मुँहासे त्वचा कि हालत को दर्दभरा और बदरंग बना सकते हैं। इनके द्वारा छोड़े गए दाग, हमेशा इनकी अप्रिय याद दिलाते हैं। कई मुँहासों के दाग, अपने आप ही कुछ महीनों में साफ़ हो जाते है, लेकिन इन्हे जल्दी साफ़ करने के लिए आप कुछ उपाय करके, मुँहासों को आने से रोक सकते हैं | वैसे तो मुँहासों के दाग एक रात में नहीं जाएँगे, लेकिन कुछ नुस्खे, उपचारों, उत्पादनों को प्रयोग करने से कम समय में काफी फर्क पड़ेगा | आपकी त्वचा अनुसार सही नुस्खे को ढूंढें |
संपादन करेंचरण
संपादन करेंआपकी त्वचा की देखभाल
- अपनी त्वचा को धूप से बचाएं: सूर्य कि UV किरणे, त्वचा कि पिग्मेंट निर्माण करने वाली कोशिकाओं को उत्तेजित करती हुई आपके मुँहासों के धब्बों को ओर ज्यादा खराब कर सकती है |[१]अगर आप धूप में जा रहें हैं, तो सनस्क्रीन या चौड़ी टोपी पहने और जहाँ तक हो छाँव में चलें |
- ज्यादा से ज्यादा हर्बल और सौम्य उत्पादों का उपयोग करें: कई लोग अपनी त्वचा से धब्बों को निकालने के लिए इतने उत्सुक रहते हैं कि किसी भी उत्पाद का इस्तेमाल करके अपनी त्वचा को और ज्यादा खराब कर देते हैं | इसलिये अपनी त्वचा अनुसार उत्पादनों का चयन करें | अगर कोई क्रीम आपकी त्वचा पर बुरा असर कर रही है, तो उसका प्रयोग तुरंत बंद कर दें | सौम्य फ़ेशियल क्लीन्ज़र, मेकअप रिमूवर, स्क्रब आदि जो आपकी त्वचा को खराब करने की बजाए अच्छा बनाती है, का ही चयन करें |
- अपने चेहरे को ज्यादा गरम पानी से न धोएं | ज्यादा गरम पानी आपकी त्वचा की नमी को सुखा सकता है | इसलिए, गुनगुने पानी का प्रयोग करें |
- खुदरे कपड़ों से अपना चेहरा साफ़ न करें क्योंकि ये बड़े कठोर होते हैं और आपकी त्वचा को नुकसान पहुंचा सकते हैं |
- चेहरे को रोज़ एक्सफोलिएट करें: मृत त्वचा को निकालकर अच्छी नयी त्वचा पाने के लिए, चेहरे को रगड़कर साफ़ करें | मुँहासे चेहरे के ऊपरी परत को ही नुकसान पहुँचाते हैं, इसलिए रगड़ने से इनके धब्बे कम हो जाते हैं | संवेदनशील त्वचाओं के लिए बनी हुई फ़ेशियल स्क्रब से आप अपने चेहरे को रगड़ सकते हैं |
- आप एक कपड़े को गुनगुने पानी में डूबोकर, हलके हाथो से गोलाकार रगड़ते हुए अपने चेहरे को साफ़ कर सकते हैं |
- हफ्ते में एक बार या हफ्ते में दूसरे दिन अपने चेहरे को रगड़ कर साफ़ करें | अगर आपकी त्वचा ज्यादा खुश्क है, तो हफ्ते में 3-4 बार चेहरे को रगड़ कर साफ़ करें |
- दाग धब्बों को खुरचने से बचें: खुरचना आपकी त्वचा को ठीक करने की बजाए और ज्यादा खराब कर सकती है | आपके हाथों के बैक्टीरिया खुरचे हुए मुँहासों में मिलकर, आपकी त्वचा को संक्रमित करके सूजा सकती है | इसलिए, हमेशा खुरचने से बचें |
- जितना हो सके पानी पीएं और संतुलित आहार खाएं: शायद संतुलित आहार खाने से आपके धब्बे गायब नहीं होंगे | लेकिन, संतुलित आहार आपके शरीर को संतुलित बनाकर त्वचा को अच्छा बनाने में मदद करेगा | 8 से 10 गिलास पानी पीने से शरीर के विषाक्त पदार्थों को बाहर फ़ेंक कर आपको पतला और जवान बनाता हैं | आप विटामिन ए, सी, और इ भी लें सकते हैं |
- विटामिन ए; पालक, गाजर, और हरी फूलगोभी में पाए जाते है | विटामिन सी और इ; संतरे, टमाटर, शकरकंद, और एवोकाडो में पाए जाते है |
