गुलाबी मसूड़े (pink gums), स्वस्थ मसूड़े होते हैं। स्वस्थ गुलाबी मसूड़े पाने के लिये उनकी सही देखभाल करना आवश्यक है, उसी तरह जैसे हम अपनी त्वचा और बालों की देखभाल करते हैं। यह लेख आपको बतायेगा कि कैसे आप एक रेगुलर डेंटल रूटीन के आधार पर स्वस्थ मसूड़े प्राप्त कर सकते हैं और उन्हें स्वस्थ बनाये रख सकते हैं।
संपादन करेंचरण
संपादन करेंदाँतों को ब्रश करना
- सही टूथपेस्ट का चुनाव करें: हो सकता है कि शायद आप किसी लुभावन या कंजूसी के कारण टूथपेस्ट के चुनाव में लापरवाही करते है, लेकिन यदि आप अपने मसूड़ो के स्वास्थ्य में सुधार चाहते हैं तो इसके लिये खास तौर से मसूड़ो के लिए बनाये गए टूथपेस्ट का चुनाव करना होगा, और मसूड़ो को स्वस्थ रखने वाले विशेष टूथपेस्ट के लिये आपको कुछ अतिरिक्त पैसे खर्च करने होंगे।
- अच्छे टूथब्रश का उपयोग करें:[१] हमेशा ऐसे टूथब्रश का चुनाव करें जिनकी पेकेजिंग पर इंडियन डेंटल एसोसिएशन की मान्यता वाली मुहर लगी हो। एक टूथब्रश का चुनाव करने के लिये आप बहुत से विकल्पों के आधार पर आँकलन कर सकते हैं जैसे कि, क्या आप कड़े या मुलायम रोहों या ब्रिसल्स वाले टूथब्रश का प्रयोग करेंगे? या आप एक साधारण या इलेक्ट्रिक टूथब्रश का प्रयोग करेंगे?
- ऐसे टूथब्रश का प्रयोग करे जिसके लिये आपके पूरे मुँह में आसानी से पहुँचना कठिन न हो।
- कड़े ब्रिस्टल्स/रोहों वाले ब्रश के इस्तेमाल से परहेज करे, क्योंकि वे आपके मसूड़ो को उल्टा क्षति पहुंचा सकते है। हम मध्यम अथवा मुलायम रोहों वाले ब्रश इस्तेमाल करने का सुझाव देते हैं।
- ऐसे ब्रश आकार का चुनाव करें जिसके ब्रिसल्स या रोहों का ऊपरी सिरा गोल हो।
- अध्ययन बताते है कि इलेक्ट्रिक टूथब्रश नियमित टूथब्रश से अधिक बेहतर होते हैं ये लगातार कम्पन वाले ब्रश होते हैंl जिनके ब्रिसल्स एक ही समय मे गोलाई तथा आगे पीछे गति करते हैं।
- भोजन से पहले दिन में कम से कम दो बार ब्रश करें: हालाँकि मान्यता है कि भोजन के कणों को हटाने के लिये भोजन के बाद ब्रश करना चाहिये, लेकिन डेंटिस्ट आपको भोजन से पहले ब्रश करने की सलाह देते हैं क्योंकि उनके अनुसार प्लाक को हटाने आवश्यक है ना कि भोजन के कणों को। भोजन के बाद ब्रश करना असल में दाँतों और मसूड़ो को होने वाले उस नुकसान को रोकता है जो भोजन करने के बाद कूछ एसिड के आपके पूरे मुँह में फैलने से हो सकता है।[२]
- हालाँकि सुझाव यही दिया जाता है कि आप दिन में कम से कम दो बार ब्रश करे लेकिन असल में स्वस्थ दांतों और मसूड़ो के लिए आपको दिन में तीन बार ब्रश करना चाहिए।
