ब्लू स्क्रीन एरर या स्टॉप एरर को ब्लू स्क्रीन ऑफ डैथ (बीएसओडी) के नाम से भी जाना जाता है। यह एरर मैसेज कभी भी साफ-साफ नहीं बताता कि दिक्कत क्या है, और अचानक क्यों दिखता है। ब्लू स्क्रीन ऑफ डैथ की समस्या को कैसे पहचान कर गलती को ठीक किया जा सकता है यह जानने के लिए आगे दिये गए गाइड को देखें।
संपादन करेंचरण
संपादन करेंगड़बड़ी को खोजना
- यह निश्चित करना कि क्या हाल-फिलहाल में कुछ बदला गया है: ब्लू स्क्रीन आने का सबसे सामान्य कारण हाल-फिलहाल में कम्प्युटर सेटिंग्स या हार्डवेयर का बदला जाना है। ये अक्सर नए ड्राईवर को डाला जाने या अपडेट होने से जुड़ा हो सकता है। ड्राईवर वे सॉफ्टवेयर होते है जो आपके हार्डवेयर को विंडोज के साथ बात-चीत करने में या सूचना आदान-प्रदान करने में मदद करते है।
- हार्डवेयर को कान्फ़ीगर करने के असंख्य तरीके हो सकते हैं, और ड्राईवर को सभी मौजूदा सेटप के साथ टेस्ट नहीं किया जा सकता। इसका मतलब जब कभी ड्राईवर को इन्स्टाल किया जाता है तो जब हार्डवेयर के साथ कम्यूनिकेट करना हो, क्रिटिकल एरर पैदा हो सकता है।
- अपने कम्प्युटर के हार्डवेयर को चेक करें | कभी-कभी कम्प्युटर के अंदर का ढीला कनैक्शन ब्लू स्क्रीन पैदा कर सकता है। कम्प्युटर केस को खोले और देखे कि सभी तार ठीक से लगे हैं और प्रत्येक कार्ड अपने सॉकेट में ठीक से बैठा हो।
- लैपटाप के लिए यह करना कठिन होता है। आप हार्ड ड्राइव और रैम को चेक कर सकते हैं कि वो ठीक से लगे हैं। फिलिप्स स्क्रू ड्राईवर से पीछे के पैनल को हटाये, जिससे हार्ड ड्राइव और रैम ढँका हुआ हो। कोम्पोनेंट्स को ठीक से दबाकर उनके कनैक्शन में बैठा दें।
- अपने कम्प्युटर के तापमान को चेक करें: अधिक गर्मी हार्डवेयर को खराब कर सकता है। सबसे अधिक गरम होने वाल सामान है ग्राफिक्स कार्ड। उसके बाद सीपीयू दूसरे नंबर पर है।
- आप बायोस के मैन्यू में तापमान को चेक कर सकते है या सॉफ्टवेयर के द्वारा विंडोज में।
- अपने रैम को चेक करें: साधारणतः सिस्टम को बंद करने में एक खराब रैम सबसे अधिक दोषी होता है। जब रैम काम करना बंद कर देता है तो यह सिस्टम को अनियंत्रित कर देता है। आप अपने रैम को एक प्रोग्राम से चेक कर सकते हैं, जिसे “मेमटेस्ट86” कहते हैं। यह प्रोग्राम मुफ्त में ऑनलाइन उपलब्ध है, और इसे बूटेबल (bootable) सीडी में डालकर रन करें ।
- अपने कम्प्युटर को री-बूट कर प्रोग्राम को चलायें: मेमटेस्ट सॉफ्टवेयर अपने आप आपके कम्प्युटर के रैम को टेस्ट करना शुरू करेगा। इसे पूरा करने में कुछ समय लगता है। अच्छे परिणाम के लिए सभी टेस्ट को पूरा होने दें। मेमटेस्ट लंबे समय तक चलेगा, जबतक कि आप उसे बंद नहीं करते।
