January 23, 2019, 6:31 pm
अगर आपके बाल नॉर्मली स्ट्रेट हैं, तो ऐसे में आपके लिए नेचुरल नजर आने वाले कर्ल्स पाना जरा मुश्किल हो सकता है। हालाँकि, ऐसी कुछ टेक्निक्स मौजूद हैं, जिन्हें इस्तेमाल करके आप नेचुरल दिखने वाले कर्ल्स तैयार कर सकती हैं, इनमें पिन कर्ल्स तैयार करने के लिए बॉबी पिन्स (bobby pins) का इस्तेमाल करना, कर्लर्स (curlers) इस्तेमाल करना, अपने बालों को कर्ल करने के लिए ब्रेड्स (चोटियाँ) और जूड़ों का इस्तेमाल करना शामिल हैं। इसके साथ ही, अगर आपके बालों में पहले से ही हल्की सी वेव (wave) भी हैं, तो अपने कर्ल्स को और भी ज्यादा बढ़ाने के लिए, और भी कई टेक्निक्स मौजूद हैं।
संपादन करेंसॉक्स (मोजे) और रैग्स इस्तेमाल करना (Using Socks and Rags)
- कुछ सॉक्स को लेंथ-वाइज़ आधे में काट लें: अपने बालों को घुमाने के लिए, आपको बहुत सारे रैग्स की जरूरत पड़ेगी। आप कुछ पुराने सॉक्स को लेंथ-वाइज़, आधा (अंगूठे से लेकर ऊपर तक) काटकर या फिर आप कुछ पुरानी टॉवल्स या टी-शर्ट्स को स्ट्रिप्स (पट्टियाँ) में काटकर भी रैग्स तैयार कर सकते हैं।[१]
- इन स्ट्रिप्स को बहुत छोटा या बहुत पतला न बनाएँ; आप इन्हें आपके बालों के छोटे-छोटे सेक्शन्स को बांधने के लिए इस्तेमाल करेंगी।
- अपने बालों को धो लें: ऐसे बालों के ऊपर शुरुआत करें, जो कि साफ और हल्के से गीले हैं, लेकिन बहुत ज्यादा गीले भी न हों। अगर आपके बाल अभी भी एकदम भीगे हुए हैं, तो पहले इन्हें एक सॉफ्ट टॉवल से सुखाकर सारा मॉइस्चर निकाल दें। इसके साथ ही आपको आपके बालों को सुलझाने के लिए, एक चौड़े दांतों वाली कोम्ब (wide-toothed comb) भी इस्तेमाल करना होगी।[२]
- अगर आपके बाल काफी मोटे हैं, तो आपको इन्हें सुखाने के लिए, ब्लो ड्राइ भी करना पड़ेगा। नहीं तो, आपके बाल रातभर में भी नहीं सूख पाएंगे और रैग रोल्स अपना काम नहीं कर पाएंगे।[३]
- आप चाहें, तो रैग रोल को अपने बालों में लगाते हुए भी, अपने बालों को सुखाने की कोशिश कर सकती हैं, जैसे कि, कर्ल्स को सेट करने के लिए, बालों में रैग्स लगाते वक़्त हेयर ड्रायर के नीचे बैठे रहकर सकती हैं।
- कुछ जैल, कर्ल एन्हांसिंग क्रीम (curl enhancing cream) या मूज (mousse) भी इस्तेमाल करें: अगर आपके बालों में कर्ल्स ठहर नहीं पाते हैं, तो कर्ल एन्हांसिंग क्रीम (मोटे बालों के लिए) या मूज कर्ल्स बनाने में मदद कर सकते हैं। जैल या कर्ल एन्हांसिंग क्रीम इस्तेमाल करने से, स्टाइल को ज्यादा देर तक बनाए रखने में भी मदद मिलेगी।[४]
- ऐसे प्रोडक्ट का इस्तेमाल करें, जो आपके कर्ल्स को बनाने में मदद करे, जैसे कि कार्लिंग मूज।
- अगर आप मूज इस्तेमाल कर रही हैं, तो इसकी उचित मात्रा का इस्तेमाल करें।
- अपने बालों को छोटे-छोटे सेक्शन में डिवाइड कर लें: पहले अपने बालों को बीच में से डिवाइड करके शुरुआत करें, फिर इसके बाद दोनों आधे भागों छोटे-छोटे दो सेक्शन्स में डिवाइड कर लें। ये आपके लिए, आपके बालों के ऊपर काम करना आसान बना देगा।
- आपको आपके बालों के सबसे ऊपर मौजूद बाकी के सेक्शन्स को क्लिप से भी दबा लेना होगा, ताकि आप एक बार में किसी एक सेक्शन के ऊपर, आसानी से काम कर सकें।
- अपने बालों को सॉक्स के टुकड़ों में लपेटना शुरू करें: बालों के एक पतले सेक्शन को पकड़ें और इन्हें मोजे के टुकड़े के बीच में लपेटना शुरू कर दें। बालों के छोर वाले हिस्से को रैग में दबाएँ और अपने बालों को रैग में लपेटना शुरू कर दें। जब तक कि आप आपके स्कैल्प तक न पहुँच जाएँ, तब तक ऐसे ही लपेटना जारी रखें।[५]
- अगर आप आपके बालों के छोटे-छोटे सेक्शन को लपेट रही हैं, तो आपको ज्यादा टाइट कर्ल्स मिलेंगे।
- अगर आप बड़े सेक्शन को लपेट रही हैं, तो आपको लूज कर्ल्स मिलेंगे।
- रैग को एक टाइट नॉट में बाँध लें: रैग के दोनों छोर को एक-साथ लेकर आएँ, और इन्हें एक टाइट नॉट में बाँध लें। अगर आपके बाल काफी मोटे हैं, तो आपको रैग में डबल-नॉट भी बांधना होगी।
- अगर आपको अपने बालों को ऊपर बांधे रखने में तकलीफ हो रही है, तो आप ऐसे में बॉबी पिन्स का इस्तेमाल भी कर सकती हैं।
- अपने बचे हुए बालों को लपेट लें: अपने बालों को तब तक रैग में लपेटते रहना जारी रखें, जब तक कि आपके सारे बाल इसमें नहीं चले जाते। इन सेक्शन्स को एक-समान रखने की पूरी कोशिश करें, लेकिन आपको इन्हें एकदम परफेक्ट बनाने की भी चिंता नहीं करनी है।
- बालों के सूखने का इंतज़ार करें या फिर रैग्स को निकालने से पहले ब्लो ड्रायर का इस्तेमाल करें: आपके बालों को सूखने में कुछ घंटों तक का वक़्त भी लग सकता है, इसलिए आपको अपने बालों को रातभर के लिए रैग में ही छोड़ देना चाहिए। अगर आप आपके कर्ल्स को बहुत जल्दी सेट करना चाहती हैं, तो इसके लिए आप ब्लो ड्रायर का इस्तेमाल भी कर सकती हैं। रैग्स को बहुत जल्दी भी न निकाल लें, वरना आपके कर्ल्स न तो कर्ल्स ही लगेंगे और न ही स्ट्रेट बने रहेंगे।
- चेक करने के लिए पहले एक रैग को निकलकर देख लें। अगर आपके बाल सूख चुके हैं और एक नेचुरल नजर आने वाले कर्ल्स बन चुके हैं, तो फिर ऐसे में बाकी के रैग्स को निकालना सही रहेगा।
- अगर रैग्स रात में निकल भी जाते हैं, तो घबराएँ नहीं। आप अपने बिना कर्ल हुए सेक्शन को कर्ल करने के लिए कर्लिंग आयरन इस्तेमाल कर सकती हैं।[६]
- अपने बालों को अपनी इच्छानुसार स्टाइल करें: जब आप रैग्स को निकाल लें, तब आपके कर्ल्स बहुत टाइट भी रह सकते हैं। आप इन्हें इसी तरह से भी रख सकती हैं या फिर आप उनमें से उंगली घुमाकर, उन्हें और फ्लफ (भरा-भरा सा) भी कर सकती हैं।
- कर्ल्स को उनकी जगह पर बनाकर रखने के लिए जरा सा हेयर स्प्रे भी लगा लें।
- अगर आप और भी जेंटल, ओल्ड-फैशन्ड वेवी कर्ल पसंद करती हैं, तो फिर आप अपने बालों को ब्रश भी कर सकती हैं।[७]
संपादन करेंहेयर रोलर्स इस्तेमाल करना (Using Hair Rollers)
- सारा सामान इकठ्ठा कर लें: आप आपके बालों को नेचुरली कर्ल करने के लिए हार्ड या फ़ोम रोलर्स इस्तेमाल कर सकती हैं। क्योंकि इन्हें इस्तेमाल करने के लिए हीट की जरूरत नहीं होती है, इसलिए ये आपके बालों को डैमेज नहीं करते हैं। आपको इनकी जरूरत पड़ेगी:
- आपकी पसंद के साइज़ (स्माल, मीडियम, लार्ज, या एक्स्ट्रा लार्ज) के फ़ोम रोलर्स का सेट
- एक चौड़े दांतों वाली कोम्ब (a wide-toothed comb)
- थोड़ा सा जैल या मूज (ऑप्शनल)
- अपने बालों को धोएँ और कंडीशन करें: शुरुआत करने के लिए बालों का साफ, और सुलझे हुए होना जरूरी है, इसलिए अगर आपने आज अपने बालों को नहीं धोया है, तो इन्हें धो लें और कंडीशनर लगा लें। अपने बालों में मौजूद उलझल को सुलझाने के लिए, हल्के से गीले बालों पर चौड़े दांतों वाली कोम्ब फेर लें। अपने बालों के छोर से शुरुआत करें और फिर धीरे-धीरे बालों की जड़ों तक आते जाएँ।
- कुछ हेयर प्रोडक्ट्स लगाने का विचार करें: अगर आपके बाल एकदम स्ट्रेट हैं और इन पर कर्ल्स नहीं ठहर पाते हैं, तो आपको कुछ स्टाइलिंग जैल या मूज बगैरह लगाना होगा। ये आपके कर्ल्स को बेहतर और लंबे वक़्त तक के लिए बनाए रखने में मदद करेगा।
- बालों पर कर्ल्स की मजबूत पकड़ होने की पुष्टि के लिए, मूज की अच्छी मात्रा का इस्तेमाल करें।
- आप चाहें तो कुछ ऐसे खास प्रोडक्ट्स को भी चुन सकती हैं, जिन्हें आपके बालों को कर्ली बनाने के लिए ही तैयार किया गया हो।
- बालों के छोटे से सेक्शन को रोल करना शुरू करें: अपने बालों के छोटे से सेक्शन को लें और इसे हेयर रोलर में लपेटने लगें, अपने बालों के छोर से शुरुआत करें और स्कैल्प की ओर तक चलते जाएँ। अपने बालों के एक ऐसे सेक्शन को पकड़ें, जो कि रोलर की तुलना में सँकरा हो। इसके छोर को हेयर रोलर में रख दें। बालों को रोलर के विपरीत रखें और आपके सिर की तरफ जाते हुए रोल करते जाएँ। अगर जरूरत हो, तो रोलर को फँसा लें।
- हेयर रोलर्स के आपके सिर के सामने हॉरिजॉन्टल रखे होने की पुष्टि करें।
- आप अपने बालों को आधे में बाँट सकती हैं और फिर हेयर रोलर्स को अपने सिर के लेफ्ट और राइट साइड पर लगा सकती हैं।
- आप आपके सिर के सबसे ऊपरी हिस्से से भी बालों को पकड़ सकती हैं और फिर हेयर रोलर्स को हॉरिजॉन्टली उसमें डाल सकती हैं।
- अपने बालों के पूरी तरह से सूखने तक का इंतज़ार करें: हेयर रोलर्स को निकालने से पहले, आपके बालों के पूरी तरह से सूखे होने की पुष्टि करना बहुत जरूरी होता है। अगर आप जल्दी में हैं, तो आप लो या मीडियम सेटिंग में ब्लो ड्रायर का इस्तेमाल भी कर सकती हैं। अगर आप हेयर रोलर्स को बहुत जल्दी निकाल लेती हैं, तो आपके बाल नीचे की तरफ भारी से लगने लगेंगे और इनमें कर्ल भी नहीं बन पाएंगे।
- अगर आप आपके बालों पर हीट इस्तेमाल नहीं करना चाहती हैं, तो अपने बालों के लिए इस सेटिंग को एक रात पहले इस्तेमाल करें, ताकि आपके बाल रातभर में सूख जाएँ।
- अपने बालों को अपनी इच्छानुसार स्टाइल करें: आप चाहें तो आपके बालों को बिना छुए, ऐसे ही टाइट रिंग के फॉर्म में रहने दे सकती हैं या फिर इन्हें कुछ अलग कर्ल्स में भी डिवाइड कर सकती हैं। अगर आप आपके कर्ल्स को टाइट रखना चाहती हैं, तो आप इनके ऊपर एक हेयरस्प्रे भी लगा सकती हैं।
- आप आपके कर्ल्स को सॉफ्ट भी कर सकती हैं और फिर उनमें अपनी उंगलियाँ घुमाकर उन्हें जरा सा फैला भी सकती हैं।
- अपने कर्ल्स पर हेयर ब्रश का इस्तेमाल न करें, नहीं तो ये फ्रिजी (उलझे हुए) से लगने लगेंगे। आप अगर आपके बालों को हल्का सा स्मूद करना चाहती हैं, तो एक चौड़े दांतों वाली कोम्ब या पिक का इस्तेमाल करें।
संपादन करेंचोटियाँ और जूड़ों का इस्तेमाल करना (Using Braids and Buns)
- आपके बालों के साफ और हल्के गीले होने की पुष्टि कर लें: शुरू करने से पहले अपने बालों को शैम्पू और कंडीशन कर लें। अपने बालों में किसी भी तरह की उलझन न होने की पुष्टि करने के लिए आपको इन्हें गीले में ही एक चौड़ी दांतों वाली कोम्ब से कंघी भी करना होगा।
- अपने बालों को शावर में उस वक़्त कोम्ब फेरने की कोशिश करें, जब उनमें कंडीशनर लगा हो।
- कुछ हेयर प्रोडक्ट लगाएँ: अगर आप शुरुआत से पहले अपने बालों में मूज या जैल जैसे प्रोडक्ट्स लगा लेंगी, तो ये आपके कर्ल्स को और भी अच्छी तरह से होल्ड कर सकेंगे। इन्हें इतना इस्तेमाल करें, कि आपकी लटें इनसे पूरी कवर हो जाएँ।
- कर्लिंग मूज जैसे, एक स्पेशल कर्लिंग प्रोडक्ट का इस्तेमाल करें। इससे आपको बेहतर कर्ल्स मिलेंगे।
- अपने बालों में एक वेवी लुक पाने के लिए चोटी बनाकर देखें: आप जितनी ज्यादा चोटियाँ गूथेंगी, आपको उतने ही टाइट कर्ल्स मिलेंगे। अपने सिर के दोनों तरफ, कम से कम दो चोटियाँ बनाने का प्लान करें।
- और ज्यादा टाइट कर्ल्स पाने के लिए, चार चोटियाँ गूथने की कोशिश करें। ध्यान दें, कि ये आपके बालों के सिर्फ निचले भाग को कर्ली बनाएँगी; आपके सिर में ऊपर मौजूद ज़्यादातर बाल अभी भी स्ट्रेट ही रहेंगे।
- एक ऑल-ओवर कर्ल के लिए कुछ फ्रेंच चोटियाँ बनाकर देखें: फिर से, आप जितनी ज्यादा चोटियाँ करेंगी, आपको उतने ही टाइट कर्ल्स मिलेंगे। एक या दो चोटी बालों में भारीपन देंगी और पाँच से छह चोटियाँ छोटे-छोटे कर्ल्स देंगी।
- अपने बालों में बहुत से छोटे-छोटे जूड़े (Buns) बना लें: अपने बालों को बीच से डिवाइड कर लें, फिर हर एक साइड को दो सेक्शन्स में बाँट लें। हर एक सेक्शन को रबर बैंड से अलग-अलग बाँध लें, ताकि आपके पास में अब सिर्फ चार छोटी-छोटी पोनीटेल बची रह जाएँ। बालों को निचले बाँये सेक्शन से पकड़ें और इन्हें एक लय में घुमाते जाएँ। इसे तब तक घुमाते रहें, जब तक कि इसमें खुद ही एक कर्ल न बन जाए और एक जूड़ा बन जाए। इस जूड़े को एक और दूसरी रबर से बाँध लें या बॉबी पिन से फँसा लें। अब इसे निचले दाँये तरफ और ऊपर के दो भागों पर भी दोहराएँ।
- आप चाहें तो और ज्यादा वेवी कर्ल्स पाने के लिए, एक या दो सॉक्स बन (Bun) भी बना सकती हैं।
- जूड़े या कर्ल्स को खोलने से पहले अपने बालों के पूरी तरह से सूखने तक इंतज़ार करें: इसमें कुछ घंटों का वक़्त लग सकता है। अगर आप जल्दी में हैं, तो आप लो या मीडियम सेटिंग में ब्लो ड्रायर का इस्तेमाल भी कर सकती हैं। अगर आप अपने बालों को रातभर के लिए सूखने देंगी, तो आपको और भी बेहतर कर्ल्स मिलेंगे।
- अगर इच्छा हो, तो अपने कर्ल्स को स्टाइल करें: जब आप अपने जूड़ों और चोटियों को खोलेंगी, तब आपके कर्ल्स बहुत टाइट रहेंगे। आप चाहें तो उनमें अपनी उंगलियाँ फेरकर, उन्हें फ्लफ कर सकती हैं। उन पर ब्रश न फेरें, नहीं तो ये एकदम उलझे हुए से लगेंगे।
संपादन करेंनेचुरल कर्ल्स लाना और फ्रिज (Frizz) कम करना
- बालों को एक हफ्ते में तीन बार से ज्यादा न धोएँ: आप आपके बालों को जितना ज्यादा बार धोएँगी, ये उतने ही ड्राइ होते जाएंगे। ये अगर ड्राइ हैं, तो ये कर्ली दिखने के बजाय और ज्यादा फ्रिजी नजर आएंगे। हालाँकि, आप अपने बालों के ऊपर अक्सर कंडीशनर इस्तेमाल कर सकती हैं, या फिर को-वॉशिंग (co-washing) भी करके देख सकती हैं, जिसमें अपने बालों को शैम्पू की जगह, सिर्फ कंडीशनर से धोना शामिल होता है।
- शैम्पू इस्तेमाल करते वक़्त, इसे आपके बालों के छोर के बजाय ज्यादा से ज्यादा आपके स्कैल्प पर इस्तेमाल करने की कोशिश करें।
- कंडीशनर इस्तेमाल करते वक़्त, इसे स्कैल्प पर कम और छोर पर ज्यादा इस्तेमाल करें।
- सल्फेट-फ्री हेयर प्रोडक्ट्स इस्तेमाल करें: सल्फेट्स काफी कठोर क्लीनिंग एजेंट होते हैं और ये आपके बालों को ड्राइ, बेजान और फ्रिजी बना सकते हैं। इसी वजह से सल्फेट वाले शैम्पू और दूसरे प्रोडक्ट्स को इस्तेमाल करने से बचना ही बेहतर माना जाता है।[८]
- ऐसे हेयर प्रोडक्ट्स की तलाश करें, जिनके ऊपर “सल्फेट-फ्री (sulfate-free)” लिखा हुआ हो।
- इसके साथ ही आपको हर तीसरे या चौथे दिन के बजाय, हर एक दिन के बाद अपने बालों को धोने के बारे में सोचना चाहिए।
- अपने कर्ल्स को स्टाइल करने के लिए एक चौड़े दांतों वाली कोम्ब का इस्तेमाल करें: अपने सूखे बालों के ऊपर कभी भी हेयरब्रश का इस्तेमाल न करें। ये आपके कर्ल पैटर्न को तोड़ देगा और आपके बालों को फ्रिज कर देगा। अपने कर्ल्स को ठीक करने के लिए एक चौड़े दांत की कोम्ब का यूज करें।[९]
- हमेशा पहले नीचे से शुरुआत करें और अपने बालों को कभी भी सीधे जड़ों से न सुलझाएँ। इस तरह से आपके बाल खिंच और टूट सकते हैं।
- हालाँकि, आप अपने हल्के गीले बालों पर एक हेयरब्रश का इस्तेमाल कर सकती हैं। बस इन्हें छोटे-छोटे सेक्शन में, पहले नीचे से शुरुआत करने की पुष्टि कर लें।
- अपने बालों को हवा में सूखने दें: अगर आपको अपने बालों को ब्लो ड्राइ करना पड़ रहा है, तो पहले अपने बालों को हीट प्रोटेक्टिंग स्प्रे से भी स्प्रे कर लें। फिर, एक लो या मीडियम हीट सेटिंग और एक डिफ्यूजर का इस्तेमाल करें। ये आपके कर्ल्स के नेचुरल पैटर्न को बनाए रखने में मदद करेगा।
- आपके बालों के हल्के से गीले होने के साथ ही, अपनी उंगलियों के जरिए कर्ल्स बनाने की कोशिश करें। एक कर्ल को अपनी उंगली पर ज़ोर से लपेट लें, फिर बहुत आराम से अपनी उंगली को स्पाइरल मोशन में घुमाते जाइए। दूसरे कर्ल्स के लिए भी इसे रिपीट करें। ये आपके कर्ल्स को आकार देने में और इन सबको एक ही डाइरेक्शन में बनाए रखने में मदद करेंगे।
- अपने बालों को एक टी-शर्ट या एक माइक्रोफाइबर टॉवल से सुखा लें: रोज इस्तेमाल की जाने वाली टॉवल्स कर्ल्स के लिए बहुत रफ हो सकती हैं। फाइबर किसी भी कमजोर बाल को फँसा सकती है और उन्हें तोड़ भी सकती है। इसकी बजाय, अपने बालों को एक माइक्रोफाइबर टॉवल या टी-शर्ट से सुखाने की कोशिश करें।
- अपने कर्ल्स को बढ़ाने या फ्रिज को कम करने के लिए कुछ हेयर प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करें: ब्यूटी स्टोर्स और सलोन पर ऐसे कई तरह के प्रोडक्ट्स मौजूद हैं, जो आपके नेचुरल कर्ल्स को उभारने में मदद कर सकते हैं। इनमें से ज़्यादातर को हल्के से गीले बालों के ऊपर लगाया जाना होता है, वहीं कुछ को आपके सूखे हुए बालों के ऊपर भी लगाया जा सकता है।[१०] शुरुआत करने के लिए, यहाँ कुछ आइडियाज दिये गए हैं:
- कर्ल्स को उभारने के लिए अपने हल्के गीले बालों के ऊपर मूज और जैल्स का इस्तेमाल करें। एक ग्रेप-साइज़ के भाग के साथ शुरुआत करें और फिर इसे अपनी उंगली से लगा लें।
- फ्रिज को कम करने के लिए अपने सूखे बालों पर ऑइल्स का इस्तेमाल करें। मटर के दाने के आकार से शुरुआत करें और बालों के छोर पर ज्यादा फोकस करें। नेचुरल आर्गन ऑइल (Argan oil), कोकोनट ऑइल या जोजोबा ऑइल (jojoba oil) का इस्तेमाल करें।
- बीच वेव्स (beach waves) तैयार करने के लिए एक सी साल्ट स्प्रे (sea salt spray) का इस्तेमाल करें। ध्यान रखें, कि इसकी वजह से आपके बाल कुछ चिपके हुए से बन सकते हैं। आप समुद्री नमक को पानी के साथ मिलाकर, अपने घर पर भी सी साल्ट स्प्रे तैयार कर सकती हैं।
- अपने सूखे या गीले बालों के ऊपर एक एंटी-फ्रिज क्रीम का इस्तेमाल करें। अंगूर के आकार की मात्रा के साथ शुरुआत करें और अपने बालों की किनारों और सबसे बाहरी लेयर पर फोकस करें।
- अपने बालों कि हर छह हफ्तों में ट्रिम कराते रहें: बालों को रेगुलरली ट्रिम करने से स्प्लिट एन्ड्स को कम करने में मदद मिलेगी। आप इस अवसर का इस्तेमाल किसी भी लेयर को समान करने या बालों में एक लेयर एड करने के लिए भी कर सकती हैं। लेयर्स आपके बालों में कर्ल्स लाने का एक अच्छा रास्ता होता है; स्ट्रेट, नॉन-लेयर्ड हेयर आपके बालों में वजन को कम कर सकते हैं और इन्हें कुछ हद तक स्ट्रेट भी दर्शा सकता है।[११]
संपादन करेंपिन कर्ल्स बनाने के लिए बॉबी पिन्स का इस्तेमाल करना
- सारी चीज़ें इकट्ठी कर लें: बॉबी पिन्स, जिन्हें कई दशकों से इस्तेमाल किया जाते आ रहा है, आप इनके जरिए भी काफी सारे नेचुरल कर्ल्स पा सकती हैं। बॉबी पिन्स इस्तेमाल करने के लिए किसी भी तरह के महँगे या केमिकल वाले प्रोडक्ट्स की जरूरत भी नहीं पड़ती है। पिन कर्लिंग, बालों की छोटी लटों को एक लूप में ऊपर की तरफ घुमाकर और फिर उन्हें स्कैल्प पर पिन लगाकर रोककर, कुछ घंटों तक इंतज़ार करने की प्रोसेस होती है।[१२] यहाँ पर आपके लिए जरूरी सामान की लिस्ट दी हुई है:
- बॉबी पिन्स (Bobby pins)
- मूज (ऑप्शनल)
- कोम्ब (कंघी)
- धुले हुए, गीले बालों से शुरुआत करें: आपके बाल एकदम बहुत ज्यादा गीले भी नहीं होने चाहिए, नहीं तो फिर इन्हें सूखने में बहुत ज्यादा वक़्त लगेगा। अगर जरूरत हो, तो अपने बालों में से एक्स्ट्रा मॉइस्चर निकालने के लिए उन्हें एक सॉफ्ट टॉवल से सुखा लें।
- अगर आपके बाल बहुत ज्यादा स्ट्रेट हैं और इन पर कर्ल्स अच्छे से नहीं ठहर पाते हैं, तो ऐसे में आपको इनके ऊपर एक स्टाइलिंग मूज लगाना होगा।[१३]
- अपने बालों को बीच से डिवाइड कर लें: ऐसा करने से आपको आपके बालों की कर्लिंग डाइरेक्शन को समझने में मदद मिलेगी। लेफ्ट साइड पर काम करते वक़्त, आप आपके बालों को क्लॉक-वाइज़ डाइरेक्शन में मोड रही होंगी। अपने सिर के राइट साइड पर काम करते वक़्त, आप अपने बालों को काउंटर-क्लॉकवाइज़ डाइरेक्शन में मोड़ेंगी। ये एक ही तरह के कर्ल्स तैयार करने में मदद करेगा।
- अपने सिर के ऊपरी हिस्से से बालों का एक चौड़ा सेक्शन लें: सुनिश्चित कर लें, कि ये भाग इतना छोटा है, कि इसे आपके सिर पर, बॉबी पिन से एकदम सीधे लगाया जा सके। अगर आप अपने बालों के सेक्शन को बहुत मोटा लेंगे, तो इसे सूखने में बहुत ज्यादा वक़्त लगेगा। साथ ही, अगर बालों का सेक्शन बहुत मोटा होगा, तो बॉबी पिन्स उसे होल्ड नहीं कर पाएँगी।
- अपने बालों को सेक्शन में डिवाइड करने के लिए कोम्ब का इस्तेमाल कर सकती हैं।
- साथ ही आपको अपने कुछ बालों को क्लिप में फँसाकर भी रखना होगा, ताकि आप एक बार में आपके बालों के छोटे सेक्शन पर ही अच्छी तरह से फोकस कर सकें।
- अपने बालों को स्मूद करने के लिए कोम्ब फेर लें: अपने बालों के सेक्शन को ज्यादा से ज्यादा स्ट्रेट रखने की पूरी कोशिश करें। पहले बालों के रूट से शुरू करें और कोम्ब को धीरे-धीरे सेक्शन के नीचे की ओर लेकर जाएँ।
- अपनी उंगली के जरिए बालों को घुमाना शुरू करें: बालों के छोर को अपनी उंगली पर रखें और इसे अपनी उंगली पर लपेटना शुरू कर दें, मोड़ते हुए सेक्शन के ऊपर तक पहुँच जाएँ।
- अपनी उंगली को कर्ल से बाहर निकाल लें: आपके अपनी उंगली को, कर्ल के बीच में से खींचते वक़्त, अपने कर्ल को अपने हाँथों से संभाल कर रखने की पुष्टि जरूर कर लें। इसे अपने सिर के करीब दबा दें।
- इस कर्ल को दो बॉबी पिन्स के जरिये फँसा लें: जैसे कि, आपको मालूम है, कि बॉबी पिन्स आपके कर्ल से खिसक सकती हैं, इसलिए उनके जरिए एक एक्स (X) शेप बनाने की कोशिश करें। ये आपके कर्ल्स को उनकी जगह पर बने रहने में मदद करेगा।
- इन स्टेप्स को अपने बचे हुए बालों के लिए भी रिपीट करें: याद रखें, कि आपको अपने बालों को हमेशा अपने चेहरे के तरफ ही कर्ल करना है। इसका मतलब कि, जब आप आपके लेफ्ट साइड पर काम करेंगी, तब आपको क्लॉकवाइज़ कर्ल करना है; और जब आप आपके सिर के राइट साइड पर कर्ल करेंगी, तब आपको एंटी-क्लॉकवाइज़ कर्ल करना है।
- बॉबी पिन्स को निकालने से पहले कम से कम तीन घंटे तक इंतज़ार करें: बॉबी पिन्स निकालने से पहले आपके बालों को पूरी तरह से सूख जाना चाहिए। अगर आप किसी जल्दी में हैं, तो ऐसे में आप अपने बालों के सूखने की प्रोसेस में तेज़ी लाने के लिए, लो से मीडियम हीट सेटिंग्स पर एक हेयर ड्रायर का यूज भी कर सकती हैं।
- बॉबी पिन्स को हटाने के बाद आपको एकदम टाइट कर्ल्स मिलेंगे। आप चाहें तो इनमें अपनी उंगली घुमाकर, इन्हें जरा सा लूज कर सकती हैं। ये उन्हें जरा सा ब्रेक कर देंगी और उन्हें जरा फ़्लफ़ी भी बना देंगी।
- समाप्त।
- अगर आप एक कर्लिंग आयरन इस्तेमाल करने का सोच रही हैं, तो ऐसा करने से पहले एक हीट-प्रोटेक्टिंग स्प्रे लगाना न भूलें। ये आपके बालों को बर्बाद होने से बचाए रखेगा।
- ट्रीटमेंट्स के बीच में अपने बालों को एक ब्रेक दें, ताकि ये रिकवर हो जाएँ और ये ड्राइ होने से और झड़ने से बच जाएँ। इन टेक्निक्स को हर हफ्ते में ज्यादा से ज्यादा तीन से चार बार तक ही इस्तेमाल करें।
- नहा लें (अपने बालों को गीला करने के लिए), फिर एक (या और ज्यादा) प्लेट करें, फिर इसे हेयर ड्राइ करें या इसे रातभर के लिए बालों में ही रहने दें, फिर इसे निकाल लें।
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January 24, 2019, 7:00 pm
पुरुषों में भी, उनके छाती के आसपास, फैट टिशूज के इकट्ठा होने या बढ़ने की समस्या पाई जाती है, जिसे ज़्यादातर लोग "मैन ब्रेस्ट्स (man breasts)" कहते हैं। ये वजन बढ़ने की वजह से या और किसी वजह से भी हो सकते हैं। अगर आपके भी छाती के आसपास बहुत सारे टिशूज बन गए हैं, तो ऐसे में छिपी हुई किसी और वजह की पहचान करने के हिसाब से, बेहतर होगा, कि आप अपने डॉक्टर को दिखा दें। अगर आपका वजन बढ़ने या फिर गायनेकोमास्टिया (gynecomastia, एक तरह का हॉर्मोनल इम्बैलेंस) की वजह से ये टिशूज इतने बढ़ गए हैं, तो ऐसे में आप, स्ट्रेंथ ट्रेनिंग की मदद से अपनी चेस्ट मसल्स को एक आकार देकर और कार्डियोवैसक्यूलर एक्सर्साइज़ और एक हैल्दी डाइट अपनाकर, इन मेल ब्रेस्ट्स की समस्या से निजात पा सकते हैं।[१]
संपादन करेंस्ट्रेंथ ट्रेनिंग के जरिए अपनी चेस्ट को एक आकार देना
- आपकी चेस्ट मसल्स बनाएँ: ऐसी कुछ स्ट्रेंथ ट्रेनिंग एक्सर्साइजेज़ करें, जो आपकी चेस्ट मसल्स को बूस्ट करने में मदद कर सकती हों। मसल बनाने से आपके मेटाबोलिज़्म की स्पीड भी बढ़ती है और आपको फैट बर्न करने में मदद मिलती है, जो आपके चेस्ट के पास जमा हुए टिशूज की मात्रा को कम कर सकती है।[२] आप चाहें तो पेक फ्लाइस (pec flyes) जैसी वेट लिफ्टिंग एक्सर्साइज़ चुन सकते हैं, या फिर अपने खुद के बॉडी वेट की मदद से पुश-अप्स जैसे मूव्स करके और एक्सेस कैलोरी और फैट को बर्न करके, अपनी चेस्ट मसल्स को आकार देने की कोशिश कर सकते हैं।
- शुरुआत करने के लिए, हर एक एक्सर्साइज़ के 8 से 12 रिपीटीशन्स के साथ एक सेट करें। धीरे-धीरे, जब आप स्ट्रॉंग होते जाएँ, फिर इसके तीन सेट तक पहुँच जाएँ।[३]
- एक बात याद रखें, कि वेट लॉस को "स्पॉट ट्रीट" किया जाना मुमकिन नहीं है — जिसका मतलब ये है, कि आप किसी एक खास जगह का वेट लूज नहीं कर सकते हैं। काफी सारी चेस्ट एक्सर्साइजेज़ से आपको काफी अच्छे से पेक्स (pecs) मिल सकते हैं, लेकिन ये मसल को कवर करने वाले फैट के ऊपर कोई असर नहीं दिखाएगी। इसी वजह से स्ट्रेंथ ट्रेनिंग को कार्डियो के साथ भी कम्बाइन किया जाना चाहिए।
- पुश-अप्स करें: पुश-अप्स करना और इनमें ही कुछ बदलाव करना, चेस्ट मसल्स को एक आकार में लाने का एक बेहद इफेक्टिव तरीका है। पुश-अप्स आपके चेस्ट मसल्स को और आपके चेस्ट एरिया के आसपास मौजूद छोटे मसल्स को टार्गेट करते हैं। इसके साथ ही, ये आपकी पीठ और एब्डोमिनल मसल्स को भी बनाने में मदद कर सकते हैं, जो कि आपको पूरी तरह से स्लिम होने में मदद कर सकता है।[४]
- एक प्लैंक (plank) पोज में आ जाएँ। अपनी आर्म्स को स्ट्रेट रखें और हाँथों को अपने कंधों से भी चौड़ा फैला लें। अपनी कोहनी को मोड़ें और अपनी चेस्ट को इतना नीचे लेते जाएँ, कि ये जमीन के लगभग करीब ही आ जाए। अपने ऐब्स और लेग्स मसल्स को इंगेज रखना न भूलें।
- आप अगर प्लैंक पोजीशन में पुश-अप्स नहीं कर पा रहे हैं, तो हाफ प्लैंक या नी (knee) पुश-अप्स करके देखें। इसे करने के लिए, प्लैंक पोजीशन में आने के बजाय, अपने हाँथों और घुटनों से शुरुआत करें, ताकि आपका सिर, टोर्सों (धड़) और घुटने सभी एक स्ट्रेट लाइन में रहें।[५] अपने ग्रोइन (पेट और जांघों के बीच का भाग), चेस्ट और चिन (ठुड्डी) को लगभग एक ही वक़्त पर, जमीन से टच करने का लक्ष्य बनाएँ। आपके हिप्स को झुकना नहीं चाहिए।
- तीन से चार हफ्ते के बाद पुश-अप्स में मिलिट्री पुश-अप्स, चेस्ट स्क़्वीज पुश-अप्स और आर्चर (archer) पुश-अप्स जैसे कुछ वेरिएशन एड करना, आपकी चेस्ट के लिए एक नया चैलेंज तैयार कर सकती हैं।
- प्रैसेस (presses) परफ़ोर्म करें: कुछ वजन को अपनी चेस्ट से ऊपर प्रैस करना भी आपकी चेस्ट मसल्स को स्ट्रेंथ देने में मदद कर सकता है। चेस्ट प्रैसेस से लेकर बेंच प्रैसेस तक, इस तरह की अलग-अलग एक्सर्साइजेज़ आपकी चेस्ट मसल्स को डिफ़ाइन करने में मदद कर सकती हैं।[६]
- चेस्ट प्रैसेस करने के लिए, एक वजनदार डंबल या बार लेकर, अपनी पीठ के बल लेट जाएँ। वजन को अपने लोअर रिब्स पर बनाए रखें, अपनी कोहनी को मोड़ें और तब तक प्रैस अप करते रहें, जब तक कि आपकी आर्म पूरी स्ट्रेट न हो जाए। कुछ एक सेकंड के लिए ऐसे ऊपर ही बने रहें और फिर धीरे से अपनी आर्म को इसकी ओरिजिनल पोजीशन तक झुकाते जाएँ। पहले 2.3 से 5kg के साथ में शुरुआत करें और फिर जब आपका फॉर्म सही हो जाए और आप जब इस मौजूदा वेट के साथ में सेफली 10 रिपीटीशन्स के 3 सेट करने लग जाएँ, फिर आप और भी वेट एड कर सकते हैं। ये न सिर्फ आपके मसल्स को, बल्कि आपके कंधे, कोहनी और कलाई में मौजूद कनेक्टिव टिशूज को भी और भी ज्यादा मजबूती देने में और ज्यादा वेट उठा सकने के लायक बना देता है।
- अपने मसल्स को चैलेंज करने के लिए, हर तीन से चार हफ्तों में अलग-अलग तरह के प्रैसेस करने की कोशिश करें। अगर आप चाहें तो इंक्लाइन या डिक्लाइन, नेक बेंच प्रैसेस, डंबल अराउंड द वर्ल्ड (dumbbell around the world), क्लोज ग्रिप बेंच प्रैसेस और स्क़्वीज प्रैसेस में से किसी भी ऑप्शन को चुन सकते हैं।
- कंप्लीट फ्लाइस (Complete flyes): अपनी आर्म्स को एक-साथ खींचना, जिसे फ्लायी (या फ्लाई) कहा जाता है, अपने चेस्ट मसल्स को आकार देने का एक और अच्छा तरीका है।[७]
- अपनी पीठ के बल लेट जाएँ या फिर हल्का सा झुकाव लेकर खड़े हो जाएँ। 2.3 kg के दो वेट्स का इस्तेमाल करें और इन्हें एक-एक हाँथ में पकड़ लें, अपनी हथेलियों को एक-दूसरे के सामने रखते हुए अपनी आर्म्स को स्ट्रेट अपनी चेस्ट के ऊपर तक फैला लें। धीरे-धीरे अपनी आर्म्स को इतना चौड़ा फैला लें, जैसे कि आपके पंख फैले हों। फिर फिर धीरे-धीरे अपनी आर्म्स को वापस लेते आएँ।
- आप फ्लाइस को रजिस्टेंस बैंड के जरिए भी कर सकते हैं। खड़े हो जाएँ और बैंड को अपनी हिप-हाइट पर लगा लें (इसे किसी कॉलम या डोर हैंडल पर लटका सकते हैं), दोनों हाँथों में एक छोर पकड़ लें। अपनी आर्म्स को खोलकर शुरुआत करें, फिर अपने हाँथों को अपनी चेस्ट के सामने ले आएँ, फिर धीमे से इन्हें फिर से खोलने लगें।
- अपनी चेस्ट मसल्स को एक चैलेंज देने के लिए, अपनी फ्लाई रूटीन में हर तीन से चार हफ्तों में बदलाव करते रहें। इंक्लाइन या डिक्लाइन फ्लाइस, केबल फ्लाइस और हो सके तो सिंगल आर्म वेरिएशन भी करके देखें।
संपादन करेंकार्डियोवैस्क्यूलर एक्सर्साइज़ करना
- अपनी बोरिंग सी सुस्त पड़ी लाइफस्टाइल को बदलें: हालाँकि वेट ट्रेनिंग मसल मास बना सकती हैं — जो कि बहुत ज्यादा कैलोरी कंज्यूम करती हैं और इसके फलस्वरूप आपके मेटाबोलिज़्म को बढ़ाती हैं और आपके शरीर की बनावट में भी सुधार लाती हैं — इसे ऐसे नहीं समझा जा सकता, कि ये किसी खास जगह के एक्सेस टिशूज को कम करने में मदद करती है। इसके लिए आपको दिनभर और भी ज्यादा एक्टिव रहना पड़ेगा और कुछ तरह की कार्डियोवैस्क्यूलर एक्सर्साइज़ भी करना होगी। बहुत छोटे-छोटे से बदलाव, जैसे कि ड्राइव करने के बजाय पैदल चल लेना या फिर लिफ्ट के बदले सीढ़ियाँ चढ़कर जाना भी कैलोरी और फैट बर्न करने में मदद कर सकता है। आपने एक दिन में कितनी दूरी चली है, उसे जानने के लिए एक पेडोमीटर (pedometer) पहनने की कोशिश करें।
- ज्यादा से ज्यादा दिन कार्डियो ही करें: कार्डियोवैस्क्यूलर एक्सर्साइज़ के साथ वेट ट्रेनिंग करना और एक हैल्दी डाइट आपको एक्सेस बॉडी फैट, जिसमें आपका चेस्ट एरिया भी शामिल है, से छुटकारा दिलाने में मदद कर सकता है। इसमें हर हफ्ते होने वाला वेट लॉस लगभग 4 से 10 किलो होता है। हर हफ्ते पाँच से छह दिन तक, कुछ तरह की एक्सर्साइज़ या एक्टिविटी करने से आपके पूरे शरीर के वजन को कम करने का लक्ष्य पूरा हो सकता है और आप बेहद जल्दी आपके ब्रेस्ट टिशूज से भी छुटकारा पा सकते हैं।[८]
- हर हफ्ते कम से कम 150 मिनट की मोडरेट एक्टिविटी या फिर 75 मिनट की जोरदार एक्टिविटी करने का लक्ष्य बनाएँ। ब्रेस्ट टिशूज को कम करने के लिए रोजाना कम से कम 30 मिनट की कार्डियो एक्टिविटी करने का लक्ष्य रखें। अगर आप अभी सिर्फ शुरुआत ही कर रहे हैं, तो अपने वर्कआउट को कुछ मैनेज करने लायक सेक्शन्स में बाँट लें। जैसे कि, दो 15 मिनट के वर्कआउट्स करके देखें।
- ऐसी एक्टिविटीज़ चुनें, जो आपकी बॉडी को चैलेंज करने के साथ-साथ आपको पसंद भी हों। आपके लिए जरूरी और आपकी पसंद की एक्टिविटी को चुनते वक़्त आप कई बार कोशिश करेंगे और बहुत बार फ़ेल भी होंगे। वॉकिंग, जॉगिंग या रनिंग, रोइंग (rowing), स्वीमिंग या बाइकिंग जैसी एक्टिविटीज़ चुनने के बारे में सोचें। आप चाहें तो एलिप्टिकल, स्टेयर ट्रेनर, या रोइंग मशीन जैसी मशीन्स का यूज भी कर सकते हैं। एक बात का ध्यान रखें, कि बाहर अपने बच्चों के साथ दौड़ना जैसे टीम स्पोर्ट्स या यहाँ तक कि रस्सी कूदना या ट्रेंपोलिन पर कूदना भी आपकी वीकली एक्सर्साइज़ का ही एक हिस्सा है।
- क्लासेस लें: ऐसे बूट कैम्प्स, स्पिन, एरोबिक्स और कार्डियो बर्न क्लासेस, जो फ्री वेट्स का या और दूसरे इक्विपमेंट्स का यूज करती हैं, ये मसल्स बनाने की और ओवरऑल बॉडी वेट कम करने की एक काफी अच्छी शुरुआत हो सकती है। साथ ही अगर आपको अकेले में वर्कआउट करने में तकलीफ होती है, तो ये आपको अच्छी तरह से प्रेरित करने का काम भी कर सकती हैं। ऐसी क्लासेस में शामिल हो जाएँ, जिन्हें आप वीक में तीन से चार बार कर सकते हों, और जिनके बीच में आपको आराम करने का वक़्त भी मिल रहा हो। इस तरह की क्लासेस में आपको एक फायदा ये भी होता है, कि इसमें आपको एक प्रोपर फॉर्म में रहना सिखाया जाता है, जिसे आप बाद में अपने घर पर या कहीं और वर्कआउट करते वक़्त भी अप्लाई कर सकते हैं।
संपादन करेंलाइफस्टाइल में और डाइट में बदलाव करना
- गायनेकोमास्टिया (gynecomastia) की पहचान करने के लिए अपने डॉक्टर से मिल लें: किसी भी वेट लिफ्टिंग एक्सर्साइज़ या वेट लॉस प्रोग्राम को चुनने से पहले, एक बार अपने डॉक्टर से जरूर बात कर लें। ये खासतौर पर उस वक़्त और भी ज्यादा जरूरी हो जाता है, अगर आप इन्हें मैन ब्रेस्ट्स को कम करने के उद्देश्य से करना चाह रहे हैं। आपके डॉक्टर चेक करके देखेंगे, कि कहीं आपको गायनेकोमास्टिया तो नहीं है, जो मेल ब्रेस्ट टिशूज को बढ़ा रहे हैं और हॉर्मोनल इम्बैलेंस कर रहे हैं। साथ ही गायनेकोमास्टिया, ब्रेस्ट केंसर जैसी और भी सीरियस बीमारी की तरफ भी इशारा करता है।[९]
- अपने डॉक्टर को बताएँ, कि आपके द्वारा अपोइंटमेंट लेने के पीछे का मकसद क्या है। उन्हें सारी इन्फॉर्मेशन दे दें, कि आपने पहली बार कब ब्रेस्ट टिशूज को नोटिस किया, आपको किसी तरह का दर्द है, और अगर आपने वेट गेन किया हो। एग्जामिनेशन और आपके लिए हुए और दूसरे किसी टेस्ट के आधार पर, आपके डॉक्टर आपकी गायनेकोमास्टिया या शूडोगायनेकोमास्टिया को डाइग्नोज कर सकेंगे, जो कि अंडरलाइन हॉर्मोनल इम्बैलेंस के अलावा फैट बढ़ने की वजह से भी होता है।[१०]
- दोनों में से किसी भी कंडीशन के ट्रीटमेंट लिए अपने डॉक्टर की एड्वाइस पर गौर करें। ज़्यादातर मामलों में, ऐसे पुरुष जिन्हें बहुत हल्के गायनेकोमास्टिया और शूडोगायनेकोमास्टिया की शिकायत है, उनकी चेस्ट में जमा हुए फैट को कम करने के लिए डाइट और एक्सर्साइज़ का यूज किया जा सकता है। छिपी हुई किसी और कंडीशन की पहचान करते रहने के लिए, आपके डॉक्टर आपको हर छ्ह महीने के अंदर जाँच कराते रहने की हिदायत भी देंगे।[११]
- भरपूर आराम करें: ठीक जिस तरह से आपकी चेस्ट में मौजूद एक्सेस टिशूज को कम करने के लिए एक्सर्साइज़ की जरूरत होती है, उसी तरह से आराम भी जरूरी है। असल में, आराम की कमी से भी वजन बढ़ने की समस्या होती है। हर हफ्ते खुद को एक या दो दिन आराम के लिए देना और रोजाना कम से कम सात घंटों की नींद लेना भी आपको वजन घटाने में और चेस्ट पर मौजूद अनचाहे फैट को कम करने में मदद करती है।[१२]
- हर हफ्ते में कम से कम एक रेस्ट डे जरूर रखें। ये मसल बिल्डिंग को और रिकवरी को बढ़ावा देता है। हालाँकि रेस्ट डे का मतलब सारा दिन बस काउच पर पड़े रहना नहीं है। इस वक़्त में योगा और सुस्ती में पैदल चलने जैसे जेंटल और रिस्टोरेटिव एक्टिविटी करें।
- रोजाना कम से कम आठ से नौ घंटे की नींद लेने का लक्ष्य बनाएँ और कभी भी सात घंटे से कम न सोएँ। दिन के दौरान अगर आप थक जाते हाँ, तो 30 मिनट की एक झपकी भी ले सकते हैं।[१३]
- रेगुलर, न्यूट्रीएंट्स रिच मील खाएँ: आप कितना वजन कम करते हैं, इसके ऊपर कैलोरी का एक बहुत बड़ा हाँथ होता है, इसी वजह से रोजाना तीन बेलेंस्ड और हैल्दी मील्स लेना इतना जरूरी माना जाता है। एक होल, न्यूट्रीएंट्स-रिच फूड्स चुनने की वजह से वजन कम करने में मदद मिलती है और धीरे-धीरे आपकी चेस्ट पर जमा हुए एक्सेस टिशूज भी कम होते जाते हैं।[१४]
- आपके मौजूदा कैलोरी इनटेक में से 500 – 1,000 तक कम कैलोरी खाएँ। ये कैलोरी को कम करने का और अच्छी तरह से वजन कम करने का एक काफी अच्छा तरीका है। रोजाना 1,500 कैलोरी से कम भी न लें, क्योंकि ऐसा करना आपकी पूरी हैल्थ के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है और इसकी वजह से आपका मेटाबोलिज़्म भी धीमा पड़ जाता है, जो कि आपके वेट लॉस में एक बाधा डालने का काम कर सकता है।[१५][१६]
- पाँच फूड ग्रुप्स में से, अलग-अलग तरह के होल फूड्स को चुनें: आपकी डेली डाइट के एक हिस्से के तौर पर, पाँच फूड ग्रुप्स फ्रूट्स, वेजिटेबल्स, ग्रेन्स, प्रोटीन्स और डेयरी में से फूड्स का चयन करें। न्यूट्रीएंट्स की ज्यादा मात्रा पाने के लिए अपने सिलेक्शन में बदलाव लाते रहें। हैल्दी फूड्स में आमतौर पर बहुत सारे फाइबर पाये जाते हैं, जो कि खाने की भूख को कम करने में मदद कर सकते हैं।[१७]
- स्ट्रॉबेरीज़, एप्पल्स, ब्लैकबेरीज़, पालक और स्वीट पोटेटो जैसे होल फ्रूट्स और वेजिटेबल्स को लेकर देखें। होल व्हीट पास्ता या ब्रेड, ब्राउन राइस, सिरियल (cereal) या ओटमील जैसे होल ग्रेन्स का सेवन करें। चिकन, फिश जैसे लीन कट्स मीट के साथ ही प्रोटीन के लिए कुक्ड बीन्स, नट बटर्स और अंडे भी लें। लो-फैट चीज़, कॉटेज चीज़, योगर्ट खाएँ और अपने डेयरी के लिए गाय का दूध और नट्स मिल्क पिया करें।
- जंक फूड से दूर रहें: जंक फूड का स्वाद बेहद लजीज होता है और ये लोगों को आसानी से भी मिल जाते हैं, लेकिन अगर आप वजन कम करना चाह रहे हैं और आपकी चेस्ट पर जमा हुए फैटी टिशूज से छुटकारा पाना चाह रहे हैं, तो ये इस काम में आपके सबसे खतरनाक दुश्मन की भूमिका अदा कर सकते हैं। जंक और अनहैल्दी फूड्स में काफी ज्यादा फैट और कैलोरी मौजूद रहता है, जो कि वजन कम करने की प्रोसेस को धीमा कर देता है और साथ ही आपको बहुत जरा सी न्यूट्रीशनल वैल्यू भी देता है।
