September 23, 2019, 1:31 am
अगर आप ओवन का इस्तेमाल नहीं करना चाहते तो बिना बेक की हुई कुकीज़ एक स्वादिष्ट विकल्प है, और आप बिना ओवन के उतनी ही तरह की कुकीज़ बना सकते हैं जितनी ओवन के साथ। पढ़ते रहिये अगर आप मीठा खाने के शौकीन हैं और कुछ नई रेसिपीज़ सीखना चाहते हैं।
[संपादन करें]साधारण बिना बेक की हुई कुकीज़ के लिए सामग्री[१]
लगभग 12 कुकीज़ के लिए
- 2 कप (400 ग्राम) चीनी
- 1 कप (225 मिलीमीटर) दूध (या दूध का कोई और सब्स्टीट्यूट)
- ½ कप (112.50 ग्राम/ 1 बड़ा टुकड़ा) मक्ख़न
- ¼ - 1/3 कप (31.25 to 41.67 ग्राम) कोको पाउडर
- 3 कप (420 ग्राम) क्विक कुकिंग ओट्स
- 1 कप चॉकलेट चिप्स (ज़रूरी नही है)
[संपादन करें]पीनट बटर कुकीज़ के लिए सामग्री[२]
12 कुकीज़ के लिए
- 2 कप (400 ग्राम) चीनी
- ½ कप (112.50 मिलीमीटर) दूध
- ½ कप (112.50 ग्राम) मक्ख़न
- 4 बड़े चम्मच कोको पाउडर
- चुटकी भर नमक
- ½ कप (125 ग्राम) स्मूद पीनट बटर
- 2 छोटे चम्मच वैनिला एक्सट्रेक्ट
- 3 कप (420 ग्राम) क्विक कुकिंग ओट्स
[संपादन करें]वेगन, पीनट फ्री, ग्लूटेन फ्री कूकीज़ के लिए सामग्री[३]
लगभग 12 कुकीज़ के लिए, 1 ½ इंच (3.81 सेंटीमेर) की चौकोर कुकीज़
- 2 बड़े चम्मच नारियल तेल
- 2 बड़े चम्मच बादाम का दूध, सोया का दूध, या अन्य नॉन डेयरी मिल्क
- ¼ कप (42.50 ग्राम) कोकोनट पाल्म शुगर या ब्राउन शुगर
- 2 छोटे चम्मच – 1 बड़े चम्मच वैनिला एक्सट्रेक्ट
- ¼ छोटे चम्मच नमक
- ¾ कप (105 ग्राम) ओट फ्लॉर (ग्लूटेन फ्री) या बारीक पिसे हुए ग्राउंड ओट्स
- ¾ कप (105 ग्राम) आलमंड फ्लॉर
- ¼ कप ग्राउंड रॉ शुगर
- 1/3 to ½ कप (60 to 90 ग्राम) वेगन मिनी चॉकलेट चिप्स या वेगन डार्क चॉकलेट चंक्स
[संपादन करें]साधारण बिना बेक की कुकीज़ बनाएँ
- एक बेकिंग शीट को वैक्स पेपर से ढंक लें: आपको इन कुकीज़ को बेक नही करना है, बस आपको उन्हें किसी जगह पर रखना है। आप कपकेक टिन का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। हर कपकेक लाइनर के अंदर एक बूँद कुकी डोह (cookie dough) जाएगा।
- जब तक आप डोह बना रहे हैं तब तक बेकिंग शीट को फ्रिज में रख दें। इससे वो ठंडे हो जाएंगे और कुकीज़ जल्दी पकेंगी।
- अब एक बर्तन में चीनी, मक्ख़न, दूध, और कोको पाउडर डालें: एक चम्मच या करछी से इसे अच्छे से मिलाएं। इस बात का ध्यान रखें कि मक्ख़न को डालने से पहले इसके छोटे छोटे टुकड़े कर लें। इस से वह जल्दी पिघलेगा।
- अगर आप लैक्टोस इंटोलेरेंट (lactose intolerant) हैं तो, बादाम का दूध, सोया का दूध, या लैक्टोस फ्री दूध का इस्तेमाल करें।
- ज्यादा मिठास हटाने के लिए ¼ छोटे चम्मच नमक डालें। नमक से बाकी फ्लेवर भी बाहर आ जाते हैं।[४] मक्ख़न के पिघलने से पहले इसे बर्तन में डालें और अच्छे से मिलाएं।
- अब गैस जला लें और आंच को मध्यम कर दें: कुकी डोह को हिलाते रहें ताकि ये जले नही। मक्ख़न पिघलने का इंतजार कीजिये। यह लगभग 3-4 मिनट लेगा।
- जब यह उबलने लगे, तब बर्तन को गैस से हटा दें, और इसमें ओट्स मिला लें: क्विक कुकिंग ओट्स का ही इस्तेमाल करें। किसी चम्मच या करछी से ओट्स को डोह में मिला लें। तब तक मिलाते रहें जब तक ओट्स अच्छे से न मिल जाएं।
- एक चम्मच से डोह को वैक्स पेपर पर रख दें: एक बड़े चम्मच से डोह निकालें और उसे वैक्स पेपर के ऊपर डाल दें। डोह छोटी बॉल्स की तरह आकार लेगा। अगर आप चाहते हैं तो आप उन्हें दबाकर चपटा कर सकते हैं।
- डोह को घुमा कर बॉल्स बनाने की कोशिश करें और उन बॉल्स को कसे हुए नारियल, पिसे ड्राई फ्रूट्स, या कोको पाउडर से भरे एक कटोरे में डाल दें।
- अपनी कुकीज़ पर टॉपिंग डालें: उनके ऊपर कुछ पिघली हुई चॉकलेट या केरामेल सॉस भी डाल सकते हैं।
- ट्रे को फ्रिज के अंदर रख दें और उसे कम से कम 30 मिनट तक छोड़ दें: लेकिन, अगर आपके पास ज्यादा समय नहीं है तो आप उन्हें 15 मिनट के लिए फ्रीजर में रख सकते हैं।[५]
- कुकीज़ को तब परोसे जब वो सख्त हो जाएं: अगर आप उन्हें ज्यादा जल्दी परोस देंगे तो वो पिघलने लगेंगे और टूट जाएंगे।
[संपादन करें]पीनट बटर कुकीज़ बनाना
- एक बेकिंग शीट को वैक्स पेपर से ढंक लें: जब तक आप डोह बना रहे हैं तब तक बेकिंग शीट को फ्रिज में रख लें। इस से शीट ठंडी हो जाएगी और कुकीज़ जल्दी बनेंगी।
- अब एक बर्तन में चीनी, मक्ख़न, दूध, और नमक डालें। एक चम्मच या करछी से इसे अच्छे से मिलाएं। इस बात का ध्यान रखें कि मक्ख़न को डालने से पहले इसके छोटे छोटे टुकड़े कर लें। इस से वह जल्दी पिघलेगा।
- अगर आप लैक्टोस इंटोलेरेंट हैं तो, बादाम का दूध, सोया का दूध, या लैक्टोस फ्री दूध का इस्तेमाल करें।
- अगर आपको पीनट बटर पसंद नहीं है तो आप चॉकलेट हेज़लनट कुकीज़ बना सकते हैं। कोको पाउडर को कम करके सिर्फ 2 बड़े चम्मच ही डालें। आप बाद में पीनट बटर स्प्रेड की जगह चॉकलेट हेज़लनट स्प्रेड का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- गैस जला लें और मिश्रण को एक मिनट के लिए गर्म करें: इससे चीनी पूरी तरह से मिल जाएगी। आपको पानी जैसा घोल मिलेगा ।
- पीनट बटर, वैनिला और ओट्स मिलाएं: आंच को धीमा कर दें और बाकी बची हुई सामग्री डालें। तब तक मिलाते रहें जब तक ओट्स पूरी तरह मिल न जाएं।[६]
- अगर आप चॉकलेट हेज़लनट कुकीज़ बना रहे हैं तो, 1 कप (250 ग्राम) चॉकलेट हेज़लनट स्प्रेड का इस्तेमाल करें।
- अब बर्तन को गैस से हटा लें: एक बार सब कुछ मिल जाए, तो बर्तन को आंच से हटा लें और किसी न जलने वाली सतह पर रखें।
- डोह को वैक्स पेपर पर डालने के लिए एक चम्मच का इस्तेमाल करें, आप को दरदरे ढेर मिलेंगे: अगर आप चाहते हैं तो आप चम्मच के पिछले सिरे से दबा कर उन्हें चपटा कर सकते हैं।
- आप डोह को घुमा कर छोटे बॉल्स में भी बना सकते हैं, और फिर उन बॉल्स को एक कटोरे में कसे हुए नारियल, पिसे हुए ड्राई फ्रूट्स और कोको पाउडर से लपेट सकते हैं।
- अपनी कुकीज़ पर टॉपिंग भी डालें: आप उन्हें और भी स्वादिस्ट बनाने के लिए उनके ऊपर पिघली हुई चॉकलेट या केरामेल सॉस भी डाल सकते हैं।
- ट्रे को फ्रिज के अंदर रख दें और उसे कम से कम 30 मिनट तक छोड़ दें: लेकिन, अगर आपके पास ज्यादा समय नहीं है तो आप आप उन्हें 15 मिनट कर लिए फ्रीजर में रख सकते हैं।
- जब कुकीज़ सख्त और ठंडी हो जाएं तो उन्हें परोस लें: अगर आप उन्हें ज्यादा जल्दी खाने की कोशिश करेंगे तो वो चिपचिपी हो जाएंगी और पिघलने लगेंगी।
[संपादन करें]वेगन, ग्लूटेन फ्री, पीनट फ्री, कुकीज़ बनाना
- नारियल के तेल को धीमी आंच पर एक बर्तन में पिघलने दें: यह जमा हुआ होता है इसलिए इसे पिघलाना पड़ता है।
- बादाम का दूध, कोकोनट शुगर और वैनिला एक्सट्रेक्ट को एक बर्तन में अच्छे से मिला लें: आंच को मध्यम कर लें और धीरे धीरे मिलाते रहे। आप कोकोनट शुगर की जगह ब्राउन शुगर का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। अगर आपको बादाम का दूध पसंद नही है तो आप सोया का दूध, नारियल का दूध या लैक्टोस फ्री दूध का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- ओट फ्लॉर, आलमंड फ्लॉर, ग्राउंड शुगर और नमक को मिलाएं: आपको अब एक गाढ़ा पेस्ट मिल जाएगा। अगर घोल ज्यादा पतला है तो आप उसमे थोड़ा और ओट या आलमंड फ्लॉर डाल सकते हैं। अगर ये ज्यादा गाढ़ा होता है तो थोड़ा सा नारियल तेल या दूध डालें। लेकिन ध्यान रखें कि फ्रिज में रखने पर कुकीज़ सख्त हो जाएंगी इसलिए ज्यादा फ्लॉर न डालें।
- बर्तन को गैस से हटा लें और उसमें चॉकलेट चिप्स डालें: आप चॉकलेट चंक्स का इस्तेमाल कर सकते हैं। ध्यान रखें कि आपके पास वेगन या डेरी फ्री वाले चंक्स या चिप्स हों। चॉकलेट चिप्स को तब तक मिलाएं जब तक वे ढंग से नही मिल जाते।
- अगर आपको बहुत ज्यादा मीठा पसंद नही है तो आप वेगन डार्क चॉकलेट डाल सकते हैं: इस से थोड़ी मिठास कम हो जाएगी।
- एक पार्चमेंट पेपर को बेकिंग शीट के ऊपर बिछाएं: अगर आपके पास पार्चमेंट पेपर नही है तो आप वैक्स पेपर इस्तेमाल कर सकते हैं। क्योंकि आप घोल को उसके ऊपर डालने वाले हैं, पेपर को बेकिंग शीट पर टेप से जोड़ने से आसानी होगी। इस से पेपर एक जगह पर रहेगा और इधर उधर नही जाएगा।
- डोह को पार्चमेंट पेपर पर डालें और उसे दबाकर कर एक लंबा चौकोर बनाएं: इसे लगभग 7 by 8 inches (17.78 by 20.32 centimeters) का और ½ inches मोटा बनाए (1.27 centimeters) । कोनों को करछी से दबाकर सपाट कर लें।
- बेकिंग शीट को रेफ्रिजरेटर में रखें और डोह का सख्त होने का इंतजार करें: या कम से कम 30 मिनट लेगा। अगर आपके पास कम समय है तो आप इसे 15 मिनट तक फ्रीजर में रख सकते हैं।
- डोह को 1 ½ inches के (3.81 centimeters) चौकोर टुकड़ों में काटकर परोस लें।
- अगर आपको डेयरी प्रॉडक्ट्स से एलर्जी है तो, बादाम के दूध, नारियल के दूध, सोया के दूध या लैक्टोस फ्री दूध का इस्तेमाल कर सकते हैं। आप डेयरी फ्री मार्जरीन या कोकोनट बटर का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
- अगर आपको मूंगफलियों से एलर्जी है तो, आप दूसरी फली का बटर का इस्तेमाल कर सकते हैं जैसे हेज़लनट बटर या आलमंड बटर।
- बड़े चम्मच के बदले आप आइस क्रीम स्कूप का इस्तेमाल कर सकते हैं इससे डोह को निकालकर बेकिंग शीट में डालना आसान हो जाएगा।
- ओट्स की जगह दूसरा सीरिअल का इस्तेमाल करें। अगर आपको ओट्स पसंद नही है तो आप अपने मनपसंद सीरिअल का इस्तेमाल कर सकते हैं। जैसे ग्रेनोला, ब्रान, या कॉर्न फ्लेक्स सीरिअल।
- आप बादाम या किसी भी तरह के ड्राई फ्रूट्स का इस्तेमाल कर सकते हैं, या बाजरे का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- अगर आपके पास वैक्स पेपर नही है तो बर्तन पर नॉन स्टिक स्प्रे या तेल लगा लें।
[संपादन करें]चीजें जिनकी आपको आवश्यकता होगी
- सॉसपैन
- बड़ा चम्मच या करछी
- वैक्स पेपर, पार्चमेंट पेपर, सिलिकॉन बेकिंग शीट, या एल्यूमिनियम फॉयल
- बेकिंग शीट या बेकिंग पैन
- रेफ्रिजरेटर या फ्रीज़र
- गैस स्टोव
- चाकू
- छोटे चम्मच या बड़े चम्मच
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September 24, 2019, 2:01 am
अगर हम एक आदर्श दुनिया की बात करें तो बच्चों को डाँटने की और उनकी पिटाई लगाने की कभी जरूरत ही न पड़े। लेकिन फिर भी कुछ माता-पिता ये मानते है कि कभी-कभार ऐसा करना जरूरी हो जाता है। ये लेख न तो बच्चों को डाँटने और उनकी पिटाई करने का समर्थन करता है और ना ही ऐसा करने से इंकार। बल्कि इस लेख का मकसद है मार-पीट से जुडी सच्चाइयाँ बताना और माता-पिता को अवगत करवाना कि बच्चे की पिटाई करने की जरुरत पड़ने पर किन बातों का रखना होगा उन्हें ख़ास ख्याल ! बच्चों की पिटाई करनी चाहिए या नहीं, ये तो एक वाद-विवाद का अहम मुद्दा बनता जा रहा है। बहुत से मनोवैज्ञानिक बच्चों में अनुशासन लाने के लिए किसी भी तरह की मार-पीट करने की सलाह नहीं देते। लेकिन कुछ माता-पिता अपने अनुभव से बताते है कि कैसे कभी-कभी प्यार और निष्पक्ष रूप से अपनाया गया ये तरीका बच्चों में अनुशासन लाने का एक असरदार तरीका है।
[संपादन करें]अनुशासन लाएं लेकिन बिना हिंसा के
- छोटे रूप में शुरुआत करें: अगर बच्चा कोई गलती करता है तो सीधे ही उसकी पिटाई करने पर उतारू ना हो जाएँ। पहले उससे शान्ति से बात करें और कोशिश करें कि बिना हिंसा का प्रयोग किये कैसे अनुशासन लाया जा सकता है। लेकिन याद रहे पिटाई का सहारा लेना आखिरी विकल्प होना चाहिए जब बाकी बचे विकल्प असफल हो गए हों।
- कुछ स्टडीज की मानें तो हालात के आधार पर की गई मार-पीट, पहली बार में ही मार-पीट का सहारा लेने से कम जोखिम भरी है।[१]
- अपने बच्चे से पूछें उसने जो किया उसका क्या कारण था: ऐसा हो सकता है कि बच्चे को खुद न पता हो कि जो उसने किया वो गलत था या फिर उसको समझने में गलती हुई हो। बातचीत से हर परेशानी का हल निकलता है। क्योंकि इससे या तो बच्चे को समझाया जा सकता है कि उसने जो किया वो सही नहीं था या फिर आपको समझ आता है कि बच्चे ने बुरा व्यवहार नहीं किया बल्कि आपको समझने में भूल हुई है।
- अगर गुस्से की वजह से आप अपने आप पर नियंत्रण नहीं कर पा रहे हो तो अपने आप से कहे "मैं थोड़ी उदास हूँ, मुझे थोड़ा समय लेना चाहिए" - तुरंत कमरे से बाहर चले जाएँ और ठंडी सांस लें, अपनी प्रतिक्रियों पर काबू पाकर अंदर आए।
- बच्चे को उसके गलत करने के नतीजे बताएँ: बड़े बच्चे समझदार होते है, उन्हें जल्द ही महसूस हो जाता है कि क्या और क्यों गलत है। उनसे पूछे कि उनको क्या लगता है कि आपने जो किया लोग उसके बारें में कैसा महसूस करेंगे या फिर आपके साथ कोई ऐसा करे तो आपको अच्छा लगेगा ? प्यार से बात करें और कुछ इस तरह से - जब आप ................(कोई भी गलत काम) तो मुझे ऐसा लगता है ................. उदाहरण के लिए:
- "आपको क्या लगता है कि आपकी बहन को कैसा महसूस हो रहा होगा जब आपने उसका खिलौना तोड़ा?"
- "जब मैंने तुम्हे टॉय शॉप में अपने पास नहीं पाया तो मैं बहुत ज्यादा डर गयी थी। मैं चाहती हूँ कि तुम मेरे आस-पास ही रहो ताकि तुम सुरक्षित रहो और कही खो ना जाओ।"
- आप इतने बड़े हो गए हो ! आपको क्या लगता है बैड पर पेशाब करना ठीक है ?
- विचार करें कि क्या सचमुच आपके बच्चे को इस बात पर सजा देना ठीक है: बच्चे धीरे-धीरे सीखते हैं, हर बात में सजा के बारें में सोचना ठीक नहीं।
- उदाहरण के लिए अगर बच्चे को समझाने के बाद वो दोबारा ऐसी हरकत नहीं करता या अपनी गलती को सुधार लेता है तो सजा की कोई जरुरत नहीं।
- कभी-कभी आपके सीखने के लिए भी बहुत कुछ होता है। जैसे शायद आपने बच्चे की जरुरत से ज्यादा उपेक्षा कर दी हो या फिर आपने बच्चे को ऐसी तनावपूर्ण स्थिति में डाल दिया हो कि वो शान्ति से उस पर प्रतिक्रिया नहीं कर पाता। बच्चे कई बार बड़ों की तरह बातों और स्थितियों को समझ नहीं पाते जिसके चलते वो जाने-अनजाने गलतियां कर जाते हैं। इस बार जाने दें लेकिन अगली बार के लिए इसे ध्यान में रखें।
- दृढ़ता और नम्रता के साथ अपने बच्चे को समझाएं: मार-पिटाई कभी भी पहला विकल्प नहीं होना चाहिए। दुर्व्यवहार को रोकने के और भी कई तरीके हैं जो आपके बच्चे के लिए सुरक्षित भी हैं और सही भी।[२][३][४][५]
![Discipline Your Child Without Yelling Step 10.jpg]()
- दृढ़ता के साथ "न" बोले: जवाब ऐसा हो जो संक्षेप में हो और सटीक हो। आवाज़ में दम हो और आँखों में बच्चे को सुधारने का संकल्प। उदाहरण के लिए "हम कूड़ा जमीन पर नहीं फेंकते"।
- ताली में वो गूँज हो: छोटे बच्चों के लिए तो तेज ताली मार कर चौंका देना काफी है और उसके बाद साफ़ शब्दों में "नहीं" कह दें। पर ध्यान रहे उन्हें ज्यादा भी ना चौंका दें क्योंकि ऐसा करने से वो गुस्सा दिखाने लगेंगे या फिर आगे से जवाब देंगें।
- परिणाम पर गौर करवाएं: अगर बच्चे ने गंदगी फैलाई है तो उसे साफ़ करने को कहें या कोई चीज़ तोड़ी हैं तो वही ठीक करेगा या फिर अगर ठीक नहीं हो सकती तो इसका हर्जाना उसे ही भरना पड़ेगा (लेकिन अगर वो इसका हर्जाना भरने के लिए बहुत छोटे हैं तो कहें की आप चीज़े ठीक करने में उसकी मदद करेंगे)। ऐसा करने से बच्चे को पहले से ही पता होगा कि मेरे इस तरह के बर्ताव के क्या परिणाम हो सकते हैं।
- विकल्प दें: अपने बच्चे को 2 या 3 विकल्पों में से चुनने के लिए कहें। उदाहरण के लिए अगर बच्चा पढ़ाई करने में आनाकानी कर रहा है तो उससे पूछें "पहले हिंदी पढ़ोगे या मैथ्स?"
- चीज़ों को ठीक करने के लिए कुछ अच्छा करें: जैसे अगर बच्चे ने अपनी बहन के साथ कोई गलत व्यवहार किया हैं तो उसे कुछ ऐसा करने को कहें कि उसकी बहन की नाराज़गी दूर हो जाए। अगर बच्चे को सोचने में मुश्किल हो रही हैं तो आप उसे सुझायें (आप एक अच्छा सा ग्रीटिंग कार्ड बना सकते हो)।
- टाइम आउट: एक टाइम आउट उम्र के हिसाब से होना चाहिए मतलब 3 साल के बच्चे के लिए 3 मिनट।
- सुविधाएं वापिस ले लें: मतलब अगर आपका बच्चा खेलते समय दूसरों को धक्का देता है या हाथ मारता है तो उससे वो खिलौना ले लें और उसे जरूर बताएं ऐसा क्यों किया गया।
- अपने आपको भी टाइमआउट दें अगर आप अपने बच्चे पर गुस्सा करते हैं: पेरेंटिंग आसान नहीं है और कभी कभी परेशान होना और खीझना एक दम नार्मल है। अगर आपको लगता है आप बुरी तरह गुस्से में है तो तुरंत उस कमरे से बाहर चले जाए और अपने आपको शांत करें। आप अपने बच्चे को अनुशासन में तभी ला सकते है जब आप अपनी सीमा नहीं लांघें।
- अपने बच्चे को बताएं कि आप उनसे गुस्सा हैं या नाराज़ हैं और आपको इसे ठीक करने के लिए थोड़ा समय लगेगा।
- बच्चे की मदद करें अगर उसके लिए वो करना मुश्किल हो रहा है जो आपने उसे करने को कहा है: कभी-कभार जब बच्चा किसी नियम का पालन नहीं कर रहा इसका मतलब ये भी हो सकता है कि उसे ऐसा करने में कोई परेशानी हो रही है। उससे पूछे "तुम्हारे लिए ......................... करना क्यों मुश्किल है?" और ध्यान से सुनें कि वो क्या कारण बता रहा है। और फिर एक साथ मिलकर उस परेशानी का हल ढूढें। ऐसे में बच्चे को लगता है कि आप उसकी प्रॉब्लम समझते हो।
- अगर बच्चे को अपना कमरा साफ़ करने में मुश्किल हो रही है तो उसकी मदद करें।
- बच्चे से बात करें कि कैसे अगली बार गलत व्यवहार ना करें: कभी ऐसा भी होता है कि बच्चे इसीलिए गलत व्यवहार करते है क्योंकि उन्हें नहीं पता होता क्या बेहतर तरीका है अपनी बात बोलने का। बच्चे से पूछें "क्या आपको पता है कि इसे करने का कोई और बेहतर तरीका है" या फिर सलाह दें कि वो कैसे अगली बार उसी काम को सही ढंग से कर सकता है |
- अगर बच्चा अपनी गलती मान, आपको दुबारा ना दोहराने का वादा देता है तो सजा का सवाल ही पैदा नहीं होता। अगर आपको इसका परिणाम देना ही है तो उसे अपना फैलाया हुआ गंद साफ़ करने के लिए कहे या फिर उन्हें सॉरी बोलने को कहें जिसका उसने दिल दुखाया है महत्वपूर्ण ये है कि वो सीखें और जरूरी नहीं कि सजा देने से बच्चा सीखता है।
- अपने बच्चे के अच्छे बर्ताव के लिए उसे सराहें: उन्हें बताएं कि जब वो अच्छा व्यवहार करते हैं तो वो काबिल-ऐ-तारीफ़ है और आपको बहुत ख़ुशी होती है। ऐसा करने से उन्हें अच्छे बने रहने की प्रेरणा मिलती है। कुछ इस तरह आप अपने बच्चे की तारीफ कर सकते हैं:
- "मैंने देखा आज तुम झूले पर बैठने के लिए अपनी बारी आने का इंतज़ार कर रहे थे। तुमने बहुत अच्छा किया।"
- "आज तुम अपने भाई के साथ बहुत प्यार से खेल रहे थे। और मैंने ये भी देखा कि तुमने आज उसे मारा भी नहीं। तुम बड़े हो रहे हो और एक अच्छे इंसान बन रहे हो।"
- "थैंक यू अपने जूते जल्दी से पहनने के लिए। अब हमारे पास पार्क में खेलने के लिए और टाइम होगा क्योंकि आज हम जल्दी तैयार हो गए।"
- अपने बच्चे के लिए आदर्श बनें: बच्चे माँ-बाप का प्रतिबिम्ब होते है तो जैसा आप करेंगे वैसा वो करेगा। वैसा व्यवहार करें जैसा आप अपने बच्चे से करवाना चाहते है | चाहे आपको लगता है कि बच्चे का ध्यान कहीं और है और मैं जो बोलना चाहूँ, जैसे बोलना चाहूँ बोल सकती हूँ - लेकिन यकीन मानिये धीरे-धीरे वही आदतें आपके बच्चे में भी आ जाएंगी।
- ढोंग से ज़रा बच के। उदाहरण के लिए अगर आप अपने बच्चे को मारते हैं लेकिन आप ये कहते है कि मारना बुरी बात है। आपका बच्चा इस बात को समझ नहीं पायेगा |
[संपादन करें]अगर कभी थोड़ी बहुत पिटाई की जरूरत पड़ जाए तो इन बातों का रखें ख्याल
- बच्चे को तब पीटें जब अनुशासन लाने के सारे विकल्प असफल हो गए हों: सजा जैसे टाइमआउट, सुविधाएं वापिस लेना, सफाई करवाना, अकेले में बिठाना ये सब के बाद भी अगर सफलता ना मिले तो मारना-पीटना आखिरी विकल्प होना चाहिए। 100% पक्का निश्चय हो तभी ऐसा कोई कदम उठायें।
- बहुत से विकासशील देशों में बच्चे को मारना-पीटना गैरकानूनी है |
- समझें कि कुछ लोग मारने-पीटने को शोषण कहते है खासकर कि तब जब बुरी तरह मारा गया हो। कभी भी ज़ोर से न मारें और न ही किसी तेज औज़ार का प्रयोग करें क्योंकि इससे बच्चे के कोमल शरीर पर नील या कोई और गंभीर चोट आ सकती है। अगर लोगों को लगता है कि किसी बच्चे के साथ ऐसा दुर्व्यवहार हो रहा है तो वे चाइल्ड प्रोटेक्टिव सर्विसेज को संपर्क करने में चूकेंगे नहीं।
- मारने-पीटने के आलावा होने वाले विकल्पों की जानकारी प्राप्त करें |[६]
- मारने-पीटने से होने वाले परिणामों पर ज़रा गौर करें: उनसे जुड़े अध्यनों के बारे में पढ़ें। बहुत से अध्यनों के मुताबिक़ मारने-पीटने से व्यवहार बेहतर होने की बजाय और खराब होता है। मार-पीट के बाद बच्चा बुरा महसूस करता है, उसे लगता है कि उसे कोई प्यार नहीं करता। गलत काम से दूर होने की बजाय वो कोशिश करते हैं कि गलत काम कर पकड़े न जाएँ। [७] बच्चे जिनके साथ मार-पीट ज्यादा होती है वो इन सबका शिकार हो जाते है...[८][९][१०][११]
- मानसिक रूप से परेशान होना
- लर्निंग डिसेबिलिटी यानी मानसिक समस्या उत्पन्न हो जाती है
- दिमागी समस्याएं जैसे तनाव, डिप्रेशन तथा इनसे जुडी अन्य समस्याओं का हो जाना
- ड्रग्स और शराब की लत लग सकती है
- लोगों से विश्वासघात करना
- अपने पति/पत्नी का शोषण करना
- जैसे-जैसे बड़े होते है वे आपराधिक व्यवहार की तरफ रूख कर सकते हैं
- छोटी उम्र में मृत्यु को प्राप्त हो जाना
- इस रिसर्च के साथ आप सोच सकते हैं कि बच्चे के साथ मार-पीट करना ठीक है या नहीं। इसलिए हमेशा अहिंसा को गले लगा अपने बच्चे को समझाएं क्या सही है और क्या नहीं। अगर आपको फिर भी लगता है कि मार-पीट ही हल है तो नीचे लिखी बातों को अपनाएँ…
- एकांत चुनें: किसी ऐसी जगह को चुनें जहां आपके सिवा और कोई न हो क्योंकि जब आप बच्चे को किसी के सामने खासकर दोस्तों या रिश्तेदारों के सामने मारते हैं तो वो बहुत शर्म सी महसूस करता है। जिससे उसके व्यवहार में एक नाराज़गी, एक चिढ़ सी आ जाती है जो उसके दिमाग पर बुरा असर कर सकती है। खासकर तब जब आप बच्चे को उसके हिप्स (कूल्हों) पर मार रहे हों तो आपको प्राइवेसी की जरूरत है।
- मारना-पीटना अपने आप में ही बहुत कठोर है ज़ाहिर है आप अपने बच्चे का ऐसा अपमान किसी और के सामने नहीं करना चाहोगे।
- आगाह करें: अपने बच्चे को आगाह करें कि जो वो कर रहा है उसका नतीजा पिटाई है। बच्चा नाराज़, चिढ़चिढ़ा, बेचैन और घबरा भी सकता है लेकिन आपको इन सब प्रतिक्रियाओं को ध्यान में रखना होगा।
- पिटाई से पहले, दौरान और बाद में रोना बिल्कुल नेचुरल है और इसके लिए कोई सजा नहीं बनती।
- पिटाई करने से पहले आखिरी बार चेतावनी जरूर दें जैसे "अगर 5 तक गिनती गिनने तक तुमने उसके बाल नहीं छोड़े तो तुम्हारी पिटाई होगी" इससे बच्चा थोड़ा चौंक कर रुक सकता है।
[संपादन करें]बातें जो पीटते समय ध्यान रखनी चाहिए
- खाली हाथ का प्रयोग करें: हमेशा अपने खाली हाथ का प्रयोग करें, कभी भी किसी भी प्रकार के औज़ार का प्रयोग ना करें। बच्चों की स्किन नाज़ुक होती हैं तो जरा संभल के!
- अगर आपको लगता हैं पीटते समय आप अपने आप को कण्ट्रोल नहीं कर सकते तो उसी वक़्त वहां से चले जाएँ और बच्चे को न मारें।
- अपनी उँगलियाँ से सभी अंगूठियां निकाल लें क्योंकि ये बच्चे की नाज़ुक त्वचा को नुकसान पंहुचा सकती हैं: आप कभी भी ऐसा कुछ नहीं करना चाहोगे जो आपके बच्चे को दर्द पहुचाये और हां आपकी जेब में भी किसी भी प्रकार का सामान न हो क्योंकि जब आप पीटने के लिए अपने बच्चे को अपनी गोद में उल्टा लिटाते हैं तो उसे असहजता हो सकती है।
- जब आप कूल्हों पर मारते हैं तो आपको आसानी से ये पता चल जाता कि कोई क्षति तो नहीं पहुंच रही ताकि आप तुरंत रुक सकें।
- अपने बच्चे को घुटनों के सहारे झुकने को कहें: आप बैठ जाए फिर अपने बच्चे को अपनी गोद में उल्टा लिटा लें। अपने बच्चे को खड़ा होने से मना करें।
- अपने हाथों को रिलैक्स करें: एक हाथ बच्चे की कमर पर और दूसरा उसके कूल्हे (हिप) पर। ध्यान रखें कि आपका बच्चा हिले न और उसकी टांगें पूरी तरह से जकड़ी हों।
- पीटने के दौरान कोई बातचीत न हो। अगर आपको कुछ भी कहना हैं तो बाद में।
- हल्के हाथ से थप्पड़ मारें: आप चाहे कितना भी गुस्सा हों या बच्चे ने कितना भी गलत काम किया हो कभी भी पूरी ताकत से मारने की कोशिश न करें। क्योंकि ज्यादा तेज मारने से चोट लगने का खतरा रहता हैं और सदमा भी लग सकता है। और ऐसा करना ही उसके लिए एक सबक होगा जरूरी नहीं वो दर्द पहुंचा कर ही किया जाए। और ये भी सुनिश्चित करें कि आप बच्चे की प्रतिक्रिया पर भी ध्यान दे रहे हैं कि कही आप ज्यादा जोर से तो पिटाई नहीं कर रहे।
- बच्चे को किसी भी तरह की चोट न पहुंचे इसके लिए ध्यान रहे कि आप मारते समय उसके प्राइवेट पार्ट्स, किडनी या कोक्सीक्स (coccyx) से एक दूरी बनाये हुए हैं |
- बाद में अपने बच्चे को समझाएं: उन्हें बताये कि आप उनसे हमेशा प्यार करते रहेंगे चाहे वो गलती भी करें। उनको बतायें कि तुम एक अच्छे बच्चे हो जिसने गलत काम किया है। कभी भी पीटने के बाद किसी और प्रकार की सजा न दें। इसके बाद सिर्फ और सिर्फ माफ़ी होनी चाहिए |
- ऐसा होने के बाद बच्चे को लगेगा कि वो एक बुरा इंसान है और आप उसे प्यार नहीं करते। इस तरह के गलत विचार और ज्यादा बुरे व्यवहार को जन्म देते हैं। [१२]
- बच्चे को मारने के बाद अगर वो आपके पास नहीं आता है या आपको समझाने नहीं देता हैं तो उस पर दबाव न डालें। रिसर्च बताती हैं कि पीटने के तुरंत बाद प्यार जताने से बच्चे की बेचैनी कम होने की बजाय और बढ़ जाती है।[१३] ऐसा करने से बच्चा कंफ्यूज हो जाता हैं और सोचता हैं कि पैरेंट कभी कुछ हैं तो कभी कुछ। अगर वो मार खाने के बाद अपने कमरे में जाकर छिप जाना चाहते हैं तो उन्हें ऐसा करने दें।
- इस तरह के वाक्यों का प्रयोग भूलकर भी न करें कि "मैं तुम्हे प्यार करता हूँ/करती हूँ इसीलिए मारती/मारता हूँ।" अगर उनके दिमाग में वो सोच एक बार आ गयी कि हिंसा प्यार का एक पहलु हैं तो बड़े होकर उन्हें लगेगा कि अपने पार्टनर को मारना नार्मल है। और ये ऐसे ही नहीं कहा गया बल्कि रिसर्च के मुताबिक़ घरेलु हिंसा कुछ इसी तरह होती हैं। [१४][१५]
- ज्यादा मार-पीट न करें। अगर आप हर समय अपने बच्चे के साथ मार-पीट करेंगे तो वो ज़िद्दी हो जाएगा और उसे कुछ समय के बाद किसी भी बात का कोई असर नहीं होगा।
- छोटी उम्र के बच्चों के साथ कभी भी मार-पीट का सहारा न लें। बच्चा कम से कम 4 साल का हो ताकि वो उसका कारण समझ पाए।
- सजा देते हुए लड़की या लड़का न देखें। उदाहरण के लिए, अगर लड़की ने कुछ गलत किया तो आप उससे ऐसा करने का कारण पूछने लगते हैं और जब वही गलती लड़का करता हैं तो सीधे पीटने पर उतारू हो जाते हैं। ये ठीक नहीं। बल्कि लड़को को भी उसी तरह अनुशासन में लाने की कोशिश करें जैसे लड़कियों को करते हैं।
- हमेशा ध्यान रहे कि जब आप अपने बच्चे को पीट रहे हैं तो उन्हें ऐसी सजा का कारण जरूर पता हो।
- कभी भी अपने बच्चे को हिप्स के अलावा कहीं और न मारें खासकर सिर या धड़ पर।
- कॉर्पोरल पनिशमेंट (दैहिक सजा) को रोकने और खत्म करने के सभी नियमों का पालन करें |
- बड़े बच्चों को इस तरह की सजा देना उत्पीड़न कहलाता है।
- अगर आप बच्चे के माता-पिता या फिर अभिभावक (जब तक पेरेंट्स की अनुमति ना हो) नहीं हैं तो आपको इस तरह की सजा देने का कोई अधिकार नहीं है। बेबीसिटर या आया को ऐसा नहीं करना चाहिए।
- अपने बच्चे को गुस्से में कभी इस तरह की सजा देने की कोशिश न करें।
- कभी भी चलते वाहन खासकर पब्लिक ट्रांसपोर्ट में इस तरह की सजा ना दें।
- अगर स्कूल में कॉर्पोरल पनिशमेंट का प्रयोग किया जाता है और अगर आपके बच्चे को किसी गलती की वजह से स्कूल में पीटा गया हो तो घर आकर उसे दुबारा सजा देने की गलती न करें। ये ठीक नहीं है।
- हमेशा याद रखें हिप्स बच्चे के शरीर का यौन भाग होता हैं चाहे वो अभी पूरी तरह विकसित नहीं हुआ हो। लेकिन युवा स्थिति में इस तरह की सजा देने से समय से पहले यौन इच्छाएं पैदा होती हैं।
- और किसी भी तरह की अतिरिक्त सजा जैसे अकेले रहना या टाइमआउट का प्रयोग न करें |
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September 25, 2019, 2:31 am
क्या आपके घर में छोटी, अनचाही मेहमान छिपकलियाँ हैं? काले/भूरे रंग का मल, जिसके ऊपर एक सफेद रंग का निशान होता है, इनकी मौजूदगी का संकेत है। घर में दीवारों पर कुछ रेंगते हुए नज़र आना भी इनकी मौजूदगी का एक संकेत है। वैसे घर में ये कीड़े मकोड़े कम करने में हमारा अच्छा साथी साबित हो सकती हैं। लेकिन छिपकली भी एक कीट ही है, इसलिए कभी कभी घर में इनसे भी छुटकारा पाना ज़रूरी हो जाता है।[१]
छिपकलियाँ घर में कीड़े कम करने में मददगार साबित हो सकती हैं, लेकिन कभी कभी इनको भी घर से निकालना ज़रूरी हो जाता है। आप घर में मौजूद इन सामानों के ज़रिए छिपकलियों से छुटकारा पा सकते हैं:
[संपादन करें]घर से छिपकली को निकालना
- घर में अंडे के छिलके रखें: ये छिपकली को भगाने का सस्ता और कारगर तरीक़ा है। छिपकली अंडे के छिलके को "शिकारी" समझ बैठती हैं। अंडे के छिलके को घर या किचन में ऐसी जगह रख दें, जहाँ से छिपकली आती है।[२]
- अंडे के छिलकों को तोड़े नहीं, बल्कि इनके दोनों हिस्सों को इकट्ठा करके रखें।
- एक जगह पर एक अंडे के दो टुकड़े काफ़ी हैं, बस छिलकों को कुछ इस अंदाज़ में रखें कि छिपकली इससे टकरा जाए, फिर छिपकली ख़ुद ही डरकर भाग जाएगी।
- अंडे के छिलकों को ताज़ा रखने के लिये, इन्हें तीन-चार हफ्तों में बदलते रहें।[३]
- कीटनाशक दवाइयाँ रखें: कीटनाशक दवाइयाँ कीट, काॅकरोच, चीटियों, मक्खियों यहां तक कि छिपकलियों पर भी कारगर साबित होती हैं। कुछ गोलियाँ चूल्हे, फ्रीजर और सिंक (Sink) के नीचे भी रख दें, ताकि वहां से छिपकलियाँ भाग जाएं।[४]
- फ्लाई पेपर लगाएं (Use Flypaper): छिपकलियाँ ज़्यादातर जिन कीड़ों का शिकार करती हैं, वह रौशनी की तरफ आकर्षित होते हैं, इसलिए ऐसी जगह पर छिपकलियाँ भी दिखाई देती हैं। अगर रौशनी वाली जगह के पास फ्लाई पेपर (Flypaper) लगा दिया जाए तो आप छिपकलियों के साथ कीड़ों को भी पकड़ सकते हैं।[५]
- फ्लाई पेपर को बल्ब के पास लगाना सबसे उचित रहता है।
- आप ग्लू बोर्ड (Glue Board), फ्लाईपेपर अपनी खिड़कियों या दरवाज़ों के आसपास भी लगा सकते हैं।
- अगर आपको इसमें छिपकली चिपकी हुई मिल जाए तो कृपया उसे वेजिटेबल ऑयल की मदद से निकाल कर आज़ाद कर दें। यह सब करना आपको घिनौना लग सकता है लेकिन यही मानवता है!
