माइग्रेन का सिरदर्द को किसी को भी होने वाले सबसे दुखदायी अनुभवों में से एक के रूप में जाना जाता है | इसमें लोगों को विचार, काम, आराम और जीवनयापन करने में भी परेशानी हो सकती है | आप घर पर खुद एक्यूप्रेशर कर सकते हैं या फिर किसी स्किल्ड एक्यूप्रेशरिस्ट से मदद ले सकते हैं | अगर आप दवाओ को कोई अल्टरनेटिव तलाश रहे हैं तो माइग्रेन से होने वाले सिरदर्द में राहत पाने के लिए एक्यूप्रेशर आजमायें |
संपादन करेंचरण
संपादन करेंअपने चेहरे पर एक्यूप्रेशर आजमायें
- थर्ड आई पॉइंट (third eye point) को उत्तेजित करें: हर एक्यूप्रेशर पॉइंट के कई अलग-अलग नाम होते हैं जो इनके प्राचीन उपयोग के आधार पर हैं और बहुत से नाम आधुनिक हैं जो अधिकतर शब्दों और संख्याओं के कॉम्बिनेशन हैं | थर्ड आयी पॉइंट को GV 24.5 भी कहा जाता है जो सिरदर्द और सिर के तनाव को कम करने में मदद करता है | यह पॉइंट दोनों आईब्रो के बीच पाया जाता है जहाँ नाक का सेतु (bridge) माथे से मिलता है |[१]
- इस पॉइंट को धीरे से दबाएँ लेकिन यह स्थिर दबाव एक मिनट तक बनाये रखें | आप हल्का सा प्रेशर लगा सकते हैं या इसे सर्कुलर मोशन में दबा सकते हैं | अपने लिए बेस्ट मोशन चुनें |
- ड्रिलिंग बम्बू (drilling bamboo) आजमायें: ड्रिलिंग बम्बू को ब्राइट लाइट्स पॉइंट्स या B2 भी कहा जाता है जो अधिकतर सिर के आगे वाले हिस्से में होने वाले सिरदर्द को कम करने में मदद करता है | ये प्रेशर पॉइंट्स दोनों आँखों के आन्तरिक कोनों में, पलक के बिलकुल ऊपर और आँखों को घेरने वाली हड्डी पर पाए जाते हैं |[२]
- अपनी इंडेक्स फिंगर के पोरों का इस्तेमाल करें और एक मिनट के लिए दोनों पॉइंट्स पर एक साथ प्रेशर डालें |
- अगर आप चाहें तो प्रत्येक साइड पर अलग-अलग दबाव डाल सकते हैं | लेकिन ध्यान रखें कि प्रत्येक साइड एक मिनट तक दबाव बना रहे |
- वेलकम फ्रेग्रेन्स (welcome fragrance) प्रेस करें: वेलकम फ्रेग्रेन्स को वेलकम परफ्यूम और LI20 भी कहा जाता है जो माइग्रेन और साइनस के करान होने वाले सिरदर्द में राहत देने में मदद करते हैं | यह पॉइंट प्रत्येक नासाछिद्र के बाहरी किनारे, गालों की हड्डी के बॉटम के नज़दीक पाया जाता है |[३]
- गहरा, दृढ़ दबाव डालें या सर्कुलर प्रेशर का इस्तेमाल करें | इसे एक मिनट तक करें |
संपादन करेंअपने सिर पर प्रेशर पॉइंट्स पर काम करें
- फेंग ची (Feng chi) प्रेस करें: फेंग ची को GB20 या चेतना के द्वार भी कहा जाता है, ये माइग्रेन के लिए उपयोग किये जाने वाले सबसे कॉमन प्रेशर पॉइंट हैं | GB20 कान के बिलकुल नीचे पाए जाते हैं | इस पॉइंट को खोजने के लिए, खोपड़ी (Skull) के आधार भाग पर गर्दन की साइड्स में दो खोखले हिस्से खोजें | आप अपनी अँगुलियों को एक-दूसरे में फंसाकर अपने हाथ से सिर को धीरे से ऊपर उठा सकते हैं और गर्दन के आधार वाले हिस्से पर अपने अंगूठों को इन खोखले हिस्सों में रखें |[४]
