रिश्तों में, कई बार ऐसा समय आता है, जब किसी वजह से, आप अपनी भावनाओं के ऊपर एक बार फिर से विचार करने के लिए मजबूत होते हैं। शायद आप किसी लॉन्ग-टर्म रिलेशनशिप में हैं और सोचते हैं कि आपकी फीलिंग्स अब शायद बदल चुकी हैं या कम हो गई हैं। हो सकता है कि आप पहले ही अपने पार्टनर से अलग हो चुके हैं, लेकिन आपको अपने फैसले पर अभी शक हो रहा है। क्या आप अभी भी उसे प्यार करते हैं? प्यार हमेशा एक सही या गलत में से किसी एक को चुन सकने वाला मामला नहीं होता है, और जब आप इस तरह की किसी दुविधा में उलझे होते हैं, तब आपके लिए अपनी भावनाओं को समझना मुश्किल हो सकता है।
[संपादन करें]चरण
[संपादन करें]अपने मौजूदा रिश्ते का आकलन करना (Evaluating A Current Relationship)
- सोचकर देखें, आपने कब अपनी फीलिंग्स के ऊपर सवाल उठाना शुरू किया: फीलिंग्स कोई रातोंरात नहीं बदल जाती। आपको प्यार में पड़ने में और अपने पार्टनर के साथ रिश्ता बनाने में कुछ समय तो जरूर लगा होगा। अपनी भावनाओं को समझने के लिए खुद को भरपूर समय दें, क्योंकि अगर आप जल्दबाज़ी में कोई फैसला कर लेंगे, तो इससे आप अपने रिश्ते को पूरी तरह से नुकसान पहुंचा सकते हैं।[१] खुद को अपनी भावनाओं को उजागर करने का समय देने को लेकर पछतावा या गिल्टी मत महसूस करें और उन सभी को समझने की जल्दी भी मत मचाएँ।
- सोचकर देखें, जब आपने अपनी फीलिंग्स पर सवाल उठाना शुरू किया, तब और क्या हो रहा था। आपकी ज़िंदगी के दूसरे फ़ैक्टर्स बदल गए हैं? हो सकता है, कि आपने एक नई जॉब स्टार्ट की हो और आप लगातार थकान महसूस करते हैं। हो सकता है कि परिवार की किसी परेशानी की वजह से आपके रिश्ते में मुश्किलें पैदा हो रही हों। सुनिश्चित करें कि आप पहचानते हैं कि रिश्ते के बारे में आपकी उदासीनता या भ्रम, आपके पार्टनर के प्रति आपकी भावनाओं की बजाय नहीं, बल्कि जीवन के स्वाभाविक उतार-चढ़ाव से उपजा है।
- अपने पार्टनर के प्रति अपने बर्ताव का आकलन करें: अपने धैर्य और फिजिकल अट्रेक्शन लेवल्स के जैसी चीजों के बारे में सोचें। क्या आपने अभी कुछ दिनों में चिढ़ या निराशा की वजह से उसके ऊपर कई बार चिल्लाया है? क्या आपके बीच फिजिकल इंटीमेसी में इन्टरेस्ट कम हुआ है? हो सकता है अब आप एक-दूसरे से ज्यादा से ज्यादा दूरी की चाह रखने लगे हों। ये सभी, बेशक खतरे की निशानी हैं। रिश्ते में हनीमून पीरियड के खत्म होने के बाद, दोनों के बीच गर्मजोशी में थोड़ी कमी आना नॉर्मल बात है, लेकिन इसे एकदम खत्म भी नहीं हो जाना चाहिए![२]
- ध्यान देकर देखें, कि आपने कितनी बार अपने पार्टनर के आग्रह को अस्वीकार किया है, उनकी आलोचना की है, उनके साथ में धैर्य खोया है और ऐसा ही बहुत कुछ। अगर आप खुद को इस तरह की चीजों को हद से ज्यादा करते हुए पाते हैं, तो आपको शायद अपने रिश्ते के ऊपर एक बार मजबूती और ईमानदारी के साथ, ध्यान देने की जरूरत है।
- इस इंसान के बिना अपने भविष्य की कल्पना करके देखें: आप कोई बड़ा कदम उठाएँ, उसके पहले आपको ये काम करने की जरूरत है। जब आप अपनी सोची हुई दुनिया में अपने भविष्य के सपने देखते हैं, तब क्या ये इंसान भी उसका हिस्सा दिखता है? कभी-कभी हम लोग अपने करीबी इंसान को नजरअंदाज कर देते हैं, फिर भले वो इंसान हमारी ज़िंदगी का कितना भी अहम हिस्सा ही क्यों न हो। हम इस बात को महसूस ही नहीं कर पाते कि उनकी अनुपस्थिति में हमारी दुनिया ही उजाड़ सकती है। जब आप उसके बिना अपनी ज़िंदगी में आगे बढ़ने के बारे में सोचें, तब अपने साथ में एकदम ईमानदार रहें— क्या आपकी ज़िंदगी उनके बिना खुशनुमा लगती है या बदहाल लगती है?