- कॉफी और तंबाकू की गोलियाँ बनाएं: थोड़ी-सी कॉफी लें और थोड़ा-सा तंबाकू का पाउडर लें, अब अपने हाथों की मदद से इसकी कुछ गोलियाँ बनाए और इसको टूथपिक (Toothpick) की नोक पर लगा लें। अब इसको ऐसी जगह पर रख दें जहां पर छिपकलियाँ रहती हैं या दिखाई पड़ती है। छिपकली इसको खाकर मर जाएगी।[६]
- लहसुन की कलियाँ रखें: लहसुन की तेज गंध सिर्फ़ इंसानों को ही बुरी नहीं लगती बल्कि छिपकलियाँ भी इसकी गंध से दूर भागती हैं। आप लहसुन को ऐसी जगह पर रख दें, जिस जगह से छिपकलियाँ आती-जाती हों, छिपकलियाँ फिर उस जगह से आना-जाना छोड़ देंगी।[७]
- प्याज़ के कुछ टुकड़े काटें: प्याज़ ऐसी चीज़ है जिससे छिपकलियाँ दूर भागती हैं। प्याज़ को दो टुकड़ों में काटकर इसको छिपकली की छुपने वाली जगह पर रख दें या छिपकली के आने जाने वाले रास्ते पर रख दें।[८]
- अपने घर के आस-पास पिपर स्प्रे (Pepper Spray) करें: जिस तरह इंसान पिपर स्प्रे से होने वाली जलन को बर्दाश्त नहीं कर सकते, वैसे ही छिपकलियाँ भी इसकी जलन को बर्दाश्त नहीं कर पातीं। स्प्रे बोतल के अंदर थोड़ा-सा पानी और मिर्च मिक्स करें और इसको अपने घर के आस-पास छिड़क दें, ऐसी जगहों पर भी जहां छिपकलियाँ रहती हैं, जैसे फ्रिज और सोफ़े के पीछे और दीवारों पर और हर उस जगह पर जहां छिपकलियाँ दिखाई देती हैं।[९]
- आप लाल मिर्च या इसके पाउडर को भी इस काम के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।[१०]
- आप टबास्को सोस (Tabasco Sauce) को भी पिपर स्प्रे की जगह इस्तेमाल कर सकते हैं।[११]
- चेतावनी: इसका घर में अधीक छिड़काव आपको भी नुक़सान दे सकता है, इसलिए इसका इस्तेमाल करते समय सावधानी बरतें।
- छिपकली को पकड़ कर कहीं बाहर छोड़ दें: अगर कोई छिपकली आपके भगाने पर भी घर से नहीं जाती है तो आप डिब्बे को दीवार से लगाकर छिपकली को इसकी तरफ दौड़ाएं, छिपकली खुद इसके अंदर घुस जाएगी। फिर आप इसको कहीं बाहर ले जाकर छोड़ दें और छिपकली के आने वाली जगह पर कीटनाशक दवा छिड़क दें ताकि छिपकली दोबारा अंदर ना आ सके।[१२]
[संपादन करें]छिपकली को घर में आने से रोकें
- अपने घर को छिपकलियों के रहने के लिए अयोग्य बनाएं: छिपकलियों को ऐसी जगह पसंद होती है जहां गर्मी, पानी और छिपने की जगह मौजूद हो। आप बस इन चीज़ों पर थोड़ा ध्यान देकर छिपकलियों का घर में ना आना सुनिश्चित कर सकते हैं।
- घर की साफ़ सफ़ाई करते रहें जैसे की फ़र्श की झाड़ू लगाना और कोशिश करें कि फर्श पर कपड़ों, अख़बारों और डिब्बों का ढेर ना लगा हो।[१३]
- फर्नीचर को हमेशा दीवारों से 6 इंच दूर रखें और दीवारों पर ज्य़ादा तस्वीरें ना टांगें, क्योंकि छिपकलियाँ रात को सक्रिय होती हैं और दिन में यह अंधेरी और गर्म जगह पर छुपी रहती हैं।[१४]
- अपने घर का तापमान जितना कम हो सके बनाए रखें, क्योंकि छिपकलियाँ रात में बाहर ठंडक होने की वजह से आपके घर में गरमाहट पाने घुस आती हैं।[१५]
- अगर आपके घर में कोई पाइप लीक कर रहा है या कहीं पानी ठहरा हुआ है तो इसको फ़ौरन ठीक करें, क्योंकि छिपकलियों को ऐसा उमस भरा माहौल बहुत पसंद होता है।[१६]
- घर के पिछवाड़े और आँगन को छिपकलियों के लिए अयोग्य बनाएं: आपके घर का यह हिस्सा छिपकलियों को अपनी तरफ खींच सकता है, अगर यहां पर कीड़े मकोड़े पानी और छिपने की जगह मौजूद हो। हम आपको यहां कुछ तरीके़ बता रहे हैं जिनके ज़रिए आप अपने पिछवाड़े या आँगन से छिपकलियों को दूर कर सकते हैं:
- ऐसी हर चीज़ को हटा दें जिसमें पानी जमा होता है, जैसे चिड़ियों के नहाने वाला बर्तन, क्योंकि यह कीड़ों के फलने फूलने की जगह बन सकता है, जो छिपकलियों का शिकार होते हैं और छिपकलियों को यहां से पानी मुहैया हो सकता है।[१७]
- क्यारियों में कम से कम पानी दें क्योंकि छिपकलियों को नम माहौल बहुत पसंद होता है और यहां से उनको पीने के लिए पानी भी मुहैया हो जाता है।[१८]
- गूदेदार पौधे ना उगाएं (Do not plant succulents): जब छिपकलियों को पीने के लिए पानी नहीं मिल पाता तो वह गूदेदार पौधों को चूस कर पानी की पूर्ति करती हैं।[१९]
- झाड़ियों की कटाई करते रहा करें, ख़ासतौर पर जो घर से लगी हुई हों क्योंकि छिपकलियों को यहां छिपने की जगह मिल जाती है।[२०]
- झाड़ियों पर जाल लगाकर आप इनको छिपकली के रहने की जगह बनने से बचा सकते हैं।[२१]
- बाहर की लाइटों का इस्तेमाल कम से कम करें क्योंकि इन लाइटों पर कीड़े खिंचे चले आते हैं, जिसका शिकार यह छिपकलियाँ करती हैं। अगर बाहर की लाइटों का इस्तेमाल करना ज़रूरी हो तो सोडियम वैपर (Sodium Vapour) लाइट या पीली लाइटों का इस्तेमाल करें।[२२]
- अपने घर को पूरी तरह सील करें: छिपकलियाँ छोटे से छोटे छेद या दरारों में से घर में घुस सकती हैं, इसलिए अपने घर को पूरी तरह सील करना सुनिश्चित करें। घर का अंदर और बाहर से चक्कर लगाकर एक-एक छेद और दरार को पूरी तरह बंद कर दें। खिड़कियाँ और रोशन-दान बंद रखना सुनिश्चित करें।[२३]
[संपादन करें]छिपकलियों के खाने के स्रोत ख़त्म करें
- कीट, मच्छर और मक्खियों का ख़ात्मा करें: इन कीटों को ठहरा हुआ पानी बहुत पसंद होता है क्योंकि यह इसमें फलते फूलते हैं। इसलिए ऐसे हर बर्तन में मौजूद पानी को फेंक दें या किसी चीज़ से ढक दें।[२४]
- कचरे के डब्बे को ढक कर रखें।
- पानी के ग्लास को इधर-उधर ज़्यादा समय खुला हुआ ना रखें।
- यह सुनिश्चित रखें कि सिंक (Sink) और बाथटब (Bath Tub) में पानी ना ठहरे।
- चीटियों को भगायें: चीटियाँ सिरके की गंध से भागती हैं, इसलिए खिड़कियों और दरवाज़ों पर सफ़ेद सिरके का छिड़काव करें।[२५]
- हमेशा खाने के बाद सफाई करना ना भूलें, गंदे नैपकिन (Napkin), खाने के टुकड़े और खाने के बर्तन चीटियों को अपनी और आकर्षित करते हैं।
- मक्खियों का ख़ात्मा करें: मक्खियाँ मीठी चीज़ों की तरफ खिंची चली आती हैं और यह ख़ुदको इससे रोक नहीं सकतीं। इनसे छुटकारा पाने के लिए एक बर्तन में सफेद शराब भर कर रख दें, मक्खियाँ इसको पीने आऐंगी और पीकर कभी वापस नहीं लोटेंगी।[२६]
- कीटों का ख़ात्मा करें: कीट उमस भरे माहौल को पसंद करते हैं।[२७] इनसे छुटकारा पाने का एक रास्ता यह है कि अलमारी के अंदर एक चाॅक का बंडल टांग दें, यह हवा में मौजूद पानी को सोक लेगा और फिर कीट दौबारा नहीं आऐंगे।[२८]
- काॅकरोच का ख़ात्मा करें: काॅकरोच लगभग हर चीज़ को खाते हैं। लेकिन ये खीरे के छिलकों को नापसंद करते हैं। इसलिए अगली बार आप जब भी खीरे को काटें तो इनके छिलकों को फेंकने के बजाय किचन, काउंटर और बाथ टब के आस पास रख दें। इसकी वजह से काॅकरोच आपके घर से निकल जाएंगे।[२९]
- अगर इन खीरे के छिलकों पर चीटियाँ लग रही हैं तो आप बोरेक्स (Borax) का इस्तेमाल करें: इसको ऐसी जगह पर छिड़कें जहां कॉकरोच अधिक मात्रा में हो, इसके इस्तेमाल के 1 महीने बाद ही कॉकरोचों की तादाद घर में कम हो जाएगी। आम धारणा के विपरीत बोरेक्स इंसानों और जानवरों को इतना नुक़सान नहीं देता।
- मकड़ियों को रोकें: मकड़ियाँ बिला वजह कहीं से भी कभी भी निकल आती हैं, लेकिन इन्हें दूर रखने के लिए इनके शिकार को मारने के आलावा, ये तरीक़े भी इस्तेमाल किये जा सकते हैं:
- हर उस दरार को बंद करें जिसका संपर्क बाहर से हो, जैसे खिड़कियाँ और दरवाज़ों की चौखट वाली दरारें।[३०]
- कूड़ेदान, बेसमेंट, किचन और बाथरूम में ग्लू-बोर्ड लगाकर आप मकड़ियों को पकड़ सकते हैं।[३१]
- अगर मकड़ियों की समस्या ज़्यादा बढ़ जाए तो आप कीटनाशक दवा का इस्तेमाल करें या कीट विनाशक टीम से संपर्क करें।[३२]
- झींगुरों को कम करें: छिपकलियाँ झींगुरों को बड़े शौक़ से खाती हैं, इसलिए घर के अंदर और बाहर झींगुरों की आबादी पर अगर क़ाबू पा लिया जाए तो घर में छिपकलियों से भी छुटकारा पाया जा सकता है।
- एक बर्तन में गुड़ या शराब, पानी में मिलाकर रख दें, इसकी मदद से आप घर के अंदर और बाहर के झींगुरों का ख़ात्मा कर सकते हैं: झींगुर सीधे इसी में ही छलांग मारेंगे![३३]
- घर के पिछवाड़े और आँगन की घास हमेशा काटते रहें क्योंकि झींगुर लंबी घास में फलते फूलते हैं।[३४]
- WD40 स्प्रे भले ही इको फ्रेंडली (Eco Friendly) नहीं है लेकिन इसकी मदद से आप एयर कंडीशनर में छिपकली को घुसने से रोक सकते हैं (एयर कंडीशनर के बाहर वाले हिस्से पर इसका स्प्रे करें)।
- छिपकली रात में सक्रिय होने वाला जीव है जो दिन भर आपके फर्नीचर के पीछे छिपा रहता है, इससे सामना होने की आशंका रात में सबसे ज़्यादा रहती है।
- तेज़ रौशनी कीटों को अपनी तरफ आकर्षित कर सकती है और इन्हीं के पीछे छिपकलियाँ भी खिंची चली आती हैं।
- बच्चे और पालतू जानवरों की मौजूदगी में कीटनाशक दवाओं का इस्तेमाल ना करें क्योंकि यह उनके लिए हानिकारक हो सकती हैं।
- बोरेक्स (Borax) इंसानों और पालतू जानवरों के लिए हानिकारक होता है। यदि आपके घर में बच्चे और पालतू जानवर मौजूद हैं तो कॉकरोच मारने के लिए इसको इस्तेमाल ना करें!
[संपादन करें]चीज़ें जिनकी आपको आवश्यकता होगी
- अंडे के छिलके
- फ्लाईपेपर (Sticky traps)
- प्याज़
- लेहसुन
- दरारें बंद करने के लिए सीलेंट (Sealant)
- जाल
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September 26, 2019, 3:01 am
बात चाहे कामकाजी लाइफ की हो या फिर पर्सनल लाइफ की, अगर आप सफल होना चाहते हैं और खुशी चाहते हैं तो अच्छे फ़ैसले लेना आपके लिए बहुत अहम होता है। ज़िंदगी में एक व्यक्ति को इतने फ़ैसले लेने पड़ते हैं कि कुछ लोग उनके बारे में सोच कर ही दबाव में आ जाते हैं, लेकिन अपने फ़ैसलों को बेहतर बनाने की कुछ रणनीतियों (strategies) को सीखने से चीज़ें काफी हद तक आसान हो जातीं हैं। तो आइये जानते हैं कुछ तरीके अपनी लाइफ में अच्छे फैसले लेने के।
[संपादन करें]अपने विकल्पों को समझना
- अपने लक्ष्यों को समझें: अगर आपको पता है कि आप किसी परिस्थिति से क्या परिणाम चाहते हैं तो आप आसानी से उसे लक्ष्य बनाकर उसकी ओर बढ़ सकते है।[१]
- लक्ष्यों को दिशा उस पर तय होनी चाहिए जिसे आप भविष्य में पाने की इच्छा रखते हैं। इस से पहले की आप अपने लक्ष्यों की और बढ़े; यह समझना ज़रूरी है कि आपको “क्या” चाहिए। ऐसा करने से आप उन लक्ष्यों को पाने के लिए सबसे बेहतर योजना बना पाएंगे।
- अपने उद्देश्यों और लक्ष्यों को अपनी बड़ी योजनाओं से जोड़कर देखें। उदाहरण के लिये, अगर आप अपनी मौजूद नौकरी को एक नए कैरियर के अवसर के लिए छोड़ रहे हैं, तो अपने आप से पूछिए की आपके दीर्घकालिक उद्देश्य क्या हैं। देखिए कि एक नई नौकरी किस प्रकार आपको उन उद्देश्यों को पाने में मदद करेगी, और कहीं ऐसा तो नहीं है एक नए नौकरी आपको उन उद्देश्यों तक पहुंचने से दूर कर देगी। आपको अपने जीवन के हर पहलू को ध्यान में रखना चाहिए--जैसे, इस बार में सोचिये कि किस प्रकार आपके व्यावसायिक उद्देश्य आपके निजी उद्देश्यों पर प्रभाव डालते हैं।
- प्रमाण (evidence) इकट्ठे करें और फायदे और नुकसान की तुलना करें: अपने प्रमाणों के सोर्स को इवैल्यूएट करें और हर विकल्प के फायदे और नुकसान समझ लें। जब आपको पता हो कि क्या अच्छा और क्या बुरा हो सकता है तो आप एक ज्यादा बेहतर फ़ैसला ले पाते हैं।[२]
- फ़ायदे और नुकसानों को लिखने और उनकी एक दूसरे से तुलना करने पर आपको आसानी से पता चल जाएगा कि आप क्या पाएंगे और क्या खोना पड़ेगा।
- अपने समय को मैनेज करें: अगर आपको एक से ज्यादा फ़ैसले लेने हैं तो, इसका ध्यान रखना जरूरी है कि किन विकल्पों पर फ़ैसला पहले करना ज़रूरी है। कुछ फ़ैसले दूसरे फ़ैसलों के नतीजों पर आधारित होते हैं।[३]
- परिस्थितियों को व्यवस्थित करने के अलावा, आपको अपने लक्ष्यों तक पहुंचने के लिए अपनी प्राथमिकताएं भी तय करना जरूरी है। हर दिन परिस्थितियां बदलती हैं, और कुछ फ़ैसलों पर आपको अपने मूल्यों और लक्ष्यों के दोबारा आंकलन करना पड़ता है।
- जो चीज़ें करना ज़रूरी है उन्हें लिखिए: एक आसान सूची में उन्हें देखने से नतीज़ों की तुलना करना और कौन से फैसले पहले लेने हैं यह चुनना आसान हो जाता है।
- विकल्पों के फ़ायदे और नुकसान के अलावा उन पहलुओं का भी ध्यान रखें जो आपको पता नहीं हैं। हर फ़ैसले के कुछ ऐसे नतीजे होते हैं जिनका अनुमान नहीं लगाया जा सकता। लेकिन उन अनुमानों की समीक्षा करना आपको यह जानने में मदद कर सकता है कि एक संभव नतीजा जोखिम उठाने लायक है या नहीं। [४]
- कभी कभी बिना पूरी जानकारी हासिल किए भी फ़ैसले लेने ज़रूरी होता है। यह समझना जरूरी है कि आपको उपलब्ध जानकारी के साथ ही जितना अच्छा हो सके उतना अच्छा फ़ैसला लेना है। आपको बाद में मिली जानकारी के अनुसार बदलाव करने की संभावना छोड़ना काफी मदद कर सकता है।
- यह याद रखें कि कोई भी योजना अनदेखी अड़चनों से रहित नहीं होती। इसलिए कोई अल्टरनेट प्लान भी तैयार रखें या “अगर ऐसा हुआ तो” वाली परिस्थितियों के बारे में भी सोचें।
- इस बात पर भी ग़ौर करें कि कठिन परेशानियों में पेचीदा चीज़ें हो सकतीं हैं: कुछ परेशानियों का सीधा असर आपके जीवन के कई हिस्सों पर पड़ सकता है। अगर किसी परेशानी का समाधान सही समय पर न किया जाए तो इसका आपके अच्छे फ़ैसले लेने के क्षमता पर प्रभाव पड़ सकता है।
- उदाहरण के लिए, डर और असुविधा आपको अच्छे फ़ैसले लेने से रोक सकती है। एक ऐसे फ़ैसले का बचाव करना आसान होता है जो आपको असुविधा से दूर ले जाता है बावजूद इसके की यह सबसे अच्छा फ़ैसला नहीं हैं। फ़ैसला लेते वक्त जागरूक रहें और पता करें कि कब आप अपने आप से झूठ बोल रहे हैं।
- उन लोगों की लिस्ट बनायें जो आपके सपोर्ट सिस्टम हैं: उन लोगों के बारे में सोचें जिन्हें आप पर्सनली या प्रोफेशनली रूप से जानते हैं, और जिन्होंने पहले उसी तरह के फ़ैसले लिए हैं। एक विश्वसनीय व्यक्ति, जिसे आपके मुद्दे पर ज्ञान औऱ अनुभव हो, को ढूढें।
- अपना सहारा बनाने के लिए लोगों के साथ मूल्य और रुचियाँ की समानता होना जरूरी है। आपको विभिन्न दृष्टि कोणों की सलाह लेनी चाहिए, लेकिन सलाह उन लोगों से लेनी चाहिए जो आपकी परिस्थिति में होने पर आपके मूल्यों के हिसाब से ही फ़ैसला लेते। उनसे उनके अनुभव के बारे में पूछने से भी आपको मदद मिलेगी।
- इस बात का ध्यान रखें कि आप सलाह उन ही लोगों से लें जिन्हें अनुभव और ज्ञान है। कुछ लोग विषय के बारे में कुछ भी नहीं जानते लेकिन सलाह देने के लिए सबसे ज्यादा उत्सुक होते हैं।
- जैसे, Ministry of Micro, Small & Medium Enterprises छोटे बिजनेस मालिकों के लिए एक बेहतरीन सलाह का मंच है। आप ज्यादा जानकारी के लिए उनकी वेबसाइट पर जा सकते हैं: https://msme.gov.in/
- उन लोगों से बात करें जिनसे आप सलाह लेते हैं: अपने फ़ैसले के बारे में उन्हें बताएं जिन पर आप भरोसा करते हैं और उनसे उस पर सलाह मांगें। आपके करीबी लोगों के साथ होने से आपको दिलासा मिलता है और तनाव और रक्तचाप कम करने के रूप में शारीरिक मदद मिलती है।
- सलाह मांगे न कि उनकी सहमती। आप ये नहीं चाहेंगे कि लोग आपको वही बताएं जो आप सुनना चाहते हैं; आप सिर्फ उनसे एक अच्छा फ़ैसला लेने के लिए सलाह मांगे। [५]
- अलग-अलग कार्यक्षेत्र के लोगों से सलाह लें। विभिन्न तरह की प्रतिक्रिया लेने से आप इस बात का आंकलन कर सकते हैं कि ज्यादातर लोग फ़ैसले को किस तरह से देखते हैं। बस इतना ध्यान रखें कि सलाह देने वाले कि प्राथमिकता आपका हित है।[६]
- ये ना भूलें कि आखिरी फ़ैसला आपको ही लेना है। आप लोगों से सलाह ले सकते हैं लेकिन अंत में फ़ैसला आपकी मर्ज़ी से होना चाहिए।
- अपने खास लोगों से ईमेल के द्वारा सलाह लें: इस तरह से आप विचार कर पाएंगे की सवाल को किस तरह से पूछा जाए और जवाब देने वाले भी सोचकर सबसे अच्छा जवाब दे पाएंगे। आपके पास पूरे संवाद का लिखित रूप भी होगा, अगर आप कुछ भूल जाएं तो यह आपके काम आएगा।
- लोगों से सलाह लेते हुए उन्हें यह बताएं कि आप किस संदर्भ में बात कर रहे हैं: उन्हें अपने फ़ैसले के बारे में जानकारी दें और यह भी बताएं कि उस फैसले को लेकर क्या-क्या दांव पर लगा है।[७]
- मदद मांगते हुए असहज महसूस न करें: दूसरों से सलाह मांगने में कुछ भी गलत नहीं है। बल्कि, कुछ रिसर्च दिखाती हैं कि सलाह मांगना समझदारी की निशानी के तौर पर देखा जाता है। [८]
- अपने लिए एक समय सीमा तय कर लें: एक समय सीमा और कार्य की व्यवस्थित योजना होने से आप परिस्थिति को अच्छे से समझ पाएंगे और आप जान पाएंगे कि आपने उसके हर पहलू को ध्यान में रखा है या नहीं।[९]
- बहुत सारी छोटी समय सीमाएं रखना और भी मददगार होता। जैसे, एक समय सीमा पर एक फ़ैसला लें, फिर दूसरी समय सीमा के लिए अपने कार्य तय कर लें और ऐसा ही बाकी समय सीमाओं के लिए करते जाएं।
- अपने फ़ैसलों को परिणामों में बदलें: अब जब आपने फ़ैसले के हर पहलू को बारीकी से अपने भरोसेमंद व्यक्तियों के साथ देख लिए है, तो अपने फ़ैसले को एक तय समय सीमा तक लागू करें।
- आंकलन करें कि आपने सही फ़ैसला लिया है या नहीं: देखें कि आपका फ़ैसला आपके उसूलों से मेल खाता है या नहीं। स्पष्ट मूल्य, सच्चाई के साथ चलने की लगन और आगे बढ़ते रहने की विचारधारा बनाना आपकी फ़ैसला लेने की क्षमता को बनाते हैं।[१०]
- अपने प्रदर्शन की समीक्षा करें। अपने आप से पूछें कि क्या आपने खुलेपन और ईमानदारी से फ़ैसले के बारे में बात की क्या आपने सबसे अच्छा, और सबसे शिक्षित जवाब दिया? ऐसे सवाल पूछने से आप अपने फ़ैसलों की समीक्षा कर पाएंगे और भविष्य में और अच्छे फ़ैसले ले पाएंगे।
- इस बात के लिए तैयार रहें कि हर कोई आपके फ़ैसले से सहमत नहीं होगा। इसका मतलब यह नहीं है कि आपने गलत फ़ैसला लिया है। इस से शायद आपका फ़ैसला लेना थोड़ा सा मुश्किल हो जाए। ध्यान रहें कि जिनपर भी आपके फ़ैसले का असर पड़ेगा, उनसे आप सभी पहलुओं के बारे में चर्चा कर लें।[११]
- कुछ लोग सिर्फ इसलिए आपके फ़ैसले से असहमत होंगे क्योंकि वे बदलाव होने से डर है। एक या दो नकारात्मक प्रतिक्रियाओं से ये ना सोचें कि आप गलत थे; बल्कि यह जानने की कोशिश करें कि “क्यों” लोगों को वह फ़ैसला पसंद नहीं आया।
- पुरानी बातों को भविष्य के फैसलों को प्रभावित न करने दें: क्योंकि आपने पिछली परिस्थिति में अच्छे फ़ैसले नहीं लिए, इसका मतलब यह नहीं कि आप बेहतर फ़ैसले नहीं ले सकते। साथ ही, सिर्फ क्योंकि पहले कुछ चीज़ काम कर गई थी, का मतलब यह नहीं कि यह हर बार काम करेगी। हर परिस्थिति को कुछ नया सीखने के मौके के रूप में देखें।[१२]
- कोई बुरा फ़ैसला लेने के बाद दिल छोटा न करें। कुछ भी सही गलत नहीं होता सिर्फ यह मायने रखता है कि क्या काम करता है और क्या नहीं। जब भी बुरे अनुभव हों तो उन्हें सीख की तरह लें।
- अपने अहम को बीच में न आने दें: ऐसा करने से आप खुद को बड़ा साबित करने की बजाय आकलन कर पाएंगे कि आपका फ़ैसला पूरी जानकारी के साथ लिए गया था या नहीं।[१३]
- आलोचना या नामंजूरी को दिल पर न लें। एक फ़ैसले के सही या गलत होने के “सबूत” ढूंढने के बजाय सीखने की कोशिश करें और अपने फ़ैसला लेने की क्षमता को बेहतर करने की कोशिश करें।[१४]
- दिल से फ़ैसले लेने की क्षमता को बेहतर करें: जानकार फ़ैसले लेने से आप अपने दिल पर भरोसा करना और सबसे बेहतर तरीके से सोचना सिखाते हैं। वक़्त के साथ, आप अपने लिए फ़ैसलों के बारे में अच्छा महसूस करने लगेंगे और फ़ैसले लेने में ज्यादा आत्मविश्वास पाएंगे। [१५]
- डर में आकर फ़ैसले न लें। अपने दिल की आवाज़ पर भरोसा करने में सबसे बड़ी अड़चन है।[१६]
- एक परिस्थिति को देखें जिसपर फ़ैसला लेना है और उस पर ध्यान लगाने की कोशिश करें। परेशानी के हालातों और संभावनाओं के बारे में खुलकर गहराई से सोचें और लिए गए फ़ैसले के परिणामों पर विचार करें। [१७]
- अलग-अलग मुद्दों पर अपने दिल से लिये फ़ैसलों और उनके नतीजों की एक डायरी या अभिलेख रखें। इस से आप अपनेK फ़ैसलों में समानताएं देखेंगे और अपने दिल की आवाज़ पर बेहतर भरोसा करना सीखेंगे।[१८]
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September 27, 2019, 3:01 am
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September 28, 2019, 3:01 am
माथे की झुर्रियाँ (Forehead wrinkles) आपकी उम्र को बहुत ज्यादा बढ़ा हुआ दिखा सकती हैं, लेकिन अच्छी बात ये है, कि ऐसी कई सारी चीज़ें मौजूद हैं, जिन्हें करके आप अपनी इन झुर्रियों के नजर आने में कमी कर सकती हैं और यहाँ तक कि उन से पूरी तरह से राहत भी पा सकती हैं। कई मामलों में, लाइफ़स्टाइल के बदलाव और होम रेमेडीज़ (Gharelu Nuskhe) भी आपकी मदद कर सकती हैं, लेकिन अगर आप जल्दी से इन्हें ठीक करना चाहती हैं, तो फिर आपको प्रोफेशनल ट्रीटमेंट लेने के बारे में सोचना चाहिए। (Face Wrinkles, Maathe ki Jhurriyan se Kaise Chutkara Paye)
[संपादन करें]होम रेमेडीज़ (Home Remedies, Wrinkles ke Liye Gharelu Nuskhe)
- झुर्रियों वाली जगह पर नारियल का तेल लगाएँ: शाम को अपना चेहरा धोने के तुरंत बाद, अपने माथे की झुर्रियों पर सीधे नारियल के तेल की एक हल्की सी परत लगा लें। अब जब तक कि आपकी त्वचा में चिकनापन महसूस होना बंद न हो जाए, तब तक इससे झुर्रियों पर मसाज करते रहें।[१]
- रूखी त्वचा में लचीलापन (elasticity) कम होता है और यही लचीलेपन की कमी आपकी झुर्रियों को और भी ज्यादा दर्शाती है। अपनी त्वचा के नम रहते, उस पर पेट्रोलियम जेली लगाने से, आप ज्यादा नमी को सोख सकते हैं और अपनी त्वचा को नेचुरली भरी-भरी बनाए रख सकते हैं।
- टोपिकल लाइन-एरेजिंग क्रीम्स इस्तेमाल करें: टोपिकल रेटिनोल (retinol) और रेटिनोइड्स (retinoids), मार्केट में सबसे प्रचलित एंटी-एजिंग क्रीम हैं, लेकिन पेप्टाइड्स (peptides) वाले मॉइस्चराइज़र भी अच्छी तरह से काम करते हैं।
- इस तरह की टोपिकल क्रीम्स खासतौर पर आपकी त्वचा में कोलेजन के बनने को बढ़ावा देने के लिए तैयार की जाती हैं। इसके परिणामस्वरूप, आपकी त्वचा भरी-भरी लगती है और मौजूदा झुर्रियों को नेचुरली भर देती है।
- क्रीम को सीधे अपने माथे की झुर्रियों पर लगाएँ। इस तरह के ज़्यादातर ट्रीटमेंट्स में सँकरी एप्लिकेटर टिप्स (applicator tips) होती हैं, जिससे इसे लगाना आसानी से मैनेज हो जाता है।
- दूसरे सोचने लायक ट्रीटमेंट्स में, अल्फा-हाइड्रॉक्सी एसिड (AHAs), विटामिन C, आइडेबेनोन (idebenone), ग्रोथ फ़ैक्टर्स और पेंटेपेप्टाइड (pentapeptides) शामिल हैं।
- एक एंटी-एजिंग फेशियल पैच लगाएँ: "Frownies" और ऐसे ही दूसरे एंटी-एजिंग फेशियल पैच ज़ोर से चिपकने वाले पैच होते हैं, आपके सोते वक़्त, आपकी त्वचा को अपनी जगह पर बनाए रखते हैं।
- सोने से पहले अपनी त्वचा को स्मूद कर लें और पैच को सीधे अपने माथे की झुर्रियों के ऊपर लगा लें। पूरी झुर्रियों के ढंके होने की पुष्टि कर लें और इस पैच को कम से कम तीन घंटे के लिए या रातभर के लिए लगा रहने दें।
- जैसे ही आप पैच लगा लेती हैं, फिर आपके माथे की मसल्स मूव नहीं कर सकेंगी। जिसके परिणाम के तौर पर, आपके सोते वक़्त ये ट्विस्ट या खराब नहीं हो सकेंगी और आपकी झुर्रियों के पास में और ज्यादा गहराई तक बढ़ने का मौका ही नहीं रहेगा।
- अपनी त्वचा को हफ्ते में दो बार एक्सफोलिएट करें: सैलिसिलिक एसिड, ग्लायकोलिक एसिड या हायल्यूरॉनिक एसिड (hyaluronic) के साथ वाले प्रोडक्ट के जैसे किसी जेंटल केमिकल एक्सफोलिएंट को हफ्ते में 2-3 बार से ज्यादा मत इस्तेमाल करें। एक्सफोलिएट करना, डैड स्किन सेल्स को हटाने में मदद करता है और आपकी त्वचा में स्किनकेयर प्रोडक्ट्स को बेहतर तरीके से सोखने देता है, जिससे झुर्रियों को कम करने में मदद मिलती है। हालांकि, बहुत ज्यादा एक्सफोलिएट करने से हानिकारक प्रभाव भी पड़ सकते हैं।[२]
- स्क्रब्स जैसे मेकेनिकल एक्सफोलिएशन प्रोडक्ट्स मत इस्तेमाल करें। ये आपके चेहरे के नाजुक हिस्सों के लिए कठोर भी हो सकते हैं और इनसे माइक्रोएब्रेशन्स (microabrasions) होते हैं।
- अपने एक्सफोलिएट के फौरन बाद हमेशा मॉइस्चराइज़र इस्तेमाल करें।
- एक्सफोलिएशन से होने वाले फायदे को नजर आने में कम से कम 3-4 हफ्तों का वक़्त लगेगा।
- अपनी माथे की मसल्स को ट्रेन करें: अगर आप अपनी आँखों को खोलने के लिए, अपनी पलकों पर भरोसा करने की बजाय, अपने माथे की मांसपेशियों का उपयोग करते हैं, तो ऐसे में माथे की झुर्रियों के साथ आपको और ज्यादा मुश्किल हो सकती हैं। इन मसल्स को ट्रेन करने के लिए एक सिम्पल एक्सरसाइज करने से, आपके माथे पर मौजूद दरारों को कम करने में मदद मिल सकती है, साथ ही ड्रॉपी पलकें भी सही हो सकती हैं।[३]
- अपने हाथों को "C" शेप्स में मोड़ें और उन्हें सीधे अपनी आँखों के ऊपर रख लें। इंडेक्स फिंगर (तर्जनी) को हर एक आइब्रो के ऊपर, आपकी आइ केविटी की अपर बोन के साथ में होना चाहिए और अंगूठे को नाक की किसी भी साइड पर, सीधे नोस्ट्रिल के ऊपर रखा होना चाहिए।
- हर एक हाथ की उँगलियों को नीचे और साइड में प्रैस करें, फिर अपनी छाती को खोलें और अपनी शोल्डर ब्लेड्स को रोल करें।
- अपनी आँखों को बड़ा खोल सकें, खोल लें और इस पोजीशन को पाँच सेकंड के लिए बनाए रखें। इस वक़्त के दौरान, अपने माथे और ब्रोज़ को हिलने से रोकने के लिए, अपनी इंडेक्स फिंगर को अपनी आइब्रोज़ पर प्रैस करें।
- पांच बार आंखों को बढ़ाएँ, फिर अपनी आंखों को पूरी तरह से बंद करें और पांच सेकंड के लिए आराम करें।
- इस पूरी प्रोसेस को दो और बार रिपीट करें और जब तक कि आपको रिजल्ट्स नजर न आ जाएँ, तब तक इस एक्सरसाइज को रोजाना कम से कम एक बार जरूर दोहराएँ।
- अपनी झुर्रियों पर ऑलिव ऑइल से मसाज करें: शाम को अपना चेहरा धोने के बाद, हल्के से गरम किए हुए एक्सट्रा वर्जिन ओइलिव ऑइल की कुछ बूंदों से सीधे अपनी झुर्रियों पर और अपनी झुर्रियों के आसपास के हिस्सों पर मसाज करें।
- इसे नारियल के तेल की हल्की सी मात्रा के साथ या ऑलिव ऑइल और नारियल तेल को मिलाकर भी किया जा सकता है।
- ये दोनों ही तेल आपकी त्वचा को नमी दे सकते हैं और इसके लचीलेपन में सुधार कर सकते हैं। जैसे ही त्वचा के लचीलेपन में सुधार आएगा, झुर्रियां खुद-ब-खुद गायब हो जाएंगी।
- साइट्रस फेस पैक (citrus face pack) इस्तेमाल करके देखें: ऑरेंज, नींबू और दूसरे खट्टे फलों में विटामिन C और विटामिन E बहुत ज्यादा मात्रा में मौजूद होते है और ये दोनों ही बहुत अच्छी तरह से त्वचा की नरमी को और पूरी की पूरी हैल्थ को सुधार सकते हैं।