- कम से कम दो मिनट तक ब्रश करें:[३] अधिकाँश लोग दाँतों और मसूड़ो के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिये उतनी देर तक ब्रश नहीँ करते जितनी देर तक उन्हें करना चाहिये। अपने मुँह को चार भागों में विभाजित करे, ऊपरी बायाँ, ऊपरी दायाँ निचला बायाँ और निचला दायाँ अब सभी भागों को कम से कम 30 सेकंड तक ब्रश करें तभी आप सही समय के लिये ब्रश करने करते है और पुरे मुह को स्वस्थ रख सकते हैं।
- अधिक बार या बहुत जोर लगाकर ब्रश न करें: एक दिन मे तीन बार से अधिक ब्रश लगातार करना आपके दाँतों और मसूड़ो के लिये नुकसानदेह हो सकता है। डेंटिस्ट इसे “टूथब्रश एब्रेशन (Toothbrush abrasion)” कहते हैं, जिसके परिणामस्वरूप मसूड़ो को क्षति और इनेमल का क्षरण हो सकता है, जो दाँतो को संवेदनशील (झनझनाहट) बना सकता हैं।[४]
- यदि आप इलेक्ट्रिक टूथब्रश का प्रयोग कर रहे हैं तो उसे स्वयं कार्य करने दें अपनी तरफ़ से अतिरिक्त दबाव न डालें।
- ब्रश करने की सही तकनीक इस्तेमाल करें:[५] हो सकता है कि आपको लगता है कि आप सही तरीके से ब्रश कर रहे हों या करना जानते है लेकिन ब्रश करने के तरीको में सदैव एक सही और एक गलत तरीका होता है।
- अपने ब्रश को 45° के कोण पर मसूड़ो की रेखा में रखें।
- आपके ब्रश चलाने की दिशा दाँतो की लंबाई के अनुसार रखें।
- ब्रश हमेशा धीरे लेकिन दृढ़ता से करे।
- बहुत ज्यादा जोर डालने से दाँतों का इनेमल निकल सकता है जिस से मसूड़ो को भी क्षति हो सकती है।
- अपने दाँतों की अन्दरूनी सतह को ऊपर से नीचे की दिशा में साफ करें।
- अपनी जीभ की सतह को साफ करना न भूलें।
- अपने टूथब्रश को नियमित अंतराल पर बदलते रहें: इस्तेमाल के साथ साथ टूथब्रश के ब्रिसल्स का प्रभाव कम होता जाता हैं और वे आपके मुँह में पाये जाने वाले कई तरह के बैक्टीरिया (bacteria) का घर भी बन जाते हैं, इसलिये इन्हें नियमित अंतराल पर बदलना आवश्यक हो जाता है। डेंटिस्ट आपके टूथब्रश को हर 3 से 4 माह मे बदलने की सलाह देते हैं।[६]
संपादन करेंफ्लॉस (floss) करना
- आप किसी भी प्रकार के फ्लॉस का उपयोग कर सकते हैं: किसी भी नॉर्मल स्टोर या दाँतों से सम्बन्धित उत्पादों की दुकान पर आपको फ्लॉस की व्यापक किस्मे मिल जायेगी। नायलॉन से लेकर मोनो फिलामेन्ट (mono filament) तक, स्वाद रहित से लेकर मिन्ट (mint) या पुदीने के फ्लेवर वाले, इन सभी तरह के फ्लॉस में कोई विशेष अंतर नहीँ होता है। इनमें से जो भी आपको सुविधाजनक लगे आप उसका इस्तेमाल कर सकते हैं, आप किस तरह के फ्लॉस का प्रयोग करते हैं इस से अधिक यह महत्वपूर्ण है कि आप इसका नियमित इस्तेमाल कर रहे हैं।[७]
- दिन में कम से कम एक बार फ्लॉस करें: फ्लॉस करना कभी-कभी असुविधाजनक लग सकता है, पर डेंटिस्ट किसी विशेष वजह से इसकी सलाह देते हैं। कुछ तो ये भी कहते हैं कि मसूड़ो और दाँतों को स्वस्थ रखने के लिये फ्लॉस करना ब्रश करने से भी अधिक आवश्यक है।[८]
