हीमोरहायड्स (hemorrhoids) या पाइल्स (piles), प्रेग्नेंसी, अल्प खुराक, मल त्याग के लिये अत्यधिक ज़ोर लगाने या बार-बार कब्ज होने से हो सकता है।[१] पाइल्स मूलतः वेरिकोज़ वेन्स होते हैं जो रेक्टम या एनस में दबाव पड़ने के कारण बनते हैं। वे अक्सर फूल जाते हैं, उनमे से खून निकलता है और चुनचुनाहट होती है जो असुविधाजनक होता है और उसका प्रबंधन भी मुश्किल होता है। पाइल्स आमतौर पर गंभीर हालत नहीं पैदा करता है लेकिन ऐसे लोग, जो रक्त पतला करने की दावा लेते हैं या जिन्हें सिरोसिस ऑफ लिवर होता है, उन्हें लंबे समय तक और अत्यधिक रक्त स्राव बर्दाश्त करना पड़ता है। [२] सौभाज्ञवश पाइल्स से छुटकारा पाने के और लौट कर आने से रोकने के बहुत से तरीके हैं।
संपादन करेंचरण
संपादन करेंपाइल्स का घर पर इलाज़
- सिट्ज़ (sitz) बाथ लें: सिट्ज़ बाथ एक ऐसी तकनीक है जिसमें आप अपने हिप्स और बटक्स को गरम पानी में देर तक डुबोते हैं। सिट्ज़ बाथ की बाष्पित गर्मी पाइल्स को सुकून देता है और दर्दनाक/ चुनचुनाहट भरे अनुभूति में आराम पहुंचाता है। [३]
- गीले टॉयलेट पेपर का प्रयोग करें: यदि आपको पाइल्स है तो सूखे टॉयलेट पेपर के प्रयोग से पहले से ही फूले और सूजे हुए वेन्स में स्क्रैच पड़ सकता है और वह फट भी सकता है। टॉयलेट पेपर के बजाय अन-सेंटेड बेबी वाइप्स या फ्लशेबल वाइप्स का प्रयोग करें। [६]
- सुनिश्चित करें कि जो वाइप्स आप प्रयोग कर रहे हैं उनमें कोई गंध या एल्कोहल न हो क्योंकि वे पाइल्स में चुनचुनाहट पैदा कर सकते हैं। [७]
- टॉपिकल मेडिकेशन लगायेँ: बिना पर्चे के मिलने वाली बहुत से टॉपिकल मेडिकेशन होते हैं जो पाइल्स के इलाज़ के लिये होते हैं ; इनमें क्रीम, ओयंटमेंट्स, मेडिकेटेड वाइप्स और सपोजिटरीज़ शामिल हैं। [८]
- अधिकांश टॉपिकल मेडिकेशन में विच-हेजेल या हाइड्रोकार्टिकोसोन होता है जो पाइल्स के दर्द और इचिंग में राहत पहुंचाने में मदद कर सकता है। [९]
- अन्य टॉपिकल मेडिकेशन में स्टेरायड्स, अनेस्थेटिक्स, ऐस्ट्रिन्जेंट्स और एंटीसेप्टिक होते हैं। [१०]
- बिना पर्चे के मिलने वाले टॉपिकल्स का प्रयोग, डाक्टर के सलाह के बिना, एक सप्ताह से अधिक न करें। [११]
- बिना पर्चे के मिलने वाले दर्द निवारक दवाओं को लें: पाइल्स के बहुत से मरीजों को दर्द होता है विशेषकर मल त्याग के समय। यदि आपको पाइल्स की वजह से दर्द हो रहा है तो बिना पर्चे के मिलने वाले दर्द निवारक दवायेँ जैसे कि एसिटामिनोफेन (acetaminophen) या आईब्यूप्रोफेन (ibuprofen) टॉपिकल्स के साथ लें। .[१२]
- बच्चों और टीनेजर्स को ऐस्प्रिन न दें। ऐस्प्रिन का संबंध बच्चों और किशोरों में होने वाले एक बेहद कम पाये जाने वाले परंतु गंभीर बीमारी रेज़ (Reye's) सिंड्रोम के साथ जोड़ा गया है। रेज़ (Reye's) सिंड्रोम, लिवर और ब्रेन में सूजन उत्पन्न करता है जो प्राणघातक हो सकता है। [१३]
- कोल्ड कम्प्रेस लगाएँ: चूंकि पाइल्स, वेन्स के फूलने और सूजने के कारण होता है इसलिए आइस पैक या कोल्ड कम्प्रेस पाइल्स में रक्त प्रवाह को धीमा करके सूजन में आराम पहुंचा सकता है। [१४] त्वरित राहत के लिए आइस पैक या कोल्ड कम्प्रेस को एक प्लास्टिक के सैंडविच बैग में सील करके पाइल्स पर लगाएँ। [१५]