- जहाँ तक हो चिकने और वसायुक्त भोजन से बचें, क्योंकि इनसे आपकी त्वचा पर बुरा प्रभाव पड़ता हैं |
संपादन करेंघरेलू उपचार
- ताज़े निम्बू का रस लगाएं: निम्बू में प्राकृतिक विरंजन (bleaching ) गुण होते है जिनसे मुहासों के दाग फीके हो जाते हैं | समान मात्रा में निम्बू का रस और पानी मिलाकर, इस मिश्रण को सिर्फ अपने धब्बों पर लगाएं | 15-20 मिनट के बाद धो लें या पूरी रात इस मिश्रण को लगे रहने दें | “चूंकि निम्बू के रस में 2 PH होता है और त्वचा की 4.0-7.0 PH होती है इसलिए अगर इसे लम्बे समय तक त्वचा पर छोड़ा जाए, तो त्वचा जल भी सकती है | खट्टे रस में बर्गप्टेन (Bergapten) नामक रसायन होते हैं जो डीएनए में मिलकर त्वचा को नुकसान पहुँचाते हैं |” इसलिए इसे सावधानी से प्रयोग करें और कम समय के लिए प्रयोग करने से शुरू करें।
- निम्बू के रस से त्वचा सूख जाती है | इसलिए, इसे धोने के बाद तुरंत क्रीम लगाएं |
- बेकिंग सोड़ा से साफ़ करें: बेकिंग सोड़ा के इस्तेमाल से त्वचा के दाग धब्बों को कम किया जा सकता है | 1 छोटा चमच्च बेकिंग सोड़ा को 1 छोटे चमच्च पानी में मिलाकर घोल तैयार करें | इसे अपने चेहरे पर गोलाकार में रगड़ते हुए 2 मिनट तक लगाएं | गुनगुने पानी से चेहरे को धोलें और अच्छे से पोंछ लें | "यह एक जाना माना नुस्खा है, लेकिन इसे पहले थोड़े समय के लिए प्रयोग करें और फिर धीरे धीरे समय बढ़ाएं। बेकिंग सोड़ा में 7.0 PH होता है जो त्वचा के PH से बहुत ज्यादा है | अगर PH की मात्रा को बढ़ा दी जाएगी, तो लम्बे समय तक मुँहासे नहीं जाएंगे और अधिक संक्रमण और सूजन का भी डर रहेगा |"[२]
- आप बेकिंग सोड़ा का इस्तेमाल जरुरी मौके पर कर सकते हैं, इसे अपने धब्बों पर 10-15 मिनट तक लगाकर चेहरा धोलें |
- शहद इस्तेमाल करें: शहद से ना सिर्फ मुँहासे साफ़ होंगे बल्कि जो लाल दाग पीछे रह जाते हैं, वे भी साफ़ हो जाएंगे | शहद में मौजूदा एंटी-बैक्टीरियल गुण से त्वचा कोमल और सूजन मुक्त बनेगी | किसी भी क्यू-टिप से इसे सीधे निशानों पर लगाया जा सकता है |
- शहद संवेदनशील त्वचा के लिए बेहद गुणकारी माना गया है क्योंकि यह आपकी त्वचा को सूखने से बचाकर उसे नमी प्रदान करता है |
- अगर आपको मोती (pearl) का पाउडर किसी भी दुकान में मिल जाए, तो आप एक चुटकी मोती के पाउडर को शहद में मिलाकर लगाएं | इस पाउडर से सूजन कम होगी और धब्बे भी फीके पड़ने लगेंगे |
- एलोविरा का प्रयोग करें: एलोविरा का रस एक ऐसा प्राकृतिक पदार्थ है जो कई प्रकार कि बिमारियों, चोट लगना, जल जाना, या मुँहासों को दूर करता है | यह त्वचा को फिर से नया बनाकर नमी प्रदान करता है | एलोविरा को किसी भी दुकान में पाया जा सकता है, लेकिन एलोविरा के पत्तियों का रस सब से ज्यादा उपयोगी माना गया है | इसके जैल को धब्बों पर लगाकर छोड़ दें | धोने की भी जरुरत नहीं है |
- तुरंत निशानो के उपचार के लिए, टी ट्री ऑइल को एलोविरा जैल में मिलाकर अपने चेहरे पर लगाएं |