- आप चाहें तो कई तरह के खट्टे फलों के पल्प को सीधे अपने माथे पर लगा सकते हैं। इसे 10 मिनट के लिए रहने देकर, गरम पानी से धो सकते हैं।
- एक और दूसरा सिम्पल फेस पैक बनाने के लिए, 1/4 कप (60 ml) ताजे निकाले हुए ऑरेंज जूस को एक क्रीम जैसा पेस्ट बनाने के लिए जरूरी आटे के साथ मिला लें। इस पेस्ट को अपने माथे पर फैलाएँ और 20 मिनट्स के बाद इसे गुनगुने पानी से धो लें।
- एलोवेरा को झुर्रियों पर लगाएँ: सुबह या शाम को अपने चेहरे को धोने से पहले, अपने माथे की झुर्रियों पर एलोवेरा जेल की कुछ मात्रा से मसाज करें। पानी और एक जेंटल क्लींजर से धोने से पहले, इसे 15 मिनट्स के लिए अपनी जगह पर ही रहने दें।
- एलोवेरा में ऐसमैनन (acemannan) और अन्य पॉलीसेकेराइड (polysaccharides) त्वचा पुनर्जनन (skin regeneration) और उपचार को प्रोत्साहित कर सकते हैं। इसके परिणाम के तौर पर, ये रूखी, बेजान त्वचा को राहत दे सकता है और आपकी झुर्रियों की दिखावट को भी हल्का कर सकता है।
[संपादन करें]अपनी लाइफ़स्टाइल में फायदेमंद सुधार लाना (Beneficial Lifestyle Improvements)
- अपनी डाइट में सुधार लाएँ: एक हैल्दी, बैलेंस्ड डाइट आपकी पूरी की पूरी हैल्थ में सुधार ला सकती है, जिसमें आपकी त्वचा की हैल्थ भी शामिल है। एक आम नियम के अनुसार, अपने शरीर में एंटीऑक्सीडेंट्स की मात्रा को बढ़ाने के लिए, और ज्यादा फल और सब्जियाँ खाना शुरू कर दें।
![Get Rid of Forehead Wrinkles Step 10.jpg]()
- एंटीऑक्सीडेंट्स आपके शरीर के फ्री रेडिकल्स के साथ में लड़ते हैं, जो आपको एक हैल्दी, यंग नजर आने वाली त्वचा देते हैं।
- सैल्मन (Salmon) और ऐसी ही दूसरी ठंडी पानी की फिश में प्रोटीन्स और ओमेगा-3 फेटी एसिड्स का हाइ लेवल मौजूद होने के कारण, ये भी आपके लिए फायदेमंद हो सकती हैं। प्रोटीन्स हैल्दी स्किन के बिल्डिंग ब्लॉक्स में शामिल होते हैं और ओमेगा-3 स्किन को ज्यादा अच्छी तरह से पोषित रखता है। टॉक्सिन्स, जो खेतों में बढ़ने वाली फिश में मौजूद हो सकता है, से बचने के लिए जंगली पकड़ी गई मछलियों की तलाश करें।
- अपनी डाइट में और सोय भी शामिल करने के बारे में सोचें। कुछ स्टडीज़ इस बात की सलाह देती हैं, कि सोय प्रोडक्ट्स आपकी त्वचा को धूप से होने वाले डैमेज से सुरक्षित रखने में और आराम देने में मदद कर सकते हैं, जिसमें झुर्रियां भी शामिल हैं।
- इसी तरह से, कोको में फ्लेवोनोल्स एपिक्टिन (flavanols epicatechin) और कैटेचिन (catechin) होते हैं, जो दोनों स्किन सेल्स के सर्कुलेशन में सुधार करते हैं और बेहतर हाइड्रेशन को प्रोत्साहित करते हैं।
- रिफाइंड शुगर्स और रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट्स से एकदम दूर रहने की कोशिश करें, क्योंकि इनसे सूजन हो सकती है, जिससे झुर्रियां और त्वचा में ढीलापन आ सकता है।
- नियमित रूप से एक्सरसाइज करें: नियमित रूप से की हुई हल्की एक्सरसाइज आपकी पूरी हैल्दी लाइफ़स्टाइल का एक जरूरी हिस्सा होता है और अपनी हैल्थ में सुधार लाने से, आपके पूरे शरीर में सर्कुलेशन और त्वचा का लचीलापन बेहतर हो सकता है--जिसमें आपका माथा और चेहरे का बाकी हिस्सा भी शामिल है।
- हफ्ते में पाँच से सात दिन तक, दिन में कम से कम एक बार 30-मिनट की वॉक करने की कोशिश जरूर करें। दूसरी तरह की कार्डियोवैस्क्यूलर एक्सरसाइज भी उतनी ही फायदेमंद होती हैं।
- अपनी नॉर्मल एक्सरसाइज रूटीन में हैडस्टैंड भी शामिल करें। ये आपके चेहरे और स्कैल्प तक ब्लड फ़्लो को बढ़ाता है, जो वहाँ मौजूद त्वचा की हैल्थ में सुधार ला सकता है। हैडस्टैंड्स चेहरे की मसल को आराम करने के लिए भी फोर्स करती है, जिससे झुर्रियां पैदा करने वाला तनाव कम हो जाता है।
- धूप से बचें: बार-बार, बिना सुरक्षा के धूप के सामने जाना, आपकी त्वचा को रूखा और बेजान बनाकर, आपकी झुर्रियों की समस्या को बदतर बना सकता है।[४]
- जहां तक हो सके, धूप से बचकर रहें। जब भी आपको धूप में बाहर जाना पड़े, अपने माथे पर और अपने शरीर के बाकी के हिस्से पर संसक्रीन लगा लें। साथ ही, अपने चेहरे को और सुरक्षित रखने के लिए, हैट भी पहनकर निकलें।
- भरपूर नींद लें: भरपूर नींद आपकी त्वचा के लिए भी उतनी ही जरूरी होती है, जितनी कि आपके बाकी के शरीर के लिए होती है, इसलिए हर रात सात से आठ घंटे की नींद लेने की कोशिश करें। जब आपमें नींद की कमी होती है, तब शरीर बहुत ज्यादा कोर्टिसोल प्रोड्यूस कर सकता है और वो कोर्टिसोल स्किन सेल्स को ब्रेक कर देता है, जिसकी वजह से गहरी झुर्रियां बनती हैं।
- वैकल्पिक रूप से, ज्यादा नींद लेना, आपके शरीर को और ज्यादा ह्यूमन ग्रोथ हॉरमोन (HGH) प्रोड्यूस करने देती है, जो आपकी त्वचा को और ज्यादा लचीली बनाता है और झुर्रियां होने की संभावना को कम कर देता है।
- रात को अपनी पीठ के बल भी सोने की कोशिश करें। अपने पेट के बल सोने से आपकी आइब्रो पर स्लीप लाइंस बन जाती हैं। इसी तरह से, अपनी करवट पर सोने से आपके गालों और ठुड्डी पर झुर्रियां आ सकती हैं।
- स्मोकिंग बंद कर दें: अगर आप एक स्मोकर हैं, तो फिर स्मोकिंग की आदत छोड़ने के पीछे कई सारी दूसरी वजह भी मौजूद हैं और माथे की झुर्रियां कम करना, उन वजहों में से एक है।
- सिगरेट के धुएँ से ऐसे एंजाइम निकलते हैं, जो आपकी त्वचा में कोलेजन और एलास्टिन को तोड़ देते हैं। क्योंकि ये एलीमेंट्स टूट जाते हैं, आपकी त्वचा का लचीलापन चला जाता है और झुर्रियां और ज्यादा नजर आने लग जाती हैं।
- तिरछी नजर से देखना या आँखें भींचना (squinting) छोड़ दें: अगर आपको पढ़ते वक़्त तिरछी नजर से देखने की आदत है, तो फिर रीडिंग ग्लासेस की एक पेयर के ऊपर खर्च करें। जब आप ऐसा करते हैं, तब आपके माथे और आपकी आँखों के आसपास की मसल्स, आपकी त्वचा की सतह पर एक गहरी लाइन जैसी बना देती हैं और ये गहरी लाइन ही गहरी झुर्रियों का रूप ले लेती है।
- एक और ध्यान रखने वाली बात, बाहर जाते वक़्त भी आपको सनग्लासेस पहनना चाहिए। तेज रौशनी आपकी आंखों को आवेग पर भींच देती है, और सनग्लासेस ऐसा होने से रोकने में मदद कर सकता है।
- अपने चेहरे को सूखने मत दें: बहुत ज्यादा धोना और एक असरदार मॉइस्चराइज़र की कमी, ये दोनों ही सबसे ज्यादा ड्राईंग, डैमेजिंग चीज़ें हैं, जिसे आप अपने चेहरे की त्वचा के ऊपर कर सकते हैं।
- टैप वॉटर और कठोर साबुन आपकी त्वचा के नेचुरल ऑइल्स और दूसरे तरह के मॉइस्चर को निकाल सकते हैं। अपने चेहरे को दिन में केवल एक या दो बार ही धोएँ और ऐसा करने के लिए एक जेंटल क्लींजर इस्तेमाल करें।
- अपने चेहरे को धोने के फौरन बाद, उस पर फेशियल मॉइस्चराइजिंग क्रीम या लोशन लगाएँ। ऐसा करने से और ज्यादा नमी लॉक हो जाती है और आपकी मौजूदा झुर्रियां कम नजर आने लगती है।
[संपादन करें]प्रोफेशनल ट्रीटमेंट्स
- एक्यूपंक्चर (acupuncture) के बारे में सोचें: एक ट्रेनिंग प्राप्त, लाइसेन्स्ड एक्यूपंक्चरिस्ट, आपके चेहरे की मसल्स को टोन करके, आपके माथे की झुर्रियों को कम कर सकता है।[५]
- आपको आमतौर पर 10 से 12 के बीच के ट्रीटमेंट्स की जरूरत पड़ेगी, जिन्हें पाँच से छह हफ्तों के लिए, हफ्ते में दो बार किया जाएगा।
- एक्यूपंक्चरिस्ट शरीर और चेहरे के साथ स्ट्रेटजिक पॉइंट्स पर पतली सुई डालेगा। ये सुई कोलेजन और एलास्टिन के उत्पादन को बढ़ाती हैं। जिसके रिजल्ट के तौर पर, आपकी त्वचा नेचुरली भरी-भरी बन जाएगी और आपके चेहरे का सर्कुलेशन बेहतर बनेगा, जिससे आपके माथे की झुर्रियां नजर आने में हल्की बन जाएंगी।
- न्यूरोटॉक्सिन (neurotoxin) इंजेक्शन्स लें: बोटोक्स (Botox) और दूसरे न्यूरोटॉक्सिन्स नर्व इम्पल्स को ब्लॉक करते हैं, जिसकी वजह से आपके माथे पर मसल सिकुड़ती हैं। जिसके रिजल्ट के तौर पर, आपकी मौजूदा झुर्रियां कम नजर आती हैं और ज्यादा गहरी नहीं हो पाती हैं।
- उनसे पूछें, कि वो आपको कितना कम से कम प्रोडक्ट दे सकते हैं और आपकी झुर्रियां भी सॉफ्ट हो जाएँ। शुरुआत में, आपको आपके माथे को ट्रीट करने के लिए सिर्फ 9-15 यूनिट्स की ही जरूरत पड़ेगी।
- बोटोक्स के अलावा, दूसरे कॉमन न्यूरोटॉक्सिन्स में, Xeomin और Dysport भी शामिल हैं।
- न्यूरोटॉक्सिन्स ट्रीटमेंट्स कभी-न-कभी खत्म हो जाते हैं, इसलिए आपको करीब-करीब हर 3-4 महीने के अंदर, इंजेक्शन्स का एक और राउंड लेना पड़ेगा।
- लेजर रिसर्फेसिंग (laser resurfacing) के बारे में जानें: इस ट्रीटमेंट के दौरान, डॉक्टर या टेक्निशीयन एक लेजर के जरिए या पल्स्ड डायोड के जरिए सीधे आपके माथे पर एनर्जी डाइरैक्ट करेगा। इस प्रोसीजर में 30 मिनट्स से एक घंटे तक का वक़्त लग सकता है।
- इंटेन्स लाइट एक हल्का सा घाव बनाकर, त्वचा की सबसे ऊपर की परत को निकाल देगी, ये घाव खाली आँखों से नजर नहीं आएगा। इसकी प्रतिक्रिया के तौर पर, आपकी त्वचा को इसके कोलेजन के नेचुरल उत्पादन को रोक देना चाहिए और एक नई स्मूद, बिना झुर्रियों वाली त्वचा बनाना चाहिए।
- केमिकल ट्रीटमेंट्स के बारे में पूछें: माथे की झुर्रियां हटाने के लिए इस्तेमाल होने वाले ज़्यादातर कॉमन केमिकल ट्रीटमेंट्स में केमिकल पील्स और डर्माब्रेशन (dermabrasion) शामिल होता है।
- केमिकल पील के दौरान, डॉक्टर आपकी त्वचा की सबसे ऊपरी परत को निकालने के लिए अलग-अलग तरह के केमिकल्स का इस्तेमाल करेंगे। आपका शरीर और ज्यादा कोलेजन बनाकर और प्रभावी रूप से, और ज्यादा स्मूद स्किन बनाकर डैमेज के लिए प्रतिक्रिया करेगी।
- डर्माब्रेशन के दौरान, आपके डॉक्टर त्वचा की ऊपरी परत को अलग करने के लिए, एक माइल्ड केमिकल क्रिस्टल और वैक्यूम डिवाइस का इस्तेमाल करेंगे। इससे सतह पर एक समान टेक्सचर की त्वचा बनती है और इससे हल्की झुर्रियां और क्रीज़ गायब हो जाएंगी।
[संपादन करें]माथे की झुर्रियों को छिपाना (Camouflage Forehead Wrinkles)
- झुर्रियों को प्राइमर से छिपाएँ: मॉइस्चराइज़र लगा लेने और फाउंडेशन लगाने के बाद, एक इल्यूमिनेटिंग फेस प्राइमर की एक पतली सी परत लगा लें। इल्यूमिनेटिंग फेस प्राइमर में माइका (mica) की जरा सी मात्रा मौजूद होती है, ये एक ऐसा चमकदार मिनरल होता है, जो आपके माथे की झुर्रियों को और चेहरे की दूसरी लाइन्स को सेटल कर सकता है। एक बार ये लग जाए, माइका की मात्रा उन झुर्रियों से लाइट को अलग रिफ्लेक्ट करता है, जो उनकी दिखावट को कम कर देता है।
- वैकल्पिक रूप से, प्राइमर फाउंडेशन को आपकी झुर्रियों में सेटल होने से रोके रखता है और फाउंडेशन को अपनी जगह पर बनाए रखता है। क्योंकि फाउंडेशन में मेट फिनिश होती है, इसलिए अगर ये उन लाइन्स में अंदर चला जाए, तो ये आपकी झुर्रियों को उभार सकता है।
- अपनी हेयरस्टाइल को बदल लें: भले ही कोई अलग तरह की हेयरस्टाइल सीधे तौर पर आपके माथे की झुर्रियों को प्रभावित न कर सके, लेकिन एक सही तरह की स्टाइल आपके माथे से नजरों को अलग ले जा सकती है और उन्हें ज्यादा उजागर नहीं करती है।[६]
- अपने हेयरस्टाइलिस्ट से आपके बैंग्स को एक ऐसी सॉफ्ट, चोपी फ्रिंज काटने का कहें, जो आपकी आइब्रोज पर लटकती हो। ये बैंग्स आपके माथे की झुर्रियों को, उन्हें साइड्स से छिपाकर कवर कर देगी और साथ ही आपके चेहरे के दूसरे फीचर्स को भी सॉफ्ट कर देगी।
- आप आपके स्टाइलिस्ट से आइ लेवल पर हाइलाइट्स रखने का पूछ सकते हैं। सही हाइलाइट्स आपकी आँखों के कलर को ब्राइट कर सकती हैं। जब आपकी आँखें ज्यादा ब्राइट और ज्यादा वाइब्रेंट दिखेंगी, आपके माथे की झुर्रियां सॉफ्ट नजर आएंगी।
- जब घर पर ही बालों को सेट करें, तो सीधे पुतली के ऊपर एक कम साइड वाला हिस्सा बनाएं। क्योंकि सेंटर पार्ट्स माथे को फ्रेम करते हैं और उन पर अनचाहे ध्यान को खींच लाते हैं, इसलिए इन्हें करना सही विचार नहीं होता है।
- झुर्रियों को और गहरा बनने या और भी उभरने से रोकने के लिए, दिन के दौरान अपने माथे की मसल्स को रिलैक्स करने की कोशिश करें।
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September 29, 2019, 3:31 am
वक़्त के साथ, ज़्यादातर फ्रिज के अंदर एक हल्की सी अप्रिय बदबू बन जाना स्वाभाविक है। भले ही ये बदबू सहन करने लायक न हो, लेकिन इससे फ्रिज के अंदर रखी हुई चीजों को कोई नुकसान नहीं पहुंचता है। आपके यदि आप अपने फ्रिज के अंदर मौजूद खाने की इस बदबू को, फ्रिज के इंटीरियर में स्थायी रूप से जमा होने से पहले दूर करना चाहते हैं, तो पहले खराब फूड को बाहर निकालते हुए शुरुआत करें। आप चाहें तो एक डियोडराइजर रख सकते हैं या फिर दो चीज़ें—जैसे कि, कॉफी पाउडर और एक्टिवेटेड चारकोल—को ऊपरी शेल्फ में रख सकते हैं। बुरी बदबू को पहले ही रोकने के लिए, खाना जैसे ही खराब होना शुरू हो, उसे फेंक दें और खाने को हमेशा एक एयरटाइट कंटेनर में ही रखा करें।
[संपादन करें]खराब खाने को और बदबू को हटाना (Removing Bad Food and Smells)
- अपने फ्रिज को साफ करने से पहले, उसे बंद करके, दीवार पर लगे उसके प्लग को निकाल दें: आपका फ्रिज जिस बोर्ड पर लगा है, उसका बटन बंद करने के बाद, फ्रिज के पीछे लगे हुए केबल को उसके बोर्ड पर से निकाल लें।[१] अगर आप सफाई करते वक़्त फ्रिज के प्लग को चालू रहने देंगे, तो आप आपके बिजली के बिल को बहुत ज्यादा बढ़ा लेंगे!
- रेफ्रीजिरेटर के कुछ नए मॉडल्स में एक “ऑफ” बटन होता है। अगर आपके में भी है, तो फिर आप अपने फ्रिज के प्लग को निकाले बिना, उसे बंद कर सकते हैं।
- अपने फ्रिज में रखी हुई हर चीज को निकाल दें: फ्रिज-शेल्व्स, ड्रॉअर और डोर बिन्स के अंदर मौजूद हर एक स्टोरेज एरिया पर जाएँ—और वहाँ से खाने के हर एक सामान को बाहर निकाल लें। खाने के सामान की तरफ अच्छी तरह से नजर डालें, अगर कोई भी चीज़ खराब हो गई है, सड़ गई है या गंदी बदबू छोड़ रही है, तो उसे कचरे के डिब्बे में डाल दें। ज़्यादातर मामलों में, आपके फ्रिज में मौजूद गंदी बदबू, खराब हुए खाने के सामान की वजह से आया करती है।[२]
- इस पूरे काम को 4 घंटे के अंदर शुरू करके, खत्म करने की कोशिश करें: ऐसी चेतावनी दी जाती है, कि खाने के सामान को अगर 4 घंटे से ज्यादा देर के लिए बाहर रखा जाए, तो वो खराब हो जाता है या वो खाने के हिसाब से सुरक्षित नहीं रह जाता।
- आपने खाने के जिस भी सामान को रखने का चुना है, काम करते वक़्त उसे कूलर में रख दें: आपने फ्रिज में कितने खाने के सामान को रखा है—और उसे साफ करने में कितना वक़्त लगने वाला है—खाने के अच्छे सामान को कुछ देर के लिए बाहर रखा जा सकता है। अच्छे खाने को बर्बाद होने से बचाए रखने के लिए, फ्रिज साफ करते वक़्त इन्हें कूलर में रख दें। अगर आप लिड को बंद ही रखते हैं, तो फ्रिज में रखा खाने का सामान खुद ही ठंडा बना रहेगा।[३]
- खाने का सामान अगर 60 मिनट्स से ज्यादा देर के लिए बाहर रखा रहने वाला है, तो कूलर में बर्फ डाल दें। ये खाने के सामान को खराब होने से बचाकर रखेगा।
- फ्रिज की दीवार और नीचे के हिस्से को बेकिंग सोडा और पानी से स्क्रब करें: 1 कप (130 g) बेकिंग सोडा को गुनगुने पानी में घोल लें। इस मिक्स्चर में एक ऑर्डिनरी स्पंज भिगोएँ, इसे हल्के से निचोड़ लें और फ्रिज के अंदर के हिस्से पर स्क्रब करें। फ्रिज की साइड्स, सीलिंग और नीचे के हिस्से को धो लें। सोखने का वक़्त दें, स्क्रब करें और जमे हुए खाने के दाग को निकाल दें।[४]
- अगर मिक्स्चर इसके प्रभाव को खो देता है या फिर सिंक खाने के टुकड़े से भर जाती है, तो इस मिक्स्चर को फेंक दें और फिर से एक नया मिक्स्चर बना लें।
- सारे शेल्व्स, बिन और दूसरे निकलने लायक हिस्सों को निकाल लें और धो लें: फ्रिज के उन सारे कम्पोनेंट्स को निकाल लें, जो फ्रिज की दीवार से नहीं जुड़े हैं, जिसमें सब्जियों का ड्रॉअर और शेल्व्स खुद भी शामिल हैं। सारे पार्ट्स को पूरी तरह से सुखाने और फिर से लगाने से पहले, उन्हें अपने बेकिंग सोडा मिक्स्चर से धो लें।[५]
- साथ ही सब्जियों के डिब्बे के नीचे भी देखने की पुष्टि कर लें। कभी-कभी खाने के टुकड़े और पुराना पानी जाकर इन डिब्बों के नीचे जमा हो जाता है और गंदी बदबू पैदा करता है।
- फ्रिज के नीचे जमा खाने के टुकड़ों को ड्रिप पेन से साफ कर लें: ड्रिप पेन एक पतली प्लास्टिक ट्रे है, जो रेफ्रीजिरेटर के नीचे जगह पर जुड़ी होती है। ड्रिप पेन को दरवाजे के नीचे से हटा दें, उसे बहुत सावधानी से बाहर खींच लें और उसमें मौजूद चीजों को बाहर निकाल दें। फिर, अपने स्पंज को बेकिंग सोडा मिक्स्चर में भिगोएँ और ड्रिप पेन को फिर से लगाने से पहले, उस पर मौजूद खाने के दाग साफ कर दें।[६]
- सभी रेफ्रीजिरेटर मॉडल्स में ड्रिप पेन नहीं होती है। अगर आपके में नहीं है, तो आप इस स्टेप को छोड़ सकते हैं। हालांकि, फ्रिज के निचले हिस्से को स्क्रब जरूर करें।
[संपादन करें]ओडर-रिमूवर्स (Odor-Removers) का इस्तेमाल करना
- पीछे की शेल्फ पर बेकिंग सोडा का एक खुला हुआ कंटेनर रखें: बेकिंग सोडा में अपनी खुद की कोई बदबू नहीं होती है, लेकिन ये दूसरी बदबू को सोखने और बेअसर करने के लिए अच्छा होता है। अपने फ्रिज में मौजूद बदबू से छुटकारा पाने के लिए बेकिंग सोडा के एक बॉक्स को खोलें और इसे सबसे ऊपर की शेल्फ में पीछे रख दें। जब आप फिर से अप्रिय बदबू को फिर से आता हुए पाएँ, उस बेकिंग सोडा को अलग कर दें और उसकी जगह पर किसी दूसरे बॉक्स को रख दें।[७]
- अगर आपका फ्रिज ज्यादा ही बेकार बदबू दे रहा है और आप उस बदबू को एक ही बार में हटाना चाहते हैं, तो एक बेकिंग शीट पर बेकिंग सोडा के एक पूरे बॉक्स को डाल दें और उसे रातभर के लिए फ्रिज के अंदर रख दें। फिर बेकिंग सोडा को अलग कर दें।
- उबले हुए एप्पल साइडर विनिगर (apple cider vinegar) से अपने फ्रीज़र की बदबू हटाएँ: एप्पल साइडर विनिगर और पानी को 1:3 के अनुपात में मिलाएँ। मिक्स्चर को एक सॉसपेन में डालें और उसे स्टोव के ऊपर उबलने तक ले आएँ। जैसे ही मिक्स्चर उबलना शुरू होता है, उसे आग पर से उतार लें और उसे एक हीट-रजिस्टेंस ग्लास या मेटल के बाउल में डाल दें। बाउल को फ्रीजर में रखें, दरवाजा लगा दें और उसे 4-6 घंटे के लिए वहीं रहने दें। इसे फ्रीजर की गंदी बदबू को सोख लेना चाहिए।[८]
- 4-6 घंटे बीत जाने के बाद, विनिगर मिक्स्चर को हटा दें और उसे फेंक दें।
- एप्पल साइडर विनिगर उबलने के बाद, अप्रिय बदबू को सोख लेता है और उसे एक रोचक फलों की खुशबू से बदल देता है।
- अगर आपके पास में काफी वक़्त है, तो 2–3 शेल्व्स को कॉफी ग्राउंड से ढँक लें: कॉफी ग्राउंड बहुत ही सफलतापूर्वक अप्रिय बदबू को सोख लेती है, लेकिन ये काम करने में लंबा वक़्त लेती है। अगर आप कुछ दिनों तक अपने फ्रिज के बिना रह सकते हैं, तो फिर इस मेथड को अपनाकर देखिए। 2-3 शीट के ऊपर सूखा, ताजा कॉफी पाउडर फैला दें। अपने फ्रिज केआर अलग-अलग लेवल पर, हर एक शीट को फैला दें। बदबू को 3-4 दिनों में हट जाना चाहिए।[९]
- इस वक़्त के दौरान, आपको अपने खाने को किसी दूसरे फ्रिज में या फिर बर्फ से भरे हुए कूलर में रखना होगा।
- जैसे ही 3-4 दिन गुजर जाते हैं, कॉफी पाउडर को निकालकर फेंक दें, बेकिंग शीट्स धो लें और अपने खाने को वापस फ्रिज में रख दें।
- बिना सेंट वाले बिल्ली के लिटर (litter) की 2-3 बेकिंग शीट को, अलग-अलग शेल्व्स में रख दें: कॉफी पाउडर आपके फ्रिज में अपने पीछे कॉफी की महक छोड़ जाता है। अगर आप आपके फ्रिज में कॉफी जैसी महक के बिना, फ्रिज की बदबू से छुटकारा पाना चाहते हैं, तो फिर इसकी जगह पर बिल्ली के लिटर को चुनें। 2-3 उथली बेकिंग शीट के ऊपर साफ लिटर की एक परत फैला लें और इन शीट्स को अपने फ्रिज में अलग-अलग शेल्व्स में रख दें। गंदी बदबू के पूरी तरह से सोखे जाने के लिए, फ्रिज के अंदर सिर्फ 2-3 दिनों तक सिर्फ लिटर को ही रहने देकर, फ्रिज को चालू और खाली छोड़ दें।[१०]
- पालतू जानवरों की किसी भी स्टोर से बिना सेंट वाले बिल्ली के लिटर को खरीद लाएँ। कुछ होम इम्प्रूवमेंट स्टोर्स में भी बिल्ली के लिटर का स्टॉक रखा जाता है।
- अगर दूसरी सारी मेथड्स फेल हो जाती हैं, तो एक्टिवेटेड चारकोल को गंदी बदबू सोखने दें: 3-4 छोटे कपड़े के बैग्स को करीब 1 कप (130 g) लूज एक्टिवेटेड चारकोल से भर लें। फिर चारकोल से भरे बैग्स को अपने फ्रिज की अलग-अलग शेल्व्स में रख दें।[११] फ्रिज के टेम्परेचर को कम कर दें और कुछ दिनों के लिए जहां तक हो सके, दरवाजे को बंद ही छोड़ दें। वहाँ मौजूद बदबू को 3-4 दिनों में चले जाना चाहिए।
- एक्टिवेटेड चारकोल को पालतू जानवरों की किसी भी स्टोर से या मेडिकल स्टोर से खरीदा जा सकता है।
- कॉफी पाउडर वाली मेथड के विपरीत, एक्टिवेटेड चारकोल आप फ्रिज में खाना रखे-रखे भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
- गंदी बदबू को जमा होने से रोकने के लिए, हर हफ्ते खराब हुए खाने को अलग किया करें: आगे जाकर बदबू को रोकने के लिए, हर हफ्ते या और दिनों में, अपने फ्रिज के अंदर देखने का लक्ष्य रखें और खराब हुए खाने को निकाल दें। ये सावधानी, पहले ही फ्रिज के अंदर गंदी बदबू को जमा होने से रोक लेगी। अपने फ्रिज में बदबू को जमा होने से पहले ही रोक दें, फ्रिज की जमा बदबू को निकालने से कहीं ज्यादा आसान होता है।
- कचरा निकालने के ठीक पहले भी फ्रिज में देखने की कोशिश करें। इस तरह से, आप खराब हुए, बदबूदार खाने को देखते ही, अपने घर से बाहर निकाल सकेंगे।
- ताजे खाने को ऐसी जगह पर रखें, जहां से ये अच्छी तरह से नजर आएँ, ताकि ये आपकी निगरानी में रहते हुए, खराब होने से बचे रहें: ताजी चीज़ें, जैसे कि फल और सब्जियाँ, अगर इन्हें सब्जियों के खुले हुए शेल्फ से अलग रखा जाए या फिर इन्हें पीछे कहीं डाल दिया जाए, तो ये बड़ी आसानी से बिना नजर पाए ही खराब हो सकती हैं। ऐसा होने से रोकने के लिए, इन्हें किसी ऐसी जगह पर रखें, जहां से आप उन्हें डेली देख सकें। फिर, अगर आप किसी भी ताजे खाने को जरा भी खराब सा होता हुआ देखें, उसे फौरन बाहर निकाल दें और फेंक दें।[१२]
- उदाहरण के लिए, मीट को सबसे ऊपर की शेल्फ में सामने की तरफ रखें और फलों और सब्जियों को नीचे की उस शेल्फ में रखें, जहां से ये अच्छी तरह से आपको नजर आते रहें।
- अपने फ्रिज के टेम्परेचर को के बीच में रखें: जब इस टेम्परेचर रेंज में रखा जाता है, खाना खराब हुए बिना रखा रह सकता है। क्योंकि खाना जब खराब होता है, तभी उससे बदबू आना शुरू हो जाती है, जब तक आपके फ्रिज का ये टेम्परेचर बना रहता है, आप आपके फ्रिज में अच्छी महक को बरकरार रख सकते हैं। अगर आपके फ्रिज का टेम्परेचर से ऊपर जाता है, बैक्टीरिया बढ़ना शुरू हो जाते हैं और खाना बदबू देना शुरू कर देता है।[१३]
- अगर आप आपके फ्रिज के टेम्परेचर को या कम रखेंगे, तो बेशक आपका खाना जम जाएगा।
- बचे हुए खाने को बदबू छोड़ने से रोकने के लिए, एयरटाइट कंटेनर में रख दें: अगर आप आपके फ्रिज में खाने को खुला छोड़ देते हैं या उसे ऐसे ही मान लीजिए, किसी कार्डबोर्ड बॉक्स में रख देते हैं, ये बहुत तेज़ी से खराब हो जाएगा। खाना जितना जल्दी खराब होगा, ये उतनी ही जल्दी आपके फ्रिज को बदबू छोड़ना शुरू कर देगा। बचे हुए खाने को एक सील किए हुए कंटेनर में रखकर, आप उन्हें ज्यादा लंबे वक़्त के लिए अच्छा बनाए रखने में और गंदी बदबू देने से रोकने में मदद करेंगे।[१४]
- अपने खाने को फ्रिज में बिना बर्बाद हुए बनाए रखने के लिए, एक और सावधानी के तौर पर, बचे हुए खाने को रखने से पहले, उसमें डेट डाल दें। मास्किंग टेप के एक पीस को निकाल लें और उस पर उदाहरण के लिए, ऐसा, “February 14; chicken parmesan” कुछ लिख दें।
[संपादन करें]चीजें जिनकी आपको आवश्यकता होगी
- कूलर
- बर्फ
- बेकिंग सोडा
- टैप से आया गुनगुना पानी
- स्पंज
- कॉफी पाउडर
- बिल्ली का लिटर
- एप्पल साइडर विनिगर (Apple cider vinegar)
- एक्टिवेटेड चारकोल
- 3–4 ग्लास या मेटल बाउल
- 2–3 बेकिंग शीट्स
- एयरटाइट कंटेनर्स
- पेन
- मास्किंग टेप
- भले ही आप किसी भी विधि का चयन करते हैं, जब तक बदबू पूरी तरह से साफ नहीं हो जाती, तब तक खाने को अपने रेफ्रिजरेटर में वापस न रखें।
- फ्रिज की सफाई करने के बाद, उन्हें वापस डालने से पहले मसालों की बॉटल्स और खाने के कंटेनर्स को भी साफ करें। कभी-कभी इनमें भी गंदी बदबू जमा हो जाती है।
- अगर आपको अपने फ्रिज को लंबे वक़्त के लिए बंद करना या प्लग निकालकर रखना होता है, जैसे कि,अगर आप लंबे वक़्त की छुट्टी पर जा रहे हैं—उसे साफ करें, सारे खाने को बाहर निकालें और क्योंकि गरम, बंद फ्रिज गंदी बदबू देना शुरू कर देता है, इसलिए अपने फ्रिज के दरवाजे को हल्का सा खुला छोड़ दें।
- एक्टिवेटेड चारकोल की जगह पर कोयले के टुकड़े मत इस्तेमाल करें। चारकोल के इन दोनों ही प्रकार को, एक-दूसरे की जगह पर इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है।
- ठंडी ग्लास शेल्फ को कभी भी गरम पानी से मत साफ करें। इसे या तो रूम टेम्परेचर पर आने दें या फिर गुनगुने पानी का इस्तेमाल करें। अचानक से टेम्परेचर में आया बदलाव ग्लास को तोड़ सकता है।
- अपने फ्रिज की सतह को साफ करने के लिए, घर्षण वाले क्लीनिंग आइटम्स (जैसे कि, स्टील वुड) का इस्तेमाल मत करें। इनमें फ्रिज की सतह पर स्क्रेच लाने की क्षमता होती है।
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September 30, 2019, 3:01 am
वक़्त के साथ, ज़्यादातर फ्रिज के अंदर एक हल्की सी अप्रिय बदबू बन जाना स्वाभाविक है। भले ही ये बदबू सहन करने लायक न हो, लेकिन इससे फ्रिज के अंदर रखी हुई चीजों को कोई नुकसान नहीं पहुंचता है। आपके यदि आप अपने फ्रिज के अंदर मौजूद खाने की इस बदबू को, फ्रिज के इंटीरियर में स्थायी रूप से जमा होने से पहले दूर करना चाहते हैं, तो पहले खराब फूड को बाहर निकालते हुए शुरुआत करें। आप चाहें तो एक डियोडराइजर (deodorizer) रख सकते हैं या फिर दो चीज़ें—जैसे कि, कॉफी पाउडर और एक्टिवेटेड चारकोल—को ऊपरी शेल्फ में रख सकते हैं। बुरी बदबू को पहले ही रोकने के लिए, खाना जैसे ही खराब होना शुरू हो, उसे फेंक दें और खाने को हमेशा एक एयरटाइट कंटेनर में ही रखा करें।
[संपादन करें]खराब खाने को और बदबू को हटाना (Removing Bad Food and Smells)
- अपने फ्रिज को साफ करने से पहले, उसे बंद करके, दीवार पर लगे उसके प्लग को निकाल दें: आपका फ्रिज जिस बोर्ड पर लगा है, उसका बटन बंद करने के बाद, फ्रिज के पीछे लगे हुए केबल को उसके बोर्ड पर से निकाल लें।[१] अगर आप सफाई करते वक़्त फ्रिज के प्लग को चालू रहने देंगे, तो आप आपके बिजली के बिल को बहुत ज्यादा बढ़ा लेंगे!