- डीप और हलके प्रेशर के साथ अंगूठों से इन पॉइंट पर दबाव डालें | यह चार से पांच मिनट तक प्रेशर बनाये रखें | अगर आपको पता है कि ये गड्ढे या खोखले हिस्से कहाँ हैं तो अपनी तर्जनी या मध्यमा अंगुली से या पोरों से इन पर मसाज करने की कोशिश करें |
- GB20 पर मसाज करते हुए रिलैक्स रहें और गहरी सांस लेते रहें |
- इस पॉइंट पर तीन मिनट तक मसाज और दबाव देते रहें |
- पॉइंट्स के साथ-साथ कनपटी पर भी काम करें: कनपटी (temple region) में पॉइंट्स का एक पूरा समूह होता है जो खोपड़ी के बाहरी कान (outer ear) के चारों ओर मुड़े (curve) रहते हैं | ये बाहरी कान के किनारे से एक अंगुल दूरी पर होते हैं | पहला पॉइंट, हेयरलाइन कर्व (hairline curve) है जो कान की ऊपरी सिरे के बिलकुल ऊपर से शुरू होता है | हर पॉइंट पिछले पॉइंट से एक अंगुल पीछे होते हैं, बस अंगुली नीचे घुमाते जाएँ और कान के पिछले हिस्से पर आ जाएँ |[५]
- सिर के दोनों साइड्स हर पॉइंट पर प्रेशर डालें | आप एक मिनट तक प्रेशर या सर्कुलर प्रेशर का इस्तेमाल कर सकते हैं | बेहतर परिणाम पाने के लिए पिछले पॉइंट पर प्रेशर डालने के तुरंत बाद अगले पॉइंट को उत्तेजित करें |
- सामने से पीछे की ओर जाने वाले ये प्रेशर पॉइंट्स हैं; हेयरलाइन कर्व (hairline curve), वैली लीड (valley lead), सेलेस्टियल हब (celestial hub), फ्लोटिंग वाइट (floating white) और हेड पोर्टल यिन (head portal yin) |
- विंड मेन्शन (wind mansion) को उत्तेजित करें: विंड मेन्शन पॉइंट को GV 16 भी कहा जाता है जो माइग्रेन, गर्दन की जकड़ाहट और मेंटल स्ट्रेस कम करने में मदद करते हैं | ये सिर के पीछे सेंटर में कान और स्पाइन (रीढ़ की हड्डी) के बीच आधे हिस्से में स्थित होते हैं | खोपड़ी के आधार या बेस के नीचे गड्ढा (खोखला भाग) खोजें और इसके मध्य में प्रेस करें |[६]
- इस पॉइंट पर कम से कम एक मिनट के लिए गहराई तक, हलका दबाव डालें |
संपादन करेंशरीर के अन्य हिस्सों पर एक्यूप्रेशर आजमायें
- हेवन्स पिलर (heaven’स pillar) पर प्रेस करें: हेवंस पिलर गर्दन पर पाया जाता है | आप इसे अपनी खोपड़ी के बेस के नीचे दो अंगुल की दूरी पर खोज सकते हैं | अपनी अँगुलियों को बेस से नीचे की ओर खिसकाएँ और या गड्ढे (खोखले हिस्से) में किसी एक जगह इसे फील करें | आप इन्हें अपनी रीड की हड्डी के साइड में मसल्स की कॉर्ड्स पर खोज सकते हैं |[७]
- इस पॉइंट पर एक मिनट तक सामान्य दबाव या सर्कुलर प्रेशर बनाये रखें |
- हे गु (He Gu) पॉइंट पर मसाज करें: हे गु या यूनियन वैली या LI4 हाथों पर पाए जाते हैं | यह पॉइंट अंगूठे और अँगुलियों के बीच स्थित जगह पर पाए जाते हैं | अपने बाएं हाथ से दाहिने हाथ के LI4 पर और दाहिने हाथ से बाएं हाथ के LI4 पॉइंट पर प्रेशर लगायें |[८]
- इस पॉइंट पर कम से कम एक मिनट तक गहराई तक दृढ़ प्रेशर दें |
- बिगर रशिंग (bigger rushing) पर मसाज करें: बिगर रशिंग एक ऐसा पॉइंट है जो आपके पैर की अंगूठे और दूसरी अंगुली के बीच पैर के पंजे की हड्डियों के बीच पाया जाता है | अपने पैर की अँगुलियों के बीच की झिल्ली (webbing) से इसे ढूँढने की शुरुआत करे और लगभग एक इंच तक नीचे खिसकाते जाएँ जिस आप पैर के पंजे की हड्डी के बीच इस पॉइंट को खोज सकें |[९]
