जहाँ महिलाओं और पुरुषों के साथ बराबरी का व्यवहार किया जाना चाहिए, वहीँ ये भी वास्तविकता है की दोनों लिंगो में कुछ सामाजिक अंतर होते हैं। यह लेख आपको इनमें पाये जाने वाले मूल अन्तरो के बारे में सिखाएगा और बताएगा की अपने जीवन में शामिल किसी विशिष्ट महिला को बेहतर ढंग से समझना भी सिखाएगा।
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संपादन करेंअपने जीवन में शामिल महिलाओं को बेहतर ढंग से समझें
- जैविक अंतरों पर विचार करें: दोनों लिंगों में थोड़े से फर्क होते है, जिनमे निम्न अंतर शामिल है...
- अध्ययन बतातें है की महिलाओं की नजर और सूंघने की शक्ति पुरुषों से थोड़ी अधिक होती है।[१] यही वह स्पष्टीकरण मन जा सकता है जिसकी वजह से महिलाओं को अधिक "विस्तृत विवरण की ओर ध्यान देने वाला" माना जाता है।
- महिलाएं भावनाओं के लिए महत्व वाली चीजों याद करने में अधिक सक्षम होती है। झगड़े के दौरान आप उन्हें क्या कह रहे है इसका ध्यान रखें, क्योंकि संभव है की वो उस बात को कभी न भूल पाये।
- महिलाओं को महीने में एक बार चार दिनों के लिए मासिक धर्म होता है। मासिक धर्म के क्रम का हर महिला पर अलग प्रभाव होता है, यह मिजाज बदलने, हार्मोन्स के स्तर में बार बार परिवर्तन, शारीरिक दर्द, सुस्ती, मतली, बढ़ी हुई भूख और बढ़ी हुई भावनात्मक संवेदनशीलता का कारण हो सकता है। जहाँ कुछ महिलाओं को इस दौरान न के बराबर या बिलकुल भी दर्द नहीं होता, वहीँ कुछ महिलाएं बिस्तर पर पड़ने जैसी हालत में आ जाती हैं। मासिक धर्म के क्रम में होने वाली तकलीफ को कम करके न आकें।
- महिलाओं की भावनात्मक कारणों से सेक्स में रूचि खो देने की सम्भावना पुरषों से अधिक होती है।[२] इसमें रिश्तों की समस्याएं, या नुकसान से उबरना या किसी की मृत्यु से पर पाना आदि शामिल हो सकते हैं।
- महिलाओं द्वारा झेले जाने वाले सामाजिक दबाबों को जाने: एक महिला को लैंगिकता का सामना करना पड़ता है, जिसमे महिला होने का दबाब भी शामिल है, और सफलता पाने में कई ऐसी बाधाएं भी है जिनका सामना पुरूषों को नहीं करना पड़ता। वह रूढ़िवादी, कम प्रशंशित, या उन क्षेत्रों से दूर जाने पर मजबूर की हुई हो सकती है जिन्हे मरदाना समझा जाता है।
- लड़कियों को सामाजिक रूप से आज्ञाकारी, शिष्ट, शांत, विनम्र , "अच्छी लड़की" की तरह रहना सिखाया जाता है। जहाँ कुछ महिलायें ऐसे दबाबों के प्रति विद्रोह कर सकती है, वो वर्तमान में करती भी हैं, और ज्यादा विद्रोह करने के सामाजिक परिणाम भी हो सकतें हैं (उदाहरण के लिए घृणित नारीवादी के रूप में पहचाना जाना या अधिक आक्रामक होने की वजह से पदोन्नति का रोक दिया जाना)।