- फ्लॉस करने की सही तकनीक का इस्तेमाल करें: इंडियन डेंटल असोसिएशन ने कुछ विशिष्ट निर्देश दिये हैं कि कैसे फ्लॉस करने की तकनीक में सुधार लाया जाये।[११]
- करीब 18 इंच के फ्लॉस का प्रयोग करें: इसे अपने दोनो हाथों की बीच वाली उँगली या मध्यमा ऊँगली पर घुमाकर कस कर बांधें।
- ध्यान रहे कि इससे आपकी उँगलियों मे रक्त प्रवाह ना रुके फ्लॉस के दौरान आवश्यकतानुसार इसे दोबारा खोल या बाँध सकते हैं।
- फ्लॉस को स्थिर रखने के लिये इसे अपने अँगूठे और तर्जनी के बीच एक चुटकी के बीच रखें।
- फ्लॉस को अपने दाँतों के बीच आराम से पीछे और आगे करें और इसे हमेशा मसूड़ो से ऊपर रखें।
- फ्लॉस को अपने मसूड़ो पर जोर से ना घिसे इससे दर्द हो सकता है और मसूड़ो को नुकसान भी हो सकता है।
- दाँतों के किनारों पर फ्लॉस को "C"आकृति में मोड़ दें।
- अब आराम से दाँतों की लंबाई की दिशा में फ्लॉस को धीमी गति से ऊपर और नीचे करें।
- प्रत्येक दाँत को फ्लॉस करें और इसमे अपने मुँह के पिछले हिस्से के उन दाँतों को भी शामिल करें जहाँ तक पहुँच पाना काफी कठिन होता हैं।
- खून आने पर पर भी फ्लॉस करें:[१२] अगर आप नियमित रूप से फ्लॉस नहीँ करते हैं तो शुरुआत में आपको अपने फ्लॉस पर कुछ खून दिख सकता है पर इसे फ्लॉसिंग बँद करने का संकेत न समझें। आपके मसूड़ो से खून इसलिये आ रहा क्योंकि आप फ्लॉस नहीँ करते। लगातार प्रतिदिन फ्लॉस करने से खून आना बँद हो जायेगा और यह आपके मसूड़ो की सेहत मे सुधार लायेगा ना कि उन्हें नुकसान पहुँचायेगा।
संपादन करेंमाउथवॉश का इस्तेमाल करना
- सही माउथवॉश खरीदें: माउथवॉश एक महत्वपूर्ण उत्पाद है क्योंकि ब्रश करने और फ्लॉस करने का मुख्य लक्ष्य केवल आपके दाँत और मसूड़े हैं और माउथवॉश बाकी के मुँह कि देखभाल करता है- जीभ, गाल और दूसरी सतहे जिनकी सफाई मसूड़ो की सेहत को बनाये रखने के लिये ज़रूरी है।[१३] ऐसे माउथवॉश का प्रयोग करें जिसकी पेकेजिंग पर इंडियन डेंटल एसोसिएशन की मान्यता की मुहर हो।
- कॉस्मेटिक (cosmetic) माउथवॉश केवल सांसों की अस्थाई ताजगी के लिये बनाये गये होते है, उनकी जगह मेडिकेटेड माउथवॉश का इस्तेमाल करे जिन्हें विशेषकर मसूड़ो के अच्छे स्वास्थ्य के लिये बनाया जाता है।[१४]
- एल्कोहल युक्त माउथवॉश का प्रयोग करने से बचें, इसके इस्तेमाल के कारण आपकी त्वचा सूख सकती है, और कुछ समय पश्चात यह घाव का कारण बन सकता है।
- अपना माउथवॉश खुद बनायें: रिसर्च बताती हैं कि हल्दी मसूड़ो की सूजन के इलाज के लिये मेडिकल से खरीदी जाने वाले माउथवॉश (मेडिकेटेड) के समान ही अच्छी होती है।[१५]
- माउथवॉश इस्तेमाल करने की सही तकनीक का इस्तेमाल करें: पेकेजिंग पर सही निर्देश पढकर उसी के अनुसार इस्तेमाल करे क्योंकि अलग अलग नुस्ख़ों से बनाये गये माउथवॉश में अलग अलग निर्देश होते हैं कि इन्हें कितनी देर के लिये मुँह मे रखा जाना चाहिए और क्या आपको इनमें पानी मिलाना चाहिये या नहीँ।