- आइस पैक या कोल्ड कम्प्रेस को एक बार में 20 मिनट से ज्यादा देर के लिए मत लगायेँ। आइस पैक को आवश्यकतानुसार कम से कम 10 मिनट बाद, पहला वाला हटाकर दूसरा वाला लगायें। [१६]
- स्वच्छता अपनायें: पाइल्स के देख-भाल के लिए आप जो सबसे उत्तम काम कर सकते हैं वह है एनल एरिया को स्वच्छ रखना। प्रतिदिन स्नान करें और गुनगुने पानी की धार से एनस के आस-पास की त्वचा की सफाई करें। इस कार्य को आप साबुन लगाकर या उसके बिना भी कर सकते हैं क्योंकि साबुन उस जगह की त्वचा में चुनचुनाहट पैदा कर सकता है। [१७]
संपादन करेंचिकित्सीय सहायता प्राप्त करना
- यह जानें कि डाक्टर से कब मिलना है: पाइल्स आमतौर पर हानिरहित होते हैं और उनका इलाज़ बेहद आसान होता है। फिर भी कुछ लोगों में ये जटिलता का कारण बन सकते हैं। यदि आपको पाइल्स के कारण दर्द का अनुभव हो रहा हो या बिना पर्चे की दवा के प्रयोग से एक सप्ताह में कोई सुधार न हो तो तुरंत डाक्टर से मिलें।[१८]
- पुराने पाइल्स में से लंबे समय तक रक्त स्राव के कारण कुछ लोगों को एनीमिया हो सकता है। रक्त में लाल कणिकाओं के घटने के कारण एनीमिया होता है जो आपके शरीर के कोशिकाओं में ऑक्सीज़न पहुंचाने की क्षमता को बाधित करता है। कमजोरी और लगातार थकान महसूस होना एनीमिया के लक्षण हैं। .[१९]
- यदि आपके शरीर के रक्त प्रवाह को पाइल्स में जाने से अचानक रोक दिया जाये तो इससे एक ऐसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है जिसे स्ट्रैंगुलेटेड पाइल्स कहते हैं। ये अत्यंत दर्दनाक होते हैं और इनके कारण टिशूज की मृत्यु होने लगती है और गैंगरीन हो सकता है। [२०]
- सर्जरी रहित उपचार के विकल्प आजमायेँ: बहुत से सर्जरी रहित विकल्प हैं जो आपका डाक्टर आपको बता सकता है। ये विकल्प आमतौर पर सुरक्षित और प्रभावी तो होते ही हैं और अल्पतम छेड़-छाड़ के साथ बिना भर्ती किए ही किये जा सकते हैं। [२१]
- रबर बैंड लिगेशन – इस अल्पतम छेड़-छाड़ वाली विधि में पाइल्स में रक्त प्रवाह को कम करने के लिए अत्यंत छोटे-छोटे रबर बैंड्स प्रयोग में लाये जाते हैं। आपका डाक्टर इन बैंड्स को पाइल्स के जड़ में लगा देगा जिससे एक सप्ताह में पाइल्स सूख कर झड़ जाते हैं। [२२]
- स्क्लेरोथेरेपी इंजेक्शन – इस विधि में एक केमिकल इंजेक्शन सूजे हुए टिशूज में लगाया जाता है। इससे पाइल्स सिकुड़ जाते हैं जिससे दर्द और सूजन कम हो जाता है। इंजेक्शन से दर्द तो कम होता है परंतु रबर बैंड विधि की तुलना में कम प्रभावी होता है। [२३]
- कोआगुलेशन (Coagulation) – इस तकनीक में लेजर या इन्फ्रा-रेड लाइट या बाई-पोलर हीट ट्रीटमेंट का प्रयोग किया जाता है जिससे सूजे हुए पाइल्स सूख कर कड़े हो जाते हैं। कोआगुलेशन के बहुत कम साइड इफ़ेक्ट्स होते हैं लेकिन रबर बैंड लिगेशन की तुलना में इसमें दुबारा पाइल्स होने का सम्भावना ज्यादा होती है। [२४]
