एक सामान्य व्यक्ति अपने पूरे जीवनकाल में हजारों-लाखों कदम चलता है। पैरों में चाहे जो भी पहनें परंतु इतना अधिक चलना हमारे पैरों को काफी चोट पहुंचा सकता है। घट्टे (या कार्न्स), पैरों को चोट पहुंचा सकने वाले दुर्भाग्यपूर्ण कारक हैं। अपने पैरों को स्वास्थ्यपूर्ण तरीके अपना कर, जैसे कि उपयुक्त जूते और मोज़े पहनना तथा पैरों को नियमित रूप से भिगोना और स्क्रब करना, आप घट्टों से छुटकारा पा सकते हैं। यदि आप निम्नलिखित कार्यों को नियमित रूप से करने की आदत डाल लें तो आप घट्टों को बनने से ही रोक सकते हैं।
संपादन करेंचरण
संपादन करेंघर पर घट्टों से छुटकारा पाना
- अपने पैरों को नियमित रूप से भिगोएँ: यदि आपके पैरों में घट्टे हैं तो पैरों को नियमित रूप से भिगोएँ ताकि सूखी और मृत त्वचा मुलायम पड़ सके। यदि आप गुनगुने पानी और हल्के साबुन से पैरों को स्नान कराएंगे तो वहाँ की त्वचा को निकालना और अधिक आसान हो जाएगा[१]
- गरम पानी की जगह गुनगुने पानी का प्रयोग करें। गरम पानी से आपकी त्वचा सूख सकती है और आपके पैरों में जलन भी हो सकती है।
- अपने घट्टों को झामक पत्थर या फूट फाइल से छुड़ायें: अपने पैरों को भिगोने के बाद या स्नान / शावर लेने के बाद, झामक पत्थर, फूट फाइल या एमरी बोर्ड का प्रयोग करके घट्टों से अतिरिक्त मृत त्वचा को छुड़ायें।[२]
- झामक पत्थर और फूट फाइल तब बेहतर कार्य करते हैं जब आप पैरों को पहले गुनगुने पानी में भिगो लें।
- यदि आपके पास झामक पत्थर, फूट फाइल या एमरी बोर्ड न हो तो मृत त्वचा को रगड़ कर निकालने के लिए आप हाथ-मुंह साफ करने वाले कपड़े का भी प्रयोग कर सकते हैं।
- अपने पैरों को रगड़ने के बाद पैरों पर म्वाइश्चराइजर लगायें ताकि पैरों में नमी बनी रहे और त्वचा मुलायम और लचीला बनी रहे।
- अपने पैरों के कुछ भाग की सुरक्षा करें: चलते समय पैर के जो हिस्से जूतों और मोजों से रगड़ खाते रहते हैं उन्हीं हिस्सों में घट्टे (और कार्न्स) बनते हैं। आप महसूस करेंगे कि आपके कुछ जूते अन्य जूतों की तुलना में ज्यादा खराब हैं। इसलिए, आपका पहला चुनाव यह होना चाहिये कि आप सही नाप के जूते पहनें ताकि उनसे घट्टे या कार्न्स पड़ने ही न पाएँ फिर भी विकल्प के रूप में आप, पैरों को सुरक्षित रखने के लिए, दूकानों में सरलता से मिलने वाले अन-मेडिकेटेड पैड्स का प्रयोग कर सकते हैं।[३]
- ये पैड्स आपके पैर के विभिन्न हिस्सों के हिसाब से विभिन्न साइज़ और आकृतियों में आते हैं परंतु वे बड़े वर्ग के साइज़ में भी आते हैं जिन्हें काट कर आप जिस भी हिस्से के लिए चाहें उसके अनुसार बना सकते हैं।
- उनमें से कुछ के मेडिकेटेड वर्जन भी आते हैं लेकिन उनका प्रयोग आप तब तक न करें जब तक किसी डाक्टर द्वारा सुझाया न गया हो।
- अपने डाक्टर से समय मांगें: यदि आपके घट्टे या कार्न्स में सूजन आ गई हो और उनमें अत्यधिक दर्द हो तो अपने डाक्टर से मिलकर आपको यह जानना चाहिए कि इस समस्या के हल के लिए कौन सा कदम सबसे अच्छा होगा।[४]