- इस पॉइंट पर एक मिनट तक सिंपल प्रेशर या सर्कुलर प्रेशर आजमायें |
- कुछ लोगों के लिए अपने अंगूठे को पैर पर इस्तेमाल करना काफी आसान हो सकता है | इस पॉइंट को उत्तेजित करने का यह सबसे अच्छा तरीका होता है |
संपादन करेंएक्यूप्रेशर को समझें
- जानें की एक्यूप्रेशर क्या है: पारंपरिक चायनीज मेडिसिन (traditional chinese medicine-TCM) में एक्यूप्रेशर एक ऐसी विधि होती है जिसमे 12 बेसिक मेडिसिन के साथ शरीर के कई अलग-अलग पॉइंट्स का उपयोग किया जाता है | ये शिरोबिंदु (meridians) ऊर्जा पथ (energy pathway) होते हैं जिनके बारे में माना जाता है कि ये “की (qi)” या “ची (chi),” का वहन करते हैं | एक्यूप्रेशर की एक बड़ी कांसेप्ट यह हैं कि अगर की (qi) में ब्लॉकेज होते हैं तो इसका परिणाम बीमारी होती है | एक्यूप्रेशर में प्रेशर लगाने से इन ऊर्जा पथों को खोला जा सकता है और की (qi) के असीमित प्रवाह को आसानी से रिस्टोर किया जा सकता है |[१०][११][१२]
- एक्यूप्रेशर से कई क्लिनिकल स्टडीज में माइग्रेन के सिरदर्द में लाभ मिलते हुए देखा जा चुका है |
- सही प्रेशर का इस्तेमाल करें: प्रेशर लगाते समय, आपको सही प्रेशर का इस्तेमाल करना चाहिए | पॉइंट्स उत्तेजित करने के लिए पॉइंट को गहराई के साथ दृढ़ता से प्रेस करें | जब आप पॉइंट को प्रेस करते हैं तब आपको थोडा दर्द या पीड़ा हो सकती है लेकिन यह असहनीय नहीं होगा | यह कही न कहीं दर्द और राहत के बीच का अनुभव होगा |[१३]
- आपका सम्पूर्ण स्वास्थ्य उस प्रेशर पर निर्धारित होता है जो आप प्रेशर पॉइंट पर लगाते हैं |
- कुछ प्रेशर पॉइंट पर प्रेस करने पर उनमे खिंचाव अनुभव होगा | अगर किसी भी समय आपको बहुत ज्यादा दर्द हो या दर्द बढ़ता जाए तो दर्द और राहत के बीच का अनुभव होने तक धीरे-धीरे प्रेशर कम करते जाएँ |
- एक्यूप्रेशर के दौरान आपको कोई भी दर्द सहन नहीं करना चाहिए | अगर किसी भी चीज़ से बहुत ज्यादा दर्द हो जो असुविधाजनक या कष्टप्रद हो तो प्रेशर लगाना बंद कर दें |[१४]
- प्रेशर देने के लिए सही सहायक चीज़ें चुनें: चूँकि एक्यूप्रेशर में प्रेशर पॉइंट पर दबाव डालना पड़ता है इसलिए आपको ध्यान रखना होगा कि इन पॉइंट्स को प्रेस करने के लिए आप सही चीज़ों का इस्तेमाल करें | आमतौर पर एक्यूप्रेशर के प्रैक्टिसनर मसाज करने और प्रेशर पॉइंट्स को उत्तेजित करने के लिए अपनी अँगुलियों का इस्तेमाल करते हैं | मध्यमा अंगुली प्रेशर पॉइंट को प्रेस करने के लिए बिलकुल सही होती है | ऐसा इसलिए है क्योंकि यह अंगुली सबसे लम्बी और मज़बूत होती है | आप अपने अंगूठे का इस्तेमाल भी कर सकते हैं | कुछ बहुत छोटे और कठिनाई से पहुँच वाले प्रेशर पॉइंट्स को अँगुलियों के नाखूनों से भी प्रेस किया जा सकता है |[१५]
- इसके लिए शरीर के अन्य हिस्सों का इस्तेमाल भी किया जा सकता है जैसे पोर (Knuckles), कोहनियाँ, घुटने, पैर या पंजे |