- बर्फ़ का प्रयोग करें: यह एक घरेलू उपचार है जो धब्बों को फीका करके सूजी हुई त्वचा को ठीक करता है | एक साफ़ कपड़े या तोलिये में बर्फ को बंद कर प्रभावित त्वचा पर 1-2 मिनट तक लगाते रहें जब तक वह जगह सुन्न न हो जाए |
- साधारण पानी की बजाए, स्ट्रांग ग्रीन टी को बर्फ के ट्रे में जमा दें | अब इसका प्रयोग अपने मुँहासों पर करें | हरी चाय में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो बर्फ के ठंडेपन के साथ और ज्यादा अच्छे से काम करते हैं |
- चंदन का घोल तैयार करें: चंदन से त्वचा की कई बीमारियां ठीक होती है और इसे बनाना भी एकदम आसान है | 1 बड़ा चमच्च चंदन पाउडर को गुलाबजल या दूध में मिलाकर घोल बनाएं | अब इस घोल को प्रभावित क्षेत्र पर 30 मिनट तक लगाकर धोलें | इस प्रक्रिया को दोहराते रहें, जब तक आपके धब्बे पूरी तरह से गायब न हो जाए |
- आप चंदन पाउडर को शहद में भी मिलाकर धब्बों पर लगा सकते हैं |
- एप्पल साइडर विनेगर का प्रयोग करें: एप्पल साइडर विनेगर, आपकी त्वचा के PH को संभालकर समय के साथ इसे सुधारते हुए लाल रंग के दाग को कम करता है | पानी ओर सिरके को आधा- आधा मिलाकर रुई से प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं, जब तक कि दाग साफ़ न हो जाए |
संपादन करेंमेडिकल उपचारों का प्रयोग
- काँर्टीसोन क्रीम से शुरू करें: काँर्टीसोन क्रीम सूजन को कम करते हुए त्वचा को जल्दी से ठीक करती है | [३]अपने चिकित्सक से सलाह लें कि कौन सी काँर्टीसोन क्रीम का उपयोग करना चाहिए |
- काँर्टीसोन क्रीम पर्चे में और बगैर डॉक्टरी पर्चे के (OTC) , दोनों पर उपलब्ध हैं। निर्देश पढ़कर इसे प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं |
- डॉक्टरी पर्चे के बगैर, त्वचा के धब्बों को कम करने वाली क्रीम का उपयोग करें: इन क्रीम में कोजिक एसिड, अर्बुटिन, मलबरी (mulberry) का रस, लीकोरिस (licorice) का रस और विटामिन सी पाए जाते हैं | इससे त्वचा को बिना जलन या नुकसान पहुंचाए, दाग, धब्बे फीके पड़ जाते है |[४]
- हाइड्रोक्विनोन(hydroquinone) उत्पादनों से बचें: इससे आपकी त्वचा को नुकसान पहुँच सकता है क्योंकि इसमें संभावित कैंसरकारी तत्व होते हैं |[५]
- अगर आपकी त्वचा गहरे रंग की है (जैसे अफ़्रीकी लोग), तो धब्बों को कम करने वाले क्रीम का प्रयोग ना करें | ये आपकी त्वचा से मेलेनिन को निकालकर उन्हें और बदतर बना सकते हैं |[६]
- ग्लाइकोलिक या सेलीसीलिक एसिड का उपयोग करें: ग्लाइकोलिक या सेलीसीलिक एसिड कई त्वचा उत्पादनों में पाए गए हैं, जैसे कि क्रीम, मलहम, और स्क्रब | ये त्वचा के धब्बों को पूरी तरह हटाने से पहले, त्वचा की परत को निकालकर, हाइपरपिगमेंट को बाहर लाती है |[७]
- अपने त्वचा विशेषज्ञ से भी आप ग्लाइकोलिक पील करवा सकते हैं। इससे त्वचा के अंदरुनी हिस्सों की सफ़ाई होती हैं |
- रेटिनॉइड स्किन प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करें: रेटिनॉइड्स, विटामिन ए के डेरीवेटिव हैं जिसे कई प्रकार के त्वचा देखभाल पदार्थो (जो झुर्रियां, त्वचा के धब्बे, और मुँहासे का इलाज करती हैं) में इस्तेमाल किया जाता हैं। रेटिनॉइड्स, कोलेजन उत्पादन को बढ़ाता हैं और कोशिकाओं को तेज करता हैं, जो कील मुँहासो से लड़ने के लिए सर्वोत्तम विकल्प हैं। यह क्रीम थोड़ी महंगी हो सकती हैं लेकिन जल्द और अच्छे नतीजे पाने के लिए, त्वचा विशेषज्ञ इन्हें उपयोग करने की सलाह देते हैं |