- डाक्टर के पास उपयुक्त सुविधा और उपकरण होते हैं जिनकी सहायता से वह घट्टों या कार्न्स से अतिरिक्त त्वचा को काट कर निकाल सकता है। इस कार्य को घर पर कभी न करें।[५]
- यदि घट्टे संक्रमित हो गए हों या उनके संक्रमित हो जाने का खतरा हो तो डाक्टर आपको उन पर कोई ऐन्टीबायोटिक आयंटमेंट जैसे कि पोलिस्पोरिन (Polysporin) लगाने की सलाह दे सकता है।
- घट्टे छुड़ाने की दवा का प्रयोग करें: ऐसे बहुत से चिकित्सीय विकल्प हैं जिसका सुझाव आपका डाक्टर घट्टों से छुटकारा पाने के लिए दे सकता है।[६]
- छोटे पैचेज़, जिनमें 40% सैलिसिलिक एसिड सोल्युशन होता है, को घट्टों या कार्न्स पर सीधे लगाया जा सकता है ताकि त्वचा मुलायम बन सके और आसानी से छुड़ाइ जा सके। ये पैचेज़, विभिन्न ब्रांड-नामों से, दवा की दूकानों पर मिलते हैं जो डाक्टर के पर्चे के बिना भी आसानी से खरीदे जा सकते हैं। यदि आपके डाक्टर ने इन पैचेज़ के प्रयोग की विधि और अवधि न बताई हो तो आप पैकेज पर लिखे निर्देशों के अनुसार इनका प्रयोग करें।
- यदि प्रभावित हिस्सा बड़ा हो और पैच से कवर न हो सकता हो तो डाक्टर के प्रेसक्रिप्शन से आप सैलिसिलिक एसिड जेल खरीद कर उसका प्रयोग कर सकते हैं।
- सैलिसिलिक एसिड का प्रयोग आप डाक्टर के सलाह से ही करें। चूंकि यह एक अम्ल है इसलिए इसमें आपके त्वचा को जलाने या उसमें जलन पैदा करने की क्षमता होती है, जिससे उसमें संक्रमण हो सकता है। आपका डाक्टर आपको बताएगा कि कि कौन सी दवा, कितने अंतराल पर और प्रत्येक बार कितनी मात्रा में प्रयोग करना है।[७]
- खास आपके लिए बनाए गए सुतल्ले (shoe inserts) का प्रयोग करें: आपके पैरों में घट्टे पड़ने का एक कारण आपके पैरों का संरचनात्मक दोष हो सकता है।[८]यह दोष बहुत मामूली हो सकता है परंतु उसके वजह से आपके पैर के कुछ हिस्सों पर जूते के भीतरी भाग से अत्यधिक रगड़ हो सकती है। इस समस्या के हल के लिए यदि आप खास अपने पैरों के नाप के सुतल्ले (shoe inserts) या आर्थोटिक्स (orthotics) पहनेंगे तो संरचनात्मक दोष भी ठीक हो सकता है और घट्टे पड़ने की संभावना कम हो जाएगी।[९]
संपादन करेंअपने पैरों की समुचित देख-भाल करना
- उचित जूते खरीदें: पैरों के अनुसार उचित जूते पहनने से लंबे समय तक घट्टों से बचा जा सकता है। जब आप नए जूते खरीदने जाएँ तो आप बहुत सी चीजें देख सकते हैं जिसमें निंलिखित शामिल हैं:[१०]
- सुनिश्चित करें कि आपके दोनों पैरों के नाप लिए जायेँ। इस बात की संभावना होती है कि अधिकांश लोगों की तरह ही आपका भी एक पैर दूसरे से बड़ा हो। ऐसी सूरत में आपके लिए अच्छा होगा कि आप बड़े पैर के अनुसार जूता खरीदें।
- यदि आप शापिंग के लिए निकले हैं तो जूते सबसे अंत में खरीदें। दिन भर चलने से आपके पैरों में सूजन आ सकती है इसलिए सूजे हुए पैरों के नाप के जूते लेना बेहतर होगा। ऐसा करने से यह सुनिश्चित हो जाएगा कि आपके पैरों में सूजन आने के बाद भी जूते आपके लिए सुविधाजनक बने रहेंगे।