- व्हाइट ब्रेड, पास्ता, राइस और बेक हुई चीजों से तैयार किए गए स्टार्ची फूड्स से दूर ही रहें। इस तरह के फूड्स को पूरी तरह से अवॉइड करके और इन्हें एक हैल्दी, होल ग्रेन विकल्पों से रिप्लेस करके, वजन कम करने में मदद मिल सकती है।[१८]
- फूड प्रोडक्ट के लेबल को पढ़कर, उसमें मौजूद छिपी हुई शुगर की जाँच करें। वजन बढ़ाने में शुगर का काफी बड़ा हाँथ होता है। अगर आप आपके फूड लेबल में कॉर्न सिरप, शुक्रोज़, फ्रक्टोज़ या माल्टोज (maltose) जैसे नामों को पाते हैं, तो उस प्रोडक्ट को न लें।
- धीरे-धीरे डाइट में बदलाव लाएँ: हैल्दी खाना और वजन को मेंटेन करते रहना, एक ऐसी चीज़ है, जिसे आपको ज़िंदगीभर निभाते रहना चाहिए। अगर आप वजन कम करने की कोशिश कर रहे हैं, तो आप फौरन अपनी डाइट को बदलने के लिए एक्साइटेड भी होंगे; हालाँकि, इसकी वजह से बाद में आप वापस खाने की बुरी आदतों के पीछे भागने लगेंगे। अपनी डाइट को धीरे-धीरे बदलना एक ऐसी चीज है, जो आपको खाने की अच्छी आदतों के साथ बांधे रखने में मदद करने के साथ ही, आपकी चेस्ट पर दोबारा एक्सेस टिशूज जमा होने से भी बचाकर रखेगी।
- पहले अपने होल फूड्स की अनहैल्दी चॉइसेज को बदलते हुए शुरुआत करें। जैसे कि, व्हाइट राइस की जगह ब्राउन राइस खाना शुरू कर दें। अपनी प्लेट में मीट और कार्ब्स की जगह, ज्यादा से ज्यादा वेजिटेबल्स एड कर लें। पोटेटो चिप्स खाने के बजाय, एयर पॉप हुए पॉपकॉर्न खाएँ। अगर आप कुछ क्रंच की तलाश में हैं, तो कैरट (गाजर) और कटी हुई सब्जियाँ खाकर देखें।
- फूड क्रेविंग से बचे रहने के लिए और जरूरत से ज्यादा खा लेने के रिस्क से बचने के लिए हफ्ते में एक एक दिन चीट डे भी रखें।[१९] लेकिन याद रहे, कि एक चीट डे का मतलब ये नहीं है, कि आप आपके द्वारा हफ्ते भर में कम हुई सारी कैलोरीज़ को खा लें। एक चीट डे का मतलब, खुद को एक ऐसे फूड का बहुत छोटा सा हिस्सा खाने की इजाजत देना, जिसे आपने आपकी डाइट में से कम कर दिया है। उदाहरण के लिए, आपके चीट डे पर, आप खुद को एक पीस फ्राइड चिकन खाने की और ग्रीन लीफ सैलड और वेजीस के साथ में एक टेबलस्पून पोटेटो सैलड खाने की इजाजत दे सकते हैं।
- डेली मील प्लान्स तैयार रखें: अपने मील प्लान को लिख लेना, अपनी कैलोरी को ट्रेक करने का और अपने द्वारा भरपूर न्यूट्रीएंट्स लेते रहने की पुष्टि करने का सबसे अच्छा तरीका है। साथ ही, ये आपको खाने की बुरी आदतों में वापस पड़ने से बचाने का भी एक अच्छा रास्ता है।[२०]
- एक ऐसा प्लान बनाएँ, जिसमें डेली तीन मील्स और दो स्नेक्स को शामिल किया गया हो। हर एक मील में अलग-अलग तरह के फूड्स शामिल करें। उदाहरण के लिए, ब्रेकफ़ास्ट में फ्रेश बेरीज़ के साथ में एक कप नॉन-फैट ग्रीक योगर्ट शामिल करें, शुगर-फ्री जैम के साथ में एक स्लाइस होल व्हीट टोस्ट को लें, और ब्लैक कॉफी लें। लंच के लिए, अलग-अलग तरह की वेजिटेबल्स, ग्रिल्ड चिकन और होममेड विनाईग्रेट (vinaigrette) मिलाकर सैलड बनाएँ। स्नेक के लिए कटी हुई वेजीस तैयार रखें। डिनर के लिए, जरा सी सैलड और स्टीम मिक्स्ड वेजिटेबल्स की एक साइड के साथ सैल्मन (salmon) लेकर देखें। अगर आपको मीठा खाने का मन है, तो एप्पल स्लाइसेस के ऊपर इलाईची फैला कर खाएँ।
- रेस्टौरेंट्स में लेने वाले किसी भी मील के ऊपर अच्छी तरह से जाँच-पड़ताल कर लें। ऑनलाइन मेन्यूज़ में देखें या रेस्टौरेंट्स में कॉल करके पता कर लें, कि उनके पास में कौन से हैल्दी चॉइस मौजूद हैं। कुछ हैल्दी ऑप्शन्स को चुनें और उन्हें अपने प्लान में लिख लें। बफेट्स, ब्रेड बास्केट्स, हैवी सॉस वाली डिश और फ्राइड फूड्स जैसे कैलोरी के भंडार से दूर रहें।[२१]
- सही ढ़ंग से हाइड्रेट रहें: अगर आप हैल्दी खा रहे हैं और एक्सर्साइज़ कर रहे हैं, तो ऐसे में दिनभर में भरपूर पानी पीना और भी ज्यादा जरूरी बन जाता है। ये वजन कम करने की प्रोसेस के साथ ही आपकी ओवरऑल हैल्थ को भी बढ़ावा दे सकता है। अगर आप एक महिला हैं, तो रोजाना लगभग 9 कप्स (2.2 liters) लिक्विड्स लेने का लक्ष्य रखें और पुरुष इसे रोजाना 13 कप्स (3 liters) या अगर आप एक्टिव हैं, तो और ज्यादा लिक्विड लेने का लक्ष्य रखें।[२२]
- सोडा, जूस कॉकटेल्स, विशेष कॉफीज और अल्कोहल जैसे हाइ कैलोरी ड्रिंक्स से दूर रहें। इनकी जगह पर, चाय, प्लेन कॉफी और स्पार्कलिंग वॉटर जैसे नॉन-कैलोरिक ड्रिंक्स को चुनें।
- ऐसा माना जाता है, कि सोया और दूसरे फूड्स, जो सेक्सुअल डेवलपमेंट्स को प्रभावित करते हैं, उनकी वजह से मैन ब्रेस्ट्स बनते हैं, लेकिन इस दावे को साबित करने के और इसके सपोर्ट में एक भी सबूत नहीं मौजूद हैं।[२३]
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January 25, 2019, 7:00 pm
"नस दबना" शब्द आमतौर पर गर्दन या स्पाइन के किसी अन्य हिस्से में होने वाले तीक्ष्ण, शार्प पैन के लिए उपयोग किया जाता है | लेकिन हकीकत यह है कि स्पाइनल नर्व बहुत कम ही फिजिकली दबती हैं | आमतौर पर, ये शरीर में केमिकल से उत्तेजित या हलकी सी स्ट्रेच होती हैं जिसके कारण दर्द उत्पन्न होता है जो जलन, झटके, झुनझुनी और/या शूटिंग पैन के रूप में दिखाई देता है |[१] अधिकतर लोग नस दबने के रूप में जिसका ज़िक्र करते हैं वो वास्तव में जाम, उत्तेजित या इन्फ्लेम्ड स्पाइनल फ़ैसेट जॉइंट होता है जो इंटेंस पेनफुल हो सकता है और इसके कारण मूवमेंट सीवियरली रेस्ट्रिक्ट हो सकते हैं लेकिन इसे आमतौर पर किसी सीरियस मेडिकल कंडीशन के रूप में कंसीडर नहीं किया जाता | गर्दन की दबी हुई नस से छुटकारा पाने के कई सारे प्रभावशाली तरीके हैं जिनमे कुछ होमकेयर तकनीकें और हेल्थकेयर प्रोफेशनल के द्वारा किये जाने वाले ट्रीटमेंट शामिल हैं |
संपादन करेंघर पर दबी हुई नस को ट्रीट करें
- इंतज़ार करें और धैर्य रखें: सर्वाइकल स्पाइन में नस का दबना (इसे कई बार गर्दन अकड़ना भी कहा जाता है) सामान्यतः अचानक होता है और इसका सम्बन्ध गर्दन में मोच जैसी इंजरी या गर्दन टेडी करके किये गये मूवमेंट से है |[२] अगर यह असामान्य मूवमेंट के कारण है तो कुछ समय बाद बिना किसी इलाज़ के गर्दन का दर्द अपने आप चला जाता है | इसलिए कुस्च घंटे से लेकर कुछ दिन तक इंतज़ार करें और बेहतरी की कामना करें |
- अगर मसल्स ठंडी और टाइट होंगी तो नैक इंजरी की रिस्क बढ़ जाएगी इसलिए नार्मल ब्लड फ्लो के द्वारा या बाहर का तापमान ठंडा होने पर एक स्कार्फ या टर्टल नैक से कवर करके गर्दन के गर्म होने तक गर्दन को हिलाएं नहीं |
- दर्द के बावजूद नार्मल नैक मूवमेंट जरी रखें जिससे दबी हुई नस नैचुरली रिवर्स हो सकती है |
- अपना एक्सरसाइज रूटीन या काम कम कर दें: अगर आपकी गर्दन की प्रॉब्लम का कारण आपकी जॉब है तो अपने बॉस से किसी दूसरी एक्टिविटी के लिए आपको स्विच करने या आपके वर्क स्टेशन को कम करने के लिए कहें जिससे गर्दन की परेशानी और न बढे | ब्लू कॉलर जॉब जैसे वेल्डिंग और कंस्ट्रक्शन के काम में नैक पैन होने की सम्भावना बहुत ज्यादा होती है जबकि ऑफिस जॉब में लगातार गर्दन झुकाए रखने या मोड रखने के कारण यह परेशानी होती है | अगर पैन एक्सरसाइज से सम्बंधित हो जो बहुत ज्यादा वर्कआउट करने या गलत तरीके से करने के कारण हुई है तो अपने पर्सनल ट्रेनर से सलाह लें |
- नैक पैन होने पर पूरी तरह से आराम करने की सलाह दी जाती है (जैसे बेड रेस्ट) लेकिन मसल्स और जॉइंट को मूव करने की जरूरत होती है जिससे नैक पैन हील होने के लिए ब्लड सप्लाई पर्याप्त रहे |[३]
- अपने वर्क प्लेस और घर पर बेहतर पोस्चर बनाये रखने की प्रैक्टिस करें | ध्यान रखें कि कंप्यूटर मॉनिटर आई लेवल पर हो जिससे नैक स्ट्रेन/ स्प्रेन से बचा जा सके |
- अपने सोने की स्थिति को एक्सामिन करें | बहुत मोटा तकिया भी गर्दन की परेशानी बढ़ा सकता है | पेट के बल सोने से बचें क्योंकि इससे सिर और गर्दन ऊपर की ओर ट्विस्ट रहते हैं |
- बाज़ार में उपलब्ध मेडिकेशन लें: नॉन-स्टेरॉयडल एंटी-इंफ्लेमेटरी (NSAIDs) जैसे इब्रुप्रोफेन, नाप्रोक्सेन या एस्प्रिन गर्दन के दर्द और सूजन को कम करने के लिए शोर्ट-टर्म उपाय हो सकते हैं |[४] ध्यान रखें कि ये दवाएं स्टमक, किडनी और लीवर के लिए नुकसानदायक हो सकती हैं इसलिए बेहतर होगा कि इन्हें स्ट्रेचिंग करने पर दो सप्ताह से ज्यादा इस्तेमाल न करें | इन्हें निर्धारित डोज़ से ज्यादा मात्रा में नहीं लेना चाहिए |
- एडल्ट्स के लिए इनके डोज़ हर चार से छह घंटे में आमतौर पर 200 से 400 मिलीग्राम तक होते हैं |
- अल्टरनेटिवली, आप गर्दन के दर्द के लिए बाज़ार में मिलने वाली एनाल्जेसिक्स जैसे एसिटामिनोफेन (टायनोल) या मसल्स रिलैक्सेंट्स (जैसे सायक्लोबेंजाप्रिन) लें लेकिन इन्हें कभी भी NSAIDs के साथ न लें |
- सावधान रहें और खाली पेट कोई भी दवा न खाएं क्योंकि इससे स्टमक की लाइनिंग उत्तेजित हो सकती है और अलसर बनने की रिस्क बढ़ सकती है |
- कोल्ड थेरेपी आजमायें: सभी माइनर मस्कुलोस्केलेटल इंजुरीज जिनमे नैक पैन भी शामिल है, के लिए आइस ट्रीटमेंट काफी असरदार साबित हो सकता है |[५] सूजन और दर्द को कम करने के लिए कोल्ड थेरेपी को गर्दन के सबसे टेंडर पार्ट पर लगायें | कुछ दिन तक लगातार हर दिन 20 मिनट के लिए आइस लगायें और फिर पैन और सूजन कम होने पर फ्रीक्वेंसी कम करते जाएँ |
- आइस को इलास्टिक सपोर्ट के चारों ओर लपेटकर गर्दन पर दबाकर सेंक करे क्योंकि इससे इंफ्लेमेशन को कण्ट्रोल करने में मदद मिलती है |
- स्किन पर फ्रॉस्टबाईट बनने से बचाने के लिए हमेशा आइस या फ्रोजेन जेल पैक को एक पतली टॉवल में लपेटकर रखें |
- एप्सोम साल्ट बाथ के बारे में विचार करें: अपनी पीठ के ऊपरी हिस्से और गर्दन को गर्म पानी में एप्सोम साल्ट डालकर भिगोयें, इससे दर्द और सूजन को काफी हद तक कम किया जा सकता है, विशेषरूप से अगर दर्द मसल्स स्ट्रेन के कारण हो रहा हो तो |[६] साल्ट में मौजूद मैग्नीशियम मसल्स को रिलैक्स करने में मदद करता है | नहाने के पानी को बहुत ज्यादा गर्म न करें (अन्यथा जल सकते हैं) और 30 मिनट से ज्यादा देर तक पानी में भीगे न रहें क्योंकि नमक का पानी शरीर से तरल खींच लेता है जिससे आप काफी डिहाइड्रेट हो सकते हैं |
- अगर गर्दन में विशेषरूप से सूजन की ही परेशानी हो तो गर्दन में सुन्नपन आने तक (लगभग 15 मिनट या इससे ज्यादा समय तक) नमक के गर्म पानी से नहाकर कोल्ड थेरेपी से फॉलोअप करें |
- गर्दन की थोड़ी कोमल स्ट्रेचिंग करें: गर्दन की स्ट्रेचिंग करने से नैक कंडीशन (चाहे नर्व प्रेशर कम करना हो या सर्वाइकल फ़ैसेट जॉइंट को अनजेम करना हो) रिवर्स हो सकती हैं, विशेषरूप से जब इस परेशानी की शुरुआत ही हुई हो |[७] स्ट्रेचेस के समय धीमी और लगातार मूवमेंट करें और गहरी सांस लें | आमतौर पर लगभग 30 सेकंड तक स्ट्रेच को होल्ड किया जाता है और इसे रोज़ तीन से पांच बार रिपीट किया जाता है |
- सीधे खड़े होकर सामने देखते हुए अपनी गर्दन को थोडा साइड में झुकाएं और अपने कान को जितना हो सके कंधे के पास लाने की कोशिश करें | थोड़े से रेस्ट के बाद दूसरी ओर से भी स्ट्रेच करें |
- गर्म पानी से शावर लेने के बाद डायरेक्टली स्ट्रेचिंग करें या नमी युक्त हीत लेने की सिफारिश की जाती है क्योंकि इससे नैक मसल्स और ज्यादा लचीली हो जाएँगी |
- मेडिकल स्पेशलिस्ट को दिखाएँ: मेडिकल स्पेशलिस्ट जैसे ओर्थोपेडिक्स, न्यूरोलॉजिस्ट या रुमेटोलोजिस्ट गर्दन की दर्द के सबसे सीरियस कारणों को रूल आउट कर सकते हैं जैसे हर्नियेटेड डिस्क, इन्फेक्शन (ओस्टोमायलिटिस), ऑस्टियोपोरोसिस, स्पइनल फ्रैक्चर, रुमेटोइड आर्थराइटिस या कैंसर |[८] ये कंडीशन्स नैक पैन के कॉमन कॉज नहीं हैं लेकिन अगर होमकेयर और कंसरवेटिव थेरपीज काम न करें तो ज्यादा सीरियस प्रॉब्लम्स को कंसीडर करने की जरूरत होती है |
- X-rays, बोन स्कैन, MRI, CT स्कैन और नर्व कंडक्टेन्स स्टडीज ऐसे साधन हैं जिन्हें नैक पैन को दैग्नोसे करने के लिए स्पेशलिस्ट इस्तेमाल कर सकते हैं |[९]
- रुमेटोइड आर्थराइटिस या स्पाइनल इन्फेक्शन जैसे मैनिंजाइटिस को रुल आउट करने के लिए डॉक्टर आपको ब्लड टेस्ट कराने के लिए भेज सकते हैं |
- फ़ैसेट जॉइंट इंजेक्शन के बारे में विचार करें: गर्दन का दर्द क्रोनिक जॉइंट इंफ्लेमेशन के कारण हो सकता है | फ़ैसेट जॉइंट इंजेक्शन में नैक मसल्स में से या उत्तेजित स्पाइनल जॉइंट में एक नीडल के रियल-टाइम फ्लुरोस्कोपिक (X-ray) गाइडेंस के द्वारा एक अनेस्थेटिक और कोर्टिकोस्टेरॉयड मिक्सचर को रिलीज़ किया जाता है जिससे दर्द और सूजन दोनों में तुरंत आराम मिल जाता है | फ़ैसेट जॉइंट इंजेक्शन देने में 20 से 30 मिन्त्क अ कसमी लगता है और इसका असर कुछ सप्ताह से लेकर कुछ महीने तक रह सकता हैं |[१०]
- ये इन्जेक्तिओन्स छह महीने में तीन बार लगवाने होते हैं |
- इन इंजेक्शन से आमतौर पर ट्रीटमेंट के बाद दो से तीन दिन में दर्द में आराम मिलना शुरू हो जाता है | तब तक इस दौरान नैक पैन थोडा बढ़ सकता है |
- फ़ैसेट जॉइंट इंजेक्शन के पोटेंशियल कॉम्प्लिकेन्स में शामिल हैं इन्फेक्शन, ब्लीडिंग, लोकल मसल एट्रोफी और नर्व इरिटेशन/डैमेज |
- ट्रैक्शन के बारे में जानने के लिए डॉक्टर या फिजिकल थेरापिस्ट से सलाह लें: ट्रैक्शन एक ऐसी तकनीक हैं जिसके द्वारा वर्टिब्री के बीच के स्पेस को खोला जा सकता है | ट्रैक्शन कई तरह का हो सकता है, जिसमे थेरापिस्ट अपने हाथों से आपकी गर्दन को ट्रैक्शन टेबल पर मैन्युअली ट्रैक्शन देते हैं | कई सारी होममेड ट्रैक्शन डिवाइस भी मिलती हैं | हमेशा ध्यान रखें कि गर्दन का ट्रैक्शन धीरे-धीरे ही करें | अगर कोई दर्द या सुन्नपन हाथों तक रेडियेट हो तो इसे तुरंत बंद करके डॉक्टर को दिखाएँ | होममेड ट्रैक्शन डिवाइस के उपयोग से पहले के फिजिशियन, कायरोप्रेक्टोर या फिजिकल थेरापिस्ट की सलाह लेना बेहतर होता है क्योंकि वे आपको सही डिवाइस सेलेक्ट करने में मदद कर सकते हैं |
- सर्जरी को कंसीडर करें: गर्दन के लिए सर्जरी कराना आखिरी विकल्प होता है और इसे तभी कंसीडर किया जाता है जब दूसरी सारी कंजरवेटिव थेरापिज अप्रभावी साबित हो चुकी हों या इनवेसिव प्रोसीजर कराने जैसे कोई कारण पाए जाएँ | नैक सर्जरी कराने के कारणों में शामिल हैं; फ्रैक्चर (किसी ट्रॉमा या ऑस्टियोपोरोसिस के कारण हुए) को स्टेब्लाइज या रिपेयर करने के लिए, ट्यूमर हटाने के लिए, या हर्नियेटेड डिस्क को रिपेयर करने के लिए |[११] अगर इसमें गर्दन की नर्व इन्वोल्व होती है तो आपको शूटिंग पैन, सुन्नपन और/या हाथ आयर/या भुजा की मसल्स वीकनेस या वास्टिंग भी नोटिस होगीं |
- स्पाइनल सर्जरी में स्ट्रक्चरल सपोर्ट के लिए मेटल, पिन्स या अन्य डिवाइसेस का उपयोग किया जाता है |
- हर्नियेटेड डिस्क को रिपेयर करने के लिए दो या अधिक बोन्स (वर्टीब्री) को आपस में फ्यूज किया जाता है जो आमतौर पर मोशन की रेंज को कम कर देते हैं |
- बैक सर्जरी में होने वाले पॉसिबल कॉम्प्लिकेशन्स हैं; लोकल इन्फेक्शन, एनेस्थीसिया के प्रति एलर्जिक रिएक्शन, नर्व डैमेज, पैरालिसिस और क्रोनिक स्वेलिंग/पैन |
संपादन करेंअल्टरनेटिव थेरपी आजमायें
- नैक मसाज कराएं: जब कोई मसल फाइबर अपनी तन्यता की सीमा से ज्यादा खिंचता है और इसके बाद टूट जाता है तभी मसल में खिंचाव अनुभव होता है जिसके कारण दर्द, सूजन और कुछ हद तक संरक्षण (और ज्यादा डैमेज होने से बचाने के लिए मसल्स स्पाज्म होना) होता है | जिसे आप "नस दबना" कहते हैं वो वास्तव में गर्दन की नस में खिंचाव हो सकता है | माइल्ड से मॉडरेट स्ट्रेन (खिंचाव) में डीप टिश्यू मसाज हेल्पफुल होती है क्योनी इससे मसल्स स्पाज्म कम होता है, सूजन भी कम होती है और मसल्स रिलैक्स होती हैं |[१२] अपनी गर्दन और पीठ के ऊपरी हिस्सों पर फोकस करते हुए 30 मिनट की मसाज से शुरुआत करें | आप जितना सहन कर सकें थेरापिस्ट को उतनी डीप मसाज करने दें |
- मसाज के तुरंत बाद खूब सारा पानी पियें जिससे आपकी बॉडी से इंफ्लेमेटरी बाय-प्रोडक्ट्स, लैक्टिक एसिड और टोक्सिंस फ्लश आउट हो जाएँ | ऐसा न करने पर सिरदर्द या थोड़ी मितली हो सकती है |
- प्रोफेशनल मसाज थेरेपी के विकल्प के रूप में अपनी गर्दन की मसल्स पर टेनिस बॉल या वाइब्रेटरी डिवाइस का इस्तेमाल करें या बेहतर होगा कि इसके लिए किसी दोस्त की मदद लें | गर्दन के दर्द वाले हिस्से पर दर्द ख़त्म होने तक बॉल को धीरे-धीरे 10 से 15 मिनट के लिए हर दिन रोल करें |
- ओस्टोपैथ या कायरोप्रेक्टर को दिखाएँ: कायरोप्रेक्टर और ओस्टोपैथ ऐसे स्पाइनल थेरापिस्ट होते हैं जो कशेरुकाओं (वर्टिब्रा) को कनेक्ट करने वाले स्माल स्पाइनल जॉइंट्स जिन्हें फ़ैसेट जॉइंट्स कहा जाता है, के फंक्शन्स और नार्मल मोशन को स्थापित करने की ओर फोकस करते हैं | मैन्युअल जॉइंट मेनीपुलेशन जिसे एडजस्टमेंट भी कहा जाता है, वो हलके से मिसएलाइन सर्वाइकल फ़ैसेट जॉइंट्स जिनमे विशेषरूप से मूवमेंट के समय इंफ्लेमेटशन और शार्प पैन ट्रिगर होता है, को अनजैम या रिपोजीशन करने के लिए उपयोग किया जाता है | नैक का ट्रैक्शन करने से भी दर्द में आराम मिल सकता है |
- हालाँकि सिंगल स्पाइनल एडजस्टमेंट से भी कई बार दबी हुई नस में पूरी तरह से आराम मिल जाता है लेकिन इससे सिग्नीफिकेंट रिलीफ पाने के लिए इस ट्रीटमेंट को आमतौर पर 3 से 5 बार से ज्यादा करना पड़ सकता है |
- कायरोप्रेक्टर्स और ओस्टोपेथ्स भी कई तरह की थेरेपीज का उपयोग करते हैं जो मसल्स स्ट्रेन को ठीक करने के उद्देश्य से तैयार की जाती हैं और गर्दन की परेशानी के लिए काफी अच्छी साबित हो सकती हैं |
- फिजियोथेरेपी (फिजिकल थेरेपी) आजमायें: अगर गर्दन की परशानी बार-बार होती है (क्रोनिक है) और यह कमज़ोर मांसपेशियों और ओस्टोआर्थराइटिस जैसी डिजनरेटिव कंडीशन या गलत पोस्चर के कारण होता है तो आपको कुछ रिहैबिलिटेशन के उपाय अपनानाने होंगे | फिजिकल थेरापिस्ट आपको गर्दन की एक्सरसाइज के लिए स्पेसिफिक और विशेष रूप तैयार की गयी स्ट्रेचेस और स्ट्रेंग्थनिंग एक्सरसाइज सिखा सकते हैं |[१३] फिजियोथेरेपी से क्रोनिक स्पाइनल प्रॉब्लम्स में पॉजिटिव इम्पैक्ट देखने के लिए हर सप्ताह 2 से 3 बार से लेकर 4 से 6 सप्ताह तक लगते हैं |
- अगर जरूरत हो तो फ़िज़ियोथेरेपिस्ट गर्दन के पीड़ादायक मसल्स को इलेक्ट्रोथेरेपी जैसे थेरापुटिक अल्ट्रासाउंड या इलेक्ट्रॉनिक मसल स्टीमुलेशन से ट्रीट कर सकते हैं |
- स्विमिंग, कुछ योग पोजीशन और वेट ट्रेनिंग के द्वारा गर्दन की अच्छी एक्सरसाइज की जा सकती है लेकिन ध्यान दें कि सबसे पहले आपकी इंजुरी ठीक होनी चाहिए |
- एक्यूपंक्चर आजमायें: एक्यूपंक्चर में दर्द और सूजन कम करने के लिए स्किन/मसल के अंदर स्पेसिफिक एनर्जी पॉइंट्स में बहुत पतली नीडल्स डालकर चिपका दी जाती हैं | नैक पैन के लिए एक्यूपंक्चर बहुत इफेक्टिव हो सकता है, विशेषरूप से अगर इसे लक्षणों की शुरुआत होने पर ही शुरू किया जाए तो |[१४] ट्रेडिशनल चायनीज़ मेडिसिन के प्रिंसिपल के आधार पर , एक्यूपंक्चर कई तरह के सब्सटेंस रिलीज़ करके अपना काम करता है जिनमे एंडोर्फिन और सेरोटोनिन जैसे सब्सटेंस शामिल हैं जो पैन कम करने का काम करते हैं |
- ऐसा दावा भी किया जाता है कि एक्यूपंक्चर ची (एक चायनीज़ विधा) के समान एनर्जी के फ्लो को उत्तेजित करता है |
- एक्यूपंक्चर कई प्रकार के हेल्थ प्रोफेशनल्स के द्वारा प्रैक्टिस किया जाता है जिनमे कुछ फिजिशियन, कायरोप्रेक्टर्स, नेचुरोपेथ, फिजिकल थेरापिस्ट और मसाज थेरापिस्ट शामिल हैं |
- बेड पर अपने सिर को खूब सारे पिलो पर रखकर ऊपर करके पढ़ाई करने से बचें क्योंकि इससे गर्दन बहुत ज्यादा फ्लेक्स हो जाती है |
- सिंगल-स्ट्रेप मैसेंजर बैग या पर्स जैसे कैरिंग बैग जो कन्धों पर असमान रूप से वज़न डालते हैं, के उपयोग से बचें क्योंकि इससे गर्दन पर तनाव हो सकता है | इसकी बजाय व्हील्स वाले या ट्रेडिशनल वेल-पैडेड स्ट्रेप्स वाले टू-शोल्डर बैकपैक का इस्तेमाल करें |
- स्मोकिंग बंद करें क्योंकि इससे ब्लड फ्लो बिगड़ जाता है जिसके कारण स्पाइनल मसल्स और अन्य टिश्यूज में ऑक्सीजन और न्यूट्रीएंट्स की कमी हो जाती है |
- हमेशा डॉक्टर से कंसल्ट करना अच्छा होता है क्योंकि ओस्टोपैथ या कायरोप्रेक्टर जैसे मेडिकल डॉक्टर स्पाइनल पैन/ इंजरी के कारणों का पता लगा सकते हैं |
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January 26, 2019, 8:00 pm
कई लोग फेसबुक का इस्तेमाल अपने दोस्तों से टच में रहने के लिए करते हैं, पर क्या आपको पता है की आप इससे पैसा भी कमा सकते हैं? फेसबुक पर से पैसे कमाने के कई तरीके हैं, जैसे लिंक टाइप एडवरटाइजिंग प्रोग्राम (Link Type Advertising program) का इस्तेमाल, या फैनपेज बनाना और पोस्ट्स को सेल कर देना | आप फेसबुक पर अपने प्रोडक्ट को एडवरटायिज़ करके बेच भी सकते हैं | अगर आप फेसबुक से पैसे कमाने में रूचि रखते हैं, तो इस लेख को पढ़ें |
- अच्छे पोस्ट बनाएं: सोशल मीडिया से पैसे बनाने का सबसे सफल तरीका होता है अच्छा कंटेंट, और वो भी काफी सारा | फेसबुक पर, इसका मतलब है हर रोज़ आपको इंटरेस्टिंग लिंक्स, इमेजेज और अपडेट डालना होगा |
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- कोई एक श्रेणी ढूँढें और उससे जुड़ा बेहतरीन कंटेंट डालें | ये ऐसी श्रेणी होनी ज़रूरी नहीं है जिसे कोई भी नहीं लिख रहा है, पर फिर भी इतनी स्पेसिफिक होनी चाहिए की किसी भी देखने वाले को समझ में आ जाये | उदहारण, आप कैट लवर्स (Cat lovers), मदर्स या किसी एक राजनितिक गुट से सम्बंधित लोगों के लिए कंटेंट डाल रहे हैं | अगर आप अपने अकाउंट से प्रोडक्ट की मार्केटिंग करने वाले हैं तो उस प्रोडक्ट को अपने पोस्ट से जोड़ेना नहीं भूलें |
- एक और फेसबुक अकाउंट खोलने की सोचें और उसे अपने पर्सनल अकाउंट से अलग रखें | इस अकाउंट को अपने पोस्ट के लिए इस्तेमाल करें, और लोगों को इसकी जानकारी देने के लिए अपने पर्सनल फेसबुक से इन पोस्ट को लिंक करें | आप जिन तरीकों का इस्तेमाल करते हैं, उस आधार से आपको शायद कई एक्स्ट्रा अकाउंट खोलने पड़ेंगे | नोट: फेसबुक एक ही ईमेल या फ़ोन नंबर से मल्टीप्ल अकाउंट खोलने की इजाज़त नहीं देता है | आपको नए फेसबुक अकाउंट को वेरीफाई करने के लिए फ़ोन पर टेक्स्ट के माध्यम से कोड भी भेजा जायेगा |
- इसे कुछ वक़्त दें | समय के साथ अपने अकाउंट को औरों की रूचि बढ़ाने दें और इसके लिए ताज़े और उपयुक्त कंटेंट को हर रोज़ उस में ऐड करें |
- पैसा कमाने का निश्चय करें: फेसबुक द्वारा नियमित पैसा कमाने के लिए लगातार मेहनत करना ज़रूरी है | किसी अन्य जॉब की तरह, शेडयूल सेट कर उस पर टिके रहना बहुत ज़रूरी है |
- ओर्गानायिज़ करें | जो भी स्ट्रेटेजी का आप पालन करना चाहें, उसको सफल बनाने के लिए आपको हर दिन कई सारी चीज़ों को ध्यान में रखना होगा | उसको आर्डर प्लान करें और पहले से निश्चित करें की आप इन्हें कितनी बार करेंगे |
- मार्किट का पूरा फायदा उठाएं | फेसबुक से पैसा कमाना अंकों का गणित है और कुछ नहीं | क्योंकि फेसबुक पर मार्केटिंग करने में समय के इलावा कुछ और खर्च नहीं होता है, आप जितना चाहें उतना मार्किट कर सकते हैं- उस पॉइंट तक भी जब किसी और तरीके से आपको बहुत महंगा पड़े- और उसके बाद परसेंटेज और स्टेटिस्टिक्स को आपके लगाये हर पैसे पर अपना जादू बिखेरने दें |
- जोर शोर से लोगों को एड करें | अपने पेज को देखने वाले लोगों की संख्या बढ़ाने के लिए जितनी बार हो सके उतनी बार दोस्त एड करें | कुछ फ्रेंड रिक्वेस्ट नहीं एक्सेप्ट करेंगे, लेकिन कुछ एक्सेप्ट भी करेंगे |
संपादन करेंएफिलिएट एडवरटाइजिंग (Affiliate Advertising ) और अन्य लिंक टाइप एडवरटाइजिंग (link-type advertising) की मदद से पैसा कमाना
- कोई एफिलिएट प्रोग्राम या लिंक टाइप एडवरटाइजिंग प्रोग्राम की तलाश करें: एफिलिएट प्रोग्राम आपको एक यूनिक ID और मार्केटिंग मटेरियल देती हैं, और आप जितना बिज़नेस लाते हैं उसके आधार पर वह आपको कमीशन भी देते हैं | इसलिए एक अच्छी एफिलिएट मार्केटिंग की वेबसाइट तलाशें और पैसा कमाने लगें |
- अपने जिन वेबसाइट के नाम सुन रखे होंगे वह सब ऐसा प्रोग्राम देती हैं | क्योंकि साईट को आपके ऐसा करने देने के लिए कोई पैसा नहीं लगता, कोई भी कितनी भी वेबसाइट का एफिलिएट बन सकता है |
- पहले जाने माने ब्रांडस से शुरू करें | अमेज़न एक कोम्पेटीटीव् एफिलिएट प्रोग्राम चलाता है जिसमें अगर आपने कुछ एडवर्रटायिज़ नहीं किया है और आपके पोस्ट से कोई व्यक्ति उनकी साईट से कुछ खरीद करता है तो उसका एक प्रतिशत हिस्सा आपको मिलेगा | Apple iTunes का भी एफिलिएट प्रोग्राम चलता है |
- पहले छोटे प्रोग्राम में जुड़ें | हांलाकि इससे आप हर दिन बहुत सारा पैसा नहीं कमा पाएंगे, फिर भी आप और प्रोग्राम में शामिल हो कर और कई बिज़नस को एडवरटाइजिंग सर्विस दे कर धीरे धीरे अपनी एफिलिएट आय बढ़ा सकते हैं |
- साईग्न अप (Sign up) करें: एक बार अपने किसी एक कंपनी को एफिलिएट की तरह मार्किट करने का फैसला कर किया तो, कंपनी की साईट ढूंढ कर उस पर निर्धारित फॉर्म भरें | ये अक्सर मुफ्त होता है, और इसमें बस थोड़ी देर लगती है |
- एफिलिएट बनने के लिए कभी पैसे नहीं दें |
- अकाउंटस ऐड करें: आप जितने भी एफिलिएट प्रोग्राम या प्रोग्राम्स के लिए साईग्न अप करें उनके लिए अलग फेसबुक अकाउंट बनाएं | इससे लोग कई सारे ऐड से युक्त एक पेज पर साईग्न करने के बजाय आसानी से अपनी पसंद की चीज़ों के मुताबिक आपके पेजस को फॉलो करने की सुविधा मिलती है |
- जैसे पहले भी बताया है, आप अपने प्राइमरी अकाउंट की सहायता से समय समय पर बाकि अकाउंट से रीपोस्ट कर सकते हैं, जिससे आपकी ऑडियंस इन पेज के संपर्क में भी आ जाती है |
- अपने प्रोग्राम को प्रमोट करें: उनके लिए हर रोज़ पोस्ट बनाएं, और अपने अकाउंट पर काफी ध्यान दें | किस्मत से, और कई सारे फोल्लोअर वाले एक सेंट्रल अकाउंट की मदद से आपके एफिलिएट अकाउंट को भी फोल्लोअर मिल जायेंगे | जब भी कोई आपके पोस्ट पर क्लिक कर आपके एफिलिएट्स से कुछ खरीदता है, तो आप पैसा कमाते हैं |
संपादन करेंई बुक (E-book)से पैसा बनाना
- एक ई बुक लिखें: ई बुक सिर्फ बुक फॉर्मेट पब्लिकेशन होती हैं जिन्हें, कागज़ पर प्रिंट करने के बजाय इलेक्ट्रानिकली डिस्ट्रीब्यूट किया जाता है | क्योंकि ई बुक पब्लिश करने में कुछ खर्च नहीं होता है, जिस किसी के भी पास आईडिया है वो इसे कर सकता है |
- आराम से आगे बढ़ें | एक कागज़ और स्याही वाली किताब के विपरीत, आपकी ई बुक में कोई निर्धारित पेज संख्या नहीं होती है | दरअसल. अधिकतर ई बुक्स जो पैसा कमाने के इरादे से लिखी जाती है वो पूरी बुक्स होने के बजाय ई पैम्फलेट जैसी होती हैं |
- ऐसा सब्जेक्ट चुनें जिसमें लोगों की रूचि हो | फिक्शन के बजाय लोगों को अक्सर नॉन फिक्शन ज्यादा पसंद आती है | हैरत की बात है, वो ई बुक जो लोगों को ई बुक के माध्यम से पैसा कमाना सिखाती हैं वो काफी लोकप्रिय हैं, और ये इतनी तो बिक जाती है की इन्हें लिखने में आई तकलीफ वसूल हो जाए |
- ऐसे क्षेत्र के बारे में लिखें जिसके बारे में आपको कुछ जानकारी हो | इससे आपकी बुक को मान्यता प्राप्त होगी | आपको अपनी साख दिखाने की ज़रुरत नहीं है, पर फिर भी आपको किसी ऐसे विषय पर लिखना चाहिए जिसमें आपकी समझ एक आम इन्सान से अधिक हो |
- पब्लिशिंग आप्शन चुनें: अपनी ई बुक पब्लिश कराने के लिए कुछ मुफ्त तरीके होते हैं |
- सबसे आसान तरीका है बुक को PDF फाइल की तरह सेव करके, पासवर्ड से लॉक करके सिर्फ उन लोगों को पासवर्ड बताना जिन्होनें बुक खरीदी हैं | एक बार पासवर्ड बाहर पता चल गया, जिसके पास भी पासवर्ड है वो बुक को खोल सकता है |
- Createspace एक Amazon.com की सर्विस है जो आपको मुफ्त में Amazon.com वेबसाइट पर ई बुक मुफ्त में पब्लिश करने की सुविधा देती है | इससे PDF तरीके से ज्यादा सुरक्षा मिलती है, पर ये Amazon की वेबसाइट के इलावा कहीं और से डिस्ट्रीब्यूट नहीं हो सकता है | Createspace के पास कई और पेड सर्विस और विकल्प हैं | अपना फेसबुक पर मुनाफा बढ़ाने के लिए, इन्के इस्तेमाल से परहेज़ करें |
- रीडर वर्क्स (ReaderWorks) एक ऐसा कार्यक्रम है जो वेब पर सबसे कॉमन ई बुक फॉर्मेट माइक्रोसॉफ्ट रीडर में बनी ई बुक्स को पब्लिश करता है | प्रोग्राम का सबसे सामान्य वर्ज़न कोई सुरक्षा नहीं देता है, पर ये मुफ्त और आसानी से याद रखने वाला है | रीडर वर्क्स का एक पेड वर्ज़न भी है जो डिजिटल राइट्स मैनेजमेंट (digital rights management) प्रोटेक्शन प्रदान करता जय | पेड वर्ज़न पर तभी जाएँ अगर आप उससे काफी सारी बुक्स बनाने वाले हैं |
- अपनी ई बुक को ऑनलाइन डालें: Createspace आपकी बुक को ऑटोमेटिकली पोस्ट कर देगा | अगर आपने अपने कंप्यूटर पर उसे पब्लिश किया है तो आप, उसे कई तरीकों में बेच सकते हैं:
![Make Money Using Facebook Step 9.jpg]()
- Amazon आपको मुफ्त में Kindle बुक की तरह आपको अपनी ई बुक को अपलोड कर के बेचने की सहूलियत देता है | (Kindle Amazon की लोकप्रिय ई रीडर प्रोडक्ट लाइन का ब्रांड नेम है) |इस विकल्प को Direct Publishing, या KDP कहते हैं |
- दूसरी तरफ, KDP तेज़ और फ्लेक्सिबल है | आप अपनी बुक करीब 5 मिनट में पब्लिश कर सकते हैं, और अपने लिए सेल रॉयल्टी 70% तक सेट कर सकते हैं (बाकि amazon 30 % हिस्सा ले लेगा) |
- दूसरी तरफ, KDP Kindle मार्केटप्लेस के बाहर आपकी बुक पब्लिश नहीं करता है | वो रीडर जो Kindle का इस्तेमाल नहीं करते वह आपकी बुक को ब्राउज कर खरीद नहीं पाएंगे |
- eBay आपको एक सेट प्राइस पर अपने आइटम लिस्ट करने की सुविधा देता है | अपनी ई बुक की “कॉपी” को eBay पर बेचने के लिए डाल के, आप इस ऑक्शन साईट को बुक सेल्लिंग हब बना सकते हैं |
- eBay का फायदा है उसकी आसानी | हर कोई जो उस साईट को एक्सेस कर सकता है वो इस बुक की एक कॉपी खरीद सकता है – इसके लिए किसी खास गैजेट या सॉफ्टवेयर की ज़रुरत नहीं है |
- उसका नुकसान है उसकी कीमत | eBay हर चीज़ के लिए फीस तय कर देता है; अगर आपने अपने सामान के लिए एक फिक्स्ड कीमत डाल दी तो ये और बहुत ख़राब हो सकता है | इनमें से कुछ फीस प्रतिशत में होती है, बाकि कुछ फ्लैट होती है, और अगर आपने ध्यान नहीं दिया तो ये आपके मुनाफे का हिस्सा खा सकती हैं |
- अपनी ई बुक को फेसबुक पर बेचें: अगर आप समझदार हैं और आपने एक ऐसी बुक लिखी है जो उस ऑडियंस के लिए है जिसे आपने अपने प्राइमरी अकाउंट से बिल्ड किया है, तो आपको आपकी सेल्स पिच के लिए एक तैयार ऑडियंस मिल जाएगी |
- इसे दिन में कई बार एडवर्रटायिज़ कीजिये, कई बार सामने से और कई बार पोस्ट के अंत में | थोड़े क्रिएटिव बनें और अपने पाठकों को शामिल करने की कोशिश करें | उन्हें आपकी बुक पढ़ने के लिए उत्साहित करें |
- अगर आपके कुछ और अकाउंट हैं (जैसे एफिलिएट अकाउंट), तो अपनी बुक को वहां भी, एडवर्रटायिज़ कर दें |
- हमेशा रीडर को ऐसा लिंक दें जिसे क्लिक करके वह उस पेज पर पहुँच जाएँ जहाँ से वह बुक को खरीद सकते हैं |
संपादन करेंअपने फेसबुक पेज के माध्यम से पैसा बनाएं
- अगर आपने अभी तक नहीं बनाया तो एक फैन पेज बनाएं: तो आपका अभी तक फैन पेज नहीं है? तो आपको अभी एक बनाना होगा क्योंकि हम यहाँ पर फेसबुक फैन पेज से पैसा कमाने की बात कर रहे हैं | आपको जिस चीज़ में रूचि हो, जैसे फिशिंग, फनी पेज या ट्रेवलिंग पर फैन पेज बनाएं |
- अच्छा कंटेंट लिखें: अपने फैन पेज पर अच्छा कंटेंट लिखें और जितने यूज़र्स को एंगेज कर सकें करें | एक बार आपके पेज को अच्छा रेस्पोंस और लाइक मिलने लगे, आप अगले चरण पर बढ़ सकते हैं |
- अपने फैन पेज से जुड़ी वेबसाइट बनाएं: अगर आप कर सकें तो अपने फैन पेज टॉपिक से जुड़ी हुई एक वेबसाइट का निर्माण करें |
- आप मुफ्त वेबसाइट भी बना सकते हैं |
- अपने वेबसाइट पर कंटेंट डालें और साईट पर विजिटर लाने के लिए फेसबुक पर पोस्ट करें |
- पैसे कमाने के लिए एड डालें और ध्यान रखें की वेबसाइट किसी की नकल नहीं लगे |
- ज्यादा विजिटर पाने के लिए आपको नियमित तौर पर अपने वेबसाइट पर भी महत्वपूर्ण कंटेंट डालना होगा |
- फैन पेज पोस्ट सेल करें: तो आपके पास एक बढ़ा फेसबुक फैन पेज हैं पर आपको नहीं पता की इससे कैसे पैसे कमाएं | वैसे फैन पेज पर पोस्ट सेल करना पैसा कमाने का सबसे सही तरीका है |
- Shopsomething.com पर सायिग्न अप (Sign up) करें और देख लें की आपके पेज पर कम से कम 1000 लाइक हों |
- अपने फैन पेज को ShopSomething पर ऐड करें और ये कन्फर्म करें की आप ही पेज के ओनर हैं |
- अपने पेज पर हर पोस्ट की कीमत सेट करें | अब ये बहुत ज़रूरी है, ये ध्यान दें की आप प्राइस सही सेट करें क्योंकि अगर कीमत बहुत ज्यादा है कोई भी आपके पेज पर मोजूद पोस्ट से खरीदारी नहीं करेगा |
- सोशल मीडिया मार्केटिंग (social media marketing ) की काफी डिमांड है | अगर को सोशल मीडिया पर एक्सपर्ट है तो, वह आसानी से इससे पैसे कमा सकता है |
- एक मेंटेनेंस लोग (maintenance log) रखें | ध्यान से पड़ें! कई एफिलिएट प्रोग्राम या अन्य लिंक टाइप मनी मेकिंग प्रोग्राम के डोर्मेंट अकाउंट को हटाने के लिए कुछ मिनिमम लॉग इन और ईमेल वेरिफिकेशन रिक्वेस्ट रेकुइरेमेंट होती हैं | अगर आप अपने अकाउंट को संभाल नहीं पाते हैं तो आप अपनी कमायी खो देंगे |
- ई बुक्स इकलोती ऐसी चीज़ नहीं है जो आप अपने फैन को दे सकते हैं, ये सिर्फ सबसे उत्तम चीज़ों में से एक है | थोड़े क्रिएटिव बनें और सोचें की आप कम पैसा लगाकर ऐसा क्या बना सकते हैं जिसे अपने रीडर्स को एडवर्रटायिज़ किया जा सके |
- मेहनत का कोई विकल्प नहीं है, अगर आप समय निकालकर रीडरशिप बढ़ाने का प्रयत्न करेंगे, तो बाकि सब चीज़ें अपने आप हो जाएँगी; दूसरी ओर अगर आप सिर्फ कुछ एफिलिएट पेज बना कर पैसा आने का इंतजार करेंगे, तो आप कभी सफल नहीं होंगे |
- आपका उद्देश्य होना चाहिए सिर्फ अपने फॉलोअर्स/ रीडर की सेवा करना | जब तक आपके पास ऑडियंस होगी, आप पास एडवरटाइजर आते रहेंगे | सिर्फ पैसा कमाने पर ध्यान नहीं दें, अपने ऑडियंस को बढ़ाने की सोचें, और पैसा अपने आप आता रहेगा |
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January 27, 2019, 8:00 pm
क्या आप हमेशा बिस्तर पर जाने से पहले अपने कंप्यूटर को बंद करना भूल जाते हैं, या जब काम कर रहें हों उस समय घड़ी को देखना भूल जाते हैं? यह आर्टिकल आपको बताएगा कि आपके द्वारा निर्धारित किए गए समय पर आपका कंप्यूटर कैसे बंद हो जाए।
संपादन करेंविंडोज़ में टास्क शेड्यूलर (Task Scheduler) का उपयोग करना
- टास्क शेड्यूलर ओपन करें: यह विकल्प विंडोज 7 और विंडोज 8 में उपलब्ध है। विंडोज 7 में, स्टार्ट (Start) → कंट्रोल पैनेल (Control Panel) → सिस्टम एंड सिक्योरिटी (System and Security) → एडमिनिस्ट्रेटिव टूल (Administrative Tools) → टास्क शेड्यूलर (Task Scheduler) पर क्रमशः क्लिक करें। विंडोज 8 में, प्रेस करें, "शेड्यूल टास्क्स Schedule tasks" टाइप करें और सर्च रिज़ल्ट्स में से "शेड्यूल टास्क्स Schedule tasks" सेलेक्ट करें।
- "क्रिएट बेसिक टास्क Create Basic Task" पर क्लिक करें: यह विकल्प विंडो के राइट साइड में स्थित, ऐक्शन्स (Actions) मेन्यू में उपलब्ध होता है। आपको इस टास्क को एक नाम और विवरण देना पड़ेगा। इसे ऐसा नाम दें जो आसानी से याद हो जाए, जैसे कि "शट-डाउन टाइमर (Shutdown Timer)"। जारी रखने के लिए पर क्लिक करें ।
- फ्रीक्वेन्सी (frequency) चुनें: "टास्क ट्रिगर Task Trigger" पेज पर "डेली daily" विकल्प को सेलेक्ट करें और पर क्लिक करें। उस समय का चयन करें जिस समय आप चाहते हैं कि आपका कंप्यूटर हर रात शट-डाउन हो जाए। "रेकर एवर: X डेज़ (Recur ever: X days)" सेटिंग को "1" पर छोड़ दें। उसके बाद पर क्लिक करें।
- "स्टार्ट ए प्रोग्राम Start a program" को चुनें: यह विकल्प "ऐक्शन Action" स्क्रीन पर होगा और ऑटोमेटिकली सेलेक्ट हो जाना चाहिए। आगे बढ़ने के लिए बटन पर क्लिक करें।
- शट-डाउन प्रोग्राम के लिए लोकशन एंटर करें: जब विंडोज शट-डाउन होने लगता है, तो वास्तव में यह एक शट-डाउन प्रोग्राम चलाता है। "प्रोग्राम/स्क्रिप्ट Program/script" फ़ील्ड में, टाइप करें।
- "आर्ग्युमेंट्स Arguments" फील्ड में, टाइप करें। उसके बाद पर क्लिक करें।
- अपनी सेटिंग्स को रिव्यू (Review) करें: यह सुनिश्चित करने के लिए कि आपने शट-डाउन के लिए सही दिन चुना है, स्क्रीन की समरी (Summary) में अपने सेटिंग्स को रिव्यू करें। टास्क को सेव (save) करने के लिए बटन पर क्लिक करें। आपका कंप्यूटर अब प्रतिदिन आप द्वारा निर्धारित समय पर शट-डाउन हो जाएगा। [१]
संपादन करेंविंडोज में एक बैट (BAT) फ़ाइल बनाना
- स्टार्ट Start> ऑल प्रोग्राम्स All Programmes> एक्सेसरीज़ Accessories> नोटपैड Notepad पर क्रमशः जाकर नोटपैड ओपन करें: वैकल्पिक रुप से, आप स्टार्ट मेन्यू में , बिना कोट्स (quotes) लगाए केवल "नोटपैड notepad" टाइप करके, एंटर दबा सकते हैं।
- निम्नलिखित कोड को कॉपी करें:
- @echo off
- :W
- if %time%==00:00:00.00 goto :X
- goto :W
- :X
- shutdown.exe /s /f /t 60 /c "Go to bed!!!!!!"