- रेफ्रीजिरेटर के कुछ नए मॉडल्स में एक “ऑफ” बटन होता है। अगर आपके में भी है, तो फिर आप अपने फ्रिज के प्लग को निकाले बिना, उसे बंद कर सकते हैं।
- अपने फ्रिज में रखी हुई हर चीज को निकाल दें: फ्रिज-शेल्व्स, ड्रॉअर और डोर बिन्स के अंदर मौजूद हर एक स्टोरेज एरिया पर जाएँ—और वहाँ से खाने के हर एक सामान को बाहर निकाल लें। खाने के सामान की तरफ अच्छी तरह से नजर डालें, अगर कोई भी चीज़ खराब हो गई है, सड़ गई है या गंदी बदबू छोड़ रही है, तो उसे कचरे के डिब्बे में डाल दें। ज़्यादातर मामलों में, आपके फ्रिज में मौजूद गंदी बदबू, फ्रिज के अंदर खराब हुए खाने के सामान की वजह से आया करती है।[२]
- इस पूरे काम को 4 घंटे के अंदर शुरू करके, खत्म करने की कोशिश करें: ऐसी चेतावनी दी जाती है, कि खाने के सामान को अगर 4 घंटे से ज्यादा देर के लिए बाहर रखा जाए, तो वो खराब हो जाता है या वो खाने के हिसाब से सुरक्षित नहीं रह जाता।
- आपने खाने के जिस भी सामान को रखने का चुना है, काम करते वक़्त उसे कूलर में रख दें: आपने फ्रिज में कितने खाने के सामान को रखा है—और उसे साफ करने में कितना वक़्त लगने वाला है—खाने के अच्छे सामान को कुछ देर के लिए बाहर रखा जा सकता है। अच्छे खाने को बर्बाद होने से बचाए रखने के लिए, फ्रिज साफ करते वक़्त इन्हें कूलर में रख दें। अगर आप लिड को बंद ही रखते हैं, तो फ्रिज में रखा खाने का सामान खुद ही ठंडा बना रहेगा।[३]
- खाने का सामान अगर 60 मिनट्स से ज्यादा देर के लिए बाहर रखा रहने वाला है, तो कूलर में बर्फ डाल दें। ये खाने के सामान को खराब होने से बचाकर रखेगा।
- फ्रिज की दीवार और नीचे के हिस्से को बेकिंग सोडा और पानी से स्क्रब करें: 1 कप (130 g) बेकिंग सोडा को गुनगुने पानी में घोल लें। इस मिक्स्चर में एक ऑर्डिनरी स्पंज भिगोएँ, इसे हल्के से निचोड़ लें और फ्रिज के अंदर के हिस्से पर स्क्रब करें। फ्रिज की साइड्स, सीलिंग और नीचे के हिस्से को धो लें। सोखने का वक़्त दें, स्क्रब करें और जमे हुए खाने के दाग को निकाल दें।[४]
- अगर मिक्स्चर इसके प्रभाव को खो देता है या फिर सिंक खाने के टुकड़े से भर जाती है, तो इस मिक्स्चर को फेंक दें और फिर से एक नया मिक्स्चर बना लें।
- सारे शेल्व्स, बिन (bin) और दूसरे निकलने लायक हिस्सों को निकाल लें और धो लें: फ्रिज के उन सारे कम्पोनेंट्स को निकाल लें, जो फ्रिज की दीवार से नहीं जुड़े हैं, जिसमें सब्जियों का ड्रॉअर और शेल्व्स खुद भी शामिल हैं। सारे पार्ट्स को पूरी तरह से सुखाने और फिर से लगाने से पहले, उन्हें अपने बेकिंग सोडा मिक्स्चर से धो लें।[५]
- साथ ही सब्जियों के डिब्बे के नीचे भी देखने की पुष्टि कर लें। कभी-कभी खाने के टुकड़े और पुराना पानी जाकर इन डिब्बों के नीचे जमा हो जाता है और गंदी बदबू पैदा करता है।
- फ्रिज के नीचे जमा खाने के टुकड़ों को ड्रिप पेन से साफ कर लें: ड्रिप पेन एक पतली प्लास्टिक ट्रे है, जो रेफ्रीजिरेटर के नीचे की जगह पर जुड़ी होती है। ड्रिप पेन को दरवाजे के नीचे से हटा दें, उसे बहुत सावधानी से बाहर खींच लें और उसमें मौजूद चीजों को बाहर निकाल दें। फिर, अपने स्पंज को बेकिंग सोडा मिक्स्चर में भिगोएँ और ड्रिप पेन को फिर से लगाने से पहले, उस पर मौजूद खाने के दाग साफ कर दें।[६]
- सभी रेफ्रीजिरेटर मॉडल्स में ड्रिप पेन नहीं होती है। अगर आपके में नहीं है, तो आप इस स्टेप को छोड़ सकते हैं। हालांकि, फ्रिज के निचले हिस्से को स्क्रब जरूर करें।
[संपादन करें]बदबू-नाशक (Odor-Removers) का इस्तेमाल करना
- पीछे की शेल्फ पर बेकिंग सोडा का एक खुला हुआ कंटेनर रखें: बेकिंग सोडा में अपनी खुद की कोई बदबू नहीं होती है, लेकिन ये दूसरी बदबू को सोखने और बेअसर करने के लिए अच्छा होता है। अपने फ्रिज में मौजूद बदबू से छुटकारा पाने के लिए बेकिंग सोडा के एक बॉक्स को खोलें और इसे सबसे ऊपर की शेल्फ में पीछे रख दें। जब आप फिर से अप्रिय बदबू को फिर से आता हुए पाएँ, उस बेकिंग सोडा को अलग कर दें और उसकी जगह पर किसी दूसरे बॉक्स को रख दें।[७]
- अगर आपका फ्रिज ज्यादा ही बेकार बदबू दे रहा है और आप उस बदबू को एक ही बार में हटाना चाहते हैं, तो एक बेकिंग शीट पर बेकिंग सोडा के एक पूरे बॉक्स को डाल दें और उसे रातभर के लिए फ्रिज के अंदर रख दें। फिर बेकिंग सोडा को अलग कर दें।
- उबले हुए एप्पल साइडर विनिगर (apple cider vinegar) से अपने फ्रीज़र की बदबू हटाएँ: एप्पल साइडर विनिगर और पानी को 1:3 के अनुपात में मिलाएँ। मिक्स्चर को एक सॉसपेन में डालें और उसे स्टोव के ऊपर उबलने तक ले आएँ। जैसे ही मिक्स्चर उबलना शुरू होता है, उसे आग पर से उतार लें और उसे एक हीट-रजिस्टेंस ग्लास या मेटल के बाउल में डाल दें। बाउल को फ्रीजर में रखें, दरवाजा लगा दें और उसे 4-6 घंटे के लिए वहीं रहने दें। इसे फ्रीजर की गंदी बदबू को सोख लेना चाहिए।[८]
- 4-6 घंटे बीत जाने के बाद, विनिगर मिक्स्चर को हटा दें और उसे फेंक दें।
- एप्पल साइडर विनिगर उबलने के बाद, अप्रिय बदबू को सोख लेता है और उसे एक रोचक फलों की खुशबू से बदल देता है।
- अगर आपके पास में काफी वक़्त है, तो 2–3 शेल्व्स को कॉफी ग्राउंड से ढँक लें: कॉफी ग्राउंड बहुत ही सफलतापूर्वक अप्रिय बदबू को सोख लेती है, लेकिन ये काम करने में लंबा वक़्त लेती है। अगर आप कुछ दिनों तक अपने फ्रिज के बिना रह सकते हैं, तो फिर इस मेथड को अपनाकर देखिए। 2-3 शीट के ऊपर सूखा, ताजा कॉफी पाउडर फैला दें। अपने फ्रिज के अलग-अलग लेवल पर, हर एक शीट को फैला दें। बदबू को 3-4 दिनों में हट जाना चाहिए।[९]
- इस वक़्त के दौरान, आपको अपने खाने को किसी दूसरे फ्रिज में या फिर बर्फ से भरे हुए कूलर में रखना होगा।
- जैसे ही 3-4 दिन गुजर जाते हैं, कॉफी पाउडर को निकालकर फेंक दें, बेकिंग शीट्स धो लें और अपने खाने को वापस फ्रिज में रख दें।
- बिना सेंट वाले बिल्ली के लिटर (cat litter) की 2-3 बेकिंग शीट को, अलग-अलग शेल्व्स में रख दें: कॉफी पाउडर आपके फ्रिज में अपने पीछे कॉफी की महक छोड़ जाता है। अगर आप आपके फ्रिज में कॉफी जैसी महक के बिना, फ्रिज की बदबू से छुटकारा पाना चाहते हैं, तो फिर इसकी जगह पर बिल्ली के लिटर को चुनें। 2-3 उथली बेकिंग शीट के ऊपर साफ लिटर की एक परत फैला लें और इन शीट्स को अपने फ्रिज में अलग-अलग शेल्व्स में रख दें। गंदी बदबू के पूरी तरह से सोखे जाने के लिए, फ्रिज के अंदर सिर्फ 2-3 दिनों तक सिर्फ लिटर को ही रहने देकर, फ्रिज को चालू और खाली छोड़ दें।[१०]
- पालतू जानवरों की किसी भी स्टोर से बिना सेंट वाले बिल्ली के लिटर को खरीद लाएँ। कुछ होम इम्प्रूवमेंट स्टोर्स में भी बिल्ली के लिटर का स्टॉक रखा जाता है।
- अगर दूसरी सारी मेथड्स फेल हो जाती हैं, तो एक्टिवेटेड चारकोल को गंदी बदबू सोखने दें: 3-4 छोटे कपड़े के बैग्स को करीब 1 कप (130 g) लूज एक्टिवेटेड चारकोल से भर लें। फिर चारकोल से भरे बैग्स को अपने फ्रिज की अलग-अलग शेल्व्स में रख दें।[११] फ्रिज के टेम्परेचर को कम कर दें और कुछ दिनों के लिए जहां तक हो सके, दरवाजे को बंद ही छोड़ दें। वहाँ मौजूद बदबू को 3-4 दिनों में चले जाना चाहिए।
- एक्टिवेटेड चारकोल को पालतू जानवरों की किसी भी स्टोर से या मेडिकल स्टोर से खरीदा जा सकता है।
- कॉफी पाउडर वाली मेथड के विपरीत, एक्टिवेटेड चारकोल आप फ्रिज में खाना रखे-रखे भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
- गंदी बदबू को जमा होने से रोकने के लिए, हर हफ्ते खराब हुए खाने को अलग किया करें: आगे जाकर बदबू को रोकने के लिए, हर हफ्ते या और दिनों में, अपने फ्रिज के अंदर देखने का लक्ष्य रखें और खराब हुए खाने को निकाल दें। ये सावधानी, पहले ही फ्रिज के अंदर गंदी बदबू को जमा होने से रोक लेगी। अपने फ्रिज में बदबू को जमा होने से पहले ही रोक दें, फ्रिज की जमा बदबू को निकालने से कहीं ज्यादा आसान होता है।
- कचरा निकालने के ठीक पहले भी फ्रिज में देखने की कोशिश करें। इस तरह से आप, खराब हुए, बदबूदार खाने को देखते ही, अपने घर से बाहर निकाल सकेंगे।
- ताजे खाने को ऐसी जगह पर रखें, जहां से ये अच्छी तरह से नजर आएँ, ताकि ये आपकी निगरानी में रहते हुए, खराब होने से बचे रहें: ताजी चीज़ें, जैसे कि फल और सब्जियाँ, अगर इन्हें सब्जियों के खुले हुए शेल्फ से अलग रखा जाए या फिर इन्हें पीछे कहीं डाल दिया जाए, तो ये बड़ी आसानी से बिना नजर पाए ही खराब हो सकती हैं। ऐसा होने से रोकने के लिए, इन्हें किसी ऐसी जगह पर रखें, जहां से आप उन्हें डेली देख सकें। फिर, अगर आप किसी भी ताजे खाने को जरा भी खराब सा होता हुआ देखें, उसे फौरन बाहर निकाल दें और फेंक दें।[१२]
- उदाहरण के लिए, मीट को सबसे ऊपर की शेल्फ में सामने की तरफ रखें और फलों और सब्जियों को नीचे की उस शेल्फ में रखें, जहां से ये अच्छी तरह से आपको नजर आते रहें।
- अपने फ्रिज के टेम्परेचर को के बीच में रखें: जब इस टेम्परेचर रेंज में रखा जाता है, खाना खराब हुए बिना रखा रह सकता है। क्योंकि खाना जब खराब होता है, तभी उससे बदबू आना शुरू हो जाती है, जब तक आपके फ्रिज का ये टेम्परेचर बना रहता है, आप आपके फ्रिज में अच्छी महक को बरकरार रख सकते हैं। अगर आपके फ्रिज का टेम्परेचर से ऊपर जाता है, बैक्टीरिया बढ़ना शुरू हो जाते हैं और खाना बदबू देना शुरू कर देता है।[१३]
- अगर आप आपके फ्रिज के टेम्परेचर को या कम रखेंगे, तो बेशक आपका खाना जम जाएगा।
- बचे हुए खाने को बदबू छोड़ने से रोकने के लिए, एयरटाइट कंटेनर में रख दें: अगर आप आपके फ्रिज में खाने को खुला छोड़ देते हैं या उसे ऐसे ही मान लीजिए, किसी कार्डबोर्ड बॉक्स में रख देते हैं, ये बहुत तेज़ी से खराब हो जाएगा। खाना जितना जल्दी खराब होगा, ये उतनी ही जल्दी आपके फ्रिज को बदबू छोड़ना शुरू कर देगा। बचे हुए खाने को एक सील किए हुए कंटेनर में रखकर, आप उन्हें ज्यादा लंबे वक़्त के लिए अच्छा बनाए रखने में और गंदी बदबू देने से रोकने में मदद करेंगे।[१४]
- अपने खाने को फ्रिज में बिना बर्बाद हुए बनाए रखने के लिए, एक और सावधानी के तौर पर, बचे हुए खाने को रखने से पहले, उसमें डेट डाल दें। मास्किंग टेप के एक पीस को निकाल लें और उस पर उदाहरण के लिए, ऐसा, “February 14; chicken parmesan” कुछ लिख दें।
[संपादन करें]चीजें जिनकी आपको आवश्यकता होगी
- कूलर
- बर्फ
- बेकिंग सोडा
- टैप से आया गुनगुना पानी
- स्पंज
- कॉफी पाउडर
- बिल्ली का लिटर (cat litter)
- एप्पल साइडर विनिगर (Apple cider vinegar)
- एक्टिवेटेड चारकोल
- 3–4 ग्लास या मेटल बाउल
- 2–3 बेकिंग शीट्स
- एयरटाइट कंटेनर्स
- पेन
- मास्किंग टेप
- भले ही आप किसी भी विधि का चयन करते हैं, जब तक बदबू पूरी तरह से साफ नहीं हो जाती, तब तक खाने को अपने रेफ्रिजरेटर में वापस न रखें।
- फ्रिज की सफाई करने के बाद, उन्हें वापस डालने से पहले मसालों की बॉटल्स और खाने के कंटेनर्स को भी साफ करें। कभी-कभी इनमें भी गंदी बदबू जमा हो जाती है।
- अगर आपको अपने फ्रिज को लंबे वक़्त के लिए बंद करना या प्लग निकालकर रखना होता है, जैसे कि, अगर आप लंबे वक़्त की छुट्टी पर जा रहे हैं—उसे साफ करें, सारे खाने को बाहर निकालें और क्योंकि गरम, बंद फ्रिज गंदी बदबू देना शुरू कर देता है, इसलिए अपने फ्रिज के दरवाजे को हल्का सा खुला छोड़ दें।
- एक्टिवेटेड चारकोल की जगह पर कोयले के टुकड़े मत इस्तेमाल करें। चारकोल के इन दोनों ही प्रकार को, एक-दूसरे की जगह पर इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है।
- ठंडी ग्लास शेल्फ को कभी भी गरम पानी से मत साफ करें। इसे या तो रूम टेम्परेचर पर आने दें या फिर गुनगुने पानी का इस्तेमाल करें। अचानक से टेम्परेचर में आया बदलाव ग्लास को तोड़ सकता है।
- अपने फ्रिज की सतह को साफ करने के लिए, घर्षण वाले क्लीनिंग आइटम्स (जैसे कि, स्टील वुड) का इस्तेमाल मत करें। इनमें फ्रिज की सतह पर स्क्रेच लाने की क्षमता होती है।
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ये विकिहाउ गाइड आपको आपके पीसी (PC) पर विंडोज 10 इन्स्टाल करना सिखाएगी। ऐसा करने के लिए, आपको विंडोज के स्टार्ट होते वक़्त एक की (key) को होल्ड करके रखने की जरूरत होती है, जो एक मेन्यू लॉंच करके देगी, जो आपको या तो विंडोज 10 इन्स्टालर लिए आपकी यूएसबी ड्राइव (USB drive) के जरिए या फिर CD/DVD के जरिए आपके कंप्यूटर को स्टार्ट करने देती है।
[संपादन करें]विंडोज 10 इन्स्टालर बूट करना (Booting to the Windows 10 Installer)
- आपके विंडोज 10 मीडिया के कनैक्टेड होने की पुष्टि कर लें: आप विंडोज 10 इन्स्टाल कर सकें, इसके लिए आपकी विंडोज 10 इन्स्टालेशन फ़ाइल को डिस्क या फ्लैश ड्राइव में लोड होना चाहिए और डिस्क और फ्लैश ड्राइव को आपके कंप्यूटर पर इन्सर्ट होना चाहिए।
- स्टार्ट (Start) मेन्यू ओपन करें: या तो आपकी स्क्रीन के बॉटम-लेफ्ट कॉर्नर में मौजूद विंडोज (Windows) आइकॉन को क्लिक करें या फिर बटन (key) प्रैस करें।
- पावर आइकॉन क्लिक करें: ये एक सर्कल होता है, जिसके ऊपर से एक लाइन गई होती है, जो स्टार्ट विंडो के बॉटम-लेफ्ट कॉर्नर में होता है।
- क्लिक करें: ये पावर आइकॉन के ऊपर मौजूद एक पॉप-अप मेन्यू होता है। ऐसा करते ही आपका कंप्यूटर रिस्टार्ट हो जाएगा।
- सेटअप में एंटर करने के लिए या प्रैस करें: ये एक अलग की या बटन भी होती है—ज़्यादातर कंप्यूटर्स स्टार्टअप के दौरान एक मैसेज डिस्प्ले करेंगे, जिस पर "Press [key] to enter setup" या ऐसा ही कुछ और लिखा हुआ होगा, इसलिए आपके कंप्यूटर के रिस्टार्ट होने पर आपके द्वारा बायोस (BIOS) पर एंटर करने की पुष्टि करने के लिए, इस मैसेज की तलाश करें।
- अपने कंप्यूटर को बायोस की (बटन) को कंफर्म करने के लिए अपने कंप्यूटर के मेन्युअल या ऑनलाइन सपोर्ट पेज पर कंसल्ट करके देखें।
- टैब तक नेविगेट करें: इसे सिलेक्ट करने के लिए आप एरो की (errow key) का इस्तेमाल करेंगे।
- Boot टैब इसकी जगह पर Boot Options भी हो सकता है, जो आपके कंप्यूटर के मैन्यूफैक्चरर के ऊपर निर्भर करेगा।
- जिस डिवाइस से बूट करना है, उसे सिलेक्ट करें: यहाँ पर आपके लिए कुछ ऑप्शन्स मौजूद होंगे:
- एक USB flash drive के लिए, Removable Devices ऑप्शन सिलेक्ट करें।
- एक disc installation के लिए, CD-ROM Drive ऑप्शन सिलेक्ट करें।
- जब तक बूट ऑप्शन पहला न बन जाए, तब तक की को प्रैस करते रहें: जैसे ही Removable Devices या CD-ROM Drive लिस्ट में सबसे ऊपर आ जाए, आपका कंप्यूटर खुद ही आपकी चॉइस को बूट करने के डिफ़ाल्ट ऑप्शन की तरह चुन लेगा।
- कुछ कम्प्यूटर्स पर, आप मेन्यू के टॉप ऑप्शन तक नेविगेट करने के लिए, इसकी जगह पर फंक्शन कीज (जैसे कि, ) प्रैस करेंगे। ये की स्क्रीन के राइट साइड पर लिस्ट की हुई होगी।
- अपनी सेटिंग्स सेव कर लें: आप "Save and Exit" से जुड़ी हुई स्क्रीन के बॉटम पर एक की (जैसे कि, ) को प्रॉम्प्ट होता हुआ पाएँगे, इसे प्रैस करने से आपकी सेटिंग्स सेव हो जाएंगी और आपका कंप्यूटर रिस्टार्ट हो जाएगा।
- बदलावों की पुष्टि करने के लिए आपको शायद भी प्रैस करना पड़ेगी।
- अपने कंप्यूटर के रिस्टार्ट होने का इंतज़ार करें: आपके कंप्यूटर के रिस्टार्ट होने के बाद, आप यहाँ आपके जियोग्राफ़िकल डेटा के साथ में एक विंडो को पाएँगे। अब आप आपके विंडोज 10 के इन्स्टालेशन का सेटअप करने के लिए तैयार हैं।
[संपादन करें]इन्स्टाल करना (Installing)
- पूछे जाने पर क्लिक करें: अगर जरूरत हो, तो जारी रखने से पहले, आप इस पेज (जैसे कि, सेटअप लेंग्वेज) पर ऑप्शन्स को भी बदल सकते हैं।
- क्लिक करें: ये विंडो के मिडिल में होता है।
- अपनी विंडोज 10 की एंटर करें, फिर क्लिक करें: अगर आपके पास में विंडोज 10 की नहीं है, तो इसकी जगह पर स्क्रीन के बॉटम-राइट कॉर्नर में मौजूद Skip क्लिक करें।
- "Accept" बॉक्स क्लिक करें और क्लिक करें: ये आपके द्वारा इस्तेमाल की शर्तों से सहमति को दर्शाएगा।
- क्लिक करें: ये "Which type of installation do you want?" विंडो के टॉप में होगा। ये ऑप्शन आपकी फाइल्स, एप्स और सेटिंग्स को बनाए रखकर विंडोज 10 को इन्स्टाल करता है।
- आप चाहें तो आपके कंप्यूटर पर विंडोज 10 को क्लीन इन्स्टाल करने के लिए Custom भी क्लिक कर सकते हैं। ऐसा करने पर आगे बढ़ने से पहले आपको पार्टिशन फ़ारमैट करने के लिए प्रॉम्प्ट करेगा।
- विंडोज 10 के इन्स्टाल होने का इंतज़ार करें: इस प्रोसेस को पूरा होने में आधे घंटे से लेकर एक घंटे तक का वक़्त लग सकता है, जो पूरी तरह से आपके कंप्यूटर के पिछले ऑपरेटिंग सिस्टम और प्रोसेसिंग स्पीड पर निर्भर करेगा।
- सीडी से बूट करने के लिए अगर आपको एक की या बटन प्रैस करने का बोला जाए, तो की प्रैस मत करें।
- ऑन-स्क्रीन सेटअप इन्सट्रक्शन्स फॉलो करें: विंडोज 10 के आपके कंप्यूटर पर इन्स्टाल हो जाने के बाद, आप इसकी सेटिंग्स को कस्टमाइज़ (जैसे कि, आपका एरिया (region), आपकी इच्छा की भाषा, लोकेशन सेटिंग्स, बगैरह) कर सकेंगे। प्रोसेस खत्म होने के बाद, आप आपके कंप्यूटर के डेस्कटॉप तक पहुँच जाएँगे।
- आप चाहें तो विंडोज 10 को रिकमेंड की हुई सेटिंग्स के साथ सेट अप करने के लिए Express Settings भी क्लिक कर सकते हैं।
- अगर आप विंडोज 10 एक्टिवेशन की मांगने पर उसे एंटर नहीं करते हैं, तो आपको विंडोज 10 का एक फ्री ट्राइल मिल जाएगा। ट्राइल खत्म होने के बाद, आप से एक्टिवेशन की खरीदने और एंटर करने के लिए बोला जाएगा।
- कुछ कम्प्यूटर्स विंडोज 10 को सही तरह से रन करने के लायक नहीं होते हैं। अगर आपका कंप्यूटर एक ऐसा पुराना मॉडल है, जो एक एवरेज स्पीड पर विंडोज 7 रन करता है, तो फिर आपको विंडोज 10 पर अपग्रेड नहीं करना चाहिए।
- आप जिस कंप्यूटर पर विंडोज 10 इन्स्टाल करना चाहते हैं, उस पर भरपूर स्पेस होने की पुष्टि कर लें।
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शुरुआत में लड़कियों से ऑनलाइन बातें करना डरावना लग सकता है, मगर जब बातें शुरू हो जाती हैं, तब संबंध बनाना आसान हो जाता है। ऐसी अनेक वेबसाइट्स तथा गेम्स हैं जो लड़कियों के साथ कनेक्ट (connect) होने के लिए चैट (chat) के प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराती हैं। चाहे वह कोई डेटिंग वेबसाइट हो, ऑनलाइन गेम हो, या चैट फ़ोरम हो, ये सीधे सादे कदम आपको वह विश्वास प्रदान करेंगे, जिसकी आवश्यकता, आपको किसी लड़की से बात करने के लिए होगी।
- वह प्लेटफ़ॉर्म चुनिये जिस पर आप लड़की से चैट करना चाहते हों: बहुत सारी वेबसाइट्स तथा प्लेटफ़ॉर्म होते हैं जिनका इस्तेमाल आप लड़कियों से चैट करने के लिए कर सकते हैं। ऐसी लड़की खोजने के लिए, जिसकी रुचियाँ आपसे मिलती हों, ऑनलाइन गेम्स, डेटिंग वेबसाइट्स, या ब्लॉग फ़ोरम्स को ध्यान में रखिए।
- अपनी ऑनलाइन प्रोफ़ाइल में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रस्तुत करिए: आप जहां भी, किसी से कनेक्ट करना चाहेंगे, आपकी ऑनलाइन प्रोफ़ाइल तो देखी ही जाएगी। यह ध्यान रखना सुनिश्चित करिए कि आप अपने उन सभी विशिष्ट गुणों को सबसे अच्छी तरह से प्रस्तुत कर सकें जिन्हें आप दूसरों को दिखाना चाहते हों। जब आप ऑनलाइन प्रोफ़ाइल बना रहे हों, तब शिक्षित बने रहिए; बुरा व्याकरण, ग़लत स्पेलिंग्स (spellings) तथा बुरा टेक्स्ट सभी कुछ लड़कियों को बुरा लगता है।
- सभी नकारात्मक तथा असम्मानजनक फ़ोटोज़ हटा दीजिये।
- उन सभी पोस्ट्स को हटा दीजिये जो असम्मानजनक तथा भड़काऊ हों।
- ऐसी प्रोफ़ाइल फ़ोटो लगाइए जो आपके व्यक्तित्व को ठीक-ठीक दिखा सके।[१]
- विशिष्ट ग्रीटिंग का इस्तेमाल करिए: बहुतेरे लोग अपनी बातचीत की शुरुआत “hey,” “hi,” “hello,” या “holla” से करते हैं, मगर इन शब्दों का बहुत इस्तेमाल हो चुका है और आसानी से इनकी याद भी नहीं रहती है। किसी खास ग्रीटिंग का इस्तेमाल यह सुनिश्चित करेगा कि आप जिस लड़की से बातें कर रहे हों उसके लिए आप अविस्मरणीय रहें। किसी ऐसी साधारण ग्रीटिंग की जगह, जो आपको भीड़ से अलग न कर सके, इनमें से किसी ओपनर (opener) का इस्तेमाल करिए[२]:
- “What's Up Wonderful"
- “How are you today”
- “Howdy”
- “How’s it going”
[संपादन करें]उसकी दिलचस्पी को अटरैक्ट (Attract) करना
- ओपन एंडेड (ended) प्रश्न पूछिये: अब जब आपने बातें शुरू कर ली हैं, तब समय आ गया है कि बातचीत ज़ारी रखी जाये। हाँ और नहीं उत्तर वाले प्रश्नों से बचिए। ऐसे ओपन एंडेड प्रश्न पूछिये जो ख़ास तौर से उसी के लिए हों, क्योंकि उनसे उसे बातचीत में उलझे रहने की प्रेरणा मिलेगी। ऑनलाइन प्रोफ़ाइल के जरिये अपनी और उसकी एक समान रुचियों का पता लगाइए और अपनी बातों को एक कॉमन ग्राउंड (common ground) पर ले जाइए।
- यह पूछने की जगह कि, “क्या आपको खेल पसंद हैं?” आप पूछ सकते हैं कि, “आपको किस तरह की आउटडोर (outdoor) गतिविधियों में आनंद आता है?”
- ऐसी चीज़ों से कॉमन ग्राउंड तैयार करिए, “जब मैं कॉलेज में था तब मेरे पास एक कुत्ता था, आपको कौन से जानवर पसंद हैं?”
- एक बार में एक ही मेसेज भेजिये: हर मेसेज के जवाब में एक मेसेज भेज कर स्पामी (spammy) लगने से बचिए। यह बातचीत को आगे बढ़ाने के लिए बढ़ावा देने का एक तरीका है ताकि वह आपसे बातें करना चाहती रहे।
- थोड़ा फ़्लर्ट (Flirt) करिए/चिढ़ाइए: उसकी बातों या उसके व्यक्तित्व को ध्यान में रख कर उसकी तारीफ़ करिए। अपना सेन्स ऑफ ह्यूमर (sense of humour) दिखाने के लिए अपनी बातचीत को थोड़ा मज़ेदार बना देने में कोई बुराई नहीं है।
- "आपके साथ बातें करना मेरे लिए आज के दिन का सबसे बढ़िया हिस्सा है।"
- "जब मुझे लगने लगा कि ऑनलाइन सबकुछ ढोंग होता है, तभी मैं आपसे मिला।"
- नोट: इस समय उसके शारीरिक ऐपियरेंस (appearance) की तारीफ़ करने से बचिए। आपको लग सकता है कि “आप हॉट (hot) हैं” या “सेक्सी” कहना ठीक होगा, मगर इनसे यह इंप्रेशन (impression) पड़ेगा कि आप छिछोरे हैं और आपको केवल रूप रंग की ही परवाह है। मज़ेदार संबंध बनाने के लिए बातचीत के दौरान आपने जो भी जानकारी पायी है उसी का इस्तेमाल करिए।
- बातों का फ़ोकस उसी पर रखिए: उन कॉमन रुचियों का पता लगाइए जिनसे आप रिलेट (relate) कर सकते हों तथा व्यक्तिगत अनुभवों को शेयर (share) करिए। केवल अपने बारे में बातें करके बातचीत में हावी मत हो जाइएगा, बल्कि यह दिखा कर कि आपकी भी उन्हीं चीज़ों में रुचि है, जिनमें उसकी है, उसको उलझाए रखिए।
- विनीत बने रहिए और उसे और अधिक की इच्छा करने दीजिये: यह बताइये कि उससे बातें करने का अवसर मिलने से आप कितने ख़ुश हैं। अनायास ही उससे दोबारा बातें करने का अवसर निकाल कर, उसे पता लगने दीजिये कि आप उससे बातें करना चाहते हैं। इन लाइन्स (lines) को ट्राई (try) करके देखिये और आप एक ओपनिंग (opening) बना सकते हैं:
- "यह बहुत शानदार रहा। आशा है हम जल्दी ही फिर बातें कर सकेंगे!"
- "आपने कहा था (अपनी बातचीत में से कोई विषय निकाल लीजिये), इस पर मुझे एक लेख मिला था जिसे मैं आपको ईमेल करना चाहता हूँ। आपका ईमेल एड्रेस क्या है?"
- "मुझे जाना है, मगर सचमुच ............. के बारे में और जानना चाहता हूँ, क्या आप मुझे अपनी प्रिय साइट का लिंक ईमेल से भेज देंगी? मेरा ईमेल है ______________।"
[संपादन करें]रिश्ते को विकसित करना
- ईमेल एक्सचेंज (Exchange) करिए: ईमेल से कुछ नज़दीकी बातें करिए। अपने जीवन की कुछ व्यक्तिगत कहानियाँ और बातें शेयर करके और भी मज़बूत संबंध बना सकते हैं। उसको यह दिखा कर कि आप वास्तव में क्या हैं और उसके साथ अपने अतीत के बारे में ईमानदारी प्रदर्शित करके आप अपने संबंध को और भी स्थाई बना सकते हैं।[३]
- सोशल मीडिया अकाउंट्स में हाल की पोस्ट्स और चित्रों पर कमेन्ट (comment) करिए: वह सोशल मीडिया पर क्या कर रही है उसके बारे में जानकारी रख कर और कमेंट्स तथा लाइक्स (likes) के जरिये बातचीत ज़ारी रख कर, उसे अपने बारे में सोचने का अवसर दीजिये।
- धैर्यपूर्वक उत्तर की प्रतीक्षा करिए: याद रखिए कि उसका भी अपना जीवन है, और हर ईमेल के तुरंत उत्तर की अपेक्षा मत करिए। आपके ईमेल का उत्तर देने में उसे कुछ दिनों का समय लग सकता है, इसलिए धीरज बनाए रखिए और अनेक ईमेल भेजने से पहले उसे उत्तर देने का अवसर दीजिये।[४]
- उसे मुलाक़ात करने के लिए निमंत्रित करिए और व्यक्तिगत तौर पर मिलिये: जब आप चार या पाँच ईमेल का आदान प्रदान कर चुकें तब, समय आ जाता है कि रिश्ते को सांसारिक स्तर पर लाया जाए। उससे पूछिये कि अगले हफ़्ते के लिए उसका क्या कार्यक्रम है और जिस दिन वह फ़्री (free) हो, तब वही दिन चुन लीजिये। आप जिस जगह और समय पर मिलना चाहते हों, विश्वासपूर्वक उसे वह बता दीजिये। वह आपके निर्णय लेने की क्षमता की सराहना करेगी।
- अपनी डेट का आनंद लीजिये!: जिस रिश्ते को आपने ऑनलाइन शुरू किया था उसे इस बिन्दु तक लाने के लिए आपने बहुत परिश्रम किया है। डेट में नीरसता न आने पाये यह सुनिश्चित करने के लिए अपना अंदाज़ बनाए रखिए और पहले वाली बातचीत के आधार पर, उसकी रुचियों के बारे में आपने जो जाना हो, उसे याद रखिए।
- नोट: बस यूं ही सुरक्षित रहने के विचार से, अपने परिजनों और मित्रों से यह बता दीजिये कि आप कहाँ जा रहे हैं और कब तक लौटेंगे!
- बातचीत शुरू करने का प्रयास करने से पहले आप उसका ऑनलाइन प्रोफ़ाइल पढ़ लीजिये। यह जानना अच्छा होता है कि आप किससे बातें कर रहे हैं, मगर ऐसा दिखावा मत करिए कि किसी का मात्र प्रोफ़ाइल पढ़ कर आप उसके बारे में सब कुछ जानते हैं, वरना आप बहुत आक्रामक लगने लगेंगे।
- जब आप ऑनलाइन कम्युनिकेट (communicate) कर रहे हों, तब “टेक्स्ट की बोली” का इस्तेमाल करने से बचिए और वास्तविक शब्दों का इस्तेमाल करिए।
- एमोजीज़ (emojis) का इस्तेमाल कम ही करिए। अच्छा तो यही होगा कि पहले उसे इनका इस्तेमाल करने दें और फिर स्वयं को एक मेसेज में एक पर ही सीमित करिए, और वह भी हर मेसेज में मत करिए।
- जब आप ऑनलाइन बातचीत कर रहे हों तब मित्रवत और ओपेन (open) रहिए। आप एक ऑनलाइन व्यक्तित्व तैयार कर सकते हैं, जो बिलकुल ही नया हो, बस यह ध्यान रखिए कि आप खुद से ईमानदार और सच्चे रहें।
- अपनी व्यक्तिगत जानकारी देते समय सावधान रहिए।
- जब आप किसी से, पहली बार मिलने जा रहे हों, तब अपने परिजनों और मित्रों को बता कर रखिए!