- सर्जरी करवायेँ: कुछ मामलों में नान-सर्जिकल विधियों से पाइल्स ठीक नहीं हो पाते हैं। यदि आपको अन्य विधियों से लाभ न हो या आपके पाइल्स ज्यादा बड़े हों तो आपका डाक्टर पाइल्स को निकालने के लिए सर्जरी की सलाह दे सकते हैं। [२५] विभिन्न प्रकार के सर्जिकल विकल्प उपलब्ध हैं जिन्हें, इस बात पर निर्भर करते हुए कि कौन सी सर्जिकल तकनीक प्रयोग में लायी जानी है और आपके पाइल्स कितने गंभीर अवस्था में हैं, अस्पताल में भर्ती करके या बिना भर्ती किये हुए ही किया जा सकता है। सर्जरी में लंबे समय तक रक्त-स्राव, संक्रमण, तथा मल के चूते रहने के जोखिम तो होते हैं परंतु लंबे समय तक इसमें विपरीत प्रभाव कभी ही कभी होता है। [२६]
- हीमोरहायडेक्टोमी (Hemorrhoidectomy) – इस विधि में पाइल्स और उसके आस-पास के टिशूज को सर्जरी के द्वारा निकाल दिया जाता है। जब कोई अन्य विधि काम न करे तो पाइल्स से छुटकारा पाने के लिए हीमोरहायडेक्टोमी सबसे प्रभावी तरीका होता है। [२७]
- स्टेपल्ड हीमोरहायडेक्टोमी / हीमोरहायडोप्लेक्सी – इस विधि में सर्जरी द्वारा पाइल्स को स्टेपल करके प्रभावित क्षेत्र में रक्त प्रवाह को रोक दिया जाता है। हीमोरहायडेक्टोमी की तुलना में यह विधि कम दर्दनाक होती है परंतु अक्सर इसमें पाइल्स के दुबारा हो जाने की सम्भावना ज्यादा होती है और साथ ही रेक्टल प्रोलैप्स भी हो सकता है। .[२८]
संपादन करेंपाइल्स को दुबारा होने से रोकना
- मल त्याग के लिए ज़ोर न लगायेँ: पाइल्स होने के बहुत से कारणों में से एक है मल त्याग के लिए अत्यधिक ज़ोर लगाना। ऐसा, कब्ज़, पुराने डायरिया के साथ पाचन दोष जैसे इरिटेबल बावेल सिंड्रोम और क्रोह्न्स डिजीज (Crohn's disease) के कारण होता है। [२९] पढ़ने या मोबाइल पर गेम खेलने के लिए टॉयलेट सीट पर लंबे समय तक बैठने के कारण भी यह हो सकता है। [३०]
- महसूस होते ही टॉयलेट जायें: यदि आपको पाइल्स होने की सम्भावना अधिक हो तो यह बहुत महत्वपूर्ण है कि आपको जैसे ही महसूस हो आप तुरंत टॉयलेट जायें। समय से टॉयलेट न जाने से या ज्यादा तेज महसूस करने का इंतजार करने से कब्ज़ हो सकता है और मल त्याग में तकलीफ भी हो सकती है और इन सब की वजह से पाइल्स हो सकते हैं या अगर पहले से ही हैं तो उनमें तकलीफ बढ़ सकती है। [३३]
- अपना आहार बदलें: यदि आपको अक्सर पाइल्स हो जाते हैं तो अपने आहार में बदलाव लाकर आप भविष्य में पाइल्स को दुबारा होने से रोक सकते हैं। उचित भोजन करने से और हानिकारक भोजन/पेय से परहेज करने से आपके बावेल मूवमेंट्स नियमित हो सकते हैं और कब्ज़ होने की सम्भावना को कम कर सकते हैं।
- अपने आहार में फाइबर शामिल करें। फाइबर के अच्छे श्रोतों में फल, सब्जियाँ होल-ह्वीट पास्ता और ब्रेड, होल-ग्रेन राइस, बीज, नट्स और ओट्स शामिल हैं। [३४]
- कोई फाइबर सप्लीमेंट लें। फाइबर सप्लीमेंट के अच्छे श्रोतों में साइलियम हस्क (psyllium husk), ह्वीट डेक्सट्रिन (wheat dextrin) और मेथाइल सेल्यूलोज़ (methylcellulose) शामिल हैं। इन सप्लीमेंट्स को प्रतिदिन लेने से आप 20 से 30 ग्राम फाइबर रोज प्राप्त कर सकते हैं। [३५]