- यह लगातार ये देखने के लिए समय की जांच करता है कि यह मध्यरात्रि हो गई है या नहीं, और यदि हो गई है, तो यह कंप्यूटर को "गो टू बेड (Go to bed)!!!!" संदेश के साथ शट-डाउन कर देता है।
- if % time%== पार्ट (part) को अपनी पसंद के समय में बदलें: यह इस फ़ारमैट में होना चाहिए: 24 घंटे के फ़ारमैट में HH:MM:SS.MS अन्यथा यह काम नहीं करेगा।
- फ़ाइल File> सेव ऐज़ Save As पर क्रमशः जाएँ।
- "सेव ऐज़ टाइप Save as type" बॉक्स को "ऑल फ़ाइल्स All Files" में बदल दें
- फ़ाइल के नाम में "timer.bat" टाइप करें और "सेव Save" पर क्लिक करें
- फ़ाइल पर डबल-क्लिक करें: एक ब्लैंक (blank) कमांड प्रॉम्प्ट स्क्रीन दिखाई देनी चाहिए।
- अपना काम करते समय इस विंडो को खुला छोड़ दें।
- जब आप द्वारा स्टेप (step) 3 में निर्धारित समय आता है, तो आपके कंप्यूटर को एक मिनट के लिए एक संदेश प्रदर्शित करना चाहिए और फिर शट-डाउन हो जाना चाहिए।
- अगर आप शट-डाउन को रद्द करना चाहते हैं, तो विंडोज-की (Windows Key) (वह की Key जिस पर माइक्रोसॉफ्ट लोगो बना होता है) + R दबाएँ।
- अब दिखाई दे रहे विंडो में कोट्स लगाए बिना "shutdown -a" टाइप करें और एंटर दबाएं: एक कमांड प्रॉम्प्ट विंडो दिखाई देनी चाहिए और फिर गायब हो जानी चाहिए। इसके जैसा ही एक गुब्बारा प्रकट होना चाहिए।
संपादन करेंमैक में एनर्जी-सेवर का उपयोग करना
- सिस्टम प्रेफ़रेंसेज (System Preferences) ओपन करें।
- एनर्जी-सेवर (Energy Saver) पर जाएँ।
- 'शेड्यूल Schedule...' पर क्लिक करें।
- पॉप-डाउन पर दूसरे बॉक्स को टिक करें।
- ड्रॉप-डाउन (drop-down) पर क्लिक करें और 'शट-डाउन Shut Down' को सेलेक्ट करें।
- वह समय सेट करें जब आप अपने कंप्यूटर को ऑटोमेटिकली शट-डाउन करना चाहते हैं।
- 'ओके OK' पर क्लिक करें.
- कमांड-प्रॉम्प्ट-विंडो ओपन रखना याद रखें। यदि आप चाहें तो इसे मिनिमाइज़ कर सकते हैं।
- ये स्टेप्स केवल विंडोज 7 और मैक यूजर्स के लिए हैं। यह प्रोग्राम अन्य ऑपरेटिंग-सिस्टम्स पर काम नहीं करेगा।
- मैक ओएस (OS) के पुराने वर्जन्स पर, एनर्जी-सेवर उपलब्ध नहीं है।
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January 28, 2019, 8:30 pm
अब जबकि आपने ऐसा कर ही लिया है! आपने ऐसे शूज देखे, जिन्हें आप काफी वक़्त से लेना चाह रहे थे और बिना कुछ सोचे-समझे, उन्हें खरीद लिया। अब वो आपके हो गए हैं, और इसके बाद आपको महसूस हुआ, कि ये तो काफी टाइट हैं। अगर आप इन्हें जरा सा भी स्ट्रेच कर लेते हैं, तो ये आपके लिए एकदम परफेक्ट बन जाएंगे, है न? अच्छी बात ये है, कि शूज को बड़ी आसानी से स्ट्रेच करने की कुछ तरकीबें मौजूद हैं।
संपादन करेंअपने शूज को स्ट्रेच करना (Stretching Your Shoes)
- अपने शूज को घर पर पहनें: ये सबसे आसान ऑप्शन है: अगर आपके शूज इतने ज्यादा टाइट नहीं हैं, कि उन्हें पहना ही न जा सके, तो बस उन्हें तब तक अपने घर पर पहनकर घूमें, जब तक कि ये आपके पैरों में एडजस्ट न हो जाएँ। इसमें कुछ दो-चार दिनों तक का वक़्त लग सकता है, लेकिन ये एकदम नेचुरल है, और काफी आसान भी है!
संपादन करेंसॉक (मोजे) से स्ट्रेच करना (Sock stretching)
- मोटे सॉक्स पहने लें और हीट एड करें: आपके पास में मौजूद सबसे मोटे सॉक्स पहन लें और फिर अपने पैरों को शूज (सिर्फ लैदर में) में डाल दें। एक हेयरड्रायर के जरिए शूज के टाइट हिस्से को हीट करें और फिर पैरों को 20 से 30 सेकंड तक, आप से जितना हो सके, उतनी बार आगे और पीछे लेकर जाते रहें।
- हीट सोर्स को हटा दें, लेकिन शूज को ठंडे होने तक पैरों में ही रहने दें। अब अपने नॉर्मल सॉक्स या स्टॉकिंग्स के साथ शूज को पहनकर देखें।
- इसे तब तक रिपीट करते रहें, जब तक कि आपके शूज अच्छी तरह से स्ट्रेच न हो जाएँ। जैसे ही ये स्ट्रेच हो जाते हैं, फिर हीट की वजह से खोए हुए मॉइस्चर को वापस पाने के लिए लैदर शू कंडीशनर अप्लाई करें।[१]
- ध्यान दें: शूज को हीट देने की वजह से ग्लू बोंड्स कमजोर हो सकते हैं—विंटेज शूज के साथ बहुत सावधानी बरतें।
संपादन करेंसॉक बॉल स्ट्रेचिंग (Sock ball stretching)
- हर एक शूज के लिए कुछ सॉक्स इकट्ठे कर लें।
- सॉक्स को एक छोटी बॉल्स में रोल कर लें।
- अब हर एक सॉक को काफी आराम से तब तक शूज में अंदर तक डालते रहें, जब तक कि ये पूरा न भर जाए।
- दूसरे शूज के लिए भी ऐसा ही करें।
- रात तक इंतज़ार करें: अगले ही दिन आपको एक डिफरेन्स नजर आएगा।
संपादन करेंफ्रीजर स्ट्रेचिंग (Freezer stretching)
- शूज को पानी से भर एक बैग के साथ फ्रीज़ कर दें: हर एक शूज के लिए एक होल-फ्री रिसीलेबल सैंडविच बैग, मोटे बलून या इसी तरह के किसी प्लास्टिक बैग को लगभग एक तिहाई से आधे हिस्से तक पानी से भर लें और टाइट सील कर दें।
- बैग को हर एक शूज के अंदर डाल दें और इसे ऐसे धकेलें, कि आपका पूरा शूज भर जाए। अपने शूज को फ्रीजर में रख दें और इन्हें पूरी रात भर या तब तक वहीं रहने दें, जब तक कि ये फ्रीज़ न हो जाए। जैसे ही पानी जमेगा, ये आपके शूज में फैलेगा, जो लैदर को आराम से स्ट्रेच कर देगा।
- फ्रीजर से निकाल लें और बैग निकालने से पहले उन्हें लगभग 20 मिनट के लिए पिघलने दें। शूज की फिटिंग को चेक करने के लिए, उन्हें फिर से पहनकर देखें और जरूरत पड़े, तो इसे दोबारा रिपीट करें।
- इस मेथड को महंगे शूज के ऊपर न यूज करने की सलाह दी जाती है।
संपादन करेंन्यूज़पेपर स्ट्रेचिंग (Newspaper stretching)
- अपने शूज को गीले न्यूज़पेपर से भर लें: गीले न्यूज़पेपर को स्क्रंच (मोड) कर लें और उसे अपने शूज में भर दें। ये शूज में जितना फिट हो सके, उतना भर दें, लेकिन ध्यान से, इस मेथड का यूज करते वक़्त शूज के शेप के खराब न होने की पुष्टि कर लें; अगर आपको शूज का शेप बिगड़ा हुआ लगे, तो न्यूज़पेपर निकाल लें और फिर शूज के सही शेप में आने तक इसे फिर से भरें।
- शूज को सूखने दें। न्यूज़पेपर को हटा दें और शूज पहनकर देखें। इसे आपको शायद और भी कुछ बार करना पड़ सकता है।
- ध्यान रखें, कि और ज्यादा बढ़त पाने के लिए, इस मेथड में आप शूज को फ्रीज़ भी कर सकते हैं। न्यूज़पेपर की जगह पर गीले सॉक्स का यूज भी किया जा सकता है।
संपादन करेंशूज को स्ट्रेच करने के लिए ओट्स का यूज करना
- शूज को ओट्स से भर दें: लैदर बूट्स के लिए, इस पुरानी ट्रिक का यूज करें: अपने बूट्स को ओट्स से या फिर किसी भी ऐसे ग्रेन (अनाज) से भर लें, जो गीला होने पर फूलता है।
- अब ग्रेन को पूरा कवर करने के लिए भरपूर पानी डालें। ग्रेन रातभर में फूल जाएगा।
- ओटमील को साफ कर दें। बचे हुए ओटमील को ब्रेकफ़ास्ट के लिए यूज करना, एक अच्छा आइडिया नहीं होगा।
- इनके सूखने तक और आपके पैरों में एडजस्ट होने तक, कुछ दिनों के लिए पहनें।
संपादन करेंस्ट्रेच करने के लिए अल्कोहल को रब करना
- एक रबिंग अल्कोहल स्प्रे का यूज करें: एक स्प्रे बॉटल में 50 परसेंट रबिंग अल्कोहल और 50 परसेंट पानी डाल लें। इसे हर एक शूज के अंदर स्प्रे कर लें और फिर 20 मिनट के लिए इन्हें पहन लें।
- वैकल्पिक रूप से, अल्कोहल को शूज के उन हिस्सों पर सीधे रब कर दें, जिन्हें आप स्ट्रेच करना चाहते हैं।
- क्योंकि अल्कोहल बहुत जल्दी सूख जाती है, इसलिए शूज या बूट के गीले रहते ही उन्हें फौरन पहन लें।
- इसे करने का एक और तरीका ये है, कि आप कॉटन सॉक की एक पेयर लें, उन्हें रबिंग अल्कोहल में भिगो लें और अच्छे से निचोड़ कर एक्स्ट्रा अल्कोहल को निकाल दें। सॉक्स पहन लें और उन्हें शूज के साथ तब तक पहनें, जब तक कि ये पूरी तरह से सूख न जाएँ। जरूरत के हिसाब से इसे कई बार रिपीट करें।
संपादन करेंपोटेटो स्ट्रेचिंग (Potato stretching)
- "पोटेटो को मैश" कर लें: एक पोटेटो (आमतौर पर एक बड़ा सही रहता है) को लें और उसे रातभर के लिए शू के अंदर रहने दें। इसके द्वारा शू के अंदर एक उभार पैदा करने की पुष्टि कर लें।
- पोटेटो में गंदी स्मेल नहीं आती है (ये असल में दूसरी स्मेल को पकड़ लेते हैं), और पोटेटो के बचे हुए हिस्से को आसानी से एक गीले कपड़े से साफ किया जा सकता है।
संपादन करेंशू स्ट्रेचर (Shoe stretcher)
- लैदर शूज पर एक शू-स्ट्रेचर का यूज करें: एक शू स्ट्रेचर का शेप, आपके पैर के शेप के बराबर ही होता है और ये आमतौर पर देवदार या मेपल जैसी लकड़ी का बना होता है, जिसके एडजस्टमेंट और स्क्रू से शू स्ट्रेच हो जाता है।
- अपने लोकल हार्डवेयर या ओर्गेनाइजेशनल स्टोर के क्लोजेट-ओर्गेनाइज़र सेक्शन में तलाश करें या फिर गैरेज सेल्स और थ्रिप्ट (किफ़ायती) स्टोर्स पर चेक करें।
- एक शू स्ट्रेचर चौड़ाई और लंबाई (खरीदते वक इसकी एबिलिटी को चेक कर लें) को एडजस्ट कर सकते हैं और ये या तो बाँये या दाँये पैर पर फिट आएंगे।
- "ड्राइ स्ट्रेचिंग (dry stretching)" के नाम से मशहूर शू-स्ट्रेचर को असर दिखाने में काफी दिन लग सकते हैं; फिटिंग चेक करने के लिए, इसे बार-बार चेक करते रहें।
- कुछ शू स्ट्रेचर्स में ऐसे छोटे बटन्स शामिल होते हैं, जिन्हें आप किसी एक निश्चित जगह पर स्ट्रेचिंग करने के लिए, होल्स में इंजर्ट कर सकते हैं, उदाहरण के लिए, कॉर्न या बनियन के ऊपर फिट करने के लिए यूज कर सकते हैं।
- शू-स्ट्रेचर के साथ में एक शू-स्ट्रेचिंग स्प्रे का या ऑइल का यूज करें। आप इस ऑइल या स्प्रे को किसी भी शू स्टोर पर, शू रिपेयर शॉप्स पर, या फिर जहां से आपने शू-स्ट्रेचर खरीदा था, वहीं से खरीद सकते हैं। ये स्प्रे या ऑइल, शू मटेरियल को और ज्यादा लचीला बनाने में मदद करता है, जो इसे एक-समान स्ट्रेच करने में और प्रोसेस को एक स्पीड देने में मदद करता है।
संपादन करेंप्रोफेशनल स्ट्रेचिंग (Professional stretching)
- एक प्रोफेशनल हायर कर लें: अपने शूज को स्ट्रेचिंग के लिए एक प्रोफेशनल कॉबलर (मोची) के पास लेकर जाएँ। कुछ मशीन्स, जो बहुत ही आराम से शूज पर हीट और प्रेशर अप्लाई कर सकती हैं, वो उन्हें एकदम सही तरीके से स्ट्रेच कर सकते हैं।
- खासकर महँगे या डेलीकेट शूज के लिए इस सर्विस को इस्तेमाल करने की सफलता और आसानी, इसकी कीमत और प्रयास के हिसाब से एकदम परफेक्ट हो सकती है।
- इस सर्विस से लगभग 24 घंटे तक का वक़्त लगने की उम्मीद की जा सकती है।
संपादन करेंध्यान रखने लायक बातें (Preventative Measures)
- फिट आने वाले शूज चुनें: जहां तक हो सके, ऐसे शूज ही चुनें, जो आपको पहले से फिट आते हों और जिन्हें स्ट्रेच करने की या बहुत ज्यादा स्ट्रेचिंग की कोई जरूरत न हो। इस तरह से पुष्टि करें:
- जब भी आप शूज खरीदने जाएँ, तब अपने पैरों का माप जरूर करें। पैर तीन डाइमेन्शन के होते हैं, जिन्हें न सिर्फ लंबाई बस से, बल्कि चौड़ाई और गहराई के हिसाब से भी मापा जाना चाहिए।[२]
- दोनों पैरों को मापें। बहुत से लोगों के दोनों पैरों के साइज़ एक-जैसे होते है, हालांकि कुछ ऐसे लोग भी होते हैं, जिनके दोनों पैरों का साइज़ अलग होता है और कुछ लोगों को तो उनके दोनों पैरों के बीच में एक पूरे साइज़ तक का अंतर भी नजर आता है।
- अगर आप एक ऐसा साइज़ ले रहे हैं, जो जरा सा भी टाइट है, फिर भले ही आप हमेशा इसी साइज़ को ही क्यों न पहनते हों, लेकिन फिर भी एक बड़ा साइज़ भी ट्राइ करके देख लिया करें। अलग-अलग मैन्युफेक्चरर के साइज़ में भी थोड़ा-बहुत फर्क मिल जाता है और इन्हें पहनकर देखना ही, इसे समझने का एकमात्र तरीका होता है।
- अपने शूज के लिए साइजिंग स्टैंडर्ड की जांच कर लें। ये साइज़, क्या European, UK, US या cm में है? क्या ये मेन्स या वोमन्स शूज हैं? फिर भले ही कितने ही तरह के अलग-अलग साइज़ स्टैंडर्ड क्यों न दिए हुए हों, लेकिन किसी भी दो अलग-अलग शू साइज़ (जैसे कि, US और cm) के बीच में किसी भी तरह की समानता नहीं होती है। तो अगर आपने किसी एक को यूज किया है और दूसरे को नहीं, तो उसके आसपास के साइज़ को ट्राइ करके देखें।
- हाफ साइजेस और मल्टीपल विड्थ के बारे में पूछें। सारे शू स्टोर्स में ये मौजूद नहीं होते हैं, लेकिन कुछ अच्छी स्टोर्स इन्हें जरूर रखते हैं।
- शूज को दिन के सेकंड हाफ हिस्से में खरीदें, जब आपके पैर दिनभर खड़े रहने और चलते रहने के बाद काफी ज्यादा फूल जाते हैं।[३]
- स्ट्रेची (खिंचने वाले) शूज चुनें: एक नियम के जैसे, असली लैदर काफी कंफ़र्ट देता है और ये प्लास्टिक, पीवीसी (PVC) आदि जैसे सिंथेटिक्स से ज्यादा साथ भी निभाते हैं।
- अगर शूज सिंथेटिक हैं, तो इन्हें एक सही साइज़ का ही खरीदने की पुष्टि जरूर कर लें, क्योंकि इनमें बाद में फैलने की कोई गुंजाइश नहीं होती है; असल बात ये है, कि इस तरह के मटेरियल को इस्तेमाल करने का असली मकसद भी यही होता है, कि इनके तैयार शेप में खिंचने और ढीले होने की कोई गुंजाइश नहीं होती है।
- फेब्रिक शूज के साथ भी सावधानी बरतें, क्योंकि ज़्यादातर स्ट्रेचिंग शूज के फाइबर को कमजोर कर सकती हैं।
- इलास्टिक गोर (gore) वाले शूज काफी स्ट्रेची होते हैं। एक इलास्टिक गोर, शू के अंदर डाला हुआ एक इलास्टिक फेब्रिक पैनल होता है।
- अलग-अलग तरह के लैदर की स्ट्रेच होने की क्षमता भी अलग-अलग होती है। जैसे कि, कंगारू लैदर को काऊ लैदर से ज्यादा स्ट्रेची माना जाता है।
- शूज के स्ट्रेच होने को काबिलियत की भी एक लिमिट होती है। अगर आप अंगूठे के आसपास के हिस्से में लूज करना चाहते हैं, तो आपको बाकी दूसरी चीजों को बड़ा करने की अपेक्षा, इसमें ज्यादा सफलता मिलेगी।
- और वॉकिंग शूज जैसे, कुछ शूज शुरुआत से ही एकदम परफेक्ट फिट आते हैं, फिर चाहे कुछ भी हो। अगर शूज को बहुत ज्यादा स्ट्रेचिंग की जरूरत हो, तो या तो उसे न खरीदें, या फिर इसके हाफ या एक साइज़ बड़े शूज को खरीद लें या फिर एक बेहतर फिटिंग स्टाइल या ब्रांड को चुन लें।
- धीरे-धीरे आगे बढ़ें और धैर्य रखें। शूज को हल्का सा स्ट्रेच करें, फिर उन्हें ट्राइ करें, फिर दोबारा इन्हें और स्ट्रेच करें। असली बात ये है, कि कपड़ों की तरह ही शूज भी एक जनरल साइज़ और शेप के होते हैं। ये पूरी तरह से हर किसी के पैरों के अपने एक अलग साइज़ के ऊपर निर्भर करता है, कि उनके पैर किस तरह के शूज साइज़ और शेप के अंदर फिट आएंगे, और ऐसा भी नहीं है, कि आपके लिए मौजूद साइज़ एकदम बहुत ज्यादा ही टाइट हो, शूज को ज्यादा से ज्यादा रेगुलरली और बार-बार पहनना, इसे स्ट्रेच करने की एक काफी असरदार मेथड है।
- स्ट्रेचिंग ट्रीटमेंट पूरा होने के बाद, लैदर के सॉफ्ट और मेंटेन होने की पुष्टि करने के लिए, लैदर शूज और बूट्स को पॉलिश कर लें। ये करना खासतौर पर उस वक़्त और भी ज्यादा जरूरी होता है, जब आपने किसी ऐसी मेथड का यूज किया हो, जिसमें पानी या हीट का भी यूज किया गया हो।
- पहले जरा कम महँगे शूज को स्ट्रेच करके देख लें, ताकि आपको इस प्रोसेस को करने का एक अंदाजा मिल जाए। इस तरह से अगर आप इसे हद से ज्यादा भी कर लेते हैं, तो इससे आपको ज्यादा कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा।
- शूज के सही तरह से फिट होने की पुष्टि करने के लिए, उन्हें खरीदते वक़्त ट्राइ करके जरूर देखें। आप चाहें तो रिटेलर के पास भी शूज ले जाने का सोच सकते हैं और उनसे ही शूज को स्ट्रेच करके देने का पूछ सकते हैं; ये करना उस वक़्त और भी ज्यादा मददगार होगा, जब आपके रिटेलर ने शूज बेचते वक़्त, आपसे इसके स्ट्रेच होने का वादा किया हो।
- अगर किसी ब्रांड ने आपको इसके स्ट्रेच नहीं होने की वार्निंग दी है, तो उनकी वार्निंग पर गौर करें और अपने लिए एक सही साइज़ तलाश लें। ये मैन्युफेक्चरर का कोई घमंड नहीं है, बल्कि ये तो एक असलियत है!
- शूज को हमेशा ही, इन्हें पहनने के वक़्त से पहले ही खरीदा करें, ताकि आपके पास में इन्हें पहनकर देखने का पूरा वक़्त रह सके, खासकर तब, जब आप इन शूज को किसी डांस, प्रोम और शादी बगैरह के लिए खरीद रहे हों।
- विंटेज शूज को फ्रीज़ या हीट न करें; ऐसा करने पर आप उन्हें शायद आखिरी बार सही सलामत देख रहे होंगे!
- अगर आप शूज को स्ट्रेच करने के लिए हीट का यूज कर रहे हैं, तो इस बात का ध्यान रखें, कि शूज को बनाने के लिए यूज किए जाने बहुत सारे एधेसिव, हीट-बेस्ड होते हैं।
- प्लास्टिक, पीवीसी आदि शूज को हीट न करें। इनके ऊपर हीट अप्लाई नहीं की जा सकती है और ऐसा करने की स्थिति में, इनसे टॉक्सिक धुआँ निकलने का रिस्क भी बना रहता है।
- अगर आप आपके पैर के साथ एक शू स्ट्रेचिंग स्प्रे का यूज करते हैं, तो पुराने सॉक्स पहन लें, क्योंकि ये फ्लुइड से शूज के अंदर डाइ करने की वजह से, थोड़ा सा खून भी निकल सकता है।
- पहले अपने पैरों का ध्यान रखें, बाद में शूज के बारे में सोचें। पैरों में किसी भी तरह का दर्द पहुँचने का सीधा सा मतलब यही निकलता है, कि वो शूज आपके लिए सही नहीं हैं।
- अगर आप बैग में पानी रखने वाली मेथड का यूज कर रहे हैं, तो पुष्टि कर लें, कि शूज के अंदर पानी गिर जाने की वजह से, शूज को किसी भी तरह का नुकसान नहीं पहुँचने वाला है।
संपादन करेंचीजें जिनकी आपको आवश्यकता होगी
- स्ट्रेचिंग के बाद, शूज को सॉफ्ट करने और प्रोटेक्ट करने के लिए शू पॉलिश या कंडीशनर
- आर्टिकल में दर्शाए हुए सारे आइटम्स
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January 29, 2019, 8:30 pm
सभी पैरेंट्स अपने बच्चों को ऐसे दरिंदों की नजर से बचाकर रखना चाहते हैं, लेकिन जब आपको उनकी पहचान ही नहीं होगी, तब आप किस तरह से अपने बच्चों की सेफ़्टी सुनिश्चित करेंगे? कोई भी एक इंसान एक चाइल्ड मोलेस्टर (बच्चों के साथ छेड़छाड़ करने वाला) हो सकता है, इसलिए इन्हें पहचान पाना जरा सा मुश्किल जरूर हो सकता है — खासकर इसलिए, क्योंकि बच्चों को अब्यूस करने वाला इंसान, शुरुआत में ही बच्चों का विश्वास जीत लेता है। खतरे की घंटी माने जाने वाले बिहेवियर और लक्षणों को जानने, किस तरह की स्थिति से बचना चाहिए, और एक चाइल्ड मोलेस्टर को अपने बच्चे से दूर बनाए रखने के बारे में जानने के लिए आगे पढ़ते जाएँ।
एक ऐसा इंसान, जो पीडोफिल (Pedophile) है, जरूरी नहीं, कि वो एक चाइल्ड मोलेस्टर भी हो, लेकिन पीडोफीलिया (pedophilia) को ही औपचारिक रूप से एक साइकेट्रिक डिसऑर्डर की तरह माना गया है। एक पीडोफिल शायद बच्चों को सेक्सुअली अब्यूस नहीं करेगा, लेकिन वो चाइल्ड पोर्नोग्राफ़ी देखेगा, जो कि खुद ही एक सीरियस क्रिमिनल ओफ़ेन्स (अपराध) है और जो बच्चों के साथ होने वाले सेक्सुअल अब्यूस को बढ़ावा देने में पूरी तरह से मदद भी करता है। एक ऐसा एडल्ट, जो बच्चों से बात करने में और उन्हें अच्छी तरह से समझने में माहिर है, वो बाय डिफ़ाल्ट एक पीडोफिल नहींबन जाता है। किसी के ऊपर पीडोफिल होने का गलत आरोप लगाने की वजह से सीरियस डिप्रेशन और सोशल एंजाइटी जैसी तकलीफ हो सकती है और सेक्सुअल अब्यूस का झूठा आरोप, उस इंसान की बदनामी करने का मामला हो जाता है।[१]
संपादन करेंचाइल्ड मोलेस्टर की प्रोफ़ाइल को जानना (Knowing the Profile of a Child Molester)
- इस बात को समझें, कि कोई भी एडल्ट एक चाइल्ड मोलेस्टर हो सकता है: ऐसी कोई भी फिजिकल केरेक्टरिस्टिक (गुण), अपीयरेंस, प्रोफेशन या पर्सनालिटी टाइप नहीं है, जिसे सारे चाइल्ड मोलेस्टर अपनाते हैं। चाइल्ड मोलेस्टर किसी भी सेक्स या प्रजाति का हो सकता है, और उसका धर्म, प्रोफेशन और शौक, किसी भी दूसरे इंसान से भी मिलता-जुलता हो सकता है। एक चाइल्ड मोलेस्टर अपने मन में ऐसी गंदी सोच को छिपाकर रखे हुए भी, बहुत चार्मिंग, लविंग और एकदम अच्छे नेचर वाला इंसान होने का दिखावा भी कर सकता है। इसका सीधा-साधा मतलब सिर्फ यही है, कि आपके मन में कभी भी आए हुए, किसी भी इंसान के एक चाइल्ड मोलेस्टर होने के शक को ऐसे ही नहीं छोड़ देना चाहिए।[२]
- इस बात को भी समझें, कि ज़्यादातर चाइल्ड अब्यूसर, बच्चे की जान-पहचान वाला ही कोई होता है: ऐसे 30 परसेंट बच्चे, जिन्हें सेक्सुअली अब्यूस किया गया था, वो अब्यूस उन्हें, उन्हीं के फ़ैमिली मेम्बर के द्वारा किया गया था और 60 परसेंट को किसी ऐसे एडल्ट के द्वारा अब्यूस किया है, जिसे वो बहुत अच्छी तरह से जानते हैं, लेकिन वो उनका फ़ैमिली मेम्बर नहीं है। वो बचे हुए सिर्फ 10 परसेंट बच्चे ऐसे हैं, जिन्हें किसी एकदम अजनबी इंसान के द्वारा अब्यूस किया गया था।[३]
- ज़्यादातर मामलों में, चाइल्ड अब्यूसर एक ऐसा इंसान निकला, जिन्हें बच्चे स्कूल या पड़ोसी, टीचर, कोच, म्यूजिक इंस्ट्रक्टर, या बेबीसिटर जैसी किसी एक्टिविटी के जरिए मिले थे।[४]
- मॉम, डैड, ग्रैंड फादर, ग्रैंडमदर, आँटी, अंकल, कज़िन, स्टेपपैरेंट्स और ऐसे ही न जाने कितने फ़ैमिली मेंबर्स भी सेक्सुअल दरिंदे हो सकते हैं।
- चाइल्ड मोलेस्टर की कुछ कॉमन केरेक्टरिस्टिक्स (खासियतों) के बारे में जानें: वैसे तो कोई भी इंसान एक चाइल्ड मोलेस्टर हो सकता है, लेकिन ज़्यादातर बच्चे पुरुषों के द्वारा ही मोलेस्ट किए गए हैं, फिर चाहे इन मोलेस्टर्स का शिकार एक मेल बच्चा रहा हो या एक फ़ीमेल बच्चा।[५] ज़्यादातर सेक्सुअल प्रिडेटर्स (दरिंदे) के ऐसे बर्ताव के पीछे की वजह, उनके पास्ट में, उनके साथ हुआ सेक्सुअल या फिजिकल अब्यूस होती है।
- कुछ को तो मूड या पर्सनालिटी डिसऑर्डर, जैसी कोई मानसिक बीमारी भी होती है।[६]
- हेटेरोसेक्सुअल (Heterosexual) और होमोसेक्सुअल (homosexual) पुरुष के भी चाइल्ड अब्यूसर होने की पूरी एक-समान संभावना होती है। होमोसेक्सुअल पुरुषों के चाइल्ड अब्यूसर होने की ज्यादा संभावना होने वाली बात, पूरी तरह से एक कल्पना मात्र है।[७]
- फ़ीमेल चाइल्ड मोलेस्टर्स गर्ल्स की अपेक्षा ज्यादा करके बॉयस को अब्यूस किया करते हैं।
- चाइल्ड मोलेस्टर्स के द्वारा किए जाने वाले कुछ कॉमन बिहेवियर्स से भी अवगत रहें: एक चाइल्ड मोलेस्टर अक्सर एडल्ट्स की तरफ अपनी उतनी दिलचस्पी नहीं दिखाता है, जितनी कि वो बच्चों के प्रति दिखाता है। उनके पास में शायद कोई एक ऐसा काम भी हो सकता है, जिसकी वजह से वो ज़्यादातर वक़्त एक विशेष उम्र के बच्चों के करीब रह सकें या फिर वो एक कोच की तरह बनकर, बेबीसिटर बनकर या फिर एक पड़ोसी बनकर मदद करने की कोशिश करते हुए भी बच्चों के साथ में वक़्त बिताने का बहाना ढूंढ निकालते होंगे।[८]
- चाइल्ड मोलेस्टर्स अक्सर ही बच्चों के साथ में ऐसा बर्ताव करते होंगे, या उनके बारे में कुछ इस तरह से बातें करते होंगे, जैसे कि वो भी एडल्ट्स हैं। वो बच्चों को कुछ इस तरह से पेश करते होंगे, जैसे कि वो अपने किसी एडल्ट फ्रेंड को या अपने लवर को पेश कर रहे हों।[९]
- चाइल्ड मोलेस्टर्स अक्सर ऐसा बोलते होंगे, कि वो सारे बच्चों से बहुत प्यार करते हैं या उन्हें ऐसा लगता है, जैसे कि वो अभी भी एक बच्चे ही हैं।
- ग्रूमिंग (तैयारी) के संकेतों को देखें: "ग्रूमिंग" का मतलब, मोलेस्टर के द्वारा बच्चे का विश्वास और कभी-कभी पैरेंट्स का भी विश्वास हासिल करने की कोशिश से होता है। महीनों के बाद या हो सकता है सालों की मेहनत के बाद, एक चाइल्ड मोलेस्टर तेजी से परिवार का एक भरोसेमंद फ्रेंड बन जाएगा बेबीसिट करने को कहेगा, चाइल्ड को ट्रिप्स पर या शॉपिंग पर लेकर जाएगा या बस किसी भी तरीके से बच्चे के साथ में वक़्त बिताएगा। ज़्यादातर चाइल्ड मोलेस्टर असल में तब तक बच्चे को अब्यूस करना शुरू नहीं करते हैं, जब तक कि वो सबका भरोसा नहीं जीत लेते। इनमें से कुछ तो बच्चे को अपने साथ शॉपिंग करने लेकर जाने के लिए, अपनी विश्वसनीयता को बढ़ाने के लिए, दूसरे लोगों के उनसे जुड़े हुए विचारों तक को पेश करेंगे।
![Identify a Pedophile Step 5 Version 4.jpg]()
- चाइल्ड मोलेस्टर्स अक्सर ही ऐसे बच्चों की तलाश में रहते हैं, जो या तो इमोशनल सपोर्ट की कमी के चलते या फिर घर पर ज्यादा ध्यान नहीं मिलने की वजह से उनके जाल में फँसने के लिए चले आते हैं या फिर वो पैरेंट्स को इस बात का भरोसा दिलाने की कोशिश करेंगे, कि उनके बच्चे उसके साथ में एकदम सेफ हैं और वो लोग ज्यादा दूर तक नहीं जा रहे हैं। ये मोलेस्टर पहले बच्चे के जेहन में एक "पैरेंट" की तरह अपनी जगह बनाने की कोशिश करेगा।
- कुछ चाइल्ड मोलेस्टर्स सिंगल पैरेंट के बच्चों को अपना शिकार बनाते हैं, क्योंकि उनके पास में अपने बच्चों के साथ में बिताने लायक वक़्त नहीं होता है या फिर वो पैरेंट्स को इस बात का भरोसा दिलाने की कोशिश करते हैं, कि वो उनकी गैरमौजूदगी में उनके बच्चों के ऊपर ध्यान रख सकते हैं।
- एक चाइल्ड मोलेस्टर अक्सर बच्चों का भरोसा जीतकर उन्हें अपने चंगुल में फँसाने के लिए, कई तरह के गेम्स, ट्रिक्स, एक्टिविटीज़ और भाषाओं का इस्तेमाल करेगा। इसमें: सीक्रेट्स (कुछ बच्चों के लिए सीक्रेट्स बहुत मायने रखते हैं, कुछ "एडल्ट" और के शक्ति का स्रोत के रूप में देखा जा रहा है), सेक्सुअली संबंधी गेम्स, प्यार दिखाना, किस करना, टच करना, सेक्सुअली से जुड़ा बर्ताव करना, बच्चे को पोर्नोग्राफिक मटेरियल दिखाना, ज़बरदस्ती, घूस देना (ब्राइबरी), ख़ुशामदी करना और-सबसे खतरनाक-प्यार और लगाव दिखाना शामिल है। इस बात से अवगत रहें, कि ये सारी ही ट्रिक्स आपके बच्चे को कंफ्यूज और अलग करने के लिए यूज की जाती हैं।
संपादन करेंअपने बच्चे को ऐसे दरिंदों से बचाना (Protecting Your Child from Predators)
- पता करें, कि कहीं कोई सेक्स अपराधी आपके पड़ोस में रहते हैं या नहीं: ऐसी कुछ साइट्स होती हैं, जिन पर इस तरह के अपराधियों का एक डेटाबेस मेंटेन किया जाता है, आप अगर चाहें तो, अपने एरिया में रहने वाले किसी रजिस्टर्ड सेक्स अपराधी के बारे में जानकारी जुटाने के लिए ऑनलाइन जाकर गवरमेंट, या पुलिस डिपार्टमेन्ट की किसी वेबसाइट से मदद भी ले सकते हैं। इसमें आपको बस इतना करना होगा, कि आपको अपने एरिया का ज़िप कोड एंटर करना होगा और एक सर्च करनी होगी और आपको खुद ही मालूम हो जाएगा, कि चाइल्ड मोलेस्टर कहाँ पर रहता है।
- आप चाहें तो किसी के ऊपर चाइल्ड मोलेस्टर होने के शक को सुलझाने के लिए, उसके नाम के ऊपर भी सर्च कर सकते हैं।
- किसी के मोलेस्टर होने की जानकारी रखना अच्छी बात है, लेकिन इस बात को भी समझ लें, कि रजिस्टर्ड सेक्स ओफ़ेंडर्स के खिलाफ किसी भी तरह का एक्शन लेना, गैर-कानूनी है।
- अपने बच्चे की एक्स्ट्राकरिकुलर एक्टिविटीज़ पर नजर बनाए रखें: अपने बच्चे के साथ में जितना हो सके, उतना ज्यादा से ज्यादा वक़्त बिताना, उन्हें चाइल्ड मोलेस्टर से बचाकर रखने का एक अच्छा तरीका हो सकता है। वो लोग ऐसे बच्चों को अपना शिकार बनाने की आश में रहते हैं, जो उनकी चपेट में आने लायक हों और जिन्हें अपने पैरेंट्स की तरफ से बहुत ज्यादा अटेन्शन न मिलती हो या फिर वो उनके बच्चों को इस बात का भरोसा दिलाते हैं, कि उनके बच्चे किसी भी खतरे से दूर हैं। गेम्स, प्रैक्टिस और रिहर्सल्स, फील्ड ट्रिप्स और बाहरी ट्रिप्स में उनके आसपास नजर आते रहा करें और अपने बच्चे की लाइफ में मौजूद एडल्ट्स के बारे में जानकारी जुटाने में भी कुछ वक़्त बिताएँ। इस बात को एकदम स्पष्ट कर दें, कि आप अपने बच्चे के साथ और उनके करीब रहने वाले पैरेंट्स हैं।
- अगर आप उनकी ट्रिप्स पर या आउटिंग पर उनके साथ नहीं रह सकते हैं, तो कम से कम अपनी पहचान के दो भरोसेमंद एडल्ट्स के भी ट्रिप में शामिल होने की पुष्टि कर लें।
- अपने बच्चों को कभी भी ऐसे एडल्ट्स के बीच में अकेला न छोड़ें, जिन्हें आप अच्छी तरह से न जानते हों। यहाँ तक कि रिश्तेदारों से भी खतरा बना रहता है। बस अपने बच्चों के आसपास बने रहना ही इससे बचने का सीधा-सादा रास्ता है।
- अगर आप एक बेबीसिटर हायर करते हैं, तो अपने घर में एक नेनी कैम (nanny cam) सेट करा लें: ऐसा बहुत बार होगा, जब आप आपके बच्चों के साथ में नहीं रह पाएंगे, इसलिए अपने बच्चे की सेफ़्टी की पुष्टि करने के लिए दूसरे टूल्स का यूज कर लें। अपने घर में एक हिडन कैमरा सेट कर लें, ताकि आप आपके घर में होने वाली किसी भी अजीब एक्टिविटी के ऊपर नजर बनाए रखें। इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता, कि आप किसी को कितनी अच्छी तरह से जानते हैं, अपने बच्चे की सेफ़्टी के लिए आपको सावधानी बरतनी होगी।
- अपने बच्चे को ऑनलाइन सेफ रहने के बारे में सिखाएँ: आपके बच्चे के इस बात को जानने की पुष्टि कर लें, कि ऐसे प्रिडेटर्स बच्चों को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए अक्सर खुद को ऑनलाइन एक बच्चे या टीनेजर की तरह दिखाते हैं। अपने बच्चे के इंटरनेट यूज को मॉनिटर करें, उसे "चैट" करने के लिए एक लिमिटेड टाइम देने का नियम बना लें। आपका बच्चा ऑनलाइन किस-किस से बात करता है, के बारे में रेगुलर अपने बच्चों से पूछते रहा करें।
- इस बात की भी पुष्टि कर लें, कि आपका बच्चा इस बात को जानता है, कि उसे कभी भी ऑनलाइन मिले किसी इंसान को या वो जिसके साथ भी ऑनलाइन बात करता/करती है, उसे अपनी पिक्चर नहीं देना है।
- इस बात को भी जानें, कि बच्चे अक्सर अपने ऑनलाइन बिहेवियर के बारे में सीक्रेट रखना पसंद करते हैं, खासकर तब, जबकि किसी ने उन्हें सीक्रेट बनाए रखने के लिए कहा हो, तो इसलिए आपको अपने बच्चे की ऑनलाइन एक्टिविटी के ऊपर नजर रखने के बारे काफी एहतियात बरतनी होगी।
- अपने बच्चे के इमोशनल सपोर्ट को महसूस करने की पुष्टि कर लें।[१०]
![Identify a Pedophile Step 10 Version 4.jpg]()
- चाइल्ड मोलेस्टर बच्चों को, उनके पैरेंट्स से इस बात को सीक्रेट रखने को बोलेगा।
- इस बात की भी पुष्टि कर लें, कि आपका बच्चा इस बात को भी समझता है, कि अगर कोई उसे आप से किसी बात को सीक्रेट रखने को कहता है, तो वो इसलिए नहीं, क्योंकि उसे बताने से बच्चा किसी परेशानी में पड़ने वाला है, बल्कि उसने बच्चे को वो बात सीक्रेट रखने के लिए इसीलिए कहा है, क्योंकि उसे मालूम है, कि वो जो कर रहा है, वो गलत है।
- चूंकि ऐसे बच्चे, जिन्हें बहुत ज्यादा अटेन्शन नहीं मिलती है, उनके खासतौर पर ऐसे दरिंदों की चपेट में आने की ज्यादा संभावना होती है, इसलिए पुष्टि करें, कि आप अपने बच्चे के साथ में भरपूर वक़्त बिताते हैं और ये, कि उसे आपसे सपोर्ट मिलने का अहसास भी होता है। अपने बच्चे के साथ में बात करने के लिए रोजाना कुछ वक़्त जरूर निकाला करें और साथ ही एक ओपन और भरोसेमंद रिश्ता बनाने की ओर भी काम करें।
- अपने बच्चे की सारी एक्टिविटीज़ में दिलचस्पी दिखाएँ, जिसमें स्कूलवर्क, एक्स्ट्रा करीकुलर्स, हॉबीज और भी दूसरे इंटरेस्ट्स शामिल हैं।
- आपके बच्चे को ये बात मालूम रहना चाहिए, कि वो आपको कुछ भी बता सकता है और आप हमेशा उसके साथ बात करने को तैयार रहते हैं।
- अपने बच्चे को गलत टचिंग के बारे में पहचान करना सिखाएँ: ज़्यादातर पैरेंट्स "गुड टच, बैड टच, सीक्रेट टच (good touch, bad touch, secret touch)" मेथड का यूज करते हैं। इसमें आपके बच्चे को ये सिखाना शामिल होता है, कि यहाँ पर कुछ तरह की सही टचिंग मौजूद हैं, जिसमें पीठ पर थपथपाना या हाइ फाइव देना शामिल है; कुछ तरह की गलत या "बैड" टचिंग मौजूद हैं, जिसमें हिट (मारना) या किक्स (पैरों से मारना) शामिल है; और कुछ सीक्रेट टच भी हैं, जिनमें उन जगहों पर टच करना शामिल हैं, जिन्हें बच्चों को सीक्रेट रखने का बोला गया हो। अपने बच्चों को ऐसे कुछ टच, जो सही नहीं हैं, के बारे में सिखाने के लिए इस मेथड का या और किसी मेथड का यूज करें और जब भी ऐसा होता है, तो उसे फौरन ही इसके बारे में बता देना चाहिए।[११]
- अपने बच्चों को सिखाएँ, कि किसी को भी उनके प्राइवेट एरिया में टच करने का अधिकार नहीं है। ज़्यादातर पैरेंट्स प्राइवेट एरिया को, उन एरिया की तरह डिफ़ाइन करते हैं, जिन्हें बाथिंग सूट से कवर रखा जाता है। बच्चों को ये भी मालूम होना चाहिए, कि कोई एडल्ट उनसे, किसी और के या उनके खुद के प्राइवेट एरिया को टच करने का भी नहीं कह सकता है।
- अपने बच्चे को सिखाएँ, कि अगर कोई कभी भी उन्हें प्राइवेट एरिया में टच करने की कोशिश करता है, तो उन्हें फौरन "नहीं" बोलना है और वहाँ से दूर चले जाना है।
- अपने बच्चे को कहें, कि अगर कोई भी उन्हें गलत ढंग से टच करता है, तो उन्हें फौरन आपके पास आना है।
- अपने बच्चे के बर्ताव में आए जरा से भी बदलाव को पहचानें: अगर आप अपने बच्चे को एकदम अलग सा बर्ताव करते हुए पाते हैं, तो इसके पीछे की वजह जानने की कोशिश जरूर करें। रेगुलरली अपने बच्चे से उसके दिन के बारे में पूछना, जिसमें उससे ये भी पूछना, कि उसके साथ दिनभर में किसी तरह का "गुड", "बैड" या सीक्रेट टच तो नहीं हुआ है, आपके और आपके बच्चे के बीच में बातचीत की दीवार को खोलने में मदद करेगा। अगर आपका बच्चा कभी भी आप से कहता है, कि उसे किसी ने गलत ढंग से छुआ या फिर वो किसी एडल्ट के ऊपर भरोसा नहीं करता है, तो उसकी इस बात को कभी भी हल्के में न लें। पहले अपने बच्चे के ऊपर भरोसा करें।
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- अपने बच्चे की बातों को सिर्फ इस वजह से न नकारें, क्योंकि शक के दायरे में खड़ा इंसान सोसाइटी का नामी इंसान है या वो इस तरह की चीजों को करने के लायक नजर नहीं आता है। यही वो बात है, जो एक चाइल्ड मोलेस्टर आपकी ओर से होते हुए देखना चाहता है।
- याद रखिए, कि अगर आप अपने बच्चे को प्रोटेक्ट करने के लिए कुछ भी कर सकते हैं, तो वो है, उसकी तरफ ध्यान देना। उनकी जरूरतों और इच्छाओं को समझें, उनसे बात करें और सबसे जरूरी बात, एक बेस्ट पैरेंट बनने की जितना हो सके, उतना कोशिश करें। ध्यान रखने वाली बात ये है: अगर आप अपने बच्चे पर ध्यान नहीं देंगे, तो कोई और देने लग जाएगा।
- याद रखें, कि लगभग 12 साल तक की उम्र के बच्चों को पहले से ही उनके पैरेंट्स के द्वारा सेक्स एज्यूकेशन दे दी जानी चाहिए और उन्हें इसके बारे में सब-कुछ मालूम भी होना चाहिए। ये एक ऐसे टीचर/फ्रेंड, जो कि एक चाइल्ड मोलेस्टर भी हैं, को आगे बढ़ने से और उन्हें बाकी सारी चीजों को सिखाने से भी रोक लेगा। अपने बच्चे को सारी चीज़ें एक अलग ही तरह से समझाए जाने या उसे टीचर के गाल पर किसिंग/लिकिंग को एकदम ठीक चीज़ सिखाए जाने से पहले, पुष्टि कर लें, कि आपके बच्चे को हर वो बात मालूम है, जो उसे मालूम होनी चाहिए।
- अगर बच्चा काफी छोटा है या 14 साल की उम्र से भी छोटा है, तो उस वक़्त उनके लिए एक टीचर के द्वारा एक्स्ट्रा होम वर्क दिये जाने और एक अजनबी इंसान, जो टीचर की तरह एक्टिंग करता है, उसके रूम से जाने से पहले गाल पर एक किस देने के बीच में फर्क कर पाना काफी मुश्किल होगा। उनके लिए तो ये दोनों ही काफी 'परेशान' करने वाले हैं। तो इसलिए इस बात की भी पुष्टि कर लें, कि जब भी आपका बच्चा अपने टीचर के द्वारा सेक्स-जोक्स करने या उन्हें छूने, या फिर बहुत 'अनोइंग' होने की और 'प्राइवेट चीजों' के लिए पूछने बगैरह अस्पष्ट कहानियाँ सुनाता है, तो समझ जाइए, कि यहाँ पर कुछ तो गड़बड़ चल रही है।
- जैसे ही आपका बच्चा आप से उसके टीचर के द्वारा अजीब-अजीब सी हरकतें करने की बात कहता है या फिर सिब्लिंग्स के प्राइवेट इन्फो/पिक्चर्स/चीजों को मांगने के बारे में कहता है, तो आपको अपने बच्चे को इसके ऊपर रिएक्ट करने के बारे में सिखाना होगा। इसकी अप्रोच में एकदम वास्तविक रहें! अपने बच्चे को कहना, कि जब भी उनके टीचर उसके कंधों को छूते हैं, तब उसे ज़ोर से चिल्लाना है या जब भी वो बच्चे की बैक को छूते हैं, तब अपने हाँथों से मारना या चीखना है, इससे कुछ नहीं होने वाला है। वो अपने टीचर को नहीं मारेगा, खासकर कि तब, जब उन्हें पहले से ही इसके लिए तैयार किया गया होगा और वो कहेंगे, कि वो तो सिर्फ उसकी मदद करने की कोशिश कर रहे थे। उनके द्वारा उसके सामने इस बात को स्पष्ट किए जाने की पुष्टि करें, कि उसने अपने पैरेंट्स को सब-कुछ बता दिया है और वो लोग इस बात को लेकर बहुत नाराज हैं। या अपने बच्चे को एक लैटर रखा हुआ एक एंवलप दें, जिसमें ऐसा लिखा हो, कि; 'मेरे बच्चे को छूना बंद कर दो' और आपका साइन हो। पुष्टि कर लें, कि वो इस लैटर को उन्हें तभी देता है, जब वो उसके बैड पार्ट्स को छूने की कोशिश कर रहा हो और उनके द्वारा रुकने का बोलने पर भी न रुक रहा हो। पुष्टि कर लें, कि आपने इसके बारे में सोच लिया है, इसका केवल तभी कोई पोसिटिव इफेक्ट मिलेगा, जब आपको बिलकुल मालूम हो, कि वो अपनी बाउंडरीज़ को इग्नोर कर रहा है और सच में बहुत आगे बढ़ गया है। ये उसके कंधे पर एक आवेगपूर्ण हाथ नहीं है।
- टर्म्स का स्पष्टीकरण: एक पीडोफिल (pedophile) एक ऐसा इंसान होता है, जो एक यौवन में पहुँच रहे बच्चों की तरफ अट्रेक्ट होता है (पीडोफिल को एक ऐसे इंसान की तरह डिफ़ाइन करना, जो कि वयस्क होने की उम्र के नीचे की उम्र के सारे बच्चों की ओर अट्रेक्ट होता है, जो इस डेफ़िनेशन को खींचकर, उन तक भी ले जाती है, जो कि टीन्स की ओर भी अट्रेक्ट होते हैं, जो कि पूरी तरह से गलत है।) एक हेबेफिल (hebephile) वो होता है, जो यंग से मिड-टीन्स तक की तरफ अट्रेक्टेड होता है और एक एफेबोफिल (ephebophile) वो होता है, जो कि बीच से लेकर बड़े किशोरों की तरफ अट्रेक्ट होता है। एक चाइल्ड मोलेस्टर बेशक, चाइल्ड को उनके सेक्सुअल अट्रेक्शन या प्रेफरेंस के मुताबिक, मोलेस्ट करना वाला वो हर एक इंसान होता है।
- याद रखें, अगर बच्चा अलग-अलग सा या दुखी नजर आता है, तो इसकी वजह से उनके किसी भी हैवान का शिकार बनने के चांस बढ़ जाएंगे। अपने बच्चे से उसकी स्कूल लाइफ के बारे में पूछें, पता करें, कि उसके फ्रेंड्स कैसे हैं। अगर उसका कोई फ्रेंड ही नहीं है, तो इसे बदलने के ऊपर भी काम करें। इनकी संख्या बड़ी होना सच में काफी जरूरी होती है और काफी सारे मामलों में ये लोग आपकी गैर-मौजूदगी में उनकी लाइफ भी बचा सकते हैं।
- CSA (चाइल्ड सेक्स अब्यूस) बच्चे की मेंटल हैल्थ को एडल्टहुड में कुछ इन डिसऑर्डर्स (जो कि सीमित नहीं हैं) से प्रभावित करते हैं, PTSD (पोस्ट ट्रौमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर), BPD (बार्डरलाइन पर्सनालिटी डिसऑर्डर), और DID (डिसोशिएटिव आइडेंटिटी डिसऑर्डर)
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January 30, 2019, 8:30 pm
संबंधों की सफलता में बातचीत की क्वालिटी अत्यंत महत्वपूर्ण होती है।[१] इस टेक्स्ट और सोशल मीडिया के युग में भी, 87% यूथ अपनी गर्लफ्रेंड से फ़ोन पर बात करते हैं।[२] फ़ोन करने की यह कोशिश लड़कियों को यह दिखाती है कि आपकी उनमें रुचि है और इससे उनको यह भी लगता है कि कोई उनको चाहता है। आप अपनी पुरानी प्रेमिका को फ़ोन कर रहे हों या उस सुंदरी को जिससे आप अभी-अभी मिले हों, फ़ोन पर बात करने के इन तरीकों को आज़माएं ताकि वह आप पर फ़िदा हो जाये I
संपादन करेंफ़ोन करने के स्थान एवं समय का चयन करना
- लड़की के शेड्यूल के अनुसार चलें: बात करने का एक समय निर्धारित कर लें, या तब फ़ोन करें जब आपको लगे कि वह ख़ाली होगी। उसको इस दुविधा में न डालें कि उसे आपमें और अपने परिवार या अन्य दोस्तों में से किसी एक को चुनना पड़े। ड्रामा क्लब, फुटबॉल प्रैक्टिस, फेमिली डिनर, अथवा कॉफ़ी शॉप में उसकी शिफ्ट समाप्त होने के बाद फ़ोन करें।
- किसी शांत, एवं निजी स्थान से फ़ोन करें: लड़कियां अपनी बातचीत में और भी खुली हुई हुए ईमानदार रहेंगी यदि उन्हें विश्वास होगा कि कोई और उनकी बातें नहीं सुन रहा है। जब आप अन्य व्यक्तियों के साथ हों तब उसे फ़ोन न करें, एवं बिना उसकी इजाज़त लिए हुए बातचीत को स्पीकर फ़ोन पर न डालें।[३]
- अपना पूरा ध्यान बातचीत पर लगाएं: वह आपको अपना समय दे रही है, और आपको भी ठीक वैसा ही करना चाहिए। अनेक युवा समझते हैं कि मल्टीटास्किंग की वजह से वार्तालाप ख़राब हो जाता है।[४] उसे ऐसा दिखाइए कि यह बातचीत आपके लिए जीवन की सबसे महत्वपूर्ण चीज़ है। अपनी गर्लफ्रेंड से बात करते समय टेक्स्ट न करें, और न ही ऑनलाइन जाएं, टीवी देखें, या अन्य लोगों से बातें करें।
- प्रसन्नता से उसका अभिवादन करें: भावनाएं एक तरह से संक्रामक होती हैं।[५] यदि आप दोस्ताना और बात करने को उत्सुक लगेंगे, तब संभवतः वह भी वैसे ही उत्तर देगी। जब वह फ़ोन उठाये, उसका अभिवादन ऐसे करें कि आगे की बातचीत संभव हो सके और उसे लगे कि आप उसकी बातें सुनना चाहते हैं। अपनी निकटता के अनुरूप ही शब्द चुनें:
- हाय! कैसी हो डिअर?