- अगर पेकेजिंग पर पानी मिलाने को कहा गया हो तो दिये हुए निर्देशों के अनुसार ऐसा करें हमेशा हल्के गर्म पानी का इस्तेमाल करें।
- इसे अपने मुँह में भरें और मुँह मे चारों तरफ़ 30 से 60 सेकण्ड तक जोर से हिलायेँ।
- माउथवॉश से अगले 30 से 60 सेकण्ड तक गरारे या गार्गल (gargle) करें।
- अब माउथवॉश को सिंक में थूक दें।
- मुँह को पानी से धोएं।
- ब्रश के तुरंत बाद माउथवॉश का प्रयोग ना करें: माउथवॉश से कुल्ला करना ब्रश करने से होने वाले कुछ फायदों को कम कर सकता है। बेहतरीन परिणामों के लिये माउथवॉश को ब्रश करने से पहले या ब्रश करने के आधे घंटे बाद इस्तेमाल करें।
संपादन करेंप्रोफेशनल हेल्प लें
- किसी डेंटिस्ट (दंत चिकित्सक) से नियमित रुप से मिलें:[१८] उस समय भी जब आप घर पर दाँतों कि स्वच्छता का पूरा ध्यान रख रहे है, कुछ चीजें जैसे कि प्लाक (plaque) को हटाना घर पर संभव नहीं है। आपको निश्चित रुप से एक डेंटिस्ट जिसके पास प्रोफेशनल इंस्ट्रूमेंट हों को अपने दाँत और मसूड़ो के स्वास्थ्य की जांच करवानी होगी।
- आपको कब डेंटिस्ट से मिलना चाहिये यह आपकी व्यक्तिगत आवश्यकताओं पर निर्भर करता है, पर आपको साल में कम से कम एक बार अपने मसूड़ो की जाँच करानी चहिये।
- आपका डेंटिस्ट आपको सलाह देगा कि आपको अगले चेकअप के लिये कब वापस आना हैं।
- अगर आपकी स्थिति के अनुसार आवश्यकता हो तो तुरंत सावधानी बरतें: बहुत सी ऐसी समस्यायें हैं जिनके लिये आपको तुरंत पेशेवर मदद लेनी चाहिये, मसूड़ो की बिमारियों के प्रमुख लक्षण निम्न हैं-[१९]
- मसूड़ो में लालिमा अथवा सूजन।
- फ्लॉस करने की शुरुआत के अतिरिक्त खून का आना।
- ढीले दाँत।
- मसूड़ो का क्षरण या दांत से अलग होना।
- साँस में बदबू आना या मुँह में खराब स्वाद रहना।
- एक अच्छा डेंटिस्ट खोजें: इंडियन डेंटल एसोसिएशन एक सर्च टूल मुहैया कराता है। जहाँ से आप अपने एरिया के इंडियन डेंटल एसोसिएशन से जुड़े डेंटिस्ट की जानकारी ले सकते हैं।[२०] वे आपके क्षेत्र में सम्मानित डेंटिस्ट को ढूँढ़ने के लिये निम्नलिखित क़दम लेने कि सलाह भी देते हैं।
- दोस्तों परिवार और साथ काम करने वालों से सलाह लें।
- अपने चिकित्सक से सलाह लें।
- अगर आप कहीँ अन्यत्र शिफ्ट हो रहे हैं तो अपने पुराने डेंटिस्ट या उसके स्टाफ से अपने नये क्षेत्र के किसी सम्मानित डेंटिस्ट के बारे में जानकारी लें।
- जानें कि कौन सा डेंटिस्ट आपके हेल्थकेयर नेटवर्क मे है: अपनी इंश्योरेंस कम्पनी की वेबसाइट पर जायें या उनकी हेल्पलाइन पर कॉल करके पता करें कि कौन सा डेंटिस्ट आपके इंश्योरंस को स्वीकार करता है। अगर आपका मन किसी विशेष डेंटिस्ट की तरफ़ है, तो डेंटिस्ट के कार्यालय से बात करना इंश्योरंस कम्पनी से बात करने से ज्यादा आसान होगा अपने डेंटिस्ट से आपको अपवाद स्वरूप मरीज के रूप में लेने को कहें।