- जूतों का चुनाव उनके साइज़ के बजाय इस आधार पर करना उचित होगा कि उनको पहनने के बाद आप कैसा महसूस करते हैं।
- वैसे तो यह स्पष्ट ही है फिर भी ध्यान देकर जूते अपने पैरों की आकृति के हिसाब से खरीदें। बहुत से स्टाइलिश जूतों की आकृतियां अलग हट कर आकर्षक तो होती हैं परंतु आपके पैरों की आकृति के अनुसार न होने की वजह से उनके कारण आपके पैरों में तकलीफ हो सकती है और घट्टे भी पड़ सकते हैं।
- जब आप नए जूतों का ट्रायल ले रहे हों तो सुनिश्चित करें कि उनमें आपका पूरा पैर, अंगूठे से लेकर एंड़ी तक, किसी भी तरह की असुविधा का अनुभव न करें।
- जूते की नोंक और आपके अंगूठे के बीच लगभग ⅜” से ½" जगह बची रहनी चाहिए।
- अपने पैर सूखे बनाए रखें: आपके पैरों को घट्टा-मुक्त और स्वस्थ बनाए रखने के लिए मोज़े भी उतने ही महत्वपूर्ण हो सकते हैं जितने की जूते। जूते के अंदर अपने पैरों को सूखा बनाए रखने के लिए काटन या प्रकृतिक फाइबर के बने हुए मोज़े सबसे अच्छे होते हैं। इसका महत्व तब और ज्यादा हो जाता है जब आप कोई ऐसा शारीरिक कार्य कर रहे हों जिससे आपके पैरों में पसीना सामान्य से ज्यादा हो रहा हो।[११]
- दुबारा पहनने से पहले यह सुनिश्चित करें कि आपके जूते सूख चुके हैं बल्कि भीगे जूते कभी न पहनें।
- जहां तक संभव हो एक ही मोज़ा लगातार दो दिनों तक न पहनें खास कर तब जब वो पसीने की वजह से या अन्य किसी वजह से भीग गए हों।
- यदि आपके मोज़े भीग गए तो उन्हें शीघ्रातिशीघ्र बदल दें।
- अपने सफाई की दिनचर्या के अंतर्गत याद कर के प्रतिदिन अपने पैरों की सफाई करें, पैरों की उंगलियों के बीच में भी। इस बात का भी ध्यान रखें कि पैरों को धुलने के बाद मोज़े तब तक न पहनें जब तक पैर सूख न जाएँ।
- किसी सार्वजनिक स्विमिंग पूल के आस-पास टहलते समय या सार्वजनिक स्नानागार के अंदर चप्पल या सैंडिल पहनें।[१२]
- अपने पैरों को प्रतिदिन नमी प्रदान करें: आपके पैरों में कुछ जगहें ऐसी होती हैं जहां मोज़े और जूते की रगड़ सबसे अधिक होती है और उन्हीं जगहों पर घट्टे भी बनते हैं। परंतु आप पैरों को प्रतिदिन नमी पहुंचा कर उन्हें अच्छा और मुलायम बना सकते हैं और इस तरह घट्टों से बच सकते हैं और उनका निवारण भी कर सकते हैं।[१३]सर्दियों में अपने पैरों को नम और मुलायम बनाए रखना और ज्यादा महत्वपूर्ण होता है क्योंकि उस समय हवा ठंडी और सूखी होती है।[१४]
- म्वाइश्चराइजर लगाने के तुरंत बाद नंगे पाँव न टहलें, यह खतरनाक हो सकता है।
- सोने से ठीक पहले पैरों में म्वाइश्चराइजर लगाने की आदत डालें।
- म्वाइश्चराइजर लगाते समय अपने पैरों पर मसाज करें। ऐसा करने से अच्छा तो लगता ही है साथ ही पैरों में ब्लड सर्कुलेशन भी बढ़ता है।
- यदि संभव हो तो पैरों पर ऐसे म्वाइश्चराइजर का प्रयोग करें जो विशेष कर पैरों के ही लिए बनाए गए हों।