- हाय ब्यूटीफुल! कैसा रहा आपका दिन?
- पूरे दिन आपकी आवाज़ सुनने को तरस गया! आपने क्या-क्या किया?
- एक सुमधुर वॉयसमेल छोड़ें: यदि वह आपका फ़ोन न उठाये और आपकी कॉल उसकी वॉयसमेल पर चली जाये, तब एक छोटा और प्यारा सा मैसेज छोड़ें। वह निस्संदेह इस बात से प्रभावित होगी कि आप उसके बारे में सोच रहे थे और आपकी आवाज़ सुनना भी पसंद करेगी।
- यदि आपके सम्बन्ध प्रगाढ़ हैं, तब आप कह सकते हैं: सिर्फ यह कहने के लिए फ़ोन किया कि मैं आपसे प्यार करता हूँ!
- यदि सम्बन्ध नया-नया हो, तब एक सामान्य सा वॉयसमेल छोड़ें: बस यही जानने के लिए फ़ोन किया कि कैसी हो! बस आपकी याद आ गयी!
- उसे बताएं कि आपसे बात करने के लिए सबसे अच्छा समय क्या होगा, ताकि आप दोनों एक दुसरे के फ़ोन मिस न करते रह जाएं: मैं फुटबॉल प्रैक्टिस से सात बजे तक वापस घर आ जाऊँगा। शायद तब हमारी बात हो सके?
- मामूली बातों से शुरुआत करें: लोग सामाजिक प्राणी होते हैं और हमेशा अनजान लोगों से मामूली बातचीत करना चाहते ही हैं।[६] मामूली बातों से लोग जैसे-जैसे एक दूसरे को जानने लगते हैं उनमें एक सम्बन्ध सा बनता जाता है। नए संबंधों के लिए सिर्फ सतही बातें भी अर्थपूर्ण हो सकती हैं। आसान विषयों पर बातचीत करें जिससे वह बेतक़ल्लुफ़ महसूस कर सके।
- उसकी तारीफ़ करें: लड़की को लगना चाहिए कि आपको उसका साथ और उससे बात करना अच्छा लगता है। बिना अतिश्योक्ति किये, ऐसे बातें करिये कि वह आपसे और खुल सके:
संपादन करेंबातचीत के क्रम को ज़ारी रखें
- बातचीत को स्वाभाविक ढंग से आगे बढ़ने दें: यदि आप दोनों में केमिस्ट्री होगी, तो मामूली बातचीत धीरे-धीरे गहन बन जाएगी। धीरे-धीरे आपसी चुहल से निजी विषयों पर आएं। शुरुआती बातचीत का इस्तेमाल एक दूसरे को बेहतर जानने के लिए करें:
- मैं भी गिटार सीखता हूँ! आखिर आपने बाकी सारे वाद्ययंत्रों को छोड़ कर गिटार को ही क्यों चुना?
- आपका लाइसेंस बस तीन महीने में मिल जायेगा? अगर गाड़ी हो तो आप कहाँ जाना पसंद करेंगी?
- स्कूल की छुट्टियां बस दो हफ़्तों में शुरू हो रही हैं! तो आप छुट्टियों में कहाँ जा रही हैं?
- भावनात्मक रूप से खुले रहें: वह उतनी ही ईमानदार रहेगी और जितना आप अपने बारे में उसे बतायेंगे उतना ही वह अपने बारे में और बताएगी। बहुत से लोग अस्वीकृति के डर से अपनी सच्ची भावनाएं छुपाते हैं, न कि इस वजह से कि उनकी आपमें दिलचस्पी नहीं है।[७] यदि आप उसे बताते हैं कि वह आपके लिए कितने मायने रखती है, तो वह भी आपको यही बताने में सुरक्षित महसूस करेगी।
- जब भी आपको देखता हूँ मेरी तो दुनिया ही रोशन हो जाती है।
- आप इस शहर की सबसे सुन्दर लड़की हैं।
- मुझे लगता है आप मुझे सबसे बेहतर समझती हैं।
- ओपन एंडेड (open ended) प्रश्न पूछें: ऐसे प्रश्न पूछें जिनका उत्तर आपकी गर्लफ्रेंड को विस्तार से देना पड़े, उसके पीछे की कहानियां सुनाये, और अपनी भावनाओं को उजागर करे। ऐसे प्रश्न पूछ कर वार्तालाप को समाप्त न कर दें, जहाँ जवाब सिर्फ हाँ या न हो।
मत करिए: ऐसे लीडिंग फ़्रेज़ेस (leading phrases) से प्रश्न शुरू करना जैसे
मुझे विश्वास है कि आप... या
आपने अवश्य ही...करिए: प्रश्न के प्रारम्भ में
कैसे...,
क्यों..., और
क्या... का प्रयोग।
[८]
- अच्छे श्रोता बनें: बातें हमेशा दोतरफ़ा होती हैं, और सुनना भी उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि बोलना। जब आप गर्लफ्रेंड से बात कर रहे हों तो न तो उसकी बात काटें और न ही बीच में बोलें। ध्यान से सुनें कि वह क्या कह रही है, और कुछ पूछने के पहले उसे अपनी बात समाप्त कर लेने दें। उसे और बातें साझा करने के लिए प्रोत्साहित करें।
- फिर क्या हुआ?
- और उससे आपको कैसा लगा?
- आपको यही मिल्कशेक सबसे अधिक क्यों पसंद है?
- बातचीत को रोक देने वाले विषयों से बचें: आप अपनी प्रेमिका के साथ ईमानदार तो रहना चाहते हैं, किन्तु न तो उसे नाराज़ करना चाहते हैं न ही उसे असुविधाजनक महसूस कराना चाहते हैं। देखें कि किस विषय पर बात करने के लिए वह कितनी उत्सुक है। यदि किसी विषय में उसकी दिलचस्पी अधिक लगे, तो उस पर और भी बातें करें। वह चुप हो जाए या प्रश्नों का उत्तर मुझे नहीं पता, शायद या हो सकता है कर के देने लगे, तब वार्तालाप को किसी सुखद विषय कि ओर ले जाएंI
- अपने भविष्य की योजना बनाएं: साथ साथ योजना बनाने से, भले ही वो बात एक रात की हो या पूरे जीवन की, जोड़े एक दूसरे के करीब आते हैं। विचार विमर्श करें कि आप दोनों कहाँ रहेंगे, कहीं जाते समय कैसे सफर करेंगे, कैसा कुत्ता रखेंगे, या आपके सपनों का राजमहल कैसा होगा। खूब मज़ा लें और अपनी कल्पना का पूरा इस्तेमाल करें। बातचीत को हल्का-फुल्का फ़्लर्ट करने वाला ही रखें: यहाँ आपको अपने जीवन की राह नहीं चुननी है। अपनी प्रेमिका को बताएं कि दोनों के जीवन अभियान को ले कर आप कितने उत्साहित हैं।
मत करिए: शादी या साथ रहने के बारे में बातें।
करिए: खिलंदड़ेपन से भविष्य की बातें।
- मुद्दे समाप्त होने के पहले ही वार्तालाप समाप्त करें: जब कुछ बातें अभी एक दूसरे से कहना बाकी ही हों तभी अलविदा कहना बेहतर है। इससे आप अपनी अगली बार की बातचीत के लिए उत्सुक रहेंगे। अपनी प्रेमिका को सुझाएं कि अगली कॉल में किस विषय पर बात करेंगे।
- उसे बताइये कि आपको उससे बात करने में बहुत मज़ा आया: उसे बताएं कि आपके जीवन में वह एक विशेष महत्व रखती है और आप उससे बात चीत को कितना पसंद करते हैं। अगर उसे मालूम होगा कि आप उसकी आवाज़ सुनना चाहते हैं तो उसका फ़ोन आने की संभावना बढ़ जाएगी।
- आपसे फिर बहुत जल्द बात करना चाहता हूँ! कभी भी फ़ोन करिये मुझे।
- सारी रात आपकी मीठी आवाज़ याद करता रहूंगा।
- फिर से अजनबी मत हो जाना।
- कल सुबह आपको टेक्स्ट करूंगा!
- सुनिश्चित करें कि आपके अलविदा कहने से भी उसकी चेहरे पर मुस्कराहट आये: फ़ोन रखने के पहले कोई ऐसी मीठी सी बात कहिये जिसे आप जानते हों कि वह सुन कर खुश होगी। कोई निजी लतीफा सुनाएं, उसे उसका वह उपनाम ले कर चिढ़ाइये जो उसे पसंद हो, या उसकी ऐसे तारीफ़ करिये कि वह शरमा जाए।
- बॉय, ब्यूटीफुल।
- गुडनाइट, ब्यूटीफुल!
- मुवाह! गुड नाईट किस!
- उसे इम्प्रेस करने का बहुत कठिन प्रयास न करें। ऐसा न हो कि आप बहुत घमंडी या असुरक्षित लगने लगें।
- उसे जलाने के लिए अन्य लड़कियों का ज़िक्र न करें। वह समझ जाएगी कि आप क्या करने का प्रयास कर रहे हैं।
- फ़ोन पर पूरे विश्वास के साथ, शांत और थोड़े फ़्लर्ट अंदाज़ में बात करें।
- पहले से जांच लें कि आपके पास काफी टॉक टाइम है। आप नहीं चाहेंगे कि बातचीत के किसी महत्वपूर्ण क्षण पर आपका फ़ोन कट जाये, या उसे लगे कि आपने उसका फ़ोन काट दिया।
- सुनिश्चित करें कि आपकी बातचीत बहुत नीरस न हो जाये। आखिरकार आप अपनी दादी मां को तो फ़ोन कर नहीं रहेI
- अपना धैर्य न खोएं और न ही फ़ोन पर लड़ाई करेंI ऐसे नाटक से वह दूर चली ही जाएगी।
- उसके परिवार व उसकी संस्कृति का सम्मान करें।
- उसे फ़ोन करने के पहले यह तय कर लें कि आप क्या कहने वाले हैं।
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January 31, 2019, 9:00 pm
जरूरी नहीं, कि सभी तरह के अपमान से किसी न किसी तरह की चोट या धक्का ही लगना चाहिए। कुछ अपमान बोलकर भी किए जाते हैं और ये फिजिकिल अब्यूस से कहीं ज्यादा कॉमन भी हुआ करते हैं, लेकिन ये किसी बच्चे के मन में फिजिकल अब्यूस से कहीं ज्यादा गहरी चोट पहुंचाते हैं। इमोशनल अब्यूस का आपके सोशल, इमोशनल और फिजिकल हैल्थ पर और डेवलपमेंट पर काफी बड़ा नेगेटिव इफेक्ट पड़ता है। अगर आप भी अपने पैरेंट्स के द्वारा किए जा रहे इमोशनल अब्यूस का एक शिकार हैं, तो इसके लिए, आपके द्वारा की जाने वाली सबसे इफेक्टिव चीज़ में, अगर हो सके, तो अपने लिए बाउंडरीज़ सेट करना और डिस्टेन्स मेंटेन करना शामिल है। आपके जैसी कठिन परिस्थिति में दूसरों को बता देने से भी मदद मिलती है। स्ट्रेस मेनेजमेंट स्किल्स सीखना और अपनी सेल्फ-एस्टीम को बनाने के ऊपर काम करना भी आपको फौरन शांत करने में और आगे भी इसका सामना करने में मदद कर सकता है।
संपादन करेंमदद की तलाश करना (Seeking Help)
- अपने फ्रेंड्स और करीबी लोगों के साथ में अपने एक्सपीरियंस को शेयर करें: किसी अपमानजनक स्थिति में अपने साथ में ऐसा कोई इंसान होना, जिसके कंधे पर सिर रखकर आप आपका मन हल्का कर सकें, काफी मददगार हो सकता है। अपने करीबी इंसान के साथ चुपके से इस बात को शेयर कर दें और उनसे सपोर्ट की मांग करें। वो आपके लिए कुछ पॉज़िटिव बोल भी कह सकते हैं, आपकी फीलिंग्स को सही साबित कर सकते हैं या शायद आपके लिए कोई जरूरी सलाह भी दे सकते हैं।[१]
- उदाहरण के लिए, आप कुछ ऐसा बोल सकते हैं, "मुझे मालूम है, कि इसे सुनकर आपको बहुत बड़ा झटका लगेगा, लेकिन मेरी लाइफ सच में बहुत मुश्किल दौर में है। मेरी माँ हमेशा मुझे नीचा दिखाती हैं और मुझ से कहती हैं, कि मैं बड़ा होकर किसी काम का नहीं रहूँगा/रहूँगी। ये सारी बातें काफी कॉमन हैं, लेकिन इसे सुनकर मुझे अपने आप को लेकर बहुत बुरा महसूस होता है।"
- एक बात का और ध्यान रहे, कि इमोशनल अब्यूस में अक्सर लोगों के द्वारा आपके अंदर अपने ऊपर भरोसा करने की, किसी को कोई फर्क नहीं पड़ेगा या खुद को जरा सीरियसली लेने की भी बात शामिल रहती है। हालांकि, संभावना तो यही है, कि आपको भी दूसरों की तरफ से आपके लिए मिलने वाले सपोर्ट को देखकर काफी अचंभा भी होने वाला है।
- किसी भरोसेमंद एडल्ट को ये बात बताएं: अगर आप एक ऐसे बच्चे हैं, जिसे घर पर किसी तरह के अब्यूस का सामना करना पड़ रहा है, तो किसी एक रिलेटिव, टीचर, किसी लीडर या आपके भरोसेमंद किसी भी एडल्ट से इसके बारे में बात करें। आपके पैरेंट्स को आपके ऊपर इस बात को दबाए रखने का दबाव न बनाने दें। एक एडल्ट ऐसी परिस्थिति में दखल दे सकता है, जिसमें दखल देने की हिम्मत किसी छोटे बच्चे में न हो।[२]
- हो सकता है, कि आपको किसी एडल्ट को आपके साथ में होने वाले बर्ताव के बारे में बताने में जरा झिझक या शर्म महसूस हो, लेकिन फिर भी दूसरों को भी आपके साथ में होने वाले अब्यूस के बारे में मालूम होना चाहिए। ऐसा कुछ बोलते हुए शुरुआत करें, “मैं काफी वक़्त से अपने घर में कुछ प्रॉब्लम का सामना कर रहा/रही हूँ। क्या मैं आपसे इसके बारे में बात कर सकता/सकती हूँ?”[३] या फिर, अगर आपको ठीक लगे, तो आप आपकी फीलिंग्स को लिखकर भी उनके साथ शेयर कर सकते हैं।
- अगर आपने अपने टीचर को या किसी कोच को ये बात बताई है और उन्होने आपकी मदद नहीं की है, तो अपने स्कूल काउंसलर के साथ में एक मीटिंग फिक्स कर लें और इस पर्सन के बारे में अलर्ट कर दें।[४]
- अगर आप किसी को ऐसे सामने आकर, आपके साथ में हो रहे अब्यूस के बारे में नहीं बताना चाहते हैं, तो ऐसे में आप एक हेल्पलाइन 1098 पर कॉल कर सकते हैं। ये हेल्पलाइन एकदम फ्री, कोंफिडेंशियल है और ये रोजाना 24 घंटे उपलब्ध भी रहती है।
- मेंटल हैल्थ ट्रीटमेंट की तलाश करें: इमोशनल अब्यूस काफी ज्यादा डैमेज कर सकता है। बिना ट्रीटमेंट के, आप लो सेल्फ-एस्टीम के बढ़े हुए खतरे में रहेंगे और आपको एक हैल्दी रिलेशनशिप्स बनाए रखने में भी काफी परेशानी हो सकती है। इमोशनल अब्यूस के जरिए बनाए हुए नेगेटिव बिलीफ़्स और थॉट पैटर्न्स को तोड़ पाना काफी मुश्किल होता है, लेकिन एक काउंसलर या थेरेपिस्ट इस प्रोसेस को आसान बनाने में आपकी मदद कर सकता है।[५]
- एक ऐसे थेरेपिस्ट की तलाश करें, जो अब्यूस का सामना करने वाले बच्चों या एडल्ट्स की मदद करने के लिए माहिर हों। थेरेपी के दौरान, जब आप आपके थेरेपिस्ट के साथ कम्फ़र्टेबल हो जाते हैं, तब आप आपके एक्सपीरियंस के बारे में खुद ही शेयर करेंगे। थेरेपिस्ट आप से सवाल करेंगे और साथ ही आपके सेशन के दौरान आपको मदद के लिए एक नजरिया भी दिखा सकेंगे।
- अगर आप एक बच्चे हैं, तो इस बात का ध्यान रखें, कि ज़्यादातर स्कूल्स फ्री, कोंफिडेंशियल काउंसलिंग सर्विस भी ऑफर करते हैं। स्कूल काउंसलर के पास जाएँ और कहें, "मेरे घर पर कुछ प्रॉब्लम्स चल रही हैं, वैसे तो मेरे डैड सच में मुझे मारते नहीं हैं, लेकिन वो मुझे कई नामों से पुकारते हैं और दूसरे फ़ैमिली मेंबर्स के सामने मुझे नीचा दिखाते हैं। क्या आप मेरी मदद कर सकते हैं?"
- अगर आप एक एडल्ट हैं, तो एक बार चेक करके देख लें, कि आपके हैल्थ इंश्योरेंस में क्या कवर होता है।
- ज़्यादातर थेरेपिस्ट इसके लिए काफी बड़ी पेमेंट लिया करते हैं।
संपादन करेंदूरी बना लेना (Getting Distance)
- वर्बल अब्यूस में शामिल होने से बच जाएँ: वो जब आपको अब्यूस करना शुरू करते हैं, तब उनके आसपास न रहें। आपके ऊपर खुद को किसी भी तरह के अब्यूस के सामने लाने का, वहाँ रुकने का कोई दबाव नहीं है। आपके पैरेंट्स को आपके मन में इस बात का गिल्ट न पैदा करने दें, कि आपको उनके बुरे बर्ताव को झेलना ही है। आप अपने भाई-बहन या फ्रेंड्स के आसपास भी रह सकते हैं। अगर आपके बड़े भाई-बहन हैं, तो उनसे मदद की मांग करके देखें या फिर आप आपके छोटे भाई-बहन से, अगर वो मेच्योर और स्मार्ट है, तो उससे भी ये मांग कर सकते हैं। कुछ बाउंडरीज तैयार कर लें और उन पर टिके रहें।[६]
- अगर वो आपको अब्यूस करते हैं, तो उनके पास आने से बचें।
- अगर आप उनके साथ रहते हैं, और अगर वो आपके ऊपर चिल्ला रहे हैं या आपको अब्यूस कर रहे हैं, तो अपने रूम में चले जाएँ या फिर अपने किसी फ्रेंड के घर चले जाएँ।
- अगर आप उनके टच में रहते हैं, तो इसके लिए भी लिमिट सेट कर लें। उन से कहें, कि "मैं आपको हफ्ते में एक बार कॉल किया करूंगा/करूंगी, लेकिन अगर आप मुझे ऐसी अपमानजनक बातें कहेंगे, तो मैं फोन रख दूंगा/दूँगी।"
- एक बात याद रखें, कि अगर आप किसी भी तरह की बहस में नहीं पड़ना चाहते हैं, तो आपको ऐसा करने की कोई जरूरत नहीं है। आपको उनकी कही हुई बातों पर रिस्पोंड करने की या किसी भी तरह से खुद को डिफ़ेंड करने कि कोई जरूरत नहीं है।
- फाइनेंशियल इंडिपेंडेंस अचीव करें: इमोशनली अब्यूसिव पैरेंट्स के साथ में न रहें और उन्हें आपके ऊपर काबू करने की पावर भी न दें। अब्यूस करने वाले लोग अक्सर ही डिपेंडेंस का हवाला देकर अपना काबू बनाए रखने की कोशिश किया करते हैं। अपना खुद का पैसा कमाएं, अपने खुद के फ्रेंड्स बनाएँ और अपने दम पर रहें। किसी भी चीज़ के लिए अपने अब्यूसिव पैरेंट्स के ऊपर डिपेंड न रहें।
- अगर हो सके, तो कोई एक एज्यूकेशन पा लें। आप चाहें तो अपने पैरेंट्स के बिना भी पढ़ाई के लिए एक लोन अप्लाई करने के बारे में भी सोच सकते हैं। इसके लिए आमतौर पर एक मेंटल हैल्थ प्रोफेशनल के द्वारा, आपके पैरेंट्स के अब्यूसिव होने की बात की पुष्टि किए जाने के कुछ डॉक्यूमेंट्स की जरूरत पड़ती है।
- आपके फाइनेंशियली स्टेबल होते ही उन से दूर चले जाएँ।
- अगर आप उनके साथ रहे बिना या अपने अब्यूसिव पैरेंट्स के ऊपर फाइनेंशियली डिपेंड हुए बिना अपने कॉलेज की पढ़ाई पूरी नहीं कर सकते हैं, तो अपना ध्यान रखने की और कुछ बाउंडरीज़ बनाने की पुष्टि कर लें।
- उनके साथ में रिश्ते को तोड़ने के बारे में सोचें: हालांकि आपके मन में अपने पैरेंट्स के प्रति अपने कर्तव्यों को पूरा करने का भाव जरूर आ सकता है। लेकिन, अगर आपके पैरेंट्स ने आपको अब्यूस किया है, ऐसे में जब आपको इमोशनली अब्यूस किया जा रहा हो, तब आपके मन में उनकी केयर करने का भाव आना जरा मुश्किल है, खासकर जब उनका ये बर्ताव कभी न बदला हो। अगर आपका रिश्ता एक प्यार के रिश्ते के बजाय बस एक दर्दभरा रिश्ता बनकर रह गया है, तो उनके साथ में सारे रिश्ते तोड़ने के बारे में सोचें।[७]
- आप किसी भी ऐसे इंसान की ज़िम्मेदारी लेने के लिए बाध्य नहीं हैं, जिन्होंने आपको इमोशनली अब्यूस किया है।
- अगर आपके कम्यूनिटी मेम्बर्स, आपके अपने पैरेंट्स के साथ में सारे संबंध खत्म करने के पीछे की वजह को नहीं समझ पा रहे हैं, तो आपको किसी को भी एक्सप्लेनेशन देने की कोई जरूरत नहीं है।
- एक अपमानजनक पैरेंट्स के साथ बातचीत के सारे रास्ते "बंद" कर पाना हमेशा मुमकिन नहीं होता है। अगर आप उनके साथ टच में नहीं रहना चाहते हैं, लेकिन सारे रास्तों के "बंद" हो जाने को लेकर भी परेशान हैं, तो खुद से पूछें: क्या उन्होने कभी उनकी तरफ से आपकी बातों को सुनने की चाह जताई है? क्या वो आपकी फीलिंग्स को स्वीकारते हैं? अगर नहीं, तो फिर आप उनके साथ में बिना किसी कांटैक्ट के ज्यादा सही रहेंगे।
- अगर कभी भी आप अपने पैरेंट्स के देखभाल करने का फैसला लेते हैं, तो अपने डिस्कसन को हमेशा सिर्फ उनकी देखभाल पर ही फोकस रखें। अगर वो वर्बली अब्यूसिव या इन्सल्टिंग हो जाते हैं, तो उन्हें इस बात का अहसास दिलाने के लिए फौरन वहाँ से निकल जाएँ, कि आप उनके इस तरीके के बर्ताव को बिलकुल भी टोलरेट नहीं करने वाले हैं।
- अपने बच्चों को प्रोटेक्ट करें: अपने बच्चों को कभी भी इस तरह के अब्यूस का सामना न करने दें, जिससे आप गुजर चुके हैं। अगर आपके पैरेंट्स, आपके बच्चों से भी कुछ गलत या इन्सल्टिंग बातें कहते हैं, तो आप बीच में आ जाएँ। या तो बातचीत को वहीं खत्म कर दें या फिर उनके पास जाना ही छोड़ दें।
- आप कुछ ऐसा बोलकर भी बातचीत को खत्म कर सकते हैं, कि "हम श्रेया से इस तरीके से बात नहीं करते हैं। अगर आपको उसके खाने के तरीके को लेकर कोई परेशानी है, तो आप इसके बारे में मुझसे बात कर सकते हैं।" हालांकि, ज़्यादातर एडल्ट कन्वर्जेशन को हमेशा ही अलग, बच्चों से दूर जाकर किया जाना चाहिए, लेकिन यहाँ पर आपके बच्चों के सामने ये बात आना जरूरी है, कि अब्यूस के मामले में आपने उन्हें प्रोटेक्ट किया।
- आपके बच्चे अगर उनके ग्रैंडपैरेंट्स के अब्यूस के शिकार नहीं बनेंगे, तो उनका बचपन काफी अच्छा गुजरेगा।
संपादन करेंअपना खयाल रखना (Caring for Yourself)
- अब्यूसर के ट्रिगर्स को ही चकमा दे दें: आपने शायद पहले ही उन 'ट्रिगर्स' (कही गई या की गई कुछ बातें) को पहचान लिया होगा, जो आपके पैरेंट्स का दिमाग खराब कर देती हैं। अगर आप उन्हें पहचान लेते हैं, तो ऐसे में आपके लिए उन्हें अवॉइड कर पाना या फिर अब्यूस से बचने के लिए वहाँ से निकल जाना काफी आसान हो जाएगा। आपको उनके इस तरह से अब्यूस करने के पीछे की असली वजह चाहे जो भी समझ आए, उसे अपने किसी एक फ्रेंड से बता देना या फिर एक जर्नल में इसके बारे में लिख लेना है, इसे करने का एक अच्छा तरीका हो सकता है।
- जैसे कि, अगर आपकी माँ हमेशा ड्रिंक करने के बाद आपके ऊपर चिल्लाती हैं, तो जब भी आप उन्हें बॉटल के साथ देखें, फौरन घर से बाहर कहीं निकल जाएँ।
- अगर आपके डैड आपके द्वारा हासिल की हुई उपलब्धियों को मिटाने की या उन्हें कम आँकने की कोशिश करते हैं, तो आप उन्हें अपनी सफलताओं के बारे में बताना ही छोड़ दें। इसकी बजाय, ऐसे लोगों को बताएं, जो आपको सपोर्ट करते हैं।
- अपने घर में एक सेफ जगह तलाश लें: ऐसी कोई जगह (जैसे कि आपका बेडरूम) तलाश लें, जो आपके लिए सुरक्षित स्थान की तरह काम करती ही। वक़्त बिताने के लिए, अपने काम को पूरा करने के लिए और लोगों से मिलने-जुलने के लिए, लाइब्रेरी या फ्रेंड के घर जैसी किसी और जगह की तलाश करें। इस वक़्त पर न सिर्फ आप अपने फ्रेंड्स से सपोर्ट पा सकते हैं, बल्कि आप अपने पैरेंट्स के अपमान और नफरत से भी खुद को बचा लेते हैं।
- हालांकि, खुद को अब्यूस से प्रोटेक्ट करना, सच में काफी स्मार्ट काम है, लेकिन आपको इस बात को समझना है, कि अगर आप इस तरह के बर्ताव का सामना कर रहे हैं, तो ये आपकी गलती है। आप चाहें जो भी सफाई दें या करते हैं, ये अपने पैरेंट्स के अब्यूस को सहन करने का कोई बहाना नहीं हो सकता है।
- एक सेफ़्टी प्लान तैयार करें: चूंकि ये अब्यूस फिजिकल नहीं है, इसका मतलब ये नहीं कि इससे आपको चोट नहीं पहुँच सकती है। अगर आपके पैरेंट्स का अब्यूस फिजिकल अब्यूस का रूप ले ले और आपको लगने लगे, कि आपकी लाइफ खतरे में है, तो ऐसी स्थिति में खुद को सेफ रखने के लिए एक प्लान तैयार करें।
- सेफ़्टी प्लान में, किसी ऐसी जगह चले जाना, जो आपके लिए सेफ हो, किसी को आपकी मदद के लिए बुला लेना और अगर मामला बिगड़ जाता है, तो अपने पैरेंट्स के खिलाफ उठाए जाने वाले लीगल एक्शन के बारे में जानकारी रखना शामिल है। आप चाहें तो अपने स्कूल काउंसलर जैसे किसी और एडल्ट के साथ बैठकर और मिलकर एक ऐसा प्लान तैयार कर सकते हैं, जो आपको किसी तरह की गड़बड़ की स्थिति में मदद का अहसास दिला सके।[८]
- एक सेफ़्टी प्लान में अपने सेलफोन को चार्ज रखना और इसे हर वक़्त अपने पास ही रखना, और साथ ही अपने पास में अपनी गाड़ी की चाबी रखना भी शामिल है।
- ऐसे लोगों के साथ में वक़्त बिताएँ, जो आपको आपके बारे में अच्छा फील कराते हैं: एक हैल्दी सेल्फ-एस्टीम, किसी भी तरह के इमोशनल अब्यूस के लिए एक बेस्ट एंटीडोट (antidote) होता है। लेकिन बदकिस्मती से, ऐसे लोग, जो इमोशनल अब्यूस से जूझ रहे होते हैं, उनके अंदर खुद को लेकर नेगेटिव विचार बन जाते हैं और साथ ही वो खुद को हमेशा ही इमोशनली अब्यूसिव लोगों के साथ रिश्ते में पाते हैं। अपनी सेल्फ-एस्टीम को बढ़ाने के लिए, ऐसे कुछ फ्रेंड्स, नॉन-अब्यूसिव फ़ैमिली मेंबर्स और भी ऐसे कई लोगों के साथ में वक़्त बिताएँ, जो आपको नीचे गिराने के बजाय, आपको हमेशा अच्छा महसूस कराते हैं।[९]
- आप चाहें, तो कुछ ऐसी एक्टिविटीज़ में पार्टिसिपेट करके भी अपने सेल्फ-एस्टीम को बढ़ा सकते हैं, जिसमें आप पहले से ही अच्छे हैं। स्पोर्ट्स में, अपने स्कूल या अपनी कम्यूनिटी के यूथ ग्रुप में पार्ट लें। ये आपके सामने, खुद को लेकर अच्छा फील करने के साथ, एक और काम लाकर खड़ा कर देगा और आपको घर से बाहर निकलने का मौका भी मिल जाएगा।
- अपने पैरेंट्स के साथ प्रोफेशनल बाउंडरीज़ सेट कर लें: अपने रिश्तों के बीच में एक बाउंडरी सेट कर लेना, आपका अधिकार है। अगर आप ऐसा करके सेफ फील करते हैं, तो अपने इमोशनली अब्यूसिव पैरेंट्स के साथ बैठें और उन्हें बताएं, कि उनके किस बर्ताव के साथ में आप कम्फ़र्टेबल हैं और किसके साथ नहीं।[१०]
- जब आप आपकी बाउंडरीज़ को एक्सप्लेन कर रहे हों, तब ये भी तय करें, कि अगर आपके पैरेंट्स उन्हें इग्नोर करते हैं, तो इसके क्या परिणाम हो सकते हैं। कुछ तरह के अब्यूस करने वाले लोग, आपकी पर्सनल लिमिट्स की कभी रिस्पेक्ट नहीं कर सकते। अगर आपके साथ में ऐसा ही होता है, तो अपने निर्धारित किए हुए परिणामों के साथ जाने में बिलकुल भी गिल्टी फील न करें।[११] निर्धारित किए हुए परिणामों को पूरा करने बहुत जरूरी होता है, क्योंकि खाली धमकी दे देने बस से आपको अब्यूस करने वाले को आपकी मंशा का कोई अंदाजा नहीं होने वाला है।
- उदाहरण के लिए, आप कुछ ऐसा कह सकते हैं, “मॉम, अगर आप ड्रिंक करके घर आएंगी और मुझे फिर से सताएंगी, तो मैं चला जाऊंगा और अपनी दादी के साथ रहने लगूँगा/लगूँगी। मैं आपके साथ ही रहना चाहता हूँ, लेकिन आपका ऐसा बिहेवियर मुझे बहुत डराता है।”
- स्ट्रेस मेनेजमेंट स्किल्स सीख लें: इसके बार में कोई डाउट नहीं है – इमोशनल अब्यूस से काफी सारा स्ट्रेस बन जाता है और इसकी वजह से कभी-कभी PTSD और डिप्रेशन के जैसी काफी लंबे-वक़्त तक चलने वाली प्रॉब्लम्स भी हो सकती हैं। इस स्ट्रेस को कुछ पॉज़िटिव एक्टिविटीज़ के साथ मेनेज करने की तैयारी कर लें।
- मेडिटेशन, गहरी साँसें लेना, और योगा जैसी हैल्दी स्ट्रेस मेनेजमेंट आदतें आपको शांत महसूस करने में करेंगी और दिन-ब-दिन आपको और भी ज्यादा संवारेंगी। अगर आपके लक्षण काफी गंभीर हैं, तो ऐसे में आपके लिए, अपने स्ट्रेस को और अपने दूसरे इमोशन्स को मेनेज करने के तरीके सीखने के लिए एक थेरेपिस्ट के पास जाना बेहतर रहेगा।[१२]
- अपने पॉज़िटिव गुणों को पहचानें और उन्हीं पर फोकस करें: कोई मायने नहीं रखता, कि आपके अब्यूसिव पैरेंट्स ने आपको क्या बताया है, आप भी अच्छे गुणों वाले एक काबिल इंसान हैं। उनकी इन्सल्ट और फालतू की बातों को न सुनें। आपको इसके बारे में भी कभी न कभी सोचना पड़ेगा, लेकिन अपनी सेल्फ-एस्टीम को बढ़ाना और खुद के साथ प्यार करते रहना भी जरूरी है-खासकर तब, जब आप इसे अपने पैरेंट्स से न पा रहे हों।
- सोचकर देखें, कि आपको अपने बारे में क्या अच्छा लगता है – क्या आप एक अच्छे लिशनर हैं? उदार हैं? उन्हीं चीजों पर ध्यान दें, जो आप अपने बारे में पसंद करते हैं और खुद को याद दिलाते रहें, कि आप भी प्यार, सम्मान और केयर पाने के काबिल हैं।[१३]
- ऐसी एक्टिबिटीज़, जिन्हें लेकर आप जुनून रखते हैं और/या जिनमें आप अच्छे हैं, में शामिल होने की पुष्टि कर लेने से आपके सेल्फ-एस्टीम को और आपके कोन्फ़िडेंस को बूस्ट करने में मदद मिलती है।
संपादन करेंइमोशनल अब्यूस को पहचानना (Identifying Emotional Abuse)
- अब्यूस के रिस्क फ़ैक्टर को जानें: इमोशनल अब्यूस फ़ैमिली में भी हो सकता है। हालांकि, ऐसे कुछ फ़ैक्टर्स हैं, जो बच्चों के प्रति इमोशनल और फिजिकल अब्यूस के रिस्क को बढ़ा सकते हैं। ऐसे पैरेंट्स के बच्चे, जो अल्कोहल या ड्रग्स कंज्यूम करते हैं, जिन्हें बाइपोलर डिसऑर्डर या डिप्रेशन जैसी किसी तरह की न ट्रीट की हुई बीमारी है, या फिर जो अपने बचपन में खुद के साथ अब्यूस का शिकार हुए हैं, उनके साथ में अब्यूस होना का खतरा काफी ज्यादा होता है।[१४]
- बहुत सारे अब्यूसिव पैरेंट्स को कभी भी इस बात का अंदाजा ही नहीं हो पाता है, कि उनके एक्शन काफी हर्ट्फ़ुल हैं। हो सकता है, कि उन्हें पैरेंटिंग की और भी बेहतर स्टाइल न मालूम हो, या फिर उन्हें इस बात का अहसास तक न हो, कि अपने इमोशन्स को अपने बच्चों के ऊपर निकालना भी अब्यूसिव है।
- फिर चाहे आपके पैरेंट्स के इंटेंशन्स कितने भी सही क्यों न हों, वो अभी भी अब्यूसिव हो सकते हैं।
- ध्यान दें, जब आपके पैरेंट आपको नीचा दिखा रहे हों या आपका अपमान कर रहे हों: हो सकता है, कि अब्यूस करने वाला इंसान इसे एक मज़ाक की तरह इस्तेमाल करने की कोशिश कर रहा हो, लेकिन इस तरह का अब्यूस कभी भी हँसी की वजह नहीं होता है। अगर आपके पैरेंट अक्सर आपका मजाक बनाते हैं, दूसरों के सामने आपको कुछ नहीं समझते हैं, या आपके विचारों या आपके आइडियाज को अस्वीकार करते हैं, तो आप एक इमोशनली अब्यूसिव परिस्थिति में हैं।[१५]
- उदाहरण के लिए, अगर आपके डैड कहते हैं, "तुम एक नंबर के लूजर हो। मैं बोल रहा हूँ, कि तुम कभी कोई काम सही नहीं कर सकते हो," ये एक वर्बल अब्यूस है।
- हो सकता है, कि आपके पैरेंट्स इसे अकेले में या दूसरों के सामने करते हों, जिसकी वजह से आपको खुद को लेकर बुरा फील होता हो।
- तय करें, अगर आपको अपने पैरेंट के द्वारा हमेशा कंट्रोल किए जाने का अहसास होता हो: अगर आपके पैरेंट आपके द्वारा की जाने वाली हर एक छोटी से छोटी चीज़ के ऊपर कंट्रोल करने की कोशिश करते हों, आपके अकेले किसी डिसीजन को लेने की वजह से आप से नाराज हो जाते हों, या आपकी काबिलियत या अधिकारों को नकारते हों, तो उनका ये बर्ताव भी एक अब्यूसिव परिस्थिति की ओर ही इशारा करता है।
- ऐसे लोग, जो इस तरह के अब्यूस को किया करते हैं, वो अक्सर ही अपने शिकार को इतना नीचा दिखाने की कोशिश करते हैं, जैसे कि वो कोई भी अच्छा फैसला लेने के या फिर वो अपनी खुद की ज़िम्मेदारी उठाने के काबिल ही नहीं हैं।[१६]
- आपके पैरेंट आपके लिए फैसले करने की कोशिश कर सकते हैं। जैसे कि, आपकी मॉम शायद आपके हाइ स्कूल विजिट कर सकती हैं और आपके गाइडेंस काउंसलर से उस कॉलेज के बारे में पूछती हैं, जिसमें आप अप्लाई नहीं करना चाहते हैं।
- हो सकता है, कि आपके पैरेंट इसे ही "पैरेंटिंग" मानते हों, लेकिन ये असल में अब्यूस ही है।
- खुद से सवाल करें, अगर आपको अक्सर ही किसी गलती के लिए बुरा-भला कहा जाता हो: कुछ अब्यूसर्स को अपने शिकार से कुछ अवास्तविक ही उम्मीदें रहती हैं, लेकिन उन्हें उनकी एक भी गलती को स्वीकार करने में परेशानी होती है।
- ऐसे लोग, जो इस तरह का अब्यूस करते हैं, वो हर बात के लिए सिर्फ और सिर्फ आपको ही दोषी मानते होंगे, फिर भले ही उसमें आपकी कोई भी गलती न हो। वो आपको ऐसा कहेंगे, कि उनकी सारी परेशानी की जड़ ही आप हैं, ताकि वो अपने ऊपर और उनकी फीलिंग्स की ज़िम्मेदारी लेने से बच जाएँ।[१७] इसके साथ ही वो आपको ही उनके इमोशन्स के पीछे का जिम्मेदार भी ठहराएँगे।
- जैसे कि, अगर आपकी मॉम आपके जन्म को, उनके सिंगिंग करियर के खत्म होने के पीछे की वजह बताती हैं, तो वो आपको एक ऐसी चीज़ के लिए दोषी ठहरा रही हैं, जिसमें आपकी कोई गलती ही नहीं है।
- अगर आपके पैरेंट्स आप से कहते हैं, कि उनकी शादी टूटने के पीछे की वजह "बच्चे हैं," तो वो आपको उनकी खुद की नाकाबिलियत का दोषी ठहरा रहे हैं।
- किसी को उस बात के लिए दोषी ठहराना, जो उसने की ही नहीं, ये भी एक अब्यूसिव टेक्निक है।
- ध्यान दें, अगर आपको हमेशा चुप्पी का सामना करना पड़ता है: ऐसे पैरेंट्स जो खुद को अपने बच्चों से दूर कर लेते हैं और उन्हें कभी भी उस इमोशनल क्लोजनेस का अहसास नहीं होने देते हैं, जिसकी बच्चों को जरूरत है, ये भी एक तरह का चाइल्ड अब्यूस ही होता है।
- क्या आपके पेरेंट आपको उस वक़्त इग्नोर करते हैं, जब आपने उन्हें दुखी करने वाला कोई काम किया हो, क्या आपकी एक्टिविटीज़ और इमोशन्स पर बहुत कम दिलचस्पी लेते हैं या आप से दूरी बना लेने का सारा दोष आपके ऊपर ही डाल देते हैं?[१८]
- प्यार और लगाव ऐसी चीज़ नहीं है, जिसे आपको माँगने की जरूरत हो। ये भी अब्यूसिव है।
- सोचकर देखिए, क्या आपके पैरेंट सच में दिल से आपके लिए अच्छा सोचते हैं: कुछ पैरेंट्स, खासकर वो जो इस तरह की अब्यूसिव प्रवत्ति वाले होते हैं, वो आप में भी खुद का ही एक रूप देखना चाहते हैं। इस तरह के पैरेंट्स की तरफ से आपके लिए कुछ अच्छा सोचे जाने की उम्मीद करना मुमकिन नहीं है, फिर भले वो ऐसा ही क्यों न दिखाते हों, कि वो दिल से आपके लिए अच्छा सोचते हैं।
- इस तरह की प्रवत्ति रखने वाले पैरेंट्स की निशानी में, आपकी बाउंडरीज़ का सम्मान न करना, वो जो भी करते हैं, आपको उसी को अपने लिए “बेस्ट” मानने के लिए मजबूर करना और जब आप उनके द्वारा आपके लिए सेट की हुई ऐसी अवास्तविक उम्मीदों को पूरा नहीं कर पाते हैं, तब वो आप से दुखी हो जाते हैं।[१९]
- इसके साथ ही वो अक्सर आपके अटेन्शन पाने को लेकर अनकम्फ़र्टेबल हो जाते होंगे और हर एक चीज़ को बस उन्हीं के बारे में बनाने की कोशिश करते होंगे।
- आपके सिंगल पैरेंट आपको एक गिल्ट-ट्रिप (दोष मढ़ने का काम) पर भी ले जा सकते हैं, जैसे कि, ऐसा कुछ कहेंगे, "मुझे मालूम है, कि तुम्हें तुम्हारे फ्रेंड्स के साथ पार्टी के लिए जाना है, लेकिन मैं यहाँ एकदम अकेला/अकेली हूँ। तुम हमेशा मुझे छोड़कर चले जाते हो।" ये गिल्ट-ट्रिप भी अब्यूस का ही एक प्रकार है।
- नॉर्मल पैरेंटिंग बिहेवियर को पहचानें: बच्चे और टीन्स भी कभी-कभी समझने में गलती कर देते हैं; ये बढ़ते रहने का और एक इंसान होने का ही एक हिस्सा है। ऐसे वक़्त पर, जब आपको गाइडेंस की, सपोर्ट की, या डिसिप्लिन में रहने की जरूरत पड़ती है, तो ऐसे में आपके पैरेंट्स को दखल देना पड़ता है। आपके लिए भी, नॉर्मल डिसिप्लिन में और अब्यूसिव बिहेवियर के बीच में अंतर की पहचान करते आना बेहद जरूरी हो जाता है।
![Deal With Emotionally Abusive Parents Step 21.jpg]()
- आमतौर पर, आप आपके पैरेंट के द्वारा दिखाए जाने वाले गुस्से के लेवल को भाँपकर को भी डिसिप्लिन और अब्यूस के बीच के अंतर को पहचान सकते हैं। आपके द्वारा किसी भी नियम के तोड़े जाने की स्थिति में, आपके पैरेंट्स को गुस्सा आना या उनका दिमाग खराब होना, एक बहुत कॉमन बात है।
- हालांकि, जब उनके बर्ताव या पनिशमेंट के पीछे, उनके गुस्से का हाँथ हो, तब आपके पैरेंट्स भी अब्यूस करने की स्थिति में होते हैं। अब्यूस में जानबूझकर, जल्दबाज़ी में और नुकसान पहुंचाने के इरादे से बोले हुए शब्द या किया हुआ काम शामिल होता है।[२०]
- हालांकि, हो सकता है, कि आपको उनका स्ट्रिक्ट डिसिप्लिन पसंद न हो, लेकिन इस बात को समझिए, कि आपके पैरेंट्स इस तरह की गाइडलाइंस और नतीजों को, सिर्फ और सिर्फ आपको प्रोटेक्ट करने और आपको एक पॉज़िटिव दिशा में बढ़ते रहने के लिए ही आपके ऊपर लगाते हैं।
- अपने मुंह से कुछ भी गलत न बोलें। फिर चाहे आपके पैरेंट्स आपके लिए कितने भी बुरे शब्दों का इस्तेमाल क्यों कर रहे हों, लेकिन फिर भी अच्छा रहेगा, अगर आप उनकी बातों को कॉपी न करें। अगर आप कभी ऐसा करना भी चाहते हैं, तो इसे कभी भी अपने पैरेंट्स के सामने न करें।
- आप चाहें तो अपने कुछ ऐसे फ्रेंड्स की तरफ भी ध्यान देकर देख सकते हैं, जिनके अपने पैरेंट्स के साथ अच्छे रिश्ते हैं। वो रिश्ते किस तरह के हैं? उन्हें अपने पैरेंट्स से किस तरह का सपोर्ट और डिसिप्लिन मिलता है?