- अपने हार्ड ड्राइव को टेस्ट करें: अपने हार्ड ड्राइव की गड़बड़ी को स्कैन और ठीक करने के लिए “सीएचकेडीएसके” फंकशन को रन करें। एक खराब हो रहे हार्ड ड्राइव में मौजूद करप्ट फ़ाइल के कारण ब्लू स्क्रीन आ सकता है। “सीएचकेडीएसके” को रन करने के लिए माई कम्प्युटर/ कम्प्युटर के अंदर जिस ड्राइव को स्कैन करना है उस ड्राइव पर राइट क्लिक कर प्रॉपर्टीज चुनें।
- प्रॉपर्टीज स्क्रीन से टूल टैब को सेलेक्ट करें।
- अब एरर चेकिंग सेक्शन पर क्लिक करें। आपका कम्प्युटर रिस्टार्ट करने को कहेगा, जिससे कि स्कैन हो पाये।
- कम्प्युटर की आवश्यक चीजों को छोडकर बाकी को हटाना: ब्लू स्क्रीन से निपटने का एक तरीका है कि पीसी के रन करने के लिए आवश्यक चीजों को छोडकर बाकी सभी को एक-एक कर हटा दिया जाये। इस तरीके से अगर एरर खत्म हो जाता है, तो आप समझ जाएंगे कि वह कौन सा पीस है जिसको आपने हटाया।
- एक डेस्कटॉप कम्प्युटर को मदरबोर्ड, सीपीयू, एक हार्ड डिस्क, पावर सप्लाई, रैम और एक कीबोर्ड की आवश्यकता होती है। अपने मॉनिटर को मदरबोर्ड के मॉनिटर पोर्ट पर लगाएँ (अगर है तो) जिससे कि आप ग्राफिक्स कार्ड को निकाल सकें। बाकी सभी चीज़ें डाइग्नोस्टिक प्रोसैस के दौरान हटाये जा सकती हैं।
- यदि कम्प्युटर अब ठीक चल रह है, तो एक-एक कर उपकरणों को वापस लगाएँ, जबतक कि एरर दुबारा ना आए। इससे आप यह जान पाएंगे कि कौन सा उपकरण कम्प्युटर को बंद करवा रहा है।
- यह प्रक्रिया लैपटाप में ना करें, क्योंकि आप उसके उपकरणों को नहीं हटा सकते।
संपादन करेंक्रैश रिपोर्ट का विश्लेषण करना
- अपने कम्प्युटर को इस तरह सेट करना कि ब्लू स्क्रीन ऑफ डैथ वापस ना आए: समान्यतया ब्लू स्क्रीन के कंटैंट को जाँच-पड़ताल करने से पहले ही कम्प्युटर रिस्टार्ट हो जाता है। आपको अपने कम्प्युटर को इस तरह सेट करना होगा कि ब्लू स्क्रीन पर वह रुक जाये, ताकि आप स्क्रीन पर दिखाई गयी आवश्यक जानकारियों को कॉपी कर सकें।
- अपने सिस्टम प्रॉपर्टीज को खोलें: किसी भी संस्करण के विंडोज में विंडो+पौज/ब्रेक बटन को दबाने से सिस्टम प्रॉपर्टीज विंडो खुलेगा।
- एडवांस्ड सिस्टम सेटटिंग पर क्लिक करे। विंडोज एक्सपी में पहले से ही एडवांस्ड सिस्टम सेटटिंग खुला रहेगा।
- स्टार्टअप एंड रिकवरी सेक्शन में एडवांस्ड टैब के सेटिंग बटन को दबाएँ।
- “सिस्टम फ़ेल्युर” सेक्शन के अंदर “औटोमैटिकली रिस्टार्ट” ऑप्शन को अनचेक करे। अप्लाई टु सेव चेंजेज को क्लिक करें। अगली बार जब ब्लू स्क्रीन ऑफ डैथ आएगा तो कम्प्युटर इसे तबतक दिखाएगा जबतक कि आप सिस्टम को खुद रीबूट नहीं करते।
- अपने सिस्टम के दुबारा क्रैश होने का इंतजार करे: जब ब्लू स्क्रीन फिर से आता है तो स्क्रीन से सूचनाओं को कॉपी कर लें। इसे सर्च इंजिन में डाल कर देखे कि किस हार्डवेयर या प्रोग्राम की वजह से गड़बड़ी हो रही है।
- “इस फ़ाइल के कारण दिक्कत आ रही है”: दिखाये गए फ़ाइल का नाम नोट कर ले और उसके नीचे की सूचनाओं को भी।
