विषहरण करना (Detox), या विषहरण आहार-संयम शरीर को विषाक्त पदार्थों से मुक्त करने की पद्धति है। चंद दिनों में ही सम्पूर्ण विषहरण के लक्ष्य को पाने का दावा करने वाले आहार दशकों से मौजूद हैं, और इसके कई तरीके भी हैं। इंसानी देह से किसी भी विषैले तत्व की “सफाई” वैज्ञानिक दृष्टि से सिद्ध न होने के बावजूद, कई लोग “विषहरण आहार (detox diet)” के दौरान और उसके बाद अपेक्षाकृत अधिक एकाग्रचित्त और ऊर्जावान महसूस करने का दावा करते हैं, शायद तैयार खाना (processed food) खाने से परहेज के कारण।[१] ध्यान दें: इस लेख में इलाज की प्रक्रिया के अधीन शराब या मादक द्रव्यों का सेवन करने वाले किसी व्यक्ति के शारीरिक शुद्धिकरण के बारे में कोई जानकारी नहीं है। शराब या अन्य कठिन पदार्थों, विशेष रूप से बेंजोडायजेपाइन (benzodiazepine) से विषहरण हमेशा ही पेशेवर चिकित्सक की देखरेख में किया जाना चाहिए।
संपादन करेंचरण
संपादन करेंअल्प समय का विषहरण (detoxification)
- विषहरण-फलाहार करें: अपने को भूखा रखे बिना उपवास करने का एक शानदार तरीका विषहरण-फलाहार है। इसके जहां कई अन्य स्वास्थ्य वर्द्धक फायदे हैं, वहीं पर्याप्त मात्रा में फल खाने से आपकी ऊर्जा के स्तर में बढ़ोतरी हो सकती है, वजन संतुलित करने में मदद मिल सकती है, यहां तक कि आघात (stroke) की संभावना को भी कम किया जा सकता हैं।[२][३] कई प्रकार के फलों के समन्वय या सिर्फ एक ही किस्म का फल खाकर आप विषहरण कर सकते हैं। सर्वोत्तम परिणाम के लिए, वह फल चुनिए जिसे खाने में आपको मज़ा आता है, इससे आप अपने को पीड़ित महसूस नहीं करेंगे। केवल फलाहार पर एक बार में लगातार 7 दिनों से ज्यादा न रहें।
- खट्टे फल खाएँ: इन फलों में सर्वाधिक विषहारी क्षमता होती है और संतरे, कीनू, अंगूर, नींबू इनमें शामिल हैं।[४][५] आप इन्हें ऐसे ही खा सकते हैं, या अन्य फलों में इन्हें मिलाकर खा सकते हैं। एक बार फिर ध्यान दीजिए, केवल फलाहार पर एक बार में लगातार 7 दिनों से ज्यादा न रहें।
- अंगूर-विषहरण (grape detox) को आजमाइए: अंगूर में रिज्वेराट्रोल होते हैं, जो कैंसर और मधुमेह से रक्षा कर सकते हैं, और संभवतः खून के थक्कों को रोक सकते हैं।[६] यह पोटैशियम और विटामिन C का एक बड़ा स्रोत भी है। 3-5 दिनों तक अंगूर के सिवाय कुछ भी न खाएँ।
- सिर्फ पेय लेकर उपवास करें: 2-3 दिनों के लिए पेय (पानी, चाय, फलों का रस, सब्जी का रस, और / या प्रोटीन शेक) के अलावा कुछ भी न खाएँ। [७] तरल आहार कैलोरी की मात्रा को सीमित करके वजन घटाने में काफी मदद कर सकते हैं, और माना जाता है कि, कुछ जहरीले तत्वों को बाहर निकालकर ये आपके शरीर की सफाई करते हैं, हालाँकि इस दावे के पक्ष में किसी ठोस अनुसंधान का साक्ष्य नहीं है।[८]
- सिर्फ पेय लेकर उपवास के दौरान फल और / या सब्जियों का रस शामिल करना न भूलें, जिससे आपके शरीर को उचित पोषण मिलना निश्चित हो सके।
- आपका लक्ष्य यदि वजन कम करना है, तो पेय उपवास ख़त्म होते ही आपको अपने खाने की आदतों में परिवर्तन करना होगा, वरना आप घटाए गए वजन को जल्दी ही दोबारा हासिल कर लेंगे। [९]
- सात दिनों तक केवल फल और सब्जियां खायें: फलों और सब्जियों में विटामिन, खनिज तत्व (minerals) और अन्य पोषक तत्व (nutrients) होते हैं, जिनकी जरूरत सेहतमंद रहने के लिए आपके शरीर को पड़ती है। शरीर को उचित मात्रा में आवश्यक पोषक तत्व मिलता रहे, यह निश्चित करने के लिए विविधतापूर्ण आहार लेने का ख़ास ख़याल रखें। अपने 7 दिवसीय उपवास के दौरान क्या खाना है, यह तय करने के लिए आगे बताए गए गाइड का इस्तेमाल कीजिए:
- राजमा, काली सेम, सेब, सोयाबीन, ब्लूबेरी, और वज्रांगी (artichoke) से रेशे (fiber) प्राप्त करें।[१०]
- गाजर, केले, लीमा बीन्स (फली), सफेद आलू, पकाये गए साग, और शकरकंद से पोटैशियम प्राप्त करें।[११]
- कीवी, स्ट्रॉबेरी, गोभी, फूलगोभी, टमाटर, संतरा, अंकुरित ब्रसेल्स, आम, और शिमला मिर्च से विटामिन C लें।[१२]
- पकाई हुई पालक, खरबूजे, शतावरी, संतरे, और लोबिया से फोलेट (folate) प्राप्त कीजिए।[१३]
- रुचिरा (avocado), जैतून, और नारियल से स्वास्थ्यकारी वसा (good fat) पाइए।[१४]
संपादन करेंदीर्घकालीन विषहरण के उपाय
- जैविक (organic) रूप से उत्पन्न किये हुए उत्पादों और मांस का सेवन करें: प्रचलित उत्पाद रासायनिक उर्वरकों (chemical fertilizers) और सिंथेटिक कीटनाशकों (synthetic insecticides) के साथ उगाये जाते हैं, जबकि जैविक उत्पाद (organic products) प्राकृतिक उर्वरक और प्राकृतिक कीटनाशकों की मदद से उगाये जाते हैं।[१५] प्रचलित फार्मों में पशुओं को प्रचुर मात्रा में खिलाये जाने वाली हानिकारक एंटीबायोटिक दवाइयों, वृद्धि हार्मोन (growth hormones) और अन्य दवाइयों की मात्रा जैविक मांस (organic meat) उत्पादों में बहुत कम होती है।[१६]
- कोई खाद्य पदार्थ ऑर्गेनिक है या नहीं, इसके लिए उस पर लगा लेबल देखें। ऑरगेनिक खाद्य पदार्थ के पैकेट पर एक प्रामाणिक लेबल लगा रहता है।[१७]
- पर्याप्त मात्रा में पानी पीजिए: आपकी सेहत के लिए पर्याप्त पानी आवश्यक है। कई प्रकार के स्वास्थ्य संबंधी फायदों के अलावा, यह आपके शरीर के तरल पदार्थ के स्तर को बनाए रखने में मदद करता है, जिससे शरीर से मुख्य जहरीले तत्वों, रक्त की यूरिया नाइट्रोजन आदि को बाहर निकालने में गुर्दे को काफी सहायता मिलती है।[१८]
- नींबू का शरबत पीजिए। पानी में नींबू, संतरा, या मुसम्मी घोलकर दिन भर पीते रहें। इन फलों में साइट्रिक एसिड होता है, जो शरीर की वसा (fat) में कटौती करता है।[१९]इसके अतिरिक्त, पानी में स्वाद लाने से रोजाना 8 ग्लास पी पाना आपके लिए आसान हो जाएगा! नींबू से दांतों के अम्लीय क्षय (acid erosion) को रोकने के लिए भोजन के अंतराल में ब्रश करते रहें।
- शराब पीना बंद कर दीजिए: तमाम शोध यह बता रहे हैं, कि शराब का सम्बन्ध महिलाओं में स्तन कैंसर सहित कई प्रकार के कैंसर की शुरुआत से हो सकता है।[२०] हालाँकि, इसे आपको पूरी तरह से बंद नहीं करना है, ज्यादा से ज्यादा रात को एक ग्लास वाइन या बीयर तक खुद को सीमित रखिये।
- खाने में अलग से शक्कर लेने से परहेज कीजिए: नियमित रूप से अतिरिक्त चीनी का सेवन आपके रक्त शर्करा के स्तर में उछाल ला सकता है, और आपको हृदय रोग, मधुमेह और कुछ तरह के कैंसर के खतरे में डाल सकता है।[२१] सभी खाद्य पैकेट पर लगे पोषण संबंधी लेबल को जरूर पढ़ें। ब्रेड, सलाद की ड्रेसिंग, और सौस में ऊपर से डाली गयी चीनी से सावधान रहें।
- हवा में मौजूद हानिकारक जहरीले तत्वों से बचें: इसमें कार्बन मोनोऑक्साइड, रेडॉन और अभ्रक शामिल हैं, ये सभी आम घरों में मौजूद हो सकते हैं।
- कार्बन मोनोऑक्साइड एक बेहद घातक गंधहीन रसायन है, जो भट्टी, चिमनी और कार के इंजन से उत्पन्न होता है।[२२] इसके प्रभावों में सिरदर्द, चक्कर आना, और सुस्ती शामिल हैं।[२३] अपने घर में कार्बन मोनोऑक्साइड का पता लगाने वाले उपकरण लगाने के बारे में सोचें, और घर को पूरी तरह हवादार बनाएँ।.