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February 1, 2019, 9:30 pm
Mp3 प्लेयरज़ आपको जहाँ चाहें वहां म्यूजिक का आनंद लेने का मौका देते हैं | चाहे आपके पास iPod, San disk, Coby, या कोई और प्लेयर हैं, अपने कंप्यूटर से म्यूजिक ट्रान्सफर करना बेहद सीधी प्रक्रिया है | कुछ प्लेयरज़ का अपना सॉफ्टवेयर होता है, जबकि बाकि उन प्रोग्राम पर निर्भर होते हैं जो आपके कंप्यूटर में पहले से मोजूद हो सकते हैं | जहाँ एक ओर iPod सिर्फ iTunes के साथ काम करता है, बाकि Mp3 प्लेयरज़ में ऐसी कोई बंदिशें नहीं होती हैं |
संपादन करेंआईपौड या अन्य डिवाइसेज के साथ आईट्यून्स का इस्तेमाल
- आईट्यून्स इंस्टाल करें: आईट्यून्स मैक ऑपरेटिंग सिस्टम में बिल्ट इन होता है, पर विंडोज यूज़र्स को फिर भी http://www.apple.com/itunes/download से सॉफ्टवेयर डाउनलोड और इंस्टाल करना पड़ता है |
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- अपनी आईट्यून्स लाइब्रेरी में म्यूजिक ले आयें: सबसे पहले जब आप आईट्यून्स को रन करेंगे, तो वह आपके कंप्यूटर को म्यूजिक के लिए स्कैन करेगा और फिर उसे लाइब्रेरी में ऐड कर देगा | अगर आपको अपनी फाइल्स लाइब्रेरी में नहीं दिख रहीं या आपने उसके बाद और म्यूजिक ऐड कर दिया है तो ऐसा कर पाने के दो और तरीके हैं:
- फोल्डर को आईट्यून्स में ड्रैग करके लायें | अगर आप मैक का प्रयोग कर रहे हैं, तो फाइंडर ओपन करें और म्यूजिक क्लिक करें, उसके बाद पसंद के फोल्डर को आईट्यून्स लाइब्रेरी में ड्रैग और ड्राप करें | विंडोज की मदद से को प्रेस करके फाइल एक्स्प्लोरर को खोलें, अपना म्यूजिक फोल्डर ढूँढें, और उसे आईट्यून्स लाइब्रेरी में ड्रैग और ड्राप करें |[२]
- दूसरा तरीका (किसी भी ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए) है फाइल मेनू को ओपन करना और “Add to library” पर क्लिक करें | आपको जो फोल्डर या फ़ोल्डर्स पसंद हैं उन्हें सेलेक्ट करें और फिर “Ok” क्लिक करें |
- अगर आपको नहीं मालूम की आपके विंडोज कंप्यूटर में म्यूजिक फाइल्स कहाँ पर हैं तो प्रेस करके विंडोज सर्च को ओपन कर दें | सर्च बॉक्स में टाइप करें
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, .mp4
, इत्यादि) और प्रेस करें | जब फाइल्स रिटर्न्ड हो जाएँगी, उनमें से एक को राईट क्लिक करें और “Properties” को सेलेक्ट करें | फाइल का पूरा पाथ लोकेशन के बगल में आ जायेगा |
- Mp3 प्लेयर को कंप्यूटर से कनेक्ट करें: आपके डिवाइस के साथ आये USB प्लेयर की मदद से डिवाइस को कंप्यूटर से प्लग इन करें | अगर आप ये पहली बार कर रहे हैं, तो आपके कंप्यूटर को तुरंत अपने आप ड्राईवर इंस्टाल करने शुरू कर देना चाहिए |
- आईट्यून्स में Mp3 प्लेयर को ढूँढें: जब तक आपका Mp3 प्लेयर आईट्यून्स से कम्पेटिबल है, वह ऑटोमेटिकली सॉफ्टवेयर में दिखायेगा | अगर आपको कोई परेशानी हो रही है, तो ये देख लें की आपके पास आईट्यून्स का लेटेस्ट वर्ज़न है |[३]
- आईट्यून्स 10 और उससे नीचे: आपका डिवाइस स्क्रीन के लेफ्ट साइड पर “Devices” मेनू के नीचे दिखाई देगा | वह आपके Mp3 प्लेयर के निर्माता के नाम से (जैसे, “Sony Mp3”) या आपके नाम से (“Maria’s iPod”) दिखाई देगा। [४]
- आईट्यून्स 11: आईट्यून्स के अप्पर राईट कार्नर में, आईट्यून्स स्टोर लिंक के पास एक आइकॉन दिखाई देगा | उसमें आपके Mp3 प्लेयर के लिए एक छोटा सा आइकॉन और आपके प्लेयर का नाम लिखा होगा |
- आईट्यून्स 12: आईट्यून्स के अप्पर लेफ्ट कार्नर में, Mp3 प्लेयर आइकॉन को क्लिक करें |
- लाइब्रेरी से फाइल्स अपने Mp3 प्लेयर तक ड्रैग और ड्राप करें: आप गानों को एक एक करके या कई सारे इकट्ठे करके के क्लिक और ड्रैग कर सकते हैं |
- अगर आप म्यूजिक को डिवाइस तक ड्रैग नहीं कर पा रहे है, तो अपने डिवाइस पर डबल क्लिक करें और लेफ्ट साइड बार से “Summary” सेलेक्ट करें | जो मेनू सामने आये, उसके आप्शन में स्क्रॉल डाउन करें और “Manually manage music and videos” वाले बॉक्स को चेक कर दें |
- अगर आपको अभी भी परेशानी हो रही है, तो अपने Mp3 प्लेयर को डिसकनेक्ट, करके दोबारा से, कनेक्ट करें | अगर ये भी काम नहीं करे तो, आईट्यून्स को फिर स्टार्ट करें |
- अपने डिवाइस को बाहर निकालें: आईट्यून्स में अपने डिवाइस को सेलेक्ट करें और अगर आप मैक पर हैं तो और अगर आप विंडोज पर है तो, को प्रेस करें | अपने प्लेयर को अनप्लग कर लें |
- अपने Mp3 प्लेयर को नयी फाइल स्कैन करने देने का समय दें: एक बार अपने कंप्यूटर से डिसकनेक्ट कर लिए है ये अपने आप होना चाहिए | अगर फाइल्स आपके म्यूजिक मेनू में नहीं दिखती हैं, तो स्कैन शुरू करने के लिए अपने डिवाइस को रीस्टार्ट करें |
संपादन करेंविंडोज मीडिया प्लेयर का Windows 7, 8.1 या Vista में इस्तेमाल
- विंडोज मीडिया प्लेयर को खोलें: ये iPod के साथ काम नहीं करेगा, पर ये बाकि Mp3 प्लेयर्स के लिए ज़रूर काम करेगा | स्टार्ट क्लिक करें, और सर्च बॉक्स में media टाइप करें | जब रिजल्ट में विंडोज मीडिया प्लेयर आ जाये तो, क्लिक करके उसे ओपन करें |
- मीडिया प्लेयर लाइब्रेरी में म्यूजिक को ऐड करें: अगर आप पहले से मीडिया प्लेयर नहीं इस्तेमाल कर रहे हैं, तो आपको म्यूजिक फाइल्स लाइब्रेरी में ऐड करनी होंगी |
- क्लिक करें “Organize, फिर “Manage Libraries” और सेलेक्ट करें “Music.”[५]
- म्यूजिक लाइब्रेरीज लोकेशन डायलॉग में, वो फोल्डर चुनें जहाँ आपका म्यूजिक स्टोरड है और फिर उसे मीडिया प्लेयर के साथ शामिल करने के लिए “Include Folder” पर क्लिक करें |
- अगर आपको नहीं मालूम की आपका म्यूजिक कहाँ स्टोर्ड है, तो आप को प्रेस कर विंडोज सर्च खोल कर उसमें सर्च कर सकते हैं | सर्च बॉक्स में टाइप करें
*.mp3
और प्रेस करें | जब फाइल्स रिटर्न हो जाएँ, तो एक पर राईट क्लिक कर के “Properties” को सिलेक्ट करें | लोकेशन के बगल में फाइल का पाथ दिखने लग जायेगा |
- Mp 3 प्लेयर को क्प्म्पुटर से कनेक्ट करें: आपके डिवाइस के साथ आये USB प्लेयर की मदद से डिवाइस को कंप्यूटर से प्लग इन करें | अगर आप ये पहली बार कर रहे हैं, तो आपके कंप्यूटर को तुरंत अपने आप ड्राईवर इंस्टाल करने शुरू कर देना चाहिए | अगर आपके Mp3 प्लेयर के साथ CD या निर्देश आये हैं की कैसे ड्राईवरस को इंस्टाल करना है, तो अपने प्लेयर के निर्माता के सभी निर्देशों का सही से पालन करें |
- एक सिंक मेथड (Sync Method ) का चुनाव करें: अगर आप पहली बार अपने Mp3 प्लेयर को ओपन विंडोज मीडिया प्लेयर से कनेक्ट कर रहे हैं, तो वह अपनी सोच के मुताबिक सबसे उपयुक्त तरीके से आपके डिवाइस को सिंक कर देगा | [६]
- अगर आपके Mp3 प्लेयर की स्टोरेज 4 gb से ज्यादा है और अगर उसमें आपकी पूरी लाइब्रेरी आ जाएगी तो आटोमेटिक सिंक होने लग जायेगा | ये ध्यान रहे की अगर आप आटोमेटिक सिंक के साथ रहेंगे, तो आपका डिवाइस हर बार प्लग इन किये जाने पर ऑटोमेटिकली आपके विंडोज मीडिया प्लेयर से सिंक हो जायेगा |
- अगर आपके प्लेयर में 4 gb से कम स्टोरेज है तो मैन्युअल सिंक सेलेक्ट होगा और आपका सारा म्यूजिक उसमें नहीं आ पायेगा |
- आटोमेटिक सिंक से मैन्युअल या विपरीत स्विच करने के लिए |
- मीडिया प्लेयर के अप्पर राईट कार्नर में “Switch to Library” बटन को क्लिक करें | सिंक टैब को क्लिक करें, फिर “Sync Options button” (चेक मार्क वाला) को क्लिक करें |
- क्लिक करें “Set up Sync” और फिर डिवाइस सेट अप एरिया को सेलेक्ट करें | अगर आपको मैन्युअली सिंक करना है “Sync this device automatically” के बगल में लगे चेक को हटा दें, और अगर आपको ये प्रक्रिया आटोमेटिक चाहिए तो उसे चेक कर दें |
- “Sync” पर क्लिक कर के अपने Mp3 प्लेयर में म्यूजिक ऐड करना शुरू कर दें: आपका Mp3 प्लेयर इस टैब में सबसे ऊपर दिखाई देगा, और उसे “My Media Device” जैसा कोई नाम दिया गया होगा | जो भी म्यूजिक चाहिए उसे सलेक्ट और ड्रैग कर के अपने Mp3 प्लेयर तक ले जाएँ |
- अगर आपने आटोमेटिक सिंकिंग का चुनाव किया है, तो आपको ये स्टेप नहीं पूरा करना पड़ेगा- आपकी फाइल वैसे ही सिंक हो जाएँगी |
- एक बार फाइल्स कॉपी हो जाएँ तो अपने Mp3 प्लेयर को सुरक्षित तरीके से डिसकनेक्ट कर दें: ऐसा करने के लिए आप सिस्टम ट्रे (क्लॉक के पास, स्क्रीन के लोअर राईट हैण्ड कार्नर में स्थित) में जा कर अपने USB डिवाइस पर क्लिक कर के “Safely eject hardware” पर क्लिक कर सकते हैं |
- नयी फाइल्स स्कैन करने के लिए अपने Mp3 प्लेयर का इंतजार करें: एक बार आपने अपने कंप्यूटर से डिसकनेक्ट कर लिए ये ऑटोमेटिकली हो जाना चाहिए | अगर फाइल्स आपके म्यूजिक मेनू में नहीं दिखती हैं, तो स्कैन शुरू करने के लिए डिवाइस को फिर से स्टार्ट कर के देखें |
संपादन करेंविंडोज में मैन्युअली ट्रान्सफर करना
- Mp 3 प्लेयर को क्प्म्पुटर से कनेक्ट करें: आपके डिवाइस के साथ आये USB प्लेयर की मदद से डिवाइस को कंप्यूटर से प्लग इन करें | अगर आप ये पहली बार कर रहे हैं, तो आपके कंप्यूटर को तुरंत अपने आप ड्राईवर इंस्टाल करने शुरू कर देना चाहिए | अगर आपके Mp3 प्लेयर के साथ CD या निर्देश आये हैं की कैसे ड्राईवरस को इंस्टाल करना है, तो अपने प्लेयर के निर्माता के सभी निर्देशों का सही से पालन करें |
- अपने कंप्यूटर में उस फोल्डर को ढूँढें जिसमें आपका म्यूजिक मोजूद है: विंडोज के किसी भी वर्ज़न में को प्रेस कर के फाइल एक्स्प्लोरर को लॉन्च करें और उस फोल्डर पर जाएँ जहाँ आपका म्यूजिक है |
- अगर आपको नहीं पता की आपकी म्यूजिक फाइलस आपके विंडोज कंप्यूटर में कहाँ मोजूद हैं, तो प्रेस करके विंडोज सर्च को खोल लें | सर्च बॉक्स में टाइप करें
*.mp3
(या .ogg
, .flac
, .mp4
, इत्यादि) और प्रेस करें | जब फाइल्स रिटर्न हो जाएँ, उनमें से एक पर राईट क्लिक कर के “Properties” को चुनें | फाइल का पूरा पाथ लोकेशन के साथ आ जायेगा |
- एक और फाइल एक्स्प्लोरर विंडो को ओपन करके अपने Mp3 प्लेयर को देखें: प्रेस करें और स्क्रीन के लेफ्ट साइड पर मोजूद कंप्यूटर मेनू को एक्सपेंड कर लें | अपने Mp3 प्लेयर पर क्लिक करें, जो शायद “Removable Disk” या “Mp3 Player” नाम से दिख रहा होगा |
- अपने Mp3 प्लेयर में म्यूजिक फोल्डर ढूँढें: अपने डिवाइस के साथ आंये निर्देशों में वो स्थान देखें जहाँ म्यूजिक फाइल्स स्टोर होंगी, वैसे सभी प्लेयरज़ में “Music” नाम का फोल्डर होता है | एक बार आपने फोल्डर ढूंढ लिया है, उसे डबल क्लिक कर के ओपन कर लें |
- गानों को Mp3 प्लेयर तक ड्रैग करें: पहले फाइल एक्स्प्लोरर विंडो (वो जो आपके PC में म्यूजिक फोल्डर के लिए ओपन हुआ है), में वो फाइल्स ढूँढें जिन्हें आपको ट्रान्सफर करना है | कई Mp3 प्लेयरज़ आपको एक पूरा फोल्डर (फोल्डरज़) डिवाइस तक ड्रैग करने देंगे, इसलिए घबराएं नहीं अगर अगर आपकी फाइल्स आर्टिस्ट के नाम से आर्गनाइज्ड हैं | फाइल्स को हाईलाइट करें और दूसरी फाइल एक्स्प्लोरर स्क्रीन में उन्हें ड्रैग करें (वो जो आपके Mp3 डिवाइस के म्यूजिक फोल्डर के लिए खुली है) |
- फाइल एक्स्प्लोरर विंडो को बंद कर दें: ऐसा करने से पहले ये देख लें की सभी गाने कॉपी हो रहे हैं |
- एक बार फाइल्स कॉपी हो जाएँ तो अपने Mp3 प्लेयर को सुरक्षित तरीके से डिसकनेक्ट कर दें: ऐसा करने के लिए आप सिस्टम ट्रे (क्लॉक के पास, स्क्रीन के लोअर राईट हैण्ड कार्नर में स्थित) में जा कर अपने USB डिवाइस पर क्लिक कर के “Safely eject hardware” पर क्लिक कर सकते हैं |
- अपने Mp3 प्लेयर को नयी फाइल्स स्कैन करने देने का इंतजार करें: एक बार अपने कंप्यूटर से डिसकनेक्ट कर लिए है ये अपने आप होना चाहिए | अगर फाइल्स आपके म्यूजिक मेनू में नहीं दिखती हैं, तो स्कैन शुरू करने के लिए डिवाइस को रीस्टार्ट करें |
- कुछ Mp3 प्लेयरज़ म्यूजिक मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर के लिए CD या डाउनलोड लिंक के साथ आते हैं | उदाहरण के तौर पर सोनी प्लेयरज़, MediaGo के साथ आते हैं | अगर आपको अपने Mp3 प्लेयर का सॉफ्टवेयर नहीं पसंद है तो भी आप ऊपर लिखे आप्शनस में से एक की मदद से म्यूजिक अपने डिवाइस में ट्रान्सफर कर सकते हैं |
- अलग Mp 3 प्लेयरज़ अलग प्रकार की फाइल टाइप को प्ले करने की अनुमति दे देते हैं | मसलन, कुछ Mp3 प्लेयर्स आपको सिर्फ वोही फाइल प्ले करने देंगे जो
.mp3
में एंड होती हैं, जबकि बाकी उन फाइल की भी अनुमति दे देंगे जो .ogg
or .flac
से ख़त्म होती हैं |
- आप स्ट्रीमिंग म्यूजिक ( जैसे पैंडोरा और यूटयूब का म्यूजिक) को Mp3 प्लेयर तक मूव नहीं कर सकते हैं | जो फाइल्स खास तौर से आपके कंप्यूटर पर डाउनलोडेड हैं वो ही प्लेयर पर ट्रान्सफर हो सकती हैं |
- प्लेयर में गाने कॉपी करते वक़्त समय बचाने के लिए जैसे आप ज्यादा फाइल चुनें button ( on a Mac) को क्लिक कर के कई सारी फाइल चुनें | हाइलाइटेड एरिया में कहीं भी क्लिक करें और सभी फाइलों को एक साथ ड्रैग करें |
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February 2, 2019, 10:00 pm
हर्निया शरीर के किसी भी भाग में हो सकता है | उससे बहुत ज्यादा दर्द और तकलीफ भी हो सकती है | ऐसा इसलिए क्योंकि हर्निया के दौरान, शरीर के एक भाग के सभी हिस्से आस पास के टिशू और मस्सल को धक्का देते हैं | हर्निया पेट के अन्दर, बेल्ली बटन (umbilicus) के पास, ग्रोइन एरिया (femoral or inguinal) या पेट के ऊपर हो सकती है | अगर आपको पेट की हर्निया (hiatal) है, तो आपको एसिड रिफ्लक्स या हाइपरएसिडिटी का सामना करना पड़ सकता है | किस्मत से, आप उस दर्द को घर पर संभाल सकते हैं और हर्निया से जुड़ी तकलीफ को कम करने के लिए कुछ लाइफस्टाइल में बदलाव ला सकते हैं |
संपादन करेंहर्निया के दर्द का घर पर इलाज करना
- आइस पैक का इस्तेमाल करें: अगर आपको थोड़ी परेशानी लग रही है, तो 10 से 15 मिनट के लिए हर्निया के स्थान पर आइस पैक लगायें | आप अपने डॉक्टर से सलाह ले कर ऐसा दिन में एक या दो बार कर सकते हैं | कोल्ड पैक सूजन और इन्फ्लाम्मेशन को कम कर देता है |[१]
- कभी भी आइस या आइस पैक स्किन पर डायरेक्टली नहीं लगायें | अपनी स्किन पर लगाने से पहले ये ध्यान रहे की आइस पैक को पतले से कपड़े या तौलिये में लपेट लें | इससे स्किन के टिश्यू को और नुकसान नहीं पहुंचेगा |
- दर्द को सँभालने के लिए दवाई लें: अगर आपको हल्का दर्द हो रहा है हर्निया में तो आइबूप्रोफेन और एसीटामिनोफेन जैसे ओवर द काउंटर पैन रिलीवर से आपको आराम मिल सकता है | हमेशा निर्माता के डोजिंग निर्देशों का पालन करें | [२]
- अगर आपको एक हफ्ते से ज्यादा ओवर ड काउंटर दवाई लेते हप गया है, तो अपने डॉक्टर से सलाह लें | डॉक्टर आपको इससे ज्यादा तीव्र दवाई की सलाह दे सकता है |
- रिफ्लक्स के लिए दवाई लें: अगर आपको हिअटल हर्निया (पेट का), है तो शायद आपको रिफ्लक्स नाम की हाइपरएसिडिटी है | आप ओवर ड काउंटर एंटासिड्स या मेडिकेशन लेकर एसिड प्रोडक्शन को कम कर सकते हैं, और प्रिस्क्रिप्शन मेडिकेशन जैसे प्रोटोन पंप इन्हिबिटर ले कर एसिड प्रोडक्शन कम कर सकते हैं |[३]
- अगर कुछ दिनों बाद भी रिफ्लक्स सिम्टम नहीं सुधरते हैं, तो आपको अपने डॉक्टर से मिलना चाहिए | अगर इलाज नहीं करवाया, तो रिफ्लक्स आपके एसोफेगस (Esophagus) को नुकसान पहुंचा सकता है | इसके बजाय आपका डॉक्टर ऐसी दवाई बता सकता है जो आपके रिफ्लक्स का इलाज कर आपके डाइजेस्टिव ऑर्गन को ठीक कर सकता है |
- सपोर्ट या ट्रस (truss) पहनें: अगर आपको इन्जुइनल हर्निया (ग्रोइन का) है, तो आप एक ख़ास सपोर्ट पहनना चाहेंगे जो आपके दर्द को भी कम कर सकता है | अपने डॉक्टर से ट्रस जो की सपोरटिव अंडरवियर की तरह होता है, पहनने के बारे में बात करें | या, आप ऐसा सपोर्ट बेल्ट या हार्नेस पहन सकते हैं जो हर्निया को उसके स्थान पर रखें | सपोर्ट पहनने के लिए, नीचे लेटें और बेल्ट और हार्नेस को हर्निया के पास लपेट कर उसे बाँध लें |
- सपोर्ट और ट्रस सिर्फ कुछ समय के लिए पहने जा सकते हैं | आपको ये मालूम होना चाहिए की वो आपके हेर्निया को ठीक नहीं कर पाएंगे |[४]
- एक्यूपंक्चर आजमा के देखें: एक्यूपंक्चर एक पारंपरिक दवाई है जो शरीर के निर्धारित एनर्जी पॉइंट्स में पतले नीडल डाल कर बॉडी की एनर्जी को एडजस्ट करती है | आप दर्द कम करने वाले प्रेशर पॉइंट को स्टिमयूलेट करके भी अपने हर्निया के दर्द को कम कर सकते हैं | ऐसे सर्टिफाइड एक्यूपंक्चरिस्ट ढूँढें जिन्हें हर्निया का दर्द कम करने का तजुर्बा हो |[५]
- एक्यूपंक्चर आपके हर्निया के दर्द को कम कर सकता है, लेकिन असल हर्निया को ठीक करने के लिए आपको इलाज करवाना पड़ेगा |
- अगर आपको बहुत दर्द हो रहा है तो तुरंत एक डॉक्टर से मिलें: अगर आपको लग रहा है की आपको हर्निया है, तो आपको अपने पेट या ग्रोइन में भारी सा कुछ महसूस होगा, या अगर आपको हाइपरएसिडिटी या हार्टबर्न है, तो डॉक्टर से मिलने के लिए अपॉइंटमेंट लें | अधिकतर हर्निया फिजिकल एग्जाम और सिम्टम की जांच करने के बाद पहचाने जा सकते हैं | अगर आपने अपने डॉक्टर को देख लिया है, पर कुछ हफ़्तों बाद भी आपके सिम्टम में बदलाव नहीं आया है, तो डॉक्टर से एक और अपॉइंटमेंट तय करें |
- अगर आपको हर्निया का बहुत ज्यादा दर्द हो रहा है और आपको अब्डोमिनल, इन्जुईनल या फेमोरल हर्निया पता चला है, तुरंत ही अपने फिजिशियन को फ़ोन करें- ये दर्द एक मेडिकल इमरजेंसी की ओर संकेत कर सकता है |
- सर्जरी कराएं: हांलाकि आप अपने हर्निया के दर्द का घर पर इलाज कर सकते हैं आप हर्निया का इलाज नहीं कर सकते हैं | अपने डॉक्टर से सर्जरी के बारे में बात करें | आपका डॉक्टर एक सर्जिकल प्रोसीजर की सलाह देगा जहाँ सर्जन निकले हुए मस्सल को वापस करने के लिए ऑपरेशन करता है | या, सर्जन थोड़ा कम तीव्र प्रोसीजर करेगा जहाँ सिंथेटिक मेष से हर्निया को ठीक करने के लिए छोटे कट लगाये जाते हैं |[६]
- अगर आपका हर्निया ज्यादा परेशान नहीं कर रहा है और आपके डॉक्टर को वह छोटा लग रहा है, तो वह सर्जरी का सुझाव नहीं देगा |
संपादन करेंलाइफस्टाइल में बदलाव लाना
- छोटे मील्स खाएं: अगर आपको हिअटल हर्निया की वजह से हार्टबर्न महसूस हो रहा है, तो अपने पेट पर कम दबाव डालें | ऐसा करने के लिए हर बार थोड़ा खाना खाएं | आपको धीरे भी खाना चाहिए ताकि आपका पेट खाने को जल्दी और आसानी से पचा पाए | इससे आपके सटमक स्फिन्क्टेर (stomach sphincter), एक ऐसा मस्सल जो पहले ही कमज़ोर है उस पर भी कम दबाव पड़ेगा |[७]
- सोने जाने से 2 से 3 घंटे पहले तक खाना खाने से बचें | इससे जैसे आप सोने लेटेंगे आप का खाना आपके पेट पर दबाव नहीं डालेगा |
- आप पेट के एसिड को कम करने के लिए अपनी डाइट में बदलाव भी ला सकते हैं | हाई फैट से भरे पदार्थ जैसे चॉकलेट, पेपरमिंट, एल्कोहोल, प्याज़, टमाटर, और साइट्रस का सेवन नहीं करें |[८]
- अपने पेट पर दबाव कम करें: ऐसे कपड़े पहनें जो आपके पेट को कसे नहीं | चुस्त कपड़े और बेल्ट पहनने से परहेज़ करें | इसके बजाय, ऐसे टॉप पहनें जो पेट के आस पास लूज़ हैं | अगर आप बेल्ट पहनते भी हैं, उसे एडजस्ट करें ताकि वह आपकी कमर से चिपके नहीं |[९]
- जब आप अपने पेट या एब्डोमेन को दबाते हैं, तो आप हर्निया को बढ़ा सकते हैं और हाइपरएसिडिटी भी और तीव्र हो सकती है | आपके पेट का एसिड वापस से एसोफेगस में जा सकता है |
- वज़न कम करें: अगर आपका वज़न ज्यादा है, तो आप अपने पेट और एब्डोमेन मस्सल पर अधिक दबाव डाल रहे हैं | इस दबाव से एक और हर्निया बनने की सम्भावना बढ़ जाती है | ये आपके पेट का एसिड वापस एसोफेगस में जा सकता है | इससे रिफ्लक्स और हाइपरएसिडिटी हो सकती है |[१०][११]
- धीरे धीरे वज़न कम करने की कोशिश करें | हफ्ते में एक या दो पौंड वज़न ही कम करने की कोशिश करें | अपने डॉक्टर से डाइट और एक्सरसाइज प्लैन में बदलाव लाने के लिए बात करें |
- मुख्य मस्सल को एक्सरसाइज करें: क्योंकि आप भारी वस्तुएं नहीं उठा सकते हैं, ऐसी एक्सरसाइज करें जो आपके मस्सलस को मजबूती और सहारा दें | अपनी पीठ के बल लेट कर इनमें से कुछ स्ट्रेच करने की कोशिश करें:
- अपने घुटनों को ऊपर लायें ताकि आपके पैर थोड़े से मुड़े हुए हैं | अपने दोनों पैरों के बीच तकिया रखें और थाई मस्सलस से तकिये को दबाएँ | अपने मस्सल को रिलैक्स करें और इस स्ट्रेच को दस बार दोहराएं |
- अपने हाथों को अपने दोनों तरफ रखें और दोनों घुटनों को धरती से उठा कर हवा में रखें | हवा में दोनों पैरों से पेडलिंग मोशन करें | ऐसा तब तक करते रहे जब तक आपको एब्डोमेन में स्ट्रेन नहीं महसूस होने लगे |
- अपने घुटनों को ऊपर उठाएं ताकि आपके पैर थोड़े से मुड़े हुए हों | अपने हाथों को सर के पीछे रखें और अपने शरीर को करीब 30 डिग्री से झुका लें | आपका धड़ आपके घुटनों के नज़दीक आना चाहिए | इस स्थिति में कुछ दिन रहिये और फिर छोड़ दें | हर रोज़ 15 बार दोहराएं |
- धूम्रपान बंद कर दें: अगर आपको रिफ्लक्स महसूस कर रहे हैं, तो धूम्रपान छोड़ने का प्रयत्न करें | धूम्रपान से पेट का एसिड बढ़ जाता है, जिससे रिफ्लक्स की स्थिति और बिगड़ सकती है | इसके इलावा अगर आप सर्जरी से हर्निया ठीक करने की सोच रहे हैं तो डॉक्टर आपको सर्जरी से पहले धूम्रपान छोड़ने की सलाह देंगे |
- धूम्रपान आपको सर्जरी के बाद ठीक होना मुश्किल करेगा और इस दौरान वह आपका ब्लड प्रेशर भी बढ़ा सकता है | धूम्रपान आपकी सर्जरी के बाद फिर से इन्फेक्शन या बार बार हर्निया होने की सम्भावना को भी बढ़ाता है |[१२]
संपादन करेंहर्बल रेमेडीज की मदद से
- शेफर्डस पर्स (shepherd's purse) का इस्तेमाल करें: ये पेड़ (वीड समझा जाने वाला) हमेशा से सूजन और दर्द को कम करने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है | शेफेर्ड्स पर्स एसेंशियल आयल को उस स्थान पर लगायें जहाँ आपको हर्निया का दर्द हो रहा है | आप ओरल्ली खाने के लिए शेफर्डस पर्स सप्लीमेंट्स भी ले सकते हैं | हमेशा निर्माता के डोज़िंग निर्देशों का पालन करें | [१३]
- क्षोधों से पता चला है की शेफर्डस पर्स एंटी-इंफ्लेमेटरी है |[१४]इससे इन्फेक्शन भी नहीं होते हैं |
- हर्बल टी पीयें: अगर आपका हर्निया की वजह से जी मचला रहा है, उलटी आ रही है या रिफ्लेक्स हो रहा है तो अदरक की चाय पीयें | अदरक भी एंटी-इंफ्लेमेटरी है और पेट को आराम देता है | अदरक के टी बैग्स ले आयें या एक एक टीस्पून ताज़ी अदरक को काट लें | इस अदरक को खौलते पानी में पांच मिनट के लिए उबालें | खाने से करीब एक घंटे पहले इसको पीने से आराम ज्यादा मिलता है | ये प्रेग्नंट और नर्सिंग कर रही माओं के लिए भी सुरक्षित रहता है |[१५]
- अपने पेट के एसिड को कम करके उसे राहत देने के लिए फेंनेल (Fennel) टी पीने के बारे में सोचें | एक टीस्पून फेंनेल सीड्स को पीस लें और 5 मिनट तक खोलते पानी के कप में डाल कर रखें | दिन में दो या तीन कप इस चाय के पीयें |
- आप पाउडरड या प्रेपरेड मस्टर्ड पानी में मिला कर या केमोमायिल टी भी पी सकते हैं | ये सभी एंटी-इंफ्लेमेटरी होते हैं और एसिड को कम करके आपके पेट को भी शांत कर सकते हैं |[१६]
- लिकोरिस रूट (licorice root) लें: चीयुएबल टेबलेट फॉर्म में लिकोरिस रूट (deglycyrrhizinated licorice root) की तलाश करें | लिकोरिस रूट हाइपरएसिडिटी को कम कर पेट को आराम देने के लिए जानी जाती है | निर्माता के सभी निर्देशों का ध्यान से पालन करना नहीं भूलें | इसका मतलब है हर 4-6 घंटों में 2-3 टेबलेट्स का सेवन करना |[१७]
- ये ध्यान रहे की लिकोरिस रूट से आपकी बॉडी में पोटैशियम की कमी हो सकती है जिससे हार्ट अर्र्हिथमिआज़ (heart arrhythmias) हो सकता है | अगर आपने दो हफ़्तों से ज्यादा लिकोरिस रूट की ज्यादा मात्रा का सेवन किया है तो अपने डॉक्टर से बात करें |
- स्लिप्प्री एल्म (Slippery elm) एक और हर्बल सप्लीमेंट है जो आप ड्रिंक या टेबलेट की तरह ले सकते हैं | ये इर्रिटेटेड टिश्यूज़ को आराम देता है और प्रेगनेंसी में भी इस्तेमाल के लिए सुरक्षित रहता है |[१८]
- एप्पल साइडर विनेगर पी लें: अगर आपको बहुत तीव्र रिफ्लक्स है, तो आप एप्पल साइडर विनेगर पी कर देख सकते हैं | कुछ लोगों का मानना है की ज्यादा एसिड आपके शरीर को फीडबैक इनहिबिशन नाम की प्रक्रिया से बता देगा की कब उसे स्वयं का एसिड प्रोडक्शन कम करना है हांलाकि इस बात पर और क्षोध की ज़रुरत है | 1 टेबलस्पून आर्गेनिक एप्पल साइडर विनेगर को 6 औंस पानी में मिलाएं और पी लें |[१९] अगर आप चाहें तो स्वाद बेहतर बनाने के लिए इस ड्रिंक में थोड़ा सा शहद डाल लें |
- इसका एक और तरीका है खुद का लेमोनेड या लाइमएड बनाना | कुछ टीस्पून प्योर लेमन या लाइम जूस को मिश्रित करें और स्वाद के लिए थोड़ा पानी डालें | अगर आप चाहें तो इस ड्रिंक में थोड़ा सा शहद डाल लें | इसको खाने से पहले, उसके दौरान या उसके बाद पीयें |
- एलो वेरा जूस पीयें: आर्गेनिक एलो वेरा जूस (जेल नहीं) का चुनाव करें और उसका आधा कप पी लें | वैसे तो आप उसे पूरे दिन पी सकते हैं पर कोशिश करें की 1 या दो कप से ज्यादा नहीं पीयें | ऐसा इसलिए क्योंकि एलो वेरा लक्सेटिव की तरह काम करता है |[२०]
- क्षोध से ये बात साबित हुई है की एलो वेरा सिरप इन्फ्लाम्मेशन को कम करके और पेट के एसिड को नयूट्रलायिज़ करके एसिड रिफ्लक्स से आराम दिला देता है |[२१]
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February 3, 2019, 10:30 pm
तंबाकू एक ऐसा खतरनाक प्रोडक्ट होता है, जिसे चबाने की वजह से कई तरह की हैल्थ प्रॉब्लम्स हो सकती हैं, जिनमें हाइ ब्लड प्रैशर, दिल की बीमारी, स्ट्रोक होने का बढ़ा हुआ रिस्क, ल्यूकोप्लैकिया (leukoplakia) और कैंसर होना शामिल है।[१] तंबाकू चबाने की आदत को छोड़ना काफी मुश्किल हो सकता है, लेकिन इसके बदले में आपको जो लाभ मिलेंगे, वो इसके लायक होंगे।
- इसे छोड़ने के लिए एक डेट सेट करें: इसे छोड़ने के लिए एक डेट चुन लेना, आपको आगे आने वाले दिनों के लिए खुद को फिजिकली और इमोशनली तैयार होने का वक़्त मिल जाएगा। लगभग एक महीने बाद की एक डेट चुनें, इस तरह से आपको खुद को तैयार करने का पूरा वक़्त मिल जाएगा, लेकिन इतना ज्यादा आगे का वक़्त भी न चुनें, जिसकी वजह से आप अपने दृढ़ संकल्प को ही खो दें। वैसे तो आप आप ऐसे न जाने कितने ही दिन सेट कर सकते हैं, लेकिन वो लोग, जो अपने प्लान को सेट करके चलते हैं, वो आगे जाकर बहुत आसानी से इस आदत को छोड़ पाते हैं और स्मोक-फ्री बने रहते हैं।[२]
- इसे छोड़ने में मदद पाने के लिए एक शेड्यूल तैयार करें: आप अभी कितने तंबाकू का सेवन करते हैं, अपने शेड्यूल को इसी पर आधारित रखें, फिर धीरे-धीरे इस क्वान्टिटी को कम करते जाएँ। वक़्त के साथ-साथ, धीरे-धीरे इस क्वान्टिटी को कम करने और साथ ही खुद को इसका आदी बनाने के लिए, कैलेंडर का यूज करते हुए अपने क्विट डे के बीच की डेट चुन लें। आप चाहें तो तंबाकू को पूरी तरह से छोड़ने के कुछ हफ्तों पहले तक अपने कंजंप्शन को धीरे-धीरे कम करते रहना का भी तय कर सकते हैं।
- उदाहरण के लिए, अगर आप एक दिन में 1 केन यूज करते हैं, तो फिर अभी हर दो दिन में 1 केन यूज करना शुरू कर दें। फिर, अगले हफ्ते में, हर 4 दिनों में 1 केन यूज करना शुरू कर दें। आप इसे कितना यूज करते हैं, उसे तब तक कम करते रहें, जब तक आप आपके क्विट डेट तक पहुँचने तक पूरी तरह से इसे यूज करना न छोड़ दें।
- क्विट करने के पीछे की अपनी वजह को लिख लें: तंबाकू चबाना छोड़ने के पीछे आपकी क्या वजह या मकसद है? इस बदलाव को लाने के पीछे के अपने पर्सनल मकसद को लिखकर रखने से, आपको आपके उद्देश्य की असल भावना को स्पष्ट करने में मदद मिल सकती है, जो आपको उस वक़्त और भी ज्यादा मदद करेगा, जब आप एक बार फिर से तंबाकू चबाने की तरफ अपना मन डोलता हुआ पाएँ। इसे क्विट करने की अच्छी वजहों में ये शामिल हैं:[३]
- अब आपको तंबाकू चबाने की वजह से आपके दांत और कपड़ों पर पड़े हुए दागों को नहीं साफ करना होगा।
- आपकी साँसें अब बेहतर महकने लगेंगी।
- आपके मुंह के अंदर मौजूद कोई भी घाव जल्दी ठीक हो जाएगी।
- तम्बाकू के जूस का यूज करने के लिए आपको केन या बोतल खोजने के बारे में चिंता करने की कोई जरूरत नहीं होगी।
- अब आपको तंबाकू चबाने के लिए किसी मीटिंग या गैदरिंग को छोड़ने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
- अब आप उन पैसों को बचा सकेंगे, जिन्हें आप तंबाकू खरीदने के ऊपर खर्च करते हैं।
- अपने तंबाकू के इस्तेमाल को फौरन कम करना शुरू करें: तंबाकू छोड़ने का फैसला लेते ही, अपने तंबाकू के सेवन को कम करना शुरू कर दें, इसे लेने की मात्रा को धीरे-धीरे तब तक कम करते जाएँ, जब तक कि आपका क्विट डे करीब न आ जाए। आपके क्विट डे पर आपके सिस्टम में जितना कम निकोटिन होगा, उतना ही बेहतर होगा, क्योंकि अब आपने पहले ही कम चबाना शुरू कर दिया होगा और इसे चबाने की चाहत के ऊपर काबू पाना भी सीख लिया होगा।[४]
- जब भी आपको उसे खाने की तलब लगे, तब उसे चबाने से पहले आप जितनी ज्यादा देर तक इंतज़ार कर सकें, करें।
- कुछ खास जगहों पर नहीं चबाने का फैसला करें: अपने तंबाकू के यूज को कम करने के लिए, कुछ ऐसी खास जगहों की लिस्ट बना लें, जहां पर आप तंबाकू नहीं चबाएंगे, जैसे कि ऑफिस या स्कूल। फिर, जब भी आप इन जगहों पर जाएँ, तब खुद को इसे खाने की तलब से बचाए रखने के लिए, इसे घर पर ही छोड़ जाएँ। इसे करते हुए, आप धीरे-धीरे इस फीलिंग के आदी हो जाएंगे, कि हमेशा बस तंबाकू चबाना ही एक ऑप्शन नहीं होता है।
- इसके पीछे के ट्रिगर्स को पहचानें: हर किसी के ऐसे कुछ ट्रिगर्स जरूर होते हैं, जो उन्हें बुरी लत में डाल देते हैं। इन ट्रिगर्स को पहचानने और इन्हें अपनी लाइफ से निकाल देने से आपको अपने तंबाकू छोड़ने के फैसले की तरफ बने रहने में मदद मिलेगी। इन ट्रिगर्स में, ऐसे लोगों को देखना, जिनके साथ आपको तंबाकू चबाना अच्छा लगता है, किसी खुशनुमा साउंड को सुनना या कोई ऐसी महक, जो आपको तंबाकू चबाने से जोड़े रखती है या फिर सिर्फ स्ट्रेस हो जाना, डर या चिंता होना शामिल है।[५]
- तलब जगाने वाली आदतों के साथ ट्रिगर को संबोधित करने के तरीके के लिए प्लान तैयार करें। उदाहरण के लिए, अगर आप अक्सर काम के बाद चबाया करते हैं, तो इसे किसी दूसरी चीज़ से रिप्लेस कर दें।
- चबाने के किसी और विकल्प को पास में रखें: अपनी पेंट्री को च्विंग गम, फ्रूट च्यूज या फेक डिप से भर लें। काफी लोगों का मानना है, कि अपने पास में चबाने के लिए और कोई चीज़ रखने से, उन्हें अपनी तलब को कम करने में मदद मिलती है, जो तंबाकू चबाना छोड़ने की प्रोसेस को और भी आसान बना देती है।[६]
- क्विट करने में मदद पाने के लिए दवाइयों का यूज करें (ऑप्शनल): अपने डॉक्टर से वेरेनसिलिन (Varenicline) और बुप्रोपियोन (bupropion) जैसे ड्रग्स की प्रिस्क्रिप्शन देने को कहें, जो लोगों को उनकी खतरनाक आदतों से छुटकारा दिलाने में मदद करती हैं और निकोटिन पेचेस (nicotine patches), जो फिजिकल सिम्प्टंस को कम करने में मदद करती है। अब ताकि आपके पास में दवाइयाँ पाने का भरपूर वक़्त रह सके, इसलिए इन्हें पाने के लिए, अपनी क्विट डेट से काफी पहले अपने डॉक्टर के साथ अपोइंटमेंट ले लें। अगर आप प्रिस्क्रिप्शन मेडिकेशन का यूज करते हैं, तो इन्हें अपने चबाना क्विट करने के 1 या 2 हफ्तों पहले लेना शुरू करें।[७]
- क्विट डे पर तंबाकू चबाना छोड़ें: जब फाइनली क्विट डे आ जाए, तब अपनी पूरी विलपावर को समेट लें और खुद को इसे रोकने के लिए फोर्स करें। आपकी तलब शायद बहुत इंटेन्स होगी, लेकिन याद रखें, कि तंबाकू चबाना या इसे किसी भी दूसरी तरह से लेना, कोई ऑप्शन नहीं होता है। अगर आपको उसे लेने की तलब हो ही रही है, तो इसकी जगह पर चबाने के लिए मौजूद अपने दूसरे विकल्पों को यूज करें।
- जब भी आपको अपने इस फैसले के साथ बने रहने में तकलीफ हो, अपने द्वारा लिखे हुए, क्विट करने के फैसले के पीछे की वजहों को पढ़ना शुरू कर दें। बस इतना ही याद रखें, कि ये कितना अच्छा फैसला है और इसकी वजह से आपको बाद में कितना लाभ मिलने वाला है।
- तंबाकू की सारी कड़ियों को बाहर कर दें: आधे खाली हुए तंबाकू के केन्स, दाग लगे हुए कपड़े या तंबाकू की याद दिलाने वाली उन सारी चीजों को इकट्ठा कर लें, जो आपको "सिर्फ एक और बार" उसे चबाने की लालच दिलाने की कोशिश करते हैं। इन सभी चीजों को बाहर निकाल दें और सारे कचरे के जल्द से जल्द उठाए जाने की पुष्टि करें। फिर, खुद को एक नई टी-शर्ट्स, शीट्स, और ऐसी ही दूसरी चीज़ें देकर एक फ्रेश स्टार्ट दें, जो आपको तंबाकू की बदबू से दूर रख सकें।[८]
- उन सभी डेली हैबिट्स को बदल दें, जो आपको तंबाकू चबाने की याद दिलाती हैं: रोज़मर्रा की एक्टिविटीज, जैसे कि टीवी देखना या ऑफिस तक ड्राइव करके जाना आपके तंबाकू चबाने की इच्छा से जुड़ी हो सकती है। किसी दूसरे रूम में जाकर टीवी देखना या ऑफिस जाने के लिए किसी दूसरे रूट का यूज करना, जैसे छोटे-छोटे बदलाव, एक नई हॉबी या एक्टिविटी को चुनने की अपेक्षा में आपके मन को तंबाकू चबाने के खयाल से दूर कर सकते हैं। अपने पूरे दिन को ऐसी अच्छी आदतों से भर डालें, जिन्हें करने में वो वक़्त और एनर्जी लगती हो, जिसे आप पहले तंबाकू चबाने में किया करते थे।[९]
- जरूरत पड़ने पर अपने आप को कुछ अकेला वक़्त दें: तंबाकू छोड़ने की प्रक्रिया आपको, आपके परिवार, फ्रेंड्स और कोवर्कर्स के साथ बात-बात पर नाराजगी जताने वाला इंसान बना सकता है, खासतौर पर शुरुआती कुछ हफ्तों में। जब भी आप खुद को किसी चर्चा के दौरान, नाराज होता हुआ पाएँ, खुद को बहुत आराम से वहाँ से दूर ले जाएँ। लोग इसे समझेंगे और कुछ ही हफ्तों में, आप भी वापस नॉर्मल हो जाएंगे।[१०]
संपादन करेंक्विट करने के लक्षणों से निपटना
- इस बात को याद रखें, कि आपके ये लक्षण खत्म हो जाएंगे: वैसे तो किसी भी चीज़ से उबरना बहुत बुरी फीलिंग होती है, लेकिन ये हमेशा के लिए भी नहीं रहने वाली होती है। ज़्यादातर लोगों को ये उबरने के लक्षण सिर्फ 5 से 7 दिनों तक ही नजर आते हैं, इसलिए अगर आप ट्रेक पर बने रहते हैं, तो चीज़ें खुद-ब-खुद ठीक होना शुरू हो जाएंगी।
- इसे छोड़ना क्यों इतना जरूरी है, की याद दिलाने के लिए अपने द्वारा इसे छोड़ने के लिए लिखी हुई सारी वजहों को याद कर लें।
- अपने तंबाकू के ट्रिगर्स से दूरी बनाए रखें: ऐसे लोगों के साथ में वक़्त बिताना अवॉइड करें, जो तंबाकू खाते हैं और ऐसी सभी जगहों या इवैंट्स से दूर रहें, जहां पर आप अक्सर तंबाकू चबाया करते थे। ये खासतौर पर शुरुआती कुछ हफ्तों में, खुद को इस तरह की लालच में फँसने से बचाए रखने के लिए भी जरूरी होता है। अगर आपको ऐसा लगता है, कि इन इंटरनल ट्रिगर्स की वजह से आपका संकल्प कमजोर होते जा रहा है, तो अपने सपोर्ट ग्रुप के किसी मेम्बर को या थेरेपिस्ट को कॉल कर लें।[११]
- ऐसे लोगों का सपोर्ट ग्रुप जॉइन कर लें, जो आपके स्ट्रगल को समझते हों: निकोटिन एनोनिमस (Nicotine Anonymous) और ऐसे ही दूसरे सपोर्ट ग्रुप्स, आपको आप जिस स्थिति से गुजर रहे हैं, के बारे में बात करने का मौका देते हैं। अपने एरिया में किसी एक को जॉइन करने के बारे में सोचें या ऐसे फ्रेंड्स से मिलें, जो कभी तंबाकू चबाया करते थे और आपके साथ में अपने एक्सपीरियंस को शेयर करना चाहते हों।[१२]
- चिंता और उबरने के लक्षणों के ऊपर मदद पाने के लिए किसी थेरेपिस्ट से बात करें: इस तरह की एडिक्शन के ऊपर कुशलता पाए हुए थेरेपिस्ट के लिए ऑनलाइन सर्च करें। एक थेरेपिस्ट आपको इस तरह के बड़े फैसले के वजह से होने वाली एंटीसिपेशन, एक्साइटमेंट और डर की भावना से उबरने में मदद कर सकता है। इसके साथ ही, वो आपके लिए, उबरने वाले उन लक्षणों से निपटने के लिए एक प्लान भी तैयार करके दे सकते हैं, जो कि फिजिकली डिफिकल्ट होने के साथ ही इमोशनली भी उतने ही डिफिकल्ट होते हैं।[१३]
- रेशनलाइज़ेशन (rationalizations) के सामने अपने घुटने न टिकने दें: रेशनलाइज़ेशन ऐसी हानिकारक सोच है, जो आपको फिर से तंबाकू चबाने के लिए मनाने की कोशिश करती है। इस तरह की सोच की असलियत को पहचानने की कोसिश करें और उन से उबरने के लिए अपने पास में प्लान तैयार रखें। जैसे कि, अगर आप अपने आप में ही ऐसा सोचते हैं, कि "एक बार और चबाने में नुकसान ही क्या है?" इस बात को पहचानें, कि ये विचार असलियत पर आधारित नहीं हैं और फौरन अपने लिए चबाने के दूसरे विकल्प को पकड़ लें। कुछ कॉमन रेशनलाइज़ेशन में ये शामिल हैं:[१४]
- “क्या तुम खुद को तड़पा कर मार डालोगे।”
- "ये आजाद लोगों का देश है।"
- "मैं अपनी लाइफ के पूरे मजे लेने वाला हूँ।"
संपादन करेंतंबाकू से मुक्त बने रहना
- उन हैबिट्स को बनाए रखें, जिसने आपको क्विट करने में मदद की है: कुछ 2 या 3 हफ्तों के बाद, तंबाकू को लेकर आपकी तलब खुद ही कम होने लग जाएगी। हालांकि, आपको अभी भी, निकोटिन ट्रिगर्स और रेशनलाइजिंग विचारों जैसी दूसरी तरह की तलब का सामना करना होगा। उस मेथड का यूज करना जारी रखना, जिसने आपको उस शुरुआती दौर से बाहर निकाला है और जिन से आपको कोई मदद न मिली हो, उन्हें भूल जाएँ। अगर जरूरत हो, तो अपने फैमिली मेंबर्स से अपने स्ट्रगल के बारे में बात करें, अपने थेरेपिस्ट को कॉल करें या अपने सपोर्ट ग्रुप तक जाएँ।[१५]
- अपनी पर्सनल विक्ट्री (जीत) को सेलिब्रेट करें: 2 हफ्ते में तंबाकू खाना बंद, 3 महीने में तंबाकू-मुक्त होना और 1 साल में तंबाकू का नाम तक भूल जाना, जैसे क्विटिंग माइलस्टोन्स सेट करें। जब वो दिन आते जाएँ, तब आपके द्वारा तंबाकू चबाना छोड़ने की वजह से बचाए हुए पैसों का यूज करके, अपने लिए एक रिवार्ड खरीदकर, बाहर डिनर पर जाकर या एक ट्रिप पर जाकर, इन सभी दिनों को सेलिब्रेट करें। तंबाकू चबाना छोड़ना बहुत मुश्किल काम होता है और आपकी जीत भी सेलिब्रेट करने के लायक तो है![१६]
- किसी भी वजह से इसकी लत को दोबारा न लगने दें: कमजोर पड़ना या एक बार फिर से तंबाकू चबाने की तलब जागना, किसी पुराने तंबाकू के यूजर के लिए एक कॉमन बात हो सकती है। अगर आप भी कमजोर पड़ जाते हैं, तो सोचें, कि आखिर ऐसा हुआ भी क्यों और उन ट्रिगर या रेशनलाइजिंग विचारों को पहचान लें, को शायद इसके पीछे की वजह रहे हैं। कमजोर पड़ने का मतलब ये नहीं होता, कि आप हार गए हैं, लेकिन अपनी की हुई इस गलती को फिर से एक लत में नहीं बनने देने का खयाल रखना जरूरी होता है।[१७]
- अपनी गलतियों को सीरियसली लें। आपके साथ जो भी हुआ, उसे बताने के लिए अपनी फैमिली, थेरेपिस्ट या सपोर्ट ग्रुप को कॉल करें। अपने विचारों को लिख लें और खुद को हमेशा याद दिलाते रहें, कि क्विट करना आखिर क्यों आपके लिए इतना जरूरी है।
- अगर आप फिर से लत में पड़ जाते हैं, तो फिर से शुरुआत पर पहुँच जाएँ। आपके लिए क्या काम आया और क्या नहीं, के बारे में सोचें और एक बार फिर से कोशिश करें। एक स्ट्रॉंग मकसद और सॉलिड प्लान के साथ, आप फिर से इस आदत को अपने अच्छे के लिए छोड़ पाएंगे।
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February 4, 2019, 11:00 pm
ज़्यादातर घरों में मक्खियाँ बहुत बड़ी परेशानी की वजह हुआ करती हैं, खासतौर पर साल के गरम मौसम में। हालांकि, ऐसे कुछ स्टेप्स हैं, जिन्हें आप आपके घर में मौजूद मक्खियों को हटाने के लिए यूज कर सकते हैं।