- “स्टॉप”: मैसेज के बाद के दिये गए कोड को नोट करें।
संपादन करेंगड़बड़ी ठीक करना
- सेफ मोड में बूट करें: यदि ब्लू स्क्रीन के कारण विंडोज नहीं चल रहा है तो सेफ मोड में बूट कर गड़बड़ी ठीक करने का कोशिश करें। जैसे ही कम्प्युटर बूट होन शुरू हो, तुरंत एफ8 बटन को दबाएँ, जबतक कि विंडोज का बूट मेनू ना आ जाए। सेफ मोड विथ नेटवर्किंग को सिलैक्ट करें जिससे विंडोज अपनी न्यूनतम फीचरों बूट होगा। इससे आप डिवाइस मैनेजर, इंटरनेट और दूसरे सिस्टम टूल को एक्सेस कर सकते हैं।
- वाइरस स्कैन चलाना: कभी-कभी वाइरस या मालवेयर ब्लू स्क्रीन के जड़ होते हैं। पहले यह निश्चित करें कि आपके पास नवीनतम एंटिवाइरस सॉफ्टवेयर डला हुआ है, फिर पूरा सिस्टम स्कैन करें जिससे गड़बड़ी के कारण को ढूंढा जा सके।
- विंडोज का “रिपेयर इन्स्टालेशन” चलाएं: अगर विंडोज के आवश्यक फ़ाइल खराब होने की वजह से कम्प्युटर काम करना बंद दे, तो रिपेयर इन्स्टालेशन चलाया जा सकता है। इसमें कम्प्युटर में सिर्फ सिस्टम फ़ाइल कॉपी किया जाता है।
- रिपेयर इन्स्टालेशन करने के लिए, विंडोज के डिस्क से बूट करें। सेटप के मैन्यू से रिपेयर इन्स्टालेशन चुने। विंडोज पुराने विंडोज फ़ाइल को हटा कर नया डाल देगा। आपके निजी फ़ाइल गायब नहीं होंगे।
- ड्राईवर को रोलबैक करना: यदि गड़बड़ी का कारण हार्डवेयर है तो सबसे पहले आप ड्राईवर को रोलबैक करें। यह प्रक्रिया पुराने ड्राईवर सॉफ्टवेयर को डालेगा, जिससे समस्या दूर हो सकती है।
- डिवाइस मैनेजर खोलें: आप वहाँ स्टार्ट मैन्यू से या कम्प्युटर/माई कम्प्युटर पर राइट क्लिक करके जा सकते हैं। तब प्रॉपर्टीज में डिवाइस मैनेजर चुनें। विंडोज 8 में विंडो+X बटन दबाकर लिस्ट से डिवाइस मैनेजर चुनें।
- जिस हार्डवेयर को रोल बैक करना चाहते हो उसे सेलेक्ट करे। हो सकता है आपको इसे ढूँढने के लिए कैटेगरी को एक्सपैण्ड करना पड़े। आइकॉन पर राइट क्लिक करे और प्रॉपर्टीस को चुने।
- ड्राईवर टैब को क्लिक करे: रोल बॅक ड्राईवर को सेलेक्ट करें, और कन्फ़र्म करे कि आप रोल बैक करना चाह रहे हैं।
- कम्प्युटर को फिर से उपयोग करना: जब आपका ड्राईवर रोल बैक हो गया और आपका कम्प्युटर काम करना शुरू कर दे तो फ़िर कभी किसी नए संस्करण से ड्राईवर को अपडेट ना करें।
- विंडोज अपडेट को रोल बैक करना: यदि ड्राईवर को रोल बैक करने से प्रोब्लेम ठीक ना हो, तो पुराने वर्किंग इन्स्टालेशन ऑफ विंडोज पर री-स्टोर कर सकते हैं। इससे आप यह पता कर सकते हैं कि ब्लू स्क्रीन के लिए विंडोज अपडेट जिम्मेदार है या नहीं।
- सिस्टम री-स्टोर खोलें: स्टार्ट मैन्यू के सर्च बार में आप सिस्टम री-स्टोर को ढूंढ सकते हैं। प्रोग्राम को खोलें, कलेंडर से जब गड़बड़ी शुरू हुई थी उसके पहले वाले दिन को चुनें।