- ब्रेकअप चाहे जैसा भी हो, वो मुश्किल ही लगता है, क्योंकि इसका सीधा सा मतलब अपने कंफ़र्ट जोन से बाहर कदम रखना और किसी ऐसे इंसान को खोना होता है, किसी वक़्त पर जिसकी कभी आपको हद से ज्यादा फिक्र थी। हालांकि, इस शुरुआती डिस्कंफ़र्ट के बाद की ज़िंदगी की कल्पना करें। क्या आप अकेले ही खुश रहेंगे? क्या आप किसी और के साथ खुश रहेंगे?
- इस बात को समझें कि किसी के साथ में कम्फ़र्टेबल होने का मतलब ये नहीं निकल आता कि आप उससे प्यार ही करते हैं।
[संपादन करें]अपने अतीत के रिश्ते को फिर से देखना (Revisiting A Past Relationship)
- याद करें, वो रिश्ता आखिर क्यों टूटा था: अगर आपका रिश्ता पहले से ही टूट चुका है और अब आप खुद से अपने मन में अभी भी उसके लिए प्यार होने के बारे में सवाल कर रहे हैं, तो ब्रेकअप होने के पीछे की वजह को याद करने की पुष्टि कर लें। किसी पुराने रिश्ते के बारे में दोबारा सोचना और उसके लिए रोमांटिक होना बहुत आसान होता है, लेकिन सच्चाई को नजरअंदाज मत करें। कभी-कभी लोग, अपने बीच की मुश्किलों का हल ढूँढने की कोशिश करने के पहले ही, जल्दबाज़ी में हार मान लेते हैं। हालांकि, कभी-कभी ऐसी कुछ परेशानियाँ होती हैं, जिन्हें कुछ भी करके ठीक नहीं किया जा सकता।[३]
- अगर उस रिश्ते के टूटने के पीछे, किसी एक के द्वारा की हुई गलती का हाथ था, तो आपके लिए ये बात तय करना बहुत जरूरी हो जाता है कि आप उसे माफ करने या भूलने के लिए तैयार हैं। अगर आप अभी भी अपने अतीत के मुद्दों में अटके रहेंगे, तो आप किसी भी इंसान के साथ में अपना भविष्य नहीं बना पाएँगे।
- ठीक इसी तरह से, अगर दोनों में से कोई भी नहीं बदला होगा, तो इससे भी आपके रिश्ते में कुछ नहीं बदल पाएगा। अगर आपके उनसे रिश्ता टूटने के पीछे की वजह, आपका उन पर भरोसा नहीं पाना थी, तो अब या तो उन्हें भरोसे के लायक बनना होगा या फिर आपको उनके ऊपर भरोसा करना शुरू करना होगा। बीती बातें बस यूं ही गायब नहीं हो जाती।
- इस इंसान के साथ होने के पीछे की अच्छाई और बुराई को सामने रखें: एक बार सोचने की कोशिश करें कि जब आप उनके साथ में होते हैं, तब और जब आप उनके साथ में नहीं होते, तब आपकी ज़िंदगी में क्या फर्क आता है। अगर वो आपकी सबसे पहली प्राथमिकता बन गए हैं और आपका काम, पारिवारिक रिश्ते और अपनी खुद का ख्याल रखना, आपके लिए कोई मायने नहीं रखता है, तो ये शायद एक हैल्दी रिलेशनशिप नहीं होगा।[४] हालांकि, अगर आप उसके साथ में होने पर खुद को एक बेहतर इंसान की तरह देखते हैं, तो फिर आपको इस रिश्ते को अपने हाथ से नहीं जाने देना है।
- इन सभी बातों को लिख लें, ताकि आप समझ पाएँ, कि उसमें पॉज़िटिव का वजन, नेगेटिव से ज्यादा है या नहीं। खुद को जबर्दस्ती में पीछे मत खींचें!