- मकानों और इमारतों में एस्बेस्टस और रेडॉन के लिए जाँच की जानी चाहिए।
- ध्यान कीजिए : कई धर्मों और दर्शन में मन को एकाग्रचित्त करने और मन में शांति-भाव विकसित करने के एक माध्यम के रूप में उपवास का समर्थन है। अपने शरीर को विष-मुक्त करते समय, शिकवे-शिकायतें, क्रोध, उदासी, और अन्य नकारात्मक भावों से अपने आप को दूर करने का प्रयास करें। जिस समय आप खाना बना रहे हैं, या खा रहे हैं, उस समय का उपयोग अपने लक्ष्यों और आकांक्षाओं के बारे में सोचने में करें। एक डायरी या जर्नल में अपनी सोच को परिष्कृत कीजिए।
- किसी भी प्रकार की अति से बचें: सबसे महत्वपूर्ण है, कि एक संतुलित और नियमित पालन योग्य कार्यक्रम को अपनाया जाए जिसमें दैनिक व्यायाम, परिवर्तनशील स्वस्थ आहार और नियमित विशेषज्ञ पर्यवेक्षण शामिल हो। याद रखें, आप स्वस्थ आदतों को विकसित करने का माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं, न कि अतिरंजित, हड़बड़ी पूर्ण और अस्थायी बदलावों से अपने शरीर को और अधिक तनाव में झोंकने की।
संपादन करेंसलाह
- विषहरण कार्यक्रम को किसी दोस्त के साथ मिलजुलकर आजमाएँ। एक दूसरे के व्यंजनों और सुझावों को साझा करते हुए आप कठिनाई और असफलताओं में आपसी सहयोग ले सकते हैं और सफलताओं की सराहना कर सकते हैं।
- धीरे-धीरे खाएं। विषहरण कार्यक्रम के दौरान बिना किसी जल्दबाजी के अच्छी तरह से अपने भोजन को चबा-चबा कर खाइए। धीरे-धीरे भोजन करना पाचन में सहायक होता है।
- हल्के व्यायाम का वक्त निकालिए। योग, तैराकी या तेज चलना आदर्श व्यायाम हैं। उपवास के समय वजन- प्रशिक्षण (weight training) या दौड़ जैसी श्रमसाध्य गतिविधियों का प्रयास निल्कुल न करें।
- मालिश का मज़ा लीजिए। एक पेशेवर मालिश करने वाले की सेवा लीजिए, या अपने ऊपर त्वचा से मृत्र कोशिकाओं की सफाई करने में सक्षम ख़ास दस्तानों का इस्तेमाल कीजिए।
- आराम करें। आप पाएंगे कि, विषहरण से अपने को अधिक चुस्त और ऊर्जावान महसूस कर रहे हैं, या फिर इसने आपकी सुस्ती बढ़ा दी है। दोनों ही मामलों में उपवास में पर्याप्त नींद लेना महत्वपूर्ण है। रात को कम से कम आठ घंटे की नींद तय कर लीजिए, जरूरी हो तो इसके साथ दोपहर की नींद भी लीजिए।
संपादन करेंचेतावनी
- उपवास के दौरान आप जितना भी तरोताजा और चुस्त-दुरुस्त अहसास करें, इसे अधिक से अधिक 10 से 14 दिनों के आगे जारी न रखें। लंबे समय तक उपवास या भूखा रहने से आपके चयापचय (metabolism) को भारी नुकसान हो सकता है।
- मूर्छावस्था के चरम तक उपवास मत कीजिए। यदि आप बेहोश हो जाएँ या ऐसा आभास हो, तो इसका अर्थ है कि आपका आहार चरम असंतुलित हो गया। रक्त शर्करा (blood sugar) बढ़ाने के लिए तुरंत एक बिस्कुट या रोटी खाएँ, और एक इलेक्ट्रोलाइट से भरपूर स्पोर्ट्स ड्रिंक पीजिए। बैठिये या लेट जाइए, और यदि संभव हो तो अपने घुटनों के बीच सिर रख लीजिए। आहार-संयम दोबारा शुरू मत कीजिए।
- 3 दिनों से अधिक समय तक सिर्फ पेय पर आधारित उपवास मत कीजिए।
- ऑनलाइन प्राप्त कैसे भी विषहरण आहार-संयम का पालन न करें। इनमें से कई तो किसी विशेष परिस्थितियों में खासे असुरक्षित होते हैं। हमेशा ही अपने चिकित्सक या एक लाइसेंस धारी पोषण-विशेषज्ञ की जानकारी में ही अपना कार्यक्रम चलायें। [१]
- कुछ विषहारी आहार शुरुआती एक या दो दिन में सुस्ती पैदा करते हैं, इसलिए अपने आप को आराम दीजिए और श्रमसाध्य गतिविधि से बचिए।
- अधिकांश पेशेवर चिकित्सक मानते हैं, कि लीवर और गुर्दे बिना किसी विशेष आहार के ही पर्याप्त विषहरण करते हैं। यह ध्यान रखें कि, तमाम उपायों के बावजूद आपको अपनी सेहत में कोई बड़ा भारी अंतर नहीं भी महसूस हो सकता है।
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