- बड़ी मक्खियों को पकड़ने के लिए लाइट ट्रेप यूज करना: यूवी (UV) लाइट ट्रेप्स मक्खियों के साथ-साथ, इससे भी बड़ी स्पेसीज़ और पेस्ट इन्सेक्ट्स को पकड़ने का सबसे अच्छा तरीका होते हैं। मक्खियाँ लाइट से ललचा जाती हैं और फिर ये एक ट्रेप्ड ग्लू बोर्ड में चिपक जाती हैं या एक इलेक्ट्रिक शॉक से मारी जाती हैं।[१]
- अपने लाइट ट्रेप को जमीन पर से कम से कम 4-6 फीट (1.2-1.8 मीटर्स) की ऊँचाई पर रखें।
- इस लाइट ट्रेप को एक ऐसी जगह पर रखें, जहां से ये बाहर से न दिखाई दे, ताकि ये लाइट आपके घर में और दूसरी नई मक्खियों को आने का लालच न देने पा सके।
- एक ऐसे लाइट ट्रेप को यूज किए जाने की पुष्टि कर लें, जिसे सिर्फ इंडोर यूज के लिए ही डिजाइन किया गया हो, क्योंकि एक हाइ वोल्टेज बग जेपर्स की वजह से बहुत ज्यादा गंदगी फैल सकती है।
- मक्खियों को पकड़ने के लिए फ़्लाइ टेप यूज करें: फ़्लाइ टेप या फ़्लाइ पेपर को भारी मात्रा में बड़ी एडल्ट फ्लाइस को पकड़ने का एक सबसे सिंपल और इफेक्टिव टूल माना जाता है। फ़्लाइ टेप (जैसे TAT या Black Flag) का एक या और ज्यादा रोल खरीद लें और उसे उस जगह पर लटका दें, जहां पर मक्खियाँ ज्यादा इकट्ठी हुआ करती हैं।[२]
- फ़्लाइ टेप को कभी भी ऐसी किसी जगह पर ऊपर मत लटकाएँ जहां पर आप खाना बनाते या खाते हैं। मक्खियाँ या मरी हुई मक्खी की बॉडी उससे हट सकती है और ये टेप से नीचे भी गिर सकते हैं।
- फ्रूट फ्लाइस को पकड़ने के लिए विनिगर या वाइन टेप का यूज करें: फ्रूट फ्लाइस को रेड वाइन और एप्पल साइडर विनिगर जैसे फरमेंटेड फ्रूट प्रोडक्ट्स काफी पसंद होते हैं। आप अगर चाहें तो, फ्रूट फ्लाइस को पकड़ने और उन्हें मारने के लिए, वाइन या विनिगर का यूज करते हुए काफी सिंपल से ट्रेप तैयार कर सकते हैं:[३]
- एक बॉटल या ज़ार में एप्पल साइडर विनिगर भर दें और उसकी ओपनिंग को प्लास्टिक रैप से कवर कर दें। प्लास्टिक रैप को उसकी जगह पर बनाए रखने के लिए एक रबर बैंड का यूज करें। प्लास्टिक रैप में छोटे-छोटे होल्स कर दें, ताकि फ्रूट फ्लाइस को विनिगर की महक आ सके और वो उसमें अंदर जा सकें। फ्लाइस अब बाहर नहीं निकल पाएँगी और विनिगर में ही डूब जाएंगी।
- एक बाउल में जरा सा विनिगर रखें और उसमें डिश सोप की कुछ बूंदें मिला लें। डिश सोप सर्फ़ेस टेंशन को बिगाड़ देगा, जिसकी वजह से अगर मक्खियाँ लिक्विड की सर्फ़ेस पर रुकने की कोशिश करेंगी, तो वो डूब जाएंगी।
- एक रेड वाइन की बॉटल में, जरा सी रेड वाइन छोड़कर, उसे खुली छोड़ दें। फ्लाइस बॉटल में आसानी से एंटर कर लेंगी, लेकिन उनको बाहर निकलने में बहुत तकलीफ होगी।
- आप चाहे तो कभी भी Aunt Fannie’s FlyPunch! या Terro fruit fly traps एक रेडी-मेड ट्रेप्स खरीद सकते हैं।
- अपने किचन को साफ रखकर, सभी फ्रूट्स को कवर करके रखकर और कचरे बगैरह को और बाकी के किसी भी गंदे सामान को फौरन ही बाहर निकालकर, आप मक्खियों को दूर रख सकते हैं।
- एक इलेक्ट्रोनिक पैडल स्वेटर से फ्लाइस को मार दें: इलेक्ट्रोनिक स्वेटर्स को, ट्रेडीशनल फ़्लाइ ट्रेपर के मुक़ाबले जरा ज्यादा साफ-सुथरा विकल्प माना जाता है। ये किसी भी फ्लाई या और दूसरे इन्सेक्ट्स के कांटैक्ट में आते ही, उन्हें मार देते हैं, वो भी स्वेटर से मक्खी को कुचले और गंदगी फैलाए बिना।[४]
- इलेक्ट्रोनिक स्वेटर्स वैसे तो बहुत सेफ होते हैं, लेकिन इन से फिर भी एक अनकम्फ़र्टेबल शॉक लग सकता है। इन्हें पैट्स और बच्चों की पहुँच से दूर रखें।
संपादन करेंइन्सेक्टीसाइड्स यूज करना
- दरवाजों पर पाइरिथ्रम (pyrethrum) स्प्रे छिड़कें: पाइरिथ्रम बाकी सबकी तुलना में सेफ इन्सेक्टीसाइड होता है, जिसे क्रिसैन्थमम (chrysanthemum) फ्लावर्स से निकाला जाता है। इसके नेचुरल रूप से पाए जाने वाले पदार्थ, पाइरेथ्रोइड्स के समान केमिकल्स से बने सिंथेटिक रूप भी पाए जाते हैं।[५] दरवाजों पर स्प्रे करने से फ्लाइस को घर में आने से रोके रखने में मदद मिलती है।[६]
- फ्लाइस को सीधे पाइरिथ्रम स्प्रे से मार डालें: दरवाजों पर यूज करने के साथ ही, आप अगर चाहें तो मक्खियों को मारने के लिए, पाइरिथ्रम स्प्रे को सीधे उनके ऊपर भी स्प्रे कर सकते हैं। हालांकि, पाइरिथ्रम प्रोडक्ट्स को खाने और खाना तैयार करने वाली जगहों पर न यूज किए जाने को लेकर सावधान रहें। वैसे तो पाइरिथ्रम सेफ होता है, लेकिन अगर इन्हें निगल लिया जाए या बड़ी मात्रा में इन्हेल कर लिया जाए, तो ये हयूमन्स और पैट्स के लिए नुकसानदेह हो सकता है। [७] मैन्युफ़ेक्चरर के सेफ़्टी इन्सट्रक्शन्स को सावधानी से फॉलो करें।
- इन्सेक्टीसाइड फ़्लाइ बैट (fly bait) का यूज करें: मार्केट में कमर्शियल फ़्लाइ बैट की बड़ी वेराइटी मौजूद है। फ्लाइस बैट्स को खा लेते हैं और इन्सेक्टीसाइडल इंग्रेडिएंट्स की वजह से पॉइजन्ड हो जाते हैं। बैट्स को प्री-बैटेड ट्रेप्स, पेलेट्स या लिक्विड सोल्यूशंस के फॉर्म में खरीदा जा सकता है, जिन्हें उन जगहों पर अप्लाई किया जा सकता है, जहां पर मक्खियाँ इकट्ठा हुआ करती हैं।[८]
- Ortho Home Defense Fly Killer Window Decal फ़्लाइ बैट का एक पॉपुलर फॉर्म है। इनको सीधे ग्लास विंडो में जोड़ दिया जाता है। फ्लाइस उसके ऊपर लगी हुई पेस्टिसाइड कोटिंग को खा लेती है और आमतौर पर सीधे विंडोसिल पर या उसके आसपास ही मर जाती है।
- फ़्लाइ बैट्स बच्चों और पैट्स के लिए हानिकारक हो सकते हैं, इसलिए पहले मैन्युफ़ेक्चरर के इन्सट्रक्शन्स को फॉलो करने की पुष्टि कर लें और उन्हें किसी ऐसी जगह पर यूज करें, जो बच्चों और पैट्स की पहुँच से दूर हो।
संपादन करेंनेचुरल फ़्लाइ रेपलेंट (Fly Repellants) और किलर्स (Killers) तैयार करना
- फ्लाइस को मारने और दूर रखने के लिए एशेन्सियल ऑइल्स का यूज करें: काफी सारे प्लांट्स नेचुरल इन्सेक्टीसाइड्स और इन्सेक्ट रेपलेंट्स प्रोड्यूस किया करते हैं। इस तरह के प्लांट्स से निकलने वाले एशेन्सियल ऑइल्स काफी मददगार होते हैं और ये आपके घर में मौजूद फ्लाइस को मारने और घर से दूर करने का काफी सेफ तरीका होता है। थाइम (thyme), क्लोव (clove), गरेनियम (geranium), बेसिल (basil), लैवेंडर (lavender), लेमनग्रास (lemongrass) और पेपरमिंट (peppermint) इन सभी एशेन्सियल ऑइल्स में फ़्लाइ रेपलेंट्स या इन्सेक्टीसाइडल प्रॉपर्टीज़ पाई जाती हैं।[९]
- मक्खियों के इकट्ठे होने वाली जगह पर एशेन्सियल ऑइल स्प्रे का यूज करें।
- एक एशेन्सियल ऑइल डिफ्यूजर में फ़्लाइ रेपलेंट की कुछ बूंदें डालें और इसे उस रूम में रख दें, जहां पर मक्खियों की प्रॉब्लम होती है।
- अपने घर में फ़्लाइ रेपलेंट हर्ब्स लगा लें: बेसिल (तुलसी), तेजपत्ता (bay leaf), मिंट (mint), रोजमेरी (rosemary) और लैवेंडर, ये सभी ऐसे हर्ब्स हैं, जिन्हें मक्खियाँ अवॉइड किया करती हैं।[१०] अपनी किचन की विंडो में हर्ब्स उगाना, अपनी कुकिंग के लिए फ्रेश हर्ब्स और मसाले पाने के लाभ के साथ ही मक्खियों को घर से दूर रखने का अच्छा रास्ता होता है।
- मक्खियों को मारने के लिए डायटोमेसियस (Diatomaceous) मिट्टी का यूज करें: डायटोमेसियस मिट्टी एक नॉन-टॉक्सिक इन्सेक्टीसाइड डस्ट होती है, जो इन्सेक्ट्स के एक्सोस्केलेटन और बाहरी हिस्से को नुकसान पहुंचाकर काम करता है। अपने हाउसप्लांट्स में, गार्बेज केन्स में और मक्खियों के इकट्ठे होने वाली सारी जगहों पर डायटोमेसियस मिट्टी भरने के लिए छोटे से पेस्टिसाइड डस्टर का यूज करें।[११]
- खाना और खाने के हिस्सों को फौरन साफ कर दें: मक्खियाँ अक्सर गीले ओर्गेनिक मटेरियल की ओर अट्रेक्ट हुआ करती हैं, जो उनके लिए फूड सोर्स के साथ-साथ अपने अंडे छोड़ने की जगह की तरह काम करती है। पुष्टि कर लें, कि उन्हें आपके घर में मौजूद फूड, गार्बेज या कम्पोस्ट तक एक्सेस नहीं प्राप्त है।[१२]
- ह्यूमन और पैट फूड को फ्रिज में या फिर टाइटली सील किए हुए कंटेनर में ही रखा करें।
- बर्तनों को यूज के फौरन बाद धो लें।
- गिरे हुए खाने को नजर आने के फौरन बाद साफ कर दें।
- खराब हुए फूड को कवर किए हुए गार्बेज केन या सिंक डिस्पोजल में डिस्पोज़ कर दें।
- अपने गार्बेज एरिया को सील किया हुआ और साफ रखें: गार्बेज और कम्पोस्ट को अच्छी तरह से सील किए हुए कंटेनर में रखें और गार्बेज को बाहर निकालते रहा करें। गार्बेज कंटेनर लिड और लाइनर के नीचे प्यूपा या मैगोट्स (भुनगी जैसे कीड़ों) के लक्षणों की तरफ नजर बनाए रखें। अपने गार्बेज और कम्पोस्ट कंटेनर्स को गरम, और सोप वाले पानी से धोते रहा करें।[१३]
- डाइपर्स और एनिमल वेस्ट को बाहर निकाल दें: अगर आपके पास में बिल्लियाँ हैं, तो अपनी बिल्ली के लिटर (litter) को भी चेंज करते रहा करें। डाइपर बिन भी मक्खियों के आकर्षण का केंद्र होते हैं। ह्यूमन या एनिमल वेस्ट रखे हुए गार्बेज को जल्दी से जल्दी अपने घर से बाहर निकालने की कोशिश करें।[१४]
- अपलायन्स को अंदर और बाहर से साफ करें: फ्रिज और किचन के दूसरे अपलायन्स को गरम और साबुन के पानी से अंदर और बाहर से, खासकर उन जगहों पर, जहां पर मक्खियों के इकट्ठा होने की परेशानी देखी जाती है, साफ करें।[१५] इन एरिया को साफ करने के बाद, अच्छी तरह से पानी से साफ कर लें और आपके द्वारा यूज किए गए किसी भी मोप, स्पंज या क्लीनिंग रैग्स को निचोड़ लें और मोप्स और रैग्स को सूखने के लिए लटका दें। मक्खियाँ गीले और गंदे रैग्स में भी ब्रीड कर सकती हैं।
- अपने ड्रेन्स को साफ करें: ड्रेन में किसी भी ओर्गेनिक मटेरियल का जमना भी मक्खियों की कुछ स्पेसीज़ को अट्रेक्ट कर सकता है। ब्लॉक हुए या रुके हुए ड्रेन्स से ओर्गेनिक मटेरियल को निकालने के लिए प्लंजर या ड्रेन क्लीनिंग टूल का यूज करें, फिर एक कडक ब्रश से ड्रेन को क्लीन कर दें।[१६]
- क्लोरीन ब्लीच और Drano जैसे कमर्शियल ड्रेन क्लीनर्स, ड्रेन्स में मौजूद मक्खियों के संक्रमण को कम करने में प्रभावी नहीं होता है।
- अगर स्क्रब करने बस से कोई फायदा नहीं होता है, तो Bio-Clean जैसे किसी एक एंटीबैक्टीरियल ड्रेन क्लीनर का यूज करके देखें। आपके द्वारा अपने सेप्टिक सिस्टम के साथ कंपेटिबल प्रोडक्ट को चूज करने की पुष्टि कर लें। अच्छे प्रभाव पाने के लिए, इस तरह के प्रोडक्ट्स को कुछ हफ्तों के अंदर कई बार अप्लाई किया जाना पड़ता है।
- अपने ड्रेन्स को एस-हाइड्रोप्रीन (S-hydroprene,Gentrol), एक जेंटल इन्सेक्टीसाइड्स जो मक्खियों के लार्वा को पनपने से रोकता है।
- विंडोज और डोर्स पर स्क्रीन्स का यूज करें: विंडोज और डोर्स, मक्खियों के लिए आपके घर में घुसने का सबसे आसान रास्ता होते हैं। अगर आपको हवा पाने के लिए विंडोज और डोर्स को खोले रखना पड़ता है, तो फिर इन्सेक्ट्स और मक्खियों को घर से बाहर ही रखे रहने की पुष्टि करने के लिए, इन पर स्क्रीन्स यूज करना न भूलें। स्क्रीन्स पर होल्स बगैरह की जांच कर लें और किसी भी पैच या डैमेज स्क्रीन्स को रिप्लेस कर दें।[१७]
- अपने घर के खुले हुए हिस्सों पर स्क्रीन लगा दें: मक्खियाँ छत से या छत से लगी हुई खुली जगह से और हर उस जगह से भी अंदर आ सकती हैं, जो आपके घर के अंदर और बाहर के हिस्से से कनेक्ट होता है। आप अगर इनमें से हवा को आने देना चाहते हैं, तो इन्हें स्क्रीन से कवर कर लें, और मक्खियाँ घर में एंटर होने से रोक दें।[१८]
- पाइप्स के आसपास की दरारों, गड्ढ़ों और जगहों को भर दें: अगर आपको ऐसा शक है, कि मक्खियाँ खुली हुई दरारों या जगहों से घर में अंदर आ रही हैं, तो इन जगहों को स्पैकल, कॉल्क, या एक्सपांडिंग फ़ोम से भर लें।[१९]
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February 5, 2019, 11:30 pm
पेट के संक्रमण (stomach virus) या स्टमक फ्लू में गंभीरता बहुत कम पाई जाती है लेकिन कुछ दिनों तक यह आपकी हालत खराब कर सकता है | हमारा शरीर वायरस से अपने आप छुटकारा पा लेता है लें यहाँ कुछ चीज़ें बताई जा रही हैं जिनसे आप अपने शरीर को इन कीड़ों से लड़ने में सक्षम बना सकते हैं और साथ ही बेहतर फील कर सकते हैं | अधिक जानकारी के लिए आगे पढ़ते रहें | (Pet ka Infection, Pet Dard Kaise Kam Kare)
- आइस चिप्स और साफ़ तरल से खुद को हाइड्रेट करते रहें: किसी भी स्टमक फ्लू में सबसे ज्यादा रिस्क डीहाइड्रेशन (dehydration) की होती है | इसीलिए अपने शरीर से इन वायरस को बाहर निकालने के लिए जितना हो सके खुद को हाइड्रेटेड रखना जरुरी होता है |
![Get Rid of a Stomach Virus Step 01.jpg]()
- आपको वयस्क के तौर पर हर घंटे 250 मिलीलीटर पानी पीना चाहिए | बच्चो को हर 30 से 60 मिनट में 30 मिलीलीटर पानी की जरूरत होती है |[१]
- बड़े-बड़े घूँट पीने की बजाय धीरे-धीरे छोटे सिप पीना चाहिए | एक साथ पानी पीने की बजाय अगर आप तरल को अपने सिस्टम से धीरे-धीरे इंट्रोड्यूस कराते हैं तो तरल पेट में ज्यादा इफ़ेक्टिवली रह पाएंगे |
- रिकवर होने के लिए पिया जाने वाला बहुत सारा पानी आपके सिस्टम में कुछ इलेक्ट्रोलाइट्स (electrolytes) को डायल्युट कर सकता है इसलिए पेट में इन्फेक्शन होने पर अपने ड्रिंकिंग रूटीन में इलेक्ट्रोलाइट सलूशन को शामिल करने की कोशिश करें | इसके अलावा, पानी की कमी होने के साथ ही सोडियम, पोटैशियम और अन्य इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी भी हो जाती है | इलेक्ट्रोलाइट सलूशन इन मिनरल्स की कमी को पूरा करने में मदद करते हैं |
- इस कमी को पूरा करने के लिए अन्य ड्रिंक्स में शामिल हैं-डायल्युटेड जूस, डायल्युटेड स्पोर्ट्स ड्रिंक्स, क्लियर ब्रोथ और डीकैफीनेटेड टी |
- शुगर युक्त ड्रिंक्स लेने से बचें | अपने सिस्टम में नमक के बिना चीनी डालने से भी डायरिया की कंडीशन बदतर हो सकती है | सभी कार्बोनेटेड, कैफीनेटेड और अल्कोहलिक ड्रिंक्स लेने से भी बचना चाहिए |
- अगर ड्रिंक्स को सहन करना मुश्किल हो तो इन्हें लेने की बजाय इनके आइस चिप्स या पोप्सिकल्स (घर की जमी हुई बर्फ) चूसें |
- ब्लैंड डाइट से आराम पायें: जैसे ही पेट फिर से सॉलिड फ़ूड लेने लायक हो जाए, आपको न्यूट्रीएंट्स की कमी को पूरा करने के लिए खाना शुरू करना चाहिए | हालाँकि ऐसे साइंटिफिक एविडेंस बहुत कम देखे गये हैं जो ये बताते हों कि सॉलिड फूड्स की अपेक्षा ब्लैंड फूड्स को पचाना ज्यादा आसान होता है लेकिन अधिकतर लोग मितली की कंडीशन में इन्हें लेने पर बेहतर महसूस करते हैं |
- ट्रेडिशनली ब्लैंड डाइट BRAT डाइट होती है, जिसमें केला, चावल, एप्पल सॉस और टोस्ट शामिल होते हैं | अन्य अच्छे ऑप्शन्स हैं- बगैर बटर के बेक्ड पोटैटो, ब्रेड से बने प्रोडक्ट जैसे बगेल्स (bagels), प्रेत्ज़ेल्स (pretzels) और क्रैकर्स |
- ऐसा आपको केवल एक या दो दिन ही करना है | ब्लैंड फूड्स खाना निश्चित रूप से कुछ न खाने से बेहतर है लेकिन अपनी रिकवरी के दौरान इन पर पूरी तरह से भरोसा करने से शरीर को पेट के इन्फेक्शन से लड़ने के लिए जरुरी न्यूट्रीएंट्स नहीं मिल पाएंगे |
- जितना जल्दी हो सके, अपनी नार्मल डाइट पर वापस आ जाएँ: एक या एक से ज्यादा दिन तक ब्लैंड डाइट पर रहने के बाद आपको अपने ईटिंग रूटीन में फिर से नार्मल फूड्स लेना शुरू कर देना चाहिए | ब्लैंड फूड्स पेट में अच्छी तरह से सेट हो सकते हैं लेकिन इनसे इन्फेक्शन से छुटकारा पाने के लिए जरुरी सभी न्यूट्रीएंट्स नहीं मिल पाते |
- फिर से पेट में इन्फेक्शन होने से बचने के लिए अपनी डाइट में धीरे-धीरे नार्मल फूड्स शामिल करें |
- इस पॉइंट पर लो-शुगर कार्बोहाइड्रेइट्स बेहतरीन चॉइस होते हैं जिनमे प्लेन सीरियल्स और अनाज शामिल होते हैं | अन्य अच्छे ऑप्शन्स हैं- छिले हुए फल, लीन प्रोटीन जैसे एग्स, चिकन और फिश और सिंपल वेजिटेबल्स जैसे ग्रीन बीन्स और गाजर |[२]
- थोड़ी कम चीनी वाला दही खाएं | ऐसी मान्यता है कि फ़र्मेंटेड डेरी प्रोडक्ट्स पेट की खराबी को जल्दी ठीक कर देते हैं | इसके अलावा, दही में पाए जाने वाले बैक्टीरिया "अच्छे" बैक्टीरिया माने जाते हैं जो पेट के अंदर की गड़बड़ी को ठीक करने में मदद करते हैं जिसके कारण शरीर को पेट के वायरस से लड़ने में मदद मिलती है |
- साफ़-सफाई रखें: पेट के वायरस काफी स्ट्रोंग होते हैं और कुछ समय तक मानव शरीर के बाहर भी सर्वाइव कर सकते हैं | बल्कि, एक बार पूरी तरह से इनसे रिकवर होने के बाद भी आप किसी अन्य व्यक्ति से इसी वायरस से संक्रमित हो सकते हैं | बार-बार इन वायरस से संक्रमित होने से बचने के लिए ध्यान रखें कि आप और आपके रहने की जगह हमेशा साफ़-सुथरी रहे |
- पेट का फ्लू, फ़ूड पाइजनिंग से अलग होता है लेकिन यह भी फ़ूड के द्वारा ही फ़ैल सकता है | जब आप बीमार हों तब किसी के भोजन को न छुएं और खाना खाने से पहले हमेशा साबुन और पानी से अच्छी तरह से हाथ धोएं |[३]
- आराम करें: किसी भी बीमारी में आराम एक बहुत अच्छी दवा होती है | रेस्ट करने से शरीर पेट के फ्लू से लड़ने के लिए सक्षम हो जाता है |
- पेट के फ्लू का सामना करते हुए अपने डेली रूटीन के काम पूरी तरह से बंद कर देना चाहिए | सामान्य परिस्थितियों में शरीर को अपने काम अच्छी तरह से करने के लिए 6 से 8 घंटे की नींद की जरूरत होती है और जब आप बीमार होते हैं तब सामान्य रेस्ट की अपेक्षा कम से कम दोगुना रेस्ट करना चाहिए |
- सुनने के बहुत अजीब लग सकता है लेकिन इस कंडीशन में उन सभी चीज़ों की चिंता करना छोड़ना चाहिए जिन्हें आप नहीं कर पा रहे हैं | चिंता करने से शरीर को स्ट्रेस झेलना पड़ता है जिससे शरीर को फ्लू से लड़ने में और परेशानियों का सामना करना पड़ता है |
- वायरस को अपना काम करने दें: अंततः पेट के फ्लू से छुटकारा पाने के लिए आप वास्तव में अगर कुछ कर सकते हैं तो इन्हें अपना काम करने दें | जब तक ऐसी कोई कंडीशन न हो जिसमे आपका इम्यून सिस्टम कमज़ोर हो तब तक आपका शरीर नेचुरली वायरस से लड़ने में सक्षम होगा |
- इसीलिए कहा जाता है कि जरुरी देखभाल पेट के फ्लू से छुटकारा पाने का सबसे अहम हिस्सा है | यहाँ दी गयी सभी सलाह का उद्देश्य आपके शरीर को इन वायरस से लड़ने के लिए सक्षम बनाना है | अगर आप अपने शरीर की देखभाल नहीं करेंगे तो शरीर को रिकवर होने के लिए संघर्ष करना पड़ेगा |
- अगर आपके इम्यून सिस्टम में किसी प्रकार की कोई डेफिशियेंसी हो तो पहला लक्षण दिखाई देते ही डॉक्टर को कॉल करें |
संपादन करेंकुछ होम रेमेडीज (Pet Dard ke Liye Home Remedies)
- अदरक का इस्तेमाल करें:[४] जिन्जर का इस्तेमाल ट्रेडिशनली रूप से मितली और पेट के दर्द में किया जाता है | जिंजर एल और जिंजर टी का इस्तेमाल अधिकतर पेट की गड़बड़ियों को ठीक करने में किया जाता है |
- फ्रेश जिंजर टी बनाने के लिए आपको 250 मिलीलीटर पानी में अदरक की ½ इंच (1.25 सेंटीमीटर) की दो से चार स्लाइसेस पांच से सात मिनट तक उबालना होंगी | पीने योग्य गर्म रहने तक ठंडा होने दें और फिर सिप लें |
- जिंजर एल (अदरक मिश्रित झागदार शराब) और हर्बल जिंजर टी स्टोर्स पर आसानी से मिल जाती है |
- जिंजर पेय के अलावा आप जिंजर कैप्सूल और ऑयल्स का इस्तेमाल भी कर सकते हैं जो हेल्थ स्टोर्स या ड्रग स्टोर्स के सप्लीमेंट सेक्शन में मिल जाते हैं |
- पेपरमिंट से लक्षणों में आराम पायें: पेपरमिंट में सुन्न करने के गुण पाए जाते हैं इसलिए ऐसा माना जाता है कि इससे मितली और पेट के दर्द में आराम मिल सकता है | आप पेपरमिंट को एक्सटर्नली और इंटरनली दोनों रूप में ले सकते हैं |
- आप पेपरमिंट को एक्सटर्नली लेने के लिए पेपरमिंट टी पी सकते हैं, साफ़ पेपरमिंट लीफ चबा सकते हैं या पेपरमिंट कैप्सूल के सप्लीमेंट ले सकते हैं | हर्बल पेपरमिंट टी कई स्टोर्स पर मिल जाती है या फिर इसे 250 मिलीलीटर पानी में कुछ पत्तियां उबालकर फ्रेश भी बनाया जा सकता है |
- पेपरमिंट से एक्सटर्नली बेनिफिट पाने के लिए, एक कपडे को थोडी पेपरमिंट टी में भिगोयें या एक ठन्डे पानी में भीगे हुए कपडे पर पेपरमिंट ऑइल की दो-तीन बूँद डालें |
- एक्टिवेटिड चारकोल कैप्सूल लें:[५] कुछ हेल्थ फ़ूड स्टोर्स अपने सप्लीमेंट सेक्शन में एक्टिवेटिड चारकोल टेबलेट्स बेचते हैं | ऐसा माना जाता है कि एक्टिवेटिड चारकोल टोक्सिन को शरीर से बाहर निकालता है और पेट के टोक्सिंस को निष्क्रिय बनाने में मदद कर सकते हैं |
- दुर्घटनावश ओवरडोज़ लेने से बचने के लिए एक्टिवेटिड चारकोल के लेबल पर दिए गये इंस्ट्रक्शन्स नको फॉलो करें | आमतौर पर आप एक बार में कई सारे कैप्सूल ले सकते हैं और एक दिन में कई सारे डोज़ ले सकते हैं |
- सरसों के पानी से नहायें:[६] सुनने में बहुत अजीब लगता है लेकिन नहाने के गुनगुने पानी में थोडा सा सरसों पाउडर मिलाने से थोडा आराम मिल सकता है | प्राचीन उपचारों के अनुसार, सरसों में शरीर की अशुद्धियों को बाहर निकालने की क्षमता होती है और यह साथ ही ब्लड सर्कुलेशन को भी सुधारता है |
- अगर आपको फीवर न हो तो गर्म पानी का इस्तेमाल भी कर सकते हैं लेकिन अगर आपको फीवर है तो शरीर का तापमान बढ़ने से रोकने के लिए पानी गुनगुना ही लें |
- एक टब पानी में 2 बड़ी चम्मच (30 मिलीलीटर) पिसा सरसों पाउडर और ¼ कप (60 मिलीलीटर) बेकिंग सोडा डालें | इसे अच्छी तरह से मिलने तक हिलाएं और फिर 10 से 20 मिनट के लिए इस बाथ वाटर में खुद को भिगोये रखें |
- अपने पेट पर एक गर्म टॉवल रखें: अगर पेट की मसल्स को बहुत ज्यादा काम करना पड़े तो उनमे ऐंठन शुरू हो जाती है इसलिए एक गर्म टॉवल या गर्म हीटिंग पैड को पेट पर रखने से दर्द में आराम पाया जा सकता है |
- अगर आपको हाई फीवर है तो इसे ट्रीटमेंट को करने से बचें क्योंकि इससे टेम्परेचर और बढ़ सकता है |
- पेट की मसल्स की ऐंठन में राहत पाकर न केवल पेट के फ्लू के लक्षण कम किये जा सकते हैं बल्कि दर्द कम होने की वज़ह से पूरे शरीर को काफी आराम भी मिल जाता है | इससे शरीर के इम्यून सिस्टम को बेहतर काम करने के लिए समय मिल जाता है और फ्लू से जल्दी राहत मिल जाती है |
- मितली को कम करने के लिए एक्यूप्रेशर का इस्तेमाल करें: एक्यूप्रेशर और एक्यूपंक्चर से सम्बंधित थ्योरीज के आधार पर, पेट और आंतों के दर्द और परेशानी में राहत पाने के लिए हाथ और पैरों के कुछ विशेष प्रेशर पॉइंट्स को प्रेस किया जाता है |
- एक और तकनीक है जिसे आप आजमा सकते हैं-फूट मसाज | कोमलता से फूट को मलने से मितली में राहत पायी जा सकती है और बार-बार बाथरूम जाने की इच्छा को कम किया जा सकता है |
- अगर पेट के फ्लू के साथ ही सिरदर्द भी हो तो अपने हाथों पर एक्यूप्रेशर का इस्तेमाल करें | एक हाथ की इंडेक्स फिंगर और अंगूठे के द्वारा दूसरे हाथ की इंडेक्स फिंगर और अंगूठे के बीच की वेबिंग को दबाएँ | इस तकनीक से सिरदर्द को काफी हद तक ठीक किया जा सकता है |
संपादन करेंप्रोफेशनल मेडिकल ट्रीटमेंट
- एंटीबायोटिक्स (antibiotic) लेने के लिए परेशान न हों: एंटीबायोटिक्स बक्टेरिया की स्ट्रेंस पर इफेक्टिव होती हैं लेकिन वायरस पर इनका कोई प्रभाव नहीं होता | पेट का फ्लू वायरस के इन्फेक्शन के कारण होता है जो एंटीबायोटिक्स से ठीक नहीं हो पाता |
- यही नियम एंटी-फंगल मेडिकेशन पर भी लागू होता है |
- मितलीरोधी (anti-nausea) दवाएं लेने पर विचार करें: अगर गंभीर मितली 12 से 24 घंटे तक बनी रहे तो डॉक्टर तरल और थोड़ी मात्रा में फूड्स को आपके पेट में पर्याप्त रूप से सेटल करने के लिए एंटी-नौजिया मेडिकेशन के इस्तेमाल की सिफारिश कर सकते हैं |
- ध्यान रखे, मितलीरोधी दवाएं केवल आपके लक्षणों में राहत देती हैं | ये वायरस से छुटकारा नहीं दिलातीं | चूँकि मितलीरोधी दवाओं से ज्यादा से ज्यादा फ़ूड और तरल को नीचे दबाने में मदद मिलती है इसलिए आप अपने शरीर को इन वायरस से लड़ने के लिए जरुरी न्यूट्रीएंट्स प्रोवाइड करा सकते हैं |
- बाज़ार में मिलने वाली एंटी-डायरियल मेडिसिन्स लेने से बचें: जब तक आपको डॉक्टर द्वारा इन्हें लेने का अप्रूवल न मिल जाएँ, इन्हें लेने से बचें | ये मेडिसिन्स काफी इफेक्टिव हो सकती हैं लेकिन यह परेशानी भी खड़ी कर सकती हैं | शुरूआती 24 घंटे और उससे ज्यादा समय तक शरीर को सिस्टम से अपने आप वायरस निकालने देना चाहिए | दुर्भाग्यवश, डायरिया और वोमिटिंग इस प्रोसेस के नेचुरल पार्ट्स हैं |
- सिस्टम से वायरस बाहर निकल जाने के बाद डॉक्टर आपको बचे हुए लक्षणों को ठीक करने के लिए एंटी-डायरियल ड्रग्स लेने की सलाह दे सकते हैं |
- अगर आपको लगता हो कि स्टमक फ्लू होने वाला है तो कीड़ों के अटैक से खुद को बचाने के लिए सावधानियां अपनाएं | अपने हाथ बार-बार अच्छी तरह से धोएं और जहाँ भी साबुन और गर्म पानी उपलब्ध न हों वहां हैण्ड सेनीटाइज़र का इस्तेमाल करें | अपने घर की सरफेस को बार-बार साफ़ करते रहें, विशेषरूप से अगर घर में पहले से ही कोई व्यक्ति इस परेशानी से ग्रसित हो तो सफाई का ख़ास ख्याल रखें |
- अगर आपके परिवार में बच्चे हों तो डॉक्टर से ऐसी वैक्सीन के बारे में पूछें जो कुछ ख़ास तरह के वायरस से सुरक्षा देती हों |
- अगर आपको लगता है कि उलटी या दस्त होकर ही रहेंगे तो कोई बात नहीं, इन्हें हो जाने दें | आखिरकार, इससे पेट से वायरस बाहर निकालने में मदद मिल सकती है |
- पेट के फ्लू में होने वाला सबसे कॉमन कॉम्प्लकेशन डीहाइड्रेशन होता है | अगर आपको बहुत ज्यादा डीहाइड्रेशन है तो आपको हॉस्पिटल भी जाना पड़ सकता है जहाँ IV के ज़रिये आपको तरल दिया जायेगा |
- असुविधा होने पर इसके लक्षणों को होल्ड करने या उनसे लड़ने की कोशिश न करें | ऐसा करने से फायदे की बजाय नुकसान ही होगा | इन्हें होने दें क्योंकि इससे शरीर को रिलीफ ही मिलेगा |
- अगर आपको हाई फीवर हो या मल में पस या ब्लड दिखाई दे तो डॉक्टर को दिखाना चाहिए |
- अगर 3 माह से छोटे बच्चे को स्टमक फ्लू हो या 3 माह से बड़े बच्चे की उल्टियाँ 12 घंटे के बाद भी बंद न हो रही हों या दो दिन से ज्यादा समय से डायरिया हो रहा हो तो डॉक्टर को दिखाएँ |
- अगर डायरिया और उल्टियाँ 48 घंटे के बाद भी न रुकें तो डॉक्टर से परामर्श लें |[७]
संपादन करेंचीज़ें जिनकी आपको आवश्यकता होगी
- इलेक्ट्रोलाइट्स के साथ साफ़ तरल
- आइस चिप्स
- ब्लेंड फूड्स
- नार्मल फ़ूड
- दही
- साबुन
- हैण्ड सेनीटाइजर
- अदरक
- पेपरमिंट
- एक्टिवेटिड चारकोल
- सरसों दाना और बेकिंग सोडा
- गर्म टॉवल
- मितली-रोधी दवाएं (डॉक्टर द्वारा बताई गयी)
- आमतौर पर बाज़ार में मिलने वाली एंटी-डायरियल मेडिकेशन (डॉक्टर द्वारा बताई गयी)
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February 7, 2019, 12:00 am
किडनी स्टोन्स (पथरी) की वजह से हल्का से लेकर सीरियस दर्द तक हो सकता है, अच्छी बात ये है, कि इनकी वजह से शायद ही कभी किसी तरह का परमानेंट डैमेज या कोंप्लीकेशन हुआ करता है। हालांकि ये काफी अनकम्फ़र्टेबल होती है, ज़्यादातर किडनी स्टोन्स इतने छोटे होते हैं, कि ये बिना किसी मेडिकल ट्रीटमेंट के भी बाहर निकल जाते हैं। खूब सारा पानी पिएँ, दवाइयों से दर्द को मैनेज करें और अगर आपके डॉक्टर एड्वाइस देते हैं, तो अपने यूरिनरी ट्रेक्ट को रिलैक्स करने के लिए कुछ दवाइयाँ भी लें। फ्यूचर में भी किडनी स्टोन्स होने के रिस्क को कम करने के लिए, अपने साल्ट इनटेक को लिमिट कर दें, एक लो-फेट डाइट खाएं और डॉक्टर के द्वारा रिकमेंड किए हुए डाइटरी चेंजेस के साथ बने रहें।[१]
संपादन करेंछोटे किडनी स्टोन्स को बाहर निकालना
- अगर आपको अपनी किडनी में स्टोन्स होने का शक है, तो अपने डॉक्टर के पास चले जाएँ: किडनी स्टोन्स के लक्षणों में साइड, बैक, ग्रोइन या लोअर एब्ड़ोमेन में ज़ोर का दर्द होना और साथ ही यूरिन करते वक़्त भी दर्द होना, क्लाउडी यूरिन और यूरिन कर पाने की अक्षमता शामिल है। एकदम परफेक्ट डाइग्नोसिस पाने और एक प्रोपर ट्रीटमेंट प्लान पाने के लिए अपने डॉक्टर के पास चले जाएँ।[२]
- डॉक्टर्स ब्लड और यूरिन टेस्ट्स, अल्ट्रासाउंड और एक्स-रे के जरिए किडनी स्टोन्स को डाइग्नोज करते हैं। टेस्ट्स और इमेजिंग स्केन्स उन्हें ये जानने में मदद करेंगे, कि आपको किस तरह का स्टोन है, वो कितने बड़े हैं और क्या ये इतने छोटे हैं, कि ये खुद-ब-खुद भी बाहर निकल सकते हैं।
- रोजाना कम से कम तक पानी पिया करें: पानी आपकी किडनी को फ्लश करता है और ये स्टोन्स को पास होने में मदद करता है। अपने फ्लुइड इनटेक को मॉनिटर करने के लिए अपनी यूरिन को चेक करें। अगर आपकी यूरिन पेल यलो है, तो आप भरपूर पानी पी रहे हैं। अगर ये डार्क है, तो आप डिहाइड्रेटेड हैं।[३]
- हाइड्रेटेड बने रहना आपको आगे भी किसी किडनी स्टोन को होने से रोके रखेगा, इसलिए रोजाना खूब सारा पानी पीना बहुत जरूरी होता है।
- पानी तो बेस्ट है ही, लेकिन अगर आप चाहें तो एक बदलाव के लिए जिंजर एल (ginger ale) और कुछ तरह के 100% फ्रूट जूस भी पी सकते हैं। ग्रेपफ्रूट जूस और क्रेनबेरी जूस, जो कि किडनी स्टोन्स के रिस्क को और ज्यादा बढ़ा देते हैं, को पीना अवॉइड करने की पूरी कोशिश करें।[४]
- कैफीन अवॉइड करें या इसके कंजंप्शन (इनटेक) को कम कर दें, जैसे कि ये भी डिहाइड्रेशन पैदा कर सकते हैं। दिन में से ज्यादा कैफ़िनेटेड कॉफी, टी या कोला न लें।[५]
- जरूरत के हिसाब से या डॉक्टर की एड्वाइस से पेन रिलीवर्स लें: जैसे कि ज़्यादातर किडनी स्टोन्स बिना किसी मेडिकल ट्रीटमेंट के निकल जाते हैं, लेकिन उन्हें पास करना फिर भी बहुत दर्द भरा हो सकता है। दर्द को मैनेज करने के लिए, आइबुप्रुफेन (ibuprofen) या एस्पिरिन (aspirin) जैसे ओवर-द-काउंटर मिलने वाले पेन रिलीवर ले लें। लेबल चेक कर लें और दिए हुए डाइरेक्शन के हिसाब से ही दवाई का यूज करें।[६]
- अगर ओवर-द-काउंटर पेन रिलीवर्स से कोई फर्क नहीं पड़ रहा है, तो फिर अपने डॉक्टर से प्रिस्क्रिप्शन मेडिकेशन देने को कहें। अगर जरूरत होगी, तो वो आपको एक प्रिस्क्रिप्शन-स्ट्रेंथ पेन रिलीवर (आइबुप्रुफेन जैसी) देंगे या कुछ मामलों में, वो नार्कोटिक (narcotic) पेन रिलीवर प्रिस्कक्राइब करेंगे।[७]
- किसी भी प्रिस्क्रिप्शन मेडिकेशन को अपने डॉक्टर के दिए हुए इन्सट्रक्शन्स के मुताबिक लेने की पुष्टि कर लें।
- अपने डॉक्टर से पूछें, अगर वो आपको अल्फा-ब्लॉकर (alpha-blocker) रिकमेंड कर सकें: अल्फा-ब्लॉकर यूरिनरी ट्रेक्ट की मसल्स को आराम देता है और किडनी स्टोन को पास होना आसान बना देता है। ये प्रिस्क्रिप्शन पर ही मिलते हैं और नॉर्मली इन्हें, रोजाना एक ही वक़्त पर, खाने के आधे घंटे बाद लिया जाना होता है।[८]
- इसके साइड इफ़ेक्ट्स में सिर चकराना, चक्कर आना, वीकनेस, डायरिया और बेहोशी शामिल हैं। बेड पर से धीरे उतरना या धीरे से खड़े होना, चक्कर आने और बेहोशी से बचा सकता है। आपको लगातार बने रहने वाले या गंभीर लक्षणों के बारे में अपने डॉक्टर को बताएं।[९]
- अगर आपके डॉक्टर कहें, तो स्टोन को कलेक्ट करने की कोशिश करें: स्टोन को पकड़ने के लिए, आपके डॉक्टर आपको एक कप में यूरिन करने का और फिर सेंपल को स्ट्रेन करने (छान देने) का कहेंगे। स्टोन को कलेक्ट करना उस वक़्त और भी जरूरी हो जाता है, जब आपको यूरिनरी ब्लॉकेज डाइग्नोज हुआ हो या फिर अगर किडनी स्टोन की वजह या उसका टाइप न मालूम हो।[१०]
- किडनी स्टोन्स का लॉन्ग-टर्म मैनेजमेंट उसके टाइप और उसकी वजह पर डिपेंड करता है। एक इफेक्टिव ट्रीटमेंट प्लान पाने के लिए, आपके डॉक्टर को कलेक्ट किए हुए सेंपल को टैस्ट करना करना होगा।
- अगर जरूरत होगी, तो आपके डॉक्टर आपको जरूरी इक्विपमेंट प्रोवाइड करेंगे और सेंपल को कलेक्ट करने और उसे स्ट्रेन करने के तरीके के बारे में भी बताएँगे।
- किडनी स्टोन को पास होने के लिए कुछ हफ्ते तक का वक़्त दें: एक छोटे से किडनी स्टोन को पास होने में कुछ दिनों से लेकर महीनों तक का वक़्त भी लग सकता है। इस वक़्त के दौरान, डॉक्टर के इन्सट्रक्शन्स के मुताबिक दवाइयाँ लेना जारी रखें। हमेशा हाइड्रेटेड रहें, दर्द को मैनेज करने की पूरी कोशिश करें और डॉक्टर के द्वारा सजेस्ट किए हुए डाइट प्लान को फॉलो करें।[११]
- छोटे से किडनी स्टोन के पास होने का इंतज़ार करना बहुत फ्रस्ट्रेटिंग हो सकता है, लेकिन आपको पूरी तरह से धैर्य बनाए रखने की कोशिश करना है। वैसे तो, ये खुद-ब-खुद ही पास हो जाते हैं, लेकिन कभी-कभी किडनी स्टोन्स को भी मेडिकल हेल्प की जरूरत पड़ती है। स्टोन के पास होने का इंतज़ार करते वक़्त, अगर आपको लक्षण और भी बदतर होते हुए नजर आने लगें, जैसे कि सीरियस पेन होने लगे, यूरिन करने में परेशानी बढ़ जाए या यूरिन में ब्लड आने लगे, तो डॉक्टर के पास चले जाएँ।
संपादन करेंकिडनी स्टोन्स के लिए मेडिकल ट्रीटमेंट की तलाश करना
- अगर आपको सीरियस सिम्प्टंस नजर आएँ, तो फौरन डॉक्टर के पास चले जाएँ: सीरियस सिम्प्टंस में, यूरिन में ब्लड आना, फीवर या ठंड लगना, स्किन कलर बदलना, आपके बैक (पीठ) या साइड्स में सीरियस पेन होना या यूरिन करते वक़्त बर्निंग सेन्सेशन होना शामिल हैं। अगर आप छोटे से स्टोन के पास होने का इंतज़ार कर रहे हैं, तो इनमें से किसी भी लक्षण के नजर आने पर फौरन अपने डॉक्टर को कॉल करें।[१२]
- अगर आप डॉक्टर के पास नहीं गए हैं या आपको किडनी स्टोन की शिकायत भी नहीं है, तो भी अगर आपको ऐसे सिम्प्टंस नजर आते हैं, तो मेडिकल हेल्प की तलाश कर लें।
- किडनी स्टोन्स की तलाश करने के लिए डॉक्टर्स अल्ट्रासाउंड या एक्स-रे करते हैं। अगर वो स्टोन को इतना बड़ा पाते हैं, कि वो खुद से नहीं निकल पाएगा, तो फिर वो स्टोन के साइज़ और उसकी लोकेशन के हिसाब से एक ट्रीटमेंट मेथड रिकमेंड करेंगे।
- स्टोन को बढ़ने और बनने से रोकने के लिए दवाइयाँ लें: आपके डॉक्टर, स्टोन्स बनाने वाले सब्सटेन्स को तोड़ने और हटाने के लिए आपको दवाइयाँ प्रिस्क्राइब कर सकते हैं। जैसे कि, कैल्शियम स्टोन्स, जो कि सबसे ज्यादा कॉमन हैं, को मैनेज करने के लिए पोटेशियम साइट्रेट (potassium citrate) का यूज किया जाता है। यूरिक एसिड स्टोन्स के लिए, एलोप्यूरिनॉल (allopurinol) ड्रग बॉडी में यूरिक एसिड के लेवल को कम करने में मदद करता है।[१३]
- साइड इफ़ेक्ट्स अलग-अलग हो सकते हैं और इनमें पेट खराब होना, डायरिया, मितली और उनींदापन (drowsiness) शामिल हैं। अगर ये साइड इफ़ेक्ट्स लगातार बने रहते हैं या गंभीर हैं, तो अपने डॉक्टर को बता दें।[१४]
- अगर जरूरत हो, तो अपने डॉक्टर से छिपी हुई किसी वजह को ट्रीट करने के बारे में बात करें: डाइजेस्टिव डिसऑर्डर, गठिया (gout), किडनी की बीमारियाँ और कुछ दवाइयाँ भी किडनी स्टोन्स के पीछे की वजह हुआ करती हैं। आपके फ्यूचर स्टोन्स के रिस्क को कम करने के लिए, अपने डॉक्टर से डाइट में बदलाव करके या दवाइयाँ बदलने का बोल कर, इन छिपी हुई कंडीशंस का इलाज करने का कहें।[१५]
- स्ट्रूवाइट (struvite) स्टोन्स, जो कि इन्फेक्शन्स की वजह से हुआ करते हैं, इनके लिए आपके डॉक्टर आपको एक एंटीबायोटिक प्रिस्क्राइब कर सकते हैं। किसी भी दवाई को दिए गए डाइरेक्शन के मुताबिक ही लिया करें और बिना डॉक्टर की सलाह के अपनी दवाइयाँ लेना कभी बंद न करें।
- शॉक वेव (shock wave) थेरेपी की मदद से बड़े स्टोन्स को ब्रेक करें: लिथोट्रिप्सी (Lithotripsy) या शॉक वेव थेरेपी, ज़्यादातर ऐसे किडनी स्टोन्स को ट्रीट करने के लिए यूज की जाती है, जो किडनी में या अपर यूरिनरी ट्रेक्ट में मौजूद हों। इस मशीन से हाइ-प्रैशर साउंड वेव्स बॉडी पर से गुजरते हैं, जो बड़े स्टोन्स को छोटे-छोटे पीस में ब्रेक कर देती है। फिर जब आप बाथरूम जाते हैं, तब ये पीस पास हो जाते हैं।[१६]
- इस प्रोसीजर को दौरान आपको रिलैक्स होने में मदद के लिए या सो जाने के लिए दवाइयाँ दी जाती हैं। इसे पूरे होने में लगभग 1 घंटे का वक़्त लगता है और रिकवर होने के लिए आप और 2 घंटे लेंगे। ज़्यादातर लोग प्रोसीजर होने वाले दिन ही अपने घर वापस चले जाते हैं।
- अपनी नॉर्मल एक्टिविटीज़ को वापस शुरू करने से पहले, 1 से 2 दिन तक आराम करें। स्टोन पीस को पास होने में लगभग 4 से 8 हफ्तों तक का वक़्त भी लग सकता है। इस दौरान आपको शायद आपकी पीठ या साइड में दर्द महसूस होगा, मितली का मन होगा या यूरिन में जरा सा ब्लड भी नजर आएगा।[१७]
- लोअर यूरिनरी ट्रेक्ट में मौजूद बड़े स्टोन्स के लिए, क्रिस्टोस्कोपी (cystoscopy) कराएँ: लोअर यूरिनरी ट्रेक्ट में, ब्लेडर और यूरेथ्रा (urethra) या वो ट्यूब जहां से यूरिन बॉडी को छोड़ देती है, शामिल होते हैं। इन एरिया में मौजूद किसी भी बड़े स्टोन को पाने और उसे हटाने के लिए एक पतली डिवाइस का यूज किया जाता है।[१८]
- किडनी और ब्लेडर को कनेक्ट करने वाली ट्यूब में मौजूद स्टोन्स को हटाने के लिए, आपके डॉक्टर शायद आपको यूरेटेरोस्कोपी (ureteroscopy) नाम की, इसी तरह की प्रोसीजर भी रिकमेंड कर सकते हैं। अगर कोई स्टोन इतना बड़ा है, जिसे निकाला नहीं जा सकता, तो एक लेजर इसे इतने छोटे पीस में तोड़ने में कामयाब हो सकती है, जिन्हें आप बाथरूम जाकर पास कर सकें।
- क्रिस्टोस्कोपीज और यूरेटेरोस्कोपीज को अक्सर जनरल एनेस्थीसिया के साथ परफ़ोर्म किया जाता है, जिसका मतलब आप प्रोसीजर के दौरान नींद में होते हैं। ज़्यादातर लोग प्रोसीजर होने वाले दिन ही अपने घर वापस चले जाते हैं।
- प्रोसीजर होने के बाद के पहले 24 घंटों में, आपको यूरिन करते वक़्त बर्निंग सेन्सेशन महसूस हो सकता है और अपनी यूरिन में जरा सा ब्लड भी नजर आ सकता है। अगर ये सिम्प्टंस एक दिन से ज्यादा बने रहें, तो अपने डॉक्टर को इसके बारे में जानकारी दें।[१९]
- अगर कोई भी मेथड असरदार न हो, तो अपने डॉक्टर से सर्जरी करने के बारे में बात करें: किडनी स्टोन्स के लिए, बहुत कभी ही सर्जरी की जरूरत पड़ती है, लेकिन अगर और कोई ऑप्शन ही न हो या वो असरदार न हो, तो इसे करना जरूरी भी होता है। पीठ में एक चीरा लगाकर एक ट्यूब को सीधा किडनी में डाल दिया जाता है। फिर स्टोन्स को लेजर के जरिए हटाया या ब्रेक किया जाता है।[२०]
- कुछ लोग नेफ्रोलिथोटोमी (nephrolithotomy), जो कि सर्जिकल प्रोसीजर का टेक्निकल नाम है, के बाद भी कम से कम 2 से 3 दिन हॉस्पिटल में बिताते हैं। आपके डॉक्टर आपको ड्रेसिंग बदलने, चीरा लगी हुई जगह की देखभाल करने और प्रोसीजर होने के बाद आराम करने के बारे में इन्सट्रक्शन देंगे।[२१]
- खास तरह के स्टोन्स को बनने से रोकने के तरीकों बारे में अपने डॉक्टर से बात करें: आपके डॉक्टर आपको हुए स्टोन्स के टाइप के हिसाब से, आपको कुछ डाइटऋ चेंजेस रिकमेंड करेंगे। सोडियम को लिमिट करना, लो-फेट डाइट खाना और हाइड्रेटेड बने रहना, जैसे एडजस्टमेंट तो हर टाइप के लिए अप्लाई होते हैं, लेकिन कुछ खास तरह के फूड्स, खास तरह के किडनी स्टोन्स के ऊपर काम करते हैं।[२२]
- उदाहरण के लिए, अगर आपको यूरिक एसिड स्टोन्स हैं, तो आपको हेरिंग (herring), सार्डिन (sardines), एंकोवीज़ (anchovies) ऑर्गन मीट्स (जैसे कि लीवर), मशरूम्स, एस्परैगस और स्पाइनेक (पालक) को अवॉइड करना होगा।
- अगर आपको कैल्शियम स्टोन्स हैं, तो आपको कैल्शियम और विटामिन डी सप्लिमेंट्स को अवॉइड करना होगा, अपने कैल्शियम-रिच फूड्स को डेली सिर्फ 2 से 3 सर्विंग्स तक ही लिमिट करना होगा और ऐसे ऐन्टैसिड्स (antacids) को अवॉइड करना होगा, जिनमें कैल्शियम मौजूद हो।
- ध्यान रखें, जिन लोगों को किडनी स्टोन्स होते हैं, फ्यूचर में भी उन्हें किडनी स्टोन्स होने का रिस्क ज्यादा रहता है। ऐसे लोग, जिन्हें कभी किडनी स्टोन्स हुए थे, उनमें से लगभग 50% लोगों को 5 से 10 सालों के अंतर पर फिर से किडनी स्टोन्स हुए। हालांकि, इसकी रोकथाम के लिए उठाए गए कदम, इसके दोबारा होने के रिस्क को कम कर सकते हैं।[२३]