- हाइड्रेटेड बने रहें। प्रतिदिन पानी की पर्याप्त मात्र लेने से आपको अपने बावेल मूवमेंट्स को नियमित करने में और कब्ज़ होने की सम्भावना को कम करने में सहायता मिल सकती है। [३६] प्रतिदिन 6 से 8 गिलास पानी पियेँ। [३७]
- कैफीन और एल्कोहल से परहेज करें क्योंकि ये आपके बावेल मूवमेंट्स को दुष्प्रभावित करते हैं। [३८]
- स्टूल साफ्टेनर (stool softener) लें। एक बड़ा चम्मच (14.79 मिली) ऑयल को किसी मुलायम खाद्य पदार्थ जैसे कि सेब का सॉस या दही आदि में मिलाकर आप खुद ही एक स्टूल साफ्टेनर बना सकते हैं। इसे अपने किसी एक मुख्य भोजन के साथ लें परंतु ज्यादा लंबे समय तक नहीं। [३९]
- व्यायाम करें और वज़न घटायेँ: जरूरत से ज्यादा वज़न होने से आपके वेन्स पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है जिससे यह पाइल्स पैदा करने का सबसे बड़ा कारण बन सकता है। [४०] शारीरिक सक्रियता स्वयं भी कब्ज के प्रभाव में कमी लाता है। [४१]
- वैकल्पिक दवा लें: यद्यपि मेडिकल ट्रीटमेंट सबसे अधिक प्रभावी होता है तथापि कुछ हर्बल या विटामिन ट्रीटमेंट भी राहत देने में सहायक होते हैं। आम वैकल्पिक ट्रीटमेंट में निम्नलिखित शामिल हैं:
संपादन करेंसलाह
- अफीम युक्त दर्द निवारक दवायेँ जैसे कि विकोडिन (vicodin), कोडीन (codeine), आक्सी (oxy) आदि कब्ज पैदा कर सकते हैं और परिणामस्वरूप पाइल्स का कारण बन सकते हैं। इसलिए यदि इनमे से कोई दावा लेनी ही पड़े तो साथ में स्टूल सोफ़्टेनर और कुछ ऐसी चीज जैसे कि मिरालेक्स अवश्य लें।
- प्रेग्नेनेसी के दौरान और बच्चा पैदा होने के बाद पाइल्स होना बहुत ही आम बात है। इसलिए बिना डाक्टर के सलाह के प्रेग्नेंसी के दौरान कोई दवा न लें ताकि दवा का कोई दुष्प्रभाव न झेलना पड़े।
संपादन करेंचेतावनी
- कुछ लोग, पाइल्स के इलाज़ के लिए इस्तेमाल किये जाने वाले क्रीम में उपस्थित एस्ट्रिनजेन्ट्स (astringents) और एनलजेसिक (analgesics) के प्रति, संवेदनशील होते हैं इसलिए उन्हें इस मामले में सावधानी बरतनी चाहिए।
- यदि मल में रक्त दिखाई दे तो डाक्टर से मिलें। पाइल्स के कारण मल में रक्त हो सकता है परंतु ये किसी बेहद गंभीर बीमारी जैसे कि कोलन का कैंसर, का संकेत भी हो सकता है।
- यदि आपको किसी दवा से एलर्जी हो जाये या हालत और बिगड़ जाये तो अपने डाक्टर से मिलें। इससे आपका ट्रीटमेंट प्लान बदल सकता है।
- यदि आपको पाइल्स के कारण इतना दर्द हो जाये कि आप मल त्याग न कर पाएँ तो तुरंत अपने डाक्टर से मिलें। .
संपादन करेंचीजें जिनकी आपको आवश्यकता होगी
- स्टूल साफ़्टेनर
- बेबी वाइप या फ़्लशेबल वाइप्स
- सिट्ज़ बाथ
- विच हेजेल पैड्स
- वासोकन्स्ट्रिक्टर आयंटमेंट्स
- चुनचुनाहट के लिए लिडोकेन (lidocaine) और हाइड्रोकार्टिसोन (hydrocortisone) युक्त क्रीम
- एसिटामिनोफेन (Acetaminophen) या आइब्यूप्रोफेन (ibuprofen)
- फाइबर या फाइबर सपलीमेंट युक्त भोजन
- पानी
- विटामिन ई
- साइलियम सीड हस्क्स (Psyllium seed husks)
- शाहबलूत (Chestnut) या एलो आयल्स (aloe oils)
- एलोवेरा जेल या एलोवेरा द्रव
संपादन करेंस्रोत और उद्धरण
Cite error <ref>
tags exist, but no <references/>
tag was found
- $2