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रिश्ते में अपने पति को हमेशा इमोशनली और सेक्सुअली खुश रख पाना आसान काम नहीं होता। अपने पति को इमोशनली खुश रखने के लिए, आपको उसकी जरूरतों के प्रति ध्यान रखना होगा और ये भी समझना होगा, कि आपको उसे कब स्पेस देना है। अपने पति को सेक्सुअली खुश रखने के लिए, आपको कुछ नई चीजें करके देखना होगी और बोल्ड और एडवेंचरस होना होगा। लेकिन ये सब करने के साथ-साथ सबसे जरूरी बात ये भी है, कि अपने पति को खुश रखने की कोशिश करते हुए आपको खुद भी खुश रहना चाहिए। अगर आप भी आपके रिश्ते में पति को इमोशनली और सेक्सुअली खुश रखना सीखना चाहती हैं, तो बस नीचे दिए हुए स्टेप्स फॉलो करें।
[संपादन करें]अपने पति को इमोशनली खुश रखना (Make Your Man Happy Emotionally)
- अपने पति के मूड्स को समझें: जैसे महिलाओं का मूड बदलता रहता है, ठीक उसी तरह से पुरुष भी मूडी टाइप के प्राणी होते हैं। अगर आप अपने पति को इमोशनली खुश रखना चाहती हैं, तो फिर आपको उसके मूड्स को समझते आना चाहिए और वो कैसा फील कर रहा है, उसी के मुताबिक आपको काम भी करना चाहिए। आप आपके पति के साथ में जितना ज्यादा वक़्त बिताएँगी, आपको उसके मूड्स के बारे में भी उतनी ही ज्यादा समझ मिलते जाएगी और उतनी ही जल्दी आपको समझ भी आने लग जाएगा, कि आपको किस तरह से रिएक्ट करना है। आप जब आपके पति के मूड्स को समझने की कोशिश कर रही हों, तब आपके लिए ध्यान में रखने लायक कुछ बातें दी हुई हैं:[१]
- आपको पता होना चाहिए कि, वो कब बातों से ऊब रहा है और अब अकेला रहना चाहता है या वो कब दुखी है और कब वो आपके साथ में खुलकर बातें करना चाहता है -- अगर आप कोई भी दो मूड्स को मिक्स कर लेंगी, तो आप या तो उसका घुटन महसूस करा देंगी या फिर उसे खुद से अलग कर देंगी।
- वो अगर हैवी ट्रैफिक में ड्राइविंग करने के बाद या फिर किसी बास्केटबॉल गेम के बाद में इरिटेट या परेशान महसूस कर रहा है, तो उसके साथ में आराम से बात करें। ये वक़्त उसे प्यार करने का या फिर अपने फ्रेंड्स के बारे में गॉसिप करने का नहीं है।
- अगर आप अपने पति के साथ में कोई "सीरियस बात" करना चाहती हैं, तो उसके मूड के सुधरने तक इंतज़ार करें। अगर आप उसके स्ट्रेस में होने पर या उसके मन में कई सारी बातों के होने पर उसके साथ में किसी सीरियस सब्जेक्ट के ऊपर बात करने की कोशिश करती हैं, तो आपको आपके मन के मुताबिक रिजल्ट्स नहीं मिलेंगे।
- उसे प्रेरित करें: अपने पति को इमोशनली खुश रखने के लिए, आपको उसे प्रेरित करने की जरूरत पड़ेगी -- और ये बस यूं ही नहीं, बल्कि पूरे मन से करें। आप उसे ये सब कहकर प्रेरित कर सकती हैं, कि वो कितना अमेजिंग, टैलेंटेड या मजेदार है और उसे उसके सपनों और लक्ष्यों को हासिल करने में मदद कर सकते हैं। अगर आप पूरे मन से ऐसा नहीं कर रही हैं, तो फिर उसे प्रेरित मत करें उसे उसकी ज़िंदगी में आगे बढ़ने के लिए मदद करते वक़्त आपको अपनी ओर से ईमानदार होने की जरूरत पड़ेगी।
- अगर उसका कोई बड़ा बास्केटबॉल गेम आने वाला है, तो उसके लिए कुकीज़ बेक कर दें या फिर एक रात पहले उसे कॉल करके बता दें, कि आपको उसकी कितनी परवाह है।
- अगर उसका कोई बड़ा टेस्ट, इंटरव्यू या फिर कोई जरूरी ईवेंट आने वाला है, तो उसकी तारीफ करें और उसे ये समझ आने दें, कि वो कितना स्पेशल है, ताकि वो पॉज़िटिव फील कर सके।
- बहुत ज्यादा अति किए बिना -- उसे पता चलने दें, कि आप उसे पसंद करती हैं: अपने पति को इमोशनली खुश रखने के लिए, आपको उसे इस बात का अहसास दिलाना है, कि आप उसके बारे में कैसा महसूस करती हैं -- फिर भले आप उसे प्यार करती हों या उसे बहुत ज्यादा पसंद करती हों। आप जब आपके पति को गुडबाय कहें, तब उसे पता चलने दें, कि आप उसे प्यार करते हैं या वो कितना अच्छा है और आप उससे बात करें, तब हर रोज उसे कोम्प्लीमेंट करने का कम से कम कोई एक कारण तलाश लें। आप उसे बहुत ज्यादा प्यार दिखाए बिना या बहुत ज्यादा कुछ किए बिना भी उसे दिखा सकती हैं, कि वो आपके लिए कितना स्पेशल है।
- आपको उसे ये बताने के लिए, कि आप उसका कितनी बेसब्री से इंतज़ार कर रही हैं या फिर हर दिन उसका हालचाल पूछने के लिए 20 मैसेज करने की कोई जरूरत नहीं है -- ये उसे थोड़ा सा ज्यादा लग सकता है।
- आपके बीच के प्यार के दोनों तरफ से होने की पुष्टि कर लें। अगर आप हमेशा उसे उसकी तरफ से कोई जवाब आए बिना, ही हमेशा उसे उसकी महानता का अहसास दिलाती रहेंगी, तो फिर ये आपके लिए परेशानी की वजह हो सकती है।
- एकदम उसके आगे-पीछे लगे रहने से बचें: अगर आप अपने पति को इमोशनली खुश रखना चाहती हैं, तो आपको ये बात समझना होगी, कि आपको जरूरत पड़ने पर उसके लिए खड़े होना है और साथ ही जरूरत पड़ने पर खुद को दूर रखना और उसे स्पेस देना सीखना होगा। चिपकू टाइप का इंसान बनने का मतलब, हर वक़्त (24/7) उसी के साथ रहना, उसे उसके फ्रेंड्स से मिलने का वक़्त ही न देना और जब वो आपके आसपास हो, तब हर 15 मिनट में उसके पास जाना होता है। अब ऐसा किसे पसंद होता है? किसी को भी नहीं।[२]
- आपका रिश्ता चाहे कितना भी गंभीर क्यों न हो,फिर भी आपको हर एक पल एक-साथ नहीं बिताना चाहिए। अपनी फ्रेंड्स के साथ में अच्छा वक़्त बिताएँ और बिना किसी परेशानी के उसे भी अपने फ्रेंड्स से मिलने जाने दें।
- अगर आप किसी दिन उसके साथ नहीं है, तो आप उसे एक या दो बार बात कर सकती हैं, लेकिन उसे हर घंटे मत कॉल करती रहें, खासतौर पर जब आपको मालूम हो, कि वो उसके फ्रेंड्स के साथ में है, नहीं तो वो आपकी वजह से परेशान हो जाएगा।
- अगर आप सच में अपने चिपकू नेचर को छोड़ना चाहती हैं, तो फिर आपको अपनी खुद के शौक को हासिल करना होगा, अपने जुनून के पीछे भागना सीखना होगा और उसकी मदद के बिना खुद की एक पहचान बनाना सीखना होगा। आपको आपके पति के साथ में वक़्त को एंजॉय करना सीखना होगा, लेकिन आपकी ज़िंदगी को बस उसी के इर्द-गिर्द नहीं घुमाना चाहिए।
- समझौता करना भी सीखें: अपने पति को इमोशनली खुश रखने के लिए, आपको असहमति के दौरान समझौता करना भी सीखना होगा। आपको ये भी समझना होगा, कि आप दोनों को ही अपनी मर्जी की चीजें पाने के लायक होना चाहिए या फिर ऐसा कोई बीच का रास्ता निकालना चाहिए, जिससे आप दोनों ही खुश रह सकें। समझौता करना सीखने का मतलब कोई भी फैसला लेते वक़्त अपनी रुचियों का ध्यान रखने के साथ ही उसकी भी रुचियों का ख्याल रखना होता है।
- आप चाहें तो अपनी पसंद की एक-एक चीजें भी चुन सकते हैं -- हो सकता है, कि आप किसी डेट नाइट के लिए किसी रैस्टौरेंट को चुन रही हों और वो मूवी चुन रहा हो।
- ऐसी लड़की मत बनकर रह जाएँ, जो बस हमेशा अपनी पसंद को उस इंसान के लिए कुर्बान कर देती हो, वो भी सिर्फ इसलिए क्योंकि उसे ऐसा लगता है, कि उसके लिए ऐसा करना, बीच में झगड़ा शुरू हो जाने से तो ज्यादा आसान है।
- एक अच्छे रिश्ते में, दोनों ही लोगों को समझौता करने के लिए तैयार रहना चाहिए।
- आपके बीच में जब असहमति हो, तब चीखने-चिल्लाने की बजाय, एक ईवन टोन में डिस्कसन करना सीखें।
- झगड़ा मत शुरू करें: कोई भी पति अपनी पत्नी के साथ में बिना किसी वजह के झगड़ना, फालतू की बहस करना या तर्क देना नहीं पसंद करेगा। अगर आपके पास में डिस्कस करने के लिए कुछ बहुत जरूरी बात है, तो फिर एक सही समय और ऐसी जगह चुनें, जहां पर आप दोनों ही बातचीत में अपना ध्यान लगाए रख सकें; लोगों के सामने उसके ऊपर चिल्लाएँ नहीं और उसे आपके साथ में शामिल होने की उम्मीद करें। असहमति होने पर उसका मुद्दा बनाकर ऊंची आवाज करने की बजाय, अपनी आवाज को शांत और धीमा बनाए रखना सीखें।
- अगर आपके मन में झगड़ने की इच्छा हो रही है, तो खुद से पूछें, कि आखिर आप क्यों झगड़ा शुरू करना चाहते हैं और आप असल में किस बात के लिए नाराज हैं। इस सब्जेक्ट को मैच्योरिटी के साथ में डिस्कस करने का रास्ता तलाशें।[३]
- वो अगर खराब मूड में है, तो उससे मत पूछें, कि उसका मूड आपकी वजह से खराब है: ये एक कॉमन मिस्टेक है, जिसे ज़्यादातर महिलाएँ किया करती हैं। अगर आपका पति स्पष्ट रूप से नाराज है और आपको उसके पीछे की वजह का अंदाजा भी नहीं -- या फिर आपको मालूम भी है -- और आपको मालूम है, कि आप उसे सुधार नहीं सकती हैं, तो आपका ऐसा पूछना, "क्या तुम मुझ से नाराज हो? क्या मैंने कुछ बोल दिया है?" ऐसे में अगर उस इंसान के पास में आप से नाराज होने की कोई वजह ही नहीं है और वो पहले से ही बेकार मूड में है, तो आपका ऐसा करना उसे सिर्फ और भी बदतर महसूस कराएगा।
- आपको ये समझना होगा, कि ऐसी कुछ परिस्थितियाँ भी होती हैं, जिन्हें आप कंट्रोल नहीं कर सकती हैं। अगर उसका दिन बुरा गुजरा है, तो इसका मतलब कि उसका दिन ही बुरा गुजरा है -- उसकी पूरी दुनिया सिर्फ आप के ही चारों तरफ नहीं घूमती है।
- मजे करना मत भूलें: कुछ महिलाएँ अपने रिश्ते को परफेक्ट करने की कोशिश में इतना खो जाती हैं, कि वो पुरुषों के बिना रिलैक्स करना, खुद के लिए कुछ करना और मजे करना ही भूल जाती हैं। भले ही रिश्ते को मजबूत बनाना, बंधन को मजबूत करना होता है, इनमें हँसना, मजे करना और बहुत ज्यादा कोशिश किए बिना भी अमेजिंग टाइम बिताना जरूरी होता है। अगर आप और आपका पति नियमित रूप से हँसते नहीं हैं, तो फिर आप लोग इमोशनली खुश नहीं हो सकते हैं।
- परफेक्ट डेट या परफेक्ट रोमांटिक एक्टिविटी प्लान करने को लेकर बहुत ज्यादा मत परेशान हों। आप किसी बहुत फनी मूवी देखने जा सकते हैं, मॉल में घूम सकते हैं या फिर बीच में ट्रिप पर जा सकते हैं।
[संपादन करें]अपने पति को सेक्सुअली खुश रखना (Make Your Man Happy Sexually)
- उसे टच करने के तरीके के बारे में जानें: अगर आप आपके पति को सेक्सुअली खुश रखने में कामयाब होना चाहती हैं, तो फिर आपको उसे टच करने और एक्साइट करने के तरीके के बारे में जानना होगा। हर एक पुरुष अलग होता है, लेकिन ऐसी कुछ जगहें हैं, जिन्हें टच करने पर लगभग हर एक पुरुष मूड में आ जाता है। यहाँ पर ट्राई करके देखने लायक कुछ लव लोकेशन्स दी हुई हैं:
- उसे उसके कान के पीछे टच करें या फिर उसके कान में धीमे से कुछ कहें, अपने होंठ को उसके कान के अंदर छूने दें।
- उसकी गर्दन के सामने और पीछे किस करें, बस एक छोटी सी बाइट दें।
- उसे एक सेन्सुअल शोल्डर मसाज दें और देखें अगर इससे और कुछ आगे हो सके।
- किस करते वक़्त उसके सिर के पीछे की तरफ आराम से प्यार करें।
- बात करते वक़्त अपने एक हाथ को उसके पीठ के पीछे रखें।
- अपने एक हाथ को आराम से उसकी छाती पर रखें।
- नई सेक्सुअल पोजीशन ट्राय करके देखें: अगर आप अपने पति को सेक्सुअली खुश रखना चाहती हैं, तो फिर आप हर वक़्त वही पुरानी चीजें नहीं कर सकती हैं। आपको नई पोजीशन्स के साथ एक्सपरिमेंट करने और उन्हें इस्तेमाल करने की इच्छा भी रखना होगी -- बशर्ते आपको इनमें कम्फ़र्टेबल फील होना चाहिए। अगर आप हमेशा उसे आपके ऊपर होने पर एक ही जगह पर किस किया करती हैं, तो तो फिर इसे बदलकर देखें, ताकि अब आप बॉटम में हों -- और ठीक ऐसा ही सेक्स के साथ भी होता है।
- ऐसा नहीं है, कि आपके द्वारा ट्राई की जाने वाली हर एक नई चीज से आपको अच्छा ही लगे -- लेकिन बस प्रोसेस के लिए ओपन रहें। आप आपकी पुरानी पसंदीदा पोजीशन में भी जा सकते हैं और बीच में नई चीजें ट्राई करके भी देख सकते हैं।[४]
- उसे अपनी तरफ से आगे बढ़ने दें। हो सकता है, कि उसके पास में अपनी इच्छाओं से जुड़ा कोई आइडिया हो। अगर नहीं, तो पहले कुछ नई चीज ट्राई करके देखें।
- नई जगहों पर जाकर देखें: अगर आप आपके पति को खुश रखना चाहती हैं, तो फिर आपको हर बार अपने बेड पर एक ही जगह पर नहीं हुक-अप करना चाहिए। इसकी बजाय, अपने घर या अपार्टमेंट में अलग-अलग जगह पर जाकर देखें और अपने शरीर से हर एक कोने को महसूस करें। घर के बाहर जैसे कि अपने टाउन के हॉटेल या फिर किसी रोमांटिक वेकेशन पर भी जाने से न कतराएँ।
- किसी पुरानी मूवी थिएटर मेकआउट को भी कम मत समझिए। कार में किस करना भी एक पुरानी पसंद है।
- पब्लिक में खुश हो जाएँ। किसी एक अच्छी और रोमांटिक लोकेशन की तलाश करें और अपने पति के साथ में मजे करें।
- एडवेंचरस बनें: अपने पति को सेक्सुअली खुश करने के लिए, आपको एडवेंचरस होना पड़ेगा। इसका मतलब नई जगहों पर जाने में बिलकुल भी नहीं घबराना और आपके मूड में जो भी आए, बस वही नई चीजें करके देखना है। एडवेंचरस बनने के लिए, आपको नई चीजें करने की चाह रखनी पड़ेगी, जिसमें बीच में अंदर जाकर किस करना या फिर वीकेंड हाइक पर लंबी रातों तक लव मेकिंग के लिए जाना शामिल है।
- कुछ नया करने से बचने की वजह के बारे में मत सोचें -- इसकी बजाय, उसे करके मिलने वाले मजे के बारे में सोचें।
- कोई बिना प्लान की हुई वीकेंड वेकेशन पर जाएँ। अपनी उंगली को मैप पर रखें और आपके द्वारा चुनी हुई जगह पर निकल जाएँ। नई जगहों को -- और एक-दूसरे के शरीर को एक्सप्लोर करते हुए मजे करें।
- बोल्ड बनें: बोल्ड बन जाना, अपने पति को खुश करने का एक और दूसरा तरीका होता है। बोल्ड बनने के लिए, जब आप किसी चीज को चाहें, तो उसके बारे में आपके पति को बताना शामिल होता है। आप जो करना चाहती हैं, उसे बताते हुए रात की कमान अपने हाथ में लें और अपने पति को बेडरूम में खींचकर ले जाएँ। या फिर पार्टी या फिर भीड़ के बीच में उसे पकड़ें और उससे ये कहते हुए, कि अब घर जाने का वक़्त हो गया और उसके कान में कहें, "मुझे तुम चाहिए।"
- आपका पति आपकी इस निडरता और फ्रेंक नेचर की सराहना करेगा और ये उसे और भी ज्यादा खुश कर देगा।
- अगर आप मूड में हैं, तो बस मूड को बर्बाद मत होने दें। अगर आपको आपके पति के शावर लेते वक़्त प्यार वाली फीलिंग आती है, तो आप भी वहाँ चली जाएँ और उसका साथ दें।
- थोड़ी सी नॉटी (raunchy) बन जाएँ: आपके पति को अच्छा लगेगा, अगर आप कभी-कभी ऐसे नॉटीनेस दिखाएंगी। नॉटी बनने के लिए, आप सेक्सुएलिटी की लिमिट से आगे जाने में बिलकुल भी नहीं घबरा सकती हैं। यहाँ पर नॉटी बनने के कुछ तरीके दिए गए हैं:
- सेक्स स्टोर जाएँ और कुछ व्हिप्स (whips), सेक्स टॉय और सेक्सी कपड़े ले आएँ, फिर चाहे ये कितने भी अजीब क्यों न हों।
- कुछ सेक्सी सी-थ्रो (see-through) लौंजरी खरीद लें।
- जब आप अपने पति के पास न हों, तब उसे आपके ख़यालों से भरने के लिए फोन या मैसेज पर डर्टी बातें करें।
[संपादन करें]उसे खुश रखना (Keep Him Happy)
- रिश्ते को फ्रेश रखें: अगर आप अपने पति को सेक्सुअली और इमोशनली खुश रखना चाहती हैं, तो आप सिर्फ अपने उसी पुराने रूटीन में बनकर नहीं रह सकती हैं, फिर भले आपका ये साथ कितने भी सालों पुराना क्यों न हो। चीजों को फ्रेश रखने के लिए आपको मेहनत करनी होगी, नहीं तो आप दोनों ही अपना इन्टरेस्ट खो बैठेंगे। यहाँ पर इसे करने के कुछ तरीके दिए गए हैं:
- महीने में कम से कम एक बार ही ऐसा कुछ करें, जिसे आप दोनों ने इसके पहले कभी न किया हो। ये रॉक क्लाइम्बिंग, बाइकिंग या बीच पर वोलीबॉल खेलने जैसा कुछ भी हो सकता है।
- एक-साथ डांस क्लास लें। सालसा (salsa) या बॉलरूम (ballroom) डांस सीखना नए हॉरिजॉन की तलाश करते हुए, आपके शरीर को एक-साथ सिंक रखने में मदद करेगा।
- हर हफ्ते अपने पति को देने लायक एक नए कोम्प्लीमेंट की तलाश करें। आप हमेशा ऐसी और कुछ चीजें भी तलाश कर सकती हैं, जो आप उनके बारे में पसंद करती हैं।
- एक बार कभी इसे पाना थोड़ा मुश्किल बनाकर देखें। उसे ऐसा नहीं महसूस होना चाहिए, कि वो जब चाहे तब आपको पा सकता है।
- एक बात जान लें, कि ये रेस कभी खत्म नहीं होने वाली है। उसे भी आपको पाने के लिए उतनी ही जोरदार मेहनत करना होगी, जितनी कि आप उसे पाने के लिए किया करती हैं।
- जैलस या ईर्ष्या न करें: बिना किसी वजह से ईर्ष्या के घेरे में आ जाना, किसी भी अच्छे रिश्ते को बर्बाद करने का आसान तरीका होता है। अगर आप जैलस रहेंगी, तो ये आपके पति को परेशान कर देगा और उसे ऐसा महसूस कराएगा, जैसे कि आप रिश्ते में इतना भी भरोसा नहीं कर पा रही हैं, कि वो आपको धोखा नहीं देगा। जब आपका पति दूसरी लड़कियों से या दूसरी लड़कियों के बारे में बात करता है, फिर चाहे इसमें कोई नुकसान भी न हो, इसके बाद भी आप उसे सहन नहीं कर पा रही हैं, तो फिर आपको आपके पति को रिश्ते में सिक्योर बनाने के लिए अपनी जैलसी के ऊपर नजर रखनी होगी।
- अगर आप हमेशा ही आपके आसपास मौजूद लड़कियों के बारे में गॉसिप करती रहती हैं, तो आपका पति शायद आप से इम्प्रेस नहीं होगा।
- एक हैल्दी रिश्ते में रहने का ही एक हिस्सा इस बात को समझना भी होता है, कि आपके अलावा दूसरे भी कई अपोजिट सेक्स के लोग मौजूद रहेंगे और इस बात को समझना है, कि आप उन पर काबू नहीं कर सकते हैं। अगर आप ऐसा सोचती हैं, कि आपका पति किसी भी खूबसूरत लड़की के करीब, बिना उससे फ़्लर्ट किए नहीं रह सकता है, तो फिर यहाँ पर एक परेशानी हो सकती है।
- उसे बदलने की कोशिश[५] मत करें: अगर आप अपने पति को वो जैसा है, उसी तरह से -- नहीं पसंद करती हैं -- तो फिर आप उसके साथ में आखिर क्यों हैं? उसमें थोड़ा-बहुत बदलाव की उम्मीद रखने में कोई बुराई नहीं है, फिर चाहे वो आपके साथ डेट्स पर लेट आना या फिर आपके कॉल्स का जवाब देने में तीन घंटे से कम वक़्त लेना हो, लेकिन वो कैसा दिखता है, किस तरह से कपड़े पहनता है, कैसे सोचता और बात करता है, उन्हें आपके हिसाब से बनाई गई "परफेक्ट मेन" की डेफ़िनिशन के हिसाब से बदलने की कोशिश करना ठीक नहीं है। ये उसे सिर्फ और परेशान ही करेगा, ऐसे कि वो जैसा है वैसा बनकर नहीं रह सकता और आप भी उसे वो जैसा है, वैसे पसंद नहीं करती हैं।
- अगर आपके पति में पसंद किए जाने लायक बर्ताव जैसा कुछ भी नहीं है, तो फिर उसके बारे में सोचने में कोई बुराई नहीं है। लेकिन हर एक छोटी से छोटी चीजों के लिए टोकना, फिर चाहे वो उसके खाना खाने का तरीका हो, शूज बांधने का तरीका, तो ऐसे में उसे ऐसा लगने लग जाएगा, कि आप लगातार उस पर रोक-टॉक लगा रही हैं।
- कोई भी इंसान परफेक्ट नहीं होता। आपको भी ये समझना है, कि ऐसी कुछ चीजें हैं, जिन्हें आपका पति शायद ठीक नहीं समझे -- लेकिन इसमें कोई खराबी भी नहीं है।
- उसे स्पेस दें: फिर भले आपका रिश्ता वर्षों से बना चला आ रहा हो, आपको अपने पति को स्पेस देना कभी नहीं भूलना चाहिए -- फिर चाहे आप दोनों एक ही घर में ही क्यों न रहते हों। आप और आपके पति को एक-दूसरे से अलग भी समय बिताना होगा, ताकि जब आप लौटकर आएँ, तब आपका रिश्ता और भी मजबूत बन जाए और साथ ही आपको एक-दूसरे के लिए अपनी अहमियत का भी अहसास हो जाए।
- वीकेंड में कभी-कभी अपने पति को उसकी अपनी चीजें करने देना, आपको हमेशा साथ में लिए बिना उसके को-वर्कर्स से मिलने जाना या फिर आपके बिना उसकी फैमिली से मिलने के लिए वीकेंड ट्रिप पर चले जाना, मेच्योरिटी और भरोसे की निशानी होती है।
- अगर आपको ऐसा लगता है, कि आपको हमेशा बस उसी के साथ में रहना चाहिए या आप अकेले एंजॉय नहीं कर सकती हैं, तो फिर आप अपने पति को ज्यादा लंबे समय तक खुश नहीं रख पाएँगी।
- सुनिश्चित करें, कि आप भी खुश हैं: भले ही आपके लिए अपने पति को इमोशनली और सेक्सुअली खुश रखना जरूरी हो, लेकिन आपके लिए भी रिश्ते में इमोशनली और सेक्सुअली खुश रहना बहुत जरूरी होता है। महिलाओं का काम सिर्फ पुरुषों को खुश रखना, उनकी जरूरतों को पूरा करना नहीं होता है -- एक मजबूत रिश्ता आपसी प्यार, प्रोत्साहन और स्वीकृति के कारण होता है। अगर आप खुद को हमेशा अपनी खुद की जरूरतों के बारे में सोचे बिना, सिर्फ अपने पति की जरूरतों को पूरा करने के बारे में सोचता हुआ पाती हैं, तो फिर आप में कुछ परेशानी हो सकती है।
- हालांकि आपका और आपके पति का हमेशा 100% इमोशनली और सेक्सुअली खुश रहना नामुमकिन ही होता है, लेकिन रिश्ते को बढ़ाने के लिए आप दोनों का ज्यादा से ज्यादा टाइम खुश रहना जरूरी होता है।
- उसे लेकर ओवर प्रोटेक्टिव न हो जाएँ।
- वैसे पुरुषों को हर वक़्त आपको कॉल/मेसेज करना पसंद नहीं होता है। अगर आप अपने पति को बुरे मूड में या फिर फोन पर इरिटेट होता महसूस करती हैं, तो ऐसे में अपने फोन कन्वर्जेशन को छोटा ही रखें। ये पुरुषों को सच में बहुत परेशान कर देता है और इससे उसके मन में अपने लिए स्पेस पाने की चाह और ज्यादा बढ़ जाएगी।
- झगड़े में पुरुष केवल एक बार खुद को सुना जाना चाहते हैं और ज़्यादातर टाइम वो खुद को सुनाने और बार-बार आपके द्वारा आप कैसा महसूस कर रही हैं, बताना बंद करने की कोशिश करते हुए आपको बहुत ज्यादा आहत करने वाली बातें कहते हैं, इसलिए ये पूरी तरह से आप पर निर्भर करता है, कि आप बहस को और बढ़ाना चाहती हैं या रोकना चाहती हैं।
- स्पेस को किसी बुरी चीज की तरह मत समझें! क्या आपकी कभी भी ऐसी कोई जगह रही है, जहां पर आप खुद को दुनिया की नजरों से छिपा सके हैं? बस यही वो जगह है, जिसकी जरूरत पुरुषों को उस वक़्त पड़ती है, जब हर वक़्त उनके साथ रहने लग जाती हैं। ज़्यादातर टाइम वो उसके फ्रेंड्स के साथ बार जाएगा।
- किसी भी सच्चे इंसान के लिए, इंटेलिजेंस और कॉमन सेंस की कमी भी पीछे खींच लेती है। लेडीज कंप्यूटर या टीवी को प्लग इन करना सीख लें। अगर आप किसी भी चीज को लेकर सुनिश्चित नहीं हैं, तो इनके लिए हमेशा ऐसी साइट्स मौजूद हैं, जिन्हें आप अभी देख सकती हैं!
- एक सच्ची चेतावनी, पुरुष बड़ी आसानी से उसी पुरानी चीज को भूल जाया करते हैं। इसे इस तरह से सोचकर देखें, कि पुरुष सेक्सुअली अट्रेक्टेड होते हैं, ताकि इसका मतलब ऐसा निकले, कि किसी भी लड़के के ऊपर इमोशन्स न बन सकें; उसकी सेक्सुअल साइड हर रोज ज्यादा से ज्यादा पावरफुल नजर आना शुरू हो जाती है!
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इंडोर प्लांट्स (Indoor plants) घर को और भी ज्यादा खूबसूरत बनाने के लिए अच्छे होते हैं। ये एक कलरफुल डेकोरेशन होने के अलावा, इंडोर प्लांट्स हवा को शुद्ध कर सकते हैं, आपकी हैल्थ में सुधार ला सकते हैं और आपके फोकस को भी बढ़ा सकते हैं।[१] अपने प्लांट को अच्छा एनवायरनमेंट और पानी और न्यूट्रीएंट्स की सही मात्रा देकर, आप आपके इंडोर प्लांट्स के बने रहने की पुष्टि कर सकते हैं।
[संपादन करें]अपने प्लांट को नियमित पानी देना (Providing Your Plants with Consistent Water)
- पॉट की मिट्टी को नम, लेकिन बहुत ज्यादा गीला मत रखें: अगर आपकी मिट्टी या तो बहुत ज्यादा सूखी हुई या फिर उसे बहुत ज्यादा पानी दिया गया हो, तो ये पौधे की जड़ों को खराब कर सकती है और पौधे को बढ़ने से भी रोक सकती है। कुछ मामलों में, कम या बहुत ज्यादा पानी देना भी आपके पौधे को खराब कर सकता है। ज्यादा भरी हुई, मोटी पत्तियों वाले पौधों को पतली या लेदरी पत्तों वाले पौधों की तुलना में ज्यादा पानी की आवश्यकता होती है।[२] पानी देने के लिए ऐसी कोई खास फ्रीक्वेन्सी या अवधि नहीं मौजूद है, जो सभी इंडोर प्लांट्स के लिए काम करे। इसकी बजाय, आपको पहले ये पता करना होगा, कि आपका पौधा किस प्रकार का है और फिर उस खास टाइप के ऊपर रिसर्च करके, पानी देने की अवधि के लिए मिली गाइडलाइंस को फॉलो करें।
- अगर मिट्टी की सतह पर फफूंदी बनना शुरू हो जाती है या फिर कंटेनर के निचले हिस्से में रुका हुआ पानी मौजूद है, तो आपने शायद अपने पौधे को जरूरत से ज्यादा पानी दे दिया है।
- अगर मिट्टी का कलर हल्का हो जाता है या उसमें दरार नजर आती है, तो अपने पौधे को पानी दे दें।[३]
- सक्युलन्ट (succulent या रसीली) फैमिली के पौधों को पानी देने के बीच में कुछ वक़्त सूखा रखने की जरूरत होती है।
- अगर आप आपके पॉट में या नीचे जमा हुआ पानी देखते हैं, तो उसे खाली कर दें, ताकि आपका पौधा उसमें ठहरा न रह सके। रुका हुआ पानी पौधे को खराब कर सकता है।
- अपनी उंगली को मिट्टी में डालें, ताकि आपको ये अनुमान लग सके, कि ये सतह के नीचे कितनी गीली है: अगर आप अपनी उंगली को मिट्टी में पोर (knuckle) तक डाल पा रहे हैं, तो आपको खुद ही समझ आ जाएगा, कि आपके पौधे को पानी की जरूरत है या नहीं। अगर मिट्टी गीली महसूस हो रही है, तो आपको उसमें पानी देने की जरूरत नहीं है। अगर ये सूखी महसूस हो रही है, तो उसमें शायद पानी देने की जरूरत है।[४]
- फिर से, ये अलग-अलग पौधे के ऊपर निर्भर करता है। ये कंडीशन सभी के लिए तो नहीं, लेकिन ज़्यादातर पौधों के लिए काम करती है।
- ओवर-हाइड्रेशन के लक्षणों में रंग उडी पत्तियाँ, पत्तियों को ग्रोथ में कमी, पत्तियों का गिरना और सॉफ्ट सड़े हुए धब्बे शामिल हैं।
- डिहाइड्रेशन के लक्षणों में पत्तियों की ग्रोथ धीमी होना, ब्राउन और सूखी हुई पत्तियों की किनार और नीचे की पत्तियाँ पीली और मुड़ जाना।
- रूम टेम्परेचर पर मौजूद पानी का इस्तेमाल करें: पौधों को देने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले पानी को 68° F या 20° C टेम्परेचर पर रखना बेस्ट होता है।[५] पानी के टेम्परेचर का पता लगाने के लिए आप थर्मामीटर इस्तेमाल कर सकते हैं या फिर आप पानी भरने के बाद, उसे रखा रहने दे सकते हैं और उसे रूम टेम्परेचर पर आने दे सकते हैं।
- अगर आपका पानी बहुत ज्यादा गरम हुआ, तो ये जड़ों को बर्बाद कर सकता है और इससे पौधे को शॉक पहुँच सकता है, जिससे संभावित रूप से आपका इंडोर प्लांट मर जाएगा।
- बहुत ठंडे पानी से पौधे में डोर्मेसी (dormancy) या निष्क्रियता हो जाती है, जो किसी भी मौजूदा और भविष्य में होने वाली वनस्पति को प्रभावित करेगा।
- अपनी मिट्टी में हाइड्रेशन के लेवल की पुष्टि करने के लिए हैंड-हेल्ड मॉइस्चर मीटर (hand-held moisture meter) का इस्तेमाल करें: मॉइस्चर मीटर आपके पौधों में हाइड्रेशन का पता लगाने का सबसे सटीक तरीका होता है। ये यंत्र मिट्टी के अंदर जाता है और आपकी मिट्टी के हाइड्रेशन के बारे में आपको रीडिंग दे देता है।[६]
- मॉइस्चर मीटर को आप ऑनलाइन, होम-गार्डनिंग स्टोर से और कुछ खास डिपार्टमेन्ट स्टोर से भी खरीद सकते हैं।
- एक ऐसा पॉट चुनें, जिसका ड्रेनेज अच्छा हो: आप आपके पौधे को जिस पॉट में रख रहे हैं, उसकी ड्रेनेज की मात्रा बहुत ज्यादा मायने रखती है, क्योंकि अपने पौधे को कम या ज्यादा पानी देना, उसे बर्बाद कर सकता है। पुष्टि कर लें, कि आपके पॉट में नीचे ड्रेनेज होल्स हैं।
- प्लास्टिक, मेटल और ग्लास जैसे मटेरियल्स सिरेमिक या क्ले (मिट्टी) के पॉट से कम पानी सोखेंगे, इसलिए इस चीज का ज्यादा अच्छी तरह से खयाल रखें।[७]
- पॉट के निचले हिस्से में छेद होने की पुष्टि कर लें, ताकि उसमें से पानी बाहर निकल सके। अगर आप एक कैशपॉट (जिसमें छेद न हों) का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो पानी जमा होने लग जाएगा और आपके पौधे को बर्बाद कर देगा।
[संपादन करें]अपने इंडोर प्लांट की देखभाल करना (Caring for Your Indoor Plant)
- अपने घर का एक ऐसा हिस्सा चुनें, जहां पर भरपूर धूप आती हो: पौधों को प्रकाश संश्लेषण (photosynthesis) के लिए धूप की जरूरत पड़ती है।[८] रौशनी की क्वालिटी, ड्यूरेशन और इंटेन्सिटी, ये सभी पौधे की ग्रोथ को प्रभावित करती हैं।
- पौधे को सीधी धूप में मत रखें।इसकी बजाय, उसे किसी अच्छी रौशनी वाले कमरे में रखकर, भरपूर इंडायरेक्ट सनलाइट दें। कुछ पौधों के लिए फ़्लोरोसेंट लाइट्स (Fluorescent lights) भी अच्छे विकल्प के रूप में काम आती हैं।
- फूल देने वाले पौधे को हर दिन 12-16 घंटे की रौशनी दें।
- पत्ती वाले पौधे को हर दिन 14-16 घंटे की रौशनी दें।[९]
- अपने पौधे की जगह को बार-बार मत बदलें: पौधे खुद को उसके आसपास के वातावरण में धीमे-धीमे ढाल पाते हैं, इसलिए उनके लिए अच्छा होगा, अगर आप उनकी जगह को बार-बार न बदलें।[१०] इसमें उन्हें टेम्परेचर में बहुत ज्यादा बदलाव देखने वाली जगह पर रखना भी शामिल है।
- पौधे को अचानक से किसी अंधेरी जगह से ले जाकर, बहुत ज्यादा धूप वाली जगह पर रखने से भी पौधे के ऊपर नेगेटिव इफेक्ट पड़ता है।[११] अगर आप अपने पौधे की जगह बदलना चाहते हैं, तो फिर उसे दिन में एक घंटे के लिए उस नई जगह पर लेकर जाएँ। फिर जब तक कि ये पूरी तरह से एडजस्ट न हो जाए, तब तक इस टाइम को धीरे-धीरे बढ़ाते रहें।