- अपने क्षेत्र के कम शुल्क वाले डेंटिस्ट को खोजें: यदि आपके पास स्वास्थ्य बीमा नहीँ है तो आप किसी कम शुल्क वाले डेंटिस्ट की आपके क्षेत्र में तलाश करें या अगर आपका बीमा डेंटल जाँच स्वीकार नहीँ करता तो भी आप कम खर्च वाले विकल्पों की तलाश करें। सबसे सुरक्षित और सम्मानित विकल्प है कि आप किसी ऐसे क्लिनिक की तलाश करें जो किसी डेंटल स्कूल से सम्बद्ध हो। ऐसे क्लीनिक अक्सर 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को मुफ्त सेवा प्रदान करते हैंl साथ ही वयस्कों के लिये भी कम शुल्क पर सेवा उपलब्ध कराते हैं।
- किसी डेंटल स्कूल क्लिनिक का पता लगाने के लिये अपने राज्य की डेंटल एसोसीयेशन वेबसाइट देखें।
संपादन करेंसलाह
- मसूड़ो में अतिरिक्त मेलेनिन पिगमेंटेशन (melenin pigmentation) हो जाने के कारण कुछ लोगों के मसूड़े गहरे या काले रंग के हो सकते हैं। ऐसा अक्सर अफ्रीकन या अन्य काली त्वचा वाले लोगों के साथ होता है, लेकिन दरअसल यह किसी के साथ भी हो सकता है। ऐसा होने में कुछ भी गलत नहीँ है, बस अपने मुँह के स्वास्थ्य को बनाये रखें।
- यदि आपको लगता है कि आपके मसूड़े मेलेनीन की वज़ह से काले हैं तो किसी पिरियोडोन्टिस्ट/बच्चों के दंत चिकित्सक (periodontist) को दिखाये, कुछ पिरियोडोन्टिस्ट (periodontist) एक क्रियाविधि का इस्तेमाल करते है, जिसे 'गम मेलेनिन डीपिगमेंटेशन (melenin depigmentation)' या 'गम ब्लीचिंग (gum bleaching)' के नाम से भी जाना जाता है। इसमें एक लेज़र की सहायता से मेलेनीन (melenin) को स्थायी रुप से हटाया जाता है, जिससे मसूड़े गुलाबी हो जाते हैं।
- इन सभी चरणों का पालन करें। यदि आपने मसूड़ो के स्वास्थ्य पर ध्यान देना कुछ समय के लिए बंद कर दिया है तो चिंता की कोई बात नहीं, लेकिन इसकी वज़ह से रुकिये मत पुनः शुरू करें।
संपादन करेंचेतावनी
- बहुत जोर से ब्रश ना करें इससे आप के मसूड़े छिल जायेंगे और लाल हो जायेंगे जिसके कारण दर्द होगा और खून भी निकल सकता है। तिरछे या गलत तकनीक से ब्रश से आपके दाँतों के बीच बनने वाली जगह को रोकने मे असफल हो सकते है, और यह दाँतों और मसूड़ो दोनो के लिये अच्छा नहीं होता हैं। धीमी गति से ब्रश करना चबाने की क्रिया का सबसे बढिया अनुकरण है और प्रकृति आपको स्वस्थ गुलाबी मसूड़ो का उपहार देगी।
- अपना टूथब्रश किसी और के साथ साँझा न करें, कभी बहुत अधिक आवश्यकता होने पर ठीक है, लेकिन इसकी आदत ना बनायें।
संपादन करेंस्रोत और उद्धरण
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