- प्रेशर पॉइंट्स पर सही प्रेशर देने के लिए आपको किसी ब्लंट (blunt) चीज़ से प्रेस करना चाहिए | कुछ प्रेशर पॉइंट्स के लिए अंगुली भी काफी मोटी (thick) हो सकती है | कुछ छोटे पॉइंट्स के लिए पेंसिल इरेज़र का इस्तेमाल किया जा सकता है | आप अवोकेडो पिट (avocado pit) या गोल्फ बॉल के इस्तेमाल पर भी विचार कर सकते हैं |
- एक्यूप्रेशर के इस्तेमाल के बारे में अपने डॉक्टर से सलाह लें: इन एक्यूप्रेशर पॉइंट्स को आप खुद ही आजमा सकते हैं या किसी एक्यूप्रेशरिस्ट या ट्रेडिशनल चायनीज मेडिसिन डॉक्टर को दिखा सकते हैं | अगर आप इन एक्यूप्रेशर पॉइंट्स का इस्तेमाल करने का निर्णय लेते हैं तो अपने फिजिशियन से जरुर पूछें कि इसे खुद पर इसे आजमाने के लिए क्या करना चाहिए | ये पॉइंट्स किसी भी दवा के काम में दखल नहीं देंगें या आप चाहें तो फिजिशियन से कोई और उपाय पूछ सकते हैं |
- अगर इन एक्यूप्रेशर पॉइंट्स से राहत मिले तो अपने फिजिशियन को बताएं | लेकिन अगर इनसे कोई लाभ न मिले तो फिजिशियन को जरुर दिखाएँ |
संपादन करेंसिरदर्द को समझें
- दो अलग-अलग तरह से सिरदर्द को पहचानें: दो बेसिक प्रकार के सिरदर्द होते हैं; पहलाया प्राथमिक सिरदर्द जो किसी डिसऑर्डर की वजह से नहीं होता और दूसरा या द्वितीयक सिरदर्द जो किसी और डिसऑर्डर के कारण होता है | माइग्रेन एक प्राथमिक सिरदर्द है | प्राथमिक सिरदर्द के अन्य उदाहरण हैं; टेंशन के कारण होने वाला सिरदर्द और क्लस्टर सिरदर्द (आधासिसी सिरदर्द) |[१६]
- सेकेंडरी या द्वितीयक सिरदर्द स्ट्रोक, बहुत ज्यादा हाई ब्लड प्रेशर, बुखार या TMJ (Temporomandibular joint) में परेशानी होने के कारण हो सकता है |
- माइग्रेन के लक्षणों को पहचानें: माइग्रेन सिरदर्द आमतौर पर सिर की एक ही साइड में होता है | आमतौर पर, ये माथे या कनपटी पर ही होता है | यह दर्द मॉडरेट से बहुत ज्यादा सीवियर भी तो सकता है और इससे पहले एक आभा (aura) अनुभव हो सकती है | माइग्रेन से पीड़ित अधिकतर लोगों को मितली भी होती है और वे लाइट, गंध और आवाज़ (sound) के प्रति सेंसिटिव भी हो जाते हैं | चारों ओर घूमने से सिरदर्द और भी ख़राब हो सकता है |[१७]
- और या आभामंडल (aura) वातावरणीय जानकारी (environmental information) को आपके द्वारा प्रोसेस करने पर होने वाला एक अस्थायी डिस्टर्बेंस होता है | औरा में लाइट की चकाचौंध, लाइट जलने बुझने जैसे या लाइट कम ज्यादा होने जैसे विसुअल (दिखाई देना) होते हैं या ये सुगंध की पता लगने जैसी अनुभूति भी हो सकती है | दूसरे औराज (Auras) में सुन्नपन आता है जो या तो भुजा तक जाती है, स्पीच डिस्टर्बेंस करती है या भ्रम पैदा करती है | माइग्रेन से पीड़ित लगभग 25% लोगों में औरा अनुभव होते हैं |
- माइग्रेन सभी तरह की चीज़ों से ट्रिगर हो सकता है और इसके लक्षण अलग-अलग लोगों में अलग-अलग होते हैं | प्रभावशाली ट्रिगर्स में शामिल हैं; रेड वाइन, खाना न खाना या उपवास करना, वातावरणीय उत्तेजक जैसे लाइट्स की चकाचौंध या तेज़ गंध, मौसम में बदलाव, नींद की कमी, तनाव, हार्मोनल फैक्टर्स, विशेषरूप से महिलाओं के पीरियड्स, खास तरह के फूड्स, सिर की चोट जिनमे ट्रॉमेटिक ब्रेन इंजुरी (traumatic brain injury), गर्दन में दर्द और TMJ डिसफंक्शन शामिल हैं |