- महिलाएं किसी रंग, अपंग होने, अधिक या कम आय और अन्य कारणों से भी अतिरिक्त दबाबों और कठिनाईयों का सामना करने पर मजबूर हो सकती हैं।
- स्वीकार करें की सभी महिलाएं अलग अलग होती है: अपने जीवन में, आपका सामना साहसी महिला, पढ़ाकू महिला, जिंदादिल महिला, कलाकार महिला, महत्वाकांक्षी महिलाओं से होगा। हर महिला का अपना व्यक्तित्व और लक्ष्य होते है। अधिक व्यापक सोच खतरनाक हो सकती है।
- किसी एक महिला के व्यवहार से महिलाओं के गुणों पर सार्वभौमिक राय न बनायें। सिर्फ इसलिए कि आपकी बहन को खेलकूद में रूचि नहीं है, इसका अर्थ यह बिलकुल नहीं हो सकता कि आपकी नई प्रेमिका भी खेलकूद को पसंद नहीं करती।
- उसे गौर से देखें: चाहे वो महिला हो या पुरुष, किसी को समझने की सबसे अच्छी तरकीब है, उनके साथ समय बिताना और उनके व्यवहार को समझना। ऐसा कर के आप सीख पाएंगे कि किस चीज से वो निराश होती है, उसे क्या उत्साह से भर देता है, किस बात पर उसे गुस्सा आता है, आदि।
- उस पार गहन ध्यान दें: और धैर्य रखें। जहाँ एक महिला तुरंत आपको यह दिखा सकती है कि वो क्या है, दूसरी महिला जैसे जैसे आप एक दूसरे को समझते है आपको अपने कुछ पक्ष दिखा सकती है।
- उससे सवाल करें: यह मूलमंत्र है, विशेषतः तब जब आप ऐसी किसी महिला को जानने की कोशिश कर रहे हों, जिससे आप हाल ही में मिले हों, एक महिला जो शर्मीली हो, या/और जो अपेक्षाकृत अधिक चुप रहने वाली हो।
- उसकी अभिलाषाओं, रुचियों, शौक, और भविष्य के लक्ष्यों को जानें।
- उससे पूछें की वो फिलहाल क्या कर रही है, वो कैसा महसूस कर रही है, किस चीज को लेकर वो उत्साहित है, किस बात पर वह चिंतित है, उसे किस चीज से दर लगता है आदि।
- उसके भूतकाल के बारें में जाने: उससे उसके परिवार के बारें में पूछें, और उससे पूछे की उसका बचपन कैसा था। हर कोई अपने पालन पोषण के तरीके से कहीं न कहीं प्रभावित होता है। किसी महिला के बारे में इन बातो को जाने से आप उस महिला को बहुत अच्छे से समझ पाएंगे।
- इन विषयों पर उस पर ज्यादा दबाब न डालें, क्योंकि ये सवेदनशील विषय हैं। यह निर्णय उस महिला पर छोड़ें की वो अपने कितने और क्या अनुभव आपके साथ बांटने में सहज है।
- अगर आपको लगे कि वह निराश है, तो पूछे: कई बार महिलाएं असहमति या भावनात्मक पीड़ा व्यक्त करने में असहज महसूस करतीं हैं। अगर आपको लगे कि वह कहीं न कहीं उदास है, और उस पर कुछ कह नहीं रही, तो उसे मौका दें। उसे किसी शांत जगह पर अकेले में ले जाके पूछे कि क्या परेशानी है।
- "तुम परेशान लग रही हो, और मुझे चिंता हो रही है. क्या मैंने कुछ ऐसा किया है जिससे तुम्हे ठेस पहुंची हो?"
- "आज तुम कुछ खिचीं हुई से लग रही हो। क्या कोई परेशानी है?"