- कमरे में ह्यूमिडिटी (humidity) को बढ़ा दें: रूखी हवा कैक्टी (cacti) जैसे कुछ पौधों के लिए अच्छी हो सकती है, लेकिन ज़्यादातर पौधों को, खासतौर से ट्रोपिक (tropic) पौधों को ह्यूमिडिटी की जरूरत पड़ती है। आप एक ठंडी हवा वाले ह्यूमिडिफायर को खरीद सकते हैं और सुनिश्चित कर सकते हैं, कि ये हवा में पौधे के जरूरी मॉइस्चर दे पा रहा है, लेकिन ये पत्तियों या फूलों को गीला नहीं कर रहा है।
- एक ट्रे को पत्थरों से भरना ह्यूमिडिफायर खरीदने से सस्ता विकल्प है। पत्थरों के ठीक नीचे तक पानी भर लें। जब पानी भाप में बदलेगा, ये कमरे को ह्यूमिडिफाय कर देगा।
- आप एक स्प्रे बॉटल को डिस्टिल्ड वॉटर से भर कर और पौधे को ज्यादा मॉइस्चर देने के लिए उसे पौधे पर स्प्रे भी कर सकते हैं।
- मुरझाई हुई, ब्राउन पत्तियाँ और बहुत खराब तरह से बढ़ी फ्लावर बड्स (कलियाँ) इस बात का संकेत होती हैं, कि आपका पौधे में ह्यूमिडिटी की कमी है।
- अपने पौधों को एक-साथ रखना, ह्यूमिडिटी में मदद करता है।[१२]
- अपने पॉट को एक बैलेंस्ड, 10-10-10 फर्टिलाइजर से भर लें: ज़्यादातर हाउसप्लांट्स बैलेंस्ड 10-10-10 फर्टिलाइजर में बढ़ा करते हैं। हाउस प्लांट्स को बने रहने के लिए पॉटिंग सॉइल से न्यूट्रीएंट्स की जरूरत पड़ती है। अगर आप अपने पौधे के पॉट को नहीं बदलते हैं या मिट्टी में नए न्यूट्रीएंट्स नहीं मिला रहे हैं, तो पौधा आखिर में मर जाएगा। पहला नंबर नाइट्रोजन के लिए, दूसरा नंबर फॉस्फोरस के लिए और तीसरा पोटेशियम के लिए होता है।
- अगर आपका पौधा फूल देता है, तो फिर आप ज्यादा पोटेशियम वाली फर्टिलाइजर भी खरीद सकते हैं।
- अगर आपका पौधा पत्ती वाला है, तो फिर आप ज्यादा नाइट्रोजन वाली फर्टिलाइजर भी खरीद सकते हैं।
- पौधों को सर्वाइव करने के लिए पॉटिंग सॉइल या फर्टिलाइजर में मिलाए जाने वाले माइक्रोन्यूट्रिएंट्स की भी जरूरत होती है।[१३]
- कैक्टी या सक्युलन्ट्स (succulents) के लिए एक खास तरह की मिट्टी की जरूरत होती है, जिसे खासतौर से पानी को अच्छी तरह से ड्रेन करने के लिए बनाया गया हो। साथ ही इन्हें नीचे कई सारे छेद वाले पॉट की भी जरूरत पड़ती है। ये मिट्टी में आपके पौधे को मार सकने वाली, बहुत ज्यादा मॉइस्चर को जमा होने से भी रोक लेते हैं।[१४]
- पौधे की नियमित रूप से कटाई (prune) किया करें: कुछ खास तरह के पौधों के लिए उनकी जड़ों को अलग-अलग टाइम इंटरवल में काटने की जरूरत होती है, इसलिए अपने पौधे की कटाई करने की अवधि के बारे में जानकारी रखना बहुत जरूरी होता है। कटाई नहीं किया हुआ पौधा हद से ज्यादा फैल सकता है और पौधे की जड़ें पॉट या वास से बाहर भी निकल सकती हैं। अपने पौधे को हैल्दी बनाए रखने के लिए और दोबारा पौधा लगाने की मशक्कत से खुद को बचाए रखने के लिए, अपने पौधे की नियमित कटाई किया करें।[१५]
- बग्स (कीड़े) आकर्षित कर सकने वाली डैड ब्रांचेस या स्टेम्स को काट लें।
- अपने पौधे की ग्रोथ को भरा-भरा और ज्यादा घना बनाने के लिए, लीफ नोड पर एक 45° के एंगल पर कटाई करें।[१६]
- अपने हाउसप्लांट्स में चाय या कॉफी मत डालें: पॉट वाले पौधे में कॉफी या चाय डालने की वजह से मक्खियाँ (flies) बगैरह खिंची चली आएँगी, जो आपके इंडोर प्लांट को खाकर बर्बाद कर देंगी। शुगर भी इन इन्सेक्ट्स के लिए पनपने का एक अच्छा माहौल बनाकर देती है।[१७]
- वैसे तो कुछ लोग इस बात का दावा करते हैं, कि कॉफी पाउडर डालना पौधों के लिए अच्छा रहता है, लेकिन लो एसिडिक टोलरेंस वाले पौधे के लिए ऐसा करने से, वो खत्म हो सकता है।[१८]
[संपादन करें]अपने पौधे के बारे में जानना (Knowing Your Plants)
- अपने पौधे क्लासिफिकेशन (टाइप) के बारे में जान लें: ऑनलाइन ऐसी कई सारी एन्साइक्लोपीडिया (encyclopedias) मौजूद हैं, जिन्हें आप सर्च कर सकते हैं और जिनसे आप आपके खास तरह के हाउसप्लांट की देखभाल करने के तरीके के बारे में, साथ ही रिकमेंड की हुई ह्यूमिडिटी लेवेल, धूप की जरूरत के लिए गाइडलाइंस और पानी की जरूरत के बारे में जानकारी पा सकते हैं।[१९] चूंकि ज़्यादातर हाउसप्लांट्स अलग होते हैं, इसलिए आपके पास में मौजूद खास हाउसप्लांट के टाइप को पता लगाना बहुत जरूरी होता है।
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- ज़्यादातर हाउसप्लांट्स के साथ में उनके कॉमन और साइंटिफिक नेम का एक टैग आता है। अगर ऐसा नहीं है, तो फिर आप इसे जहां से खरीद रहे हैं, वहाँ मौजूद फ्लोरिस्ट से पूछ लें। साइंटिफिक नेम में दो हिस्से होते हैं, जाति (genus) और प्रजाति (species)। उदाहरण के लिए, स्पॉथिफिलियम वालिसि (Spathiphyllum wallisii) पीस लिली (peace lily) का साइंटिफिक नेम है। कई पौधे जैसे कि, पॉइंटसेटिया (poinsettia) और बेगोनिया (begonia) कॉमन और साइंटिफिक नेम ही हैं। यदि आप एक x, तीसरा नाम या कोटेशन मार्क्स में नाम देखते हैं, तो यह एक कल्टीवर (cultivar), हाइब्रिड (hybrid) या उप-प्रजाति (आसान शब्दों में, एक विशेष नस्ल) है।
- हालांकि कुछ पौधे के प्रकार जनरल फोलिएज, असोर्टेड पाल्म्स या डेजर्ट कैक्टि जैसे सामान्य नामों के साथ पौधे को छोड़ देंगे। गार्डन के बारे में जानकारी रखने वाले लोगों के रेफरेंस और सलाह के साथ, आप कई तरह की जतियों (अगर नहीं, तो एकदम सही प्रजाति) को बस उन्हें देखकर ही पहचान सकेंगे।
- अगर आपके पास में एक हाउसप्लांट है और आप उसके टाइप को लेकर निश्चित नहीं हैं, तो फ्लावर बुक में फ़ोटोज़, एन्साइक्लोपीडिया, हाउसप्लांट्स की हैंडबुक देखें और फिर अपने पौधे से मैच होने वाली पिक्चर की तलाश करें।
- आपको सही पौधा मिलने की पुष्टि करने के लिए, एकदम सटीक प्रजाति और कल्टिवर का नाम पाएँ। एक जीनस (genus) में उसके अंदर ही कई लाखों स्पीसीज़ और कल्टिवर हो सकते हैं। कुछ स्पीसीज़ या कल्टिवर्स को उगाना दूसरी या ओरिजिनल स्पीसीज़ के मुक़ाबले कम मुश्किल होता है। साथ ही इनके कई अलग-अलग साइज और ग्रोथ रेट्स भी होती हैं। कुछ फिकस (ficus) प्रजातियां समय के साथ विशाल पेड़ों में विकसित होती हैं और वहीं दूसरी लताओं में बढ़ती हैं। ठीक ऐसा ही फिलोडेंड्रोन (Philodendron) और एन्थ्यूरियम (Anthurium) ग्रुप्स के साथ भी होता है।
- इस बात को भी समझ लें, कि जरूरी नहीं कि बाहर बिकने वाले सारे पौधे ज्यादा लंबे वक़्त तक इंडोर या हाउसप्लांट्स की तरह नहीं रखे जा सकते हैं: मार्केट में हाउसप्लांट्स की तरह मिलने वाले ज़्यादातर पौधे असल में इंडोर एनवायरनमेंट के लिए नहीं होते हैं। असल में, ज़्यादातर लोग बिना जाने ही इन स्पीसीज़ को खरीद ले आते हैं और यहीं पर उनके साथ में गड़बड़ हो जाती है। लोग इससे हताश हो जाते हैं और फिर आगे कभी भी दोबारा इंडोर प्लांट्स नहीं खरीदने का मन बना लेते हैं।
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- ज़्यादातर फूल वाले हाउसप्लांट्स एन्यूअल (एक साल तक रहते हैं, फिर खत्म हो जाते हैं) होते हैं। पर्सियन वायलेट (Persian violet) और ओर्नामेंटल पेपर प्लांट्स (ornamental pepper plants) फूल आने के बाद मर जाते हैं और इन्हें फेंक दिया जाना जरूरी होता है। ब्रोमेलीअड्स (Bromeliads) फूल देने के बाद मर जाते हैं, लेकिन अपने बाद में छोटे पौधे देते हैं, जिन्हें पप्स (pups) कहा जाता है, जिन्हें मदर प्लांट से अलग किया जा सकता है और पॉट में लगाया जा सकता है।
- दूसरे जैसे कि मिनी रोज (mini roses), हाइड्रेंजिया (hydrangea) और लिविंग क्रिसमस ट्री बारहमासी झाड़ियाँ या पेड़ हैं जिन्हें असल में बाहर लगाया जाना होता है और वहाँ पर उनके आउटडोर साथियों की तरह ही रहना होता है। ठीक ऐसा ही ट्यूलिप्स (tulips), लिली, डैफ़ोडिल्स (daffodils) और स्प्रिंग में उगने वाले बल्ब्स के साथ होता है।
- कई दूसरे पौधे ट्रोपिकल श्रब्स, बल्ब्स और बारहमासी होते हैं, कुछ अट्रेक्टिव ब्लूम्स या फूलों के बाद, ये उतने आकर्षक नहीं होते हैं और इन्हें वापस इनकी पहले वाली स्टेट में लेकर आने के लिए, इनका स्पेशल खयाल रखने की जरूरत पड़ती है। बहुत ही लोकप्रिय पोइनसेटिया/Poinsettia (क्रिसमस के समय बेचा जाता है), कैलेडियम (caladiums), और क्लीविया (clivia), ग्लेडियोलस (gladious) और कैला लिली (calla lilies) जैसे गर्मियों/उष्णकटिबंधीय बल्ब्स की विशाल संख्या, इसके उदाहरण हैं।
- फिर यहाँ पर ऐसे दूसरे पौधे भी मौजूद हैं, जो कितनी भी अच्छी देखभाल करने के बाद भी पूरे एक या दो साल के बाद उतने आकर्षक नहीं रह जाते हैं और इन्हें नए पौधे से बदला जाना जरूरी होता है। कोलियस (Coleus), पाइलिया (pilea), हर्बस्ट की ब्लडलीफ (Herbst's bloodleaf) और रेक्स बेगोनियस (rex begonias) इस समूह के उदाहरण हैं।
- मिश्रित प्रजातियों की बास्केट्स या पॉट्स में बेचे जाने वाले अधिकांश पौधों को अलग करने की आवश्यकता होती है। ये ग्रुप सिर्फ अपीयरेंस के लिए होते हैं न कि प्रजातियों की आवश्यकताएं। इसमें मरुस्थलीय वृक्षारोपण या उष्णकटिबंधीय टेरारियम खास प्लांटिंग्स अलग हैं।
- पता लगाना, कि पौधा एक हरी पत्तियों वाला पौधा है या फिर पौधे में फूल भी आते हैं: हरी पत्तियों वाले पौधे और हाउसप्लांट्स अलग होते हैं और इन्हें अलग लेवल में पानी, न्यूट्रीएंट्स और धूप की जरूरत पड़ती है।[२०]
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- अधिकांश इंडोर प्लांट्स की प्रजातियां, जिसे हाउसप्लांट कंज्यूमर्स चलाते हैं, ये एक बड़े ग्रुप के सदस्य होते हैं, जिन्हें एंजियोस्पर्म (angiosperms) या फूल वाले पौधे कहा जाता है। हालांकि, सारे एंजियोस्पर्म खूबसूरत फूल या आपकी पसंद के ब्लूम्स नहीं देते हैं। साथ ही, अगर इंडोर रखा जाए, तो ज़्यादातर स्पीसीज़ कभी भी फल देने की स्टेज तक नहीं पहुँच पाती हैं।
- एंजियोस्पर्म जिन्हें फूलों और या फलों के लिए उगाया जाता है, इसमें जैस्मिन (jasmine), पीस लिली, क्लीविया (clivia), पोइनसेटिया, फ्लेमिंगो फ्लावर्स (flamingo flowers) और एमेरीलिस। (amaryllis) जैसी कई स्पीसीज़ मौजूद हैं।
- एंजियोस्पर्म्स, जिन्हें पत्तियों के लिए उगाया जाता है, उनमें चाइनीज एवरग्रीन्स (Chinese evergreens), मोरेंटा (marantas), कैलथिया (calathea), स्पाइडर प्लांट्स (spider plants), ड्रेकेनस (draceanas), इंग्लिश आईवी (English ivies), और पाल्म और फिकस (ficus) के दो पॉपुलर ग्रुप्स होते हैं।
- कुछ मामलों में, स्पीसीज़ में खूबसूरत पत्तियाँ और फूल लगे होते हैं। बेगोनिया (Begonias) की बड़ी वेराइटी इसका एक अच्छा उदाहरण है। दूसरी में कैक्टी, सक्युलन्ट्स (succulents) और दूसरी कई कल्टीवर्स शामिल हैं, जिनमें कई रंगों की या विभिन्न प्रकार के पत्ते लगे होते हैं।
- जिम्नोस्पर्म (Gymnosperms) ऐसे पौधे हैं, जो फूलों का उत्पादन नहीं करते हैं लेकिन बीज का उत्पादन करते हैं, जिन्हें शंकु (cones) कहा जाता है। शंकुधारी, जैसे पाइन और स्पृस (spruces) ऐसे पौधों के ही उदाहरण हैं। नॉरफ़ॉक आइलैंड पाइन (Norfolk Island pine) नाम का पॉपुलर "क्रिसमस ट्री", और मंकी पजल (monkey puzzle) के करीबी रिश्तेदार भी शामिल हैं। सेगो पाल्म (sago palm), एक पाल्म ट्री नहीं होता जो कि "ZZ प्लांट" के साथ-साथ साइकैड (cycad) समूह का सदस्य है। इन्हें कोन्स को प्रोड्यूस करने में कई सालों का वक़्त लगता है और इसलिए ये पत्ती वाले पौधे होते हैं।
- फर्न्स (Ferns) ग्रुप एंजियोस्पर्म या जिम्नोस्पर्म से संबंधित नहीं होते है। ये, साथ में दूसरे पौधे भी, इन्हें मॉस (moss) के नाम से जाना जाता है, ये फूल या शंकु नहीं बीजाणु पैदा करते हैं। इन्हें भी फोलिएज प्लांट्स (foliage plants) की तरह माना जाता है।
- कुछ पौधों को कुछ इस तरह से बेचा जाता है, जो वो असल में हैं ही नहीं। कुछ कंपनीज़ और फ्लोरिस्ट कैक्टी या दूसरे पौधों को फूलता हुआ दिखाने के लिए, उनमें फूल लगा देते हैं। लकी बाम्बू ग्रास या बाम्बू स्पीसीज़ नहीं होते हैं, लेकिन ये ड्रसेना (Dracena) या इससे जुड़े हुए पौधे की स्पीसीज़ होते हैं। कुछ कंपनीज़ फूलों और पत्तियों को डाइ या पेंट भी कर देते हैं, ताकि इन्हें खरीदने वालों को ऐसा लगे, जैसे ये उनका नेचुरल कलर है। फूलों को डाइ करना कोई बड़ी बात नहीं है, लेकिन पौधे को पेंट करना, भोजन बनाने के लिए जरूरी लाइट को ब्लॉक कर देता है।
- एक ऐसा पौधा चुनें, जिसकी देखभाल करना आसान हो: कुछ खास तरह के ट्रोपिकल प्लांट्स के बढ़ने के लिए स्पेसिफिक एनवायरनमेंट की जरूरत पड़ती है, वहीं गिरेनियम (geraniums), सेगो पाल्म्स (sago palms), पोथोस (pothos) और कास्ट-आयरन जैसे दूसरे प्लांट्स लो मेंटेनेंस, ड्यूरेबल और आसानी से देखरेख किया जा सकता है। ज़्यादातर कैक्टी और सक्युलन्ट्स खूबसूरत शेप्स और वेराइटी की पत्तियाँ देते हैं और इन्हें उगाना आसान भी होता है।[२१]
- दूसरे पौधे, जिन्हें कम लाइट की जरूरत पड़ती है, उनमें स्नेक प्लांट, ड्रसेना और स्पाइडर प्लांट का नाम शामिल है।[२२]
- चाइनीज एवरग्रीन या पेंटेड ड्रॉप टंग (Aglaonema) को आमतौर पर पब्लिक डिस्प्लेस में देखा जाता है, ये भी एक और कम लाइट वाला पौधा होता है, जिसे सिर्फ ठंडा नमी वाला माहौल पसंद होता है। ये वक़्त के साथ इनकी निचली पत्तियों को गिरा देते हैं, लेकिन ये पानी में आसानी से बढ़ते हैं।
- कुछ पौधों में उनकी पत्तियों पर केमिकल्स होती हैं, जो पालतू जानवरों और छोटे जानवरों के लिए पॉइजन की तरह हो सकते हैं। इनमें से कुछ में पीस लिली, ओलियंडर (oleander) और कैलेडियम (caladium) शामिल हैं।[२३] वेब पर अपने पौधे के बारे में सर्च करने की पुष्टि कर लें और साथ ही ये भी निश्चित कर लें, कि उनसे बच्चे या पालतू जानवरों को कोई खतरा तो नहीं है।
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आप इतने ख़ुशकिस्मत हैं कि जिस लड़की को चाहते हैं उसका नंबर आपको मिल गया है, मगर उसके बाद क्या? अगर आप इतना घबरा जाते हैं कि कॉल (call) नहीं कर सकते, तब उसका ध्यान आकर्षित करने के लिए उसे टेक्स्ट भेजना ही सबसे बढ़िया विकल्प बच जाता है। जिस लड़की को आप चाहते हैं, उसे टेक्स्ट भेजने के लिए आपको यह सीखने की आवश्यकता है कि बिना आक्रामक हुये उससे फ़्लर्ट (flirt) कैसे किया जाये। अगर आप जिस लड़की को चाहते हैं उसे टेक्स्ट भेजने के लिए कुछ सलाहें चाहते हैं, तब तो बस पढ़ते रहिए।
[संपादन करें]मज़बूती से शुरुआत करिए
- ओरिजिनल (original) बने रहिए: अपनी लड़की को ऐसा मेसेज भेजने का प्रयास करिए जो कि बस कोई भी और न भेज सके। न तो केवल हाय कहिए और न ही कोई अजीब सा इमोटीकॉन (emoticon) भेजिये; या तो उसकी दिलचस्पी जगाइए या ऐसा कोई तरीका ढूंढिए कि उसे हँसी आ जाये। कुछ भी ऐसा करिए कि वह यह सोचने पर मजबूर हो जाये कि, "अरे, इस लड़के में कुछ तो खास है। मैं इससे बातें करती रहना चाहती हूँ।" ओरिजिनल बने रहने के लिए ये कुछ तरीके हैं:[१]
- उसे अपनी हाज़िरजवाबी से मोह लीजिये। कोई ऐसा विट्टी (witty) कमेंट करिए जिससे लड़की को पता चल सके कि आपका दुनिया को देखने का एक अलग नज़रिया है।
- उसे हंसने का कारण दीजिये। उसे दिखाइए कि आप चतुर हो सकते हैं – यहाँ तक कि टेक्स्ट भेजने में भी।
- उसे ऐसा कुछ बताइये जो उसने पहले न सुना हो। अगर आपके पास कोई ऐसी खबर हो, जिसके पता चलने से आपको यकीन हो कि उसका मुंह खुला का खुला रह जाएगा, तब अपनी जानकारी उसे बताइये।
- बढ़िया सवाल पूछिये: सवाल पूछना एक बढ़िया शुरुआत हो सकती है, क्योंकि उससे लड़की को पता चल जाएगा कि आप जवाब का इंतज़ार कर रहे हैं। आप उसे किसी ऐसी जगह पर नहीं छोड़ देना चाहेंगे, जहां पर उसके मन में, "अब मैं इसका क्या जवाब दूँ?" वाली भावना आ जाये, इसलिए आप जितने सीधे और स्पष्ट सवाल पूछेंगे, उतना ही अच्छा होगा। ये सवाल पूछने के कुछ तरीके हैं:[२]
- उसका दिन या हफ़्ता कैसा बीता, यह पूछिये। अगर आपको पता हो कि उसके लिए कोई खास बात होने वाली थी, तब उसके बारे में पूछिये, कि उसमें क्या रहा।
- यह ध्यान रखिएगा कि सवाल ऐसा हो जिसका जवाब देना आसान हो। जीवन का मतलब मत पूछ लीजिएगा; लड़की से पूछ सकते हैं कि अगली छुट्टी में वो क्या करने वाली है।
- बात को सरल ही रखिए। बस एक छोटा सा वाक्य भी बहुत बड़ा संदेश पहुंचा सकता है।
- उसे ओपेन-एंडेड (open-ended) रखिए। यह पूछने की जगह, "कल रात में कंसर्ट (concert) के बाद घर कितने बजे पहुँचीं?" कहिए, "कल रात वाला कंसर्ट कैसा रहा?" इससे आपकी लड़की को जवाब देने के लिए बहुत कुछ कहने का मौका मिलेगा। अगर आप ऐसा कोई सवाल पूछेंगे जिसका जवाब एक या दो शब्दों में दिया जा सकता हो, तब तो शायद आप बातचीत को शुरू होने का मौका देने से पहले ही समाप्त कर देंगे।
- अपने व्याकरण का ध्यान रखिए: हालांकि यह मूर्खतापूर्ण लग सकता है, मगर लड़की को टेक्स्ट भेजने से पहले स्पेलिंग और पंक्चुएशन (punctuation) का ध्यान रखिएगा। ऐसा नहीं है कि आपको टेक्स्ट भेजने के एफ़ स्कॉट फिट्ज़जेराल्ड जैसा लगना है, मगर आपको लड़की को यह दिखाना होगा कि आप उसकी इतनी परवाह करते हैं कि सही व्याकरण वाले वाक्य बनाते हैं।[३]
- जब भी ज़रूरत हो, तब समय निकाल कर कैपिटल (capital) अक्षरों और अपोस्ट्रोफ (apostrophe) आदि के इस्तेमाल का ध्यान रखिएगा। अपने टेक्स्ट में सेमी-कोलन और डैश (dash) के प्रयोग की अति मत कर दीजिएगा, बस यह है कि टेक्स्ट को भेजने से पहले उसको एक बार फिर से, उसी तरह पढ़ कर अवश्य देख लीजिएगा, जैसे कि आप ईमेल को भेजने से पहले देखते हैं।
- दुःसाहसी मत बन जाइए: अगर पहली बार टेक्स्ट भेजते समय ही आप दुःसाहस करेंगे, तब उसे फ़ौरन पता चल जाएगा। बस आप जो हैं वही बने रहिए और ऐसा कोई दिखावा भी मत करिए जिससे आपके विचार से वह इंप्रेस (impress) हो जाएगी। दुःसाहस करने के प्रयास के बारे में सबसे बुरी बात यह है कि लड़की को उसी समय उसका पता चल जाता है कि आप वैसा कर रहे हैं।
- रिलैक्स (relax) करने का ध्यान रखिए: उसे लंबे या घबराहट में लिखे गए लगते हुये मेसेज मत भेजिये। एक बार में एक वाक्य ही ठीक रहेगा।
- मज़ाकिया होने की बहुत कोशिश मत करिए: अगर आप स्वभावतः मज़ाकिया हैं, तब बहुत बढ़िया है, मगर, अगर यह दिखाने के लिए कि आप मज़ाक कर रहे हैं, आपको हर वाक्य के बाद "हाहाहा" लिखने की ज़रूरत पड़ती है, तब अपने कदम खींच ही लेना ठीक होगा।
- ध्यान रखिए कि शायद आपकी लड़की भी घबराई हुई हो सकती है। इससे आपको बातचीत में आसानी हो सकती है। बस आप जो हैं वही बने रहिए, और बिलकुल सटीक बात कहने के लिए बहुत परेशान मत होइए।
[संपादन करें]उसका ध्यान आकृष्ट रखिए
- मनमोहक बनिए: अपनी लड़की को दिखाइए कि आप फ़ोन पर भी मज़ेदार बातचीत ज़ारी रख सकने में सक्षम हैं। उसके कारण, बाद में, वह सोचेगी कि आप आमने सामने भी उससे बातचीत कर सकते हैं। जिस लड़की को आप चाहते हैं उसे टेक्स्ट भेजने का आपका उद्देश्य तो यही है कि आप उसके सामने अपने व्यक्तित्व का एक हिस्सा ही प्रस्तुत करें ताकि वह और अधिक जानने की इच्छा करे। अगर आप लड़की को मोह लेंगे, तब वह आपसे बातें करना चाहेगी। आप ऐसा इस तरह कर सकते हैं:
- किसी कॉमन (common) रुचि का पता लगाइए: हालांकि टेक्स्ट भेजते समय आपको अपने राजनीतिक और धार्मिक विचारों के बारे में बताने की ज़रूरत नहीं है, मगर आपको कॉमन रुचियों का पता लगा लेना चाहिए। चाहे वह कोई टीवी कार्यक्रम या बैंड (band) ही क्यों न हो, क्योंकि इससे आप बातें करते रह सकेंगे।
- किसी ऐसी चीज़ के बारे में बताइये, जिसका आपको जुनून हो, जैसे फ़ुटबॉल, या पास्ता बनाना। इससे उसका ध्यान आपकी ओर आयेगा।
- यह कम्युनिकेट (Communicate) करिए कि जिन चीजों में आपकी रुचि है, आप उन पर समय बिताने को तैयार हैं। अगर आप दोस्तों के साथ घूम रहे हैं, या अपने बैंड के साथ अभ्यास कर रहे हैं, तब उसे बता दीजिये। अगर वह यह जानेगी कि आपका भी अपना एक जीवन है, तब उसकी दिलचस्पी आपमें और भी अधिक होगी।
- अपनी विट (wit) का प्रदर्शन करिए: अगर वह कोई मज़ाकिया बात करे, तो बस "हा हा" कह कर बात समाप्त मत कर दीजिये। उसकी जगह, वापस कुछ मज़ाकिया बात कहिए और उसे दिखाइए कि आप तुर्की-ब-तुर्की जवाब दे सकते हैं।
- फ़्लर्ट (Flirt) करिए: लड़की से फ़्लर्ट करने से न केवल यह होगा कि वह आपसे बातें करती रहना चाहेगी, बल्कि उसे यह इशारा भी मिलेगा कि आपकी उसमें दिलचस्पी है। आपको पहले केवल उतना फ़्लर्ट करना चाहिए जिससे उसे पता चल सके कि आप उसमें दिलचस्पी रखते हैं, मगर इसकी अति मत कर दीजिएगा, वरना वह चाहेगी कि आप पीछे हट जाएँ। ये कुछ तरीके हैं जिनसे आप फ़्लर्ट करते हुये बातचीत ज़ारी रख सकते हैं:
- खिलंदड़े बने रहिए: सही समय पर, कोई बेवकूफ़ी की बात करके, उसे अपना मूर्खतापूर्ण पक्ष भी दिखाइए। कोई भी महिला ऐसे आदमी को पसंद नहीं करती जो अपने आप को बहुत गंभीरता से लेता हो।
- उसे चिढ़ाइए: अगर आप उसे भली भांति जानते हों, तब उसे शिष्टता से चिढ़ाइए और इंतज़ार करिए कि कब वह आपको वापस चिढ़ाती है। बस यह ध्यान रखिएगा कि वह आपके टोन (tone) को समझ कर यह जान सके कि आप मज़ाक कर रहे हैं।
- कभी कभार ";-)" इमोटीकॉन भेजने में हिचकिचाइए नहीं। हालांकि आपको उसका बहुत इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, मगर सही समय पर भेजा गया इमोटीकॉन फ़्लर्ट करने का एक बढ़िया तरीका होता है।
- उसे दिखाइए कि आप उसकी परवाह करते हैं: ऐसा प्रयास करते हुये कि उसे पता न चले, यह दिखाने के कुछ आसान तरीके हैं कि आप उसकी परवाह करते हैं। सही समय पर टेक्स्ट भेज कर आप उसे यह जता सकते हैं कि आप उसके बारे में सोच रहे हैं और यह भी कि वह आपके लिए महत्वपूर्ण है। ये वो तरीके हैं जिनसे आप अपनी लड़की को अपने टेक्स्ट्स द्वारा यह दिखा सकते हैं कि आप उसकी परवाह करते हैं:
- उसे दिखाइए कि आपके लिए उसकी राय मूल्यवान है: उससे पूछिये कि वह किसी विषय के बारे में क्या सोचती है, जैसे कि कोई मूवी जो चल रही हो या जो रैस्टौरेंट जो अभी खुला हो उसके बारे में उसके विचार जानिए।
- उससे, उसीके बारे में ओपेन-एंडेड प्रश्न पूछिये। आपको बहुत निजी नहीं हो जाना चाहिए, मगर अगर बात उठे तो पूछ लीजिये कि वह क्या करने वाली है या छुट्टियों में उसे क्या करना पसंद है।
- उसे दिखाइए कि आपको उसके साथ हुई बातचीत याद रहती है। अगर उसने आपसे बताया हो कि उसका कोई महत्वपूर्ण टेस्ट होने वाला है, तब उसकी पिछली शाम को "शुभ कामना" टेक्स्ट भेज कर उसे इंप्रेस कर दीजिये।
- बस अति मत करिए: आपको यह सुनिश्चित करने की ज़रूरत है कि आपको अपनी भावनाओं का प्रतिदान मिल रहा है और आप उस पर ऐसे टेक्स्ट्स की बमबारी नहीं कर रहे हैं जो उसे नापसंद हों। आप उसे दिखा सकते हैं कि आपकी दिलचस्पी तो है, मगर ऐसा मत प्रदर्शित करिएगा कि आप ज़रूरतमंद, कष्टदाई या परेशान करने वाले हैं। ये कुछ तरीके हैं जिनसे आप आक्रामक लगने से बच सकते हैं:
- सुनिश्चित करिए कि बातों का प्रवाह बराबरी का हो। अगर आप उसके एक या दो जवाबों के लिए उसे दस बार टेक्स्ट भेजते हैं, तब समझ लीजिये कि अब पीछे हटने का समय आ गया है।
- जैसे ही आपको उसका जवाब मिले उसी पल उसे टेक्स्ट मत कर दीजिये। अगर उसे आपका जवाब देने में एक दिन लगता है, तब बस चिल (chill) करिए। अगर आप उसके अंतिम जवाब देने के पाँच मिनट के अंदर जवाबी टेक्स्ट भेज देंगे तब आप बहुत अधीर दिखेंगे – यहाँ तक कि हताश लगेंगे। बस शांत, आश्वस्त और सहज रहिए।
- हद से ज़्यादा इमोटीकॉन्स भेजने से बचिए। हालांकि कभी कभार भेजा गया बुद्धिमत्तापूर्ण इमोटीकॉन, फ़्लर्ट करने का बहुत बढ़िया तरीका है, मगर उसकी अति मत करिए।
- बेहूदा पंकचुएशन या कैपिटल शब्दों का इस्तेमाल करने से बचिए।
- जान लीजिये कि कब बातचीत समाप्त करने का समय हो गया है: अगर आप अपनी लड़की की दिलचस्पी बनाए रखना चाहते हैं, तब आपको सही समय पर टेक्स्ट करने के सत्र को समाप्त कर देना चाहिए, वरना वह लंबी लेन देन से बोर (bore) हो जाएगी। चाहे वह लड़की व्यस्त लगने लगे या आपके पास कहने को कुछ नहीं बचा हो: महत्वपूर्ण यह जानना है कि कब टेक्स्ट भेजना बंद कर दिया जाये और फिर कभी बाद में प्रयास किया जाये। ये कुछ संकेत हैं कि अब बातचीत बंद कर देनी चाहिए:[४]
- अगर बातें हमेशा लड़की ही समाप्त करती हो, तब शायद आपको, कुछ समय के लिए तब तक टेक्स्ट भेजना बंद कर देना चाहिए, जब तक कि वह खुद ही फिर से कुछ शुरू न करे।
- अगर लड़की केवल एक शब्द में जवाब दे रही हो, तब इसका अर्थ यह है कि या तो वह बहुत व्यस्त है या आपके साथ चैट में उसकी इतनी दिलचस्पी नहीं है।
- अगर लड़की वापस टेक्स्ट करने में घंटों या कुछ दिनों का समय लेती है, तब शायद कुछ आराम करने का समय आ गया है। यह बात समझिए कि उसका अपना भी कुछ जीवन है, और अब आप भी अपने काम पर लग जाइए। मगर निराश मत होइए, और शांति से रहिए और सकारात्मक बने रहिए। उसके साथ संपर्क बनाने का अवसर शायद निकट ही हो सकता है।
- ख़ुशी से छोड़ दीजिये: आपको हमेशा बातचीत को ओपेन (open) छोड़ना चाहिए ताकि आपके लिए भविष्य में चैट करना आसान हो। यह उतना ही आसान है जितना किसी लड़की को यह बताना कि आप उससे फिर मिलने की आशा कर रहे हैं या उससे यह बताना कि आज शाम आप क्या करने वाले हैं ताकि आप उससे बाद में उस बारे में बातें कर सकें। बातचीत समाप्त करने के लिए आपको यह करना चाहिए:
- उससे बताइये कि आपको आशा है कि वह जो भी कर रही है या जहां भी जा रही है उसमें उसे मज़ा आए।
- उसे यह जताने का कोई परिष्कृत तरीका निकालिए कि आप उसके बारे में विचार करते रहेंगे।
- दिन के उचित समय उससे "good morning" और "good night" कहिए (बेशक शुरू में बहुत अधिक ऐसा करने से बचिए, बस यह सुनिश्चित करिए कि आप दोनों की भावनाएँ एक जैसी हों। वरना ऐसा लगेगा कि आप बहुत ज़रूरतमंद हैं और/या बहुत परेशान करने वाले हैं)।
- उसे पता लग जाने दीजिये कि आप कहाँ जा रहे हैं। शायद वह इसे एक संकेत समझ लेगी कि आप उससे फिर मिलना चाहेंगे।
- अगर आपने संबंध स्थापित कर लिया है और आप दोनों का अच्छा समय बीत रहा है, तब आगे बढ़िए और उससे साथ आने को कहिए: इसको स्वाभाविक रूप से आने दीजिये। सबसे बुरी बात यह हो सकती है कि वह मना कर दे, मगर यह दुनिया का अंत तो नहीं होगा। अगर सब ठीक चल रहा है, तब इसे होने दीजिये। इसे ऐसे करना चाहिए:
- आपको इस बारे में बहुत औपचारिक नहीं होना चाहिए। आप उसको बस यही बता सकते हैं कि आप किसी बार, रैस्टौरेंट, या कंसर्ट में कुछ दोस्तों के साथ जा रहे हैं और उससे पूछिये कि क्या वह और उसके दोस्त भी वहाँ आना चाहेंगे।
- अगर आपकी लंबी और विस्तृत बातचीत चल रही है, तब आप बस इतना कह सकते हैं, "मैं इस बातचीत को व्यक्तिगत रूप से करना चाहता हूँ। क्यों न हम डिनर या ड्रिंक पर मिल कर बातें करें?" हो गया, यही तो डेट (date) है।
- दिन के किसी भी समय टेक्स्ट भेज कर उससे जवाब की उम्मीद मत करिए। याद रखिए कि उसके अन्य दोस्त भी हो सकते हैं।
- अगर लड़की तुरंत जवाब न दे, तब धीरज रखिए। उसे यह जानने के लिए प्रश्नचिन्ह के साथ टेक्स्ट मत भेजिये कि वह क्या करेगी।
- ध्यान दीजिये कि आपकी बातचीत कितनी देर चलती है। अगर वह लंबी हो, यहाँ तक कि शायद कुछ घंटों की, तब संभावना यही है कि वह आपको पसंद करती है! अगर आप सोचते हैं कि वह बातचीत चालू रखने के लिए उतना ही प्रयास कर रही है जितना कि आप, तब यह भी एक अच्छा संकेत है। उसे हमेशा ही पहले टेक्स्ट भेजने की आदत कभी-कभी छोड़ भी दीजिये। अगर वह आपको कुछ दिनों के बाद टेक्स्ट करती है, तब इसका मतलब यह है कि वह भी आपसे बात करने को उत्सुक है और आपके बारे में सोच रही है। अगर आप कर सकते हैं, तो यह जानने का प्रयास करिए कि वह आपको कितना टेक्स्ट करती है और अन्य दोस्तों को कितना, जिससे आप यह जान सकें कि आप उसके लिए कितने ख़ास हैं। अगर आप उसे बता सकें, तो यह बताने का प्रयास करिए, कि दूसरों की अपेक्षा आप उसे अधिक टेक्स्ट करते हैं; इससे उसको लगेगा कि वह खास है!