- मेडिकल इमरजेंसी वाले सिरदर्द की पहचान करें: सिरदर्द चाहे किसी भी तरह का हो, उसका आंकलन फिजिशियन से ही कराना चाहिए | कुछ कंडीशन में सिरदर्द मेडिकल इमरजेंसी का सिग्नल हो सकता है | मेडिकल इमरजेंसी वाले सिरदर्द हैं:[१८]
- बुखार और गर्दन में जकडन के साथ होने वाला तेज़ सिरदर्द; यह मैनिंजाइटिस का संकेत हो सकता है |
- बिजली कडकने जैसे सिरदर्द (thunderclap headache); यह अचानक और बहुत तेज़ सिरदर्द होता है जो सबअरेक्नोइड हेमरेज (subaracnoid hemorrhage) का सिग्नल हो सकता है जिसमे ब्रेन और स्पाइनल कार्ड को कवर करने वाले टिश्यू के अंदर ब्लीडिंग होने लगती है |
- कनपटी पर छूने पर दर्द होने के साथ ब्लड वेसल्स में स्पंदन | ऐसा अधिकतर वृद्ध लोगों में होता है जिनमे वज़न कम हो गया हो और महाकोशिका धमनीकोष (giant cell arteritis) नामक कंडीशन के स्नाकेट मिलते हों |
- नज़र कमज़ोर होना या लाइट्स के चारों ओर प्रभामंडल (Halos) दिखाई देना | यह ग्लूकोमा का चिन्ह हो सकता है जिसे अगर अनुपचारित छोड़ दिया जाए तो स्थायी अंधत्व (permanent blindness) हो सकता है |
- कैंसर या कमज़ोर प्रतिरक्षा तन्त्र वाले लोगों में अचानक या गंभीर सिरदर्द होता है जैसे; पोस्ट-ट्रांसप्लांट पेशेंट्स और HIV-एड्स से पीड़ित लोगों में |
- डॉक्टर को दिखाएँ: सिरदर्द काफी गंभीर कंडीशन्स के लक्षणों के रूप में हो सकता है | आपको डॉक्टर से पास जाकर पता लगाना चाहिए कि आपको प्राथमिक सिरदर्द है या कोई सेकेंडरी कंडीशन है जिसके कारण सिरदर्द हो रहा है | अगर नीचे दी गयी एक या ज्यादा कंडीशन अनुभव हों तो एक या दो दिन में ही डॉक्टर को दिखा लें, इससे ज्यादा देर न करें:[१९]
- बढती हुई फ्रीक्वेंसी या गंभीरता के साथ होने वाला सिरदर्द
- 50 साल की उम्र के बाद शुरू होने वाला सिरदर्द
- विज़न (vision) में बदलाव
- वज़न कम होना
- मेडिकली माइग्रेन का इलाज़ करें: माइग्रेन के लिए मेडिकल ट्रीटमेंट में शामिल हैं; स्ट्रेस को मैनेज और ट्रीटमेंट करते हुए ट्रिगर पहचानना और उन्हें हटा देना | केसेस में डॉक्टर्स ट्रिप्टेन्स (Triptans-जैसे sumatriptna/imatrex या zolmitriptan/zomig), डाइहाइड्रोएर्गोटामिन (dihydroergotamine जैसे migranal) और (अगर उलटी और मितली भी हों तो) मितली और उलटी को रोकने वाली मेडिसिन लिख सकते हैं |[२०]
- ट्रिप्टेन्स (triptans) और डाइहाइड्रोएर्गोटेमिन (dihydroergotamine) का उपयोग कोरोनरी आर्टरी डिजीज (coronary artery disease) या अनियंत्रित ब्लड प्रेशर वाले लोगों में नहीं किया जा सकता और वृद्ध लोगों या कार्डियोवैस्कुलर रिस्क फैक्टर वाले लोगों में भी सावधानी के साथ इनका उपयोग करना चाहिए जिनमे शामिल हैं; मोटापा, LDL कोलेस्ट्रॉल या ट्राइग्लिसराइड के हाई लेवल या डायबिटीज वाले लोग |
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