- कार्न्स से बचने और उनको हटाने का प्रयास करें: कार्न्स भी घट्टे ही होते हैं, अंतर केवल इतना होता है कि कार्न्स पैर के अन्य हिस्सों में न बन कर केवल अँगूठों पर ही बनते हैं। कार्न्स, आमतौर पर, आपके जूतों की नोंक और पैर के अँगूठों के बीच में होने वाले घर्षण के कारण बनते हैं। यह घर्षण, जूते के अंगूठे वाले हिस्से के ज्यादा छोटे होने के कारण या हाई-हील्स के कारण हो सकते हैं क्योंकि हाई-हील्स वाले जूते, गुरुत्वाकर्षण के कारण, आपके पैरों को नीचे की ओर धकेलते हैं।[१५]
- कार्न्स से बचाव और उसके उपचार के लिए वही तरीका अपनाया जा सकता है जो घट्टों के मामले में अपनाया जाता है परंतु यदि उनकी स्थिति गंभीर हो या उनमें दर्द हो तो बेहतर होगा कि अपने डाक्टर से मिलें।
- पैरों को आराम दें: पैरों को नियमित रूप से आराम देना भी बहुत महत्वपूर्ण है। शरीर के अन्य अंगों की तरह पैरों को भी तनाव से राहत मिलनी चाहिए। साथ ही, यदि आपको पैरों को क्रास करके बैठने की आदत है तो थोड़े-थोड़े समय पर, ऊपर वाले पैर को नीचे और नीचे वाले पैर को ऊपर करते रहें ताकि ब्लड सर्कुलेशन बेहतर हो सके।[१६]
संपादन करेंपैरों को आराम पहुंचाने के अन्य तरीके
- नीबू के जूस में पैरों को भिगोयें: नीबू में उपस्थित एसिड पैरों को मुलायम बनाने और घट्टों से छुटकारा दिलाने में सहायक हो सकता है। अपने पैरों को नीबू के जूस में 10 मिनट तक भिगोयें और उसके बाद किसी झामक पत्थर या फूट फाइल से रगड़ें।[१७]
- वैसे तो फूट रेज़र्स या शेवर्स (shavers) किसी भी ड्रग स्टोर या फार्मेसी से खरीदे जा सकते हैं परंतु इस कार्य के लिए उनका प्रयोग उचित नहीं होगा। उनके प्रयोग से पैर की त्वचा आसानी से कट सकती है और उनमें आसानी से संक्रमण हो सकता है।[१८]
- अपनी क्रैक्ड-हील क्रीम स्वयं बनायें: आपकी एंड़ियों में भी काफी घट्टे बनते हैं। अपनी क्रैक्ड-हील क्रीम स्वयं घर में ही बनाकर आप अपने एंड़ियों और पैर के शेष भाग को नरम और म्वाइश्चराइज्ड बनाए रख सकते हैं। बस आपको इतना ही करना है कि आप एक चम्मच ऑलिव आयल को एक छोटे बोतल में डालें और उसमें नीबू या लैवेंडर एसेंशियल आयल की कुछ बूंदें मिलायें। उसके बाद बोतल को तब तक हिलायें जब तक उसके अंदर का द्रव गाढ़ा और दूधिया न हो जाये और उसके बाद उसे अपने पैरों और खासकर एंड़ियों पर लगाएँ। [१९]
- यदि आप प्रयोग से पहले बोतल को हिलाना न भूलें तो आप इस क्रीम को बनाकर भविष्य में प्रयोग किए जाने के लिए भी स्टोर कर सकते हैं।
- सोने से पहले पैरों में तेल लगायें: पैरों को म्वाइश्चराइज करने के लिए सबसे अच्छा समय सोने से पहले का होता है। अपने पैरों को नम बनाए रखने के लिए आप स्टोर से खरीद कर लाये गए म्वाइश्चराइजर के अतिरिक्त, अन्य म्वाइश्चराइजर जैसे कि वनस्पति तेल का भी प्रयोग कर सकते हैं। सोने से पहले वनस्पति तेल की एक पर्त अपने पैरों पर लगायें और मोज़े पहन लें। रात भर सोने के दौरान मोज़े पहने रहें और सुबह पैरों पर लगे हुये अतिरिक्त तेल को पोछ कर साफ कर दें। [२०]