- ध्यान रखिएगा कि टेक्स्ट पर या अन्यथा तुरंत जवाब नहीं देना है, वरना आप चिपकू लगेंगे।
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अगर आपको किसी वेबपेज को तब देखने की ज़रूरत हो, जबकि आप ऑफलाइन हों, या चाहते हों कि उसकी एक ऐसी कॉपी हो जिसे आप दूसरों के साथ आसानी से शेयर कर सकें या प्रिन्टर को भेज सकें, तब उसे पीडीएफ़ फ़ाइल में बदलने से, काम बहुत आसान हो सकता है। क्रोम (Chrome) और सफ़ारी (Safari) में पीडीएफ़ फ़ाइल्स बनाने के लिए बिल्ट-इन-टूल्स (built-in tools) होते हैं, परंतु यदि आप फ़ायरफॉक्स (Firefox) या इन्टरनेट एक्सप्लोरर (Internet Explorer) का इस्तेमाल करेंगे, तब आपको अतिरिक्त सॉफ्टवेयर की ज़रूरत पड़ेगी। अगर आपको मिल सके, तो अडोब एक्रोबैट (Adobe Acrobat) में सबसे विस्तृत वेब पेज कैप्चर (capture) करने के विकल्प उपलब्ध होते हैं।
- वह पेज खोल लीजिये जिसे आप पीडीएफ़ में बदलना चाहते हैं: जब आप किसी वेबसाइट का पीडीएफ़ बना रहे होंगे तब कुछ एलीमेंट्स (elements) शायद, स्वतः बदल जाएँगे। ये बदलाव वेबसाइट के डेवलपर (developer) पर निर्भर करते हैं और आपके नियंत्रण में नहीं होते हैं।[१]
- इस विधि से केवल वही पेज प्रिंट होगा जिसे आप देख रहे होंगे, और साइट पर दिये गए अन्य पेजेज़ से जो लिंक (link) होंगे वे नहीं बचाए जाएँगे। अगर आप पूरी साइट को पीडीएफ़ फ़ाइल के रूप में सेव करना चाहते हैं, या चाहते हैं कि सभी एलीमेंट्स अपनी सही जगह पर रहें, तब विधि 4 को देखिये।
- क्रोम मेन्यू बटन पर क्लिक करिए और "Print" चुनिये।
- क्लिक करिए . बटन और चुनिये "Save as PDF": यह "Local Destinations" सेक्शन में सूचीबद्ध किया हुआ होगा।
- अपने विकल्प चुनिये: पीडीएफ़ बनाने से पहले आप विकल्पों में से कुछेक का चुनाव कर सकते हैं।
- पोर्ट्रेट और लैंडस्केप ओरिएंटेशन के बीच में से एक को चुनने के लिए आप "Layout" ड्रॉप डाउन मेन्यू में से एक को चुन सकते हैं।
- अगर आपको पीडीएफ़ पेज के टॉप और बॉटम पर तारीख़, पेज का शीर्षक, और एड्रेस नहीं चाहिए हो तो "Headers and footers" पर अनचेक कर दीजिये।
- किसी भी बैकग्राउंड इमेज को दिखाते रहने के लिए "Background graphics" बॉक्स पर चेक करिए।
- . button क्लिक करिए: पीडीएफ़ फ़ाइल को सेव करने के लिए कोई नाम और लोकेशन चुन लीजिये।
- जिस पेज को आप पीडीएफ़ में बदलना चाहते हैं उसे खोलिए: आप देखेंगे कि जब आप इस विधि का इस्तेमाल करते हैं, तब कुछ एलीमेंट्स बदल जाते हैं। यह इसलिए क्योंकि वेब डिज़ाइनर ब्राउज़र को किसी पेज को एक निश्चित तरीके से ही प्रिंट करने को बाध्य कर देते हैं।
- आप केवल उसी वेब पेज का पीडीएफ़ बना पाएंगे जिसको आप उस समय विज़िट कर रहे होंगे। अगर आप पूरे वेबपेज का पीडीएफ़ बनाना चाहते हैं, या चाहते हैं कि सभी एलीमेंट्स उसमें शामिल हो जाएँ, तब विधि 4 देखिये।[२]
- फ़ाइल मेन्यू पर क्लिक करिए और "Export to PDF" को चुनिये: इसके लिए OS X 10.9 (Mavericks) या उसके बाद वाले वर्ज़न की ज़रूरत पड़ेगी। अगर आप इसका कोई पिछला वर्ज़न इस्तेमाल कर रहे होंगे, तब क्लिक करिए File → "Save As" और फिर फ़ाइल टाइप के रूप में पीडीएफ़ चुनिये।
- फ़ाइल को कोई नाम दीजिये और चुनिये कि आप उसे कहाँ सेव करना चाहते हैं: पेज के साइज़ के आधार पर फ़ाइल के निर्माण में कुछ पलों का समय लग सकता है।
[संपादन करें]CutePDF (कोई भी विंडोज़ ब्राउज़र)
- CutePDF को डाउनलोड कर लीजिये: इन्टरनेट एक्सप्लोरर और फ़ायरफॉक्स में पीडीएफ़ फाइलों के निर्माण के लिए बिल्ट-इन-टूल्स नहीं होते हैं। उसकी जगह आपको "virtual printer" इन्स्टाल करने की ज़रूरत पड़ेगी, जो कि वास्तव में प्रिंट करने की जगह पर पीडीएफ़ फ़ाइल का निर्माण कर देगा। CutePDF इसी प्रकार का एक वर्चुअल प्रिन्टर है।
- पर जाइए और "Free Download" तथा "Free Converter" पर क्लिक करिए: इससे इन्स्टाल करने के लिए आवश्यक दो प्रोग्राम डाउनलोड हो जाएँगे।
- इस विधि से केवल उसी पेज से पीडीएफ़ का निर्माण होगा जिसे आप उस समय व्यू (view) कर रहे होंगे। अगर आपको पूरी वेबसाइट सेव करनी हो, जिसमें अन्य लिंक किए हुये पेज भी शामिल हों, तब विधि 4 को देखिये।
- . प्रोग्राम को CutePDF को इंस्टाल करने को रन करिए: इनस्टालर (installer) में अनेक ब्राउज़र टूलबार शामिल होते हैं, इसलिए पहले प्रस्ताव पर पर क्लिक करना सुनिश्चित करिए और फिर सामने आने वाले "Skip this and all remaining offers" लिंक पर क्लिक करिए।
- जब CutePDF सेटअप पूरा हो जाये तब . को रन करिए: इस भाग के लिए आप को न तो कोई विकल्प चुनना है और न ही किसी एडवेयर (adware) की चिंता करनी है; यह सब स्वचालित और एड मुक्त है।
- आप जिस वेबसाइट का पीडीएफ़ बनाना चाहते हैं उसे खोल लीजिये: अब जबकि CutePDF इन्स्टाल हो चुका है, आप इस ब्राउज़र से वह कर सकते हैं।
- प्रिंट विंडो खोलिए: इसको करने का शीघ्रतम तरीका है को दबाना, हालांकि आपको यह फ़ाइल मेन्यू या फ़ायरफॉक्स मेन्यू में मिल सकता है।
- फ़ायरफॉक्स में आपको, प्रिंट प्रीव्यू (preview) विंडो में बटन को क्लिक करना होगा।
- ड्रॉप डाउन मेन्यू जहां आपका प्रिन्टर दिखाया जा रहा हो वहाँ क्लिक करिए और "CutePDF Writer" को चुनिये: बटन को क्लिक करिए।
- अपनी पीडीएफ़ फ़ाइल को नाम दीजिये और उसे सेव करिए: एक पल के बाद CutePDF Save विंडो सामने आएगी, जहां आप फ़ाइल को नाम दे सकते हैं और लोकेशन चुन सकते हैं।
[संपादन करें]अडोब एक्रोबैट (Adobe Acrobat) प्रो
- फ़ाइल मेन्यू पर क्लिक करिए और "Create PDF" → "From Web Page" चुनिये: इसके लिए आप को अडोब ऐक्रोबैट के ख़रीदे हुये वर्ज़न की ज़रूरत पड़ेगी, मगर आप एक सम्पूर्ण वेबसाइट को सेव कर सकेंगे, जिसमें सर्वर पर उपलब्ध सभी पेज अपने मूल फॉर्मेट में होंगे जिसमें काम करने वाले लिंक्स भी होंगे।
- आप जिस वेबसाइट को पीडीएफ़ में बदलना चाहते हैं उसके यूआरएल को एंटर करिए: अगर आप पूरी चीज़ को शामिल कर लेना चाहते हैं तब एड्रेस के निम्नतम स्तर को एंटर करिए। अगर आप साइट के किसी एक ही पेज को चाहते हैं, तब केवल उसी के डाइरेक्ट एड्रेस को एंटर करिए।
- तय करिए कि आप कितने स्तरों को पकड़ना चाहेंगे: आप चुन सकते हैं "Get only X level(s)", या आप "Get entire site" कह सकते हैं।
- जब एड्रेस पर जाते हैं तब स्तर 1 ही वह पेज होता है जो खुलता है। स्तर 2 में वे सभी पेज होते हैं जो शुरुआत वाले पेज से लिंक होते हैं। स्तर 3 में वे सभी पेज शामिल होते हैं जो स्तर 2 के पेजों से लिंक होते हैं। वेबसाइट के आधार पर आपकी फ़ाइल के आकार का विस्तार तय होगा।
- साइट पर बने रहने के लिए सभी बॉक्सेज़ को चेक करिए: जब आप विभिन्न स्तरों को एक साथ शामिल करेंगे, तब इसकी संभावना अधिक है कि कुछ लिंक्स आपको वेबसाइट से बाहर ले जाएँगे। आप "Stay on same path" चुन कर ऐक्रोबैट द्वारा इन पेजेज़ को शामिल किए जाने से बच सकते हैं, और वह केवल उन्हीं पेजेज़ को शामिल करेगा जो उसी डोमेन (domain) में होंगे, या "Stay on same server" चुन लेंगे जिससे केवल वही पेज लिए जाएँगे जो उसी वेब सर्वर (server) पर होंगे।
- . बटन को पीडीएफ़ सेटिंग्स एडजस्ट करने के लिए क्लिक करिए: इससे आप नेविगेशन के लिए, हेडर तथा फ़ुटर, तथा साथ ही बुकमार्क्स को एडजस्ट कर सकते हैं।
- . button to make the PDF file को क्लिक करिए: आप कितने स्तर शामिल करने वाले हैं, और साइट कितनी विस्तृत है, इस आधार पर, इसमें कुछ मिनटों से ले कर बहुत लंबा समय तक लग सकता है।[३]
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टोन ऐब्स (Tone Abs) पाना एक कॉमन फिटनेस गोल होता है, जिसे एक्सरसाइज और प्रोपर न्यूट्रीशन के जरिए हासिल किया जा सकता है। हालांकि, टोन ऐब्स पाने के लिए चली आ रही पुरानी विचारधारा के अनुसार, आपको क्रंचेस (crunches) जैसी एक्सरसाइज करने की सलाह दी जाती है, अब ट्रेनर्स एक बैलेंस डाइट और कार्डियो के साथ में डायनेमिक ऐब एक्सरसाइज करने की सलाह देते हैं। अपने ऐब्स को टोन करने के लिए, आपको उनके ऊपर काम करने वाली एक्सरसाइज परफ़ोर्म करने की जरूरत होगी। इसके साथ ही आपके लिए लीन ऐब्स (lean abs) को सपोर्ट करने वाली एक्सरसाइज करना भी जरूरी होता है।
[संपादन करें]अपनी ऐब्स पर काम करना (Working Your Abs)
- अपनी ऐब एक्सरसाइज के पहले, 5 मिनट कार्डियो के साथ में वार्म अप करें: आपको आपकी लोअर बैक पर तनाव कम करने के लिए, उसे लूज भी करना होगा। पीठ और पेट की मसल्स बहुत करीबी रूप से जुड़ी होती हैं और कोई भी अच्छी ऐब वर्कआउट आपकी पीठ को भी सपोर्ट करने में मदद करेगी।[१]
- एक तेज वॉक या जॉग करने जाएँ।
- 5 मिनट के लिए अपना फेवरिट म्यूजिक और डांस चालू करें।
- रस्सी कूदें।
- लो-इंपेक्ट एरोबिक्स करें।
- हर एक्सरसाइज को करते हुए अपने ऐब्स को अंदर और बाहर खींचें: ये एक मिड-सेक्शन को एक डेफ़िनिशन देने में मदद करता है। अपने हर मूव्स के दौरान ऐब्स को खींचने पर फोकस करें, ताकि आपको आपका मनचाहा परिणाम मिल सके। अपने ऐब्स को बाहर धकेलने से आपका शरीर आगे जाकर ज्यादा भरा-भरा नजर आएगा।[२]
- बीच-बीच में रुककर अपने कोर को अंदर की तरफ घुसा हुआ होने की जाँच करते हुए, अपनी ऐब्स के अंदर खींचने की तरफ फोकस करें।
- प्लैंक्स (planks) करें: अपने पैरों को हिप के बराबर दूरी पर और आर्म्स को कंधे के बराबर दूर रखकर, पुश-अप (push up) पोजीशन में आ जाएँ। इस पोजीशन को बनाए रखते हुए हल्का सा सामने की तरफ देखें। अपनी साँसों को मत रोकें। काबू में ली जाने वाली साँसों पर ध्यान लगाएँ।[३]
- अपने करीब एक टाइमर रखें। बीच में आराम लेते हुए, 15 सेकंड के 2 पीरियड्स के साथ शुरू करें। फिर 1 मिनट के 2 पीरियड्स तक आगे बढ़ते जाएँ।
- प्लैंक सबसे अच्छी कोर बिल्डिंग एक्सरसाइज में से एक है, जिसे आप कर सकते हैं, क्योंकि इसके लिए सीधा बने रहने के लिए, अपने पूरे मिड-सेक्शन से बहुत सारी स्ट्रेंथ की जरूरत होती है।
- साइड प्लैंक्स (side planks) करें: पुश अप पोजीशन में आ जाएँ। अपने शरीर को तब तक घुमाते रहें, जब तक कि आपका वजन आपके बाएँ पैर और बाईं आर्म पर न आ जाए। ठीक जैसा आपने प्लैंक के साथ किया था, उसी तरह अपने फॉर्म को बनाए रखें और हिप्स को ऊपर रखें।[४]
- 15 से 60 सेकंड के लिए इसे बनाए रखें।
- साइड प्लैंक आपके ओब्लिक्स (obliques) और कोर को टार्गेट करता है।
- स्क्वेट्स (squats) करें: छोटे हैंड वेट्स पकड़ें। अपने पैरों को हिप के बराबर की दूरी पर रखकर खड़े हो जाएँ। आराम से खुद को इस तरह से नीचे झुकाकर पीछे बैठें, जैसे कि आप किसी चेयर पर बैठने की कोशिश कर रहे हैं। इसी पोजीशन में रुकें और वापस खड़े हो जाएँ।[५]
- अपने घुटनों को अपनी उँगलियों से आगे न जाने की पुष्टि करें।
- स्क्वेट क्वेड्स (quads), हैम्स्ट्रिंग्स (hamstrings), बटक्स (buttocks), हिप्स (hips), जैसी पिलर मसल्स (pillar muscles), पीठ मसल्स और एब्डोमिनल मसल्स को टार्गेट करती है।
- स्टैंडिंग क्रंचेस (standing crunches) करें: क्रंच पोजीशन में अपनी आर्म्स को अपने सिर के पीछे रखकर, स्क्वेट पोजीशन में आ जाएँ। स्क्वेट करें और जब आप ऊपर उठें, तब अपने बाएँ पैर को अपनी दाईं कोहनी से मिलाने ले आएँ। अपनी कोहनी को अपने सिर के साइड पर रखें और अपने घुटने और कोहनी को एक-दूसरे के करीब लाने के लिए मोड़ें। उन्हें एक-दूसरे से टच नहीं होना चाहिए, लेकिन स्टैंडिंग क्रंच के मेन मूवमेंट को आपके पेट से आना चाहिए।
- 10 से 20 बार तक दोहराएँ।
- एक्सरसाइज करते वक़्त अपने ऐब्स को हमेशा अंदर की तरफ खिंचा हुआ रखने की पुष्टि करें।
- क्रंचेस करें: अपने घुटनों को मोड़कर और अपने पैरों को जमीन पर, कंधे के बराबर दूरी पर रखकर अपनी पीठ के बल लेट जाएँ। अपनी आर्म्स को अपनी चेस्ट के ऊपर क्रॉस करें। अपने कंधों को जमीन पर ऊपर रखते हुए, अपने एब्डोमिनल्स को सिकोड़ें। 2-3 सेकंड के लिए इसे रोके रखें, फिर धीरे से अपने कंधों को वापस नीचे लेकर आएँ। दोहराने से पहले 2-3 सेकंड के लिए उसे बनाए रखें।[६]
- 12 से 20 बार दोहराएँ।
- आप चाहें तो क्रंचेस करते वक़्त मुश्किल बढ़ाने के लिए 2.3 से 4.5 kg वेट भी पकड़े रख सकते हैं। हालांकि, इस बात का ख्याल रखें, कि ये आपके मसल्स के ऊपर ज्यादा स्ट्रैस बनाता है, जिसकी वजह से आपकी स्पाइन (रीढ़ की हड्डी) पर चोट की संभावना रहती है। जब तक क्रंचेस आपको करने में बहुत ज्यादा आसान न लगें, तब तक वेट्स शामिल करने से बचें।[७]
- अगर आप वेट्स का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं, तो आप अपने हाथों को अपने कानों पर रख सकते हैं। हालांकि, सुनिश्चित कर लें, कि कंधे को जमीन से उठाते वक़्त आप आपके सिर पर खींचतान नहीं कर रहे हैं।
- बाईसाइकिल क्रंचेस (bicycle crunches) करें: अपनी आर्म्स को अपनी छाती के ऊपर क्रॉस करते हुए, अपने घुटनों को टेबल टॉप पोजीशन पर रखकर अपनी पीठ के बल लेट जाएँ। अपने कंधों को जमीन से ऊपर खींचते वक़्त, अपने एब्डोमिनल्स को सिकोड़ें। अपने दाएँ पैर को अपने शरीर से दूर फैलाएँ और अपने बाएँ पैर को खींचें। अपनी दाईं कोहनी को अपने बाएँ घुटने से टच करने की कोशिश करें, फिर शुरुआती पोजीशन पर वापस पहुँच जाएँ।[८]
- हर एक सेट के लिए 10 बार दोहराएँ।
- एक विकल्प के तौर पर, आप अपने हाथों को ठीक क्रंच पोजीशन की तरह, अपने कानों पर रख सकते हैं। हालांकि, क्रंचेस करते वक़्त कभी भी अपने सिर को खींचे नहीं।
- आप आपके आर्म्स को अपने सिर के ऊपर फैला सकते हैं।
- लोअर लेग लिफ्ट्स (lower leg lifts) करें: अपनी आर्म्स को अपने सिर के पीछे क्रंच की पोजीशन में रखें। अपने पैरों को सीधा रखें, जैसे आप सीलिंग पर चलने की कोशिश कर रहे हैं। अपने पेट को बाहर की तरफ फोर्स किए बिना अपने पैरों को जमीन पर नीचे ले आएँ। अपने पैरों को वापस अपनी शुरुआती पोजीशन में लाकर, अपने एब्डोमिनल को झुकाएँ।[९]
- 12 से 20 बार दोहराएँ।
- अगर सही तरह से किया जाए, ये एक्सरसाइज आपके ट्रांसवर्ज एब्डोमिनिस (transverse abdominis), वो अंदर छिपी हुई मसल, जो आपके एब्डोमेन के चारों तरफ, आपकी पीठ पर लिपटी रहती है, पर काम करती है।
- पाइलेट्स (Pilates), योगा या बैरे (barre) क्लास करें: अगर आप आपके ऐब वर्कआउट से थक चुके हैं और आपको नए आइडिया की जरूरत है, तो उन्हें पाने के लिए पाइलेट्स, योगा या बैरे क्लास एक अच्छी जगह है। इनमें से हर रूटीन में ऐसे मूवमेंट्स शामिल हैं, जो आपके कोर को टोन करते हैं, जो आपको एक अच्छा ऐब वर्कआउट देता है।[१०]
- ये उन लोगों के लिए भी एक अच्छा विकल्प है, जिन्हें ट्रेडीशल कैलीस्थैनिक्स (traditional calisthenics) पसंद नहीं या जिन्हें ग्रुप क्लास लेना पसंद है।
- हर 4-6 हफ्ते के अंदर अपने वर्कआउट को बदलते रहें: आप आपके द्वारा की जाने वाली एक्सरसाइज को बदल सकते हैं या फिर कोई बदलाव करके देख सकते हैं। प्लैंक्स, स्क्वेट्स, स्टैंडिंग क्रंचेस और लोअर एब्डोमिनल्स क्रंचेस के लिए ऐसे कई वेरिएशन उपलब्ध हैं, जो आपकी मसल्स को नई तरह से टोन करने में मदद करेंगे।[११]
- उदाहरण के लिए, आप प्लैंक्स, स्क्वेट्स, बाईसाइकिल क्रंचेस और लेग लिफ्ट्स करना शुरू सकते हैं। 5 हफ्ते के बाद, आप साइड प्लैंक्स, स्टैंडिंग क्रंचेस कर सकते हैं और आप स्क्वेट्स के लिए इस्तेमाल होने वाले वेट्स को बढ़ा सकते हैं।
[संपादन करें]लाइफ़स्टाइल में बदलाव करना (Making Lifestyle Changes)
- हर हफ्ते 3-4 बार 15-30 मिनट की ऐब एक्सरसाइज करें: आप आपके ऐब वर्कआउट को अकेले या प्री- या पोस्ट-वर्कआउट की तरह कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, आप अपने ऐब वर्कआउट को वार्म-अप के बाद, लेकिन स्ट्रेंथ ट्रेनिंग या कार्डियो वर्कआउट के पहले कर सकते हैं।
- अपने ऐब वर्कआउट के दौरान बीच में 1 दिन का आराम करें।
- एक हफ्ते में 3-5 बार कार्डियो वर्कआउट के साथ अतिरिक्त फेट को बर्न करें: अपने ऐब्स को डिफ़ाइन करने के लिए, आपको उस एक्सट्रा फेट को बर्न करना होगा, जो उन्हें छिपा रहा हो। कार्डियो करना, ऐसा करने का एक अच्छा तरीका है! हफ्ते में 3-5 बार 30 मिनट का कार्डियो वर्कआउट करें।
- अगर आप अपना एक्सट्रा फेट बर्न नहीं कर लेते, तो आपको टोन लुक नहीं मिल पाएगा।
- हाइ-इंटेन्सिटी इंटरवल ट्रेनिंग बहुत कम वक़्त में काफी सारी कैलोरी बर्न करती है।[१२]
- हफ्ते में 3 बार स्ट्रेंथ ट्रेनिंग करें: स्ट्रेंथ ट्रेनिंग आपकी मसल्स को बनाए रखने और मजबूती देने में मदद करती है। न केवल ये आपको एक्सट्रा फेट बर्न करने के बाद ज्यादा टोन या आकार में दिखने में मदद करेगा, ये अच्छा पोस्चर बनाए रखने में भी आपकी मदद करेगा, जो आपकी खूबसूरती को चार चाँद लगा देगा। हर हफ्ते करीब 30 मिनट की स्ट्रेंथ ट्रेनिंग करने का लक्ष्य करें।[१३]
- सभी वेट ट्रेनिंग एक्टिविटीज़ के दौरान अपने ऐब्स के अंदर होने की पुष्टि करें।
- एक हैल्दी, बैलेंस डाइट खाएँ: "ऐब्स किचन में बनाए जाते हैं," इस पुरानी कहावत को याद करें। अपने खाने को लीन प्रोटीन्स (lean proteins), सब्जियाँ और कॉम्प्लेक्स कार्ब्स (complex carbs) के साथ बनाएँ। प्रोसेस्ड फूड्स और सिम्पल शुगर लेने से बचें।[१४]
- आप सही मात्रा में कैलोरी ले रहे हैं, इसके साथ ही प्रोटीन, फेट और कार्ब्स की सही मात्रा लेने की पुष्टि करने के लिए अच्छा होगा, अगर आप एक फिटनेस एप का इस्तेमाल कर लें।
- अगर आपको फेट कम करने की जरूरत है, तो आपको आपके द्वारा बर्न की जाने वाली कैलोरी से कम कैलोरी का सेवन करना होगा। हालांकि, अगर आप एक महिला हैं, तो कम से कम 1,200 कैलोरी या अगर आप एक पुरुष हैं, तो 1,500 कैलोरी लेने की पुष्टि करें।
- भरपूर नींद लें: जो लोग कम नींद लेते हैं, उन्हें उनके मिड-सेक्शन में फेट जमा होने की संभावना रहती है। हालांकि, इसके पीछे कई और दूसरे संभावित कारण भी हो सकते हैं, ज्यादा नींद लेना इससे बचने का सबसे आसान तरीका होता है। जल्दी बिस्तर में जाएँ और अपने कमरे के सोने के लिए कम्फ़र्टेबल होने की पुष्टि कर लें।[१५]
- एडल्ट्स को हर रात 7-9 घंटे की नींद की जरूरत होती है, जबकि टीन्स (किशोरों) के लिए हर रात 8-10 घंटे की नींद लेना जरूरी होता है।[१६]
- अपनी ज़िंदगी में मौजूद तनाव या स्ट्रैस को कम करें: आप जब तनाव में रहते हैं, तब आपका शरीर उस हॉरमोन को रिलीज करता है, जो आपको आपके मिड सेक्शन में फेट स्टोर करने का संकेत देता है। तनाव को बेहतर तरीके से नियंत्रित करना, एक्सट्रा फेट जमा होने से रोकने में आपकी मदद करेगा।[१७] रिलैक्स करने के लिए यहाँ पर कुछ तरीके दिए हुए हैं:
- मेडिटेशन करें।
- योगा करें
- एडल्ट कलरिंग बुक में कलर करें।
- बाहर नेचर में वॉक के लिए निकल जाएँ।
- अपने पालतू जानवर के साथ खेलें।
- किसी रिलैक्सिंग म्यूजिक को सुनें।
- एक बुक पढ़ें।
- एक अरोमाथेरेपी बाथ (aromatherapy bath) लें।
- ट्रांसवर्ज एब्डोमिनिस (transverse abdominis), रेक्टस एब्डोमिनिस (rectus abdominis) और इंटरनल/एकस्तरनाल ओबलिक्स (internal/external obliques) जैसी डीप ऐब मसल्स, और इन्हें अक्सर छोड़ दिया जाता है, इन पर काम करना मत भूलें। आप आपकी पेल्विक फ्लोर मसल्स (pelvic floor muscles) को इंगेज करने वाली एक्सरसाइज के ऊपर भी काम कर सकते हैं।
- अपनी ऐब एक्सरसाइज करते हुए धीमी गति से आगे बढ़ें। हर मूव पर 2-5 सेकंड बिताएँ, क्योंकि ये आपकी मसल्स पर ज्यादा काम करता है।
- हर एक्सरसाइज के आसान हिस्से पर सही तरह से साँस लें और मुश्किल हिस्सों पर साँस छोड़ें।
- खड़े होकर की जाने वाली, एक्सरसाइज, जमीन पर बैठकर की जाने वाली एक्सरसाइज के मुक़ाबले ज्यादा मसल्स के ऊपर काम करती है। ये आपके पूरे कोर के ऊपर काम करती है, जो ऐब्स टोन करने के लिए इन्हें एक बेहतर विकल्प बनाता है।
- इस बात से अवगत रहें, कि कुछ एब्डोमिनल एक्सरसाइज, जैसे जिनमें आपकी स्पाइन रोटेट होती है, वो आपकी लोअर बेक में तनाव डाल सकती हैं। लोअर बैक पेन का कोई भी लक्षण नजर आते ही, एक्सरसाइज करना बंद कर दें। अपनी लोअर बैक को सीधा रखने के लिए ज्यादा मेहनत करें। लोअर बैक मसल्स बनाना सीखने के लिए पाइलेट्स क्लास लेने के बारे में सोचें।
- अपनी ठुड्डी को नहीं, बल्कि अपनी ऐब्स को आगे करें, ताकि आपकी गर्दन पर मोच न आए। ऐसा सोचकर देखें, कि आपकी ठुड्डी के नीचे हमेशा एक छोटा सा ऑरेंज रखा है, ताकि आपकी ठुड्डी और चेस्ट के बीच में एक गैप रहे।
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वेसिलीन पेट्रोलियम जेली का एक ब्रांड है जो ड्राई और कमज़ोर आईलेशेस को बेहतरीन कंडीशनिंग और माँइश्चराइजिंग प्रॉपर्टीज देती है | यह आईलेशेस को लम्बा, घना और मजबूत बनाने में मदद करती है |[१] यह दावा किया जाता है कि वेसिलीन की माँइश्चराइजिंग प्रॉपर्टीज पलकों के आस-पास की स्किन को स्मूथ और कोमल बनाती हैं | इसका बेहतर रिजल्ट पाने के लिए इसे सोने से पहले अपनी आईलेशेस पर एक साफ़ मस्कारा वैन्ड (मस्कारा लगाने वाली डंडी) से लगायें |
[संपादन करें]मस्कारा वैन्ड साफ़ करें
- मस्कारा की डंडी को साफ़ करें: एक पेपर टॉवेल का इस्तेमाल करें | अगर आप एक सॉफ्ट टिश्यू का इस्तेमाल करते हैं तो मस्कारा की डंडी पहले से भी ज्यादा गन्दी हो जाएगी | इसलिए एक पेपर टॉवेल का इस्तेमाल करें और दबाकर डंडी के ब्रिसल्स को साफ़ करें | अगर डंडी पर काफी समय से जिद्दी मस्कारा चिपका हुआ है तो डंडी को धीरे से पीछे ले जाकर हिलाएं और फिर मुड़े हुए पेपर टॉवेल में आगे की ओर लायें | इससे ब्रिसल्स को फैलाने में भी मदद मिलेगी |
- डंडी की साफ़-सफाई रखें: अब, डंडी को गुनगुने पानी में डुबायें | अब इसे ब्रिसल्स सहित पानी में 2 से 4 मिनट तक डुबाये रखें | इससे डंडी पर चिपका हुआ सूखा मस्कारा ढीला होकर निकल जाएगा |
- आइसोप्रोपाइल अल्कोहल का इस्तेमाल करें: डंडी को गर्म पानी में रखने के बावजूद भी ब्रिसल्स के बीच थोडा मस्कारा लगा रह सकता है | इसलिए ब्रिसल्स की सफाई के लिए इन्हें आइसोप्रोपाइल अल्कोहल में भिगोयें और अपनी डंडी को सेनीटाइज़ (sanitize) करें |[२]
- थपथपाकर सुखाएं: मस्कारा की डंडी को धीरे से थपथपाने के लिए फिर से पेपर टॉवेल का इस्तेमाल करें | डंडी के इस्तेमाल से पहले इसे पूरी तरह से सुखाना होगा | अगर आप इसे लम्बे समय तक साफ़ रखना चाहते हैं तो इसे एक प्लास्टिक बैग में स्टोर करें जिससे ये साफ़ और बैक्टीरिया फ्री रहें |
- मेकअप हटायें: अपनी आँखों और पलकों के मेकअप को धोकर साफ़ कर लें | इससे वेसिलीन की माँइश्चराइजिंग क्वालिटी बेहतर रूप से काम करेगी |
- वेसिलीन को मिक्स करें: अपनी साफ़ अंगुली से वेसिलीन के चारों ओर की टॉप लेयर को हिलाएं | इससे यह हिस्सा गर्म हो जायेगा और वेसिलीन आसानी से लग जाएगी |
- डंडी को वेसिलीन में डुबायें: आपको डंडी पर काफी सारी वेसिलीन लगानी होगी | यह ब्रश के सामने के हिस्से पर इकट्ठी हो जाती है | अगर ऐसा हो तो डंडी पर इसे एकसार रूप से फैलाने के लिए एक गीली पेपर टॉवेल का इस्तेमाल करें |
- इसे ऊपरी आईलेशेस पर लगायें: जिस तरह आप अपनी आईलेशेस पर मस्कारा लगाते हैं उसी थ वेसिलीन लगायें | आईलेशेस की दोनों साइड्स को अच्छी तरह से कोट करें और ध्यान रखें कि यह आँख के अंदर न जाए | अगर आप चाहें तो स्मूथ स्किन के लिए थोड़ी सी वेसिलीन को पलक के ऊपर भी लगा सकते हैं | अगर आपकी स्किन सेंसिटिव है तो इससे रिएक्शन हो सकता है इसलिए इस पलक पर लगाने से पहले हाथ के पीछे वाले हिस्से में लगाकर टेस्ट कर लें |
- इसे नीचे वाली आईलेश लाइन पर लगाएं: डंडी को फिर से वेसिलीन में डुबायें | सावधानीपूर्वक एक बार फिर से आँख में न लगाते हुए वेसिलीन को नीचे वाली आईलेशेस पर लगाएं |
- वेसिलीन लगाने पर आईलेशेस आपस में चिपक जाएँगी | इसलिए ध्यान रखें, कि बहुत ज्यादा वेसिलीन न लगायें अन्यथा यह पूरे चेहरे और बेडशीट पर लग जाएगी | आपको इसे अपनी आईलेशेस पर एक बार में एक पतले कोट में लगाने के लिए पर्याप्त वेसिलीन ही इस्तेमाल करनी चाहिए |
- अब इसे लगा रहने दें: वेसिलीन को हर रात अपनी आईलेशेस पर लगाने से यह लेशेस को माँइश्चराइज करेगी और इन्हें हमेशा के लिए टूटने और झड़ने से बचाएगी | इसकी कंडीशनिंग क्वालिटी हर आईलेश की उम्र बढाने में मदद करती है और इससे आईलेशेस घनी और लम्बी हो जाती हैं |
- इसे सुबह धो लें: सुबह जागने पर वेसिलीन को धोकर साफ़ कर लें | अगर आईलेशेस से वेसिलीन को हटाने में मुश्किल हो तो एक क्लीनजर का इस्तेमाल करें | चूँकि यह ऑइल बेस्ड होती है इसलिए केवल पानी से साफ़ करना मुश्किल हो सकता है | दिन में अपना रेगुलर मेकअप रूटीन अपनाएं | अगर आप इसका इस्तेमाल लगातार करते रहेंगे तो तीन दिन में भी रिजल्ट नजर आने लगेंगे |
- हाथ अच्छी तरह से साफ़ करने के बाद ही अपनी अँगुलियों का इस्तेमाल करें | अन्यथा, हाथों से ऑइल और कीटाणु आँखों तक पहुँच सकते हैं |[३]
- अगर आपके पास मस्कारा नहीं है या वेसिलीन के इस्तेमाल के बिना लेशेस को नैचुरली लम्बा दिखाना चाहते हैं या फिर आपके पास वेसिलीन नहीं है तो आप पैट्रोलियम जेली के साथ लिप बाम का इस्तेमाल कर सकते हैं |
- अगर आपके पास वेसिलीन नहीं है तो कोकोनट ऑइल का इस्तेमाल कर सकते हैं |
- अगर आप मस्कारा की डंडी का इस्तेमाल नहीं करना चाहते तो एक कॉटन बड का इस्तेमाल कर सकते हैं |
- अगर आपके पास मस्कारा की डंडी नहीं है तो एक साफ़ टूथब्रश पर वेसिलीन लगाकर भी इस्तेमाल कर सकते हैं | लेकिन सावधानी रखें, आँखों को चोट न लगने दें |
- रात में आँखों को टच न करें | आँखों को बार-बार टच करने से वेसिलीन अँगुलियों पर लगकर बेड पर लग सकती है या दुर्घटनावश आँखों में भी जा सकती है |
- आँखों या अश्रुनलिका में वेसिलीन जाने से बैक्टीरिया आँख के अंदर प्रवेश कर सकते हैं जिससे परेशानी, दृष्टी धुंधली होना या आँखों के संक्रमण भी हो सकते हैं |
- स्किन रिएक्शन पर नजर रखें | कुछ लोगों को वेसिलीन से एलर्जिक रिएक्शन होते हैं इसलिए इसके इस्तेमाल से पहले इसे अपने हाथ के पिछले हिस्से पर थोडा सा लगाकर टेस्ट कर लें |[४]
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October 10, 2019, 1:31 am
कपड़ों पर उठे रोएं से छुटकारा पाने के लिए आप घरेलू सामानों का इस्तेमाल कर सकते हैं, जैसे रेगमाल, शेविंग रेज़र (shaving razor), वेल्क्रो स्ट्रिप (Velcro strip) आदि। इसके अलावा आप स्टोर पर से इस काम के लिए उचित सामान भी खरीद सकते हैं, जैसे स्वेटर कोम्ब (sweater comb), इलेक्ट्रिक स्वेटर शेवर (electric sweater shaver), स्वेटर स्टोन (sweater stone) आदि। भविष्य में कपड़ों पर रुआँ ना उठे इस बात को सुनिश्चित करने के लिए इनको उल्टा करके आहिस्ता से धोएं और फिर इनको टांग दें, या फिर इनको बिछाकर सुखाया जाए।
[संपादन करें]घरेलू सामानों की मदद से रोएं को हटाएं
- रेगमाल का इस्तेमाल करें: अगर आप कपड़ों को इससे रगड़ेंगे, तो कपड़ों का रुआँ निकल जाएगा!