- आप रेटिनॉइड क्रीम को काउंटर से खरीद सकते हैं, जैसे त्वचादेखभाल वाले प्रमुख ब्रांड | आपकी त्वचा विशेषज्ञ द्वारा दी गई पर्चे को दिखा कर आप ये क्रीम को खरीद सकते हैं |
- अपनी त्वचा को बचाने के लिए, रेटिनॉइड क्रीम का उपयोग केवल रात को ही करें क्योंकि सूरज की रौशनी में UV किरणों के प्रति ये संवेदनशील होते हैं |[८]
- लेज़र उपचार करवाएं: अगर आपके मुँहासे कई महीनों के बाद भी ठीक नहीं हो रहें हैं, तो लेज़र उपचार करवाएं | आप कौन सा इलाज करवाना चाहते हैं, उसके मुताबिक लेज़र कोलेजन उत्पादन को प्रोत्साहित करती है और दाग को भाप बनाकर साफ़ करती है |[९]
- अपने त्वचा विशेषज्ञ से अपने विकल्पों के बारे में बात करें और संभावित साइड इफेक्ट के बारे में जानें |
- फिलर का प्रयोग करें: मुँहासे आपकी त्वचा पर हमेशा के लिए दाग छोड़ सकते हैं, जिसे भरना नामुमकिन साबित हो सकता है | फिलर इंजेक्शन इन निशानों को भरकर त्वचा को एक समान बनाता है | लेकिन, इस प्रक्रिया को 4-6 महीनों में दोहराना पड़ता है |[१०]
- माइक्रोडर्माब्रेशन (microdermabrasion) या रासायनिक पील के बारे में भी विचार करें: यह प्रक्रिया रातों रात आपके दाग को ठीक नहीं करेगी, क्योंकि ये काफी कठोर होते हैं और त्वचा को ठीक होने में वक़्त लगता है | लेकिन, अगर कोई भी क्रीम आपके काम नहीं आ रही है और आपको सामान्य त्वचा चाहिए, तो आप इसे करवाने के बारे में सोच सकते हैं |
- रासायनिक पील त्वचा के ऊपरी परत को जलाकर नयी त्वचा लाती है |
- माइक्रोडर्माब्रेशन भी इसी तरह से काम करता है, लेकिन यह एक रोटेटिंग वायर ब्रश के उपयोग से त्वचा के धब्बों को साफ़ करता है |
संपादन करेंसलाह
- जितना हो सके पानी पीएं | इससे आपकी त्वचा में नमी बनी रहेगी और आपकी सेहत लम्बे समय तक ठीक रहेगी |
- जितनी जल्दी हो सके अपने मुँहासों का इलाज करवाएं |
- थोड़ा धैर्य रखें | मुँहासे के धब्बे कुछ ही महीनों के बाद साफ़ होने लगेंगे और आपका चेहरा एक सामान हो जाएगा | [११]
- घर के बने दलिये का फेशियल इस्तेमाल करें | 1 चमच्च दलिये को पानी में मिलाएं | इसे निचोड़कर इसके पानी को पूरे चेहरे पर 1 मिनट तक लगाएं | आँखों और होंठों पर ना लगाएं | पानी से चेहरा धोलें | यह तरीका कई लोगों के लिए उपयोगी साबित हुआ है |
- आप हल्दी पाउडर का भी उपयोग कर सकते हैं | यह प्राकृतिक एंटीसेप्टिक है और इसके इस्तेमाल से आपके मुँहासे और धब्बे जल्दी ठीक हो जाते हैं | आप हल्दी को पानी या निम्बू के रस में भिगो सकते हैं | इसे 15 मिनट तक लगाकर ठंडे पानी से चेहरा धोलें | आप आलू के रस का भी इस्तेमाल कर सकते हैं |
- आटे, निम्बू, और दूध के मिश्रण का भी इस्तेमाल कर सकते हैं |
- नारियल का तेल भी धब्बों पर लगा सकते हैं |
- प्रभावित क्षेत्र पर जैतून का तेल भी लगा सकते हैं |
- खीरे का भी इस्तेमाल कर सकते हैं |
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