- वनस्पति तेल (और अन्य तेल) से फैब्रिक, जिसमें आपके मोज़े और चद्दर शामिल हैं। पर दाग लग सकते हैं। ऐसे में ऊनी मोज़ों का प्रयोग सबसे अच्छा होगा क्योंकि ऊन तेल को सोख लेता है और उसमें दाग भी नहीं लगता है। यदि आप ऊनी मोज़ों का प्रयोग नहीं कर सकते हैं (या वे बेहद गरम हों) तो उनकी जगह पुराने मोज़ों का प्रयोग करें।
- अपना ओवरनाइट फूट मास्क (overnight foot mask) स्वयं बनाएँ: आपके चेहरे, हाथों और बालों की तरह ही आपके पैर भी मास्क से फायदा उठा सकते हैं। एक बड़ा चम्मच वेसलीन (या कोई अन्य वैसा ही उत्पाद) और एक नीबू का रस मिला कर आप अपना मास्क स्वयं सरलता से घर पर ही बना सकते हैं। उपरोक्त चीजों को किसी कटोरे में मिला लें और सोने से पहले उस मिश्रण को अपने पैरों को साफ करके उस पर लगा लें। रात भर मोज़े पहन कर सोएँ और सुबह अतिरिक्त वेसलीन को किसी तौलिये से साफ कर लें। [२१]
- किसी पुराने मोज़े को इसी कार्य के लिए रिजर्व कर लें ताकि वेसलीन द्वारा उनके या चद्दर के दागदार होने की चिंता समाप्त हो जाए।
- अपने पैरों को म्वाइश्चराइज करने के लिए पैराफ़िन वैक्स का प्रयोग करे: पैराफ़िन वैक्स का प्रयोग अक्सर ऐस्थेटीशियन (Aesthetician) पेडीक्योर (pedicure) के लिए स्पा में करते हैं परंतु आप पैराफ़िन वैक्स का प्रयोग घर पर भी कर सकते हैं। वैक्स को एक कटोरे में रख कर माइक्रोवेव में गरम करके पिघला लें और उसके बाद उसमें समान मात्र में सरसों का तेल मिला लें (वास्तव में सरसों का तेल ही आपके पैरों को म्वाइश्चराइज करता है)। जब कटोरे में उपस्थित वैक्स थोड़ा ठंडा हो जाये तो अपने हर पैर को उसमें दो बार डुबाएं और दोनों डुबकियों के बीच इतना अंतराल अवश्य रखें कि वैक्स पैरों पर सूख जाये। उसके बाद पैरों को 15 मिनट के लिए प्लास्टिक के रैपर या बैग में लपेट लें। उसके बाद प्लास्टिक रैप और वैक्स दोनों को एक साथ छुड़ाएँ।[२२]
संपादन करेंसलाह
- नेल-पॉलिश रिमूवर, एसीटोन-सहित और एसीटोन-रहित दोनों ही वर्जन्स में आते हैं। एसीटोन-सहित वर्जन, नेल-पॉलिश को हटाने में काफी कारगर होता है परंतु साथ ही वह त्वचा और नाखूनों पर कड़ा प्रभाव डालता है। यदि आपके नाखून सूखे और नाजुक हों या आप अपने नेल-पॉलिश अक्सर छुड़ाते रहते हैं तो बेहतर होगा कि आप नेल-पॉलिश का एसीटोन-रहित वर्जन प्रयोग करें। एसीटोन-रहित वर्जन आपकी त्वचा और नाखूनों पर नरम होते हैं परंतु नेल-पॉलिश हटाने के लिए फिर आपको कुछ ज्यादा ही मेहनत करनी पड़ेगी।[२३]
संपादन करेंचेतावनी
- जिन व्यक्तियों को मधुमेह हो (या अन्य कोई ऐसी बीमारी हो जो पैरों की ओर जाने वाले रक्त को प्रभावित करती हो) उन्हें अपने पैरों की स्थिति पर विशेष ध्यान देना चाहिए क्योंकि उन्हें घट्टों से होने वाले जटिलताओं का ज्यादा जोखिम होता है। ऐसे मामलों में घर में उपचार का प्रयास न कर के डाक्टर से मिलना सबसे अच्छा होगा।[२४]
संपादन करेंस्रोत और उद्धरण
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