मैलवेयर (malware) अटैक्स और डेटा ब्रीचेस (डेटा का गलत इस्तेमाल करने) की सारी रिपोर्ट्स को सुनते हुए, किसी के भी मन में अपने सेल फोन को हैकर्स से बचाने के खयाल आने की पीछे किसी वजह की जरूरत नहीं। आप अपने फोन को सेफ रखने, अपने पासवर्ड को और ज्यादा स्मार्ट बनाने और अपने डेटा को प्रोटेक्ट करने के लिए कदम उठा सकते हैं। ऐसा कुछ नहीं है, जो आपको इससे बचे रहने की पूरी गारंटी दे सके, लेकिन अपने फोन को हैक प्रूफ बनाने के तरीके के बारे में बस जरा सी जानकारी आपकी काफी मदद कर सकती है।
संपादन करेंचरण
संपादन करेंअपने फोन को सिक्योर करना (Securing Your Phone)
- अपने ऑपरेटिंग सिस्टम को अप-टू-डेट बनाए रखें: जैसे ही एप्पल (Apple) या एंड्राइड (Android) आपको अपडेट मौजूद होने के बारे में बताए, उसे डाउनलोड और इन्स्टाल कर लें। कई हैकर्स आउट-ऑफ-डेट हुए ऑपरेटिंग सिस्टम्स की कमजोरी का फायदा उठाया करते हैं। अपडेट्स इन कमियों को भर देती हैं और आपके फोन को और भी सिक्योर कर देती हैं।[१]
- अपने एंड्राइड फोन पर सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर इन्स्टाल करें: बस ऐसे किसी भी एप को मत डाउनलोड कर लें। कंज़्यूमर रिपोर्ट्स (Consumer Reports) जैसे भरोसे के लायक सोर्स से रिकमेंडेशन पढ़ें। अगर आप फ्री, भरोसेमंद प्रोटेक्शन चाहते हैं, तो Avast यूज करें, जो सिक्योरिटी और मैलवेयर प्रोटेक्शन प्रोवाइड करता है। अगर आप हैवी-ड्यूटी प्रोटेक्शन के ऊपर एक्सट्रा पे करने को तैयार हैं, तो McAfee या Norton चुनें।[२]
- ज़्यादातर पार्ट के लिए, आईओएस (iOS) सॉफ्टवेयर को हैक कर पाना मुश्किल होता है। हालांकि, कुछ वर्जन्स में कुछ कमजोरी जरूर हो सकती है। इसके लिए अगर आप कुछ कर हैं, तो वो ये कि नया वर्जन रिलीज होते ही अपने सॉफ्टवेयर को अपडेट कर लें और कौन सा एप इन्स्टाल किया जा सकता है, उसे लेकर सावधान रहें।[३]
- अगर मुमकिन हो, तो अपने सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर को पासवर्ड से प्रोटेक्ट करें।
- एक पासकोड सेट करें: ऐसा कुछ चुनें, जो कॉम्प्लेक्स तो हो, लेकिन फिर भी याद करने में आसान हो। बर्थडेज, पैट्स नेम, बैंक पिन (PIN) या अपने फोन नंबर के पार्ट को अवॉइड करें। इसे सेट करने के लिए एप्पल या एंड्राइड पर मौजूद इन्सट्रक्शन्स को फॉलो करें।
- अपने आईफोन (iPhone) पर पासकोड सेट करने के लिए, एक ऐसा कोड चुनें, जिसमें आपके द्वारा सेट किए हुए छह डिजिट्स, चार डिजिट्स या एक अल्फान्यूमेरिक कोड शामिल हों।[४]
- एंड्राइड (Android) फोन के लिए, होम स्क्रीन पर मेन्यू बटन से स्टार्ट करें। “Settings” फिर “Security,” और फिर “Screen Lock” टेप करें। इसके लिए असली नेम्स, आपके फोन के ब्रांड के नेम के हिसाब से अलग हो सकते हैं। पैटर्न अनलॉक (Pattern Unlock), एक पर्सनल पिन (personal PIN), या एक अल्फान्यूमेरिक पासवर्ड (alphanumeric password) के बीच चुनें। इसके बाद, चुनें कि आप अपने फोन के लॉक होने से पहले कितनी देर तक इंतज़ार करना चाहते हैं।[५]