- कैंची से रोएं को काटें: रोएं की मात्रा और आकार को ध्यान में रखते हुए, आप इसको कैंची से भी काट सकते हैं। कपड़ों को किसी सपाट जगह पर फैलाया जाए। फिर एक-एक रोएं को हाथ से उठाकर कैंची से काट दिया जाए। आप एक हाथ कपड़ों के नीचे डाल सकते हैं, ताकि रोएं को अच्छे से ऊपर उठाया जा सके और फिर इसको आसानी से काटा जा सके।
- इस बात का ध्यान रखें कि कैंची को कपड़े के करीब ही रखा जाए। यह काम आराम और सावधानी से करा जाए, ताकि कपड़े को किसी भी प्रकार का नुकसान ना पहुंचे।
- इस काम के लिए छोटी कैंची का इस्तेमाल करना सुरक्षित रहता है। छोटी कैंची से आप काम ज्यादा सटीकता से कर सकते हैं और इससे कपड़े को नुकसान पहुंचने की भी संभावना बहुत कम रहती है।[१]
- शेविंग रेज़र (shaving razor) का इस्तेमाल करें: एक डिस्पोजेबल (disposable) रेज़र लिया जाए और कपड़े को किसी सपाट जगह पर बिछा दिया जाए। रेज़र को इस्तेमाल करने वाली जगह पर कपड़े को एक हाथ से खींचकर पकड़ें, ऐसा करने से कपड़े को रेज़र से नुकसान नहीं पहुंचेगा। थोड़ा-थोड़ा करके बहुत आराम से रेजर से इसको साफ किया जाए।[२] शुरुआत में बहुत हल्के हाथ से रेजर को इस्तेमाल करें और जरूरत के हिसाब से रेजर पर दबाव बढ़ाया जाए।
- जब आप कपड़े का कुछ रुआँ साफ कर चुकें, तो कपड़े पर से रुआँ हटाने के लिए टेप का इस्तेमाल करें। इस काम के लिए पहले से ही अपनी उंगलियों पर कुछ टेप काटकर लगा लिया जाए।[३] फिर इस टेप को कपड़े पर चिपका कर खींचा जाए, ताकि कटा हुआ रुआँ निकाला जा सके। जब टेप पर बहुत सारा रुआँ चिपक जाए, तो दूसरे टेप का टुकड़ा काट लिया जाए। अगर आपके पास पैकिंग टेप (packing tape) नहीं है, तो आप मास्किंग टेप (masking tape) के छोटे-छोटे टुकड़ों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
- इस बात को सुनिश्चित करें कि इस काम के लिए नया और तेज धारदार रेज़र का इस्तेमाल किया जाए। इससे आप आसानी से कपड़ों पर मौजूद रोएं को निकाल सकेंगे। ऐसे शेविंग रेज़र का इस्तेमाल ना किया जाए, जिसके आस-पास मॉइश्चर स्ट्रिप्स (moisture strips) या सोप बार (soap bar) लगा हुआ हो। इसके इस्तेमाल से कपड़ों पर और भी रुआँ निकल सकता है।
- वेल्क्रो हेयर रोलर (Velcro hair roller) का इस्तेमाल करें: हेयर रोलर मुलायम ऊनी और कश्मीरी कपड़ों पर इस्तेमाल करने के लिए बहुत उचित होता है। कपड़ों को किसी सपाट जगह पर रखकर इनको खींचा जाए और रोएं वाली जगह पर रोलर को चलाया जाए। बहुत ही आहिस्ता-आहिस्ता रोलर को चलाते रहें, यहां तक कि रुआँ पूरी तरह साफ हो जाए। रुआँ निकल कर हेयर रोलर में आ जाएगा। अगर कपड़ों पर और कहीं भी रुआँ मौजूद हो, तो अब हेयर रोलर को उठाकर उस जगह पर इस्तेमाल किया जाए।
- वेल्क्रो (Velcro) की पट्टी का इस्तेमाल करें: अगर आपके पास वेल्क्रो की पट्टी है,[४] तो आप इसको रोएं को निकालने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। कोशिश करें कि ऐसा वेल्क्रो इस्तेमाल किया जाए, जैसा जूतों और वॉलेट (wallet) पर लगा आता है। वेल्क्रो की चिपकने वाली सतह को कपड़ों पर रोएं वाली जगह पर चिपकाया जाए और फिर इसको दोबारा खींच लिया जाए। इस प्रक्रिया को बार-बार दोहराते रहें, यहां तक कि पूरा रुआँ साफ हो जाए।
- इस तरीके के इस्तेमाल से मुलायम कपड़े खराब हो सकते हैं, इसलिए इसका इस्तेमाल कश्मीरी और ऊनी कपड़ों पर ना किया जाए।
[संपादन करें]रुआँ निकालने में योग्य उपकरणों का इस्तेमाल करें
- स्वेटर कॉम्ब (sweater comb) खरीदें: स्वेटर कॉम्ब एक छोटा सा कंघा होता है, जिसके दाँते खासतौर पर कपड़ों का रुआँ निकालने के लिए बनाए जाते हैं। यह कंघा बालों वाले कंघे से पूरी तरह अलग होता है, क्योंकि इसके दांते छोटे और एक दूसरे के करीब होते हैं। कपड़े को तान कर रखें और फिर रोएं वाली जगह पर इसको आराम से चलाएं। इस बात का खास ध्यान रखें कि इससे कपड़े को किसी तरह का नुकसान ना पहुंचे।
- इलेक्ट्रिक स्वेटर शेवर (electric sweater shaver) का इस्तेमाल करें: इलेक्ट्रिक स्वेटर शेवर दूसरे उपकरणों के मुकाबले ज्यादा महंगा होता है। लेकिन रोएं को निकालने का सबसे कारगर और तेज तरीका है। इसके अंदर बैटरी लगाएं और कपड़े को किसी सपाट जगह पर रखें। फिर इसको कपड़े के ऊपर गोल गोल घुमाकर चलाएं। शुरुआत में इसका कपड़े से कम से कम संपर्क रखें, जरूरत और रोएं की मात्रा के हिसाब से संपर्क को बढ़ाया जाए। इसको कपड़ों पर फेरते रहें, यहां तक की रुआँ पूरी तरह गायब हो जाए। सारा रुआँ शेवर के बेरल (shaver's barrel) में इकट्ठा हो जाएगा, जिसको आप बाद में खाली कर सकते हैं।
- स्वेटर स्टोन (sweater stone) का इस्तेमाल करके देखें: स्वेटर स्टोन को खासतौर पर कपड़ों का रुआँ निकालने के लिए बनाया गया होता है। इसको इस्तेमाल करने के लिए कपड़ों को किसी सपाट जगह पर रखा जाए और कपड़े को खींच कर पकड़ा जाए। इसके बाद स्वेटर स्टोन को आराम-आराम से कपड़ों पर रोएं वाली जगह पर रगड़ा जाए। पूरे कपड़े पर इसको रगड़ कर रोएं को टेप या उंगलियों की मदद से साफ किया जाए।
[संपादन करें]कपड़ों पर रोएं को उठने से रोकें
- ऐसे कपड़ों को ही खरीदा जाए जिन पर रुआँ उठने की संभावना कम हो: कपड़े जो अलग-अलग प्रकार के धागे से बने होते हैं, इन पर रुआँ उठने की संभावना ज्यादा रहती है। अगर कपड़े को प्राकृतिक और सिंथेटिक (synthetic) धागे से मिलाकर तैयार किया गया है, तो इनके आपस में रगड़ने की वजह से इनपर रुआँ उठने की संभावना ज्यादा रहती है। खासकर ऐसे कपड़ों के लिए यह बात बिल्कुल उचित है, जिनको 3 या इससे ज्यादा प्रकार के धागों से मिलाकर तैयार किया गया होता है।[५]
- ऐसे स्वेटर खरीदें जिनकी बुनाई कसी हुई हो: ऊनी कपड़े खरीदने से पहले उनकी बुनाई को जरूर देख लें। ऐसे ऊनी कपड़े जिनकी बुनाई कसी हुई होती है, उनपर रुआँ उठने की संभावना बहुत कम होती है, जबकि ढीले बुने हुए ऊनी कपड़ों पर रोएं उठने की संभावना ज्यादा रहती है।[६]
- धोने से पहले कपड़ों को उल्टा किया जाए: धोने से पहले कपड़ों को उल्टा करने से, कपड़ों पर रुआँ उठने की संभावना घट जाती है। क्योंकि वॉशिंग मशीन में धोते समय कपड़े एक दूसरे से रगड़ खाते हैं। आप चाहें तो कपड़ों को टांगते या अलमारी में रखते समय भी उल्टा कर सकते हैं।[७]
- कपड़ों को सावधानी से धोएं: वॉशिंग मशीन में कपड़ों को धोते समय हार्ड वॉश ना किया जाए। नॉर्मल वॉश में कपड़े कम घूमते हैं, जिससे यह एक दूसरे से कम रगड़ते हैं।
- स्वेटर या दूसरे कपड़े जिनपर रुआँ उठने की संभावना ज्यादा होती है, उनको हाथ से धोना उचित रहेगा। यह कपड़ों को एहतियात से धोने का सबसे अच्छा तरीका है। इन कपड़ों के लिए ऐसे डिटर्जेंट का इस्तेमाल किया जाए, जो खासतौर पर कपड़ों को हाथों से धोने के लिए बनाए जाते हैं और साथ ही साथ ऐसे कपड़ों को सिंक (sink) या बाथ टब (bathtub) में धोना उचित रहेगा।[८]
- इलेक्ट्रिक ड्रायर (electric dryer) के इस्तेमाल से बचा जाए: अगर मुमकिन हो, तो ड्रायर की बजाए कपड़ों को टांग कर ही सुखाया जाए। ऐसा करने से कपड़े रगड़ लगने से बचेंगे, जिसकी वजह से कपड़ों पर रुआँ नहीं उठेगा।[९]
- लिक्विड डिटर्जेंट का इस्तेमाल करें: पाउडर डिटर्जेंट पूरी तरह घुलने से पहले तक कपड़ों से रगड़ता रहता है। जिसकी वजह से जब हम कपड़ों को वॉशिंग मशीन में डालते हैं, तो इन पर रुआँ उठने की संभावना बढ़ जाती है। इस समस्या का सबसे अच्छा हल लिक्विड डिटर्जेंट का इस्तेमाल है।[१०]
- रोजाना कपड़ों पर लिंट रोलर (lint roller) फेरें: स्वेटर को रोएं से बचाने के लिए इस बात को सुनिश्चित करें कि इस पर नियमित रूप से लिंट रोलर (lint roller) या लिंट ब्रश (lint brush) फेरा जाए। ऐसा करने से आप कपड़े पर रोएं को उठने से रोक सकेंगे।[११]
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October 11, 2019, 1:01 am
सामान्य मादा मक्खी का जीवनकाल लगभग एक माह होता है, लेकिन उस समय में वह लगभग पाँच सौ अंडे दे सकती है। स्पष्ट रूप से, मात्र कुछ मादा मक्खियाँ आपके बाहर बहुत कम समय में हजारों मक्खियों को उत्पन्न कर सकती हैं।[१] क्योंकि मक्खियाँ गंदगी और मल खाती हैं, वे बीमारियाँ फैलाती हैं, तो आप जो भी कर सकते हैं वह उनकी संख्या को कम करने के लिए करें।
[संपादन करें]मक्खियों को आकर्षित करने से बचें
- अपने यार्ड को स्वच्छ रखें: मक्खियाँ किसी भी तेज़ गंध के प्रति आकर्षित होती हैं;[२] यदि आप गंध को हटा दें, तो आप ज़बरदस्त रूप से अपने घर के बाहर मक्खियों की संख्या को कम कर देंगे।
- कुत्ते के मल को उठाएँ। सुनिश्चित करें कि आप उसे सील करने योग्य बैगों में डाल सकते हैं इससे पहले कि आप उसे कचरे के डिब्बे में डालें।
- कचरे के कैन के ढक्कनों को कसकर बंद करके रखें। अगर आपके यहाँ एक पार्टी है, तो सुनिश्चित करें कि फेंकने योग्य पेपर गुड्स के लिए प्रयोग किए जानेवाले कचरे के डिब्बे का ढक्कन कसा हो, और मेहमानों से अपना कचरा फेंकने के बाद उस पर ढक्कन लगाने को कहें।[३]
- अपने लॉन को अक्सर काटें: मक्खियाँ लंबी घास और झाड़ियों के ढेर को पसंद करती हैं, इसलिए झाड़ियों को छांट कर रखें और कटी हुई घास के ढेर, पत्तियाँ या झाड़ियाँ अपने हाते में न छोड़ें।
- अपने कम्पोस्ट बिन का ध्यान रखें: कम्पोस्ट बिन सड़नेवाले पदार्थ से भरा होता है; जो मक्खी के लिए स्मोरगैसबोर्ड की तरह है।
- अपने कम्पोस्ट के ढेर को बहुत गीला न रखें।
- कम्पोस्ट के ढेर को जितना हो सके अपने घर से दूर रखें।
- अपने कम्पोस्ट के ढेर को उचित रूप से रखें। इसकी “कुकिंग” (cooking) करते रहें ताकि यह मक्खी के लार्वा को पनपने के लिए बहुत गर्म हो।
- ठहरे हुए पानी पर सतर्कता बरतें: मक्खियाँ गीलेपन और ठहरे हुए पानी पर आकृष्ट होती हैं; चिड़ियों के नहाने के लिए ताज़ा पानी रखें और बाल्टियों या बर्तनों को बरसाती पानी से न भरने दें। आपको पुराने टायरों या किसी मलबे को निकाल देना चाहिए जो आपके हाते में बरसाती पानी इकट्ठा कर सकते हैं।
- फल और फल के छिलके अपने बर्ड फ़ीडर्स से बाहर रखें: अगर आप अपने पिछवाड़े की चिड़ियों को फल की ट्रीट्स देना चाहते हैं, तो फल या छिलकों को अपने घर से जितना संभव हो दूर रखें।
[संपादन करें]मक्खियों को हटाना और दूर करना
- मक्खियों के लिए जाल बनाएँ: मोलैस और कॉर्नमील मिलाएँ और उसे उथली डिश या प्याले में रखें। प्याले को अपने हाते से दूर रखें—मक्खियाँ वहाँ इकट्ठी हो सकती हैं जब आप शांति से अपना भोजन कर रहे होंगे।[४]
- मांसभक्षी कीड़े खरीदें जो मक्खी का लार्वा खाते हैं या अन्यथा जीवन चक्र को बाधित करते हैं: Nasonia vitripennis और muscidifurax zaraptor एक दूसरे के साथ देने का प्रयास करें।
- रात को मक्खी के लिए लाइट ट्रैप लगाएँ: मक्खी के लिए लाइट ट्रैप बिजली से चार्ज की गई लाइट होती है जो मक्खियों को आकर्षित करती है और उन्हें नष्ट कर देती है। एक आनंदप्रद क्षेत्र के चारों ओर उन्हें लटकाने की कोशिश करें – ठीक ऊपर जहां कोई उनमें दौड़ सकता है।
- इनकी सेटिंग करने में सावधानी बरतें। लाइट ट्रैप्स कभी भी किसी को अधिक चोट नहीं पहुंचा सकते हैं, लेकिन फिर भी उनके द्वारा ज़ैप किया जाना काफी दर्दनाक है।
- वोडका बैग्स टांगें: मक्खियाँ वोडका की गंध से बचती हैं। इसलिए, अपने पोर्च के चारों ओर या किसी अन्य मनोरंजन के बाहरी क्षेत्र में वोडका बैग्स टाँगने की कोशिश करें।
- चौथाई गैलन फ्रीज़र बैग्ज़, स्ट्रिंग के साथ एक गटर से बंधे हुए, अच्छी तरह से काम करते हैं।
- कोई भी सस्ती वोडका काम करेगी।
- आप थोड़ी वोडका अपनी त्वचा पर भी लगा सकते हैं, हालांकि तीखी गंध और त्वचा के रूखे होने से सावधान रहें।
- मांसाहारी पौधों का परिदृश्य रखें: जबकि कुछ पौधे सिर्फ़ मक्खियों को भगाते हैं, अन्य वास्तव में मक्खियों को खा जाते हैं: वीनस फ़्लाइ ट्रैप, पिचर प्लांट आदि।
- फ्लाई-रिपेलिंग पौधों के साथ परिदृश्य बनाएँ: मक्खियाँ कुछ पौधों की गंध से रुकती हैं, इसलिए अपने आँगन में या अपने दरवाज़ों के पास गमलों में पौधों को रखें जो मक्खियों को बाहर निकालते हैं: तुलसी, एल्डरबेरी, लैवेंडर, पुदीना और फ़ाल्स इंडिगो।
- बाहर के सभी मकड़ी के जालों को नष्ट न करें: मकड़ियां मक्खियों को खाती हैं, लेकिन यदि आप उनके जाले को नष्ट कर देते हैं, तो मक्खियां एक प्राकृतिक शिकारी को खो देती हैं।
- बाहर पंखे लगवाएँ: मक्खियों को हवा नहीं पसंद होती है। बाहर पंखा लगवाना मूर्खतापूर्ण लग सकता है, लेकिन यदि आपके पास छोटा घर है तो आपकी छत पर या आँगन में पंखा मक्खियों को भगा सकता है।
- बाहर के डाइनिंग एरिया के चारों ओर लौंग रखें: लौंग की गंध मक्खियों को दूर करती है। बाहर की डाइनिंग टेबिल पर सजावट के लिए लौंग रखना मक्खियों को खाने पर उतरने से रोक सकता है।[५]
- मीट को बाहर छोडने से बचें: मक्खियाँ मीट की गंध पर बहुत आकर्षित होती हैं और झुंड बनाकर आपके बारबेक्यू ग्रिल में घुस जाएंगी जैसे हि आप पकाने के लिए मीट को बाहर निकालेंगे।
- पूरे मीट को कसकर ढककर रखें जब वह ग्रिल में न हो।
- बारबेक्यू ग्रिल के ढक्कन को बंद रखें जब मीट पक रहा हो।
- अपने ग्रिलिंग टोंग्स और बर्तनों को सुरक्षित रखें—मक्खियाँ मीट सूंघेंगी और उनपर उतरेंगी। (यदि आप देखते हैं कि मक्खियाँ आपके ग्रिलिंग बर्तनों पर उतरी हैं, तो अंदर ले जाकर मीट पलटने से पहले उन्हें धोलें।)
- यदि आप मक्खियों के लिए ट्रैप बनाना चाहते हैं जो मक्खियों के पैरों में चिपक जाए तो पीनट बटर, स्कूल ग्ल्यू और शहद मिलाएँ। आप चकित हो जाएंगे!
- कुछ लोग दृढ़तापूर्वक कहते हैं कि उनके हाते के चारों ओर चमकीली वस्तुएँ लटकाने से मक्खियाँ डर कर रुक जाती हैं। इसका समर्थन करने के लिए कोई ठोस सबूत नहीं है, लेकिन आप अपने आँगन या अपने गार्डेन में एल्यूमीनियम फॉइल की स्ट्रिप्स या कुछ अन्य रिफ्लेक्टिव धरातल वाली चीज़ को लटकाकर कोशिश कर सकते हैं।
- इकोसिस्टम में मक्खियों का भी अपना स्थान होता है, इसलिए उनका पूरी तरह उन्मूलन समझदारी नहीं है। मधुमक्खियों और ततैया के बाद, मक्खियाँ सबसे अधिक पौधों और फूलों का परागण करती हैं। मक्खियाँ अन्य कीटों को नियंत्रित करने में भी मदद करती हैं।
- ऐसी सामग्री को हटाकर जिसमें लार्वा विकसित होता है, मक्खी के जीवन चक्र को तोड़ा जा सकता है, जिससे वयस्क मक्खियों के उत्पादन को प्रतिबंधित किया जा सकता है। जबकि कुछ स्थितियों में वयस्क मक्खी की संख्या को कम करने में रासायनिक कीटनाशक प्रभावी हो सकते हैं, वे उचित सफ़ाई व्यवस्था और मक्खी के विकास के स्थलों के आक्रामक उन्मूलन का विकल्प नहीं हैं। मक्खियाँ कीटनाशकों के प्रतिरोध को शीघ्र विकसित कर सकती हैं और घर की मक्खियाँ अब बहुत से ऐसे कीटनाशकों के लिए प्रतिरोधी हैं जो उनके प्रबंधन के लिए पंजीकृत हैं। वयस्क मक्खियों पर तत्काल नियंत्रण के लिए केवल अंतिम उपाय के रूप में कीटनाशकों का प्रयोग करें।[१]
- मक्खियाँ टाइफॉइड फीवर, मलेरिया, यलो फीवर, नींद की बीमारी और पेंचिश फैला सकती हैं।[६]
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October 12, 2019, 1:01 am
ऐसा कई बार होता है, जब आपके पास में किसी दिन किसी मुश्किल हेयरस्टाइल को करने का वक़्त नहीं होता। वहीं किसी दिन आप बस कुछ सिम्पल से बदलाव करके अपने लुक को थोड़ा अलग बनाना चाहती हों। अच्छी बात ये है, कि ऐसी कई सारी क्यूट हेयरस्टाइल्स मौजूद हैं, जिन्हें सीखना काफी आसान है और इन्हें करने में सिर्फ कुछ ही मिनट का वक़्त लगता है।
[संपादन करें]पोनीटेल्स (Ponytails) बनाना
- तय करें, कि आप आपकी पोनीटेल को कहाँ पर रखना चाहती हैं: पोनीटेल्स काफी वर्स्टाइल होती हैं। आपकी पोनीटेल की जगह आपके लुक को काफी प्रभावित कर सकती है।
- हाइ पोनीटेल्स आपके सिर के क्राउन पर आती है, ताकि ये पोनीटेल सामने से ही नजर आ सके। ये काफी ड्रेमेटिक और फैशनेबल होती हैं।[१]
- अपने बालों को बस कुछ इंच नीचे बांधने से आपको एक ज्यादा स्पोर्टी लुक (sporty look) मिल सकता है।
- आपकी गर्दन की नेप (बाल और गर्दन के मिलने वाला हिस्सा) पर बनाई एक लो पोनीटेल आपको एक डाउन-टू-अर्थ वाला लुक दे सकती है।
- पोनीटेल को अपने पीछे की जगह, अपनी साइड पर बाँधना भी पोनीटेल का एक और दूसरा जरा कम कॉमन तरीका होता है। साइड पोनीटेल्स आपको जरा चंचल और मजेदार लुक दे सकती हैं।
- अपने बालों को अपने क्राउन पर हल्का सा टीज़ (Tease) करें: टीजिंग (Teasing) को बैककोम्बिंग के नाम से भी जाना जाता है, ये आपकी पोनीटेल को उसकी जगह पर बनाए रखने के लिए एक हल्की-सी, वॉल्यूम एड करती है। अपने सिर के पीछे से, जहाँ से ये नीचे की तरफ मुड़ना शुरू होता है, अपने बालों के थोड़े से हिस्से को लें। धीरे से 2 या 3 पास के साथ इस सेक्शन के निचले हिस्से को बैककॉम्ब करें।[२]
- बैककॉम्ब करने के लिए, बालों के एक सेक्शन को मजबूती से पकड़ें और फिर इसे अपने स्कैल्प से दूर वर्टीकली पकड़ें। अब अपने बालों के पीछे के हिस्से पर, नीचे की तरफ स्ट्रोक्स करते हुए अपने बालों के बीच से रूट्स की तरफ कंघी चलाएँ। ऐसा तब तक दोहराएँ, जब तक कि इकट्ठी की हुई स्ट्रेंड्स से एक आपके क्राउन पर कुशन जैसा न बन जाए।
- अगर आप साइड पोनीटेल कर रही हैं, तो फिर आपने जहाँ पर अपने हेयर टाई (रबर) को रखने का फैसला किया है, उसके ठीक ऊपर अपने बालों के छोटे से हिस्से को टीज़ करें।
- अगर आपके बाल कर्ली हैं, तो आप इस स्टेप को छोड़ सकती हैं।
- अपने बालों को पीछे इकट्ठा करें: अपने ज़्यादातर बालों को पीछे की तरफ लेकर जाने के लिए अपने दोनों हाथों का इस्तेमाल करें और फिर एक हाथ से उन्हें वहीं पर पकड़े रखें। अपने चेहरे पर से सारे बालों को दूर रखने के लिए, एक स्लीक और प्रैक्टिकल पोनीटेल के लिए, अपने बैंग्स (सामने की लटों) के साथ, अपने सारे बालों को इकट्ठा कर लें। एक दूसरे लेड-बैक (ढीले) लुक के लिए, अपनी बैंग्स (अगर आपकी बैंग्स हैं, तो) को लूज छोड़ दें या फिर अपने चेहरे के आसपास से बस कुछ ही बालों को खींचें।
- साइड पोनीटेल के लिए, इसकी बजाय अपने बालों को साइड में इकट्ठा करें।
- एक फ्लेट ब्रश से बालों में मौजूद उभारों को स्मूद करें: अपने बालों को अपनी उंगली और अंगूठे के बीच में फँसा लें और फिर अपने बालों को स्मूद करने के लिए अपने दूसरे हाथ का इस्तेमाल करें। अपने बालों को पहले अपनी उंगली से स्मूद करें और फिर उन्हें अच्छा और साफ-सुथरा बनाने के लिए, ऊपर से ब्रश फेर दें। ऐसा करते हुए अपने दूसरे हाथ से बालों को ज़ोर से पकड़े रखें।
- अब बालों को स्मूद करते हुए, अपनी ग्रिप को जरूरत के हिसाब से लूज या टाइट करें।
- पोनीटेल की दोनों साइड्स को स्मूद करने के लिए, अपने हाथों को बदलती रहें।
- पोनीटेल को अपनी जगह पर सिक्योर करें: एक हेयर टाई लें और उसे पीछे से अपने बालों के ऊपर खींचें। इलास्टिक के आपके बालों के बेस तक पहुँचने के बाद, उसे 8 के एक फिगर में घुमाएँ। अब इस नई ओपनिंग में से अपनी पोनीटेल को फिर से खींचें। हेयर टाई में अब जरा सी भी खाली जगह न बचने और पोनीटेल के आपकी मनचाही जगह पर एकदम बिना हिले-डुले बने रहने तक ऐसा दोहराते रहें।
- एक्सट्रा स्टाइल के लिए, आप एक कलरफुल स्क्रंची (scrunchy) भी इस्तेमाल कर सकती हैं। आप चाहें तो अपनी पोनीटेल में जहाँ आप चाहें, वहाँ पर ब्रेड्स (चोटियाँ) या ट्विस्ट एड करके अपनी खुद की यूनिक पोनीटेल भी बना सकती हैं। एक सिम्पल लुक के लिए, एक प्लेन इलास्टिक इस्तेमाल करें।
- एक डबल पोनीटेल करने के बारे में सोचें: एक पोनीटेल के ऊपर दूसरी पोनीटेल के 2 स्टैक तैयार करना, एक लंबी दिखने वाली पोनीटेल के पीछे का सीक्रेट होता है। अपने सारे बालों को एक ही बार में पीछे बांधने की बजाय, उन्हें ऊपर और नीचे के दो आधे हिस्सों में बाँट लें। दोनों आधे हिस्सों को अपनी खुद की एक पोनीटेल की तरह बांध लें। ऊपर वाली पोनीटेल को अपने सिर के क्राउन पर रखें और दूसरी पोनीटेल को उसके कुछ इंच नीचे रखें। 2 पोनीटेल्स के एन्ड्स पर कंघी करें, ताकि ये दोनों अब एक, बहुत लंबी पोनीटेल की तरह एक-दूसरे में मिल जाएँ।[३]
[संपादन करें]एक क्विक सॉक बन करना (Doing a Quick Sock Bun)
- एक हेयर डोनट ले आएँ: सॉक बन बनाने के लिए आपको उसे चारों तरफ लपेटने के लिए जिस सबसे जरूरी चीज की जरूरत पड़ेगी, वो है एक डोनट-शेप की कोई चीज़। हेयर डोनट सॉक बन को एक परफेक्ट शेप देता है। आप चाहें तो हेयर डोनट को खरीद सकती हैं या फिर अपने ट्यूब सॉक की उँगलियों को काटकर अलग करके, अपना खुद का भी बना सकती हैं।[४] उँगलियों को अलग कर दें। बचा हुआ सॉक आपका डोनट होगा। आपको ट्यूब को शेप देने की कोई जरूरत नहीं है; ये आगे खुद ही डोनट शेप का नजर आएगा।
- अगर आप सॉक इस्तेमाल कर रही हैं, तो सॉक की एक किनार लें और उसे तब तक उसी में ऊपर रोल करते रहें, जब तक कि ये खुद ही एक सॉलिड डोनट शेप का नहीं बन जाता।
- अपने बालों की पोनीटेल बना लें: इस आर्टिकल में ही बताई हुई किसी भी टेक्निक का इस्तेमाल करें। आप आपके जूड़े को जहाँ भी रखना चाहती हैं, अपनी पोनीटेल के बेस को उसी जगह पर रखें। एक हाइ पोनीटेल से आपके सिर के क्राउन के ऊपर बना सॉक बन, इसकी एक काफी पॉपुलर जगह होती है। यहाँ पर बड़ी या मोटी स्क्रंची जैसी हेयर टाई की जगह पर, किसी छोटी, पतली हेयर टाई का इस्तेमाल करना बेहतर होता है, क्योंकि स्क्रंची आपके जूड़े में उभार सा दिखा सकती हैं।
- अपनी पोनीटेल को सॉक बन के सेंटर में से लेकर जाएँ: अगर आप एक हेयर डोनट इस्तेमाल कर रही हैं, तो उसे भी ठीक वैसे ही रखें, जैसे आप एक स्क्रंची को रखेंगी। अगर आप एक सॉक बन इस्तेमाल कर रही हैं, तो उसे अपनी पोनीटेल के बेस के नीचे खींचें।[५]
- अपने बालों को डोनट में रोल करें: डोनट को अपनी पोनीटेल की टिप तक ऊपर ले आएँ। अपने बालों के छोर को एक-समान रूप से डोनट के चारों तरफ फैलाएँ। फिर डोनट को धीरे से नीचे, अपने बालों को उसमें लपेटते जाकर अपनी पोनीटेल के बेस की तरफ रोल करें।
- हेयर डोनट को नीचे अपनी पोनीटेल के बेस के चारों तरफ रोल करें: लूज स्ट्रेंड्स को डोनट में अंदर डाल दें। अगर आप अपने बालों के गेप में से डोनट को देख पा रही हैं, तो उसे ढंकने के लिए अपने बालों को आराम से फैला लें। आपने आपके जूड़े को कितना टाइट बांधा है और आपके बाल कितने मोटे हैं, उसके हिसाब से आपको शायद इसे फिर और ज्यादा सिक्योर करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। अगर आपके बाल काफी पतले हैं या फिर आपने इन्हें ढीला बांधा है, तो फिर बन को बॉबी पिन्स से सिक्योर कर लें।[६]
[संपादन करें]एक सिम्पल से जूड़े को स्टाइल करना (Styling a Simple Bun)
- अपने सारे बालों को पीछे इकट्ठा करने और आपको एक बीच का हिस्सा देने के लिए एक कंघी का इस्तेमाल करें: अगर आप इस स्टाइल को करने का फैसला करती हैं, तो सुनिश्चित कर लें, कि आपके पास आपके हाथ में 2 बड़ी और 2 छोटी बॉबी पिन्स हैं।
- अपने बालों को ट्विस्ट (twist) करें: अपने ऊपर इकट्ठे किए हुए बालों को एक हाथ में लें और अपनी कलाई को घुमाते हुए इसे क्लॉकवाइज़ डाइरैक्शन में ट्विस्ट करें। अपने बालों के टूटने और अपने स्केल्प को नुकसान नहीं पहुंचाने के प्रति सावधान रहें। अब जब तक कि आपकी गर्दन की नेप से लेकर टिप्स तक के बाल एक टाइट स्पाइरल में नहीं आ जाते, तब तक ट्विस्ट करते रहें।[७]
- अपने बालों को एक जूड़े में घुमाएँ: अपने बालों को, उनके ट्विस्ट किए स्पाइरल को बनाए रखते हुए, एक हाथ से पकड़ें। उसी हाथ से, पूरी स्ट्रेंड को उसके बेस के चारों तरफ क्लॉकवाइज़ डाइरैक्शन में लपेटना शुरू कर दें। जूड़े को शेप में बनाए रखने के लिए, अपनी दूसरी हाथ की इंडेक्स फिंगर को बेस के सेंटर में बनाए रखें। जैसे ही आप आपके बालों के आखिर में पहुँच जाएँ, उस टिप को अपने बाकी के जूड़े के नीचे लपेट लें।[८]
- आप चाहें तो एक काउंटर-क्लॉकवाइज़ बन (counterclockwise bun) भी कर सकती हैं। अगर आप इस ऑप्शन को चुनती हैं, तो फिर अपने बालों को काउंटर-क्लॉकवाइज़ घुमाएँ।
- अपने लपेटे हुए बालों को सिक्योर करें: अपने बालों को अच्छी तरह से सिक्योर करने के लिए दोनों साइड पर बड़ी बॉबी पिन्स का इस्तेमाल करें। अगर आप चाहें तो जूड़े की किनारों को आराम से अपनी उंगली से लूज करके अपने जूड़े के शेप में हल्का सा बदलाव ला सकती हैं। जब आपको आपका मनचाहा आकार मिल जाए, फिर 4 छोटी बॉबी पिन्स का इस्तेमाल करके, उसे अपनी जगह पर बांध लें।
- अपने हेयर-डू में जरा सी वॉल्यूम एड करके आप आपके जूड़े में एक फिनिशिंग टच दे सकती हैं। अपनी कंघी की टेल (पीछे वाले हिस्से) का इस्तेमाल करें और उसे बड़े आराम से अपने बालों के क्राउन के अंदर स्लाइड करें। अपने बालों को आराम से थोड़ा सा ऊपर और जूड़े से बाहर खींचें। आप आपके जूड़े के बाहरी पोर्शन के लिए भी इसी टेक्निक का इस्तेमाल कर सकती हैं।[९]
[संपादन करें]एक सिम्पल शीन्यान (Chignon) स्टाइल करना
- अपने सारे बालों को पोनीटेल में इकट्ठा करने के लिए एक कंघी का इस्तेमाल करें: शीन्यान (Chignon) एक ऐसी क्लासिक हेयरस्टाइल है, जिसे आपके सिर के पीछे, आपकी गर्दन की नेप के करीब किया जाता है। आपको पहले एक स्लीक पोनीटेल के साथ में स्टार्ट करना होता है, इसलिए अपने बालों को इकट्ठा करें, उन्हें स्मूद करें और फिर एक इलास्टिक बैंड से उन्हें अपने सिर के पीछे सिक्योर करें।[१०]
- एक और दूसरी इलास्टिक बैंड से पोनीटेल को छोर से आधे में बांध लें: पोनीटेल के एकदम स्मूद होने की पुष्टि करने के लिए, पोनीटेल को अच्छे से ब्रश करें। फिर, पोनीटेल को सेंटर के करीब एक इलास्टिक बैंड से सिक्योर कर लें।[११]
- इलास्टिक बैंड के ऊपर बॉबी पिन स्लाइड करें और उसे पोनीटेल के ऊपर फ़ोल्ड करें: इलास्टिक बैंड पर से, पोनीटेल के बेस की तरफ जाती हुई एक बॉबी पिन स्लाइड कर दें। फिर, पोनीटेल को बेस के ऊपर फ़ोल्ड करें, ताकि 2 इलास्टिक बैंड्स एक-दूसरे के ठीक सामने हों और फिर पोनीटेल के बेस से बॉबी पिन डाल दें।[१२]
- हालांकि अगर आप चाहें तो अपने बालों की पोजीशन अपने हिसाब से भी तय कर सकती हैं, लेकिन सीधे ऊपर फ़ोल्ड करना और पोनीटेल होल्डर के टॉप सेंटर से बॉबी पिन को सिक्योर करना, सबसे क्लासिक तरीका होता है।[१३]
- बचे हुए बालों को पोनीटेल के बेस के चारों तरफ लपेट दें: अपनी पोनीटेल के आखिरी छोर को लें और इलास्टिक को छिपाने के लिए उसे अपनी शीन्यान के बेस के चारों तरफ लपेट दें। फिर, अपने बालों को शीन्यान के चारों तरह मजबूती से रोके रखने के लिए, साइड में बॉबी पिन लगा लें।[१४]
- ज्यादा देर तक बनाए रखने के लिए, जरा सा हेयरस्प्रे स्प्रे कर लें।
[संपादन करें]आसान चोटी करना (Doing a Simple Braid)
- आप जहाँ अपनी चोटी बनाना चाहती हैं, वहाँ पर एक पोनीटेल करें: अपने बालों को अच्छे से ब्रश करें और फिर उन्हें एक इलास्टिक बैंड से अपने सिर के पीछे बांध लें। अगर आपका मन हो, तो आप पोनीटेल बनाना छोड़ सकती हैं और स्टार्ट करने के लिए अपने बालों को 3 भागों में बाँट सकती हैं।
- अपनी पोनीटेल लें और उसे 3 एक-बराबर हिस्सों में बाँट लें: इन सेक्शन को A, B, और C का नाम दे दें।
- अपनी चोटी के एक सेक्शन को लेकर और उसे B के ऊपर से ले जाकर, पहला ट्विस्ट बनाएँ: अब इसका क्रम B, A, C होना चाहिए।
- फिर आपको C लेना है और उसे A के ऊपर से क्रॉस करना है: अब इसका क्रम B, C, A होना चाहिए। ये आपकी चोटी में पहला ट्विस्ट तैयार करेगा।
- अब जब तक कि आप अपनी चोटी के आखिरी सिरे तक नहीं पहुँच जाती, तब तक स्टेप्स 2-4 को दोहराते रहें, चोटी को इलास्टिक से सिक्योर कर दें और अपने इस नए लुक को एंजॉय करें!
[संपादन करें]हैडबैंड टक करना (Doing a Headband Tuck)
- स्ट्रेच होने वाले एक हैडबैंड को अपने सिर के क्राउन के ऊपर से स्लाइड कर दें: अपने हैडबैंड के सामने के हिस्से की पोजीशन को कुछ इस तरह रखें, ताकि ये या तो आपके माथे के ऊपर हो या फिर आपके बालों के ऊपर 1 या 2 इंच तक पीछे हो। आप इसे जहाँ भी टक करना चाहती हैं, हैडबैंड के पीछे के पोर्शन को वहीं पर ले जाएँ। गर्दन की नेप इसकी एक पॉपुलर पोजीशन होती है।[१५]
- आपके हैडबैंड के सही तरह से फिट होने की पुष्टि कर लें: इसे पूरे दिन तक सही जगह पर बने रहने के हिसाब से टाइट और साथ ही आपके बालों के उसमें टक होने के हिसाब से ढीला होना चाहिए। आपके हैडबैंड को आपके सिर के चारों तरफ स्लाइड नहीं होते रहना चाहिए। आपको हैडबैंड के अंदर से आराम से अपनी 2 से तीन उँगलियों को स्लाइड करते आना चाहिए। ऐसा हैडबैंड कभी न पहनें, जिससे आपका सिर एकदम जकड़ा हुआ सा महसूस हो।
- अपने बालों को हैडबैंड में टक करें: सामने से शुरू करें और सेक्शन में काम करें। अपने हाथ में अपने बालों की एक स्ट्रेंड को लें और उसे ऊपर और हैडबैंड के ऊपर से ले जाएँ। छोर को इस तरह से टक करें, ताकि बालों से एक लूप जैसा बन जाए। बेस्ट रिजल्ट्स के लिए, अपने सामने के बालों से शुरू करें और फिर साइड्स में सेंटर बैक तक करते जाएँ। फिर छोरों को मिडिल सेक्शन में मिलाएँ और उन्हें एक-साथ फ़ोल्ड करें।
- अगर आपका हेयरडू एकदम फ्लेट दिख रहा है, तो उसमें कुछ वॉल्यूम एड कर लें। एक स्टाइलिंग कोम्ब लें औए उसे आराम से आपके क्राउन और/या हैडबैंड में फँसे बालों के नीचे से लेकर जाएँ। बालों को हल्का सा बाहर खींचने के लिए, कंघी को बड़ी सावधानी से उठाएँ। हैडबैंड से गलती से पूरा बाहर निकाली हुई किसी भी स्ट्रेंड को वापस अंदर डाल दें।[१६]
- बालों का बिखरना कम करने के लिए, आप अपने बालों पर पानी, सीरम, नॉन-स्टिकी ऑइल बगैरह भी इस्तेमाल कर सकती हैं।
- अगर आपके बाल कर्ली या वेवी हैं, तो एक कर्ल क्रीम आपके लिए काफी मददगार हो सकती है।
- क्या आप जल्दी में हैं और हेयरस्टाइल नहीं कर सकती हैं? तो आप हैट भी पहन सकती हैं। अगर आप स्कूल, ऑफिस या किसी और रूल की वजह से हैट नहीं पहन सकती, तो बस हैडबैंड लगा लें।
- एक हैडबैंड लगाना, किसी भी स्टैंडर्ड हेयरस्टाइल में जान डालने का एक सबसे अच्छा तरीका होता है।
- स्ट्रेटनिंग या कर्लिंग आयरन जैसी हीट से बचने के लिए, अगर आपको उन्हें इस्तेमाल करना पड़े, तो प्रोटेक्टिव स्प्रे लगाकर ही इस्तेमाल करें।
- बैन्डैन (Bandanas) कलर एड करने का एक अच्छा तरीका होता है! ये काफी स्टाइलिश होते हैं और आपके सिर को धूप से सुरक्षित रखते हैं।
- आमतौर पर, अपने बालों में पिन लगाने या पीछे बांधने से पहले, इनके एकदम सूखे और इनमें कोई भी गठान बगैरह न होने की पुष्टि कर लें। हालांकि, हैडबैंड टक जल्दी में होने पर, गीले बालों पर की जाने वाली मौजूद कुछ ही स्टाइल्स में से एक है।[१७]
- अगर आपके बाल स्ट्रेट हैं और आप आपकी पोनीटेल में या हाफ-अप स्टाइल में कुछ वॉल्यूम एड करना चाहती हैं, तो अपने बालों में कुछ टेम्पररी वेव्स एड करने के लिए, कर्लिंग आयरन का इस्तेमाल करें।[१८]
- जब आपके पास में बाल धोने का वक़्त न हो, तब ड्राय शैम्पू इस्तेमाल करना एक अच्छा तरीका होता है। ये स्ट्रेट हेयर टेक्सचर के ऊपर स्टाइल्स को ज्यादा देर तक अपनी जगह पर बनाए रखने में मदद भी करता है।[१९]
- बहुत ज्यादा टीजिंग से आपके बालों को नुकसान पहुँच सकता है। इसे अगली बार धोने पर, अच्छी तरह से कंडीशन करने की पुष्टि कर लें।[२०]
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