- रोजाना 1500 mg साल्ट से भी कम साल्ट लेने की कोशिश करें: हालांकि किसी भी एडल्ट के लिए सोडियम का 2300 mg मैक्सिमम रिकमंडेड अमाउंट होता है, आपके डॉक्टर शायद आपको रोजाना 1500 mg पर बने रहने की सलाह देंगे। अपने खाने में एक्स्ट्रा साल्ट एड करना अवॉइड करें और खाना पकाते वक़्त भी साल्ट के अमाउंट को लिमिट करने की पूरी कोशिश करें।[२४]
- साल्ट के साथ पकाने की बजाय, अपने मील्स को फ्रेश और ड्राई हर्ब्स, साइट्रस जूस और जेस्ट (zest) से फ्लेवर दें।
- रैस्टौरेंट जाने के बजाय, अपना खाना खुद ही पकाने की कोशिश करें। जब आप बाहर खाते हैं, तब आप खाने में आपके साल्ट के अमाउंट को कंट्रोल नहीं कर पाते हैं।
- डेली (deli) और प्रोसेस्ड मीट्स, साथ ही ऐसे मीट्स, जिन्हें प्री-मेरिनेटेड किया गया है, को भी अवॉइड करें। इसके साथ ही, चिप्स जैसे नमकीन स्नेक्स को भी न लें।
- अपनी डाइट में नींबू (लेमन) एड कर लें, खासकर कि तब, जब आपको कैल्शियम स्टोन्स हों: पानी में एक नींबू निचोड़ लें या फिर डेली लो-शुगर लेमनेड की एक ग्लास लिया करें। नींबू कैल्शियम स्टोन्स को ब्रेक करने में मदद कर सकता है और ये उन्हें बनने से रोक सकता है।[२५]
- इसके साथ ही नींबू यूरिक एसिड स्टोन्स के रिस्क को भी कम करने में मदद करता है।
- ऐसे किसी भी लेमन प्रोडक्ट या लेमनेड को न पियें, जिसमें बहुत ज्यादा शुगर मौजूद है।[२६]
- मोडरेट अमाउंट में लीन प्रोटीन खाएं: आप एक लिमिट में ऐसे एनिमल प्रोडक्ट्स खा सकते हैं, जो लो-फेट हों, जैसे कि व्हाइट मीट पॉल्ट्री और एग्ज। किसी भी टाइप के किडनी स्टोन्स के रिस्क को कम करने के लिए, रेड मीट्स के फेटी कट्स अवॉइड करें और बीन्स, दाल और नट्स जैसे प्लांट-बेस्ड सोर्सेज से ज्यादा से ज्यादा प्रोटीन लेने की कोशिश करें।[२७]
- अगर आपको यूरिक स्टोन्स हुआ करते हैं, तो फिर एक मील में से ज्यादा मीट न खाएं। यूरिक एसिड स्टोन्स को मैनेज करने के लिए, ध्यान रखें, कि आपके डॉक्टर आपको एनिमल प्रोटीन को पूरी तरह से कट करने की सलाह भी दे सकते हैं, जिसमें एग्ज और पॉल्ट्री भी शामिल हैं।[२८]
- अपनी डाइट में कैल्शियम-रिच फूड्स को शामिल करें, लेकिन सप्लिमेंट्स न लें: ऐसे कुछ लोग, जिन्हें कैल्शियम स्टोन्स होता है, उन्हें लगता है, कि उन्हें कैल्शियम को लेना पूरी तरह से बंद कर देना चाहिए। आप आपके बोन्स को हैल्दी रखने के लिए अभी भी कैल्शियम ले सकते हैं, तो रोजाना मिल्क, चीज़ या योगर्ट की 2 से 3 सर्विंग्स लें।[२९]
- विटामिन डी या विटामिन सी सप्लिमेंट्स न लें और ऐसे ऐन्टैसिड्स से भी दूरी रखें, जिनमें कैल्शियम मौजूद हैं।
- रेगुलरली एक्सर्साइज़ करें लेकिन हाइड्रेटेड बने रहने के लिए एक्स्ट्रा पानी भी पियें: रोजाना 30 मिनट की एक्सर्साइज़ करने की कोशिश करें। रेगुलर फिजिकल एक्टिविटी आपकी पूरी हैल्थ के लिए जरूरी होती है। तेज वाल्क करना और बाइक राइड करना, ये दोनों ही एक्सर्साइज़ के अच्छे फॉर्म होते हैं, खासकर अगर आपको एक्टिव रहने की आदत नहीं है, तब।[३०]
- वैसे तो एक्सर्साइज़ जरूरी होती है, अपने पसीने की ओर भी ध्यान दें। आपको जितना ज्यादा पसीना आएगा, आपको उतना ही ज्यादा पानी पीना होगा। डिहाइड्रेशन को अवॉइड करने के लिए, इंटेन्स एक्सर्साइज़, गरम मौसम या जब भी आपको बहुत ज्यादा पसीना आए, तब हर 20 मिनट के अंदर लगभग पानी पीने का नियम बना लें।
- फ्यूचर में, किडनी स्टोन्स को होने से रोकने के लिए कदम उठाना काफी जरूरी होता है। हालांकि, इस बात को भी ध्यान में रखें, कि ऐसे आधे से ज्यादा लोग, जिन्हें लाइफ में कभी किडनी स्टोन्स हुआ था, उन्हें लाइफ में फिर से किडनी स्टोन्स होता ही है।[३१]
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February 7, 2019, 12:00 am
आमतौर पर ये माना जाता है, कि मच्छर अपने साथ बीमारी लेकर चलते हैं, लेकिन ज़्यादातर मच्छर आपको काटने, आपका खून चूसने और आपकी स्किन पर रेड, इची बाइट मार्क्स छोड़कर जाने के अलावा और कुछ नहीं करते हैं। वैसे तो ये भी कोई अच्छी बात नहीं है, खासकर कि उन अनलकी लोगों के लिए तो बिलकुल भी नहीं, जिन्हें मच्छर काफी स्वादिष्ट मानते हैं। किसी एक मच्छर को पकड़ना ज्यादा मुश्किल काम नहीं है, लेकिन अगर आप आपके घर और गार्डन को आगे भी इनसे बचाए रखना चाहते हैं, तो फिर आपको कुछ ठोस उपाय करने की जरूरत पड़ेगी।
संपादन करेंएक होममेड मस्कीटो ट्रेप तैयार करना
- एक बड़ा बॉक्स फ़ैन पाएँ: आप किसी होम इम्प्रूव्मेंट स्टोर या एक डिपार्टमेन्ट स्टोर से एक ऐसा हाइ-वॉल्यूम फ़ैन खरीद सकते हैं, जो ट्रेडीशनल फैंस की तुलना में, हवा देने के बजाय, हवा को खींचता हो। क्योंकि आप इस ट्रेप में मेग्नेट का यूज करेंगे, इसलिए एक मेटल फ्रेम वाला ही चुनें। इसके और कुछ और दूसरी सप्लाई के साथ, आप एक ऐसा ट्रेप तैयार कर सकते हैं, जो कम से कम कुछ वक़्त के लिए ही सही, आपके आसपास मस्कीटो को कम जरूर कर सकेगा। बड़ी आबादी में इसके असरदार होने के बारे में तो कुछ नहीं कहा जा सकता, लेकिन ब्रीडिंग प्रिवेंशन सेक्शन में भी इस सलाह सिफारिश की गई है।[१]
- मेश स्क्रीन को एक साइड पर अटेच करने के लिए ज़िप टाइस या मेग्नेट का यूज करें: फ़ैन के सामने के हिस्से को एक पतली, इन्सेक्ट-प्रूफ मेटल मेश से पूरी तरह से कवर कर दें। स्क्रीन को फ़ैन के फ्रेम से अटेच करने के लिए कुछ स्ट्रॉंग ज़िप टाइस/मेग्नेट्स का यूज करें।[२]
- फ़ैन को चालू रहने दें: जब भी किसी एरिया में बहुत सारे मच्छर नजर आएँ, फ़ैन को चालू कर दें और इसे कम से कम कुछ घंटों के लिए चलने दें। एक या दो दिन तक, उस जगह पर मच्छरों की संख्या में ध्यान देने लायक कमी आएगी, लेकिन इससे आपको ज्यादा वक़्त तक कोई फायदा मिलेगा या नहीं, ये अभी तक मालूम नहीं किया जा सका है।[३]
- मच्छरों को पतले किए हुए आइसोप्रोपिल अल्कोहल से मार डालें: 70% आइसोप्रोपिल अल्कोहल और पानी की बराबर मात्रा को एक स्प्रे बॉटल में मिक्स कर लें। उन्हें मारने के लिए, सेंट्रल फ़ैन मोटर को बचाते हुए, इस सोल्यूशन (पानी और अल्कोहल) को स्क्रीन पर स्प्रे कर दें।[४] अब आप मरे हुए मस्कीटो को दूसरे जानवरों को खिलाने के लिए स्क्रीन को बाहर रख सकते हैं या फिर उनको बाहर रखे ट्रेश केन में भी डाल सकते हैं। ये स्क्रीन रियूजेबल है।
- स्प्रे करने से पहले दूसरे नॉन-मस्कीटो इन्सेक्ट्स को बाहर निकाल लें।
संपादन करेंदूसरी मास कंट्रोल मेथड्स ट्राय करना
- एक टेम्पररी सोल्यूशन के लिए इनसेक्टीसाइड्स को स्प्रे करें: मच्छरों को मारने के हिसाब से DEET एक काफी इफेक्टिव इनसेक्टीसाइड होता है, लेकिन ये सिर्फ कुछ ही घंटों तक ही टिका रहता है, और ये आपके यार्ड में मौजूद कुछ अच्छे-जरूरी इन्सेक्ट्स को भी मार सकता है।[५] दूसरे इनसेक्टीसाइड्स शायद कम डैमेज करते हों, लेकिन ये जरा कम इफेक्टिव हुआ करते हैं, कम देर तक ही टिकते हैं और/या ये बड़े एरिया पर काम करने के बजाय कपड़ों पर काम करने के हिसाब से डिजाइन किए गए होते हैं।
- पेस्टिसाइड्स के एनवायरनमेंटल प्रोटेक्शन एजेंसी या और दूसरे किसी रेगुलेटरी ऑर्गनजेशन के द्वारा यूज किए जाने के लिए अप्रूव किए गए होने की पुष्टि के लिए, उसके ऊपर के लेबल को चेक कर लें।[६]
- एक मस्कीटो-रेपेलिंग प्लांट के बारे में विचार करें: मच्छरों को भागने वाले एक प्लांट में लैंटाना (lantana) प्लांट का नाम शामिल है, लेकिन इस बात से अवगत रहें, कि ये पैट्स के लिए पॉइजनस भी हो सकता है, इसकी वजह से एलर्जिक रिएक्शन होते हैं और ये कुछ एरिया में एक इन्वेसिव स्पेसीज़ भी होती है।[७] दूसरे प्लांट्स के कुछ हल्के प्रभाव हो सकते हैं, लेकिन उन्हें सिर्फ केवल तभी लगाएँ, जब आप उन्हें आपके गार्डन में रखना चाहते हों या एक बड़ी क्वान्टिटी में प्लांट करना चाहते हों:
- सिट्रोनेला (Citronella), लेमन ग्रास (lemon grass), कोई भी खट्टा फल (साइट्रस फ्रूट), तुलसी, रोजमेरी, मिंट या कैट्निप (catnip) के भी माइनर इफ़ेक्ट्स हो सकते हैं।
- बग जेपर्स और अल्ट्रासाउंड मशीन्स पर भरोसा मत करें: बग जेपर्स, उनके लाउड साउंड, ब्राइट लाइट या स्पार्क्स की वजह से इफेक्टिव जरूर लग सकते हैं। हालांकि, इसकी वजह से मारे जाने वाले ज़्यादातर इन्सेक्ट्स मस्कीटो नहीं होते हैं और ये आमतौर पर ऐसे पेस्ट्स को मारते हैं, जो या तो मस्कीटो को खा लेते हैं या उनके साथ मुक़ाबला करते हैं।[८] सीधे तौर पर अल्ट्रासाउंड डिवाइसेस इफेक्टिव नहीं होती हैं।[९]
- कुछ मस्कीटो-किलिंग ट्रेप्स फ़ैन सिस्टम का यूज करते हुए काम करते हैं, जो कि काफी हद तक ऊपर बताए हुए होममेड ट्रेप की तरह ही होता है। ये भले ही कुछ वक़्त के लिए ही सही, लेकिन इफेक्टिव होते हैं।[१०]
- एक टेम्पररी उपाय का यूज करें: मस्कीटो धुएँ को अवॉइड किया करते हैं और एक स्ट्रॉंग फ़ैन की वजह से ये दूर चले जाते हैं। वैसे तो अपने घर में धुएँ में या एक विंड टनल में बैठकर डिनर करना आपको ज्यादा अच्छा नहीं लगेगा, लेकिन अगर आप अगले कुछ मिनट्स तक इन्हें अपने आप से दूर रखना चाहते हैं, तो ये एक ऑप्शन हो सकता है।
- सिट्रोनेला केंडल्स भी, सेंट की नहीं, बल्कि इनके स्मोक की वजह से काफी इफेक्टिव हुआ करती हैं।[११] दूसरी केंडल्स भी ठीक इसी तरह से काम करेंगी।
संपादन करेंमस्कीटो लार्वा को मारना
- जमा हुए पानी को खाली या ट्रीट करें: रुका हुआ पानी मस्कीटो लार्वा के लिए ब्रीडिंग ग्राउंड्स हुआ करते हैं। सारे रेन बेरल्स, पैट वॉटर डिसेज और दूसरे वॉटर कंटेनर्स को रेगुलरली खाली करते रहा करें। पडल्स (puddles) और पानी के और दूसरे सोर्सेज, जिन्हें आप बाहर नहीं निकाल सकते हैं, उनमें मस्कीटो लार्वा को खत्म करने वाले इनसेक्टीसाइड को एड कर दें।
- इनसेक्टीसाइड से ट्रीट किए हुए पानी के, बच्चों या पैट्स के द्वारा पी लिए जाने के हिसाब से सेफ होने की पुष्टि करने के लिए, इनसेक्टीसाइड के ऊपर के लेबल को हमेशा चेक कर लिया करें। लार्वा को खत्म करने के लिए, केमिकल्स यूज किए जाने वाले प्रोडक्ट्स के मुक़ाबले बैक्टीरियल एजेंट्स यूज करने वाले प्रोडक्ट्स, दूसरे जानवरों की लाइफ के लिए ज्यादा सेफ हुआ करते हैं।[१२]
- गटर्स और ट्रेश पाइल्स को साफ करें: ये भी ठहरे हुए पानी के सोर्स हो सकते हैं और इसलिए ये मस्कीटो ब्रीडिंग ग्राउंड्स भी होते हैं, जिसके बारे में शायद आपने न सोचा हो। अपने यार्ड से, खासकर कि बारिश के मौसम के दौरान अक्सर ही कचरे को साफ करते रहा करें।
- लॉंन और सूखी झड़ियों को ट्रिम करते रहें और पूल से फ्री रखें: अपने लॉंन को अच्छा साफ रखना और झड़ियों को ट्रिम करते रहना, ओस या बारिश के पानी के जमा होने के चांस को कम कर देते हैं।[१३] अपने गार्डन को सिर्फ उतना ही पानी दें, जितने कि उसे जरूरत है, मिट्टी को सोखने न दें या न ही वहाँ पर कीचड़ होने दें।[१४]
संपादन करेंएक अकेले मच्छर को मारना
- लैम्प या फ्लैशलाइट को चालू कर दें: मच्छर लाइट की ओर अट्रेक्ट हुआ करते हैं, लेकिन अगर आपके रूम में पहले से ही एक मच्छर घूम रहा है, तो फिर उन्हें बंद करने का कोई मतलब नहीं निकलेगा। मच्छर को उसके मौत की ओर खिंचे चले आने के लिए, अपने रूम में एक ब्राइट स्पॉट तैयार रखें।
- मच्छर कभी भी सोडियम लाइट्स, एलईडी (LED) लाइट्स और यलो "बग लाइट्स" की ओर अट्रेक्ट नहीं हुआ करते हैं।[१५] नजर आने वाले मच्छरों को कम करने के लिए इन्हें नाइट लाइटिंग की तरह यूज करें, लेकिन किसी एक मच्छर को मारने के लिए न यूज करें।
- एक वैक्यूम क्लीनर का यूज करके देखें: एक बड़े वैक्यूम पर होज अटेचमेंट लगा लें। जैसे ही आपको एक मच्छर नजर आ जाए, वैक्यूम को चालू कर दें और उसका शिकार कर लें। जैसे ही ये अंदर आ जाता है, फिर मच्छर वैक्यूम क्लीनर बैग के अंदर मर जाएगा, लेकिन अगर आप फिर भी इसकी पुष्टि करना चाहते हैं, तो आप बैग को बाहर भी निकालकर देख सकते हैं।[१६] अगर इसे पढ़कर आपको ऐसा लग रहा है, कि एक मच्छर के लिए इतनी मेहनत क्यों, तो फिर आप कुछ और भी ट्रेडीशनल मेथड्स को जानने के लिए, आगे पढ़ते रह सकते हैं।
- मच्छर के दीवार तक आने तक का इंतज़ार करें: अगर आप आपकी आँखों के जरिए उसका पीछा करते रहते हैं, या अगर आप उसे आप से दूर करने और दीवार पर बैठने के लिए डराते हुए उसके पीछे-पीछे चलते जा रहे हैं, तो इसे करने में सिर्फ एक या दो मिनट का ही वक़्त लगेगा।
- अगर मच्छर दीवार पर नहीं बैठ रहा है, तो फिर जब वो उड़ रहा हो, तब उसे अपने हाँथों से एक ताली मारते हुए मारने की कोशिश करें। इसे करने के लिए आपको कुछ बार कोशिश करना पड़ सकती है।
- मच्छर को किसी एक लंबे ऑब्जेक्ट से स्वेट कर (चपेट) दें: रोल की हुई एक मैगजीन, न्यूज़पेपर या कोई पुराना पेपर, फोर्स को बढ़ाने का और स्वेट देने का एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है। एक शर्ट, बुक या और कोई ऑब्जेक्ट भी काम आएगा, लेकिन केवल उसी वक़्त तक, जब तक कि आप मच्छर मारने के बाद, उस ऑब्जेक्ट को धोने या साफ करने को तैयार हों। एक बार जब आप मस्कीटो को सक्सेसफुली मार दें, उसे हटा दें और अपने काम पर ध्यान लगाएँ।
- आप चाहें तो इसके लिए एक फ्लाई या एक ऐसे इलेक्ट्रिफाइड स्वेटर (swatter) खरीद सकते हैं, जिसे मच्छर को मारने के लिए, सिर्फ उसे एक बार टच करना होता है।
- उसे एक ग्लास से ट्रेप करें: अगर मच्छर पकड़ में आने से पहले उड़ता ही रहता है, तो ये शायद आपकी स्ट्राइक की तरफ से आने वाली हवा के आने की वजह से हो रहा है। मच्छर जिस भी जगह पर बैठा है, वहाँ पर उसके ऊपर एक क्लियर ग्लास रखने की कोशिश करें। ग्लास के बीच में से और उस सर्फ़ेस पर एक पेपर या कार्डबोर्ड स्लाइड कर दें, ताकि आप फंसे हुए मच्छर को मूव कर पाएँ। इसे बाहर निकाल लें, सावधानी से पेपर को रिमूव करें और उसे स्क़्विश करें या फिर मच्छर को सफ़ोकेट होने के लिए उसी में फंसे रहने दें।
- लूज फिटिंग, लॉन्ग स्लीव वाले कपड़े पहनकर, खुद को बाइट्स से बचाए रखें।
- डीट मटेरियल स्प्रे करते वक़्त बहुत सावधान रहें, क्योंकि इसकी वजह से गंभीर रिएक्शन हो सकते हैं।
- अगर गर्मी का मौसम हो, तो अपने घर के अंदर शॉर्ट स्लीव्स मत पहनें। विंडोज को खोल लेना (बस उनमें एक अच्छी प्रोटेक्टिंग स्क्रीन लगे होने की पुष्टि कर लें) और लॉन्ग स्लीव्स पहनना ठीक होता है। ब्लेक, ग्रीन या रेड पहनना अवॉइड करें।
- स्टडीज़ से पता चलता है, कि गार्लिक (लहसुन) खाने से शायद मच्छरों को कोई फर्क नहीं पड़ता है।[१७]
- ऐसा दावा, कि आप मस्कीटो को अपनी आर्म पर ही, अपनी मसल को फ़्लेक्स करके या अपनी नसों को पिंच करके एक्सप्लोड कर सकते हैं, सब झोथ हैं। ऐसा करके आप सिर्फ मच्छर को उसकी ड्रिंक लेने देकर, आपकी बाइट को और भी बदतर बना लेंगे।
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February 8, 2019, 12:30 am
किसी के साथ झगड़ने से भी ज्यादा बुरा तब लगता है, जब कोई आपके साथ उस झगड़े को लेकर आप से नाराजगी जताता है। जब आपको मालूम हो, कि कोई है, जो आप से नाराज बैठा है, तो ऐसे में आपका कुछ भी करना और भी मुश्किल बन जाता है, फिर चाहे आपको उसमें अपनी ही अकेली की गलती क्यों न नजर आ रही हो। हालांकि, ये ऐसा ज्यादा देर तक नहीं चलेगा — किसी लड़के को आप पर नाराज होने से रोकने के लिए, आपको बस बात करने के लिए एक सही वक़्त चुनते हुए, ईमानदार होना पड़ेगा और उसके साथ में खुलकर बात करना होगी।
संपादन करेंझगड़े के बाद अपने बॉयफ्रेंड के साथ मिलकर बात करना
- उसे टाइम और स्पेस दें: अगर आप अभी अपने बॉयफ्रेंड के साथ झगड़ा करके आ रही हैं, तो हो सकता है, कि आपको अभी पैच अप करने की कोई जल्दी न भी हो। हालांकि, अगर वो सच में आपसे बहुत ज्यादा नाराज है, तो फिर ऐसे में आपको ही जरा सा पीछे हटना होगा। हालांकि ऐसे में आपको उसके आपके ऊपर ठंडे पड़ने के लिए ज़िंदगी भर तक का भी इंतज़ार नहीं करते रहना है, लेकिन आपको उसे सिर्फ इतना वक़्त देना है, जब तक कि वो आपकी तरफ सॉफ्ट न हो जाए और आप से बात करने को तैयार न हो जाए। फिर भले आपको कितनी ही जल्दी क्यों न हो, अगर आप उससे बहुत जल्दी में बात करने जाएंगी, तो इसकी वजह से शायद एक और नया झगड़ा या फिर और भी ज्यादा गलतफहमियाँ भी हो सकती हैं।
- अगर वो आपको बिलकुल पूरी तरह से इग्नोर करता है और जब भी आप उसके करीब जाती हैं, तब आपको कोई भाव नहीं देता है, तो मतलब कि वो अभी तैयार नहीं है। उसे फोर्स न करें।
- जब वो आपके साथ में कम से कम आइ कांटैक्ट बनाने और आप से बात करने को तैयार हो जाए, तब शायद उसके साथ में बात करना ठीक रहेगा।
- जब वो रेडी हो, तब उस से बात करने के लिए सही वक़्त और सही जगह की तलाश करना: जब काफी भरपूर वक़्त बीत चुका हो और आपका बॉयफ्रेंड आपकी ओर सॉफ्ट हो चुका हो और अब वो आप से बात करने को तैयार भी हो, तब आपको एक ऐसी जगह की तलाश करना चाहिए, जहां पर आप दोनों अकेले में एक मीनिंगफुल कंवर्जेशन कर सकें। एक ऐसा वक़्त चुनने की पुष्टि कर लें, जबकि वो पहले से ही किसी और चीज़ को लेकर स्ट्रेस न हो और बात करने के लिए तैयार नजर आ रहा हो। एक राइट टाइमिंग बातचीत को ज्यादा बेहतर तरीके से आगे ले जा सकती है और काफी सारी चीजों को ठीक कर सकती है।
- उसके सामने अचानक से आकर, और बात करना शुरू करके उसे सरप्राइज करने की बजाय, उसे मालूम होने दें, कि आप उसके साथ में बात करना चाह रही हैं। फिर चाहे वो इसके लिए तैयार न भी क्यों न हो, तब भी कम से कम वो इसे लेकर सरप्राइज तो नहीं होगा।
- आप चाहे जहां भी क्यों न हों, बस इस बात की पुष्टि कर लें, कि उस जगह पर आप आपके फ्रेंड्स के द्वारा डिस्टर्ब न होने पाएँ।
- माफी मांगें — और वो भी पूरे दिल से: अगर आपको लगता है, किया आपने गलती की है, तो आपको इसे लेकर एकदम ओपन होना होगा। बस ऐसा कुछ न बोल दें, “मैंने... ऐसा किया इसलिए तुम मुझसे नाराज हो, उसके लिए मुझे माफ कर दो” और फिर उसके ऊपर ओवररिएक्ट करने का सारा दोष डाल दें। इसकी जगह पर, उसकी आँखों में देखें, और धीरे से बोलें, सारे डिसट्रेक्शन को खुद से दूर रखें और बोलें, “मैं सच में अपने लिए को लेकर शर्मिंदा हूँ, मुझे माफ कर दो।” फिर आप चाहें तो उसमें जरा सा और जा सकती हैं और आपको कैसा फील हो रहा है, और आपने क्यों ऐसा किया, को एक्सप्लेन कर सकती हैं और साथ ही ये भी बता सकती हैं, कि उसका दिल दुखाने पर आपको कितना दर्द होता है। ये पूरी तरह से आपकी फीलिंग पर और आप जो फील करना चाहती हैं, पर डिपेंड करता है।
- बेशक, अगर वो वही है, जिसने आपके साथ में गलत किया है, तो ऐसे में आपको सब-कुछ ठीक करने की उम्मीद में उससे माफी मांगने की जरूरत नहीं है और साथ ही आपको इस बारे में भी सोचना चाहिए, कि आप उसे अपनी लाइफ में देखना भी चाहती हैं या नहीं।
- अगर वो आप से बात करना चाहता है, तो उसे सुनें: अगर आपकी बात पूरी हो गई है और वो आपकी बात को सुन रहा था, तो अब जब वो अपनी फीलिंग के बारे में बताता है, तब आपको भी अपनी तरफ से सावधानी के साथ उसे सुनना चाहिए। आप उसकी आँखों में देखकर, यहाँ-वहाँ देखना बंद करके और उसकी कही हुई बातों को सच में सुन सकती हैं। आपको भी उसकी फीलिंग्स को सुनकर सरप्राइज होगा। जब वो आप से बात कर रहा हो, तब उसे बीच में रोककर बहस करने से बचें या न ही ऐसा दिखाएँ, कि आप उसकी बातों से सहमत ही नहीं हैं। उसे ऐसा समझ आने दें, कि आप उसे सुनने को रेडी हैं।
- फिर भले ही आपको ऐसा ही क्यों न लग रहा हो, कि वो उस वाकये को तोड़-मरोड़कर पेश कर रहा है, तब भी उसकी बात खत्म होने तक उसे अच्छी तरह से सुनते रहें। एक बार जब वो अपने साइड की पूरी बात रख दे, फिर आप दोनों मिलकर उसके ऊपर बात कर सकते हैं और फिर मिलकर एक सहमति और वापस अपने रिश्ते को फिर से शुरू करने की तरफ काम कर सकते हैं।
- अगर आप सच में उस सुनती हैं, तब आपको शायद नजर आएगा, कि आपके बॉयफ्रेंड के पास में आपकी सोच से अलग भी एक साइड मौजूद है। हो सकता है, कि आपको ऐसा भी महसूस हो, कि आपने उसे कुछ इस तरह से हर्ट कर दिया है, जैसा कि आपने सोचा भी नहीं था।
- उसे कुछ प्यार दें: अगर आपने अपने बॉयफ्रेंड के साथ पैच अप कर लिया है, तो बधाई हो! अब आप अपनी लाइफ में आगे बढ़ सकती हैं — कम से कम उस वक़्त तक तो, जब तक कि आप इसी मिस्टेक को दोबारा नहीं करती हैं। अब इस रिश्ते को मजबूत करने के लिए, उसे हग करें, किस दें और बस फिजिकली क्लोज आ जाएँ। बस इतना पक्का कर लें, कि वो सच में उस वाकये को भूल चुका है और आप ऐसा करके उसे अनकम्फ़र्टेबल फील नहीं करा रही हैं। ऐसा मालूम होना चाहिए, कि आपको उस वक़्त पर, उसका दिल जीतने के लिए प्यार — किस या और भी कुछ नहीं करना चाहिए — जब वो नाराज हो, क्योंकि ऐसा करके आपको ज्यादा कुछ नहीं मिलने वाला है।
- एक बार जब आप फिर से अपने रिश्ते को बेहतर बनाना शुरू करने लगते हैं, तब इस बॉन्ड को बनाए रखने के लिए फिजिकल अफेक्शन की जरूरत पड़ती है। फिर हाँथ पर दी हुई एक थपकी, कंधों पर एक स्क़्वीज या गालों पर एक किस भी आपको वापस जुडने में आपकी काफी मदद कर सकती है।
- उसे बताएं, कि आपको उसकी कितनी परवाह है: एक बार जब आप वापस प्यार और लगाव दिखाना शुरू कर लेते हैं, फिर आप और आपका बॉयफ्रेंड दोनों ही मिलकर और भी इंटीमेट होना शुरू कर सकते हैं। आपकी लाइफ में उसकी क्या अहमियत है, जब वो आप से नाराज था, तब आपको कितना दर्द पहुंचा और अब जब वो फिर से आपकी लाइफ में आ गया है, तो आप कितना खुश हैं, ये सब बताने से बिलकुल न घबराएँ। एकदम सच्चे मन से बताएं, कि वो आपकी लाइफ में कितनी अहमियत रखता है, और जहां तक हो सके इस बात को दर्शाएँ भी, इसके लिए आप उसके सेंस ऑफ ह्यूमर कितना पसंद करती हैं, उसकी इंटेलिजेंस या उसकी पर्सनालिटी के और दूसरे किसी पहलू के बारे में भी तारीफ कर सकती हैं।
- जबर्दस्ती में उसके साथ न बनी रहें या अगर आपको उससे प्यार नहीं है, तो झूठ न बोलें। आप उसके बारे में जो भी फील करती हैं, उसको लेकर एकदम ईमानदारी से बता दें।
- उसे बताएं, कि झगड़े के बाद से आपकी लाइफ कितनी उदास हो गई है और आप किस तरह से उसके बिना अपनी लाइफ से जूझ रही हैं।
- एक रोमांटिक जेस्चर करें: ऐसा बिलकुल न सोचें, कि रोमांस करना सिर्फ लड़कों का काम है! लड़कियां भी लड़कों की तरह रोमांटिक हो सकती हैं और आप भी एक ऐसा रोमांटिक जेस्चर कर सकती हैं, जो आपके बॉयफ्रेंड को मदहोश कर सके। उसके लिए एक मिक्स्ड सीडी बना लें, उसके फेवरिट बैंड को देखने के लिए टिकेट्स ले आएँ, अपनी लाइफ में उसकी अहमियत दिखाने के लिए एक लैटर लिख दें या फिर उसे एक सरप्राइज डेट के लिए लेकर चली जाएँ। इस तरह के जेस्चर से आपके बॉयफ्रेंड को समझ आएगा, कि आपको झगड़े से किसी नफरत है और वो आपके लिए कितने मायने रखता है।
- बेशक, ये आपके द्वारा उसके ऊपर खर्च किए जाने वाले पैसों के बारे में नहीं है, और पैसों से कभी भी कोई रोमांटिक रिलेशनशिप नहीं ठीक किया जा सकता, लेकिन ये तो आपके द्वारा किए जाने वाले विचारों और प्रयासों से जुड़ा है।
- ऐसा कुछ करें, जो वो हमेशा से करना चाहता था: अपने बॉयफ्रेंड को फिर से अपनी लाइफ में वापस लाने के लिए अगर आप कुछ और कर सकती हैं, तो वो ये, कि आप कुछ एकदम नया और एक्साइटिंग करें, जो वो हमेशा से करना चाहता था। हो सकता है, शायद वो हमेशा से रॉक क्लाइंबिंग करना चाहता था; जिम जाएँ और वहाँ पर इसी तरह की कोई चीज़ मौजूद हो। शायद वो आपके साथ बेसबाल गेम के लिए जाना चाहता हो; उसके साथ चली जाएँ और अगर आपको स्पोर्ट्स में ज्यादा रुचि नहीं है, तो भी इसके बारे में शिकायत न करें। हो सकता है, ऐसा कोई नया रेस्तरां हो, जिसके बारे में वो हमेशा आपके साथ बात किया करता हो — वहाँ पर रिज़र्वेशन करा के उसको सरप्राइज़ कर दें।
- यहाँ पर सबसे जरूरी बात यही है, कि आप खुद से ही आपकी तरफ से आइडिया तलाशने के लायक हो जाएँ। इससे उसे ऐसा नजर आएगा, कि आपको उसकी कही हुई बातों की परवाह है।
- फिर से, आपकी तरफ से कोई भी सरप्राइज़ एक्टिविटी तैयार करने से पहले एक बार पक्का कर लें, कि वो आपके साथ सब-कुछ भूलकर आगे बढ़ना चाहता है, नहीं तो आपके सारे प्लान्स बर्बाद हो जाएंगे।
- उसके सामने जरा एहतियात बरतें: जब आप और आपके बॉयफ्रेंड के बीच में सब-कुछ ठीक हो चुका हो, तब आपको उसके आसपास जरा ज्यादा एहतियात बरतनी होगी। जितना हो सके, किसी सेंसिटिव मुद्दे को न निकालें, खासकर ऐसा कोई मुद्दा, जिसकी वजह से आपके बीच में झगड़ा हुआ था और चीजों को हल्का, शांत और मजेदार बनाए रखने की कोशिश करें। आपको एक ऐसे एकदम अलग इंसान की तरह भी बनकर नहीं रहना है, जो सिर्फ और सिर्फ उसे खुश करना चाहता है, लेकिन अभी आपको कुछ वक़्त तक बस इतना ध्यान में रखकर चलना है, कि आपको कहाँ पर बोलने की जरूरत है और कहाँ पर नहीं, फिर से किसी झगड़े को शुरू करने से बचें।
- अगर आप अभी रिश्ते को आगे लेकर नहीं जाना चाहती हैं, तो अभी पहली बार “आइ लव यू” कहने, एक-साथ रहने, एक-साथ किसी ट्रिप पर जाने या अगला कदम बढ़ाने में कुछ इंतज़ार करें।
- बहुत ज्यादा भी कोशिश न करें: अपने बॉयफ्रेंड के साथ में सब-कुछ ठीक करना जरूरी है, लेकिन इसे सुधारने की कोशिश करने की भी अपनी एक लिमिट्स होना चाहिए। अगर आप बार बार उसके साथ में बात करने की कोशिश करती रहेंगी, उसके ऊपर लव लैटर्स की बौझार करती रहेंगी, या फिर बस उसके बारे में जानने या वो आपसे प्यार करता है या नहीं पूछने के लिए फोन करती रहेंगी, तो आप अपने रिश्ते में और भी ज्यादा इनसिक्योरिटीज पैदा कर लेंगी, और फिर आप झगड़े का बाद आप दोनों के बीच में सुधार कर पाना और भी मुश्किल कर देंगी। इसकी बजाय, जरा धीमी गति पकड़ लें और भरोसा करें, कि आपका रिश्ता वक़्त के साथ खुद ही मजबूत होता जाएगा।
- अगर उसने आपको माफ कर दिया है, लेकिन फिर भी कुछ वक़्त चाहता है, तो उसे वक़्त दें और फिर जब वो रेडी होगा, तब वो खुद ही आपके पास आ जाएगा।
संपादन करेंझगड़े के बाद में अपने मेल फ्रेंड के साथ सब-कुछ ठीक करना
- दूसरे लोगों के साथ उसके बारे में गॉसिप न करें: जब भी आपका कोई मेल फ्रेंड आप से नाराज होता है, तब आपके मन में उसके बारे में अपने दूसरे फ्रेंड्स के साथ बात करने का ख्याल आ सकता है। हालांकि, अगर आप सच में इस प्रॉब्लम को फिक्स करने की सलाह नहीं पाना चाहती हैं, तो आपको इसके बारे में बात करने से बचना चाहिए। अगर आप उस लड़के के बारे में उल्टा-सीधा बोलेंगी या जब वो आपके आसपास न हो, तब उसके बारे में गलत या नेगेटिव बातें बोलती रहेंगी, तो मुमकिन है, कि उसे ये सब मालूम हो ही जाएगा और फिर वो आप से और भी ज्यादा नाराज हो जाएगा।
- असल में, अच्छा होगा अगर आप अपने उस मेल फ्रेंड के बारे में, “उसकी पीठ पीछे” अच्छी बाते करें, और अगर वो इसे सुन लेगा, तो मुमकिन है, कि उसका झुकाव आपकी ओर बढ़ जाए और वो आपके साथ आने को तैयार हो जाएगा।
- जो कुछ भी हुआ, उसे लेकर ईमानदार रहें: लोगों के लिए एक-दूसरे के साथ ईमानदार रहना काफी मुश्किल हो सकता है, लेकिन अगर आप आपकी फ्रेंडशिप में आगे बढ़ना चाहते हैं, तो फिर ईमानदार रहना ही सबसे अच्छा रहेगा। उसे मालूम होने दें, कि किस वजह से आपके बीच में झगड़ा शुरू हुआ और आपको क्या लगता है, कि उसमें क्या अलग कर सकते थे। इस वक़्त पर ईमानदार रहने और खुलकर बात करने की वजह से उसके मन में आपके लिए रिस्पेक्ट और भी बढ़ जाएगी और साथ ही इसकी वजह से उसे आप पर और भी भरोसा बन जाएगा और वो आपके साथ फिर से फ्रेंड्स बनकर रहना चाहेगा।
- उसे मालूम होने दें, कि आपको सच में कैसा फील हो रहा है और आप इस कन्वर्जेशन से क्या पाना चाहते हैं। क्योंकि आप आपकी सच्ची फीलिंग्स को उजागर नहीं करना चाहते, इसलिए किसी भी तरह का झूठा दिखावा न करें।
- अगर आप दोनों तैयार हों, तो उससे माफी मांगें और सब-कुछ ठीक कर लें: उसे बताएं, कि झगड़े को लेकर आपको कितना बुरा फील हुआ, जैसे कि उसके साथ बहस करना आपको कितना नापसंद है और आप सच में उसकी फ्रेंडशिप की सराहना करते हैं और आप उसके बिना अपनी लाइफ के बारे में सोच भी नहीं सकते। अगर आपने सच में कोई गलती कर दी है, तो अब सब ठीक करने का वक़्त आ चुका है और उसे बता दें, आपने जो भी किया और आपको कैसा फील हुआ, ताकि आप दोनों ही इससे मूव ऑन कर सकें।
- बस इससे निकल जाएँ। कहें, “मुझे माफ कर दो, कि मैंने तुम्हारी फीलिंग्स को हर्ट किया। मुझे सच में उसका पछतावा है।” मूव ऑन करने की चाहत में सिर्फ हल्के मन से उससे माफी न मांगे; उसे दिखाएँ, कि आप सच में ऐसा कर रहे हैं।
- एक हग कर लें: अगर आप और वो फ्रेंड काफी अच्छे फ्रेंड हैं, तो फिर उसे एक हग देने में कुछ गलत नहीं है। अगर आप दोनों सच्चे मन से सब भूल चुके हैं और अब फिर से फ्रेंड बनने के लिए एक्साइटेड हैं, तो फिर उसे एक टाइट हग दे दें, ताकि उसे ये समझ आ जाए, कि आप सच में ऐसा चाहते हैं। मेल अक्सर खुलकर ये बात नहीं कहते, कि वो फ्रेंडशिप को कितना सराहते हैं, इसलिए अगर आप इसके बारे में बात करने को लेकर शर्माते हैं, तो आप जितना बता सकें, उतना बता दें और फिर अपना रिश्ता मजबूत करने के लिए उसे एक बड़ा सा टाइट हग दें।
- अगर आपने पहले कभी उसे हग नहीं दिया है, तो हो सकता है, कि आप इसे लेकर नर्वस हों, लेकिन फिर भी अगर आप इसे लेकर एकदम नॉर्मल फील करेंगे, तो शायद ये उतनी भी बड़ी बात नहीं बनेगा।
- इसके बाद, उसके साथ जरा ज्यादा अच्छी तरह से पेश आएँ: आप दोनों के बीच में सब-कुछ ठीक हो जाने के बाद, इसे ज्यादा उजागर किए बिना भी आप चाहें तो अपने उस फ्रेंड के साथ में जरा ज्यादा अच्छा बर्ताव कर सकते हैं, ताकि आप फिर से उसके दिल में एक अच्छी जगह बना सकें। उसके लिए छोटी-छोटी चीज़ें करें, जैसे कि अगर उसे जरूरत हो, तो उसके लिए कॉफी ले जाएँ या फिर किसी एग्जाम के लिए या जॉब इंटरव्यू के लिए उसे तैयार कर दें। आप चाहें तो उसे कुछ और केयर और रिस्पेक्ट के साथ भी ट्रीट कर सकते हैं और उसे फिर से नाराज करने या बेवजह के कमेंट्स देने से जितना हो सके बचने की कोशिश करें।
- अगर आप किसी ऐसी चीज़ के बारे में सोच सकते हैं, जो उसे पसंद है, जैसे कि किसी खास कॉन्सर्ट में जाना या मूवी देखना, तो उसे अपने साथ आने के लिए इंवाइट कर लें।
- इसे फिर से न होने दें: अगर आप सच में ये साबित करना चाहते हैं, कि आपने अपनी गलती से सबक ले लिया है, तो फिर आपको आगे बढ़ते हुए सावधान रहना होगा। उस इंसान के साथ झगड़े में पड़ने से बचें और सबसे जरूरी, उस चीज़ को करने से बचें, जिसकी वजह से आपके बीच में झगड़ा शुरू हुआ। आप किस तरह से बर्ताव करते हैं, को लेकर ज्यादा ध्यान रखें और उसके नाराज या अनकम्फ़र्टेबल होने के बारे में समझने के लिए उसकी बॉडी लेंग्वेज और फेशियल एक्स्प्रेशन को पढ़ना सीखें और इसे होने से रोकने की पूरी कोशिश करें।
- अगर आप अभी भी उसी पुरानी चीज़ को करते रहेंगे और फिर से झगड़ते रहेंगे, तो आप फिर कभी भी फ्रेंडशिप को पूरा नहीं कर पाएंगे। अगर आप अपने उस फ्रेंड के बारे में सच में परवाह करते हैं, तो आपको अपने तरीकों को बदलने के बारे में सोचना होगा।
संपादन करेंकिसी भी परिस्थिति में क्या नहीं करना चाहिए, के बारे में जानना
- टेक्स्ट के जरिए या ऑनलाइन माफी न मांगें: अपने फ्रेंड से टेक्स्ट, फेसबुक, ईमेल या ऐसे ही किसी और ऐसे तरीके से माफी न मांगें, जिसमें आप उसके सामने न हों। सामने होकर बात करने की कोशिश करने से उसे ऐसा महसूस होगा, कि आपको सच में उसकी परवाह है और आप डरपोक नहीं हैं। बेशक, अगर यहाँ कोई खास परिस्थिति हो, जैसे कि, आप और आपका फ्रेंड काफी ज्यादा दूर रहते हों, तो फिर एक फोन कॉल करना बेहतर रहेगा, लेकिन आपको स्ट्रॉंग रहना होगा और उसे दिखाना होगा, कि आप उसकी कद्र करते हैं।
- अगर आप ऑनलाइन या टेक्स्ट के जरिए माफी मांगते हैं, तो उसे ऐसा लगेगा, कि आप सच में उसे अपना वक़्त बर्बाद करने लायक नहीं समझते हैं।
- अगर आप सामने से माफी नहीं मांगते हैं, तो हो सकता है कि वो कोई जवाब न दे।
- अपनी तरफ से बार-बार की हुई कोशिशों का कोई जवाब नहीं मिलने के बाद, फिर ज्यादा कोशिश न करें: ये कभी भी अच्छी ट्रिक नहीं होती। बेशक, आप ये जानने को उतावले होंगे, कि वो आप से नाराज है या नहीं, लेकिन उससे बार-बार पूछते रहना, चीजों को और बदतर बनाने के अलावा और कुछ नहीं करेगा। हालांकि आपके मन में ये खयाल आ सकता है, कि बार-बार पूछने की वजह से वो तेज़ी से मूव ऑन कर लेगा, लेकिन असल में इसकी वजह से, क्योंकि आप उसे बार-बार उस वाकये की याद दिलाते रहेंगे, जिसकी वजह से उसके लिए इससे उबर पाना और भी बदतर बन जाएगा।
- असल बात ये है, जब वो सच में आपके ऊपर अपनी नाराजगी को तोड़ देगा, तब आप खुद ही इसे समझ जाएंगे। हजारों बार पूछने से किसी भी चीज़ पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
- झूठी माफी न मांगें: अगर आप सच में उसकी नाराजगी को दूर करना चाहते हैं, तो फिर ऐसी झूठी माफी न मांगें, जिसकी वजह से उसे ये समझ आ जाए, कि आप सिर्फ उसकी नाराजगी से बचने के लिए उससे माफी मांग रहे हैं। ऐसा न बोलें, “मुझे लगता है, कि मुझे माफी मांग लेना चाहिए,” या एक अग्रेसिव तरीके से “आइ एम सॉरी” न बोलें। इसकी बजाय, स्पष्ट कर दें, कि आप अपनी फीलिंग्स को लेकर और अपने पछतावे को लेकर बहुत ईमानदार हैं। अगर आप जाहिर तौर पर इसके कोई मायने नहीं दिखाते हुए माफी मांगते हैं, तो फिर इससे आपको ज्यादा कुछ नहीं मिल पाएगा।
- माफी मांगते वक़्त आइ कांटैक्ट बनाएँ, अपनी बॉडी को उसकी तरफ घुमा लें और उसे मालूम होने दें, कि आप कितने दर्द में हैं।
- अपने बिहेवियर के लिए कोई बहाना न बनाएँ। जो कुछ भी हुआ, उसकी पूरी ज़िम्मेदारी ले लें।
- कन्वर्जेशन के लिए गलत वक़्त न चुनें: वो एक और चीज़, जो आपको नहीं करना चाहिए, वो है, उसके सामने अपनी बातें रखने के लिए एक गलत वक़्त चुन लेना। किसी जरूरी काम, जैसे कि बेसबाल गेम की पिच पर या जॉब इंटरव्यू पर जाते वक़्त या फिर किसी एक टेस्ट से ठीक पहले उसके साथ में बात करने से बचें। पुष्टि करें, कि आप उससे एक ऐसे वक़्त पर बात करते हैं, जब वो स्ट्रेस में न हो और बात करने लायक हो। इसके साथ ही आपको उस वक़्त भी उसके साथ में बात करने से बचना चाहिए, जब वो दूसरों के सामने नाराज हो; अगर आप उसके साथ में बैठकर बात करने के लिए किसी भी तरह की कोशिश करते नजर नहीं आएंगे, तो इसमें आपकी सीरियसनेस नजर नहीं आएगी।
- अगर आप एक बुरे वक़्त पर उसके साथ बात करते हैं, तो हो सकता है, कि वो पहले ही इस बात को लेकर आप से नाराज हो, कि आपने उसके साथ में बात करने के लिए एक सही वक़्त चुनने तक की कोशिश नहीं की, इसकी वजह से आप पहले ही गलत चीज़ से शुरुआत कर रहे होंगे।
- बहुत जल्दी में चीजों को फिक्स करने की कोशिश न करें: बेशक, हम सभी को इस बात को जानकर काफी तकलीफ होती है, कि कोई हमसे नाराज है। लेकिन बोला गया है, अगर वो लड़का अभी भी काफी गुस्से में है, तो आपको उसके साथ उसी दिन बात करने से बचना चाहिए। उससे बात करने और फिर से फ्रेंड्स बनने की कोशिश करने से पहले उसे कुछ दिनों का या हो सके तो कुछ हफ्तों तक का वक़्त दें। अगर आप फौरन उससे बात करने की कोशिश करने लगेंगे, तो शायद वो आपको सुनेगा ही नहीं और हो सकता है, कि वो आप से और भी ज्यादा चिढ़ जाए — और नाराज हो जाए।
- इस तरह की परिस्थितियों में शांत रहना काफी मुश्किल हो सकता है, लेकिन आपको उसे करना सीखना होगा। जब तक वो बात करने को तैयार न हो जाए, तब तक खुद को किसी और काम में बिजी रखने के तरीके तलाश लें। बचे हुए वक़्त में, आप चाहें तो उससे क्या कहना है, के ऊपर फोकस भी कर सकते हैं।
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February 9, 2019, 12:30 am
वो आप से प्यार करता है, वो आपसे प्यार नहीं करता... या अगर आप अपनी तरफ से सही कदम उठाएंगी, तो शायद वो आपसे प्यार करने भी लग जाएगा। वो आपको अपने एक फ्रेंड से कुछ ज्यादा सोचना शुरू कर ले, इसके लिए, उसके फ्रेंड्स का दिल जीतना या फ़्लर्ट करने के लिए अपनी बॉडी लेंग्वेज का यूज करने की जैसी कुछ छोटी-छोटी स्ट्रेटजीस का यूज करके देखें। फिर जरा सा दिलकश अंदाज अपनाकर, उसे किस चीज़ से खुशी मिलती है, जानकर और अपने आप में बेस्ट और ज्यादा कॉन्फिडेंट बनकर, चीजों को और भी आगे तक ले जाएँ।
संपादन करेंउसके आपके बारे में सोचने के तरीके को बदलना
- अपना ज़्यादातर वक़्त उसी के आसपास रहकर बिताएँ, ताकि आप हमेशा उसके दिल-दिमाग में छाई रहें: आप जितना ज्यादा उसके करीब रहेंगी, फिर चाहे ये शुरुआत में बस यूँ ही आया कोई खयाल ही क्यों लगे, लेकिन वो आपके बारे में उतना ही ज्यादा सोचेगा। ऐसे इवैंट्स में जाएँ, जहां पर आपको उसके आने की पक्की खबर हो, जैसे कि एक फ्राईदे नाइट फुटबाल गेम या फिर एक कॉफी शॉप जैसी, उसकी किसी फेवरिट प्लेस पर जाना।[१]
- उसका पीछा न करें या न ही उससे हरदम चिपकी रहें। अगर आप अचानक से हर जगह नजर आने लग जाएंगी, तो उसे शक होना शुरू हो जाएगा और वो अनकम्फ़र्टेबल फील करने लगेगा।
- पक्का कर लें, कि वो आपसे किसी ऐसी परिस्थिति में टकराता है, जब आप सच में उस परिस्थिति के हिसाब से एकदम फिट हों। जैसे कि, अगर आपको मालूम है, कि आप उसे जिम में मिल सकती हैं, तो एक अच्छा क्यूट सा आउटफिट पहन लें। या, अगर आप दोनों एक ही पार्टी में जा रहे हैं, तो उसे टेबल टेनिस (या किसी और सीक्रेट टैलेंट!) के एक गेम के लिए चैलेंज करें।
- उसके मन में आपके लिए अट्रेक्शन फील हो, इसके लिए कुछ एडवेंचरस करें: एड्रेनालाइन (Adrenaline) या डर, किसी के मन में ठीक वैसा ही रिएक्शन पैदा करता है, जैसा कि फिजिकल अट्रेक्शन करता है, तो इसलिए अपने दिलों की धड़कनों को बढ़ाने के लिए, रॉक क्लाइम्बिंग या अपने करीबी अम्युजमेंट पार्क में जाकर रोलर कोस्टर राइड कर लें। वो अपनी उस एक्साइटमेंट और खुशी की फीलिंग को, उस इवैंट से जोड़ने के बजाय आप से जोड़ लेगा।[२]
- आप चाहें तो एक स्केरी (डरावनी) मूवी देखने जितनी कोई छोटी सी एक्टिविटी भी कर सकती हैं या फिर इंडोर स्काईडाइविंग जैसी एक बड़ी चीज़ भी कर सकती हैं।
- वैसे तो ये एक ऐसी एक्टिविटी करना बेस्ट माना जाता है, जिसमें सिर्फ आप दोनों ही हों, ताकि वो जब भी उस फीलिंग को याद करे, तो उसकी आँखों के सामने बस आपका ही चेहरा आए, लेकिन आप एक ग्रुप के साथ भी जा सकती हैं। बस वहाँ पर उसके साथ में एक क्वालिटी टाइम बिताने लायक वक़्त मिलने की पुष्टि जरूर कर लें।
- उसके फ्रेंड्स का दिल जीत लें, ताकि उसे मालूम हो जाए, कि वो आप पर भरोसा कर सकता है: लोग अक्सर अपने फ्रेंड्स पर भरोसा किया करते हैं और उनकी राय को अहमियत भी दिया करते हैं। अगर वो आप सभी को एक-साथ होता हुआ देखेगा, तो वो आपके साथ में और भी कम्फ़र्टेबल फील करने लग जाएगा। पता लगा लें, कि उसके फ्रेंड्स को क्या करना अच्छा लगता है और फिर मिनी गोल्फ या ब्रंच जैसी एक ग्रुप आउटिंग प्लान कर लें, जहां पर आप उन्हें अच्छे से जान पाएँ।[३]
- आप उसे अपने फ्रेंड्स के साथ भी इन्वाइट कर सकती हैं, ताकि वो उन से भी मिल सके।
- उसके फ्रेंड्स से मिलने से पहले, उनके बारे में जरा सी रिसर्च कर लें, इसके लिए आप उनके सोशल मीडिया अकाउंट को चेक कर सकती हैं। ऐसा न हो, कि आप रोहन से उसकी गर्लफ्रेंड के साथ हुए ब्रेकअप के बारे में जाने बिना ही, गलती से उससे उसकी गर्लफ्रेंड का का हालचाल पूछ बैठें, इसलिए जरूरी है, कि आपको उनके ब्रेकअप के बारे में पता होना चाहिए! कुछ ऐसा कहें, “मैं सोच रही थी, कि क्यों न हम सब फ्रेंड्स मिलकर इस वीकेंड पर बिग गेम देखने के लिए चलें। क्या खयाल है?”