- यह उस दिन तक के सारे अपडेट और सेटटिंग को री-सेट करेगा, विशेषकर उस दिन तक के अपडेट को हटाकर। इसका उपयोग तब करें जब आपको यह तय करना हो कि विंडोज अपडेट के कारण गड़बड़ी शुरू हुई है।
- हार्ड डिस्क में जगह बनाना: यदि विंडोज वाले इन्स्टालेशन डिस्क में जरूरत भर जगह नहीं बचा है तो यह सिस्टम को बंद कर सकता है। अनावश्यक फ़ाइल और प्रोग्राम को हटा लें यदि आपके हार्ड डिस्क में 15% से कम खाली जगह बचा हो।
- नए अपडेट और ड्राईवर को डालना: यदि ड्राईवर को रोल बैक करने से समस्या का समाधान नहीं हो, तो नया वर्जन और अपडेट (जो पहले इन्स्टाल था) डालने से यह ठीक हो सकता है। अपने विंडोज अपडेट प्रोग्राम में देखें, कि क्या कोई नया सिस्टम या हार्डवेयर अपडेट मौजूद है।
- स्टार्ट पर क्लिक करके “विंडोज अपडेट” सर्च करें। विंडोज 8 में विंडो बटन को दबाएँ और टाइप करें “विंडोज अपडेट”।
- विंडोज को री-इन्स्टाल करना: यदि आप गड़बड़ी को ढूंढ नहीं कर पा रहे, तो विंडोज को पूरा री-इन्स्टालेशन करें। ऐसा करने से पहले यह निश्चित कर ले कि आपने सारे महत्वपूर्ण फाइलों का बैकप कर लिया है, क्योंकि आपका हार्ड ड्राइव फ़ारमैट हो जाएगा।
- यदि ब्लू स्क्रीन किसी हार्डवेयर के फ़ेल होने से शुरू हुआ है, तो विंडोज री-इन्स्टाल करने से ठीक नहीं होगा। उसके लिए उस हार्डवेयर को हटाना होगा जिससे दिक्कत हो रही है।
- खराब हार्डवेयर को बदलना: यदि ड्राईवर और अपडेट को रोल बैक करने से गड़बड़ी ठीक ना हो, तो आपको हार्डवेयर बदलना पड़ सकता है। हार्ड ड्राइव और रैम को छोड़ कर कुछ भी बदलना, लैपटाप के लिए कठिन और महंगा हो सकता है।
- यदि रैम टेस्ट में यह दिखता है कि आपका रैम में खराब मेमोरी है, तो आप रैम को जल्द से जल्द बदल दें।
- यदि आपका हार्ड डिस्क स्कैनर उसमे दोष दिखाता है तो आपको डाटा का बैकप लेकर नया ड्राइव लगा देना चाहिए। यदि उस ड्राइव में विंडोज इन्स्टाल था तो आपको विंडोज का री-इन्स्टालेशन भी करना पड़ेगा।
- यदि आपका ग्राफिक्स कार्ड खराब है, तो उसको बदलना महंगा पड़ सकता है। लैपटाप में तो ये करना असंभव ही है। डेस्कटॉप में उसके केस को खोलकर पुराने के बदले नया लगा दें।
संपादन करेंसलाह
- जब “स्टॉप” एरर आए तब सबसे पहले अपने कम्प्युटर को “इसैन्श्यल हार्डवेयर ओन्ली” से स्टार्ट कराएं। यदि कम्प्युटर सही से स्टार्ट होता है, तब हार्डवेयर ड्राईवर को री-इन्स्टाल करके या फ़र्मवेयर हो अपडेट करके ट्रबलशूट करने का कोशिश करें।
संपादन करेंचेतावनी
- “रेस्टोरिंग लास्ट नोन गुड कान्फ़िग्रेसन” या “रिपेर डायग्नोस्टिक” रन करने से पहले, अपने डेटा को सेफ मोड में जाकर एक्सटर्नल ड्राइव में बैकप कर लें।
- रजिस्ट्री या स्टार्ट-अप प्रोग्राम को ना बदलें जबतक कि आपके पास कोई टेक्निकल सहायता उपलब्ध न हो या इसके बारे में आपको पता ना हो।