- अपनी प्रेरणा के बारे में खुद के साथ बहुत ईमानदार रहें: क्या आप केवल इसलिए उस इंसान के साथ में वापस आने की बात कर रहे हैं, क्योंकि आप अकेलापन महसूस कर रहे हैं? अकेलापन, हालांकि दर्दभरा और कमजोर करने वाला होता है, लेकिन ये किसी के साथ दोबारा रिश्ता जोड़ने का कारण नहीं होता। जलन एक और दूसरी शक्तिशाली भावना है, जो आपको वापस अपने एक्स के साथ में जुडने के लिए मजबूर करने की कोशिश करती है, लेकिन बस इसलिए क्योंकि आप उसे किसी और के साथ में नहीं देख सकते हैं, उन्हें फिर से पाने की कोशिश न करें। ये किसी भी हैल्दी और ज्यादा समय तक बने रहने वाले रिश्ते की नींव नहीं होता।[५]
- अगर आप पूरी निश्चितता के साथ में ये कहते हैं कि अपने रिश्ते को फिर से बनाने के पीछे, आपके अकेलेपन, जलन, बोरियत या और कोई दूसरी भावना का हाथ नहीं है, तो आप शायद अभी भी उस इंसान से प्यार करते हैं।
[संपादन करें]आपकी भावनाओं पर काम करना (Acting On Your Feelings)
- इस इंसान से थोड़ी दूरी बना लें: ऐसी चीजों को करने का टाइम लें, जिनसे आपको खुशी मिलती है और ऐसा कुछ भी जो आपके मन को साफ करने में आपकी मदद करता हो। अगर आपने इसके पहले कभी भी आपके पार्टनर से दूर ज्यादा समय नहीं बिताया है, तो यही वो मौका है, जिससे आप पता लगा सकते हैं, कि उसके बिना आपकी ज़िंदगी कैसी होने वाली है। इससे आपको ये समझने और तय करने में भी मदद मिलेगी कि क्या आपका स्ट्रेस है, जो आपके मन में आपके रिश्ते के लिए सवाल उठा रहा है। अकेले में कुछ समय बिताने से न केवल अपने पार्टनर के किसी भी दबाव के बिना आपकी भावनाओं को समझने में मदद मिलेगी, बल्कि ये आपको खुद को संभालने का और आगे बढ़ने के तरीके पर फैसला करने का मौका भी देगा।
- अगर ठीक लगे, तो उस इंसान के साथ में अपनी फीलिंग्स को डिस्कस करें: अगर आप अभी किसी रिश्ते में हैं, तो अपने पार्टनर के साथ में बात करते समय समझदारी का इस्तेमाल करें। अपने सेंटेन्स को “तुम” से शुरू करने की बजाय, “मैं ” से शुरू करें, क्योंकि आपको ऐसे नहीं लगना है, जैसे कि आप उस पर दोष डाल रहे हैं या उसका दिल दुखा रहे हैं। इसकी बजाय, आपको अपने रिश्ते में कैसा महसूस हो रहा है, के बारे में डिस्कस करें।[६] अगर आप अभी इस इंसान के साथ में रिश्ते में नहीं हैं, तो सोच लें कि उसके साथ में अपनी फीलिंग्स के बारे में बात करना, सही होगा या नहीं। इससे अगर उनकी भावनाओं के ऊपर उल्टा असर पड़ रहा है या फिर अगर उन्होने नया पार्टनर चुन लिया है, तो शायद उनके साथ में अपनी भावनाओं के बारे में बात करना शायद ठीक नहीं होगा।
- जब आप अपनी भावनाओं के बारे में आवाज उठाने का तय कर लेते हैं, उसके बाद मामला जरा मुश्किल हो सकता है। जब तक आपको इस बात का अहसास न हो जाए कि ये कोई सामने रखने वाली बात है, तब तक ऐसा बिल्कुल न करें।
- अक्सर अपनी भावनाओं को लिखकर रखना मददगार होता है, ताकि आपको उससे कहने वाली सारी बातें याद रह सकें। एक लैटर लिखना, अपने मौजूदा या पिछले पार्टनर के साथ में कम्यूनिकेट करने का एक अच्छा तरीका हो सकता है।
- एक प्लान चुनें और उसी के साथ जुड़े रहें: दूसरे शब्दों में, खुद को शक के इस दलदल से बाहर ले आएँ। अगर इस सब के बाद, आप उसके साथ ही रहना चाहते हैं (या फिर से वापस आना चाहते हैं), तो फिर पूरी खुशी के साथ ऐसा ही करें। अगर आप ब्रेकअप करना चाहते हैं, तो फिर बिना किसी फिक्र के यही करें। आप चाहे जो भी कुछ चुनें, बस उसी के साथ में आगे बढ़ें! अगर आपके रिश्ते में अभी भी शक है, तो आपका रिश्ता शायद इससे जूझ सकता है। आप खुद तो रिश्ते में शक करके और रिश्ते के पनपने की उम्मीद नहीं कर सकते हैं। वहीं दूसरी ओर, अगर आप तय करते हैं कि आप इस इंसान से प्यार नहीं करते, तो फिर आपको अपने बीच में सब-कुछ खत्म करना होगा। अगर आप खुद से लगातार “क्या होता अगर?” पूछते रहेंगे, तो आप नए रिश्ते की शुरुआत नहीं कर सकेंगे।[७]
[संपादन करें]रेफरेन्स
- ↑ https://www.psychologytoday.com/blog/love-and-gratitude/201301/35-ways-tell-if-its-over-and-tell-your-partner
- ↑ http://www.huffingtonpost.com/sherrie-campbell-phd/5-signs-you-could-be-headed-for-splitsville_b_5954944.html
- ↑ http://www.self.com/wellness/relationships/2015/12/14-things-i-learned-from-getting-back-together-with-an-ex/
- ↑ https://www.psychologytoday.com/blog/love-and-gratitude/201301/35-ways-tell-if-its-over-and-tell-your-partner
- ↑ http://www.doctornerdlove.com/2012/06/get-together-with-your-ex/all/1/
- ↑ https://www.psychologytoday.com/blog/cui-bono/201211/are-i-statements-better-you-statements
- ↑ http://www.huffingtonpost.com/sherrie-campbell-phd/5-signs-you-could-be-headed-for-splitsville_b_5954944.html