- उसके फ्रेंड्स के बारे में कुछ भी उल्टा-सीधा न बोलें या न ही उनका मजाक उड़ाएँ। फिर चाहे वो ही इसकी शुरुआत क्यों न करे, लेकिन आपको उसका साथ देने के लिए नहीं कूदना है। अगर आपके पास में कहने के लिए कुछ भी अच्छा नहीं है, तो फिर कुछ भी न बोलें।
- रोमांस या प्यार के बारे में बातें करें, ताकि वो इन बातों से आप ही को जोड़ ले: अगर आप चाहती हैं, कि वो आपके बारे में ऐसा सोचने लगे, कि वो आप ही हैं, जिससे वो प्यार कर सकता है, तो उसके सामने इसी तरह की बातें लाकर, उसके ब्रेन को आपके बारे में ऐसे ही वर्ड्स, आइडियाज या फीलिंग महसूस करने के लिए ट्रेन कर दें। जैसे कि, उससे बात करते वक़्त कई बार "लव/प्यार" शब्द का यूज करें, उसे अपनी फ्रेंड के नए बॉयफ्रेंड के बारे में कोई क्यूट सी स्टोरी सुनाएँ या फिर रॉयल कपल कितना प्यारा है, के बारे में बोलती रहें।[४]
- ये सारी चीज़ें बस अचानक ही कर दें, ताकि कोई भी चीज़ जबर्दस्ती में या जानबूझकर की हुई न लगे।
- जैसे कि, आप चाहें तो आज के दिन आपके पैरेंट्स की वेडिंग एनिवर्सरी के बारे में बात कर सकती हैं या फिर उससे अभी हाल ही में आई किसी रोमांटिक कॉमेडी को देखने के बारे में भी पूछ सकती हैं। ऐसा कुछ कहें, कि "मुझे दीपिका की नई मूवी बहुत पसंद आई। रोम कोम्स तो कितने क्यूट होते हैं!"
- आप चाहें तो इमेजेस और साउंड का भी यूज कर सकती हैं, जैसे कि जब वो आपके आसपास हो, तब एक लव सॉन्ग प्लेलिस्ट प्ले कर सकती हैं या फिर एक क्यूट सी हार्ट बनी हुई टी-शर्ट पहन सकती हैं।
संपादन करेंबॉडी लेंग्वेज का यूज करना
- उसे आपकी तरफ से प्यार और अहमियत का अहसास दिलाने के लिए उसके साथ आइ कांटैक्ट बनाकर रखें: जब भी कोई प्यार में होता है, तो वो उस इंसान के साथ में, दूसरे लोगों के कम्पेरिजन में कहीं ज्यादा आइ कांटैक्ट बनाने लग जाता है। अगर आप उसकी आँखों में बहुत ज्यादा देखेंगी, खासतौर पर जब वो आप से बात करे, तो ऐसा करने से उसके अंदर वही फीलिंग आएगी, जो उसे आखिरी बार प्यार में रहते हुए फील हुई थी। फिर ये पॉज़िटिव इमोशन्स आपके साथ में जुड़ जाएंगे।[५]
- उसकी तरफ बहुत ज्यादा देर तक भी न घूरती रहें, नहीं तो आप उसे डरा देंगी। इससे बचने के लिए अपनी नजरों को जरा-जरा सी देर के बाद उसकी ओर से दूर ले जाएँ और फिर वापस उसकी ओर ले आएँ।
- आप चाहें तो फ़्लर्ट करने के लिए अपनी आइलैश का यूज भी कर सकते हैं। जब आप किसी को पसंद करते हैं, तो बार-बार ब्लिंक करना, इसका एक नेचुरल रिएक्शन होता है, तो ये भी एक तरह से दिखा देता है, कि आप उसे काफी पसंद करते हैं।
- आप उसके साथ ताल में हैं, ये दिखाने के लिए उसके मूवमेंट्स को कॉपी करें: अगर आप उसकी बॉडी लेंग्वेज, टोन और बिहेवियर को कॉपी करती हैं, तो उसे ऐसा फील होगा, कि आप दोनों एक ही ताल में हैं। जब वो स्माइल करे, तब आप भी मुस्कुरा लें, अपनी आवाज को धीमा करके उसकी सॉफ्ट वॉइस को कॉपी कर लें, या फिर अपनी बॉडी को ठीक उसी की तरह झुका लें।[६]
- उदाहरण के लिए, अगर उसने टेबल पर अपने हाँथ के ऊपर अपनी चिन (ठुड्डी) को रखा है, तो आप भी ऐसा कर लें।
- आप दोनों को एक-साथ वॉक करते वक़्त भी ऐसा ही करना चाहिए। उसकी स्पीड को मैच करने के लिए आप भी अपनी स्पीड बढ़ा लें या कम कर लें।
- उसके द्वारा की जाने वाली हर एक चीज को कॉपी न करें। उसके हर एक मूवमेंट को कॉपी करते हुए अजीब से लगने के बजाय अपने बिहेवियर को एकदम नेचुरल बनाए रखें।
- फिजिकल कनैक्शन बनाने के लिए, अक्सर उसे छूते रहा करें: स्टडीज़ से मालूम हुआ है, कि किसी को बार-बार छूने से उसका आपके प्रति लगाव बढ़ने लगता है। उसे छूने की कोई भी वजह तलाश करें, फिर भले ये उसके द्वारा सुनाए हुए किसी जोक के बाद हल्के से अपने हाँथ को उसके हाँथ पर रखना हो या फिर उसके गुडबाय बोलने के बाद, उसे एक टाइट हग देना हो।[७]
- अगर आप अपने एक्शन को बहुत ज्यादा जाहिर नहीं करना चाहते हैं, तो ऐसा दिखाएँ, जैसे कि आपने अचानक ही उसे टच कर दिया है। जैसे कि, जब आप कुछ लेने के लिए खड़ी होती हैं, तो उसके हाँथ को छू लें या फिर टेबल के नीचे उसके पैरों को टच करें।
- आपके द्वारा की जाने वाली टचिंग को कमर के ऊपर तक ही रखें, ताकि आप गलती से भी अपनी बाउंडरीज क्रॉस न कर दें या उसे अनकम्फ़र्टेबल न फील करा बैठें। अगर आपको इसे लेकर डाउट है, तो इसके लिए कंधे, हाँथ, और चेहरा सबसे सेफ जगह हैं।
संपादन करेंअपने कनैक्शन को और भी मजबूत करना
- पता करें, कि ऐसा क्या है, जिससे उसे प्यार का अहसास होता है: हर किसी के द्वारा प्यार को पाने का तरीका अलग होता है, फिर चाहे वो टच के जरिए हो या फिर गिफ्ट्स पाकर। उसके प्यार पाने के तरीके को जानने के लिए, ध्यान देकर देखें, कि ऐसा क्या है, जिसे वो आप से या दूसरे लोगों की तरफ से पाकर खुश होता है। फिर उन्हीं सारी चीजों को करने के ऊपर ध्यान दें, ताकि उसे भी फील हो, कि आप सच में उसमें दिलचस्पी लेती हैं।[८]
- उदाहरण के लिए, अगर कोई उसे ऐसा कहे, कि वो स्पेशल है, तो उसे अच्छा लगता है, तो अपनी तरफ से इस तरह की बातें जरूर बोले जाने की पुष्टि कर लें, "मेरे होमवर्क में मेरी हेल्प करने के लिए थैंक्स। तुम कितने स्मार्ट हो!" या "तुम्हें हमेशा मालूम होता है, कि मुझे कैसे अच्छा फील कराया जाए, और तुम्हारी यही बात मुझे बहुत पसंद है।"
- उसकी लाइफ के खाली वक़्त को भर दें, ताकि उसे आपकी जरूरत का अहसास होता रहे: अगर आप उसे वो दे सकें, जो कोई भी नहीं दे सकता है, तो उसके मन में आपके लिए फीलिंग्स बनने लग जाएंगी। उदाहरण के लिए, अगर उसकी लाइफ में ऐसा कोई नहीं है, जो उसके एक प्रोफेशनल एथलीट बनने के सपनों को सपोर्ट करता हो, तो आप उसकी सबसे बड़ी चेयरलीडर बन जाएँ।[९]
- अपनी स्ट्रेंथ्स के बारे में भी सोचें। अगर आप एक अच्छी लिशनर हैं, तो आप वो इंसान भी बन सकती हैं, जिसे वो अपने मन की हर एक छोटी से छोटी बात भी बता सके।
- जैसे कि, अगर वो हमेशा आप से ऐसा कुछ बताता है, कि किस तरह से उसे उदासी में अपने किसी भी मेल फ्रेंड से बात करने में हिचकिचाहट होती है, तो आप कुछ ऐसा कह सकती हैं, "अगर तुम्हें कभी भी बात करने के लिए किसी की जरूरत महसूस हो, तो मैं हमेशा तुम्हारे साथ हूँ। मैं कभी तुम्हें जज नहीं करूंगी!"
- उसे “बदलने (फिक्स करने)” की कोशिश न करें। जरूरत पड़ने पर हमेशा उसके साथ रहने और उसे अपनी इच्छा के हिसाब से बदलने की कोशिश करने में बहुत ज्यादा फर्क होता है।
- आप दोनों के बीच में इंटीमेसी तैयार करने के लिए, उसके साथ में सीक्रेट्स शेयर करें: उसके सामने ओपन रहने से उसे ऐसा लगेगा, कि आप उस पर भरोसा करती हैं और आप इमोशनली उसके और करीब आना चाहती हैं। उसे अपने बारे में ऐसी बातें बताएं, जिसे ज्यादा लोग नहीं जानते हों और जब वो अपनी ओर से ओपन हो, तब उसे सच में सुनने की पुष्टि भी कर लें।[१०]
- पहले छोटे से शुरुआत करें, फिर कुछ बड़ा शेयर करें, फिर ऐसी कुछ बातें शेयर करें, जो आपके रिश्ते को और भी बेहतर बना सके।
- उदाहरण के लिए, फर्स्ट डेट पर, आप उसे बता सकती हैं, कि आपको अजीब-अजीब से रियलिटी शो अच्छे लगते हैं। 10th डेट पर, आप उसे अपने पैरेंट्स के डिवोर्स के बारे में बता सकती हैं।
- आप कितनी जबर्दस्त हैं, उसे ये दिखाने के लिए अपनी तरफ से हमेशा तैयार रहें: हमेशा सिर्फ उसे अपना दीवाना बनाने की तरफ ध्यान देने के बजाय, अपने बारे में भी सोचें। आप किस तरह से अपने में बेस्ट बन सकती हैं और किस तरह से कॉन्फिडेंट और एक ऐसी आत्म-विश्वासी लड़की बन सकती हैं, जिसे वो पाना चाहे? अपने ऊपर भी उतना ही काम करें, जितना कि आप अपने रिश्तों को बनाने में, अपने फ्रेंड्स के साथ वक़्त बिताने में और किसी को प्यार करने की कोशिश करने में करते हैं।[११]
- ऐसा इंसान बनने की कोशिश न करें, जो आप हैं ही नहीं। इसकी बजाय अपने आप में ऐसी चीजों को बदलने की कोशिश करें, जो आपको पसंद ही न हों।
- जैसे कि, अपना वीकेंड उसकी एक्स के इन्स्टाग्राम पर नजर बनाए रखने के बजाय, उस वक़्त को अपनी पेंटिंग स्किल्स को बेहतर बनाने में यूज करें। वो एक ऐसी लड़की की तरफ खुद को और भी ज्यादा अट्रेक्ट होता हुआ पाएगा, जिसके पास अपने पैशन और अपने इंटरेस्ट हैं और जो खुद से प्यार करती हो।
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February 10, 2019, 1:30 am
आदर्श रूप से, अधिकांश लड़कियां कहेंगी कि वे चाहेंगी कि उन्हें साथ आने का निमंत्रण व्यक्तिगत रूप से दिया जाये। ख़ैर, अगर आपमे हिम्मत नहीं है या आपको लगता है कि फ़ोन पर सफलता का चांस अधिक है, तब लड़की के हाँ कहने की संभावना बढ़ाने के लिए आपको सबसे बढ़िया टेक्स्ट एटिकेट (etiquette) का इस्तेमाल करना होगा। चाहे आप उसे डेट पर जाने के लिए कह रहे हों, स्कूल डांस के लिए, या उसे गर्लफ़्रेंड बनाने के लिए, महत्वपूर्ण यह है कि आप विनीत बने रहें और मुद्दे से न भटकें।
संपादन करेंउसे डेट पर चलने का निमंत्रण देना
- डेट का विचार मन में लाइये: अगर आप व्यक्ति को अच्छी तरह से जानते हैं, तब डेट का विचार मन में आने पर उसकी रुचियों को ध्यान में रखिए। डेट जितनी अपीलिंग लगेगी, उसकी हाँ कहने की संभावना उतनी ही बढ़ जाएगी। इसके साथ ही, जगह और समय के बारे में एक कंक्रीट प्लान दिमाग़ में होने से आप "चलो कभी कहीं घूमने चलते हैं," या "मुझे तो पता नहीं, तुम क्या करना चाहोगी?” जैसे वाक्य कहने की तुलना में और भी निर्णायक लगेंगे। ये डेट के लिए कुछ सुझाव हैं जिन पर आपको कुछ भी पूछने से पहले विचार कर लेना चाहिए:
- अगर संगीत में आपकी रुचियाँ एक समान हों, तब उसे आने वाले कंसर्ट या शो के लिए इनवाइट करिए।
- उसे लंच पर मिलने या साथ में आइसक्रीम खिलाने के बारे में सोचिए। अगर आपको कुकिंग में मज़ा आता है तब उसे घर के खाने के लिए निमंत्रित करिए। वैसे यह याद रखिए कि ज़रूरी नहीं है कि डेट्स हमेशा खाने के इर्द गिर्द ही घूमें; एक साथ हाइक पर जाइए या बॉलिंग करने जाइए!
- कोई ऐसी गतिविधि सोचने की कोशिश करिए जिसमें बातचीत करने का और एक दूसरे को जानने का मौका हो। साथ में मूवी देखने के प्रस्ताव को न देना ही अच्छा है, क्योंकि वहाँ आप शांत बैठे रहेंगे और आपको बातें करने का मौका नहीं ही मिलेगा। वैसे, अगर आप मूवी जाना ही चाहते हैं, तब पहले उसे डिनर पर ले जाइए या बाद में आइसक्रीम के लिए ले जाइए ताकि आपको एक दूसरे को जानने का अवसर मिल सके।
- ओपनिंग टेक्स्ट भेजिये: बातें शुरू करने के लिए पहले उसे ग्रीट (greet) करिए। अगर आप उससे हाल ही में मिले हैं और आपको पता नहीं है कि आपका नंबर उसके फ़ोन में सेव्ड है या नहीं, तब आपको उसे याद दिलाना होगा कि आप हैं कौन। ऐसा कुछ कहिए "हेलो, मैं [अपना नाम] हूँ, हम उस दिन मिले थे।" अगर आपको यकीन है कि उसके पास आपका नंबर है, तब ऐसे टेक्स्ट करिए "हेलो, क्या हाल है? " या "हेलो, तुम्हारा दिन कैसा जा रहा है?"
- अगर आप उससे हाल ही में मिले हों, तब पिछली मुलाक़ात के आधार पर बातें शुरू करने का कोई बहाना ढूंढ लीजिये। जैसे कि, अगर आप किसी पार्टी में साथ रहे हों, तब ऐसा कुछ टेक्स्ट करिए "तुम्हारी बाकी की शाम कैसी बीती?" अगर आप क्लास में साथ हो, तब ऐसा कुछ लिखिए "क्या सोमवार के टेस्ट के लिए तैयार हो? "
- साथ जाने के लिए पूछने से पहले पिछले टेक्स्ट के उसके जवाब का इंतज़ार करिए। ध्यान रहे कि वह व्यस्त हो सकती है और शायद उसका फ़ोन भी उसके पास न हो, इसलिए धैर्य रखिए।
- उसे डेट पर आने के लिए कहिए: जब आप बातचीत चालू कर दें तब समझ लीजिये कि समय आ गया है कि उसे डेट पर चलने को कहें। किसी दिन/ वीकेंड पर उसकी क्या प्लान हैं यह पूछने से शायद आप शुरुआत करना चाहेंगे। अगर वह कहती है कि वह खाली है, तब साथ में बाहर चलने को कहिए। यह कहते हुये एक टेक्स्ट भेजिये "क्या मेरे साथ [यह करना] चाहोगी?"
- बाहर जाने में पूछने केआर लिए देर मत करिए। आप नहीं चाहेंगी कि बातें किसी दूसरी दिशा में चली जाएँ और उससे पूछना बहुत अजीब या अनएक्सपेकटेड (unexpected) न हो जाये। जब आप केवल एक दूसरे टेक्स्ट ही कर रहे हों, तब बहुत अधिक मामूली बातें करने की जरूरत नहीं है।
- बातों को मुद्दे पर और संक्षिप्त ही रखिए। ऐसा कुछ कहिए, "मूवी देखना चाहोगी? " या "इस शुक्रवार की शाम को बॉलिंग चलना चाहोगी? "
- जब आप मिलना चाहें तब निश्चित जगह और समय का ध्यान रखिए। अगर आप सिर्फ ऐसा कुछ कहेंगे, "कभी कोई मूवी देखना चाहोगी?" तब आप अनिश्चित लगेंगे। समय बताना बहुत आवश्यक है ताकि उसे लगे कि आप सीरियस हैं और आपने पहले से ही सब सोच रखा है।
- उसे कुछ और भी करने का अवसर दीजिये। शायद वह आपके साथ जाना तो चाहती हो, मगर वह बहुत घटिया बॉलर हो; शायद वह डिनर पर जाना चाहती हो, मगर शायद पिछली ही रात उस जगह गई हो जहां जाने का आपने सुझाव दिया हो। उसे साफ़ बता दीजिये कि वैसे तो आपके पास योजना है, मगर आप कुछ और भी करने को तैयार हैं।
- उसके उत्तर को रिसपॉण्ड (respond) करिए: अगर वह हाँ कहती है, तब सब कुछ पक्का कर लीजिये; तय कर लीजिये कि आप कब और कहाँ मिलेंगे तथा अगर ज़रूरी हो तब ड्राइविंग के इंतज़ाम भी कर लीजिये। जब आपने तारीख़ तय कर ली हो, तब बात को यह कह कर ख़त्म करिए "बढ़िया, तब तुमसे शनिवार को मिलता हूँ!" उसके बाद भी टेक्स्ट मत करते रहिए, वरना लगेगा कि शायद आप ज़बरदस्ती कर रहे हैं। वैसे, अगर वह आपको बहुत टेक्स्ट करने लगे, तब आप भी रिसपॉण्ड कर सकते हैं।
- उसे यह बताना मत भूलिए कि अगर वह हाँ कहेगी तब आप को डेट का बेकरारी से इंतज़ार रहेगा। इससे उसे लगेगा कि वह ख़ास है और वह भी डेट का बेसब्री से इंतजार करेगी।
- अगर वह आपके प्रस्ताव को ठुकरा देती है, तब उसे बता दीजिये कि आपने बुरा नहीं माना और बात बंद कर दीजिये। आप चाहेंगे कि आपका सम्मान बना रहे और बातें मधुरता से समाप्त हों।
संपादन करेंउसे गर्लफ़्रेंड बनाने के लिए कहना
- पता लगाइए कि उसकी आपमें रूमानी दिलचस्पी है या नहीं: अधिकांश मामलों में आपको किसी लड़की को गर्लफ़्रेंड बनने के लिए तभी कहना चाहिए जब आप कई डेट्स पर जा चुके हों और आपको पता हो कि उसकी आपमें दिलचस्पी एक दोस्त से अधिक कुछ है; अगर आप अभी नवयुवक हैं और डेट पर जाने से पहले ही लड़कियों से गर्लफ़्रेंड बनने का प्रस्ताव देना आपकी आदत है, तब इन संकेतों की तरफ ध्यान दीजिये, कि क्या आपके बातें करने पर वह ब्लश करती है, या क्या वह क्लास के बाद आपके लिए रुकती है। यह पता होने से कि वह आपको जवाब में चाहती है या नहीं आपकी संभावना बढ़ जाएगी।
- अगर आपने उससे बात नहीं की है, उसे अच्छी तरह से जानते नहीं हैं, या आपको पता है कि उसका किसी और से रोमांटिक संबंध है, तब उसे साथ चलने को मत कहिए। अरे, सागर में बहुत मछलियाँ हैं!
- वह आपको पसंद करती है या नहीं इस बारे में यकीनन पता होने की ज़रूरत नहीं है, मगर अगली बार जब साथ हों तब उसकी बॉडी लैङ्गुएज और शब्दों के अर्थ को समझने की कोशिश करिए। क्या वह अपना शरीर आपकी ओर मोड़ती है, आपकी उपस्थिति में थोड़ी परेशान होती है या आपको देख कर एक्साइटेड होती है? अगर ऐसा है, तब ये इस बात के अच्छे संकेत हैं कि शायद उसकी आपमें दिलचस्पी है।
- एक ओपनिंग टेक्स्ट भेजिये: ऐसा अभिवादन करके शुरुआत करिए "अरे सुनो," "अरे, तुम कैसी हो?" या "सुनो, तुम्हारा दिन कैसा बीत रहा है?" इससे बातचीत में आसानी होगी और वह सवाल के लिए तैयार हो सकेगी। बातचीत को स्वाभाविक रूप से चलने दीजिये। शुरुआत में ही चालाकी दिखाने की या अपने हिसाब से बहुत मज़ाकिया कमेन्ट करने की ज़रूरत नहीं है। बेहतर होगा कि सीधी बात की जाये और मुद्दे पर ही रहें; अगर आप बहुत हिचकिचाएँगे नहीं तो वह आपके आत्मविश्वास से प्रभावित होगी।
- हालांकि आपको पता नहीं हो सकता कि दिन में वह कब क्या करती है, मगर ऐसे समय पर टेक्स्ट भेजने की कोशिश करिए जबकि उसके बिज़ी होने की संभावना कम से कम हो। जैसे कि, अगर आपको पता हो कि स्कूल के बाद उसकी फ़ुटबॉल की प्रैक्टिस होती है, तब उसके कुछ घंटों बाद भेजिये।
- पहले उसे पता लगने दीजिये कि आप कैसा महसूस करते हैं: उसे बताइये कि आपको उसके साथ समय बिताना अच्छा लगता है, उसके उन गुणों की तारीफ़ करिए जिनकी वजह से वह ख़ास हो जाती है, समझाइए कि आपको उसके साथ समय बिताना इतना पसंद क्यों है। यह कहने की कोशिश करिए "तुम्हारे साथ बिताए पिछले कुछ हफ़्तों में सचमुच मुझे बहुत मज़ा आया," या "तुम सचमुच में मुझे ख़ास बना देती हो," या "मैंने पहले कभी किसी और के बारे में ऐसा नहीं महसूस किया।" आप चाहे जो भी कहें, बस ईमानदारी से कहिए और वही कहिए जो आपके मन में है। मगर इसका यह मतलब नहीं कि तारीफ़ में ज़मीन आसमान एक कर दिये जाएँ।
- उसे अपनी गर्लफ़्रेंड बनाने के लिए कहने से पहले उसके रिसपॉण्ड करने का इंतज़ार करिए। ऐसे स्टेटमेंट्स पर वह कैसे रिसपॉण्ड करती है उससे पता चलेगा कि आपके द्वारा साफ़-साफ़ पूछे जाने से पहले ही उसकी आपके साथ संबंध रखने में दिलचस्पी है या नहीं।
- देखिये कि क्या वह रेसीप्रोकेट करती है। अगर वह कहती है कि वो भी आपके बारे में वैसा ही महसूस करती है, तब आगे बढ़ कर पूछ डालिए कि क्या वह आपकी गर्लफ़्रेंड बनेगी। अगर वह रिसपॉण्ड नहीं करती या बिना यह बताए कि वह कैसा महसूस करती है, सिर्फ "धन्यवाद" कहती है, तब शायद उसकी दिलचस्पी नहीं ही है।
- तारीफ़ के बोझ से उसे दबा मत दीजिये, क्योंकि यह ज़िद और दबाव लग सकता है।
- उसे अपनी गर्लफ़्रेंड बनने के लिए कहिए: यह सवाल कई तरीके से पूछा जा सकता है। आप सीधे पूछ सकते हैं "क्या मेरी गर्लफ़्रेंड बनना चाहोगी?" या "क्या मैं तुम्हें अपनी गर्लफ़्रेंड कह सकता हूँ?" या "क्या तुम चाहोगी कि हम ऑफ़ीशियल कपल बन जाएँ?" सवाल पूछने में बहुत देर मत करिए। जितनी जल्दी आप पूछेंगे, उतनी जल्दी आप आगे बढ़ सकेंगे।
- उसकी जगह पर, आप उससे एक ओपन एंडेड सवाल पूछ सकते हैं "तुम्हारे अनुसार यह संबंध किस ओर जा रहा है?" या "क्या तुम चाहोगी कि तुम्हारा कोई प्रेमी हो?" ऐसे ओपेन एंडेड सवालों से उसे दिखेगा कि आप सचमुच उसकी जरूरतों और इच्छाओं की परवाह करते हैं, और उसे खुश करने के लिए समझौते करने को तैयार हैं। इससे कुछ दबाव कम हो जाएगा, हालांकि आपको मनचाहा जवाब नहीं मिलेगा।
- उचित प्रतिक्रिया दीजिये: अगर वह आपकी गर्लफ़्रेंड बनने को तैयार है, तब बढ़िया! आपको पहली चीज़ यह करनी होगी कि कुछ मज़ेदार, सीधी-सादी साथ-साथ करने वाली एक्टिविटी की सलाह दीजिये, और मिलने के लिए जगह और समय तय करिए। इससे उसे लगेगा कि आप सचमुच में उसके बारे में सीरियस हैं और इस संभावित रिलेशनशिप पर आपने बहुत विचार किया है।
- अगर उसे दिलचस्पी नहीं है, तब भी शिष्टता से उसे धन्यवाद कहिए। अच्छा यही होगा कि बातों को मधुरता से समाप्त करें ताकि वह आपकी परिपक्व प्रतिक्रिया पर गर्व कर सके।
संपादन करेंउसे स्कूल डांस के लिए कहना
- संभव हो, तो पता लगाइए कि उसके पास कोई डेट है या नहीं: अगर उसका कोई प्रेमी है तब आप यकीनन मान सकते हैं कि उसी के साथ डांस पर जाएगी। अगर आपको पक्का पता नहीं है कि उसके पास डेट है या नहीं, तब चिंता मत करिए, उसे किसी भी हाल में साथ आने को कहिए! आप अपने दोस्तों से पूछ सकते हैं कि क्या उन्हें पता है, या उसके दोस्तों से भी पूछ सकते हैं कि क्या उसकी कोई डेट है, मगर सावधान रहिए क्योंकि इससे यह संभावना बढ़ जाएगी कि बात उस तक पहुँच जाएगी; बेहतर तो यही होगा कि आप खड़े पाँव कुछ सोचें।
- अगर उसके पास पहले से कोई डेट हो तब उससे उसे छोड़ने को मत कहिए। यह दूसरे व्यक्ति पर अन्याय होगा और आप बुरे दिखेंगे।
- सुनिश्चित करिए कि आप यह जल्दी से कर डालें ताकि सफलता की संभावना बढ़ जाये। अगर हम प्रॉम (prom) की बात करें तो आपको कम से कम, एक या दो महीन एडवांस में पूछना चाहिए। अगर वह कोई मामूली स्कूल डांस हो, तब सुरक्षित रहने के लिए कुछ हफ़्तों का समय ही काफ़ी होगा।
- पहले उसे एक फ़्रेंडली टेक्स्ट भेजिये: ऐसा कुछ कह कर बातें शुरू करिए "कहो कैसी हो?" या "क्या हाल चाल है?" बाहर जाने के लिए पूछने से पहले उसके जवाब का इंतज़ार करिए, और बातचीत को स्वाभाविक रूप से शुरू हो जाने दीजिये। अगर उसके पास आपका नंबर न हो, उसे जान लेने दीजिये कि आप कौन हैं और आपको उसका नंबर कैसे मिला; आप नहीं चाहेंगे कि वह असहज हो जाये या आपके टेक्स्ट को नज़रअंदाज़ कर दे क्योंकि उसे पता ही न चले कि वह आया कहाँ से है।
- उसे डांस करने के लिए साथ आने को कहिए: या तो आप एक सीधा सादा टेक्स्ट भेज कर पूछ सकते हैं "क्या मेरे साथ डांस के लिए जाना चाहोगी?" या पहले यह पूछ सकते हैं कि क्या वह डांस में जाना चाहेगी। अगर वह माना कर दे, तब यह कह सकते हैं "अगर मेरे साथ आओगी तब मुझे अच्छा लगेगा," या "अगर हम साथ चलेंगे तब सचमुच में मज़ा आयेगा।"
- अगर आप चाहें तो, अपने डांस करने के कौशल के बारे में थोड़ी डींग भी हांक सकते हैं या उससे कह सकते हैं कि कैसे डांस फ्लोर पर आप चमक उठेंगे। यहाँ पर बहुत गंभीरता की ज़रूरत नहीं है!
- आवश्यक योजना बना लीजिये: अगर वह हाँ कहे, बधाई। अब आपको मिलने के लिए जगह और समय तय करना होगा, ज़रूरत हो तो कपड़े वगैरह का इंतज़ाम करना होगा, और ट्रांसपोर्ट तय करना होगा। इसके लिए घबराइए मत – मुश्किल समय बीत चुका है और अब तो आपके मज़े का समय आ गया है।
- उसे पता लगने दीजिये कि उसके साथ जाने से आप कितने उत्साहित हैं और आपको लगता है कि बहुत अच्छा समय बीतेगा। इससे वह अपने को ख़ास महसूस करेगी और आपके साथ जाने को बेकरार हो जाएगी।
- अगर वह कहती है कि उसकी कोई योजना नहीं है, तब उसे पता लग जाने दीजिये कि आपने बुरा नहीं माना है और बात समाप्त कर दीजिये। शांत रहने की कोशिश करिए और कहिए "चिंता की बात नहीं, आशा करता हूँ कि तुम किसी भी तरह मज़ा करोगी!"
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February 11, 2019, 2:00 am
संबंधों की सफलता में बातचीत की क्वालिटी अत्यंत महत्वपूर्ण होती है।[१] इस टेक्स्ट और सोशल मीडिया के युग में भी, 87% यूथ अपनी गर्लफ्रेंड से फ़ोन पर बात करते हैं।[२] फ़ोन करने की यह कोशिश लड़कियों को यह दिखाती है कि आपकी उनमें रुचि है और इससे उनको यह भी लगता है कि कोई उनको चाहता है। आप अपनी पुरानी प्रेमिका को फ़ोन कर रहे हों या उस सुंदरी को जिससे आप अभी-अभी मिले हों, फ़ोन पर बात करने के इन तरीकों को आज़माएं ताकि वह आप पर फ़िदा हो जाये I
संपादन करेंफ़ोन करने के स्थान एवं समय का चयन करना
- लड़की के शेड्यूल के अनुसार चलें: बात करने का एक समय निर्धारित कर लें, या तब फ़ोन करें जब आपको लगे कि वह ख़ाली होगी। उसको इस दुविधा में न डालें कि उसे आपमें और अपने परिवार या अन्य दोस्तों में से किसी एक को चुनना पड़े। ड्रामा क्लब, फुटबॉल प्रैक्टिस, फेमिली डिनर, अथवा कॉफ़ी शॉप में उसकी शिफ्ट समाप्त होने के बाद फ़ोन करें।
- किसी शांत, एवं निजी स्थान से फ़ोन करें: लड़कियां अपनी बातचीत में और भी खुली हुई हुए ईमानदार रहेंगी यदि उन्हें विश्वास होगा कि कोई और उनकी बातें नहीं सुन रहा है। जब आप अन्य व्यक्तियों के साथ हों तब उसे फ़ोन न करें, एवं बिना उसकी इजाज़त लिए हुए बातचीत को स्पीकर फ़ोन पर न डालें।[३]
- अपना पूरा ध्यान बातचीत पर लगाएं: वह आपको अपना समय दे रही है, और आपको भी ठीक वैसा ही करना चाहिए। अनेक युवा समझते हैं कि मल्टीटास्किंग की वजह से वार्तालाप ख़राब हो जाता है।[४] उसे ऐसा दिखाइए कि यह बातचीत आपके लिए जीवन की सबसे महत्वपूर्ण चीज़ है। अपनी गर्लफ्रेंड से बात करते समय टेक्स्ट न करें, और न ही ऑनलाइन जाएं, टीवी देखें, या अन्य लोगों से बातें करें।
- प्रसन्नता से उसका अभिवादन करें: भावनाएं एक तरह से संक्रामक होती हैं।[५] यदि आप दोस्ताना और बात करने को उत्सुक लगेंगे, तब संभवतः वह भी वैसे ही उत्तर देगी। जब वह फ़ोन उठाये, उसका अभिवादन ऐसे करें कि आगे की बातचीत संभव हो सके और उसे लगे कि आप उसकी बातें सुनना चाहते हैं। अपनी निकटता के अनुरूप ही शब्द चुनें:
- हाय! कैसी हो डिअर?
- हाय ब्यूटीफुल! कैसा रहा आपका दिन?
- पूरे दिन आपकी आवाज़ सुनने को तरस गया! आपने क्या-क्या किया?
- एक सुमधुर वॉयसमेल छोड़ें: यदि वह आपका फ़ोन न उठाये और आपकी कॉल उसकी वॉयसमेल पर चली जाये, तब एक छोटा और प्यारा सा मैसेज छोड़ें। वह निस्संदेह इस बात से प्रभावित होगी कि आप उसके बारे में सोच रहे थे और आपकी आवाज़ सुनना भी पसंद करेगी।
- यदि आपके सम्बन्ध प्रगाढ़ हैं, तब आप कह सकते हैं: सिर्फ यह कहने के लिए फ़ोन किया कि मैं आपसे प्यार करता हूँ!
- यदि सम्बन्ध नया-नया हो, तब एक सामान्य सा वॉयसमेल छोड़ें: बस यही जानने के लिए फ़ोन किया कि कैसी हो! बस आपकी याद आ गयी!
- उसे बताएं कि आपसे बात करने के लिए सबसे अच्छा समय क्या होगा, ताकि आप दोनों एक दुसरे के फ़ोन मिस न करते रह जाएं: मैं फुटबॉल प्रैक्टिस से सात बजे तक वापस घर आ जाऊँगा। शायद तब हमारी बात हो सके?
- मामूली बातों से शुरुआत करें: लोग सामाजिक प्राणी होते हैं और हमेशा अनजान लोगों से मामूली बातचीत करना चाहते ही हैं।[६] मामूली बातों से लोग जैसे-जैसे एक दूसरे को जानने लगते हैं उनमें एक सम्बन्ध सा बनता जाता है। नए संबंधों के लिए सिर्फ सतही बातें भी अर्थपूर्ण हो सकती हैं। आसान विषयों पर बातचीत करें जिससे वह बेतक़ल्लुफ़ महसूस कर सके।
- उसकी तारीफ़ करें: लड़की को लगना चाहिए कि आपको उसका साथ और उससे बात करना अच्छा लगता है। बिना अतिश्योक्ति किये, ऐसे बातें करिये कि वह आपसे और खुल सके:
संपादन करेंबातचीत के क्रम को ज़ारी रखें
- बातचीत को स्वाभाविक ढंग से आगे बढ़ने दें: यदि आप दोनों में केमिस्ट्री होगी, तो मामूली बातचीत धीरे-धीरे गहन बन जाएगी। धीरे-धीरे आपसी चुहल से निजी विषयों पर आएं। शुरुआती बातचीत का इस्तेमाल एक दूसरे को बेहतर जानने के लिए करें:
- मैं भी गिटार सीखता हूँ! आखिर आपने बाकी सारे वाद्ययंत्रों को छोड़ कर गिटार को ही क्यों चुना?
- आपका लाइसेंस बस तीन महीने में मिल जायेगा? अगर गाड़ी हो तो आप कहाँ जाना पसंद करेंगी?
- स्कूल की छुट्टियां बस दो हफ़्तों में शुरू हो रही हैं! तो आप छुट्टियों में कहाँ जा रही हैं?
- भावनात्मक रूप से खुले रहें: वह उतनी ही ईमानदार रहेगी और जितना आप अपने बारे में उसे बतायेंगे उतना ही वह अपने बारे में और बताएगी। बहुत से लोग अस्वीकृति के डर से अपनी सच्ची भावनाएं छुपाते हैं, न कि इस वजह से कि उनकी आपमें दिलचस्पी नहीं है।[७] यदि आप उसे बताते हैं कि वह आपके लिए कितने मायने रखती है, तो वह भी आपको यही बताने में सुरक्षित महसूस करेगी।
- जब भी आपको देखता हूँ मेरी तो दुनिया ही रोशन हो जाती है।
- आप इस शहर की सबसे सुन्दर लड़की हैं।
- मुझे लगता है आप मुझे सबसे बेहतर समझती हैं।
- ओपन एंडेड (open ended) प्रश्न पूछें: ऐसे प्रश्न पूछें जिनका उत्तर आपकी गर्लफ्रेंड को विस्तार से देना पड़े, उसके पीछे की कहानियां सुनाये, और अपनी भावनाओं को उजागर करे। ऐसे प्रश्न पूछ कर वार्तालाप को समाप्त न कर दें, जहाँ जवाब सिर्फ हाँ या न हो।
मत करिए: ऐसे लीडिंग फ़्रेज़ेस (leading phrases) से प्रश्न शुरू करना जैसे
मुझे विश्वास है कि आप... या
आपने अवश्य ही...करिए: प्रश्न के प्रारम्भ में
कैसे...,
क्यों..., और
क्या... का प्रयोग।
[८]
- अच्छे श्रोता बनें: बातें हमेशा दोतरफ़ा होती हैं, और सुनना भी उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि बोलना। जब आप गर्लफ्रेंड से बात कर रहे हों तो न तो उसकी बात काटें और न ही बीच में बोलें। ध्यान से सुनें कि वह क्या कह रही है, और कुछ पूछने के पहले उसे अपनी बात समाप्त कर लेने दें। उसे और बातें साझा करने के लिए प्रोत्साहित करें।
- फिर क्या हुआ?
- और उससे आपको कैसा लगा?
- आपको यही मिल्कशेक सबसे अधिक क्यों पसंद है?
- बातचीत को रोक देने वाले विषयों से बचें: आप अपनी प्रेमिका के साथ ईमानदार तो रहना चाहते हैं, किन्तु न तो उसे नाराज़ करना चाहते हैं न ही उसे असुविधाजनक महसूस कराना चाहते हैं। देखें कि किस विषय पर बात करने के लिए वह कितनी उत्सुक है। यदि किसी विषय में उसकी दिलचस्पी अधिक लगे, तो उस पर और भी बातें करें। वह चुप हो जाए या प्रश्नों का उत्तर मुझे नहीं पता, शायद या हो सकता है कर के देने लगे, तब वार्तालाप को किसी सुखद विषय कि ओर ले जाएंI
- अपने भविष्य की योजना बनाएं: साथ साथ योजना बनाने से, भले ही वो बात एक रात की हो या पूरे जीवन की, जोड़े एक दूसरे के करीब आते हैं। विचार विमर्श करें कि आप दोनों कहाँ रहेंगे, कहीं जाते समय कैसे सफर करेंगे, कैसा कुत्ता रखेंगे, या आपके सपनों का राजमहल कैसा होगा। खूब मज़ा लें और अपनी कल्पना का पूरा इस्तेमाल करें। बातचीत को हल्का-फुल्का फ़्लर्ट करने वाला ही रखें: यहाँ आपको अपने जीवन की राह नहीं चुननी है। अपनी प्रेमिका को बताएं कि दोनों के जीवन अभियान को ले कर आप कितने उत्साहित हैं।
मत करिए: शादी या साथ रहने के बारे में बातें।
करिए: खिलंदड़ेपन से भविष्य की बातें।
- मुद्दे समाप्त होने के पहले ही वार्तालाप समाप्त करें: जब कुछ बातें अभी एक दूसरे से कहना बाकी ही हों तभी अलविदा कहना बेहतर है। इससे आप अपनी अगली बार की बातचीत के लिए उत्सुक रहेंगे। अपनी प्रेमिका को सुझाएं कि अगली कॉल में किस विषय पर बात करेंगे।
- उसे बताइये कि आपको उससे बात करने में बहुत मज़ा आया: उसे बताएं कि आपके जीवन में वह एक विशेष महत्व रखती है और आप उससे बात चीत को कितना पसंद करते हैं। अगर उसे मालूम होगा कि आप उसकी आवाज़ सुनना चाहते हैं तो उसका फ़ोन आने की संभावना बढ़ जाएगी।
- आपसे फिर बहुत जल्द बात करना चाहता हूँ! कभी भी फ़ोन करिये मुझे।
- सारी रात आपकी मीठी आवाज़ याद करता रहूंगा।
- फिर से अजनबी मत हो जाना।
- कल सुबह आपको टेक्स्ट करूंगा!
- सुनिश्चित करें कि आपके अलविदा कहने से भी उसकी चेहरे पर मुस्कराहट आये: फ़ोन रखने के पहले कोई ऐसी मीठी सी बात कहिये जिसे आप जानते हों कि वह सुन कर खुश होगी। कोई निजी लतीफा सुनाएं, उसे उसका वह उपनाम ले कर चिढ़ाइये जो उसे पसंद हो, या उसकी ऐसे तारीफ़ करिये कि वह शरमा जाए।
- बॉय, ब्यूटीफुल।
- गुडनाइट, ब्यूटीफुल!
- मुवाह! गुड नाईट किस!
- उसे इम्प्रेस करने का बहुत कठिन प्रयास न करें। ऐसा न हो कि आप बहुत घमंडी या असुरक्षित लगने लगें।
- उसे जलाने के लिए अन्य लड़कियों का ज़िक्र न करें। वह समझ जाएगी कि आप क्या करने का प्रयास कर रहे हैं।
- फ़ोन पर पूरे विश्वास के साथ, शांत और थोड़े फ़्लर्ट अंदाज़ में बात करें।
- पहले से जांच लें कि आपके पास काफी टॉक टाइम है। आप नहीं चाहेंगे कि बातचीत के किसी महत्वपूर्ण क्षण पर आपका फ़ोन कट जाये, या उसे लगे कि आपने उसका फ़ोन काट दिया।
- सुनिश्चित करें कि आपकी बातचीत बहुत नीरस न हो जाये। आखिरकार आप अपनी दादी मां को तो फ़ोन कर नहीं रहेI
- अपना धैर्य न खोएं और न ही फ़ोन पर लड़ाई करेंI ऐसे नाटक से वह दूर चली ही जाएगी।
- उसके परिवार व उसकी संस्कृति का सम्मान करें।
- उसे फ़ोन करने के पहले यह तय कर लें कि आप क्या कहने वाले हैं।
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