- एप्स इन्स्टाल करने से पहले, उनके बारे में अच्छी तरह से रिसर्च कर लें: एप्स को केवल एप्पल्स एप स्टोर (Apple's App Store) या आइट्यून्स (iTunes) जैसी एक किसी भरोसेमंद सेलर या साइट से ही डाउनलोड करें। अगर आप एक एंड्राइड फोन यूज कर रहे हैं, तो बहुत सावधानी बरतें। गूगल, एप्पल जितनी सावधानी से अपने एप्स का आंकलन नहीं करता है। किसी भी थर्ड पार्टी एप को डाउनलोड करने से पहले Consumer Reports, Wired, या CNET से रिव्यूज पढ़ लें।[६]
- अपने फोन को रिमोटली (दूर से ही) कंट्रोल करने की तैयारी कर लें: ऐसे एप्स या सेटिंग यूज करें, जो आपको आपके फोन के चोरी हो जाने पर उसे लॉक करने की सुविधा देते हों। अगर आपके पास में एक नया फोन है, तो आपको कुछ भी डाउनलोड करने की जरूरत नहीं है। अपने फोन को आईक्लाउड (iCloud) में “Find My Phone” के जरिए कंट्रोल करें।[७] अपने गूगल (Google) अकाउंट से अपने एंड्राइड फोन को रिमोटली सिक्योर करें।[८]
- अनसिक्योर्ड वाई-फ़ाई (Wi-Fi) कनेक्शन्स को यूज करने को लेकर सावधान रहें: अनसिक्योर्ड में उनकी लिस्टिंग के सामने लॉक आइकॉन नहीं होता। अगर हो सके, तो उन्हें अवॉइड ही करें और अपने फोन के सिक्योर मोबाइल कनेक्शन का यूज करें। नहीं तो, एक वर्च्युयल प्राइवेट नेटवर्क (VPN) इन्स्टाल कर लें, जो आपके ट्रेफिक को एंक्रिप्टेड कनेक्शन्स के जरिए डाइरैक्ट करता है। फिर अगर आप एक VPN ही क्यों न यूज कर रहे हों, तब भी किसी अनसिक्योर्ड कनेक्शन से कभी भी अपने बैंक अकाउंट या वर्च्युयल रिकॉर्ड्स को मत एक्सेस करें।[११]
- सिक्योर्ड कनेक्शन्स पर एक लॉक आइकॉन होता है, जो आमतौर पर नेटवर्क के नेम के ऊपर लोकेट होता है।
- यूज न करते वक़्त वाई-फ़ाई (Wi-Fi), ब्लूटूथ (Bluetooth) और जीपीएस (GPS) को डिसेबल करें: ये एक सिंपल स्केन के जरिए संभावित हैकर्स को आपके फोन को लोकेट करने देते हैं। अपने यूजर्स मैन्युयल या फोन के मैन्युफ़ेक्चरर की वेबसाइट के सपोर्ट सेक्शन पर मौजूद इन्सट्रक्शन को फॉलो करें। ये सेटिंग्स नए फोन्स पर हमेशा ही डिफ़ाल्ट रूप से “on” मोड पर होता है।[१२]
- ईजी अनलॉकिंग मेथड्स अवॉइड करें: फिंगरप्रिंट- या फेशियल रिकग्नीशन से धोखा मत खाएँ। हैकर्स ड्रिंकिंग ग्लास से आपके फिंगरप्रिंट्स को कॉपी कर सकते हैं या आपके फोटोग्राफ को यूज कर सकते हैं। घर पर अकेले होने पर या किसी दूसरी स्मार्ट डिवाइस के करीब होने पर, अपने फोन को ऑटोमेटिकली अनलॉक होने की सेटिंग मत यूज करें। अगर कोई आपके घर में आ जाता है या आपकी स्मार्टवॉच को पा लेता है, तो आपके फोन के खतरे में पड़ने का रिस्क बढ़ जाएगा।[१३]
संपादन करेंपासवर्ड सेन्स का यूज करना (Using Password Sense)
- एक ऐसा पासवर्ड चुन लें, जिसका अनुमान लगाना मुश्किल हो: लैटर्स, नंबर्स और सिंबल्स के कॉम्प्लेक्स कोम्बिनेशन का यूज करें। आप अपने पासवर्ड को जितना ज्यादा कॉम्प्लेक्स बनाएँगे, ये उतना ही ज्यादा सिक्योर रहेगा। अपने पासवर्ड के बीच में अपरकेस लैटर्स का यूज करें और इसे और भी मुश्किल बनाने के लिए एक अजीब से सिंबल का यूज करें।