- अच्छे श्रोता बनें: महिलाओं समेत किसी को भी उस समझने के लिए उसे सुनना महत्वपूर्ण है। उस पर पूरा ध्यान दें, और वो क्या कह रही है, उसे बेहतर ढंग से समझने के लिए सवाल पूछे। सभी सुना जाना पसंद करतें है।
संपादन करेंअपनी साथी को समझे
ऊपर दिए क़दमों के अलावा, अपनी आकर्षण(क्रश), प्रेमिका और पत्नी के बारें में विचार करने योग्य कुछ बातें निम्नलिखित हैं।
- पहला कदम उठाने पर सोचें: हाँ ये सच है, की यह इक्कीसवीं सदी है, किन्तु सामान्य तौर पर, अब भी पुरूषों से महिलाओं को आगे जाकर पहल करने की उम्मीद की जाती है। बेशक, कुछ महिलाएं अधिक सक्रिय और बिंदास होती है, इसलिए वह आपको बाहर जाने के लिए पूछ कर हतप्रभ भी कर सकती है।
- आत्मविश्वास रखें, और थोड़े मजाकिया अंदाज में रहे: महिलायें इन गुणों की प्रशंसक होती हैं, विशेषतः जब बार प्रेमी या जीवन साथी चुनने की हो। इसका यह अर्थ नहीं है कि आप जो नहीं हैं, वो दिखाने की कोशिश करें, पर किसी महिला को प्रभावित करने के लिए इन गुणों को अधिक प्रदर्शित करने का प्रयास करें।
- उसकी तुलना किसी और महिला से न करें: ज्यादातर महिलाये खुद अपनी ही कीमत पर दूसरी महिलाओं से अपनी तुलना करती है। इसके परिणामस्वरुप कई महिलाएं अपने रूप-रंग को लेकर असंतुष्ट रहती हैं। टहलने या सुपरमार्केट ख़रीददारी करने जाने के पहले वे आकर्षक दिखने के लिए मेकअप लगा सकती हैं।
- अगर वो खुद को लेके अच्छा महसूस न कर रही हो, तो उसे याद दिलाना कि वह कितनी आकर्षक है, और आप उसे कैसे दखते है, मददगार हो सकता है।
- पता करें कि उसे क्या पसंद है: क्या उसे गले लगना अच्छा लगता है, या मौखिक तारीफ़ पसंद है? किस काम से उसे लगता है कि आप उसे प्यार करतें है? इससे आपको अपना प्रेम उन तरीकों से जताने में मदद मिलेगी, जो आपको पहले से पता हैं कि उसे पसंद आएंगे।
- किसी को नीचा दिखाये बिना शिष्ट बनें: यदि आप उसके लिए दरवाजा खुला रखते है या खाने का बिल देने को कहते है तो कोई अति नारीवादी भी प्रशंसा किये बिना नहीं रह सकेगा। यद्यपि हो सकता है कि वो आपको बिल न देने दे, फिर भी इस भाव की प्रशंसा जरूर करेगी।
- विनम्र होने और उदार लिंगवादी होने में बहुत थोड़ा सा फर्क है, कि क्या आप उस महिला के साथ ऐसा व्यवहार करते है कि वह खुद कुछ कर नहीं पाएगी। उदाहरण के लिए, यदि आप उसके लिए कार का दरवाजा इस लिए खोलते है ताकि उस राजकुमारी होने का अहसास हो, ना कि इसलिए कि आपको लगता है, वो खुद खोल नहीं पायेगी, तो यह नीचा दिखाने वाला व्यवहार नहीं है।
- उसकी प्रशंसा करें: सभी महिलाये बार बार ये सुनना पसंद करती है कि वे कितनी सुन्दर, समझदार और प्यारी हैं। यह रोमांटिक साथी के लिए विशेष रूप से सच है, जिसे ऐसे प्रमाण चाहिए हो कि आप उसमें रूचि ले रहें है। उसे उन बातों का ध्यान दिलाये जो आप उसमे पसंद करते हैं।
संपादन करेंसलाह
- याद रखें कि कुछ महिलाओं का व्यवहार छेड़छाड़ भरा होता है, चाहे वे अपने साधारण मित्रो से ही बात क्यों न कर रही हों, इसलिए किसी महिला के विनम्र या मित्रवत व्यवहार को प्रेम न मान लें।
- जब तक कोई महिला जिसे आप डेट कर रहे हों खुद बात न निकाले उसके पूर्व संबंधों पर बात करने से बचें। इसका अर्थ होगा कि आपकी पूर्व प्रेमिका अब भी आपके दिमाग में है।
- महिलाये विशेषतः संबंधों में ईमानदारी की प्रशंसक होती है। यदि आप किसी महिला का विश्वास जीतना चाहते है, तो आपको उसके साथ ईमानदार और खुला व्यवहार करना पड़ेगा।
संपादन करेंचेतावनी
- यह लेख आपकी सहायता करने की दृष्टि से लिखा गया है और इसका उद्देश्य किसी लिंग विशेष के प्रति भेदभाव को बढ़ावा देना नहीं है। यह निर्देश सभी महिलाओं पर लागु नहीं किये जा सकते।
संपादन करेंस्रोत और उद्धरण
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