमाल करने से पहले डिब्बे पर दिए गए निर्देशों को पढ़ें और उसके बारे में समझें।
- नहाने से हमेशा सहायता मिलती है ! रोज़ रात को नहायें और अपने पैर धोएं। कई बार दुर्गन्ध जूतों से नहीं आ रही होती है।
- प्रतिदिन जूतों के अंदर जीवाणु मारने के लिए UV रोशनी को इस्तेमाल करके उपचार करने वाला यंत्र इस्तेमाल करें। यदि आप जूते के साथ मोज़े नहीं पहनते हैं तो यह और भी ज़रुरी है।
- जूतों को फ्रीज़ करने पर भी जीवाणु व फफूँदी नहीं खत्म होगी। ये आराम से जम कर फिर से पिघल सकते हैं और फ्रीज़ होने पर मरते नहीं हैं।
संपादन करेंस्रोत और उद्धरण
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