- बर्थडेज, एनिवर्सरीज या “1, 2, 3, 4, 5” के जैसे लगातार आने वाले नंबर्स जैसे एकदम स्पष्ट पासवर्ड्स मत यूज करें। ऐसे लैटर्स यूज मत करें, जिससे कोई वर्ड बनता हो, जैसे कि आपकी मॉम का मेडन नेम या आपके पैट का नाम।[१४]
- अपने वॉइसमेल, वाई-फ़ाई कनेक्शन और आपके द्वारा बैंकिंग और ईमेल के लिए यूज किए जाने वाले एप्स को पासवर्ड से प्रोटेक्ट करें। अपने वॉइसमेल को सिक्योर करते वक़्त, अपने सर्विस प्रोवाइडर की वेबसाइट पर दिए हुए इन्सट्रक्शन्स को फॉलो करें।[१५]
- अपने पासवर्ड को प्राइवेट रखें: इसे अपने बेस्ट फ्रेंड्स, पार्टनर, बच्चों बगैरह सबके लिए एक न तोड़ने वाले नियम की तरह यूज करें। आप जब पब्लिक में हों, तब किसी के भी आपके कंधों पर न देख रहे होने की पुष्टि करने के लिए, अपने चारों तरफ देखें। फाइनली, किसी क्लोज्ड-सर्किट टेलीविज़न (CCTV) कैमरा के ठीक पास में पासवर्ड एंटर करने से बचें। आपको पता भी नहीं चलेगा, कि कब कौन आपकी तरफ देख रहा है।[१६]
- ऑटो-लॉगिन अवॉइड करें: ये आपके लिए आसान लग सकता है, लेकिन ये हैकिंग को आपके ब्राउज़र के खोलने जितना आसान बना देगा। अपना यूजरनेम और पासवर्ड एंटर करने का वक़्त लें, खासकर कि उन साइट्स पर, जिन्हें आप बैंकिंग या दूसरे सेंसिटिव बिजनेस के लिए यूज करते हैं। लॉक होने से बचने के लिए धीरे-धीरे ट्राई करें।
- अगर आपके पास में वक़्त की कमी है या फिर आप इतने सारे पासवर्ड्स याद नहीं रख सकते हैं, तो एक पासवर्ड मैनेजर का यूज करें। इस तरह के प्रोग्राम्स आपके पासवर्ड्स को स्टोर करते हैं और फिर हर एक साइट पर एक्सेस करने के लिए उन्हें फिल करके देगा। आप यूज न करते वक़्त मैनेजर को लॉक कर सकते हैं। इससे भी बेहतर: अब आपको सिर्फ एक ही पासवर्ड याद रखना होगा।[१७]
- कई तरह के पासवर्ड्स का यूज करें: अपने ईमेल, बैंक अकाउंट और सोशल मीडिया एप्स के लिए एक ही पासवर्ड का यूज करना, हैकर्स के काम को और भी आसान बना देगा। हर एक अकाउंट के लिए लैटर्स, नंबर्स और सिंबल्स के एक क्रिएटिव मिक्स्चर बनाने का वक़्त लें। इसे पूरी तरह से अपने ऊपर डालने से बचाने के लिए पासवर्ड मैनेजर के द्वारा बैकअप होने वाले पासवर्ड जनरेटर का यूज करें।[१८]
- पासवर्ड को अक्सर बदलते रहा करें: एक पासवर्ड अपडेट शेड्यूल तैयार करें। फिर चाहे ये वीकली, मंथली या क्वार्टरली हो, बस उसके साथ जुड़े रहें। आप चाहें तो अपने कैलेंडर में एक कोडेड रिमाइन्डर भी एंटर कर सकते हैं।[१९]
संपादन करेंअपने डेटा को प्रोटेक्ट करना (Protecting Your Data)
- सोशल मीडिया पर अपने बारे में बहुत ज्यादा इन्फोर्मेशन मत शेयर करें: नेटवर्किंग के लिए अपने असली नाम का यूज करना ठीक है, लेकिन इसे बस यहीं तक रहने दें। अपनी प्रोफाइल पर अपने एड्रेस, फोन नंबर, मदर्स मेडन नेम बगैरह को मत प्रोवाइड करें। आपके द्वारा अभी पढ़ी जाने वाली बुक या अपने फेवरिट सॉन्ग जैसी “सेफ” इन्फोर्मेशन मत प्रोवाइड करें। हैकर्स आपकी आइडेंटिटी को हैक करने और चोरी करने के लिए इस इन्फोर्मेशन का यूज कर सकते हैं।[२०]
- अपने फोन से पर्सनल डेटा को हटा दें: फोटोज आपके बारे में बहुत कुछ उजागर कर सकती हैं, जो आपके संभावित हैकर को आपकी आइडेंटिटी चुराने देते हैं। आपकी मॉर्निंग मीटिंग के नोट्स आपके इंडस्ट्रियल माहौल के बारे में भी एक अंदेशा दे सकते हैं। अपनी फोटोज और किसी भी सेंसिटिव टेक्स्ट-बेस्ड फाइल्स को अपने लैपटाप या डेस्कटॉप कंप्यूटर पर ट्रांसफर कर दें।
- जब आप अपनी डिवाइस को रिसाइकिल करना चाहते हों, तब उसे रीसेट (एक हार्ड ड्राइव को रिफ़ोर्मेट करने जैसे ही) करें। सबसे पहले, आपके द्वारा मिस किए हुए किसी भी डेटा को स्क्रेम्बल करने के लिए एंक्रिप्शन परफ़ोर्म करें। फिर, अपनी डिवाइस को रीसेट करने के लिए, आपके यूजर्स मैन्युयल में मौजूद डाइरैक्शन्स को फॉलो करें।[२१]
- सस्पिशस (संदेहजनक) इमेल्स मत खोलें: किसी लिंक पर सिर्फ एक क्लिक करना भी, उसे सेंड करने वाले को आपकी पर्सनल इन्फोर्मेशन तक आने का रास्ता दे देता है। अगर आप किसी मैसेज के सेंडर को नहीं पहचान पा रहे हैं, तो उस मैसेज को फौरन डिलीट कर दें। अगर आप उन्हें पहचान रहे हैं, तो उस ईमेल के सही होने की पुष्टि करने के लिए, उनके नाम के ऊपर होवर (कर्सर घुमायें) करें। जीमेल (Gmail) जैसे वेबमेल प्रोवाइडर्स आपको सेंडर का नाम और ईमेल एड्रेस दिखाते हैं।[२२]
- अपने फोन से पर्सनल इन्फोर्मेशन सेंड करना अवॉइड करें: एक बार सोचकर देखें, कि आपका स्मार्टफोन हैक हो जाए, तो फिर उसके लिए काम करना शुरू करें। किसी भी तरह की कॉन्फ़िडेंशियल इन्फोर्मेशन के लिए अपने फोन को यूज करना बंद कर दें। अगर आपको कॉन्फ़िडेंशियल मिलती है, तो पढ़ने के फौरन बाद, उसे डिलीट कर दें।[२३]
- अपने डेटा का बैकअप करना: उन्हें अपने डेस्कटॉप या लैपटाप कंप्यूटर पर सेव कर लें। उसके बाद, उस डेटा को एक एक्सटर्नल हार्ड ड्राइव या फ्लैश ड्राइव पर बैकअप कर लें। अगर आपने आपके फोन पर बहुत कुछ सेव किया हुआ है, तो एक ऑटोमेटेड बैकअप सिस्टम के ऊपर इन्वेस्ट करें, जो आपके उन्हें कॉपी करने और अलग-अलग फाइल्स को ईमेल करने का वक़्त बचा सके।[२४]
संपादन करेंसलाह
- अपने फोन को हमेशा अपने साथ रखें (या फिर मालूम रखें, कि वो कहाँ है)।
- अपने स्मार्टफोन को भी ठीक वैसे ही ट्रीट करें, जैसे आप अपने कंप्यूटर को ट्रीट करते हैं। फाइल्स ओपन करते वक़्त, वेबसाइट्स विजिट करते वक़्त और डेटा शेयर करते वक़्त सावधानी बरतें।
- जब आपके सामने “आपके सबसे पहले पैट का नाम (Name of your first pet)” या “मदर्स मेडन नेम (Mother’s maiden name)” जैसे कई सारे सिक्योरिटी क्वेश्चन्स की लिस्ट आए, तब असली जवाब की जगह पर एक पासवर्ड फॉर्मेट (रैंडम नंबर्स और लैटर्स) यूज करें। हैकर्स को ज़्यादातर सिक्योरिटी क्वेश्चन्स के जवाब को निकालना आता है।
संपादन करेंचेतावनी
- अगर आप किसी के फोन को हैक करने के बारे में सोच रहे हैं, तो एक बार फिर से सोच लें। ऐसा करना कई देशों में गैर-कानूनी होता है, जिसमें इंडिया का नाम भी शामिल है और ये आपको लंबे वक़्त के लिए प्रिज़न (जेल) में भी डाल सकती है।
संपादन करेंरेफरेन्स
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